1st to 3rd September 2022 Current Affairs

यह 1st to 3rd September 2022 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्‍जाम्‍स में मदद करेगा।

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1. देश के पहले स्‍वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर का नाम बताएं, जिसे PM मोदी ने भारतीय नौसेना को सौंपा?

a. INS विक्रमादित्‍य
b. INS विक्रांत
c. INS विराट
d. INS विशाल

Answer: b. INS विक्रांत

– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के कोच्चि में 02 सितंबर 2022 को नौसेना को देश का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत (नया वाला) सौंपा।
– इसी के साथ विक्रांत के नाम के पहले INS (इंडियन नेवल सर्विस) जुड़ गया।
– INS विक्रांत भारत में बना हुआ सबसे बड़ा वॉरशिप है।

एयरक्राफ्ट कैरीअर क्या होता है?
– इसे समुद्र में चलता-फिरता एयरबेस कह सकते हैं।
– इसमें बहुत सारे फाइटर प्लेन और हेलीकॉप्टर रखे जा सकते हैं।
– इसमें हवाई पट्टी होती है, जिससे फाइटर प्‍लेन उड़ते और उतरते हैं।
– दुश्‍मन के लिए यह बहुत खतरनाक होता है, क्‍योंकि समुद्र के साथ-साथ आसमान से भी इलाके पर नजर रहती है और दुश्‍मन को दूर से ही तबाह किया जा सकता है।

विक्रांत नाम क्यों?
– यह नाम आपने पहले भी सुना होगा, तो जान लीजिए कि इससे पहले भी INS विक्रांत नाम से विशालकाय एयरक्राफ्ट कैरीअर था।
– पुराना वाला INS विक्रांत ब्रिटिश मेड (यूनाइटेड किंगडम में बना) था।
– वह वर्ष 1945 में बनकर अधूरा तैयार हुआ था। उस वक्‍त नाम था हरक्‍यूलस।
– इसके बाद वर्ष 1957 में इंडिया ने खरीद लिया था। यह भारत का पहला एयरक्राफ्ट कैरीअर था।
– इंडिया ने इसका नाम INS विक्रांत रखा। इसका शानदार इतिहास है।

पुराने INS विक्रांत का इतिहास
– 1971 के इंडिया-पाकिस्‍तान वॉर में INS विक्रांत ने कई जहाजों के साथ मिलकर पूर्वी पाकिस्‍तान (अब बांग्‍लादेश) को घेरकर रखा हुआ था।
– INS विक्रांत ने अपने सीहॉक लड़ाकू विमानों से बांग्लादेश के चिटगांव, कॉक्स बाजार और खुलना में दुश्मन के ठिकानों को तबाह कर दिया था।
– इसने पाकिस्‍तान के किसी भी जहाज और सबमरीन (पनडुब्‍बी) पूर्वी पाकिस्‍तान तक पहुंचने के रास्‍ते बंद कर दिए थे। तो वहां की फौज को सपोर्ट मिलना एक तरह से बंद हो गया था।
– बांग्‍लादेश आजाद करने में पुराने INS विक्रांत की बड़ी भूमिका थी।
– पुराने वाले INS विक्रांत को 31 जनवरी 1997 में नेवी ने डीकमीशन (रिटायर) कर दिया था।

