20 अप्रैल 2024 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण

यह 20 अप्रैल 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. भारत ने सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ का पहला निर्यात किस देश को किया?
India has exported the supersonic cruise missile ‘BrahMos’ to which country for the first time?

a. फ्रांस
b. जर्मनी
c. फिलीपींस
d. वियतनाम

Answer: c. फिलीपींस

– ऐसा पहली बार है जब भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल को एक्‍सपोर्ट किया।
– भारत ने फिलीपींस को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों की पहली खेप 19 अप्रैल 2024 को सौंप दी।
– ब्रह्मोस पाने वाला फिलीपींस पहला बाहरी देश है।

फिलीपींस
राजधानी : मनीला
प्रेसिडेंट : रोड्रिगो दुतेर्ते

– भारत ने जनवरी 2022 में फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल की बिक्री के लिए 375 मिलियन डॉलर (3130 करोड़ रुपए) की डील की थी।
– भारत ने फिलीपींस को कितनी मिसाइलें दीं, अभी इसका पता नहीं चला है।
– इंडियन एयरफोर्स ने C-17 ग्लोब मास्टर विमान के जरिए इन मिसाइलों को फिलीपींस मरीन कॉर्प्स को सौंपा।
– ब्रह्मोस भारत और रूस के द्वारा विकसित की गई अब तक की आधुनिक सुपरसोनिक मिसाइल प्रणाली है। इसने भारत को मिसाइल तकनीक में अग्रणी देश बना दिया है।

ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के बारे में
– ब्रह्मोस एक कम दूरी की रैमजेट, सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है।
– इन मिसाइलों की स्पीड 2.8 से 3 मैक और मारक क्षमता 350 किमी तक है। एक मैक ध्वनि की गति 332 मीटर प्रति सेकेंड होती है। फिलीपींस को सौंपी गई मिसाइल की स्पीड ध्वनि की गति से 2.8 गुना ज्यादा है।
– यह 4321 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से मार करने में सक्षम है।
– इस मिसाइल को जल, थल और वायु से छोड़ा जा सकता है. इस क्षमता को ट्रायड कहा जाता है।
– ट्रायड की विश्वसनीय क्षमता कुछ ही देशों के पास मौजूद थी।
– इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है।
– ब्रह्मोस मिसाइल को भारत और रूस ने मिलकर तैयार किया है।
– रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया (NPO Mashinostroeyenia) और भारत के DRDO ने संयुक्त रूप से इसका विकास किया है।
– इसके लिए दोनों देशों ने 12 फरवरी 1998 को एग्रीमेंट साइन किया था। तब से मिसाइल को डेवलप किया जा रहा है।
– ब्रह्मोस का पूरा नाम – The Brahmaputra of India and the Moskva of Russia.
– इस मिसाइल का नाम भारत और रूस ने अपने-अपने नदियों के नाम पर रखा है।
– ब्रह्मोस के हर एक सिस्टम में दो मिसाइल लॉन्चर, एक रडार और एक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर होता है। इसके जरिए सबमरीन, शिप, एयक्राफ्ट से दो ब्रह्मोस मिसाइलें 10 सेकेंड के अंदर दुश्मन पर दागी जा सकती है। इसके अलावा भारत फिलीपींस को मिसाइल ऑपरेट करने की भी ट्रेनिंग देगा।

