29 November 2022 Current Affairs

यह 29 November 2022 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्‍जाम्‍स में मदद करेगा। 

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1. जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ, लॉकडाउन हटाने और आजादी देने की मांग के लिए किस पड़ोसी देश में लोगों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए?

a. पाकिस्तान
b. चीन
c. न्यूजीलैंड
d. साउथ कोरिया

Answer: b. चीन

– जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ, लॉकडाउन हटाने और आजादी देने की मांग के लिए चीन में जबरदस्‍त प्रदर्शन चल रहा है।
– इसने चीनी सरकार की नाक में दम कर दिया है और पूरी दुनिया का ध्‍यान खींचा है।

– क्‍योंकि चीन में 1989 के बाद पहली बार ऐसा विरोध-प्रदर्शन चल रहा है।
– 33 साल पहले जब युवाओं ने प्रदर्शन किया था, तो चीन की सरकार ने युवाओं को टैंक से कुचल दिया था।
– यह घटना बीजिंग के तियानानमेन चौक पर हुई थी।
– BBC के अनुसार इसमें 10 हजार लोगों की मौत हुई थी। हालांकि चीन ने सिर्फ 200 मौत को ही स्‍वीकार किया था।
– इसके बाद चीन में सन्‍नाटा छा गया।
– बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन नहीं हुए।

– लेकिन 1989 के बाद ऐसा पहली बार है जब जबरदस्‍त प्रदर्शन चल रहा है।
– चीन में वन पार्टी सिस्‍टम है। तानाशाही की जैसी ही हालत है।
– इस प्रदर्शन ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी और नेता शी जिनपिंग को चुनौती दी है, जिन्होंने पिछले महीने तीसरा पांच साल का कार्यकाल शुरू किया था।

क्‍यों हो रहा है प्रदर्शन
– चीन में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे है।
– सरकार ने जीरो कोविड पॉलिसी के तहत लॉकडाउन लगाया है।
– इससे वहां कि जनता को डेली वर्क में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
– इसीलिए जनता ने इसका विरोध शुरू किया।
– चीन के शंघाई में हजारों संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए, सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू की।
– उग्र प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस के साथ टकराव भी हुए।
– लोगों पर लाठी चार्ज हुआ और गिरफ्तार भी किया गया।
– इस प्रदर्शन में लोगों ने ‘शी जिनपिंग, पद छोड़ो’ और ‘कम्युनिस्ट पार्टी, पद छोड़ो’ जैसे नारे लगाए।

कोविड-19 का चीन में असर
– चीन में लगातार कोरोना बढ़ रहा है।
– 27 नवंबर को कोरोना के 40 हजार केस आए।
– चीन में यह सबसे बड़ा आंकड़ा था।
– चीन में कुल एक्टिव केस 3 लाख से ज्यादा हो गए थे।
– इसे देखते हुए सरकार ने कई तरह के प्रतिबंध लगाए।
– इससे 66 लाख लोग घरों में कैद हो गए।
– लोग खाने के सामान के लिए भी बाहर नहीं जा सकते थे।
– रोज कोविड के टेस्ट से भी लोग नाराज थे।
– यदि लोग सरकार के नियमों का पालन नहीं करते तो उनपर सख्त कार्रवाई की जाती थी।
– सरकार ने कुछ नियमों में ढील भी दी, जिससे अर्थव्यवस्था को कम नुकसान पहुंचे।
– लेकिन स्थानीय अधिकारी पहले के नियमों का ही पालन करवा रहे थे।
– इन सभी कारणों से प्रदर्शन उग्र हो गया।

कोरोना क्‍यों नहीं कंट्रोल कर पा रहा चीन
– सवाल है कि जब दुनिया के ज्‍यादातर हिस्‍सों में मास्‍क लगाने की अनिवार्यता भी खत्‍म हो रही है, तब भी चीन में कोविड-19 का इतना असर क्‍यों?
– दरअसल, चीन ने जो वैक्‍सीन बनाई, वह इफेक्टिव नहीं है।
– खास बात है कि COVID-19 टीके विकसित करने वाला पहला देश चीन ही था।
– आंख मूंदकर उसने इसका इस्‍तेमाल किया।
– वैसे ही जैसे बिना कारतूस की बंदूक का ट्रिगर चलाना।
– नतीजा है कि वहां हजारों की संख्‍या में हर दिन कोविड के इंफेक्‍शन के मामले आ रहे हैं।
– बुजुर्गों को बार-बार कोविड हो रहा है।

