18 & 19 फरवरी 2024 करेंट अफेयर्स – इसरो ने रॉकेट ‘नॉटी बॉय’ का नाम बदला

यह 18 & 19 फरवरी 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. इसरो ने GSLV-F14 रॉकेट से सैटेलाइट INSAT-3DS को फरवरी 2024 में लॉन्‍च किया, यह किस तरह का सैटेलाइट है?
ISRO launched satellite INSAT-3DS from GSLV-F14 rocket in February 2024, what kind of satellite is this?

a. सैन्‍य खूफिया
b. मौसम विज्ञान
c. टेलिकम्‍यूनिकेशन
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: b. मौसम विज्ञान

– इन्सैट-3डीएस – यह इसरो द्वारा निर्मित मौसम विज्ञान सैटेलाइट है।
– GSLV – जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल

INSAT-3DS की खासियत
– यह सैटेलाइट बेहतर मौसम संबंधी अवलोकन (observations), मौसम की भविष्यवाणी के लिए भूमि और समुद्र की सतहों की निगरानी और आपदा चेतावनी के लिए डिज़ाइन किया गया है।
– सैटेलाइट वर्तमान में संचालित INSAT-3D और INSAT-3DR इन-ऑर्बिट सैटेलाइट्स के साथ मौसम संबंधी सेवाओं को बढ़ाएगा।

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2. इसरो ने किस रॉकेट का उपनाम ‘नॉटी बॉय’ से बदलकर ‘डिसिप्लिन्‍ड बॉय’ कर दिया?
ISRO changed the nickname of which rocket from ‘Naughty Boy’ to ‘Disciplined Boy’?

a. GSLV
b. PSLV
c. GGSV
d. उपरोक्‍त सभी

Answer: a. GSLV

– द हिन्‍दू न्‍यूज पेपर के अनुसार GSLV-F14 / INSAT-3DS मिशन निदेशक टॉमी जोसेफ ने कहा कि GSLV एक ‘डिसिप्लिन्‍ड बॉय’ बन गया है।
– टॉमी जोसेफ ने जीएसएलवी-एफ14 की सफलता के बाद ऐसा कहा है।

इन्सैट-3डीएस को किस कक्षा में स्‍थापित किया?
– जीएसएलवी ने 17 फरवरी 2024 को इन्सैट-3डीएस मौसम उपग्रह को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (जीटीओ) में स्थापित किया।

GSLV रॉकेट को ‘नॉटी बॉय’ क्यों कहा जाता था?


– अपनी अनियमित सफलता दर के लिए अक्सर इसे ‘नॉटी बॉय’ कहते थे।
– GSLV रॉकेट के साथ पिछले 15 प्रक्षेपणों में से कम से कम चार असफल रहे हैं। इसकी तुलना में, वर्कहॉर्स पीएसएलवी (पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल) के अब तक के 60 मिशनों में से केवल तीन असफल, और इसके सक्‍सेसर एलवीएम-3 के सात में से कोई भी फेल नहीं हुआ है।
– इसका संबंध रॉकेट के क्रायोजेनिक स्‍टेज से है।

इसरो
– मुख्यालय : बेंगलुरु, कर्नाटक
– स्‍थापना : 15 अगस्त 1969
– चेयरमैन : एस सोमनाथ
– पहले चेयरमैन : विक्रम साराभाई

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3. एयरपोर्ट पर दुनिया का पहला ग्रीन हाइड्रोजन प्‍लांट भारत में कहां स्‍थापित करने के लिए BPCL और CIAL ने MoU साइन किया?
Where in India did BPCL and CIAL sign MoU to set up the world’s first green hydrogen plant at the airport?

a. कोचिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट
b. चेन्‍नई इंटरनेशनल एयरपोर्ट
c. गया एयरपोर्ट
d. कैंपागौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट

Answer: a. कोचिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट

– BPCL: भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड
– CIAL: कोचिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड
– दोनों संगठनों ने फरवरी 2024 में कोचिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट में ग्रीन हाइड्रोजन प्‍लांट स्‍थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्‍ताक्षर किए।
– यह किसी एयरपोर्ट पर दुनिया का पहला ग्रीन हाइड्रोजन प्‍लांट होगा।
– नोट – कोच्चि का पुराना नाम कोचीन है। इसी नाम से यहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। कोच्चि केरल के एर्नाकुलम जिले का एक शहर है।

क्या है ग्रीन हाइड्रोजन?
– ग्रीन हाइड्रोजन पारंपरिक ईंधन का एक ऑप्शन है जिसे किसी भी व्हीकल पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
– ग्रीन हाइड्रोजन एक शून्य-उत्सर्जन ईंधन है। यानी इससे कोई प्रदूषण नहीं होगा।
– हाइड्रोजन ईंधन कई प्रकार के होते हैं – ग्रे, ब्‍लू, ब्राउन और ग्रीन।
– ग्रीन हाइड्रोजन को बनाने के लिए सोलर पावर या विंड एनर्जी से प्राप्‍त इलेक्ट्रिसिटी का इस्‍तेमाल होता है। इसलिए इसे ग्रीन कहते हैं।

कैसे ‘ग्रीन हाइड्रोजन’ का उत्‍पादन होता है?
– ग्रीन हाइड्रोजन इलेक्‍ट्रोलाइजर, Renewable energy (अक्षय ऊर्जा) से चलेगा। मतलब विंड एनर्जी या सोलर एनर्जी।
– यह पानी (H2O) से हाइड्रोजन (H2) और ऑक्‍सीजन को अलग करेगा।
– हाइड्रोजन (H2) को टैंक में स्‍टोर किया जाएगा।

हाइड्रोजन ही क्‍यों?
– पृथ्‍वी में प्रचूर मात्रा में उपलब्‍ध है।
– पेट्रोल से दो से तीन गुना ज्‍यादा बेहतर ऊर्जा मिलती है।
– जीवाश्‍म ईंधन की जगह लेगा।
– भारत की अर्थव्‍यवस्‍था जीवाश्‍म ईंधन के बहुत ज्‍यादा आयात पर निर्भर है।
– जब हाइड्रोजन का इस्‍तेमाल करेंगे, तो अर्थव्‍यवस्‍था को बढ़ाएगा।
– उपयोग परिवहन, लोहा और इस्‍पात और रसायनिक क्षेत्र में।

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4. ‘सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) विधेयक, 2024’ में अधिकतम सजा का क्‍या प्रावधान है?
What is the provision for maximum punishment in the ‘Public Examinations (Prevention of Unfair Means) Bill, 2024’?

a. सात साल कैद और 20 लाख जुर्माना
b. नौ साल कैद और 50 लाख जुर्माना
c. आठ साल कैद और 2 करोड़ जुर्माना
d. दस साल कैद और न्‍यूनतम एक करोड़ जुर्माना

Answer: d. दस साल कैद और न्‍यूनतम एक करोड़ जुर्माना

– संसद के दोनों सदनों से पारित होने के बाद राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू ने 13 फरवरी 2024 को इस विधेयक पर सहमति दी।

पब्लिक एग्जामनेशन (प्रीवेंशन ऑफ अनफेयर मीन्स) बिल 2024
– इस बिल का उद्देश्य “सार्वजनिक परीक्षा प्रणाली में अधिक पारदर्शिता, निष्पक्षता और विश्वसनीयता लाने” के लिए “अनुचित तरीकों” को रोकना है।

बिल के तहत सजा के प्रावधान
– विधेयक में धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने के लिए न्यूनतम तीन से पांच साल की कैद की सजा का प्रस्ताव है और धोखाधड़ी के संगठित अपराधों में शामिल लोगों को पांच से 10 साल की कैद और न्यूनतम 1 करोड़ रुपये का जुर्माना देना होगा।
– यह बिल परीक्षा में धांधली करने में लिप्त अधिकारियों या संगठनों को दंडित करने का प्रावधान करता है।
– विधेयक का उद्देश्य संगठित गिरोहों और संस्थानों को रोकना है जो मौद्रिक लाभ के लिए अनुचित तरीकों में शामिल हैं, लेकिन यह उम्मीदवारों को इसके प्रावधानों से बचाता है।