फिलीपींस
राजधानी : मनीला
प्रेसिडेंट : रोड्रिगो दुतेर्ते

फिलीपींस ने क्‍यों खरीदा ब्रह्मोस?
– फिलीपींस को उस समय मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी मिली है, जब उसके और चीन के बीच साउथ चाइना सी में तनाव बढ़ा हुआ है।
– फिलीपींस ब्रह्मोस के 3 मिसाइल सिस्टम को तटीय इलाकों (साउथ चाइना सी) में तैनात करेगा, ताकि चीन के खतरे से निपटा जा सके।
– दरअसल, फिलीपींस का समुद्री विवाद चीन से है।
– चीन, दक्षिण चीन सागर (साउथ चाइना सी) पर अपना अधिकार जताता है।
– उसने कई आर्टिफीशियल आइलैंड्स बना लिए है।
– इन आइलैंड्स के जरिए वह ‘एक्‍सक्‍लूसिव इकोनॉमिक जोन’ का दायरा काफी ज्‍यादा बताकर दूसरे देशों के ‘एक्‍सक्‍लूसिव इकोनॉमिक जोन’ पर अधिकार जताता है।
– इसकी वजह से ‘साउथ चाइना सी’ के पास मौजूद देशों का तनाव चीन से है।
– साल 2016 में एक अंतरराष्ट्रीय ट्राइब्यूनल ने चीन के ख़िलाफ़ फ़ैसला दिया था. इस ट्राइब्यूनल ने कहा था कि इस बात के कोई प्रमाण नहीं हैं कि चीन का इस इलाक़े पर ऐतिहासिक रूप से कोई अधिकार रहा है. लेकिन, चीन ने इस फ़ैसले को मानने से इनकार कर दिया था।
– ऐसे में खासतौर से कई आसियान देशों को अपनी सुरक्षा के लिए विश्‍वसनीय हथियारों की जरूरत है।
– ‘द हिन्‍दू’ न्‍यूजपेपर के अनुसार फिलीपींस, ब्रह्मोस मिसाइल को अपने तटीय इलाकों में तैनात कर सकता है।
– इस मिसाइल से फिलीपींस की सेना की ताकत भी काफी बढ़ जाएगी।

भारत के लिए अहम है साउथ चाइना सी
– भारत का 95 प्रतिशत व्‍यापार समुद्र के जरिए होता है।
– इसका लगभग 55 प्रतिशत साउथ चाइना सी से होकर गुजरता है।

भारत का क्या फायदा?

विदेशी मुद्रा
– फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल बेचकर भारत को 374.96 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 3130 करोड़ रुपए) मिलेंगे।
– इस तरह की खरीदारी से भारत की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान होगा।
– इस डील से विश्वभर में भारत के सैन्य कौशल का भी प्रदर्शन होगा।

चीन के खिलाफ गोलबंदी
– भारत ने फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल देकर चीन के खिलाफ बने माहौल का साथ दिया है।
– ये सौदा भारत और फिलीपींस के संबंधों में और मजबूती लाएगा और दोनों देशों के बीच रक्षा कारोबार को बढ़ावा देगा।

आर्म्‍स एक्‍सपोर्टर देशों में स्‍थान बेहतर करना
– इसके साथ ही ‘आत्‍म निर्भर भारत अभियान’ के तहत हम सैन्‍य हथियारों के आयात में कमी लाने की कोशिश कर रहे हैं।
– वित्‍त वर्ष 2022-23 में पहली बार भारत का डिफेंस एक्‍सपोर्ट 21 हजार करोड़ पार कर गया है। भारत इस इसे 85 देशेां को मिलिटरी हार्डवेयर एक्‍सपोर्ट करता है।
– भारत, डोर्नियर-228 विमान, 155 MM एडवांस्‍ड टोड आर्टिलरी गन, आकाश मिसाइल सिस्‍टम, रडार, मिमुलेटर, माइन प्रोटेक्‍टेड व्‍हीकल, पिनाका रॉकेट, थर्मल इमेजर्स एक्‍सपोर्ट कर चुका है।

दूसरे देश भी खरीद सकते है यह मिसाइल
– भारत और रूस, ब्रह्मोस मिसाइल को अन्‍य देशों को भी बेचने की कोशिश कर रहा है।
– इंडोनेशिया और वियतनाम ने भी इस मिसाइल की खरीद के लिए दिलचस्‍पी दिखाई है।

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2. संयुक्त राष्ट्र (UN) में फिलिस्तीन को पूर्ण सदस्यता देने के प्रस्ताव पर किस देश ने वीटो लगा दिया?
Which country vetoed the proposal to grant full membership to Palestine in the United Nations?

