10 & 11 अप्रैल 2024 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण

यह 10 & 11 अप्रैल 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. WHO की वैश्विक हेपेटाइटिस रिपोर्ट 2024 के अनुसार भारत इस बीमारी के मामले में दुनिया में किस स्‍थान पर है?
According to WHO’s Global Hepatitis Report 2024, where is India in the world in terms of this disease?

a. पहला
b. दूसरा
c. तीसरा
d. आठवां

Answer: b. दूसरा

किस देश में कितने मामले

वैश्विक हेपेटाइटिस रिपोर्ट 2024 में भारत की स्थिति
– भारत वायरल हेपेटाइटिस के सबसे अधिक बोझ वाले देशों में दूसरे स्‍थान पर है।
– हेपेटाइटिस बी के 2.98 करोड़ और हेपेटाइटिस सी के 55 लाख मरीज हैं।
– वर्ष 2022 में हेपेटाइटिस बी के 50,000 से अधिक नए मामले और हेपेटाइटिस सी के 1.4 लाख नए मामले सामने आए।
– इन संक्रमणों से 2022 में भारत में 1.23 लाख लोगों की मौत हो गई।
– प्रति वर्ष लगभग 13 लाख मौतों के साथ, वायरल हेपेटाइटिस, टीबी (ट्यूबरक्‍लोसिस) के बराबर ही लोगों की जान लेता है।

क्‍या है हेपेटाइटिस बीमारी?
– हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी तीन अलग-अलग वायरस के कारण होने वाले यकृत (लिवर) संक्रमण हैं।
– प्रत्येक के लक्षण समान हो सकते हैं, वे अलग-अलग तरीकों से फैलते हैं और लीवर को अलग-अलग तरह से प्रभावित कर सकते हैं।
– हेपेटाइटिस ए आमतौर पर एक अल्पकालिक संक्रमण है।
– हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी भी संक्रमण के रूप में शुरू हो सकते हैं लेकिन कुछ लोगों में, वायरस शरीर में रहता है और दीर्घकालिक या आजीवन संक्रमण का कारण बनता है। दीर्घकालिक संक्रमण से लीवर पर घाव हो सकता है जिसे सिरोसिस कहा जाता है और लीवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
– हेपेटाइटिस ए और हेपेटाइटिस बी को रोकने के लिए टीके मौजूद हैं; लेकिन हेपेटाइटिस सी के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है। हालांकि हेपेटाइटिस सी को ठीक किया जा सकता है।
– हेपेटाइटिस बी संक्रमण के बाद मरीज को जीवन भर दवाएं लेनी पड़ती हैं, जबकि हेपेटाइटिस सी का इलाज 12 से 24 सप्ताह तक चलता है।

कैसे फैलते हैं हेपेटाइटिस ए संक्रमण
– हेपेटाइटिस ए वायरस, संक्रमित व्यक्ति के मल से दूषित भोजन या पेय का सेवन करने से फैलता है. इसे फ़ीकल-ओरल रूट कहा जाता है. यह वायरस, दूषित पानी या भोजन, अनुचित स्वच्छता, और खराब व्यक्तिगत स्वच्छता के संपर्क में आने से होता है

कैसे फैलते हैं हेपेटाइटिस बी संक्रमण
– हेपेटाइटिस बी वायरस, एचआईवी की तरह ही रक्त के ज़रिए फैलता है।
– संक्रमण प्रसव के दौरान मां से बच्चे में
– ठीक से जांच न किए गए रक्त में संक्रमण से
– संक्रमित व्यक्ति के रक्त के संपर्क के दौरान
– नशीली दवाओं के उपयोगकर्ताओं द्वारा सुइयों को साझा करने के दौरान।

कैसे फैलते हैं हेपेटाइटिस सी संक्रमण
हेपेटाइटिस सी वायरस (एचसीवी) रक्त से रक्त के संपर्क में आने पर फैलता है

क्‍या उपाय है?
– हेपेटाइटिस बी वायरस को टीकाकरण के माध्यम से रोका जा सकता है। अगर यह इंफेक्‍शन क्रोनिक हेपेटाइटिस बी के स्‍टेज तक पहुंच जाता है, तो इसका ट्रीटेबल है, लेकिन क्‍यूरेबल नहीं है।