INS विक्रांत बनाने का प्‍लान कैसे हुआ
– वर्ष 1999 की करगिल जंग के बाद भविष्‍य के खतरों से पिनटने के लिए डिफेंस एक्‍पर्ट ने विशाल स्‍वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने का प्रस्‍ताव रखा।
– इंडियन नेवी के पास ऐसे युद्धपोत ऑपरेट करने का एक्‍सपीरिएंस तो था, लेकिन बनाने का नहीं।
– वर्ष 2002 में प्रोजेक्‍ट को अटल बिहारी वाजपेई की सरकार ने मंजूरी दी।
– कोचीन शिपयार्ड लिमिटडे में निर्माण शुरू हुआ।
– वर्ष 2005 तक सब कुछ ट्रैक पर था, तभी रूस ने वॉरशिप ग्रेड स्‍टील देने से इनकार कर दिया।
– रूस के ऐसे रुख से INS विक्रांत का कंस्‍ट्रक्‍शन करीब 2 साल रुका रहा।
– दरअसल, एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने के लिए खास तरह के स्‍टील की जरूरत होती है।
– इसे वॉरशिप ग्रेड स्‍टील कहते हैं। इसके लिए भारत, रूस पर निर्भर था।
– इस बीच DRDO और स्‍टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने मिलकर इस खास स्‍टील को डेवलप कर लिया। अब रूस पर निर्भरता खत्‍म हो गई।
– वर्ष 2022 में यह बनकर तैयार हो गया। अब नेवी को सौंपा जा चुका है।

नए INS विक्रांत में क्या नया?
– INS विक्रांत 262 मीटर लंबा, 62 मीटर चौड़ा और 59 मीटर ऊंचा है।
– इसमें 14 डेक है।
– डेक दो फुटबॉल के मैदान जितना बड़ा है।
– विमानवाहक पोत पूरी तरह से लोड होने पर लगभग 4,3000 टन का विस्थापन (डिस्प्लेसमेंट) करता है।

पावर
– पोत को चार गैस टर्बाइनों से संचालित किया जाता है।
– कुल पावर: 88 मेगावाट

परफॉर्मेंस
– अधिकतम स्पीड: 28 नॉट (KNOT)
– एंडुरेंस (endurance): 7,500 समुद्री मील (लगभग 14,000 किमी के बराबर)

स्पेस (जगह)
– 10 मंजिल ऊंची बिल्‍डिंग जितनी ऊंचाई वाले इस जहाज में करीब 2,400 कम्पार्टमेंट हैं, जिन्हें 1,600 सैनिकों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
– इसमें महिला अधिकारियों और नाविकों को समायोजित करने के लिए विशेष केबिन भी हैं।

एविएशन हैंगर (डेक के नीचे विमान रखने की जगह)
– यह दो ओलंपिक आकार के पूल जितना बड़ा है।
– इसमें लगभग 20 विमान रखे जा सकते हैं।

प्रति घंटा 3,000 रोटी पकाने की सुविधा
– एक अच्छी तरह से सुसज्जित रसोईघर है, जो विविध मेनू पेश कर सकता है।
– इसकी एक यूनिट भी है, जो प्रति घंटे 3,000 रोटियां बनाती है।

16-बेड अस्पताल
– मेडिकल कॉम्प्लेक्स में मॉड्यूलर इमरजेंसी ऑपरेशन थिएटर, फिजियोथेरेपी क्लिनिक और इंटेंसिव केयर यूनिट जैसी सुविधाएं है।
– इसके अलावा पैथोलॉजी सेटअप, सीटी स्कैनर के साथ रेडियोलॉजी विंग और एक्स-रे मशीन भी है।
– साथ ही एक-डेंटल कॉम्प्लेक्स, आइसोलेशन वार्ड और टेलीमेडिसिन सुविधाओं के साथ 16 बेड का अस्पताल है।

एयरक्राफ्ट के लॉन्च के लिए STOBAR
– विक्रांत, विमान को लॉन्च करने के लिए स्कीई-जंप के साथ शॉर्ट टेक ऑफ बट अरेस्ट रिकवरी (STOBAR) मॉडल का उपयोग करता है।
– जहाज पर इन विमानों की रिकवरी के लिए तीन अरेस्टर वायर का एक सेट का प्रयोग करता है।