a. अमेरिका
b. चीन
c. रूस
d. फ्रांस

Answer: a. अमेरिका

– संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन को पूर्ण सदस्यता देने के प्रस्ताव पर अमेरिका ने वीटो लगा दिया है।
– संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में अल्जीरिया ने यह प्रस्ताव पेश किया था, जिस पर 18 अप्रैल 2024 को वोटिंग हुई।
– हालांकि, अमेरिका के वीटो के बाद फिलिस्तीन UN का परमानेंट मेंबर नहीं बन सका।

– 15 सदस्यों वाली सुरक्षा परिषद (UNSC) में फिलिस्तीन के पक्ष में 12 वोट पड़े।
– जबकि ब्रिटेन और स्विट्जरलैंड वोटिंग से दूर रहे।
– माना जा रहा था कि गाजा में हुई तबाही के बाद अमेरिका प्रस्ताव पर वीटो नहीं करेगा, लेकिन अमेरिका ने वीटो कर दिया।
– UN में पूर्ण सदस्यता हासिल करने का फिलिस्तीन की यह दूसरी कोशिश थी।
– इससे पहले वर्ष 2011 में भी फिलिस्तीन को मेंबरशिप देने को लेकर UNSC में वोटिंग हुई थी, लेकिन उस समय भी अमेरिका ने प्रस्ताव पर वीटो लगा दिया था।

अमेरिका ने वीटो पर सफाई दी
– UN में अमेरिका के प्रतिनिधि रॉबर्ट वुड ने कहा है कि अमेरिका भी 2 स्टेट सॉल्यूशन चाहता है, लेकिन UN पूर्ण सदस्यता देने का स्थान नहीं है।
– फिलिस्तीन को अलग देश का दर्जा देने का सही तरीका इजराइल और फिलिस्तीन में सीधी बातचीत है।
– हम चाहते हैं कि दोनों पक्षों में सीधे बातचीत के जरिए समाधान होना चाहिए।

फिलिस्तीन बोला- हार नहीं मानेंगे
– अमेरिका की तरफ से वीटो पावर के इस्तेमाल पर इजराइल ने उसकी तारीफ की है।
– इजराइली विदेश मंत्री इजराइल काट्स ने कहा कि, “एक शर्मनाक प्रपोजल रिजेक्ट हुआ, आतंकवाद को पुरस्कृत नहीं किया जाना चाहिए।”
– वहीं फिलिस्तीन अथॉरिटी के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने अमेरिका के वीटो की निंदा की है।
– UN में मौजूद फिलिस्तीन के एंबेस्‍डर रियाद मंसूर ने कहा, “प्रस्ताव पास न होने से हमारे हौसले कमजोर नहीं पड़ेंगे।

वीटो पावर के बारे में
– UNSC में पांच स्थायी मेंबर हैं। इनमें अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन शामिल हैं।
– इन्हें ही वीटो पावर मिला हुआ है।
– सुरक्षा परिषद बिना इन पांचों देशों की रजामंदी के कोई भी प्रस्ताव पारित या लागू नहीं कर सकती है।
– पांच में से कोई एक सदस्य भी वीटो करता है तो प्रस्ताव खारिज हो जाता है।

फिलिस्तीन गैर-सदस्यीय देश
– फिलिस्तीन को दुनिया के 140 से ज्यादा देशों ने मान्यता दे रखी है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन अभी भी पूर्ण सदस्य नहीं बन सका है।
– जबकि इजराइल को वर्ष 1947 में ही UN की परमानेंट मेंबरशिप मिल गई थी।
– वर्ष 2012 में फिलिस्तीन को UN का गैर सदस्यीय देश बनाया गया था।
– ये वो देश होते हैं, जो UN में अपना पक्ष रख सकते हैं, लेकिन वोटिंग नहीं कर सकते।
– फिलिस्तीन के अलावा वेटिकन सिटी भी गैर-सदस्यीय देश है।

