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अनीता ही क्यों बनीं कनाडा की रक्षा मंत्री?
Canada can join India against China!
अनीता आनंद को कनाडा में कैबिनेट मंत्री, वो भी रक्षा मंत्री यानी डिफेंस मिनिस्टर बनाई गई हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण ये है कि उन्हें ही क्यों रक्षा मंत्री जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय दिया गया? क्या है इस घटनाक्रम की पृष्ठभूमि यानी बैकग्राउंड, अब अनीता आनंद के सामने क्या होंगी बड़ी चुनौतियां और इस नियुक्ति का भारत-कनाडा के संबंधों पर क्या असर पड़ेगा!
कनाडा के आम चुनाव से पहले,
– दरअसल, इस घटनाक्रम की शुरुआत हुई दो महीने पहले यानी कनाडा के आम चुनाव से पहले, जब कुछ सैन्य कमांडरों पर यौनशोषण के आरोप लगे।
– आरोप थे कि तत्कालीन रक्षा मंत्री हरजीत सज्जन न सिर्फ इन मामलों से निपटने में नाकाम रहे बल्कि वो ऐसे मामले दबाते रहे।
– एक महीने पहले चुनाव हुए तो आशंकाओं के विपरीत सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी ने जीतकर फिर से सरकार बनाई
– यही वो वक्त था जब प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपनी पार्टी की सांसद अनीता आनंद को रक्षा मंत्री बना दिया
और मैसेज देने की कोशिश की गई नई सरकार आरोपी सैन्य अफसरों के खिलाफ कड़े कदम उठाना चाहती है।
इसी के बाद अनीता आनंद ने कहा कि……
‘कनाडा की सेना देश के लोगों की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा रही है। वो यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगी कि सशस्त्र बल सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में काम करें।‘
दरअसल, विपक्ष ही नहीं बल्कि रक्षा विशेषज्ञ और महिला अधिकार संगठन भी चाहते थे कि रक्षा मंत्री का पद किसी महिला के पास होने से महिला सैन्यकर्मियों को न्याय मिल सकेगा।
कौन हैं अनीता आनंद
– अनीता आनंद पेशे से एक कॉरपोरेट वकील है
– सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी की ओकविले से सांसद हैं
– साल 2019 में वो पहलीबार मंत्री बनी थीं
– कनाडा रक्षा मंत्रालय संभालने वाली वो दूसरी महिला हैं
– इससे पहले 1990 में किम कैंबल रक्षा मंत्री बनी थीं
– वो कोविड वैक्सीनेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकी हैं
– वहीं भारतीय मूल के ही हरजीत सज्जन वही हैं जिन्हें एक बार भारत दौरे के वक्त
– पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कथित रूप से खालिस्तान समर्थक बताते हुए मिलने से मना कर दिया था ।
– हालांकि कनाडा की नई कैबिनेट में भी वो बने हुए हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी मंत्री बनाया गया है ।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
– अनीता के पिता एस.वी. आनंद जनरल सर्जन थे
– और मां सरोज डी. राम एक एनेस्थिसियोलॉजिस्ट थीं
– पिता तमिलनाडु से और मां पंजाब से थीं
– अनीता का जन्म केंटविले में हुआ था
अनीता आनंद भले ही कनाडा की डिफेंस मिनिस्टर बनी हैं पर उनके दिल में अब भी भारत बसता है।
वो अक्सर भारतीय परिधान में नजर आती हैं और हर साल भारत का स्वतंत्रता दिवस जरूर मनाती हैं
इसके अलावा वो भारतीय त्योहारों को पूरी लगन से मनाती हैं, विशेषकर नवरात्रि के त्योहार को
भारतीय हितों के अनुकूल
वैसे तो अनीता आनंद की नियुक्ति कनाडा की घरेलू राजनीति से प्रभावित है किंतु उनकी नियुक्ति भारतीय हितों के अनुकूल है ।
वो इंडो कैनेडियन बोर्ड की सलाहकार भी हैं, जो भारत-कनाडा के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए कार्य करता है
ऐसे में भारत और कनाडा के संबंधों के लिए अनीता आनंद की नियुक्ति का सकारात्मक असर हो सकेगा।
चीन : भारत के साथ कनाडा ?
इसमें एक पेंच चीन का भी जुड़ा है क्योंकि चीन और कनाडा के बीच टकराव की स्थितियां बनती रहती हैं
हाल ही में 15 अक्टूबर को ताइवान स्ट्रेट खाड़ी के रास्ते अमेरिका और कनाडा के युद्धपोत निकले थे जिससे चीन बिफर पड़ा था
चीन इस क्षेत्र पर अपना दावा करता है और यहां से आवाजाही के लिए वह चीन सरकार की मंजूरी जरूरी मानता है।
आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए संभावित प्रश्नों की….
संभावित विस्तृत प्रश्न
कनाडा में रक्षा मंत्री के पद पर भारतीय मूल की महिला की नियुक्ति भारत के हितों के अनुकूल है? भारत-कनाडा संबंधों के परिप्रेक्ष्य में विश्लेषण करें।
Is the appointment of a woman of Indian origin to the post of Defense Minister in Canada in the interests of India? Analyze from the perspective of India-Canada relations.
वैकल्पिक प्रश्न–
कनाडा के प्रधानमंत्री कौन हैं?
Ans: जस्टिन ट्रूडो
कनाडा की रक्षा मंत्री कौन हैं?
Ans: अनीता आनंद
कनाडा की पहली महिला रक्षा मंत्री कौन थीं?
Ans: किम कैंबल
कनाडा के अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी मंत्री कौन हैं?
Ans: हरजीत सज्जन
कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी कौन है?
Ans: लिबरल पार्टी
ये टॉपिक कई दृष्टि से महत्वपूर्ण है। एक तो विदेशों में भारतीय मूल के लोगों की उपलब्धियां, दूसरा भारत-कनाडा के बीच द्विपक्षीय संबंध और तीसरा चीन और कनाडा के बिगड़ते संबंधों से उपजी परिस्थितियां।