भारत में हेपेटाइटिस को लेकर अभियान
– भारत में सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (Universal Immunisation Programme) के तहत बच्चों को हेपेटाइटिस बी का टीका लगाया जाता है।
– कार्यक्रम के तहत हेपेटाइटिस बी और सी दोनों का उपचार उपलब्ध है।

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2. किस देश में वर्ष 1994 में 8 लाख लोगों का नरसंहार (Genocide) हुआ था, जिसकी याद में भारत ने 7 अप्रैल 2024 को कुतुब मीनार को उस देश के राष्‍ट्रीय ध्‍वज के रंगों से रोशन किया?
In which country did the Genocide of 800,000 people occur in the year 1994, in remembrance of which India illuminated the Qutub Minar in the colors of that country’s national flag on April 7, 2024?

a. जर्मनी
b. रवांडा
c. कंबोडिया
d. पाकिस्तान

Answer: b. रवांडा

– इस दौरान विदेश मंत्रालय के सचिव (आर्थिक संबंध) दम्मू रवि ने रवांडा की राजधानी किगाली में नरसंहार के 30वें स्मरणोत्सव में भारत का प्रतिनिधित्व किया।

कुबुत मीनार को क्यों रोशन किया?
– नरसंहार की याद में पूर्वी-अफ्रीकी राष्ट्र के लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए कुबुत मीनार को रोशन किया है।
– मीनार को रवांडा के राष्ट्रीय ध्वज के रंगों से रोशन किया गया था।

1994 का नरसंहार

– वर्ष 1994 में यह 100 दिनों का नरसंहार था।
– इसमें करीब 8 लाख लोगों ने जान गंवाई थी।
– 7 अप्रैल 2024 को इस नरसंहार को 30 वर्ष पूरे हो गए है।
– यह इतिहास के सबसे भयानक नरसंहारों में गिना जाता है।
– संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2004 में 7 अप्रैल को इंटरनेशनल डे ऑफ रिफ्लेक्शन (अंतर्राष्ट्रीय चिंतन दिवस) घोषित किया था।

विदेश मंत्रालय के सचिव का तीन देशों का दौरा
– विदेश मंत्रालय (आर्थिक संबंध) के सचिव दम्मू रवि 7 से 12 अप्रैल तक रवांडा, युगांडा और केन्या के दौरे पर हैं।
– रवांडा में सचिव दम्मू रवि ने द्विपक्षीय हित के मुद्दे पर बातचीत की।
– इसके अलावा उन्होंने युगांडा और केन्या के अधिकारियों के साथ मुलाकात की।

कुतुब मीनार के बारे में
– यह भारत में ईंट से बनी दुनिया की सबसे ऊँची मीनार है। – यह दिल्ली का एक प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल है।
– कुतुबुददीन ऐबक ने सन 1193 ईस्वी में शुरू करवाया था।
– लेकिन निर्माण पूरा होने से पहले ही उसकी मौत हो गयी। – उसके बाद इल्तुतमिश ने दिल्ली के शासक के रूप में इसके निर्माण को आगे बढ़ाया।
– कुतुबुददीन ऐबक के नाम पर इस मीनार का नाम रखा गया था।

रवांडा
– यह मध्य-पूर्व अफ़्रीका में स्थित एक देश है।
– इसका क्षेत्रफल लगभग 26 हज़ार वर्ग किमी है।
– जो भारत के केरल राज्य से भी छोटा है।
– राजधानी : किगाली
– राष्ट्रपति : पाउल कागमे
– मुद्रा : रवांडन फ्रैंक
– आबादी : करीब 1.38 करोड़ (2022)

