यह 24 November 2022 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्जाम्स में मदद करेगा।
PDF Download : Click here
1. वर्ष 2023 में भारत की अध्यक्षता में होने वाले SCO समिट के लिए किस वेबसाइट को लॉन्च किया गया?
a. bharatsco.in
b. indiainsco.in
c. indiasco.in
d. bharatiyesco.in
Answer: b. indiainsco.in
– भारत इस वेबसाइट से वर्ष 2023 में होने वाले कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान करेगा।
– वेबसाइट – https://indiainsco.in
————–
2. भारत ने SCO की अध्यक्षता के लिए किस थीम को लॉन्च किया?
a. संरक्षित SCO
b. सुरक्षित SCO
c. संगठन SCO
d. संगठित SCO
Answer: b. सुरक्षित SCO (SECURE SCO)
– भारत, वर्ष 2023 में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
– वर्ष 2023 शिखर सम्मेलन के लिए थीम – सुरक्षित SCO (SECURE SCO)
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 में चीन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में SECURE का कन्सेप्ट पेश किया था। अब इसी को थीम बनाया गया है।
पीएम मोदी के अनुसार SECURE का मतलब
S – Security for Citizens
E – Economic Development
C – Connectivity in the Region
U – Unity
R – Respect of Sovereignty and Integrity
E – Environment Protection
शंघाई सहयोग संगठन (SCO)
– स्थापना – 15 जून 2001
– मुख्यालय – बीजिंग, चीन
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य
– चीन
– रूस
– कज़ाकिस्तान
– किर्गिज़स्तान
– तजाकिस्तान
– उज्बेकिस्तान
– भारत (2017 में जुड़ा)
– पाकिस्तान (2017 में जुड़ा)
– इरान (2022 में जुड़ा)
भारत को कब मिली SCO की अध्यक्षता
– सितंबर 2022 में उज्बेकिस्तान के समरकंद में SCO के 22वें शिखर सम्मेलन के दौरान भारत को SCO की अध्यक्षता एक वर्ष के लिए दी गई थी।
– भारत सितंबर 2023 तक एक वर्ष के लिए SCO की अध्यक्षता करेगा।
– SCO समिट के बाद वर्ष 2023 में भारत में G-20 समिट भी होगी।
– भारत के पास अपने पर्यटन स्थलों और संस्कृति को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का अच्छा मौका है।
Kashi (Varanasi) – The first-ever Tourist and Cultural Capital of SCO (2022-23)
– SCO का पहली टूरिस्ट और कल्चरल कैपिटल काशी (वाराणसी) है।
————–
3. भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को किस देश ने अपने आम-चुनाव के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक (International observer) के रूप में भाग लिया?
a. चीन
b. भूटान
c. श्रीलंका
d. नेपाल
Answer: d. नेपाल
– राजीव कुमार, भारतीय निर्वाचन आयोग के दो अधिकारियों सहित अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक के रूप में भाग लेने के लिए नेपाल पहुंचे।
– नेपाल में 20 नवंबर 2022 को संसदीय और विधानसभाओं के चुनाव हुए।
भारत निर्वाचन आयोग
चीफ इलेक्शन कमिश्नर – राजीव कुमार
इलेक्शन कमिश्नर – अनूप चंद्र पांडे और अरुण गोयल
—————-
4. नेपाल में 20 नवंबर 2022 को हुए चुनाव के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक (International observer) के रूप में किन देशों ने भाग लिया?
