30 अप्रैल 2024 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण

यह 30 अप्रैल 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. किस कंपनी ने ब्रिटिश कोर्ट में कबूला कि उसकी कोविड-19 वैक्‍सीन से हार्ट अटैक और स्‍ट्रोक का खतरा है?
Which company admitted in the British court that its covid-19 vaccine poses a risk of heart attack and stroke?

a. भारत बायोटेक
b. जाइडस कैडिला
c. एस्ट्राजेनेका
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: c. एस्ट्राजेनेका

– ब्रिटेन की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि उनकी कोविड-19 वैक्सीन से खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। हालांकि, ऐसा बहुत रेयर (दुर्लभ) मामलों में ही होगा।
– एस्ट्राजेनेका का जो फॉर्मूला था उसी से भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ने कोवीशील्ड नाम से वैक्सीन बनाई है।
– एस्ट्राजेनेका ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ वैक्सीन बनाई थी।

वैक्‍सीन से क्‍या साइड इफेक्‍ट?
– ब्रिटिश हाइकोर्ट में जमा किए गए दस्तावेजों में कंपनी ने स्वीकार किया कि उनकी कोरोना वैक्सीन से बहुत ही दुर्लभ मामलों में थ्रॉम्बोसिस थ्रॉम्बोसाइटोपीनिया सिंड्रोम यानी TTS हो सकता है।
– इस बीमारी से शरीर में खून के थक्के जम जाते हैं और प्लेटलेट्स की संख्या गिर जाती है।
– इसकी वजह से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का भी खतरा होता है।

– खून के थक्के शरीर के विभिन्न हिस्सों में हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:-
— मस्तिष्क (सेरेब्रल वेनस साइनस थ्रोम्बोसिस या सीवीएसटी कहा जाता है)
— पेट (स्प्लेनचेनिक नस थ्रोम्बोसिस)
— फेफड़े (फुफ्फुसीय अन्त: शल्यता)
— अंग शिराएँ (गहरी शिरा थ्रोम्बोसिस(DVT))
— धमनियां (धमनी थ्रोम्बोसिस)

एस्ट्राजेनेका के खिलाफ मुकदमा
– कंपनी के खिलाफ हाइकोर्ट में 51 केस पर मुकदमा चल रहा है।
– पीड़ितों ने एस्ट्राजेनेका से करीब 1 हजार करोड़ का हर्जाना मांगा है।
– दरअसल, अप्रैल 2021 में जेमी स्कॉट नाम के शख्स ने यह वैक्सीन लगवाई थी।
– इसके बाद उनकी हालत खराब हो गई। शरीर में खून के थक्के बनने का सीधा असर उनके दिमाग पर पड़ा।
– उनके ब्रेन में इंटर्नल ब्लीडिंग भी हुई।
– वर्ष 2023 में स्कॉट ने एस्ट्राजेनेका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
– मई 2023 में स्कॉट के आरोपों के जवाब में कंपनी ने दावा किया था कि उनकी वैक्सीन से TTS (थ्रॉम्बोसिस थ्रॉम्बोसाइटोपीनिया सिंड्रोम) नहीं हो सकता है।
– हालांकि, इस साल फरवरी में हाइकोर्ट में जमा किए कानून दस्तावेजों में कंपनी इस दावे से पलट गई।

ब्रिटेन में नहीं इस्तेमाल हो रही एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन
– इस वैक्सीन का इस्तेमाल अब ब्रिटेन में नहीं हो रहा है। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, बाजार में आने के कुछ महीनों बाद वैज्ञानिकों ने इस वैक्सीन के खतरे को भांप लिया था।
– इसके बाद यह सुझाव दिया गया था कि 40 साल से कम उम्र के लोगों को दूसर वैक्सीन का भी डोज दिया जाए। ऐसा इसलिए क्योंकि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन से होने वाले नुकसान कोरोना के खतरे से ज्यादा थे।