कैसे शुरू हुआ ये नरसंहार?
– रवांडा में नरसंहार क्‍यों हुआ था?
– यह तुत्सी और हुतु समुदाय के लोगों के बीच हुआ एक जातीय संघर्ष था।
– 1990 के दशक की शुरुआत में, ये तनाव बढ़ते गए, और 1994 में, रवांडा के तत्कालीन राष्ट्रपति जुवेनाल हाब्यारिमाना की हत्या के बाद, हुतु बहुसंख्यक ने तुत्सी अल्पसंख्यक पर हमला कर दिया।
– इस हिंसा ने जल्दी ही एक व्यापक नरसंहार का रूप ले लिया, जिसमें हुतु चरमपंथियों ने तुत्सी और मध्यमार्गी हुतु को निशाना बनाया। नरसंहार के दौरान, सैनिकों, पुलिस, और हुतु मिलिशिया समूहों ने लाखों लोगों की हत्या की, जिनमें अधिकांश निर्दोष नागरिक थे।
– नरसंहार के कई महीनों बाद, तुत्सी बहुल रवांडा पैट्रियोटिक फ्रंट (RPF) ने सत्ता पर कब्जा कर लिया और हिंसा को रोक दिया।

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3. भारत अपने किन पड़ोसी देशों में मौसम को लेकर प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली विकसित करने में मदद कर रहा है?
Which of its neighboring countries is India helping in developing early warning systems regarding weather?

a. नेपाल, मालदीव
b. श्रीलंका, बांग्लादेश, मॉरीशस
c. म्यांमार, भूटान, अफगानिस्तान
d. a और b दोनों

Answer: d. a और b दोनों (नेपाल, मालदीव, श्रीलंका, बांग्लादेश और मॉरीशस)

– भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के चीफ मृत्युंजय महापात्र ने अप्रैल 2024 में यह जानकारी दी।
– भारत चरम मौसम की घटनाओं के कारण जान-माल के नुकसान को कम करने के लिए इन 5 देशों को प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली विकसित करने में मदद कर रहा है।
– भारत इन देशों के साथ एक बड़े भाई और एक सहकर्मी सलाहकार की भूमिका निभाएगा।

भारत क्यों मदद कर रहा है?
– भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार 50% देशों के पास प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली नहीं है।
– इन देशों में गरीब देश, अल्प विकसित देश और छोटे द्वीप देश शामिल हैं।
– प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली नहीं होने की वजह से इन देशों के लोगों को बड़े स्‍तर पर जान-माल की हानि हो रही है।
– आपदाओं के कारण लोग मर रहे हैं और बहुत सारी संपत्ति खो रहे हैं।
– इसलिए भारत अपने कुछ पड़ोसी देशों को प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली विकसित करने में मदद कर रहा है।
– भारत जिन 5 देशों की मदद कर रहा है, वे भी गरीब, अल्प विकसित और छोटे द्वीप देश हैं।

UN का प्रारंभिक चेतावनी अभियान
– संयुक्‍त राष्‍ट्र (UN) ने मार्च 2022 में ‘सभी के लिए प्रारंभिक चेतावनी’ नाम से पहल शुरू की।
– इसमें वर्ष 2027 तक सभी को खतरनाक मौसम, पानी या जलवायु घटनाओं से बचाने पर फोकस किया गया है।
– इस पहल के प्रथम चरण में 30 देशों में से पांच की मदद भारत कर रहा है।

कितने देशों के पास प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली है?
– विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) द्वारा दिसंबर में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 101 देशों (52%) के पास अब बहु-खतरा पूर्व चेतावनी प्रणालियाँ हैं।
– बाकि अन्‍य देशों के पास यह प्रणाली नहीं है।
– रिपोर्ट के अनुसार 1970 से 2019 तक पानी संबंधी आपदाओं में पांच गुना बढ़ोतरी हुई है।

#रिपोर्ट के अनुसार आपदाओं से कितनी मौत और कितने लोग प्रभावित#

1970 से 2021 के बीच कितनी मौतें हुई?
– इस बीच दुनिया में लगभग 12,000 मौसम, जलवायु या पानी से संबंधित आपदाएँ देखी गईं।
– इन आपदाओं से करीब 20 लाख लोगों की मौत हुई है और 4.3 ट्रिलियन डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ है।