बिल के तहत अनुचित तरीके (अनफेयर मीन्स) क्या हैं?
– सार्वजनिक परीक्षाओं में अनुचित तरीकों (अनफेयर मीन्स) का मतलब है, पैसे या गलत लाभ से है।
– इसमें प्रश्न पत्र लीक करना, ऐसे लीक में मिलीभगत शामिल है।
– बिना अधिकार के प्रश्न पत्र या ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्निशन रिस्पॉन्स शीट तक पहुँचना या कब्ज़ा लेना।
– ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्निशन रिस्पॉन्स शीट सहित उत्तर पुस्तिकाओं के साथ छेड़छाड़।
– किसी सार्वजनिक परीक्षा के दौरान किसी अनधिकृत व्यक्ति द्वारा पूछे गए एक या अधिक प्रश्नों का समाधान प्रदान करना।
– सार्वजनिक परीक्षा में उम्मीदवार की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सहायता करना।

बिल में कौन से एग्जाम शामिल हैं?
– UPSC (सिविल सर्विज एग्जाम, CDS, CMSE, ESE)
– SSC (स्टाफ सिलेक्शन कमीशन)
– RRB
– IBPS
– JEE (Main)
– NEET-UG
– UGC-NET
– CUET आदि।

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5. भारत में कहां पहला ‘फ्रेंच फिल्‍म महोत्‍सव’ कहां शुरू हुआ?
Where did the first ‘French Film Festival’ start in India?

a. मुंबई
b. पटना
c. कोलकाता
d. नई दिल्‍ली

Answer: c. कोलकाता (पश्चिम बंगाल की राजधानी)

– यह 9 दिवसीय महोत्‍सव 16 से 24 फरवरी 2024 तक जारी रहेगा।
– उद्घाटन समारोह के दौरान, बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर, जो मुख्य अतिथि थे।

पश्चिम बंगाल
सीएम – ममता बनर्जी
गवर्नर – सीवी आनंद बोस
राजधानी – कोलकाता

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6. किस अफ्रीकी देश की संसद ने बलात्कारियों को सर्जरी और केमिकल के जरिए बधिया (नपुंसक) करने का बिल पारित किया?
The Parliament of which African country passed a bill to castrate (neuter) rapists through surgery and chemicals?

a. नाइजीरिया
b. इथियोपिया
c. मेडागास्कर
d. तंजानिया

Answer: c. मेडागास्कर

– मेडागास्कर की संसद ने 02 फरवरी 2024 को यह बिल पारित किया।
– अब इस बिल को उच्च संवैधानिक न्यायालय द्वारा अप्रूव किया जाना बाकी है।
– उच्च संबैधानिक न्यायालय द्वारा अप्रूव किए जाने के बाद मेडागास्कर के राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना इस बिल को कानून के रूप में साइन करेंगे।

केमिकल बधियाकरण (केमिकल कैस्ट्रेशन)
– केमिकल बधियाकरण में हार्मोन को अवरुद्ध करने और यौन इच्छा को कम करने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता हैा।

सर्जिकल कैस्ट्रेशन
– सर्जिकल कैस्ट्रेशन एक स्थायी प्रक्रिया है।
– इसमें पुरुष के अंडकोष को निकालकर और अन्‍य तरीके से उसे पूर्ण रूप से नपुंसक बना दिया जाता है।

बलात्कारियों को बधिया करने वाले इस बिल में क्या प्रवाधान है?
– 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे के साथ बलात्कार के दोषियों के लिए हमेशा सर्जिकल बधियाकरण (अंडकोष निकलना या नपुंसक करना) की सजा सुनाई जाएगी।
– 10 से 13 वर्ष की आयु के बच्चों के खिलाफ बलात्कार के मामलों में सर्जिकल या केमिकल बधियाकरण द्वारा दंडित किया जाएगा।
– 14 से 17 साल की उम्र की नाबालिगों से बलात्कार पर केमिकल बधियाकरण की सजा दी जाएगी।
– अपराधियों को अब आजीवन कारावास के साथ-साथ बधियाकरण तक की कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा।