वैज्ञानिकों ने अप्रैल 2021 में वैक्सीन से होने वाली बीमारी की पहचान की
– वैज्ञानिकों ने सबसे पहले मार्च 2021 में एक नई बीमारी वैक्सीन-इंड्यूस्ड (वैक्सीन से होने वाली) इम्यून थ्रॉम्बोसिस थ्रॉम्बोसाइटोपीनिया सिंड्रोम (VITT) की पहचान की थी।
– पीड़ितों से जुड़े वकील ने दावा किया है कि VITT असल में TTS का ही एक सबसेट है। हालांकि, एस्ट्राजेनेका ने इसे खारिज कर दिया।

भारत में भी सवाल उठ रहे
– सोशल मीडिया पर लगातार कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें कोई व्‍यक्ति डांस करते करते, तो कोई चलते-चलते अचानक गिर जाता है और उसकी मौत हार्ट अटैक से हो जाती है।

भारत सरकार ने खारिज किया था साइड इफेक्‍ट का मामला
– भारत के CDSCO सेंट्रल ड्रग स्‍टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन) ने कोविड-19 के वैक्‍सीन से कुछ साइड इफेक्‍ट की बात मानी थी। जिसमें सिरदर्द, थकान, ठंड लगना जैसी सामान्‍य से लक्षण थे, जो अन्‍य वैक्‍सीन की वजह से भी होते हैं।
– लेकिन किसी अन्‍य साइड इफेक्‍ट को CDSCO ने खारिज कर दिया था।

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2. केंद्र सरकार ने “भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी” (IREDA) को किस रत्‍न का दर्जा दिया?
Which Ratna status was given by the Central Government to “Indian Renewable Energy Development Agency” (IREDA)?

a. महारत्‍न
b. नवरत्‍न
c. मिनिरत्‍न कैटेगरी-1
d. मिनिरत्‍न कैटेगरी-2

Answer: b. नवरत्‍न

– नवरत्‍न का दर्जा वित्‍त मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक उद्यम विभाग देता है।

इरेडा के बारे में (भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी)
– सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है जो उन परियोजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करता है जो ताजा और टिकाऊ स्रोतों का उपयोग करके बिजली का उत्पादन करते हैं।
– इसे नवरत्न का दर्जा देना भारत के महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
– “नवरत्न” का दर्जा दिए जाने से, कंपनियों को बाजार की विश्वसनीयता बढ़ाने और बड़े आकार की पीपीपी परियोजनाएं शुरू करने में लाभ होगा।
– कंपनी के पास अब सरकार से पूर्व अनुमोदन के बिना 1,000 करोड़ रुपये तक का निवेश करने का अधिकार होगा, जिससे तेजी से निर्णय लेने और परियोजना निष्पादन की अनुमति मिलेगी।

IREDA
– स्‍थापना: मार्च 1987
– मुख्‍यालय: नई दिल्ली

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3. केंद्र सरकार ने “नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड” (NFL) को किस रत्‍न का दर्जा दिया?
Which Ratna status was given by the Central Government to “National Fertilizers Limited” (NFL)?

a. महारत्‍न
b. नवरत्‍न
c. मिनिरत्‍न कैटेगरी-1
d. मिनिरत्‍न कैटेगरी-2

Answer: b. नवरत्‍न

– यह कंपनी उर्वरक और रसायन बनाती है और संबद्ध सेवाएं प्रदान करती है।

नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (NFL)
– स्‍थापना: 1974
– मुख्यालय: नोएडा, उत्तर प्रदेश
– मुख्‍य उत्‍पाद: यूरिया, नीम-लेपित यूरिया, जैव-उर्वरक, अमोनिया, नाइट्रिक एसिड, अमोनियम नाइट्रेट, सोडियम नाइट्राइट और सोडियम नाइट्रेट
– अन्‍य उत्‍पाद: प्रमाणित गुणवत्ता वाले बीज, कम्पोस्ट/वर्मीकम्पोस्ट खाद, कीटनाशक/शाकनाशी, और बेंटोनाइट सल्फर