a. भारत, भूटान, चीन और पाकिस्तान
b. भारत, बंग्लादेश, भूटान, मालदीव और श्रीलंका
c. भारत, मालदीव, श्रीलंका, चीन और पाकिस्तान
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: b. भारत, बंग्लादेश, भूटान, मालदीव और श्रीलंका
– नेपाल में 20 नवंबर को संसद के 275 सदस्यों और सात विधानसभाओं की 550 सीट के लिए चुनाव हुए।
किस देश से किसने नेपाल चुनाव में भाग लिया
– भारत- मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और दो अन्य अधिकारी
– बंग्लादेश – मुख्य चुनाव आयुक्त हाजी हबीबुल अवल
– भूटान – मुख्य चुनाव आयुक्त सोनम टोपगे
– मालदीव – चुनाव आयोग के अध्यक्ष फवाद तौफीक
– श्रीलंका – दो चुनाव आयुक्त M M मोहम्मद और M B दिवारत्ने
– नेपाल का चुनाव आयोग अधिनियम घरेलू, विदेशी व्यक्ति और संगठन को चुनाव से संबंधित कार्यों की निगरानी करने की अनुमति देता है।
– पर्यवेक्षण में लगे व्यक्ति और संगठनों चुनाव की वैधता, स्वतंत्रता, निष्पक्षता और समानता से संबंधित मुद्दों की जांच कर सकते है।
– वर्ष 2021 में भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति चुनाव की निगरानी की थी।
एशियाई चुनाव प्राधिकरण संघ (AAEA)
– स्थापना – 1998
नोट- भारत को वर्ष 2022-24 के लिए एशियाई देशों के चुनाव प्रधिकरण संघ का अध्यक्ष बनाया गया।
—————
5. किस देश ने अंतरिक्ष में बंदरों के प्रजनन के प्रयोग की योजना बनाई?
a. भारत
b. अमेरिका
c. रूस
d. चीन
Answer: d. चीन
– चीन के न्यूजेपपर साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार चीन अंतरिक्ष में बंदरों को भेजने की तैयारी कर रहा है।
– चीन के एस्ट्रोनॉट ‘तियांगोंग’ स्पेस स्टेशन पर अंतरिक्ष में बंदरों को शामिल करते हुए एक प्रजनन प्रयोग (एक्सपेरिमेंट) करने की योजना बना रहे हैं।
बंदरों को प्रजनन एक्सपेरिमेंट के लिए क्यों चुना गया?
– बंदरों का चयन इसलिए किया गया है, क्योंकि इन्हें मनुष्यों का पूर्वज माना जाता है।
– मनुष्यों और बंदरों का प्रजनन प्रोसेस काफी समान होता है।
– मनुष्यों की तरह बंदर भी स्तनधारी जीव हैं।
बंदरों का प्रजनन एक्सपेरिमेंट कैसे होगा?
– यह एक्स्पेरिमेंट स्पेस स्टेशन के सबसे बड़े कैप्सूल में किया जाएगा, जिसका उपयोग ज्यादातर जीवन विज्ञान प्रयोगों के लिए किया जाता है।
– यह एक्स्पेरिमेंट चीन के ‘तियांगोंग’ स्पेस स्टेशन के कैप्सूल ‘वेंटियन’ में किया जायेगा।
– इस मॉड्यूल में बंदरों को प्रजनन करने के लिए छोड़ा जायेगा।
इस एक्सपेरिमेंट का लक्ष्य
– चूहों और अफ्रीकी बंदरों पर रिसर्च की जाएगी और पता लगाया जाएगा कि क्या वे अंतरिक्ष में प्रजनन करेंगे।
– साथ ही वे कैसे अपनी आबादी बढ़ायेंगे।
– इस एक्सपेरिमेंट से प्रजनन से जुड़े कुछ फैक्ट्स का पता लगाया जायेगा।
अंतरिक्ष में बंदरों के प्रजनन में क्या दिक्कत?
– प्रजनन प्रयोगों के संचालन में कई कॉम्प्लिकेशन होती हैं।
– अंतरिक्ष की यात्रा के दौरान बंदर डर सकते हैं।
– इसके अलावा बंदर एक छोटी सी जगह तक सीमित रहने के परिणामस्वरूप बालों को खींचने, खाने से इंकार करने और गतिविधि कम करने जैसी हरकत कर सकते है।
– हाई कॉस्मिक तरंग अंडे और शुक्राणु की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती हैं।
– जीरो ग्रेविटी प्रजनन अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है और जानवरों के सेक्स हार्मोन के स्तर में महत्वपूर्ण गिरावट ला सकता है।
– इसके अलावा एस्ट्रोनॉट्स के ऊपर बंदरों को हैंडल करने की भी जिम्मेदारी होगी।
अंतरिक्ष में चूहों पर किया गया प्रजनन एक्सपेरिमेंट नहीं रहा सफल?