नोट – वर्ष 2015 और 2022 के बीच आपदाओं से सालाना लगभग 41,789 लोगों की मौत हुई।
– एशिया में 2013 से 2022 तक, आपदाओं के कारण 146,000 से अधिक लोगों की मौत हुई।
– एशिया में, 911 मिलियन (लगभग 91 करोड़) से अधिक लोग सीधे प्रभावित हुए।

ग्‍लोबल स्‍तर पर कितने लोग प्रभावित
– द हिन्‍दू न्‍यूज पेपर के अनुसार आपदाओं से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़ रही है।
– हर साल वैश्विक स्तर पर 130 मिलियन (लगभग 13 करोड़) से अधिक लोग प्रभावित होते हैं।

2030 तक कितने बड़े पैमाने की आपदाओं का सामना
– अनुमान है कि 2030 तक, दुनिया को हर साल 560 मध्यम से बड़े पैमाने की आपदाओं का सामना करना पड़ सकता है।
– जलवायु परिवर्तन न केवल आपदाओं को अधिक संभावित बनाता है बल्कि उन पर प्रतिक्रिया देना भी कठिन बनाता है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD)
– चीफ : मृत्युंजय महापात्र
– मुख्‍यालय : नई दिल्‍ली
– स्‍थापना : 15 जनवरी 1875

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO)
– यह एक मौसम विज्ञान संगठन है।
– स्‍थापना : 23 मार्च 1950
– मुख्‍यालय : जिनेवा, स्विट्जरलैंड
– अध्‍यक्ष : अब्दुल्ला अल मंडौस

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4. समुद्री मार्गों के माध्‍यम से रूसी कच्चे तेल के प्राथमिक आयातक के रूप में मार्च 2024 में भारत से आगे कौन सा देश आगे निकल गया?
Which country overtook India as the primary importer of Russian crude oil through sea routes in March 2024?

a. श्रीलंका
b. पाकिस्‍तान
c. चीन
d. बांग्‍लादेश

Answer: c. चीन

किस रिपोर्ट के अनुसार आगे निकला
– अप्रैल 2024 के शुरूआती दिनों में जारी एनर्जी कार्गो ट्रैकर वोर्टेक्सा की रिपोर्ट के अनुसार आयातक के रूप में चीन भारत से आगे निकला।
– चीन ने मार्च 2024 में समुद्र के रास्ते 1.82 मिलियन बैरल प्रति दिन (एमबी/डी) रूसी कच्चे तेल का आयात किया।
– जो भारत के 1.36 एमबी/डी से एक तिहाई अधिक है।

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5. किस जगह भारत का पहला कमर्शियल क्रूड ऑयल रणनीतिक भंडारण बनाने की योजना है?
Where will India’s first commercial crude oil strategic storage be built?

a. विशाखापत्तनम
b. मैंगलोर
c. पादुर
d. लखनऊ

Answer: c. पादुर

– भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता और आयातक देश है।
– दूसरा चीन और पहला अमेरिका है।
– भारत अपनी 85 प्रतिशत से अधिक तेल जरूरतों को आयात के माध्यम से पूरा करता है।
– आपूर्ति में व्यवधान या युद्ध जैसी किसी भी आपातकालीन स्थिति में रणनीतिक भंडार जरूरी है।
– भारत में तीन रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार पहले से मौजूद हैं, जो लगभग 9.5 दिनों की राष्ट्रीय माँग को पूरा करता है।
– हालांकि अब कॉमर्शियल रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार बनाने का फैसला हुआ है।
– इसका संचालन इंडियन स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व्स लिमिटेड (ISPRL) है।

भारत में रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार: 5.33 मिलियन टन (करीब 53.3 लाख टन)
1. विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश (1.33 मिलियन टन) [13.3 लाख टन]
2. मैंगलोर, कर्नाटक (1.5 मिलियन टन) [15 लाख टन]
3. पादुर, कर्नाटक (2.5 मिलियन टन) [25 लाख टन]

अब कॉमर्शियल रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार
– ISPRL ने कर्नाटक के पादुर में 2.5 मिलियन टन भूमिगत भंडारण के निर्माण के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं।
– कॉमर्शियल रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार का मतलब है कि निजी कंपनी इसे संभालेगी।