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4. केंद्र सरकार ने “हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड” (HUDCO) को किस रत्‍न का दर्जा दिया?
Which Ratna status was given by the Central Government to “Housing and Urban Development Corporation Limited” (HUDCO)?

a. मिनिरत्‍न कैटेगरी-2
b. मिनिरत्‍न कैटेगरी-1
c. नवरत्‍न
d. महारत्‍न

Answer: c. नवरत्‍न

– अप्रैल 2024 तक नवरत्‍न कंपनियों की संख्‍या बढ़कर 19 हो गई है।
– HUDCO भारत में एक सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है जो बुनियादी ढांचे और आवास परियोजनाओं का वित्तपोषण करता है।
– हुडको को 25 अप्रैल, 1970 को कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत पूर्ण स्वामित्व वाली सरकारी कंपनी के रूप में शामिल किया गया था। कंपनी मामलों के विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार ने 9 दिसंबर, 1996 को हुडको को एक सार्वजनिक वित्तीय संस्थान के रूप में अधिसूचित किया।

HUDCO
– स्‍थापना: 1970
– मुख्‍यालय: नई दिल्ली
– चेयरमैन: संजय कुलश्रेष्‍ठ

देश में PSU / CPSE की कैटेगरी
– महारत्‍न, नवरत्‍न, मिनिरत्‍न कैटेगरी-1 और मिनिरत्‍न कैटेगरी-2
– महारत्न, नवरत्न का दर्जा CPSE यानी सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज कंपनियों के लिए होता है. इसमें प्राइवेट सेक्ट की कंपनियां शामिल नहीं हो सकती हैं

भारत में नवरत्न कंपनियों का दर्जा कब शुरू किया गया?
– वर्ष 1997

देश में महारत्न कंपनियों का दर्जा कब शुरू किया गया?
– वर्ष 2009

महारत्न, नवरत्न और मिनीरत्न का दर्जा मिलने का क्या लाभ है?
– उन्हें विकास का अधिक अवसर मिलता है। महारत्न, नवरत्न और मिनीरत्न कंपनियों को प्रशासनिक स्वायत्तता, निवेश एवं विलय के लिए अधिकार तथा विस्तार हेतु अन्य नीतियों के निर्धारण की स्वतंत्रता प्राप्त होती है।

‘नवरत्‍न’ कंपनियों के नाम की सूची
1. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड
2. कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
3. इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड
4. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड
5. महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड
6. नेशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड
7. राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम लिमिटेड
8. नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन लिमिटेड
9. एनएमडीसी लिमिटेड
10. रेल विकास निगम लिमिटेड
11. राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड
12. शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
13. ONGC विदेश लिमिटेड
14. राष्‍ट्रीय केमिकल्‍स एंड फर्टिलाइजर लिमिटेड
15. इरकॉन
16. राइट्स लिमिटेड
17. इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड (IREDA)
18. नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (NFL)
19. हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (HUDCO)

महारत्न कंपनियों के नाम की सूची
1. भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड
2. भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड
3. कोल इंडिया लिमिटेड
4. गेल इंडिया लिमिटेड
5. हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड
6. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड
7. एनटीपीसी लिमिटेड
8. तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ONGC)
9. पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन
10. पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
11. ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लिमिटेड
12. स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड
13. ऑयल इंडिया लिमिटेड

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5. हांगकांग, सिंगापुर और अमेरिका के अधिकारियों ने भारतीय कंपनियों के मसालों में कौन सा कीटनाशक पाया गया, जिससे कैंसर का खतरा होता है?
Hong Kong, Singapore and America authorities have found which pesticide in the spices of Indian companies, which causes cancer?