चीन में सरकार के खिलाफ विरोध का इतिहास
– चीन में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन सामान्य नहीं है।
– यहां सरकार और राष्ट्रपति की आलोचना करने पर कड़ी सजा दी जाती है।
– चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सख्त जीरो कोविड पॉलिसी की आलोचना शुरू से की जा रही है।
– दिसंबर 2019 में चीन की लैब से कोविड वायरस निकला।
– तभी से दुनिया में कोरोना वायरस का प्रकोप है।
– कोरोना वायरस से दुनिया में लोखों लोगों की जान गई।
– कई देशों में आर्थिक संकट पैदा हो गया।
– अब वही कोरोना वायरस चीनी सरकार में मुसीबत बना हुआ है।
– चीन की जनता वर्ष 1989 के बाद सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरी है।
– वर्ष 1989 में चीन में लोकतंत्र की मांग को लेकर लोग सड़कों पर इकट्ठा हुए।
– उसमें प्रदर्शन में भाग लेने वाले छात्रों और कार्यकर्ताओं पर चीनी सेना ने बल प्रयोग किया था।
– सेना ने आंदोलन को कुचलने के लिए सड़कों पर टैंक उतार दिए थे।
– उस सैन्य कार्रवाई में बीजिंग के तियानानमेन चौक पर लगभग 200 लोग मारे गए थे।
– और हजारों घायल हुए थे।
– तब से सरकार के खिलाफ कोई बड़ा प्रदर्शन नहीं हुए थे। अब हालत अलग हैं, प्रदर्शन चल रहा है।

– चीन में पुलिस ने बीबीसी के पत्रकार की पिटाई कर दी।
– इसके बाद ब्रिटेन की सरकार गुस्‍से में है।

चीन
– राजधानी – बीजिंग
– मुद्रा – रॅन्मिन्बी
– राष्ट्रपति – शी जिनपिंग

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2. इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) की पहली महिला अध्यक्ष कौन बनी?

a. पीटी उषा
b. गगन नारंग
c. मैरी कॉम
d. मीराबाई चानू

Answer: a. पीटी उषा

– पीटी उषा को 28 नवंबर 2022 को इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) का अध्यक्ष चुना गया।
– वे IOA की अध्यक्ष बनने पहली महिला हैं।
– IOA अध्यक्ष पद के लिए केवल पीटी ऊषा ने 27 नवंबर 2022 को नामांकन भरा था।
– कोई दावेदार न होने के कारण उन्हें IOA अध्यक्ष पद के निर्विरोध चुन लिया गया।

पी. टी. उषा
– वह एक भारतीय रिटायर्ड एथलीट हैं।
– पूरा नाम पिलावुल्लाकांडी थेकेरापरम्बिल उषा हैं।
– जन्‍म 27 जून 1964 केरल में हुआ था।
– उन्हें उड़न परी, गोल्डन गर्ल और पय्योली एक्सप्रेस के नाम से भी जाना जाता है।
– उन्होंने एशियन गेम्स में चार गोल्ड मेडल और सात सिल्वर मेडल जीते हैं।
– वह लॉस एंजिल्स 1984 ओलंपिक में महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में एक सेकेंड के 1/100वें हिस्से से पोडियम फिनिश करने से चूक गई थीं।
– लेकिन लॉस एंजिल्स में उनका 55.42 सेकंड का समय अभी भी एक नेशनल रिकॉर्ड के रूप में कायम है।
– पी. टी. उषा को 06 जुलाई 2022 में राज्यसभा का सदस्य के लिए मनोनीत किया गया था।
– उन्होंने 20 जुलाई 2022 को राज्यसभा के एमपी के रूप में शपथ ली थी।

इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA)
– स्‍थापना : 1927
– मुख्‍यालय : नई दिल्‍ली
– IOA ओलंपिक गेम्‍स और एशियन गेम्‍स के लिए भारतीय खिलाडि़यों का चयन करने के लिए जिम्‍मेदार होती है। साथ ही भारत में इन गेम्‍स से संबंधित आयोजन करवाती है।