क्रूड ऑयल क्‍या है?
– क्रूड ऑयल या कच्चे तेल का अर्थ हाइड्रोकार्बन का मिश्रण है जो प्राकृतिक भूमिगत जलाशयों में तरल चरण (liquid phase) में मौजूद होता है और सतह पृथक्करण सुविधाओं से गुजरने के बाद वायुमंडलीय दबाव पर तरल (liquid) रहता है।
– क्रूड ऑयल पेट्रोलियम का हिस्‍सा है, पेट्रोलियम में से करीब 6000 तरह के प्रोडक्‍ट प्राप्‍त होते हैं।
– इनमें से क्रूड ऑयल भी एक हिस्‍सा है।
– क्रूड ऑयल को लगातार रिफाइन करने पर अलग अलग तरह के प्रोडक्‍ट निकलते हैं, जिनको हम डेली अलग अलग तरीके से इस्‍तेमाल करते हैं।

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6. फॉर्मूला वन विश्व चैंपियन का नाम बताएं जिसने जापानी ग्रैंड प्रिक्स लगातार तीसरे साल पोल पोजीशन (शीर्ष स्थान) हासिल किया?
Name the Formula One World Champion who secured pole position (top position) at the Japanese Grand Prix for the third consecutive year?

a. कार्लोस सैन्‍ज
b. फर्नांडो आलोंसो
c. सर्जियो पेरेज
d. मैक्स वेर्स्टाप्पेन

Answer: d. मैक्स वेर्स्टाप्पेन (रेड बुल ड्राइवर)

– मैक्स वेर्स्टाप्पेन एक रेसिंग कार के ड्राइवर है।
– उन्‍होंने पोल पोजीशन (टॉप/पहले स्थान) 6 अप्रैल 2024 को जापानी ग्रैंड प्रिक्स हासिल की।
– वेर्स्टाप्पेन ने 1 मिनट 28.197 सेकंड का समय निकालकर टीम के साथी सर्जियो पेरेज़ को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया।
– नौ साल पहले लुईस हैमिल्टन के बाद एक सीज़न की शुरुआती रेसेस में पोल लेने वाले पहले ड्राइवर बन गए हैं।

पोल पोजिशन
– मोटर स्‍पोर्ट्स रेस में स्टार्टिंग ग्रिड के टॉप/पहले स्थान को पोल पोजिशन के रूप में जाना जाता है।
– क्वालिफाइंग रेस के दौरान सबसे तेज़ समय निकालकर रेस खत्म करने वाला ड्राइवर आगामी रेस के लिए पोल पोजिशन हासिल कर लेता है।
– स्टार्टिंग ग्रिड मतलब : शुरुआत में ट्रैक का एक चिह्नित खंड जहां अभ्यास के समय के अनुसार कारें कतार में खड़ी होती हैं।
– नंबर-एक क्वालीफाइंग ड्राइवर को पोल-सिटर भी कहा जाता है।

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7. किस राज्‍य के मिरज शहर में बने सितार और तानपुरा को मार्च 2024 में GI टैग मिला?
Sitar and Tanpura made in Miraj city of which state got GI tag in March 2024?

a. बिहार
b. गुजरात
c. महाराष्‍ट्र
d. उत्तर प्रदेश

Answer: c. महाराष्‍ट्र

– महाराष्ट्र के सांगली जिले का एक छोटा सा शहर मिरज संगीत वाद्ययंत्र बनाने की शिल्प कौशल के लिए जाना जाता है।
– द हिन्‍दू न्‍यूज पेपर के अनुसार केंद्र सरकार ने 30 मार्च 2024 को सितार और तानपुरा दोनों वाद्ययंत्र को GI टैग प्रदान किया।

तानपुरा और सितार बनाने की परंपरा कितनी पुरानी
– मिरज में सितार और तानपुरा बनाने की परंपरा 300 वर्ष से भी अधिक पुरानी है।
– यहां के कारीगरों की सात पीढ़ियों से अधिक ने इन तार वाद्ययंत्रों को बनाने की दिशा में काम किया है।

