6 जनवरी 2024 करेंट अफेयर्स – महत्‍वपूर्ण प्रश्‍न – उत्तर

यह 6 जनवरी 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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GI टैग कौन प्रदान करता है?
– मिनिस्‍ट्री ऑफ कॉमर्स के अंतर्गत आने वाले डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्री प्रमोशन एंड इंटरनल ट्रेड की ओर से GI टैग दिया जाता है।
– किसी प्रोडक्‍ट के लिए GI टैग प्राप्‍त करने के लिए चेन्नई स्थित GI डेटाबेस में आवेदन करना होता है।
– ये इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट के अंडर है, जो पूरे देश में सिर्फ चेन्नई में ही होता है।

GI TAG क्‍या है?
– GI का मतलब Geographical Indication यानी भौगोलिक संकेत।
– जीआई टैग (GI Tag) एक प्रतीक है, जो मुख्य रूप से किसी उत्पाद को उसके मूल क्षेत्र से जोड़ने के लिए दिया जाता है।

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1. किस राज्‍य की लांजिया सौरा पेंटिंग को GI टैग मिला?
Lanjia Saura paintings of which state got GI tag?

a. बिहार
b. ओडिशा
c. पश्चिम बंगाल
d. उत्‍तर प्रदेश

Answer: b. ओडिशा

– लांजिया सौरा पेंटिंग, ओडिशा के सौरा आदिवासियों से जुड़ी दीवार भित्ति चित्रों की एक शैली है।
– इसे IDITAL के नाम से भी जाना जाता है।
– यह पेंटिंग, देखने में वर्ली पेंटिंग के समान हैं और सौरा के लिए धार्मिक महत्व रखती हैं।
– लांजिया सौरा पेंटिंग में प्रकृति, जानवरों, और दैनिक जीवन को दर्शाने वाले जीवंत ज्यामितीय पैटर्न होते हैं।
– ये पेंटिंग आमतौर पर दीवारों या कपड़े पर बनाई जाती हैं। – आजकल, सौरा पेंटिंग को विभिन्न कपड़ों, जैसे साड़ियों, और घर की सजावट की वस्तुओं पर भी बनाया जाता है।

भित्तिचित्र कला (Mural) क्‍या है?
– भित्तिचित्र कला (Mural) सबसे पुरानी चित्रकला है।
– प्रागैतिहासिक युग के ऐतिहासिक रिकॉर्ड में पहले मिट्टी के बर्तन बनाये जाते थे, लेकिन कुछ समय बाद लोगों ने मिट्टी का प्रयोग दीवरों पर चित्र बनाने के लिये करने लगे।
– भित्तिचित्र कला में दीवारों पर ज्यामितिक आकार, कलापूर्ण अभिप्राय, पारंपरिक आकल्पन, सहज बनावट और अनुकरणमूलक सरल आकृतियों में निहित स्वच्छंद आकल्पन, उन्मुक्त आवेग और रेखिक ऊर्जा, अनूठी ताजगी और चाक्षुष सौंदर्य सृष्टि करती है।

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2. किस राज्‍य की डोंगरिया कोंध शॉल को GI टैग मिला?
Dongria Kondh shawl of which state got GI tag?

a. राजस्‍थान
b. बिहार
c. पश्चिम बंगाल
d. ओडिशा

Answer: d. ओडिशा

– डंगरिया कंधा, भारत के ओडिशा राज्य में रहने वाले कोंध समुदाय का एक उप-वर्ग है।
– डंगरिया कंधा, ओडिशा के 62 आदिवासी समूहों में से एक है। – यह समुदाय अपनी अनूठी परंपराओं और संस्कृति के लिए जाना जाता है।
– डंगरिया कंधा समुदाय के लोग कुई भाषा बोलते हैं. इनका पहनावा और व्यवहार भी दूसरों से अलग होता है।
– ओडिशा में वे ज्‍यादातर नियमगिरि पहाड़ियों में स्थित हैं।
– यह समूह विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूह (पीवीटीजी) की लिस्‍ट में शामिल है।

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3. किस राज्‍य के खजूरी गुड़ा (Khajuri Guda) को GI टैग मिला?
Khajuri Guda of which state got GI tag?

a. अरुणाचल प्रदेश
b. गुजरात
c. पश्चिम बंगाल
d. ओडिशा

Answer: d. ओडिशा

– खजूरी गुड़ा ओडिशा के गजपति जिले का खजूर गुड़ है।
– इसे खजूर के पेड़ से रस निकाल कर बनाया जाता है।