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3. दुनिया के पहले विकलांग अंतरिक्ष यात्री के नाम की घोषणा किस अंतरिक्ष एजेंसी ने की?

a. ISRO
b. NASA
c. ESA
d. JAXA

Answer: c. ESA (यूरोपीयन स्‍पेस एजेंसी)

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4. दुनिया के पहले विकलांग अंतरिक्ष यात्री का नाम बताएं, जिसे यूरोपीयन स्‍पेस एजेंसी ने स्‍पेस मिशन के लिए चुना?

a. जॉन मैकफॉल
b. टॉम अल्‍टर
c. बेबीज विल्‍सन
d. जॉर्ज ओलांदे

Answer: a. जॉन मैकफॉल

– यूरोपीयन स्‍पेस एजेंसी ने 23 नवंबर को पर्सन विद डिसऐबिलिटी वाले लोगों को काम करने और अंतरिक्ष में रहने की अनुमति देने की दिशा में काम किया।
– यूरोपीयन स्‍पेस एजेंसी ने विकलांग अंतरिक्ष यात्री को “पैरास्ट्रोनॉट” नाम दिया।
– यूरोपीयन स्‍पेस एजेंसी ने लगभग 22500 एप्लीकेशन में से 17 को अपने स्पेस मिशन के लिए चुना।
– इसमें ऐसे व्यक्ति को भी चुना गया, जिनका एक पैर नहीं है।
– उनका नाम जॉन मैकफॉल है। वे ब्रिटिश हैं।
– यह दुनिया के पहले विकलांग अंतरिक्ष यात्री है।
– एजेंसी ने इस बार अपने बजट को भी काफी बढ़ा दिया।
– चुने हुए लोगों की ट्रेनिंग वर्ष 2023 में शुरू होगी।
– लेकिन इन्‍हें अंतरिक्ष में भेजने की योजना नंबर 2026 के बाद बनायी गई है।

जॉन मैकफॉल
– पहली बार किसी स्पेस मिशन के लिए विकलांग अंतरिक्ष यात्री को चुना गया है।
– जॉन मैकफॉल ब्रिटिश है।
– यह पैरालिम्पियन भी है।
– स्पेस एजेंसी उन्हें पैराएस्ट्रोनॉट फिजिबिलिटी प्रोग्राम के माध्यम से प्रशिक्षण देगी।
– वह 41 वर्ष के है।
– उनका दायां पैर एक दुर्घटना के बाद काटना पड़ा था।
– उस समय उनकी उम्र 18 वर्ष थी।
– वह वर्ष 2008 के पैरालिंपिक में कांस्य पदक जीते थे।

यूरोपीयन स्‍पेस एजेंसी
– मुख्यालय – पेरिस, फ्रांस
– स्थापना – 30 मई 1975
– CEO – जोसेफ असचबैकर

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5. भारत का पहला प्राइवेट स्पेस व्हीकल लॉन्चपैड कहां स्थापित किया गया?

a. श्रीहरिकोटा
b. थुम्बा
c. भद्रक
d. चांदीपुर

Answer: a. श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश) के सतीश धवन स्पेस सेन्टर में

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6. भारत के पहले प्राइवेट स्पेस व्हीकल लॉन्चपैड को किस स्‍टार्टअप कंपनी ने श्रीहरिकोटा में स्‍थापित किया?

a. स्काईरूट एयरोस्पेस
b. अग्निकुल कॉसमॉस
c. अभिनव एयरोस्‍पेस
d. अडानी एयरोस्‍पेस

Answer: b. अग्निकुल कॉसमॉस

– स्पेस-टेक स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस ने आंध्र प्रदेश के तट पर बसे द्वीप श्रीहरिकोटा में भारत का पहला प्राइवेट स्पेस व्हीकल लॉन्चपैड स्थापित किया।
– इस लॉन्चपैड को श्रीहरिकोटा में सतीश धवन स्पेस सेन्टर (SDSC) में स्थापित किया गया।
– नवंबर 2022 में स्थापित किया गया।
– इसे श्रीहरिकोटा में प्राइवेट प्लेयर द्वारा संचालित किया जाएगा।
– लॉन्चपैड का उद्घाटन ISRO के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग के सचिव एस. सोमनाथ ने किया।