– 1979 में कोल्ड वॉर के दौरान अंतरिक्ष में प्रजनन प्रयोग पहले सोवियत संघ द्वारा चूहों पर किए गए थे।
– इन चूहों में कुछ में गर्भधारण के लक्षण थे।
– लेकिन धरती पर लौटने के बाद किसी ने जन्म नहीं दिया था।
अंतरिक्ष में किए गए कुछ अनोखे प्रयोग
वर्ष 1957 में अंतरिक्ष में फीमेल डॉग को भेजा गया
– वर्ष 1957 फीमेल डॉग लाइका को अंतरिक्ष में भेजा गया था और इसे पृथ्वी पर लाने कोई योजना नहीं थी।
– अंतरिक्ष में कुछ घंटो तक रहने के बाद इस फीमेल डॉग की मौत हो गई थी।
वर्ष 1961 में पहली बार चिम्पांजी को अंतरिक्ष में भेजा गया
– नासा ने वर्ष 1961 में पहली बार एक चिम्पांजी को अंतरिक्ष में भेजा।
– अंतरिक्ष से लौटने के बाद यह चिम्पांजी बिल्कुल सुरक्षित था।
कछुओं को भी अंतरिक्ष में भेजा गया
– वर्ष 1968 में सोवियत संघ ने कछुए, वाइन फ्लाई और मील वर्म जैसे कई जीव अंतरिक्ष में भेजे।
– इन जीवों ने पहली बार चंद्रमा का चक्कर लगाया।
– लेकिन पृथ्वी पर वापस लौटने पर कछुओं का वजन दस प्रतिशत कम हो गया था।
————–
6. राष्ट्रीय पेंशन सिस्टम (NPS) ट्रस्ट के नए अध्यक्ष कौन बने?
a. संध्या देवनाथन
b. अरुण कुमार सिंह
c. अरुण गोयल
d. सूरज भान
Answer: d. सूरज भान
– पेंशन कोष नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) ने 12 नवंबर, 2022 को सूरज भान को राष्ट्रीय पेंशन सिस्टम ट्रस्ट (NPS ट्रस्ट) का अध्यक्ष चुना।
– सूरज भान वर्ष 2018 से NPS ट्रस्ट के बोर्ड में ट्रस्टी है।
– सूरज भान दिनेश कुमार मेहरोत्रा की जगह लेंगे।
– सूरज भान वर्ष 1983 में भारतीय आर्थिक सेवा में शामिल हुए थे।
नेशनल पेंशन सिस्टम ट्रस्ट (NPS ट्रस्ट)
– स्थापना – 2009
– मुख्यालय – नई दिल्ली
पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA)
– स्थापना – 2003
– मुख्यालय – नई दिल्ली
– अध्यक्ष – सुप्रतिम बंद्योपाध्याय
————-
7. ओडिशा सरकार की कैबिनेट ने नवंबर 2022 में बच्चों के हित के लिए किस पॉलिसी को मंजूरी दी?
a. प्रारंभ
b. अधिकार
c. जीवन
d. खुशी
Answer: a. प्रारंभ (PRARAMBH- द ओडिशा स्टेट पॉलिसी फॉर चिल्ड्रन, 2022)
– ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में राज्य सरकार के कैबिनेट ने 18 नवंबर 2022 को ‘प्रारंभ’ पॉलिसी को मंजूरी दी।
– यह मंजूरी कैबिनेट की एक बैठक में दी गई।
– प्रारंभ (PRARAMBH- द ओडिशा स्टेट पॉलिसी फॉर चिल्ड्रन,2022) पॉलिसी बच्चों के हित के लिए है।
‘प्रारंभ’ पॉलिसी बच्चों के लिए क्या कल्पना करती है?
– बच्चों के जीवित रहने का अधिकार
– सुरक्षा के अधिकार
– मानसिक स्वास्थ्य सहित शारीरिक स्वास्थ्य के अधिकार
– शिक्षा के अधिकार
– भागीदारी और उनके विकास को प्राप्त करने के लिए केंद्रित है।
प्रारंभ (PRARAMBH- द ओडिशा स्टेट पॉलिसी फॉर चिल्ड्रन, 2022)
– इस पॉलिसी को ओडिशा के महिला एवं बाल विकास विभाग, राज्य के अन्य विभाग और संस्थानों ने मिलकर तैयार किया है।
– प्रारंभ के सात फोकस एरिया हैं:
1. उत्तरजीविता (Survival)- जिसमें स्वास्थ्य, पोषण, पानी और स्वच्छता शामिल है।
2. शिक्षा और समग्र विकास (Education and holistic development)
3. बाल संरक्षण ( Child Protection)
4. पहचान (Identity)
5. परिवार/वैकल्पिक देखभाल (Family/Alternative Care)
6. जन्म पंजीकरण (Birth Registration)
7. जीवन स्तर (Quality of Life)
ओडिशा
– राजधानी: भुवनेश्वर
– मुख्यमंत्री: नवीन पटनायक
– राज्यपाल: गणेशी लाल
————-
8. नेशनल कमीशन फॉर वुमेन (NCW) ने ‘डिजिटल शक्ति 4.0’ लॉन्च किया, इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य क्या है?
a. महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना
b. महिलाओं के स्टार्टअप में मदद करना
c. महिलाओं और लड़कियों को शिक्षित करना
d. महिलाओं और लड़कियों को डिजिटल रूप से सशक्त और कुशल बनाना
Answer: d. महिलाओं और लड़कियों को डिजिटल रूप से सशक्त और कुशल बनाना
– नेशनल कमीशन फॉर वुमेन (NCW) ने 16 नवंबर 2022 को ‘डिजिटल शक्ति 4.0’ लॉन्च किया।
– यह डिजिटल शक्ति अभियान का चौथा चरण (फेज) है।
– डिजिटल शक्ति अभियान प्रोजेक्ट का लक्ष्य साइबर क्षेत्र में महिलाओं और लड़कियों को डिजिटल रूप से सशक्त और कुशल बनाना है।
– डिजिटल शक्ति 4.0 को नेशनल कमीशन फॉर वुमेन (NCW) साइबरपीस फाउंडेशन और मेटा के सहयोग से शुरू किया है।
डिजिटल शक्ति
– देशभर में महिलाओं को डिजिटल क्षेत्र में जागरूक करने के लिए जून 2018 में डिजिटल शक्ति की शुरुआत हुई थी।
– पूरे भारत में इस परियोजना के माध्यम से तीन लाख से अधिक महिलाओं को साइबर सुरक्षा के बारे में बताया गया है।
– यह अभियान महिलाओं को उनके लाभ के लिए रिपोर्टिंग और निवारण व्यवस्था, डाटा प्राइवेसी और टेक्नोलॉजी के उपयोग में मदद कर रहा है।
– डिजिटल शक्ति का तीसरा चरण मार्च 2021 में लॉन्च किया गया था।
नेशनल कमीशन फॉर वुमेन (NCW)
मुख्यालय- नई दिल्ली
चेयरपर्सन- रेखा शर्मा
————-
9. किस देश ने ‘एक्सीलेंस इन लीडरशिप इन फैमिली प्लानिंग’ (EXCELL) अवॉर्ड- 2022 जीता?
a. बांग्लादेश
b. अमेरिका
c. भारत
d. चीन
Answer: c. भारत
– भारत ने 18 नवंबर 2022 को एक्सीलेंस इन लीडरशिप इन फैमिली प्लानिंग (EXCELL) अवॉर्ड- 2022 जीता।
– भारत ही एकमात्र ऐसा देश है, जिसने ‘कंट्री कैटेगरी’ में यह अवॉर्ड जीता है।
– यह अवॉर्ड थाईलैंड के पटाया शहर में आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन फैमिली प्लानिंग (ICFP) में दिया गया।
– भारत को यह अवॉर्ड आधुनिक परिवार नियोजन तरीकों तक पहुंच को बेहतर बनाने के लिए मिला है।
परिवार नियोजन में भारत की स्थिति
– नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS) – 5 के आंकड़ों के अनुसार NFHS-4 की तुलना में देश में समग्र गर्भनिरोधक व्यापकता दर (CPR) बढ़कर 54% से 67% हो गई है।
– इसी प्रकार, परिवार नियोजन की पूरी न हुई जरूरतें घटकर 13% से 09% हो गई हैं।
– परिवार नियोजन में अपूर्ण आवश्यकताओं को कम करने के लिए ‘मिशन परिवार विकास’ सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है।
EXCELL अवॉर्ड- 2022
– वर्ष 2009 में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन फैमिली प्लानिंग (ICFP) शुरुआत के बाद से परिवार नियोजन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए EXCELL अवॉर्ड दिया जाता है।
————-
10. हार्ट डिजीज में प्रयोग होने वाली किस मेडिकल डिवाइस को नेशनल लिस्ट ऑफ असेन्शल मेडिसिन, 2022 में शामिल किया गया?