a. इथिलीन ऑक्साइड
b. बेंजीन
c. आर्सेनिक
d. विनाइल क्लोराइड

Answer: a. इथिलीन ऑक्साइड

– हांगकांग और सिंगापुर के अधिकारियों ने भारत के दो शीर्ष निर्माताओं, एमडीएच और एवरेस्ट से चार मसाला मिश्रण को लौटा दिया, क्योंकि उनमें कार्सिनोजेन एथिलीन ऑक्साइड का उच्च स्तर पाया गया था।

एथिलीन ऑक्साइड क्‍या है?
– एथिलीन ऑक्साइड एक कीटनाशक है जिसे इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर द्वारा समूह 1 कार्सिनोजेन के रूप में वर्गीकृत किया गया है ।
– यह एक रंगहीन, अत्यधिक ज्वलनशील और अत्यधिक प्रतिक्रियाशील गैस है जो बैक्टीरिया, वायरस और कवक को मार देती है
– इसका उपयोग मसाला उद्योग द्वारा ई. कोली और साल्मोनेला जैसे सूक्ष्मजीवी संदूषण को कम करने के लिए धूम्रक के रूप में किया जाता है।
– एथिलीन ऑक्साइड के सेवन से हमारे डीएनए को नुकसान पहुंचा सकता है।
– लंबे समय तक इसका सेवन करने से ल्यूकेमिया, पेट कैंसर और स्तन कैंसर जैसे कैंसर के बढ़ते खतरे से जुड़ा हुआ है। इससे श्वसन संबंधी जलन और फेफड़ों में चोट, सिरदर्द, मतली, उल्टी, दस्त और सांस की तकलीफ भी हो सकती है।

FSSAI ने क्‍या कहा?
– भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) किसी भी खाद्य उत्पाद में एथिलीन ऑक्साइड के उपयोग की अनुमति नहीं देता है।
– FSSAI ने कहा कि उसने भारत में मसालों की जांच करने का फैसला लिया है।

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6. प्रोजेक्ट नीलगिरि तहर किस राज्य सरकार की एक पहल है, जिसके तहत गणना का काम अप्रैल में हुआ?
Project Nilgiri Tahr is an initiative of which state government, under which the census work was done in April?

a. बिहार
b. पंजाब
c. केरल
d. तमिलनाडु

Answer: d. तमिलनाडु

नीलगिरि तहर
– यह पशु तमिलनाडु और केरल राज्य में नीलगीरि पर्वत और पश्चिमी घाट के दक्षिणी भाग में पाया जाता है।
– इसका स्थानीय नाम साकिन है।
– यह जगली बकरी और भेड़ के निकट संबंधी है

तीन दिवसीय नीलगिरि तहर गणना
– 29 अप्रैल से एक मई 2024 तक नीलगिरि तहर की गणना हुई।
– इसमें इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) तीसरे पक्ष के पर्यवेक्षक के रूप में भूमिका निभाई।
– इसके तहत नीलगिरि तहर की आबादी का अनुमान लगाने का पहला समन्वित प्रयास है।
– प्रोजेक्ट नीलगिरि तहर, 2022 में शुरू हुआ था और 2027 तक चलेगा। इसका लक्ष्य प्रजातियों की सुरक्षा करना और उनका अस्तित्व सुनिश्चित करना है।
– यह परियोजना वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत तहर को संरक्षित करेगी।
– तहर तमिलनाडु का राजकीय पशु भी है।

IUCN (International Union for Conservation of Nature)
– स्थापना: 5 अक्टूबर 1948
– मुख्यालय: ग्लैंड, स्विट्जरलैंड

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7. किस अंतर्राष्‍ट्रीय संगठन ने शरणार्थियों और विस्थापित लोगों को जलवायु संबंधी झटकों से बचाने के लिए जलवायु लचीलापन कोष लॉन्च किया?
Which international organization launched the Climate Resilience Fund to protect refugees and displaced people from climate-related shocks?

a. वर्ल्‍ड बैंक
b. WHO
c. यूनिसेफ
d. UNHCR

Answer: d. UNHCR (संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त / United Nations High Commissioner for Refugees)

– संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (UNHCR) ने 24 अप्रैल, 2024 को UNHCR जलवायु लचीलापन कोष लॉन्च किया।
– इसका लक्ष्य शरणार्थियों और विस्थापित समुदायों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से बचाने और जलवायु-संबंधी उपायों में उनके समावेश को बढ़ावा देने के लिए फंड जुटाना है।
– वर्ष 2025 तक 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाने का लक्ष्‍य है।
– इसके जरिए बांग्लादेश, चाड, इथियोपिया, केन्या और मोज़ाम्बिक सहित संघर्ष-संबंधी विस्थापन से जूझ रहे देशों को मदद दी जाएगी।
– यह कोष जलवायु-लचीले आश्रयों, जलवायु-स्मार्ट आजीविका और मानवीय प्रतिक्रियाओं के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में निवेश करेगा।
– जलवायु परिवर्तन की वजह से बड़ी संख्‍या में लोग शरणार्थी बनकर दूसरे देशों में जा रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (UNHCR) के बारे में:
– यह यूनाइटेड नेशन्‍स इकोनॉमिक एंड सोशल काउंसिल का हिस्‍सा है।
– उच्चायुक्त – फ़िलिपो ग्रांडी
– स्थापना – 1950
– मुख्यालय – जिनेवा, स्विट्जरलैंड

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8. ICC पुरुष T20 वर्ल्ड कप 2024 इवेंट के लिए ब्रांड एंबेसडर निम्न में से किसे नियुक्त किया?
Who among the following has been appointed as the brand ambassador for the ICC Men’s T20 World Cup 2024 event?

a. युवराज सिंह
b. क्रिस गेल
c. उसैन बोल्‍ट
d. उपरोक्‍त सभी

Answer: d. उपरोक्‍त सभी (युवराज सिंह, क्रिस गेल, उसैन बोल्‍ट)

– ICC ने युवराज सिंह को 26 अप्रैल 2024 में ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया।
– इनसे पहले ICC उसैन बोल्‍ट और क्रिस गेल को भी ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया था।
– मतलब ICC पुरुष T20 वर्ल्ड कप 2024 के तीन ब्रांड एंबेसडर हैं।

1. युवराज सिंह – टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर
2. क्रिस गेल – वेस्ट इंडिज टीम के सलामी बल्लेबाज
2. उसैन बोल्‍ट – अंतर्राष्ट्रीय धावक (runner) और आठ बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता हैं। वह दुनिया के सबसे तेज धावक (runner) हैं। जमैका के निवासी हैं।

ICC पुरुष T20 वर्ल्ड कप 2024
– आयोजन कब : 1 से 29 जून 2024
– कहां : वेस्टइंडीज़, यूएसए
– संस्‍करण : नौवां
– कितनी टीम : 20 टीम
– कितने मैच : 55 मैच
– 1st मैच : ग्रैंड प्रेयरी क्रिकेट स्टेडियम, डलास (USA)
– फाइनल : केंसिंग्टन ओवल स्टेडियम : बारबाडोस
– पुरुष T20 वर्ल्ड कप का आयोजन हर दो साल में एक बार होता है।

नोट: आठवां या पिछला संस्‍करण : 16 अक्टूबर से 13 नवंबर 2022 तक ऑस्ट्रेलिया.

ICC (International Cricket Council)
– यह दुनिया में क्रिकेट को कंट्रोल करने वाली बॉडी है
– मुख्यालय: दुबई, यूएई
– स्थापना: 15 जून 1909
– चेयरमैन: ग्रेग बार्कले
– सीईओ: ज्योफ एलार्डिस

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9. किस राज्‍य के ‘टेल वैली वन्यजीव अभ्यारण्य’ में ‘नेप्टिस फिलेरा’ नामक एक दुर्लभ तितली प्रजाति की खोज की गई?
A rare butterfly species named ‘Neptis philyra’ was discovered in ‘Tail Valley Wildlife Sanctuary’ of which state?