तानपुरा और सितार में अंतर
तानपुरा (तम्बूरा) – यह भारतीय उपमहाद्वीप में उत्पन्न एक लंबी गर्दन वाला, नुकीला, चार तारों वाला वाद्ययंत्र है।
– तानपुरा एक सरलीकृत सितार या इसी तरह के वीणा जैसे वाद्ययंत्र जैसा दिखता है, और इसे लौकी या कद्दू से भी तैयार किया जाता है।

सितार – यह पूर्ण भारतीय वाद्य है क्योंकि इसमें भारतीय वाद्यों की तीनों विशेषताएं हैं।
– तंत्री या तारों के अलावा इसमें घुड़च, तरब के तार तथा सारिकाएँ होती हैं।

GI टैग कौन प्रदान करता है?
– मिनिस्‍ट्री ऑफ कॉमर्स के अंतर्गत आने वाले डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्री प्रमोशन एंड इंटरनल ट्रेड की ओर से GI टैग दिया जाता है।
– किसी प्रोडक्‍ट के लिए GI टैग प्राप्‍त करने के लिए चेन्नई स्थित GI डेटाबेस में आवेदन करना होता है।
– ये इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट के अंडर है, जो पूरे देश में सिर्फ चेन्नई में ही होता है।

GI TAG क्‍या है?
– GI का मतलब Geographical Indication यानी भौगोलिक संकेत।
– जीआई टैग (GI Tag) एक प्रतीक है, जो मुख्य रूप से किसी उत्पाद को उसके मूल क्षेत्र से जोड़ने के लिए दिया जाता है।

महाराष्‍ट्र
सीएम – एकनाथ शिंदे
राज्‍यपाल – रमेश बैस
राजधानी – मुंबई

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8. प्रतिष्ठित रामसे ब्रदर्स में से एक गंगू रामसे का निधन 7 अप्रैल 2024 को हो गया, वह इनमें से क्‍या थे?
Gangu Ramsay, one of the iconic Ramsay Brothers, passed away on 7 April 2024. Who among the following was he?

a. फिल्ममेकर
b. सिनेमैटोग्राफर
c. प्रोड्यूसर
d. उपरोक्‍त सभी

Answer: d. उपरोक्‍त सभी (फिल्ममेकर, सिनेमैटोग्राफर और प्रोड्यूसर)

नोट – सिनेमैटोग्राफर मतलब : छायाकार

– वह 83 वर्ष के थे।
– वह स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे।
– वह हॉरर फिल्‍मों के लिए काफी मशहूर थे।
– वह प्रतिष्ठित रामसे ब्रदर्स टीम का हिस्सा थे।
– उनका निधन 7 अप्रैल 2024 मुंबई हुआ।

गंगू रामसे के बारे में
– गंगू रामसे प्रतिष्ठित रामसे ब्रदर्स में से एक प्रसिद्ध सिनेमैटोग्राफर और फिल्म निर्माता F.U. रामसे के दूसरे बड़े बेटे थे।
– F.U. रामसे के सात बेटे: कुमार रामसे, केशू रामसे, तुलसी रामसे, किरण रामसे, श्याम रामसे, गंगू रामसे, अर्जुन रामसे।
– गंगू रामसे एक सिनेमैटोग्राफर थे।
– उन्‍होंने 50 अधिक फिल्‍मों में सिनेमैटोग्राफी की।
– उनकी कुछ प्रसिद्ध फिल्‍म वीराना, पुरानी मंदिर, बंद दरवाजा, पुरानी हवेली, दो गज जमीन के नीचे, तहखाना, सामरी इत्‍यादि हैं।
– उनकी पहली फिल्म ‘दो गज जमीन के नीचे’ (1972) थी।

रामसे ब्रदर्स क्या है?
– रामसे ब्रदर्स नाम का उपयोग बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं के परिवार के लिए किया जाता है।
– वे डरावनी फिल्मों की शैली बनाने के लिए प्रसिद्ध हैं।
– ये सात भाई हैं, इनके पिता F.U. रामसे थे।
– इसलिए इन्‍हें सेवन रामसे ब्रदर्स कहते हैं।