a. इंट्राओकुलर लेंस
b. फुट ड्रॉप इम्प्लान्ट
c. ग्रेस्ट्रिक स्टीम्यूलेटर
d. कोरोनरी स्टेंट
Answer: d. कोरोनरी स्टेंट
– स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनरी स्टेंट को नेशनल लिस्ट ऑफ असेन्शल मेडिसिन, 2022 में शामिल कर लिया है।
– स्वास्थ्य मंत्रालय ने 10 नवंबर 2022 को एक नोटिफिकेशन जारी करके इसकी सूचना दी।
– कोरोनरी स्टेंट को इस लिस्ट में स्टैंडिंग नेशनल कमेटी ऑन मेडिसिन (SNCM) के रिकमेंडेशन के बाद शामिल किया गया है।
कोरोनरी स्टेंट का नेशनल लिस्ट ऑफ असेन्शल मेडिसिन (NLEM), 2022 में शामिल होने से क्या फायदा?
– यह कोरोनरी स्टेंट को और अधिक किफायती बनाने में मदद करेगा।
– इसके अलावा नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) अब कोरोनरी स्टेंट की कीमत तय करेगी।
कोरोनरी स्टेंट
– कोरोनरी स्टेंट एक ट्यूब के आकार की डिवाइस है, जो कोरोनरी धमनियों (आर्टेरी) में रखा जाता है।
– यह स्टेंट कोरोनरी हार्ट डिजीज के उपचार में आर्टेरी को खुला रखता है ताकि हार्ट को ब्लड सप्लाई होता रहे।
नेशनल लिस्ट ऑफ असेन्शल मेडिसिन (NLEM),2022
– नेशनल लिस्ट ऑफ असेन्शल मेडिसिन तीन पहलुओं – लागत, सुरक्षा और प्रभावकारिता पर केंद्रित है।
– केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने 13 सितंबर 2022 को NLEM-2022 को जारी किया था।
– इस सूची में 384 दवाओं के अलावा 34 नई दवाओं को शामिल किया गया है।
– जबकि पिछली सूची से 26 दवाओं को हटा दिया गया है।
– दवाओं को 27 चिकित्सीय श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री- मनसुख मंडाविया
————-
11. राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस (National Naturopathy Day) कब मनाया जाता है?
a. 18 नवंबर
b. 19 नवंबर
c. 20 नवंबर
d. 21 नवंबर
Answer: a. 18 नवंबर
– इस दिवस का उद्देश्य आहार (diet) और रहन-सहन में बदलाव करके बीमारियों को रोकने के लिए दवा मुक्त व्यवस्था को बढ़ावा देना है।
वर्ष 2022 की थीम: ”प्राकृतिक चिकित्सा: एक एकीकृत चिकित्सा’
– भारत में वर्ष 2018 से हर वर्ष 18 नवंबर को प्राकृतिक चिकित्सा दिवस मनाया जाता है।
– इसी दिन महात्मा गांधी नेचर क्योर फाउंडेशन ट्रस्ट के आजीवन सदस्य बने और विलेख पर हस्ताक्षर किए थे।
– गांधी जी को भारत में प्राकृतिक चिकित्सा का संस्थापक व्यक्ति माना जाता है, क्योंकि उनके प्रयासों से ही यह उपचार प्रणाली भारत में लोकप्रिय हुई।
—————
12. संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने बाल यौन शोषण, दुर्व्यवहार और हिंसा की रोकथाम और उपचार के लिए विश्व दिवस कब घोषित किया?
a. 17 नवंबर
b. 18 नवंबर
c. 19 नवंबर
d. 20 नवंबर
Answer: b. 18 नवंबर
– इस दिवस का उद्देश्य यौन शोषण और दुर्व्यवहार को रोकना तथा इससे पीड़ित लोगों की मदद करना है।
– इस दिवस के लिए प्रस्ताव को अफ्रीकी देश सिएरा लियोन और नाइजीरिया ने रखा था और इसका 110 से अधिक देशों ने इसका समर्थन किया।
– 21 नवंबर 2022 को UNGA ने इस दिवस को मनाने की मंजूरी दे दी।
PDF Download : Click here