नए INS विक्रांत में कितने विमान?
– पूरी तरह से परिचालन मोड में होने पर, पोत के पास 30 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे।
– इनमें नीचे दिए गए विमान शामिल होंगे:
– मिग-29के लड़ाकू जेट (रूसी मूल, वाहक-सक्षम)
– कामोव -31 हेलीकॉप्टर (रूसी मूल, वॉर्निंग कंट्रोल रोल)
– एमएच -60 आर हेलीकॉप्टर (यूएस मूल,मल्टी-रोल)
– एएलएच हेलीकॉप्टर (स्वदेशी एडवांस्ड लाइट)
– एलसीए हेलीकॉप्टर (नेवल वर्जन ऑफ लाइट)

INS विक्रांत को बनाने में कितना खर्च?
– विक्रांत को लगभग 20,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।
– पूर्ण स्वदेशी रूप से निर्माण हुआ, जिसमें 76% स्वदेशी सामग्री का प्रयोग हुआ।

INS विक्रांत कब से फुल कैपेसिटी में काम करेगा?
– INS विक्रांत पर उड़ान परीक्षण नवंबर तक पूरा होगा।
– वर्ष 2023 के मध्य तक पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है।

किस देश के पास सबसे ज्यादा एयरक्राफ्ट कैरीअर?
देश- एयरक्राफ्ट कैरीअर
अमेरिका- 11
चीन- 4
ब्रिटेन- 2

भारत के पास कितने एयरक्राफ्ट कैरीअर?
– वर्तमान में, भारत के पास अब दो एयरक्राफ्ट कैरीअर हैं।
– एक है INS विक्रमादित्य।
– दूसरा है नया वाला INS विक्रांत।

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2. पीएम मोदी ने भारतीय नौसेना के नए झंडे का अनावरण किया, इस झंडे में क्या बदलाव किया गया?

a. ब्रिटिश निशान को हटाया गया
b. अष्टकोणीय ढाल में अशोक स्तंभ जोड़ा गया
c. आदर्श वाक्य ‘सैम नो वरुणः’ लिखा गया
d. उपरोक्‍त सभी

Answer: d. उपरोक्‍त सभी

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3. भारतीय नौसेना के नए झंडे में अष्टकोणीय ढाल का उपयोग किया गया है, यह किस महाराजा के राजमुद्रा से लिया गया है?

a. छत्रपति शिवाजी महाराज
b. पृथ्‍वीराज चौहान
c. अशोक
d. उपरोक्‍त सभी

Answer: a. छत्रपति शिवाजी महाराज

– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 02 सितंबर 2022 को नौसेना को देश का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत सौंपा।
– इसी के साथ उन्होंने नेवी को नया नौसेना ध्वज सौंपा।
– इस नए ध्वज में से अंग्रेजों की निशानी क्रॉस का रेड क्रॉस हटा दिया गया है।
– सेंट जॉर्ज क्रॉस को भारतीय नौसेना के नए झंडे से हटा दिया गया है।
– इसके बजाय, अब इसमें ऊपरी कैंटन (झंडे के ऊपरी बाएं कोने) पर तिरंगे के साथ अशोक स्तंभ है।
– अशोक स्तंभ एक अष्टकोणीय ढाल (छत्रपति शिवाजी महाराज की राजमुद्रा से लिया गया अष्टकोण,जो आठ दिशाओं का प्रतीक है) से घिरा हुआ है और एक लंगर के ऊपर टिका हुआ है।
– इसके नीचे नौसेना का आदर्श वाक्य ‘सैम नो वरुणः’ लिखा हुआ है।

ध्वज में बदलाव का सफर
– स्वतंत्रता तक ध्वज में सफेद बैकग्राउंड पर रेड क्रॉस के साथ बाएं कोने पर यूनियन जैक (ब्रिटिश झंडा) था।

– वर्ष 1950 में संविधान लागू होने के दौरान ध्वज में सफेद बैकग्राउंड पर रेड क्रॉस रहा।
– लेकिन इस बार बाएं कोने पर यूनियन जैक की जगह तिरंगे को रखा गया।

– दूसरी बार वर्ष 2001 में ध्वज में बदलाव किया गया।
– इस बार रेड क्रॉस को हटा दिया गया और बाएं कोने पर तिरंगे के साथ अशोक स्तंभ और लंगर को रखा गया।

