3 & 4 अक्‍टूबर 2023 करेंट अफेयर्स – महत्‍वपूर्ण प्रश्‍न – उत्तर

यह 3 & 4 अक्‍टूबर 2023 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. मेडिसिन / फिजियोलॉजी के क्षेत्र में नोबेल प्राइज 2023 के विजेता का नाम बताएं?
Name the winner of Nobel Prize 2023 in the field of Medicine/Physiology?

a. कैटलिन कारिको और ड्रू वीसमैन
b. एर्डम पटापौटियन
c. स्‍वांते पाबो
d. फेरेंस क्राउसज और एनी हुलियर

Answer: a. कैटलिन कारिको और ड्रू वीसमैन

Physiology: शरीर क्रिया विज्ञान
Medicine: चिकित्‍सा

कैटलिन कारिको
– जन्म 1955 में हंगरी के स्ज़ोलनोक में हुआ था।
– वह सेज्ड विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में पेरेलमैन स्कूल ऑफ मेडिसिन में सहायक प्रोफेसर रही हैं।

ड्रू वीसमैन
– जन्म 1959 में लेक्सिंगटन, मैसाचुसेट्स, अमेरिका में हुआ था।
– वह वैक्सीन रिसर्च में रॉबर्ट्स फैमिली प्रोफेसर और आरएनए इनोवेशन के लिए पेन इंस्टीट्यूट के निदेशक हैं।

नोबेल अवॉर्ड में क्‍या मिलेगा
– उन्‍हें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार में एक स्वर्ण पदक और एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (करीब 9.02 लाख अमेरिकी डॉलर) (लगभग 7.5 करोड़ रुपए) मिलेंगे।
– नोबेल प्राइज की घोषणा की शुरुआत सबसे पहले मेडिसिन के क्षेत्र से होती है।

नोबेल प्राइज इन 6 क्षेत्रों में दिया जाता है –
– शरीर क्रिया विज्ञान या चिकित्‍सा / Physiology or Medicine
– भौतिक‍ि / Physics
– रसायन शास्‍त्र / Chemistry
– साहित्‍य / Literature
– शांति / Peace
– अर्थशास्‍त्र / Economics

नोबेल प्राइज के बारे में
– यह पुरस्‍कार वैज्ञानिक और इन्‍वेंटर अल्‍फ्रेड बर्नहार्ड नोबेल के नाम पर उनकी वसीयत के आधार पर दिया जाता है।
– 1901 में पहली बार नोबेल पुरस्कार दिए गए।
– अल्फ्रेड नोबेल के नाम आज 355 पेटेंट हैं, लेकिन लोग उन्हें डाइनामाइट की वजह से ज्यादा जानते हैं।
– शांति का नोबेल प्राइज नार्वे में प्रदान किया जाता है।
– जबकि बाकी सभी कैटेगरी के प्राइज, स्‍वीडन की राजधानी स्‍टॉकहोम में दिए जाते हैं।

– नोबेल प्राइज जीतने वाले पहले भारतीय – रवीन्‍द्रनाथ टैगोर

– 2022 के विजेता (मेडिसिन / फिजियोलॉजी) – स्‍वांते पाबो को
विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम से संबंधित खोज के लिए

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2. मेडिसिन के क्षेत्र में किस उपलब्धि (रिसर्च) के लिए वैज्ञानिक कैटलिन कारिको और ड्रू वीसमैन को नोबेल प्राइज 2023 के लिए चुना गया?
For which achievement (research) in the field of medicine, scientists Caitlin Carico and Drew Weissman were selected for the Nobel Prize 2023?

a. वेक्‍टर वैक्‍सीन
b. mRNA वैक्‍सीन
c. मलेरिया वैक्‍सीन
d. DNA वैक्‍सीन

Answer: b. mRNA वैक्‍सीन

– वैज्ञानिक कैटलिन कारिको और ड्रू वीसमैन ने mRNA टीके के विकास को सक्षम बनाया। इसकी वजह से कोविड-19 का टीका तुरंत बन सका।
– यह तकनीक 1980 के दशक से ज्ञात थी, लेकिन व्यवहार्य पैमाने (perfected enough) पर टीके बनाने के लिए इसे पर्याप्त रूप से विकसित नहीं किया गया था।
– यह काम इन दो वैज्ञानिकों ने किया।