प्राइवेट स्पेस व्हीकल लॉन्चपैड
– इस लॉन्चपैड को अग्निकुल द्वारा डिज़ाइन किया गया है।
– इस लॉन्चपैड को इसरो और IN-SPACe के समर्थन से तैयार किया गया है।
– इसके लॉन्चपैड के दो सेक्शन हैं: अग्निकुल लॉन्चपैड (ALP) और अग्निकुल मिशन कंट्रोल सेंटर (AMCC)।
– इन दो सेक्शन को जोड़ने वाली सभी महत्वपूर्ण प्रणालियाँ, जो एक दूसरे से 4 किमी दूर हैं।
– इस लॉन्चपैड में आवश्यकता होने पर इसरो के मिशन नियंत्रण केंद्र के साथ डेटा और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने की क्षमता है।

इस लॉन्चपैड से पहला लॉन्च क्या होगा?
– अग्निकुल का पहला लॉन्च एक कंट्रोल्ड एंड गाइडेड मिशन होगा, जो इस लॉन्चपैड उपयोग करके लॉन्च किया जायेगा।
– यह मिशन एक टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेटर होगा।
– अग्निकुल के अग्निबाण (लॉन्च व्हीकल) और अग्निलेट (3-D प्रिटेंड इंजन) को इस लॉन्च मिशन में प्रयोग किया जायेगा।

अग्निकुल कॉसमॉस के बारे में
– अग्निकुल कॉसमॉस प्राइवेट लिमिटेड एक भारतीय एयरोस्पेस निर्माता है।
– वर्ष 2017 में IIT मद्रास के श्रीनाथ रविचंद्रन, मोइन एसपीएम और प्रोफेसर एस.आर. चक्रवर्ती ने इसकी स्थापना की।
– यह दिसंबर 2020 में ISRO के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करने वाली पहली भारतीय प्राइवेट कंपनी बनी।
– अग्निकुल, इसरो में अपने इंजनों का परीक्षण करने वाली देश की पहली प्राइवेट कंपनी है।
– अग्निकुल कॉसमॉस का मुख्यालय चेन्नई में है।

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7. पांच अलग-अलग फुटबॉल विश्व कप में गोल करने वाले पहले खिलाड़ी कौन बने?

a. नेमार
b. आंद्रे आयेव
c. क्रिस्टियानो रोनाल्डो
d. उस्मान बुखारी

Answer: c. क्रिस्टियानो रोनाल्डो

– क्रिस्टियानो रोनाल्डो पांच अलग-अलग फुटबॉल विश्व कप टूर्नामेंट में गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं।
– वर्तमान में कतर में चल रहे फीफा वर्ल्ड कप 2022 में उन्होंने गोल किया।
– पुर्तगाल के कप्तान रोनाल्डो ने घाना के खिलाफ 24 नवंबर 2022 को गोल कर इतिहास रचा।
– इस गोल से वे पांच अलग-अलग वर्ल्ड कप (2006, 2010, 2014, 2018, 2022) में स्कोर करने वाले दुनिया के पहले पुरुष फुटबॉलर बन गए हैं।
– रोनाल्डो की इंटरनेशनल गोल संख्या अब 118 हो गई है।
– रोनाल्डो ने इस रिकॉर्ड के साथ ब्राजील के पेले, जर्मनी के यूवे सीलर और मीरोस्लाव क्लोसे को पछाड़ दिया, जिन्होंने चार वर्ल्ड कप में गोल दागे थे।

फीफा वर्ल्ड कप 2022
– यह वर्ल्ड कप 20 नवंबर 2022 को कतर में शुरू हुआ।
– यह 18 दिसंबर 2022 तक चलेगा।
– इस वर्ल्ड कप में 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं।

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8. भारत ने युद्धाभ्यास ‘नसीम अल बहर-2022’ किस देश की नेवी के साथ किया?

a. ओमान
b. चीन
c. अमेरिका
d. पाकिस्तान

Answer: a. ओमान

– भारत ने नवंबर 2022 में ओमान के साथ युद्धाभ्यास नसीम अल बहर-2022 किया।
– इंडियन नेवी और रॉयल नेवी ऑफ ओमान ने इस द्विपक्षीय युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया।
– यह अभ्यास 19 से 24 नवंबर 2022 को ओमान के समुद्र-तट पर आयोजित किया गया था।
– इसे तीन फेजों- बंदरगाह फेज, समुद्री फेज और डीब्रीफ फेज में आयोजित किया गया।