– तीसरी बार वर्ष 2004 में ध्वज में बदलाव हुआ।
– इस बार लंगर को हटाकर रेड क्रॉस के साथ बाएं कोने पर तिरंगे को रखा गया, और रेड क्रॉस के बीच अशोक स्तंभ को भी रखा गया।
– वर्ष 2014 तक इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया।

– चौथी बार वर्ष 2014 में झंडा में बदलाव हुआ। इसमें झंडे में मौजूद अशोक स्‍तंभ के ठीक नीचे ‘सत्‍यमेव जयते’ लिखा गया।

– अब पांचवीं बार वर्ष 2022 में रेड क्रॉस को हटाकर बाएं कोने पर तिरंगे के साथ लंगर और अशोक स्तंभ को रखा गया है।
– इस ध्वज में – अशोक स्तंभ एक अष्टकोणीय ढाल (छत्रपति शिवाजी महाराज की राजमुद्रा से लिया गया अष्टकोण,जो आठ दिशाओं का प्रतीक है) से घिरा हुआ है और एक लंगर के ऊपर टिका हुआ है।
– इसके नीचे नौसेना का आदर्श वाक्य ‘सैम नो वरुणः’ लिखा हुआ है।

इंडियन नेवी चीफ – एडमिरल आर हरि कुमार

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4. वोस्तोक-2022 सैन्य अभ्यास कहां आयोजित हुआ, जिसमें भारत, चीन और रूस की सेनाओं ने हिस्सा लिया?

a. यूक्रेन
b. रूस
c. नेपाल
d. अमेरिका

Answer: b. रूस

– वोस्तोक-2022 सैन्य अभ्यास का आयोजन रूस के प्रिमोर्स्की क्षेत्र में 01 सितंबर 2022 को शुरू हुआ।
– इस अभ्यास में भारत, चीन और रूस सहित अन्य देशों ने हिस्सा लिया।
– यह अभ्यास 01-07 सितंबर 2022 तक चलेगा।
– इस अभ्यास में चीन, भारत, रूस और कई अन्य देशों के 50,000 से अधिक सैनिक हिस्सा ले रहे हैं।
– इसके अलावा 5000 वेपन्स यूनिट जिसमें शामिल 60 वॉरशिप और 150 से ज्यादा एयरक्राफ्ट भी हिस्सा ले रहे हैं।

वोस्तोक-2022 में भारत के शामिल होने पर अमेरिका ने चिंता जताई
– भारत द्वारा रूस के साथ इस सैन्य अभ्यास में भाग लेने पर अमेरिका ने अपनी चिंता व्यक्त की है।
– अमेरिका ने रूस के साथ अभ्यास करने वाले देशों को लेकर चिंता व्यक्त की है।
– यह चिंता इसलिए व्यक्त की गई क्योंकि रूस का यूक्रेन पर आक्रमण अभी भी जारी है।

इंडियन आर्मी चीफ – जनरल मनोज पांडे

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5. वोस्तोक-2022 सैन्य अभ्यास के किस प्रारूप में भारत ने हिस्सा लेने से मना कर दिया?

a. नेवल ड्रिल
b. आर्मी ड्रिल
c. एयरफोर्स ड्रिल
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: a. नेवल ड्रिल

– रूसी नौसेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) के युद्धपोत वोस्तोक 2022 के हिस्से के रूप में ओखोटस्क सागर और जापान सागर में अभ्यास में भाग लेंगे।
– लेकिन भारत ने इस क्षेत्र में होने नेवल ड्रिल में हिस्सा लेने मना कर दिया है।
– जापान की संवेदनशीलता को आहत करने से बचने के लिए भारत इस नेवल ड्रिल में हिस्सा नहीं लेगा।