एमआरएनए टीके क्या हैं, वे कोविड के दौरान महत्वपूर्ण क्यों थे?
– परंपरागत रूप से, वैक्‍सीन निर्माण का काम, मानव शरीर में मृत या कमजोर वायरस डालने पर निर्भर रहा है। ताकि यह उनके (वायरस) खिलाफ एंटीबॉडी विकसित कर सके। (उदाहरण के तौर पर वायरल वेक्‍टर वैक्‍सीन)
– ऐसे में जब वास्तविक वायरस किसी को संक्रमित करता है, तो उनका शरीर उससे लड़ने के लिए तैयार होता है।
– जैसे-जैसे तकनीक विकसित हुई, पूरे वायरस के बजाय वायरल जेनेटिक कोड के सिर्फ एक हिस्से को टीके के माध्यम से पेश किया जाने लगा।
– लेकिन ऐसे टीकों के बड़े पैमाने पर विकास के लिए सेल कल्चर (नियंत्रित परिस्थितियों में कोशिकाओं का बढ़ना) की आवश्यकता होती है और इसमें समय लगता है।
– कोविड-19 के प्रकोप के दौरान, घातक और तेजी से फैलने वाले वायरस के खिलाफ वैक्‍सीन जल्‍दी से जल्‍दी बनाने की जरूरत थी। ऐसे में mRNA तकनीक महत्वपूर्ण साबित हुई।
– वैक्‍सीन बनाने वाले कंपनी मॉडर्ना और फाइजर के टीकों में इस तकनीक का इस्तेमाल किया गया।

क्या होती है mRNA टेक्नोलॉजी?
– mRNA (मैसेंजर राइबोन्यूक्लिक एसिड) जेनेटिक कोड का एक छोटा सा हिस्सा है, जो हमारी सेल्स (कोशिकाओं) में प्रोटीन बनाती है।
– इसे आसान भाषा में ऐसे भी समझ सकते हैं कि जब हमारे शरीर पर कोई वायरस या बैक्टीरिया हमला करता है, तो mRNA टेक्नोलॉजी हमारी सेल्स को उस वायरस या बैक्टीरिया से लड़ने के लिए प्रोटीन बनाने का मैसेज भेजती है।
– इससे हमारे इम्यून सिस्टम को जो जरूरी प्रोटीन चाहिए, वो मिल जाता है और हमारे शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है।
– इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि इससे कन्वेंशनल वैक्सीन के मुकाबले ज्यादा जल्दी वैक्सीन बन सकती है। इसके साथ ही इससे शरीर की इम्युनिटी भी मजबूत होती है।

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3. केमिस्‍ट्री के क्षेत्र में नोबेल प्राइज 2023 के विजेता का नाम बताएं?
Name the winner of Nobel Prize 2023 in the field of Chemistry?

a. माउंगी बावेंडी
b. लुइस ब्रुस
c. एलेक्सी एकिमोव
d. उपरोक्‍त सभी

Answer: d. उपरोक्‍त सभी (माउंगी बावेंडी, लुइस ब्रुस, एलेक्सी एकिमोव)

– ये तीनों अमेरिकी मूल के केमिस्ट हैं।

नोट:- 2022 में केमिस्‍ट्री का नोबेल प्राइज – कैरोलिन के बर्टोज़्ज़िक, कार्ल बैरी शार्पलेस और मॉर्टन मेल्डल को क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री के विकास के लिए

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4. केमिस्ट्री के क्षेत्र में किस उपलब्धि (रिसर्च) के लिए तीन केमिस्‍ट (माउंगी बावेंडी, लुइस ब्रुस, एलेक्सी एकिमोव) को नोबेल प्राइज 2023 के लिए चुना गया?
For which achievement (research) in the field of Chemistry, three chemists (Maungi Bawendi, Louis Bruce, Alexey Ekimov) were selected for the Nobel Prize 2023?

a. प्रकाश की दूरी की खोज
b. सोलर पैनल की खोज
c. क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण
d. उपरोक्‍त सभी