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4. किस राज्‍य की मिठाई ढेंकनाल मगजी [दुग्ध उत्पाद] को GI टैग मिला?
Which state’s sweet Dhenkanal Magji [milk product] got GI tag?

a. अरुणाचल प्रदेश
b. गुजरात
c. ओडिशा
d. पश्चिम बंगाल

Answer: c. ओडिशा

– “ढेंकनाल मगजी” ओडिशा के ढेंकनाल जिले की एक प्रसिद्ध मिठाई है।
– इसके स्वाद, फ्लेवर और बनाने की विधि ने इसे अनोखा बना दिया है।
– इसे बनाने के लिए भैंस के पनीर का यूज होता है और सुगंध के लिए इलायची पाउडर मिलाया जाता है।

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5. किस राज्‍य की सिमिलिपाल काई चटनी को GI टैग मिला?
Which state’s Similipal Kai Chutney got GI tag?

a. बिहार
b. राजस्‍थान
c. ओडिशा
d. पश्चिम बंगाल

Answer: c. ओडिशा

– इसे ओडिशा के मयूरभंज जिले के आदिवासी लोग बनाते हैं।
– यह चटनी लाल बुनकर चींटियों को पारंपरिक तरीके से सील-बट्टे पर पीसकर बनाई जाती है।
– बुनकर चींटियों का रंग प्रजातियों के आधार पर लाल से पीले भूरे रंग में भिन्न होता है। ये चींटियां आम, साल और कटहल जैसे पेड़ों पर कई घोंसलों वाली कालोनियां बनाती हैं।
– शोधकर्ताओं ने पाया कि इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, जस्ता, विटामिन बी -12, लोहा, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम, तांबा, अमीनो एसिड शामिल हैं।
– इन पोषक तत्वों के सेवन से प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है।
– मयूरभंज के में एक बड़ी आबादी लाल बुनकर चींटियां और उनसे बनी चटनी बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं।

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6. किस राज्‍य के नयागढ़ कांतिमुंडी बैंगन को GI टैग मिला?
Nayagarh Kanteimundi Brinjal of which state got GI tag?

a. ओडिशा
b. गुजरात
c. बिहार
d. पश्चिम बंगाल

Answer: a. ओडिशा

– यह ओडिशा का कृषि प्रोडक्‍ट है।
– नयागढ़ ओडिशा का एक जिला है।
– नयागढ़ कांतिमुंडी बैंगन की खासियत है कि यह कांटेदार होते हैं। इसमें सामान्‍य बैगन के मुकाबले बड़े बीज होते हैं। इसका स्वाद अनोखा होता है।

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7. किस राज्‍य के कोरापुट कालाजीरा चावल को GI टैग मिला?
Koraput Kalajeera Rice of which state got GI tag?

a. गुजरात
b. ओडिशा
c. अरुणाचल प्रदेश
d. पश्चिम बंगाल

Answer: b. ओडिशा

– कोरापुट, ओडिशा राज्‍य का एक जिला है।
– कोरापुट कालाजीरा चावल, ओडिशा के कोरापुट ज़िले में उगाया जाने वाला एक सुगंधित चावल है।
– इस चावल को पोषण का अच्छा स्रोत माना जाता है. यह अपने काले रंग, सुगंध, स्वाद, और बनावट के लिए जाना जाता है. इसका रंग और बनावट जीरा के बीज जैसी होती है.
– काला जीरा चावल को चावल के राजकुमार नाम से जाना जाता है।

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8. किस राज्‍य की वांचो लकड़ी, हस्तनिर्मित कालीन और आदि केकिर (अदरक) को अलग-अलग GI टैग मिला?
Which state’s Wancho wood, handmade carpets and Adi Kekir (Ginger) got separate GI tag?

a. महाराष्‍ट्र
b. गुजरात
c. अरुणाचल प्रदेश
d. पश्चिम बंगाल

Answer: c. अरुणाचल प्रदेश

हस्तनिर्मित कालीन
– अरुणाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले तिब्बती शरणार्थियों द्वारा हस्तनिर्मित कालीन बनाए जाते हैं।
– ये कालीन अपने विशिष्ट डिजाइन, रूपांकनों और बनावट के लिए जाने जाते हैं।

वांचो लकड़ी
– वांचो एक समुदाय है, जो लकड़ी की वस्तुएं बनाते हैं।
– जैसे, भगवान बुद्ध, गुड़ियां, योद्धाओं, जानवर आदि की मूर्तियां शामिल हैं।

आदि केकिर (अदरक)
– आदि केकिर, अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी सियांग, सियांग और ऊपरी सियांग जिलों में उत्पादित अदरक की एक किस्म है।