रूस
प्रेसिडेंट- व्लादिमीर पुतिन
कैपिटल- मास्को

इंडियन नेवी चीफ – एममिरल आर हरि कुमार

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6. चीनी सैनिकों ने भारतीय चरवाहों को अगस्‍त 2022 में लद्दाख के किस क्षेत्र में प्रवेश करने से रोका?

a. डेमचोक
b. डेपसांग
c. पैंगोंग त्सो
d. इनमे से कोई नहीं

Answer: a. डेमचोक

– लद्दाख के डेमचोक में 21 अगस्त 2022 को चीनी सेना ने भारतीय चरवाहों को रोका।
– चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने डेमचोक में सीएनएन जंक्शन पर सैडल पास के पास भारत की धारणा वाली लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के भीतर चरवाहों की उपस्थिति पर आपत्ति जताई है।

इस घटना को लेकर चीन और भारत में क्या बात हुई?
– इस घटना के बाद भारतीय सेना के कमांडरों और चीनी सेना के बीच इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कुछ बैठकें हुईं।
– चरवाहे क्षेत्र में बार-बार आते रहे हैं और वर्ष 2019 में मामूली हाथापाई भी हुई थी।
– इस बार जब चरवाहे पशुओं के साथ गए, तो चीनियों ने आपत्ति जताई कि, यह उनका क्षेत्र है।
– न्‍यूजपेपर ‘द हिन्‍दू’ लिखा है कि दोनों सेनाओं के बीच कोई आमना-सामना नहीं हुआ।
– LAC पर तनाव को बढ़ने से रोकने और शांति बनाए रखने के स्थानीय कमांडरों के बीच यह एक नियमित बातचीत थी।
– यह सहमत प्रोटोकॉल के हिस्से के रूप में LAC के साथ नियमित रूप से होता रहता है।

LAC पर चीन और भारत का गतिरोध
– भारत और चीन अप्रैल 2020 से इस क्षेत्र में आमने-सामने खड़े (स्‍टैंड-ऑफ) हुए हैं।
– 15 जून, 2020 को गालवान की घटना हो चुकी है।

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7. वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में भारत की GDP विकास दर कितनी रही?

a. 15.5%
b. 14.5%
c. 13.5%
d. 12.5%

Answer: c. 13.5%

– पहली तिमाही मतलब: अप्रैल-जून 2022
– पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ: 13.5%
– पहली तिमाही में GVA (Gross value added): 12.7%
– पहली तिमाही में कितनी जीडीपी: 36.85 लाख करोड़
– पिछले वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में जीडीपी की विकास दर 20.1 फीसदी रही थी।
– पिछले वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में जीडीपी 32.46 लाख करोड़ थी।

जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़े किसने जारी किए?
– राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistical Office) ने यह आंकड़े 31 अगस्त 2022 को जारी किए।

कोविड महामारी से पहले की तुलना में जीडीपी कितनी?
– वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही : 36.85 लाख करोड़ रुपए
– वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही : 35.49 लाख करोड़ रुपए
– मतलब कि तीन साल पहले की तुलना में भारत की जीडीपी में 3.8% की ग्रोथ हुई।

GDP क्या होता है?
– सकल घरेलू उत्पाद (GDP) किसी एक साल में देश में पैदा होने वाले सभी सामानों और सेवाओं की कुल वैल्यू को कहते हैं।
– GDP किसी देश के आर्थिक विकास का सबसे बड़ा पैमाना है।
– अधिक GDP का मतलब है कि देश की आर्थिक बढ़ोतरी हो रही है, अर्थव्यवस्था ज्यादा रोजगार पैदा कर रही है।
– कम जीडीपी का मतलब कि आर्थिक तौर पर पिछड़ रहे हैं, बेरोजगारी की समस्या बढ़ रही है।

ऐसे गणना होती है > GDP = C + I + G + (X-M)

C = कंज्‍यूमर एक्‍सपेंसेज
I = इंडस्‍ट्रीज इन्‍वेस्‍टमेंट
G = गवर्नमेंट एक्‍सपेंडीचर