Answer: c. क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण

– केमिस्ट्री में 2023 का नोबेल प्राइज माउंगी बावेंडी, लुइस ब्रुस, एलेक्सी एकिमोव को मिला है।
– इन्हें क्वांटम डॉट्स की खोज और इसके सिंथेसिस डेवलपमेंट के लिए प्राइज मिला है।
– क्वांटम डॉट्स ऐसे नैनोपार्टिकल्स होते हैं जो इतने छोटे होते हैं कि उनका आकार उनके गुणों को निर्धारित करता है।

क्‍वांटम डॉट्स का इस्‍तेमाल कहां होता है
– क्वांटम डॉट्स का इस्तेमाल आज कंप्यूटर मॉनिटर और टेलीविजन स्क्रीन को रोशन करने के लिए किया जाता है।
– इसमें QLED तकनीक का इस्तेमाल होता है।
– कलर्ड लाइट बनाने के लिए भी रिसर्चर्स ने क्वांटम डॉट्स का इस्तेमाल किया है।
– क्वांटम डॉट्स की लाइट इतनी तेज होती है कि जब इसे ट्यूमर पर डाला जाएगा, तो सर्जन्स को उसके टिश्यू देखने में कोई परेशानी नहीं होती है।
– क्वांटम डॉट्स कई LED लैंप की लाइट में ऐसे पार्टिकल्स जोड़ती हैं, जिनसे बारीक काम करने में आसानी होती है।
– नोबेल प्राइज जीतने वाले केमिस्ट्स का मानना है कि भविष्य में क्वांटम डॉट्स फ्लेग्जिबल इलेक्ट्रॉनिक्स, छोटे सेंसर, पतले सोलर सेल और शायद एन्क्रिप्टेड क्वांटम कम्युनिकेशन में योगदान दे सकते हैं।

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5. फिजिक्स के क्षेत्र में नोबेल प्राइज 2023 के विजेता का नाम बताएं?
Name the winner of Nobel Prize 2023 in the field of Physics?

a. पियरे ऑगस्टिनी
b. फेरेंस क्रॉस्ज
c. एनी हुलियर
d. उपरोक्‍त सभी

Answer: d. उपरोक्‍त सभी (पियरे ऑगस्टिनी, फेरेंस क्रॉस्ज और एनी हुलियर)

– ऐनी हुइलियर का जन्म 1958 में पेरिस, फ्रांस में हुआ था। वह वर्तमान में स्वीडन के लुंड विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। वह फिजिक्स की फील्ड में नोबेल जीतने वाली पांचवीं महिला बनी हैं।
– पियरे एगोस्टिनी ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी, कोलंबस, यूएसए में प्रोफेसर हैं।
– फ़ेरेन्क क्रॉस्ज़ का जन्म 1962 में मोर, हंगरी में हुआ था। अब वह जर्मनी के प्लैंक इंस्टीट्यूट ऑफ क्वांटम ऑप्टिक्स, गारचिंग में निदेशक और लुडविग-मैक्सिमिलियंस-यूनिवर्सिटैट मुन्चेन में प्रोफेसर हैं।

नोट:- 2022 में फिजिक्‍स का नोबेल प्राइज – एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉसर और एंटोन ज़िलिंगर को क्वांटम इन्फॉर्मेशन साइंस और फोटोन्स पर रिसर्च के लिए

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6. फिजिक्स के क्षेत्र में किस उपलब्धि (रिसर्च) के लिए तीन वैज्ञानिकों (पियरे ऑगस्टिनी, फेरेंस क्रॉस्ज और एनी हुलियर) को नोबेल प्राइज 2023 के लिए चुना गया?
For which achievement (research) in the field of Physics, three scientists (Pierre Agostini, Ferenc Krausz and Anne L’Huillier) were selected for the Nobel Prize 2023?

a. पदार्थ में इलेक्‍ट्रॉन की खोज
b. सोलर पैनल की खोज
c. प्रकाश की दूरी की खोज
d. पदार्थ में इलेक्ट्रॉन गतिशीलता के अध्ययन के लिए प्रकाश के एटोसेकंड पल्स उत्पन्न करने वाले प्रायोगिक तरीके के लिए

Answer: d. पदार्थ में इलेक्ट्रॉन गतिशीलता के अध्ययन के लिए प्रकाश के एटोसेकंड पल्स उत्पन्न करने वाले प्रायोगिक तरीके के लिए
(for experimental methods that generate attosecond pulses of light for the study of electron dynamics in matter)