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3. भारतीय सेना द्वारा सियाचिन ग्लेशियर पर कब्‍जा करने के लिए चलाए गए ‘ऑपरेशन मेघदूत’ के 40 वर्ष पूरे हो गए हैं, ये किस वर्ष में शुरू किया गया था?
‘Operation Meghdoot’ launched by the Indian Army to capture Siachen Glacier has completed 40 years, in which year was it started?

a. वर्ष 1984
b. वर्ष 1980
c. वर्ष 1981
d. वर्ष 1983

Answer: a. वर्ष 1984

– 13 अप्रैल, 2024 को ‘ऑपरेशन मेघदूत’ के चार दशक यानि 40 वर्ष पूरे हो गए।
– इस आपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को खदेड़ दिया और काराकोरम पर्वतमाला में नुब्रा घाटी की ओर देखने वाले साल्टोरो रिज पर 15,632 फीट की ऊंचाई पर सियाचिन ग्लेशियर पर कब्जा कर लिया।
– हालांकि युद्धविराम लागू है, फिर भी ऑपरेशन आज भी जारी है
– ग्लेशियर पर चरम मौसम सबसे बड़ा दुश्मन है।
– इस आपरेशन में करीब 1,150 सैनिकों ने अपनी जान गंवाई है, जिनमें से अधिकांश अत्यधिक मौसम की मार के कारण मारे गए हैं।

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4. सुप्रीम कोर्ट ने ‘जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों के खिलाफ अधिकार’ को शामिल करने के लिए संविधान के किस अनुच्छेद के दायरे का विस्तार किया?
The Supreme Court expanded the scope of which article of the Constitution to include ‘rights against adverse effects of climate change’?

a. अनुच्छेद 14
b. अनुच्छेद 21
c. अनुच्छेद 22
d. a और b दोनों

Answer: d. a और b दोनों (अनुच्छेद 14 और अनुच्छेद 21)

– अनुच्छेद 14 : समानता का अधिकार
– अनुच्छेद 21 : जीवन का अधिकार

– सुप्रीम कोर्ट ने 6 अप्रैल 2024 को कहा कि इसे अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार) और 21 (जीवन का अधिकार) द्वारा मान्यता प्राप्त है।
– यह फैसला लुप्तप्राय ग्रेट इंडियन बस्टर्ड प्रजाति (एक पक्षी) के अस्तित्व से जुड़े एक मामले में आया है।

क्या है ग्रेट इंडियन बस्टर्ड का मामला
– यह मामला 19 अप्रैल 2021 से सामने आया, जब सुप्रीम कोर्ट ने राजस्‍थान में लगभग 99,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में ओवरहेड (जमीन से ऊपर) ट्रांसमिशन लाइनों की स्थापना पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था।
– और ओवरहेड ट्रांसमिशन लाइनों को भूमिगत (अंडरग्राउंड) बिजली लाइनों में बदलने पर विचार किया था।
– ऐसा क्‍यों किया: दरअसल ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (GIB) विलुप्तप्राय पक्षी है। यह राजस्थान का राज्य पक्षी है।
– आमतौर पर यह राजस्थान और गुजरात में पाया जाता है।
– सौर ऊर्जा की ट्रांसमिशन लाइन की वजह से इन पक्षियों के जीवन पर संकट बढ़ गया है।
– इन पक्षियों की आखें सिर के दो कोनों पर होती हैं।
– इसलिए ये पक्षी सामने ठीक से नही देख पाते हैं।
– और तार से टकराकर करंट से मर जाते हैं।
– सुप्रीम कोर्ट ने पक्षियों को लेकर चिंता व्‍यक्‍त की। और साथ ही यह भी कहा कि लोगों को भी बिजली सप्‍लाई जरूरी है, क्‍योंकि इससे आर्थिक विकास प्रभावित होता है।
– समानता के लिए भी बिजली सप्‍लाई जरूरी है।
– इसके बाद पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, बिजली मंत्रालय और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट से संपर्क किया और अपने निर्देशों में संशोधन की मांग की।
– मार्च 2024 में एक और याचिका के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने एक टिप्पणी दी कि जलवायु परिवर्तन संवैधानिक अधिकार को प्रभावित कर रहा है।

सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी में क्‍या कहा या क्‍या रहा फैसला
– इस फैसले के लिए मार्च 2024 में तीन जजों की एक पीठ बनाई। इसके अध्‍यक्ष डी.वाई. चंद्रचूड़ हैं।
– सुप्रीम कोर्ट ने 6 अप्रैल 2024 को टिप्पणी में कहा कि संविधान के – अनुच्छेद 48A : में प्रावधान है कि राज्य पर्यावरण की रक्षा और सुधार करने और देश के जंगलों और वन्यजीवों की रक्षा करने का प्रयास करेगा।
– अनुच्छेद 51A : के खंड (G) में कहा गया है कि जंगलों, झीलों, नदियों और वन्यजीवों सहित प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा और सुधार करना और जीवित प्राणियों के प्रति दया रखना भारत के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य होगा।
नोट: अनुच्छेद 48A : नीति निदेशक तत्‍व से संबंधित है। (ये मौलिक आधिकार की तरह नहीं था।)
– अनुच्छेद 51A : के खंड (G) में यही समस्‍या है।
– ये अनुच्‍छेद न्‍याय उचित नहीं थे, इनको लागू करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जा नहीं सकते थे।

जलवायु परिवर्तन से जुड़ी चिंताओ के लिए कोई व्‍यापक कानून था या नहीं
– सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि भारत में जलवायु परिवर्तन से जुड़ी चिंताओ के लिए कोई व्‍यापक कानून नहीं है।
– “हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि भारत के लोगों को जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों के खिलाफ अधिकार नहीं है।”
– इसके लिए बिल्‍कुल अधिकार है।

सुप्रीम कोर्ट ने यह अधिकार कैसे सुनिश्चित किया?
– सुप्रीम कोर्ट ने मौलिक अधिकार का विस्‍तार करके सुनिश्चित किया।
– मौलिक अधिकार, संविधान के भाग 3 (अनुच्छेद 12 से 35) तक हैं।
– इनमें से अनुच्‍छेद 14 और अनुच्‍छेद 21 में विस्‍तार किया गया है।
– अनुच्‍छेद 14 : समानता का अधिकार
– अनुच्‍छेद 21 : जीवन का अधिकार

मौलिक अधिकार का विस्‍तार कैसे
– एक स्‍वच्‍छ पर्यावरण के बिना जीवन का अधिकार महसूस नहीं किया जा सकता।
– अनुच्‍छेद 21 के अंतर्गत स्‍वास्‍थ्‍य का अधिकार वायु प्रदूषण, वेक्टर जनित बीमारियों में बदलाव, बढ़ते तापमान, सूखा, फसल की विफलता के कारण खाद्य आपूर्ति में कमी, तूफान जैसे कारकों के कारण प्रभावित होता है। इन सब के पीछे कारण जलवायु परिवर्तन है।
– मतलब हम जलवायु परिवर्तन से अच्‍छे से निपट लें तो स्‍वास्‍थ्‍य का अधिकार बेहतर तरीके के से हमें मिल सकेगा।
– लेकिन वंचित समुदाय, जलवायु परिवर्तन अनुकूल होने या इसके प्रभावों से निपटने में असमर्थत हैं। [समानता के अधिकार (अनुच्‍छेद 14)]
– अब यहां समझने की बात है, कि कोई तो इन प्रभावों से निपट सकता है और कोई नहीं निपट सकता है।
– मतलब यहां समानता नहीं दिखाई देती है।
– इसलिए ये दोनों बात या दोनों अनुच्‍छेद विस्‍तार देती हैं।

इंडियन बस्टर्ड के बारे में
– ग्रेट इंडियन बस्टर्ड या GIB राजस्थान का राज्य पक्षी है।
– इसे भारत का सबसे गंभीर रूप से लुप्तप्राय पक्षी भी माना जाता है।
– यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित है।