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9. टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) ने अप्रैल 2024 में किस रॉकेट से अपना सब-मीटर रिज़ॉल्यूशन ऑप्टिकल सैटेलाइट, TSAT-1A को लॉन्च किया?
Tata Advanced Systems Limited (TASL) launched its sub-metre resolution optical satellite, TSAT-1A, from which rocket in April 2024?

a. GSLV
b. SLS रॉकेट
c. फाल्कन 9
d. LVM 3

Answer: c. फाल्कन 9 (स्पेसएक्स द्वारा निर्मित)

– टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) ने TSAT-1A सैटेलाइट की लॉन्चिंग के कुछ समय बाद अंतरिक्ष में सफल तैनाती की घोषणा की।

सैटेलाइट को किस सेंटर से लॉन्‍च किया?
– सैटेलाइट को कैनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा, US से 7 अप्रैल रात 11:16 बजे (UTC Time अनुसार) लॉन्च किया गया।
– सैटेलाइट को बैंडवैगन-1 मिशन के हिस्‍से के रूप में अंतरिक्ष में रखा गया था।

उपलब्धि किस कंपनी के सहयोग से मिली
– यह उपलब्धि नवंबर 2023 में TASL और सैटेलॉजिक कंपनी के बीच हस्ताक्षरित सहयोग के बाद मिली है।
– इससे भारत में एक उन्नत पृथ्वी अवलोकन उपग्रह को विकसित करने और एकीकृत करने के लिए सैटेलॉजिक की विशेषज्ञता और जटिल प्रणाली एकीकरण करने के लिए TASL की क्षमता का लाभ उठाया जा रहा है।

बैंडवैगन-1 मिशन में कितने अंतरिक्ष यान है?
– स्पेसएक्स के अनुसार TSAT-1A के अलावा, बैंडवैगन-1 मिशन में 11 अन्य अंतरिक्ष यान भी थे।
– जिनमें कोरिया का 425Sat, हॉकआई 360 के क्लस्टर 8 और 9, टायवाक इंटरनेशनल का सेंटौरी-6, iQPS का QPS-SAR-7 त्सुकुयोमी-II और कैपेला स्पेस का कैपेला-14 आदि शामिल हैं।

TSAT-1A सैटेलाइट के बारे में
– इसका वजन 50 KG है।
– इसे पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित किया है।
– सैटेलाइट में 0.5 से 0.8 मीटर रिज़ॉल्यूशन की क्षमता है।
– जिसे सॉफ्टवेयर का यूज करके बढाया जा सकता है।

टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL)
– यह एक भारतीय एयरोस्पेस विनिर्माण, सैन्य इंजीनियरिंग और रक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी है।
– यह टाटा संस की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।
– TASL की स्‍थापना वर्ष 2007 में हुई।
– मुख्‍यालय हैदराबाद तेलंगाना में है।

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10. विश्व पार्किंसंस दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Parkinson’s Day observed?

a. 11 अप्रैल
b. 12 अप्रैल
c. 13 अप्रैल
d. 14 अप्रैल

Answer: a. 11 अप्रैल

– पार्किंसन रोग, मस्तिष्क के उस हिस्से की बीमारी के कारण होता है जो गतिविधि को समन्वित करने में मदद करती है. यह मूवमेंट संबंधी एक डिसऑर्डर है. इसमें हाथ या पैर से दिमाग तक पहुंचने वाली नसें काम करने में असमर्थ हो जाती हैं. इसमें व्यक्ति का हाथ पर से नियंत्रण बहुत कम हो जाता है
– पार्किंसंस बीमारी के दौरान लोग आमतौर पर भुलक्कड़ हो जाते हैं।
– यह दिवस लंदन के डॉ जेम्स पार्किंसन के जन्मदिन का प्रतीक है, जो पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने पार्किंसंस रोग के लक्षणों वाले छह व्यक्तियों का व्यवस्थित रूप से वर्णन किया था।
– इसके अलावा अप्रैल का महीना पार्किंसंस जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है।


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