– नोबेल कमेटी ने माना है कि इनके एक्सपेरिमेंट से एटम और मोलिक्यूल्स में मौजूद इलेक्ट्रॉन्स की दुनिया को समझने में अहम मदद मिलेगी।

इलेक्ट्रॉन की स्टडी के लिए सूक्ष्म तरंगें पैदा कीं


– पूरी दुनिया मैटर से बनी है। वहीं, मैटर अनगिनत एटम्स से मिलकर बनता है।
– एक एटम में कई इलेक्ट्रॉन्स होते हैं जो अलग-अलग ऑर्बिट्स में मौजूद होते हैं।
– ये लगातार मूव करते रहते हैं।
– जब इलेक्ट्रॉन एक ऑर्बिट से दूसरे ऑर्बिट में जाता है तो इनके एनर्जी लेवल में बदलाव आता है।
– इस बदलाव को समझने के लिए लाइट की एटोसेकेंड पल्स की मदद ली जाती है।
– इन फिजिसिस्ट्स ने ऐसे तरीकों को ईजाद किया, जिनके जरिए लाइट की ऐसी ही सूक्ष्म तरंगों को उत्पन्न किया गया था।
– इससे इलेक्ट्रॉन्स के मूवमेंट और इनमें होने वाले एनर्जी चेंज की स्टडी में मदद मिलेगी।

वैज्ञानिकों ने वास्तव में क्या किया है?
– एक परमाणु, एक छोटी इकाई जिसमें पदार्थ को विभाजित किया जा सकता है, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के एक नाभिक से बना होता है, और इलेक्ट्रॉन इस नाभिक के चारों ओर घूमते हैं।
– इलेक्ट्रॉन इतनी तेजी से चलते हैं कि वास्तविक समय में उनका निरीक्षण करना असंभव है।
– एल हुइलियर, एगोस्टिनी और क्रॉस्ज़ के काम ने मानवता को प्रकाश के स्पंदन उत्पन्न करके इलेक्ट्रॉनों की गति को देखने और अध्ययन करने के करीब ला दिया है जो केवल एटोसेकंड तक रहता है, जो एक सेकंड का 1×10 −18 है ।

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7. मालदीव के नए राष्‍ट्रपति कौन चुने गए?
Who was elected the new President of Maldives?

a. मोहम्‍मद शरीफ मुंडू
b. इब्राहिम मोहम्मद सोलिह
c. मोहम्मद मुइज्जू
d. अब्‍दुल्‍ली यामीन

Answer: c. मोहम्मद मुइज्जू

– मोहम्मद मुइज्जू ने 30 सितंबर 2023 को हुए राष्‍ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की। वह विपक्षी प्रोग्रेसिव अलायंस के नेता हैं।
– चुनाव के नतीजों पर मालदीव के लोगों की ही नहीं बल्कि भारत और चीन की भी नजर रही।
– इसकी वजह ये है कि राष्ट्रपति बनने की रेस में शामिल दो बड़े नेताओं में एक इब्राहिम मोहम्मद सोलिह भारत समर्थक माने जाते हैं।
– वहीं, दूसरे विपक्षी प्रोग्रेसिव अलायंस के नेता मोहम्मद मुइज्जू चीन का समर्थन करते हैं।

मुइज्जू के जीतने से भारत के पड़ोस में बढ़ेगा चीन का असर
– मोहम्‍मद मुइज्जू के जीतने से भारत के पड़ोस में चीन का दबदबा फिर बढ़ेने का अंदेशा है।
– दरअसल, मुइज्जू की पार्टी पीपल्स नेशनल कांग्रेस के पिछले कार्यकाल में ही मालदीव चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का हिस्सा बना था।
– राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले मोहम्मद मुइज्जू मालदीव की राजधानी माले के मेयर हैं। इस पद पर रहते हुए उन्होंने चीन के साथ अपने रिश्तों को मजबूत किया।

भारत के तोहफे में दिए दो हेलिकॉप्टरों पर विवाद
भारत ने मालदीव को 2010 और 2013 में दो हेलीकॉप्टर और 2020 में एक छोटा विमान तोहफे के तौर पर दिया था। इस पर मालदीव में काफी हंगामा है। विपक्ष राष्ट्रपति सोलिह पर ‘इंडिया फर्स्ट’ नीति का अपनाने का आरोप लगाता है।