अभ्यास में कौन से पोत और विमान शामिल हुए?
इंडियन नेवी
– गाइडेड मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट INS त्रिकंड
– ऑफशोर पेट्रोल पोत INS सुमित्रा
– मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट (MP) डोर्नियर

रॉयल नेवी ऑफ ओमान
– मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट (MPA)
– RAFO फाइटर एयरक्राफ्ट हॉक्स

‘नसीम अल बहर-2022’
– यह इंडियन नेवी (IN) और ओमान की रॉयल नेवी (RNO) के बीच एक द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास है।
– इंडियन नेवी और रॉयल नेवी ऑफ ओमान के बीच पहला अभ्यास 1993 में आयोजित किया गया था।
– इस वर्ष इंडियन नेवी एवं रॉयल नेवी ऑफ ओमान के बीच द्विपक्षीय अभ्यास के 30 वर्ष पूरे हो रहे हैं।

इंडियन नेवी चीफ- एडमिरल आर हरि कुमार

ओमान
राजधानी- मस्कट
मुद्रा- ओमनी रियाल
सुल्तान- हैथम बिन तारिक अल-सईद

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9. पुस्‍तक ‘इंडिया: द मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ को नवंबर 2022 में लॉन्च किया गया, इस बुक को किसने तैयार किया है?

a. NCERT
b. NGRI
c. ICHR
d. NIUA

Answer: c. ICHR (इंडियन काउंसिल ऑफ हिस्टॉरिकल रिसर्च)

– केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने 24 नवंबर 2022 को नई दिल्ली में ‘इंडियाः दी मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ बुक को लॉन्च किया।
– इस बुक को ICHR (इंडियन काउंसिल ऑफ हिस्टॉरिकल रिसर्च) ने तैयार और प्रकाशित किया है।
– इस पुस्तक में दिखाया गया है कि सभ्यता के उदय के समय से ही भारत में डेमोक्रेटिक वैल्यू थी।
– यह बुक भारत की लोकतांत्रिक धरोहर पर चर्चा को प्रोत्साहित करेगी।
– इसके अलावा देश के लोकतांत्रिक मूल्यों पर गर्व करने के लिए अगली पीढ़ी को प्रेरणा देगी।

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10. विक्रम गोखले का निधन 26 नवंबर 2022 को हो गया, वे इनमें से क्या थे?

a. लेखक
b. वैज्ञानिक
c. इतिहासकार
d. अभिनेता

Answer: d. अभिनेता

– वह 77 वर्ष के थे।

विक्रम गोखले
– उन्होंने ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत मराठी थियेटर से की थी।
– उन्होंने ने कई मराठी फिल्मों और हिंदी फिल्मों में काम किया था।
– उन्होंने अग्निपथ, खुदा गवाह, इंसाफ, भूल भुलैया और अय्यारी जैसी हिंदी फिल्मों में काम किया था।
– इसके अलावा नटसम्राट, लपंडाव, कलत नकलत, वज़ीर, बाला गौ काशी अंगार और अनुमति जैसी मराठी फिल्मों में काम किया था।
– गोखले ने अपने मराठी निर्देशन की शुरुआत फिल्म आघाट से की थी।
– गोखले ने 2013 में मराठी फिल्म अनुमति के लिए 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था।
– विक्रम गोखले आखिरी बार मराठी फिल्म गोदावरी में नजर आए थे।

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11. अंतरराष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस (International Human Solidarity Day) कब मनाया जाता है?

a. 26 नवंबर
b. 27 नवंबर
c. 28 नवंबर
d. 29 नवंबर

Answer: d. 29 नवंबर

– इसे फिलिस्तीनी जनता के प्रति एकजुटता का अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
– वर्ष 1977 में इसे स्थापित किया गया था।
– इस दिवस को संयुक्त राष्ट्र महासभा हर वर्ष 29 नवंबर को मनाती है।
– इस दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा ने फिलिस्तीन को एक अरब देश और एक यहूदी देश में विभाजित करने का प्रस्ताव पारित किया था।


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