X = एक्‍सपोर्ट
M = इंपोर्ट

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GVA क्या होता है?
– इससे किसी इकोनॉमी में होने वाले कुल आउटपुट और इनकम का पता लगाया जाता है।
– जीवीए यह जानकारी प्रदान करता है कि, एक तय अवधि में इनपुट कॉस्ट और कच्चे माल का दाम निकालने के बाद कितने रुपये की वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन हो पाया है और इसके साथ ही यह जानकारी भी मिलती है, कि किस खास क्षेत्र, उद्योग या सेक्टर में कितना उत्पादन हो सका है।

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8. IMF (इंटरनेशनल मोनेटरी फंड) ने अस्थायी रूप से श्रीलंका को कितने बिलियन डॉलर के लोन देने पर सहमति जताई?

a. 1.9 बिलियन डॉलर
b. 2.9 बिलियन डॉलर
c. 3.9 बिलियन डॉलर
d. 4.9 बिलियन डॉलर

Answer: b. 2.9 बिलियन डॉलर

– इंटरनेशनल मोनेटरी फंड (IMF) संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी है, और एक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान है।
– इसका मुख्यालय वाशिंगटन, डीसी में है।
– इस संस्थान में 190 देश शामिल हैं।
– इस संस्थान का मिशन वैश्विक मौद्रिक सहयोग को बढ़ावा देने और वित्तीय स्थिरता को सुरक्षित करना है।
– इसके अलावा उच्च रोजगार और सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा देना और दुनिया भर में गरीबी को कम करने के लिए काम करना है।

IMF
– एमडी और सीईओ: क्रिस्टलीना जॉर्जिएवा
– IMF ने संकटग्रस्त श्रीलंका को 2.9 बिलियन डॉलर के लोन को देने पर सहमति जताई है।
– IMF स्टाफ और श्रीलंकाई अधिकारियों ने 01 सितंबर 2022 इसके लिए एक कर्मचारी-स्तरीय समझौता किया।
– समझौते में श्रीलंका की आर्थिक नीतियों का समर्थन करने के लिए 48 महीने (चार वर्ष) की इक्स्टेंडेड फंड फैसिलिटी (EFF)के तहत 2.9 बिलियन डॉलर का लोन प्रदान करने पर सहमति जताई गई।
– इस लोन का लक्ष्य 2024 तक श्रीलंका के सकल घरेलू उत्पाद को 2.3 प्रतिशत के प्राथमिक अधिशेष (सरप्लस) तक पहुंचाना है।

लोन अभी पक्का नहीं
– श्रीलंका और IMF के बीच यह एक प्रारंभिक समझौता है।
– इसे IMF प्रबंधन और उसके कार्यकारी बोर्ड द्वारा अनुमोदित किया जाना बाकी है।
– यह भी तभी आगे बढ़ेगा जब श्रीलंका के अधिकारी पहले से सहमत उपायों को अमल में लाएंगे।

IMF का यह लोन श्रीलंका की मदद कैसे करेगा?
– अर्थव्यवस्था को स्थिर करने और विकास को बढ़ावा देने में मदद के लिए धन चार वर्षों में वितरित किया जाएगा।
– इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, इस लोन से सरकार का राजस्व बढ़ेगा।
– इस राजस्व से सरकार राजकोषीय समेकन, ईंधन और बिजली के लिए नए मूल्य निर्धारण, सामाजिक खर्च में वृद्धि, कर सकेगी।
– इसके अलावा केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता को मजबूत करने और समाप्त विदेशी भंडार के पुनर्निर्माण में भी मदद मिलेगी।
– यह लोन प्रमुख कर सुधारों को लागू करेगा।
– इन सुधारों में व्यक्तिगत आयकर को और अधिक प्रगतिशील बनाना और कॉर्पोरेट आयकर के लिए कर आधार को व्यापक बनाना शामिल है।