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9. किस राज्‍य की तंगेल साड़ी, गारद साड़ी और कोरियल साड़ी को अलग-अलग GI टैग मिला?
Tangail saree, Garad saree and Koriyal saree of which state got separate GI tag?

a. उत्तर प्रदेश
b. गुजरात
c. महाराष्‍ट्र
d. पश्चिम बंगाल

Answer: d. पश्चिम बंगाल

– इन तीनों प्रोडक्‍ट को अलग अलग GI टैग मिला है। (गिनती में तीन जीआई टैग हुए।)
– इन तीनों साड़ियों की खास बात यह है कि ये सभी हथकरघा (handloom) की साड़ियां हैं।

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10. किस राज्‍य के कलौनूनिया चावल और रामधुनी पागल चावल को अलग-अलग GI टैग मिला?
Kalununiya rice and Ramdhuni mad rice of which state got separate GI tag?

a. पश्चिम बंगाल
b. गुजरात
c. महाराष्‍ट्र
d. उत्तर प्रदेश

Answer: a. पश्चिम बंगाल

– ये दोनों किस्‍में पश्चिम बंगाल में उपलब्ध सुगंधित बढ़िया चावल की स्वदेशी हैं।
– कलौनूनिया चावल उत्तरी बंगाल का सुगंधित चावल की किस्‍म है।
– कलौनूनिया की खेती जलपाईगुड़ी, कूच बिहार, अलीपुरद्वार और दार्जिलिंग (जिले के मैदानी क्षेत्र) जिलों में की जाती है।

रामधुनी पागल चावल
– रामधुनी पागल चावल की खेती बीरभूम, प्रुबा बर्धमान, पश्चिम बर्धमान, बांकुरा और हुगली जिलों में की जाती है।
– यह चावल, धान के पौधे के तने से बनता है. यह चावल, धान के पौधे के तने से बनता है. इसे बनाने के लिए, धान के पौधे के तने को सुखाया जाता है और फिर उसे पीसकर आटा बनाया जाता है. इसके बाद, इस आटे को पानी में मिलाकर घोल तैयार किया जाता है. इस घोल को, कड़ाही में डालकर, तवा पर सेंका जाता है. इसे, रामधुनी पागल चावल कहा जाता है.

नोट – इससे पहले गोबिंदोभोग और तुलापंजी, दो अन्य सुगंधित चावल की किस्मों को पहले ही जीआई दर्जा प्राप्त हो चुका है।

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11. किस राज्‍य के प्रोडक्‍ट सुंदरबन शहद को GI टैग मिला?
Which state’s product Sundarban honey got GI tag?

a. गुजरात
b. पश्चिम बंगाल
c. महाराष्‍ट्र
d. उत्तर प्रदेश

Answer: b. पश्चिम बंगाल

– सुंदरबन में मधुमक्खियों की कई अलग-अलग प्रजातियाँ हैं और उनमें से एपिस डोरसाटा प्रकार की मधुमक्खियाँ तुलनात्मक रूप से अधिक छत्ते और शहद बनाती हैं।
– यह शहद गहरे लाल रंग का और स्वाद में जंगली और औषधीय गुणों वाला होता है।

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12. किस राज्‍य के प्रोडक्‍ट कच्छी खारेक (खजूर) को GI टैग मिला?
Which state’s product Kutchi Kharek (dates) got GI tag?

a. उत्तर प्रदेश
b. गुजरात
c. महाराष्‍ट्र
d. पश्चिम बंगाल

Answer: b. गुजरात

– यह गुजरात का कृषि प्रोडक्‍ट है।
– कच्छ गुजरात राज्य का एक ज़िला है।
– ये सख्त और पीले रंग के होते हैं.

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जनवरी 2024 में GI Tag की पूरी लिस्‍ट
Complete list of GI Tag in January 2024

ओडिशा
– लांजिया सौरा पेंटिंग
– डोंगरिया कोंध शॉल
– खजूरी गुड़ा (खजूर गुड़)
– ढेंकनाल मगजी (दुग्ध उत्पाद)
– सिमिलिपाल काई चटनी
– नयागढ़ कांतिमुंडी बैंगन
– कोरापुट कालाजीरा चावल

अरुणाचल प्रदेश
– हस्तनिर्मित कालीन
– वांचो लकड़ी
– केकिर (अदरक)

पश्चिम बंगाल
– तंगेल साड़ी
– गारद साड़ी
– कोरियल साड़ी
– कलौनूनिया चावल
– रामधुनी पागल चावल
– सुंदरबन शहद

गुजरात
– कच्ची देसी खारेक


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