मेडागास्कर को इस कानून की जरूरत क्यों पड़ी?
– मैडागास्कर के न्याय मंत्री लैंडी मबोलटियाना रांड्रीमैनेंटेनासोआ के अनुसार अपने देश के बच्चों की सुरक्षा के लिए यह सख्त कदम उठाया गया है।

बधियाकरण (कैस्ट्रेशन) बिल की आलोचना
– मेडागास्कर के नए कानून की मानवाधिकार समूह एमनेस्टी इंटरनेशनल ने “अमानवीय और अपमानजनक व्यवहार” बताया है।
– मेडागास्कर में एमनेस्टी इंटरनेशल के सलाहकार एनसीको वा एनसीको ने कहा, कानून को पीड़ितों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
– उन्होंने इस कानून को देश के संवैधानिक कानूनों के साथ असंगत बताया है।

मेडागास्कर
राजधानी: एंटानानैरिवो
मुद्रा: मालागासी एरीरी

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7. पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत सोलर प्‍लांट लगाकर कितने यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की गई?
How many units of free electricity was announced to be provided by installing solar plants under PM Surya Ghar Free Electricity Scheme?

a. प्रतिमाह 100 यूनिट
b. प्रतिमाह 200 यूनिट
c. प्रतिमाह 300 यूनिट
d. प्रतिमाह 400 यूनिट

Answer: c. प्रतिमाह 300 यूनिट

– पीएम मोदी ने 13 फरवरी 204 को ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ लॉन्‍च किया।

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना
– इस योजना में 75,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया गया है।
– योजना के तहत केंद्र सरकार शुरुआत में 1 करोड़ घरों की छत पर सौर पैनल स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
– इस योजना का लक्ष्य हर महीने पात्र परिवारों को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान करना है।
– इसके तहत सभी हितधारकों को एक राष्ट्रीय ऑनलाइन पोर्टल से जोड़ा जाएगा जो आगे सहूलियत प्रदान करेगा।
– इस योजना का लाभ उठाने के लिए नागरिकों को pmsuryagarh.gov.in पर आवेदन करना होगा।

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8. 58वें ज्ञानपीठ पुरस्कार के लिए किसे चुना गया है?
Who has been selected for the 58th Jnanpith Award?

a. गुलजार
b. जगद्गुरु रामभद्राचार्य
c. प्रतिभा राय
d. a और b दोनों

Answer: d. a और b दोनों (गुलजार और जगद्गुरु रामभद्राचार्य)

– यह पुरस्कार 2023 के लिए दिया जा रहा है।
– कवि गुलजार का असली नाम संपूर्ण सिंह कालरा है। लेकिन उन्‍हें गुलजार के नाम से ज्‍यादा फेमस हैं।
– ज्ञानपीठ पुरस्‍कार देश का सर्वोच्‍च साहित्‍यि‍क सम्‍मान होता है।

गुलजार (संपूर्ण सिंह कालरा)
– गुलजार, प्रसिद्ध उर्दू कवि और बॉलीवुड लेखक और निर्देशक है।
– उनका जन्‍म 18 अगस्‍त 1934 में हुआ। वह 89 वर्ष के हैं।
– उन्होंने अपने करियर की शुरुआत संगीत निर्देशक एस.डी. बर्मन के साथ की।
– उन्‍होंने 1963 की फिल्म ‘बंदिनी’ में एक गीतकार के रूप में काम किया।
– इसके अलावा उन्‍होंने कई कई संगीत निर्देशकों के साथ काम किया है।
– उन्होंने 1970 के दशक में आंधी और मौसम जैसी फिल्मों और 1980 के दशक में टीवी श्रृंखला ‘मिर्जा गालिब’ का निर्देशन किया।
– 1993 में भारतीय टीवी श्रृंखला ‘किरदार’ का निर्देशन किया।