लोकेशन की वजह से अहम है मालदीव.
– हिंद महासागर में मालदीव की लोकेशन की वजह से चीन और भारत दोनों के लिए इस देश की स्ट्रैटेजिक अहमियत है।
– मालदीव 1100 से ज्यादा छोटे-बड़े द्वीप हैं जो हिन्द महासागर में दक्षिण-पश्चिम तक फैले हुए हैं। ये पूर्वी देशों को पश्चिमी देशों से जोड़ने का एक अहम रूट भी है।
– माना जाता है कि इसमें से 16 द्वीप को चीन लीज पर ले चुका है।
– चीन अगर इन द्वीपों पर कब्जा कर लेता है, तो वह भारत के व्यापारिक जहाजों के साथ-साथ नौसेना के काफिलों पर भी नजर रख सकता है।
– साथ ही युद्ध की स्थिति में इन द्वीपों पर अपने जहाज तैनात कर सकता है।

मालदीव
– मालदीव द्वीप समूह, आधिकारिक तौर पर मालदीव गणराज्य, हिंद महासागर में स्थित एक द्वीप देश है।
राजधानी : माले
राष्ट्रपति : मोहम्मद मुइज्जू
मुद्रा : मालदीवी रुफिया

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8. केंद्र सरकार ने विद्रोही गुटों ‘नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा’ (NLFT) और ‘ऑल इंडिया त्रिपुरा टागर फोर्स’ (ATTF) को कितने वक्‍त के लिए प्रतिबंधित कर दिया?
For how long did the Central Government ban the rebel groups ‘National Liberation Front of Tripura’ (NLFT) and ‘All India Tripura Tagar Force’ (ATTF)?

a. 5 वर्ष
b. 8 वर्ष
c. 10 वर्ष
d. 18 वर्ष

Answer: a. 5 वर्ष

विद्रोही गुट
– नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (NLFT)
– ऑल इंडिया त्रिपुरा टागर फोर्स (ATTF)

केंद्र सरकार ने प्रतिबंध क्‍यों लगाया
– इन पर देश की एकता और संप्रभुता के खिलाफ गतिविधियों में संलिप्त रहने का आरोप है।
– सरकार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि NLFT और ATTF का मकसद त्रिपुरा को अलग स्वतंत्र राष्ट्र बनाना है।
– इसको लेकर ये गुट, कई अन्य सशस्त्र अलगाववादी संगठनों की मदद से सालों से सशस्त्र विद्रोह कर रहे हैं।
– तीन अक्‍टूबर 2023 को इन दोनों गुटों से जुड़े संगठनों को भी 5 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।

त्रिपुरा
राजधानी – अगरतला
सीएम – मानिक साहा
गवर्नर – सत्‍यदेव नारायण आर्य

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9. भारत सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए किस देश से कहा कि वह अपने 40 राजनयिकों को 10 अक्‍टूबर 2023 तक वापस बुला ले?
Taking a tough step, the Indian government asked which country to recall its 40 diplomats by October 10, 2023?

a. चीन
b. पाकिस्‍तान
c. कनाडा
d. बांग्‍लादेश

Answer: c. कनाडा

– मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कनाडा के 62 राजनयिक भारत में तैनात हैं और भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा से 40 को वापस बुला लेने को कहा है।
– भारत ने यह भी कहा है कि अगर कनाडा ऐसा नहीं करता है तो इन राजनयिकों को भारत में राजनयिक छूट भी नहीं मिलेगी।
– अभी कनाडा में भारत के कम राजनयिक हैं और भाारत सरकार ने अब कनाडा को भी इतने ही राजनयिक रखने के लिए कहा है। – भारत ने खालिस्‍तानी आतंकी की मौत मामले में जस्टिन ट्रूडो के बयान और एक भारतीय अधिकारी को वापस भेजे जाने के बाद अब कनाडा के खिलाफ जोरदार कदम उठाया है।
– भारत के इस कदम से कनाडा को बड़ा झटका लगने जा रहा है।
– वहीं जस्टिन ट्रूडो भारत के निज्‍जर हत्‍याकांड में बार-बार सबूत मांगने के बाद भी अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं दे पाए हैं।
– इससे पहले ट्रूडो ने दावा किया था कि निज्‍जर की हत्‍या में भारतीय एजेंटों का हाथ है।