a. असम
b. अरुणाचल प्रदेश
c. उत्‍तर प्रदेश
d. राजस्‍थान

Answer: b. अरुणाचल प्रदेश

– लॉन्ग-स्ट्रीक सेलर के रूप में भी जाना जाता है।
– इस प्रजाति को भारत में पहली बार देखा गया है। आम तौर पर यह व्यापक रूप से अफ्रीका से आस्ट्रेलिया में देखी जाती है। पूर्वी एशिया में पूर्वी साइबेरिया, कोरिया, जापान, ताइवान, मध्य और दक्षिणपूर्व चीन आदि में भी इसे देखा गया था।
– इस प्रजाति के दाँतेदार पंख होते हैं, जो ऊपरी तरफ गहरे भूरे-काले और नीचे की तरफ पीले-भूरे रंग के होते हैं।
– अग्र पंख में एक सफेद कोशिका रेखा है जो अंतरिक्ष में धब्बों के साथ “हॉकी स्टिक” का निशान बनाती है।

अरुणाचल प्रदेश
राजधानी: ईटानगर
सीएम: पेमा खांडू
गवर्नर: कैवल्य त्रिविक्रम परनाइक

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10. UAE के प्रधानमंत्री ने दुबई में दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनने की घोषणा अप्रैल 2024 में की, इस नए एयरपोर्ट का नाम बताएं?
The Prime Minister of UAE announced in April 2024 the construction of the world’s largest airport in Dubai. Name this new airport?

a. अल ऐन इंटरनेशनल एयरपोर्ट
b. अबु धाबी इंटरनेशनल एयरपोर्ट
c. अल मखतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट
d. शारजाह इंटरनेशनल एयरपोर्ट

Answer: c. अल मखतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट (दुबई)

– UAE के प्रधानमंत्री ने शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मखतूम ने 28 अप्रैल को इसकी जानकारी दी।
– प्रधानमंत्री कहा कि दुबई में नए एयरपोर्ट के डिजाइन को मंजूरी दे दी गई है।
– कितनी लागत : लगभग 35 बिलियन अमेरिकी डॉलर (2.9 लाख करोड़ रुपये)

एयरपोर्ट कितना बड़ा होगा?
– ये एयरपोर्ट दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 5 गुना बड़ा होगा। – इस एयरपोर्ट का कुल एरिया 70 स्‍वायर किलोमीटर है।
– इस एयरपोर्ट में 400 टर्मिनल गेट और 5 समानांतर रनवे (parallel runways) होंगे। यानी यहां पर 5 एयरोप्‍लेन एक साथ टेकऑफ या लैंड कर सकेंगे।
– प्रतिवर्ष यहां से करीब 26 करोड़ यात्री यात्रा कर सकेंगे।
– एयरपोर्ट को बनाने का टारगेट अगले 10 वर्ष रखा है।
– ये फैसला ज्‍यादा दुबई एयरपोर्ट पर भीड़ को संभालने के लिए लिया गया है।

टॉप 5 व्‍यस्‍त एयरपोर्ट (एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (ACI) के अनुसार)
– अमेरिका का अटलांटा यात्रियों की संख्‍या में पहले स्‍थान पर है। यहां से 10.47 करोड़ यात्रियों ने सफर किया।
– दूसरे नंबर पर दुबई एयरपोर्ट है, जहां 8.7 करोड़
यात्रियों ने सफर किया।
– अमेरिका का डलास फोर्ट वर्थ अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट तीसरे स्‍थान पर है।
– लंदन का एयरपोर्ट चौथे स्‍थान पर है।
– पांचवे नंबर पर टोक्‍यो अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है।

नोट: इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) 10वीं रैंक पर है। दिल्‍ली के पास यूपी के नोएडा में इंटरनेशनल

UAE
– राजधानी – आबू धाबी
– राष्‍ट्रपति – मोहम्‍मद बिन जायद अल नाह्यान
– प्रधानमंत्री – मोहम्‍मद बिन राशि अल मकतूम
– मुद्रा – UAE दिरहम


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