गुलजार को कौन कौन से अवॉर्ड मिले हैं?
– उनके काम के लिए उन्‍हें कई अवॉर्ड मिले।
– 2002 में उर्दू के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार
– 2013 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार
– 2004 में पद्म भूषण पुरस्‍कार
– कम से कम पांच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिले हैं।
– फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए उनके गीत “जय हो” को 2009 में ऑस्कर और 2010 में ग्रैमी पुरस्कार मिला।
– 2024 में 58वें ज्ञानपीठ पुरस्कार के लिए चुना।

जगद्गुरु रामभद्राचार्य
– रामभद्राचार्य, एक प्रसिद्ध हिंदू आध्यात्मिक नेता, शिक्षक और चार महाकाव्यों सहित 240 से अधिक पुस्तकों और ग्रंथों के लेखक हैं।
– उनका जन्‍म 14 जनवरी 1950 को हुआ। वह 74 वर्ष के हैं।
– वह मध्य प्रदेश के चित्रकूट में तुलसी पीठ के संस्थापक और प्रमुख भी हैं।

ज्ञानपीठ पुरस्कार
– ज्ञानपीठ पुरस्कार भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च भारतीय साहित्यिक पुरस्कार है।
– यह 1965 से भारतीय साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिवर्ष दिए जा रहे हैं।
– यह भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्रदान किया जाता है, जिसकी स्थापना 1944 में हुई थी।
– भारत का कोई भी नागरिक, जो आठवीं अनुसूची में मौजूद 22 भाषाओं में से किसी में भी लिखता है, वह इस पुरस्कार के लिए पात्र है।
– इस पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र, एक शॉल और 11 लाख रुपये दिए जाते हैं।

नोट:
– 27 मई 2023 को 57वां ज्ञानपीठ पुरस्‍कार गोवा के दामोदर मौज़ो को मिला था।

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9. किसने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति चुनाव में अपनी जीत का दावा किया?
Who claimed victory in Indonesia’s presidential election?

a. सुहार्तो
b. प्रबोवो सुबिआंतो
c. जिब्रान राका
d. अनीस बसवेदान

Answer: b. प्रबोवो सुबिआंतो

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10. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति चुनाव में अपनी जीत का दावा करने वाले प्रबोवो सुबिआंतो के किस तानाशाह से पारिवारिक संबंध हैं?
Prabowo Subianto, who claimed victory in Indonesia’s presidential election, with which dictator family relations?

a. सुकर्णो
b. अब्दुर्रहमान वाहिद
c. सुहार्तो
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: c. सुहार्तो

– इंडोनेशिया में फरवरी 2024 को हुए राष्ट्रपति चुनाव में प्रबोवो सुबिआंतो ने अपनी जीत का दावा किया।
– माना जा रहा है कि प्रबोवो ही अब इंडोनेशिया के अगले राष्ट्रपति होंगे।
– हालांकि, अभी आधिकारिक घोषणा होना बाकी है।

कौन हैं प्रबोवो सुबिआंतो?
– वह 72 साल के हैं।
– वर्तमान में सुबिआंतो पूर्व आर्मी जनरल और इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री हैं।
– सुबियांतो के पिता ने सबसे पहले इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो के लिए काम किया था।

पूर्व तानाशाह के दामाद
– प्रबोवे सुबिआंतो, इंडोनेशिया के पूर्व तानाशाह सुहार्तो के दामाद हैं।
– सुहार्तों ने तानाशाह के तौर पर इंडोनेशिया पर 32 सालों तक राज किया था।

प्रबोवे सुबिआंतो के राष्ट्रपति बनने से इंडोनेशिया में तानाशाही की आशंका
– मानवाधिकार समूहों का कहना है कि प्रबोवे राष्ट्रपति बनने के बाद तानाशाही की ओर रूख कर सकते हैं।
– प्रबोवे ने राष्ट्रपति चुनाव के पूर्ण परिणाम से पहले दिए विजयी भाषण से इशारा किया है कि वे एक कठोर शासक के रूप में उभर के आ सकते हैं।
– प्रबोवे भी अपने ससुर सुहार्तो के पदचिन्हों पर चल सकते हैं।

इंडोनेशिया
राजधानी- जकार्ता
मुद्रा- इंडोनेशियाई रुपिया


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