भारत के कदम के बाद कनाडा ने क्‍या कहा
– कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर से कहा है कि वो भारत के साथ तनाव को बढ़ाना नहीं चाहते हैं।
– ट्रूडो ने कहा- कनाडा के लिए ये जरूरी है कि हमारे डिप्लोमैट्स भारत में मौजूद रहें। हम लगातार ऐसे कदम उठाते रहेंगे, जिससे मुश्किल समय में भी भारत के साथ बेहतर रिश्ते बना सकें।
– दूसरी तरफ, कनाडा की विदेश मंत्री मेलेनी जोली ने कहा है कि डिप्लोमैटिक संकट से निकलने के लिए वो भारत के साथ प्राइवेट बातचीत करना चाहती हैं। जोली ने कहा- हम भारत सरकार के साथ संपर्क में हैं। हमारे लिए कनाडा के डिप्लोमैट्स की सुरक्षा बेहद जरूरी है।

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10. सीमा सड़क संगठन (BRO) के नए महानिदेशक कौन बने?
Who became the new Director General of Border Roads Organization (BRO)?

a. लेफ्टिनेंट जनरल अमरजीत सिंह
b. लेफ्टिनेंट जनरल श्रीनिवासन
c. लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी
d. लेफ्टिनेंट जनरल सुरश शर्मा

Answer: b. लेफ्टिनेंट जनरल श्रीनिवासन

– रक्षा मंत्रालय के अनुसार उन्‍होंने 30 सितंबर 2023 को बीआरओ के 28वें महानिदेशक के रूप में पदभार ग्रहण किया।

BRO (Border Roads Organisation)
– सीमा सड़क संगठन भारत में एक सड़क निर्माण कार्यकारी बल है।
– यह भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए सड़क मार्गों एवं पुलों का निर्माण कार्य तथा व्यवस्थापन का कार्य करता है।
– यह रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के स्वामित्व में एक वैधानिक (statutory) निकाय है।
– बीआरओ का स्‍थापना दिवस : 7 मई
– हेडक्‍वाटर: नई दिल्‍ली

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11. अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस किस महापुरुष की जयंती पर मनाया जाता है?
International Day of Non-Violence is celebrated on the birth anniversary of which great man?

a. सरदार वल्‍लभ भाई पटेल
b. नेल्‍सन मंडेला
c. महात्‍मा गांधी
d. अल्‍बर्ट आइंस्‍टीन

Answer: c. महात्‍मा गांधी

– यह दिवस संयुक्‍त राष्‍ट्र ने वर्ष 2007 में घोषित किया था।
– राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की जयंती 2 अक्‍टूबर को मनाई जाती है।
– उनका जन्‍म 2 अक्‍टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था।
– निधन 30 जनवरी 1948 को हो गया था, जब आजाद भारत के पहले आतंकवादी नाथू राम गोडसे ने गोली मार दी थी।
– दिल्‍ली में राजघाट पर उनका स्‍मारक है।
– महात्मा गांधी देश ही नहीं, दुनिया के लोगां के लिए आइकॉन हैं।

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12. देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती कब मनाई जाती है?
When is the birth anniversary of the country’s second Prime Minister Lal Bahadur Shastri celebrated?

a. 1 अक्‍टूबर
b. 2 अक्‍टूबर
c. 3 अक्‍टूबर
d. 4 अक्‍टूबर

Answer: 2 अक्‍टूबर

– पंडित जवाहर लाल नेहरू के बाद देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्‍त्री थे।
– उनका जन्‍म 2 अक्‍टूबर 1904 को मुगलसराय (यूपी) में हुआ था।
– निधन 11 जनवरी 1966 को उज्‍बेकिस्‍तान की राजधानी ताशंकद में रहस्‍यमय ढंग से हुआ था।
– 12 घंटे पहले शास्‍त्री जी ने भारत-पाकिस्‍तान के बीच शांति समझौता किया था।
– उन्‍होंने ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा दिया था।
– उनके स्‍मारक का नाम विजय घाट है।


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