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5. एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (ACI) के अनुसार दुनिया के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट की लिस्ट में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डा, दिल्ली की रैंक क्या है?
What is the rank of Indira Gandhi International (IGI) Airport, Delhi in the list of world’s busiest airports according to Airports Council International (ACI)?

a. 18वीं
b. 12वीं
c. 10वीं
d. 11वीं

Answer: c. 10वीं

– दुनिया के सबसे व्‍यस्‍त एयरपोर्ट को लेकर एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) की ओर से वर्ष 2023 के लिए रैंकिंग जारी की गई है।
– इसमें इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) 10वीं रैंक पर है।
– आईजीआई ने वर्ष 2023 में 7.22 करोड़ से अधिक यात्रियों को संभालते हुए टॉप 10 सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में अपना स्थान बनाए रखा।

टॉप 5 व्‍यस्‍त एयरपोर्ट
– अमेरिका का अटलांटा लगातार यात्रियों की संख्‍या में पहले स्‍थान पर है।
– वर्ष 2023 में यहां से 10.47 करोड़ यात्रियों ने सफर किया।
– दूसरे नंबर पर दुबई एयरपोर्ट है जहां 8.7 करोड़
यात्रियों ने सफर किया।
– अमेरिका का डलास फोर्ट वर्थ अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट तीसरे स्‍थान पर है।
– लंदन का एयरपोर्ट चौथे स्‍थान पर है।
– पांचवे नंबर पर टोक्‍यो अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है।

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6. स्काईट्रैक्स वर्ल्‍ड एयरपोर्ट अवार्ड्स 2024 का ताज किसके नाम रहा?
Who was crowned Skytrax World Airport Awards 2024?

a. सिएटल-टैकोमा एयरपोर्ट
b. सिंगापुर चांगी एयरपोर्ट
c. हमाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट
d. दुबई एयरपोर्ट

Answer: c. हमाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट (दोहा, कतर)

– दुनिया के सबसे बेस्ट एयरपोर्ट की लिस्ट जारी हो गई है।
– दोहा के हमाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पहला स्‍थान मिला है।
– सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट को दूसरा स्‍थान मिला।

टॉप 5 एयरपोर्ट
– दोहा हमाद
– सिंगापुर चांगी
– सियोल इंचियोन
– टोक्यो हानेडा
– टोक्यो नारिता

भारतीय हवाई अड्डों के बारे में
– सिर्फ चार भारतीय हवाईअड्डे टॉप 100 लिस्ट में जगह बना सके।
– दिल्ली हवाईअड्डे ने सूची में 36वां स्थान बरकरार रखा है।
– जबकि मुंबई हवाईअड्डे की रैंक पिछले साल के 84वें स्थान से गिरकर 95वें स्थान पर आ गई है।
– बेंगलुरु हवाईअड्डे ने 10 रैंक की छलांग लगाई, जो पिछले साल के 69वें से बढ़कर 59वें स्थान पर पहुंचा।
– हैदराबाद हवाईअड्डा 2023 में 65वें सर्वश्रेष्ठ हवाईअड्डे से बढ़कर 61वें स्थान पर पहुंच गया।

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7. स्काईट्रैक्स की रिपोर्ट के अनुसार ‘सर्वश्रेष्ठ हवाईअड्डा कर्मचारी’ का पुरस्कार किसने जीता?
Who won the ‘Best Airport Employee’ award in India and South Asia as per Skytrex report?

a. मुंबई
b. हैदराबाद
c. चेन्‍नई
d. बेंगलुरू

Answer: b. हैदराबाद

– GMR हैदराबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने स्काईट्रैक्स द्वारा ‘भारत और दक्षिण एशिया में सर्वश्रेष्ठ एयरपोर्ट स्टाफ 2024’ का पुरस्कार जीता है।
– इस पुरस्कार की घोषणा 17 अप्रैल 2024 को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में पैसेंजर टर्मिनल एक्सपो में आयोजित एक समारोह में की गई थी।
– हैदराबाद हवाई अड्डा भारत और दक्षिण एशिया के हवाई अड्डों में नंबर एक है।