श्रीलंका की हालत अभी कैसी है?
– श्रीलंका पर 51 अरब डॉलर से अधिक का विदेशी कर्ज बकाया है, जिसमें से 28 अरब डॉलर 2028 तक चुकाना होगा।
– IMF के अनुसार, 2022 में श्रीलंका की अर्थव्यवस्था 8.7 प्रतिशत सिकुड़ जाएगी जबकि महंगाई 60 प्रतिशत से ऊपर हो जाएगी।

श्रीलंका की हालत इतनी पतली क्यों?
– इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार अर्थव्यवस्था पर संकट वर्षों के कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार जैसे डोमेस्टिक फैक्टर से उपजा है।
– श्रीलंका की हालत पिछले कई सालों से खराब हो रही हैं।
– वर्ष 2019 में, चर्चों और होटलों में ईस्टर आत्मघाती बम विस्फोटों में 260 से अधिक लोग मारे गए।
– इस घटना ने श्रीलंका के पर्यटन को तबाह कर दिया, जोकि विदेशी मुद्रा का एक प्रमुख स्रोत है।
– इसके बाद कोविड-19 महामारी फैली और इससे अर्थव्‍यवस्‍था बर्बाद हो गई।
– श्रीलंका ने अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर काफी लोन ले लिए, जिसे चुकाना उसके लिए संभव नहीं था।
– श्रीलंका ने पैसा खर्च किया, लेकिन देश के विकास में निवेश नहीं किया।

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9. NCRB की रिपोर्ट ‘Accidental Deaths and Suicides in India’ के अनुसार वर्ष 2021 में सभी तरह की दुर्घटनाओं में कितने लोगों की मौत हुई?

a. 3,74,397
b. 3,97,530
c. 6,25,000
d. 9,87,990

Answer: b. 3,97,530

– NCRB फुल फॉर्म : National Crime Record Bureau.
– रिपोर्ट का नाम : Accidental Deaths and Suicides in India 2021.
– कब जारी हुई रिपोर्ट : अगस्त 2022

वर्ष : एक्सीडेंटल डेथ्स
2019: 4,21,104
2020: 3,74,397
2021: 3,97,530

causes of accidental deaths
– Traffic Accidents: 43.7%
– Sudden Deaths: 12.8%
– Drowning: 9.1%
– Poisoning: 5.9%
– Falls: 5.4%
– Electrocution: 3.2%
– Accidental Fire: 2.1%
– Forces of Nature: 1.8%
– Other Causes: 16.0%

देश के मुख्य राज्यों में एक्सीडेंटल डेथ्स
राज्‍य वर्ष 2021
Maharashtra: 58,242 (14.7%)
Madhya Pradesh: 40,510 (10.2%)
Uttar Pradesh: 36,521 (9.2%)
Tamil nadu: 28,286 (7.1%)
Karnataka: 25,278 (6.4%)
Rajasthan: 23,197 (5.8%)
Gujarat: 22,052 (5.5%)
Odisha: 19,663 (4.9%)
Chhattisgarh: 17,525 (4.4%)
Andra Pradesh: 16,044 (4.0%)

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10. NCRB की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 में दुर्घटनाओं के मामले में सबसे ज्‍यादा किस तरह की दुर्घटनाओं में लोगों की मौत हुई?

a. ट्रैफिक एक्‍सिडेंट
b. एक्सिडेंटल फायरिंग
c. प्राकृतिक दुर्घटना
d. जहर

Answer: a. ट्रैफिक एक्‍सिडेंट

– वर्ष 2021 में ट्रैफिक एक्सिडेंट की वजह से 1,73,860 लोगों की जान चली गई।
– सभी तरह दुर्घटनाओं में कुल मौतों का 43.7 प्रतिशत ट्रैफिक दुर्घटना का है।

Traffic Accidents deaths details
– Road Accidents : 1,55,622
– Railway Accidents : 16,431
– Railway Crossing Accidents : 1,807

Road Accident deaths details
– Two Wheeler : 44.5%
– Car: 15.1%
– Truck/Lorry: 9.4%
– Three Wheeler/ Auto Rickshaw : 4.9%
– Pedestrian (पैदल) : 12.2%
– Other NonMotorised Transport: 5.2%
– Other Motorised Transport: 5.7%
– Bus: 3.0%

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11. राष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस कब मनाया जाता है?

a. 30 अगस्त
b. 29 अगस्त
c. 28 अगस्त
d. 27 अगस्त

Answer: a. 30 अगस्त

– राष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस देश भर में हर वर्ष 30 अगस्त को मनाया जाता है।
– भारत के विकास में लघु उद्योग द्वारा किए गए योगदान का जश्न मनाने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है।

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12. मर्सिडीज-बेंज इंडिया के नए एमडी और सीईओ किसे चुने गए?

a. अमित जयंत
b. संतोष अय्यर
c. शिवराज सिंह
d. धीरेंद्र सिंह

Answer: b. संतोष अय्यर

– मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने अगस्त 2022 में संतोष अय्यर को अपना नया एमडी और सीईओ चुना है।
– वह 01 जनवरी, 2023 को पदभार ग्रहण करेंगे।
– वह जर्मन लक्जरी कार निर्माता में इस भूमिका में आने वाले पहले भारतीय होंगे।
– वह मार्टिन श्वेन्क की जगह लेंगे।

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13. 5वां राष्ट्रीय पोषण माह कब आयोजित हुआ?

a. जुलाई
b. अगस्‍त
c. सितंबर
d. अक्‍टूबर

Answer: c. सितंबर

– महिला और बाल विकास मंत्रालय 5वां राष्ट्रीय पोषण माह 2022 का आयोजन कर रहा है।
– यह अभियान 01 सितम्बर से शुरू होकर 30 सितम्बर तक चलेगा।
– वर्ष 2022 की थीम : थीम ‘महिला और स्‍वास्‍थ्‍य’ व ‘बच्‍चा और शिक्षा’
– मुख्य उद्देश्य देश के सभी ग्राम पंचायतों तक पोषण और स्वास्थ्य के बारे में लोगों को जागरूक करना है।

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14. राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2022 (National Nutrition Week) कब आयोजित किया गया?

a. 1 से 7 सितंबर
b. 8 से 14 सितंबर
c. 15 से 21 सितंबर
d. 22 से 28 सितंबर

Answer: a. 1 से 7 सितंबर

– पोषण सप्ताह मनाने का मुख्य उद्देश्य बेहत्तर स्वास्थ्य के लिए पोषण के महत्व पर जागरूकता बढ़ाना है!
– 2022 की थीम – सेलिब्रेट वर्ल्ड ऑफ फ्लेवर

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15. ‘जबरन गायब होने के शिकार लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ (International Day of the Victims of Enforced Disappearances) को कब मनाया जाता है?

a. 30 अगस्त
b. 29 अगस्त
c. 28 अगस्त
d. 27 अगस्त

Answer: a. 30 अगस्त

– संयुक्त राष्ट्र हर वर्ष 30 अगस्त को इस दिवस को मनाता है।
– इस दिवस को लापता होने से रोकने और जिम्मेदार लोगों को न्याय दिलाने के लिए मनाया जाता है।

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16. विश्व नारियल दिवस (World Coconut Day) कब मनाया जाता है?

a. 30 अगस्‍त
b. 31 अगस्‍त
c. 1 सितंबर
d. 2 सितंबर

Answer: d. 2 सितंबर

– 2022 की थीम है ‘खुशहाल भविष्य और जीवन के लिए नारियल की खेती करें‘ (Growing Coconut for a Better Future and Life)
– यह दिवस नारियल उत्पादक देशों के अंतर सरकारी संगठन ‘अंतर्राष्ट्रीय नारियल समुदाय (ICC)’ ने घोषित किया हुआ है।


 

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