– यह पुरस्कार ऑडिट और मूल्यांकन के परिणाम पर आधारित है।
– इनमें हवाईअड्डे पर अग्रिम पंक्ति के पदों पर दी जाने वाली स्टाफ सेवा की संयुक्त गुणवत्ता (रवैया, मित्रता, दक्षता) शामिल है।

कौन देता है
– स्काईट्रैक्स एक वैश्विक हवाई परिवहन रेटिंग संगठन है, जो 1989 से दुनिया भर के हवाई अड्डों और एयरलाइनों का मूल्यांकन कर रहा है। – यह आकलन के आधार पर 1 से 5 स्टार तक रेटिंग देता है।

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8. राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस कब मनाया जाता है?
When is National Civil Services Day celebrated?

a. 23 अप्रैल
b. 22 अप्रैल
c. 21 अप्रैल
d. 20 अप्रैल

Answer: c. 21 अप्रैल

– यह दिवस ऐसे लोक सेवकों को समर्पित है, जो देश की प्रगति के लिए कार्य करते हैं।
– दरअसल, इसी दिन 21 अप्रैल 1947 को भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने नव नियुक्त और गठित प्रशासनिक सेवा अधिकारियों को संबोधित किया था।
– सरदार पटेल का भाषण नई दिल्ली में आयोजित हुआ था, इस दौरान उन्होंने सिविल सेवकों को “भारत के स्टील फ्रेम” कहा था।
– इसका अर्थ है कि सरकार के विभिन्न स्तरों पर कार्यरत सिविल सेवक देश की प्रशासनिक व्यवस्था के सहायक स्तंभ के रूप में कार्य करते हैं।
– इससे पहले, ब्रिटिश शासन के दौरान, सिविल सेवाओं का नाम भारतीय सिविल सेवा था जिसे बाद में अखिल भारतीय सेवाओं में बदल दिया गया था।

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9. 16वां विश्व भविष्य ऊर्जा शिखर सम्मेलन का आयोजन किस शहर में हुआ?
In which city was the 16th World Future Energy Summit held?

a. तेल अवीव (इजरायल)
b. अबू धाबी (UAE)
c. गोवा (भारत)
d. न्‍यूयार्क (USA)

Answer: b. अबू धाबी (UAE)

– कब से कब तक आयोजन : 16-18 अप्रैल 2024
– शिखर सम्मेलन का उद्देश्य वैश्विक जलवायु कार्रवाई, नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास जैसे प्रमुख मुद्दों पर बातचीत को बढ़ावा देना है।

UAE
– राजधानी – आबू धाबी
– राष्‍ट्रपति – मोहम्‍मद बिन जायद अल नाह्यान
– प्रधानमंत्री – मोहम्‍मद बिन राशि अल मकतूम
– मुद्रा – UAE दिरहम

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10. किस राज्य में Submersible Platform for Acoustic Characterization and Evaluation (SPACE) का उद्घाटन अप्रैल 2024 में किया गया?
In which state Submersible Platform for Acoustic Characterization and Evaluation (SPACE) was inaugurated in April 2024?

a. केरल
b. बिहार
c. राजस्‍थान
d. ओडीशा

Answer: a. केरल (इडुक्की)

– DRDO के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने केरल के इडुक्की में इसका उद्घाटन किया।
– इसकी स्‍थापना DRDO की नौसेना भौतिक एवं समुद्र विज्ञान प्रयोगशाला ने अंतरिक्ष की स्थापना की।
– यह सुविधा जहाजों, पनडुब्बियों और हेलीकॉप्टरों सहित विभिन्न प्रकार के जहाजों पर भारतीय नौसेना द्वारा उपयोग की जाने वाली सोनार प्रणालियों के परीक्षण और मूल्यांकन के लिए एक केंद्र है।


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