यह 3 & 4 अक्टूबर 2025 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
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1. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के शताब्दी वर्ष पर चेयरमैन ने नया प्रतीक चिन्ह (Logo) जारी किया, इसमें किस पेड़ के पत्तों की माला बनाई गई है?
On the centenary year of the UPSC, Chairman released a new logo, in which a garland of leaves of which tree has been made?
a. पीपल
b. नीम
c. आम
d. बरगद
Answer: d. बरगद (चेयरमैन डॉ. अजय कुमार ने नया Logo जारी किया)
– UPSC की स्थापना 1 अक्तूबर 1926 को ली कमीशन की सिफारिशों और भारत सरकार अधिनियम, 1919 के प्रावधानों के तहत हुई थी।
– तब से लेकर आज तक आयोग देश की योग्यता आधारित सिविल सेवा प्रणाली की रीढ़ माना जाता है।
– संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने एक अक्टूबर 2025 को अपनी शताब्दी वर्ष की शुरुआत की।
– इस अवसर पर चेयरमैन डॉ. अजय कुमार ने आयोग का नया प्रतीक चिन्ह (Logo) जारी किया।
नए लोगो में क्या खास?
– नए लोगो के केंद्र में राष्ट्रीय प्रतीक है, जो राष्ट्र की सेवा और अधिकार का प्रतिनिधित्व करता है।
– इसके चारों ओर बरगद के पत्तों की माला बनाई गई है, जो ज्ञान और धैर्य का प्रतीक है।
– नीचे की ओर एक पट्टी पर ‘संग लोक सेवा’ अंकित है, जो आयोग की जिम्मेदारी और कर्तव्यनिष्ठा को रेखांकित करता है।
विशेष शताब्दी लोगो भी पेश किया गया
– आयोग ने एक विशेष शताब्दी लोगो भी प्रस्तुत किया है।
– इसमें तरंग के आकार का डिजाइन आयोग की सौ साल की प्रगतिशील, दृढ़ और अनुकूलनशील यात्रा को दर्शाता है।
– इस लोगो में ‘100’ के अंतिम ‘0’ के भीतर UPSC का प्रतीक शामिल है, जो भारत की प्रशासनिक यात्रा में इसकी केंद्रीय भूमिका को प्रदर्शित करता है।
नई पहल की शुरुआत
– शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में UPSC ने एक विशेष पहल ‘My UPSC Interview: From Dream to Reality’ भी शुरू की है। यह पोर्टल innovateindia.mygov.in/upsc/ पर उपलब्ध है। इस पहल के तहत सेवामुक्त और वर्तमान सिविल सेवकों को आमंत्रित किया गया है कि वे अपने यूपीएससी इंटरव्यू के अनुभव साझा करें।
– प्रविष्टियां स्वीकार करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2025 है।
– चयनित अनुभवों को संकलित कर शताब्दी वर्ष 2026 के दौरान प्रकाशित किया जाएगा।
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2. केंद्र सरकार ने देश का अटॉर्नी जनरल पुनः किसे नियुक्त किया?
Who has been reappointed as the Attorney General of the country by the Central Government?
a. आर वेंकटरमणी
b. आरके वेणुगोपाल
c. कपिल सिब्बल
d. रविशंकर प्रसाद
Answer: a. आर वेंकटरमणी
– केंद्र सरकार ने वेंकटरमणी को 1 अक्टूबर 2025 से अगले दो वर्ष के समय के लिए भारत के अटॉर्नी जनरल के रूप में पुनः नियुक्त किया।
– 30 सितंबर 2025 को इनका कार्यकाल समाप्त हो गया था, लेकिन आर वेंकटरमणी को पुनः अटॉर्नी जनरल पद पर नियुक्त किया गया है।
– उन्होंने 1 अक्टूबर 2022 को केके वेणुगोपाल की जगह ली थी।
आर वेंकटरमणी के बारे में
– आर वेंकटरमणि सीनियर एडवोकेट हैं।
– वह देश के 16वें अटॉर्नी जनरल बन गए हैं।
– वह तमिलनाडु से हैं।
– 1977 में वकील बने थे।
– 1979 में सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की थी।
– 2010 में उन्हें विधि आयोग (लॉ कमीशन) का सदस्य बनाया गया था।
– 2013 में भी एक और कार्यकाल के लिए इसके सदस्य बने।
– 30 सितंबर 2022 को दश के 16वें अटॉर्नी जनरल बने।
– अब 1 अक्टूबर 2025 से उनकी पुन: नियुक्ति हो गई।
अटॉर्नी जनरल
– भारतीय संविधान के अनुच्छेद 76 के अनुसार, भारत का अटॉर्नी जनरल (AG) भारत का सबसे बड़ा कानून अधिकारी होता है।
– अटॉर्नी जनरल भारत सरकार का मुख्य कानूनी सलाहकार है और कानूनी मामलों पर केंद्र सरकार को सलाह देता है।
– सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में भारत सरकार का पक्ष रखता है।
– अटॉर्नी जनरल को संसद की दोनों सदनों की कार्यवाही में भाग लेने और बोलने का भी अधिकार होता है।
– हालांकि सदन में वोट करने का अधिकार नहीं होता।
– उन्हें वो सारे विशेषाधिकार और इम्यूनिटी होती है, जो एक सांसद के पास होती है।
अटॉर्नी जनरल की नियुक्ति कैसे होती है?
– अटॉर्नी जनरल एक संवैधानिक पद है।
– नियुक्ति केंद्र सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।
– वह निर्धारित समय सीमा या राष्ट्रपति की इच्छा के समय पद पर रहता है।
– भारत के अटॉर्नी जनरल को किसी भी समय राष्ट्रपति द्वारा हटाया जा सकता है।
– नियुक्ति के लिए जरूरी है कि उसे भारत का नागरिक होना चाहिए।
– उन्होंने या तो किसी भारतीय राज्य के हाईकोर्ट में जज के रूप में या एडवोकेट के रूप में 10 वर्ष पूरे किए होंगे।
– वह राष्ट्रपति की नजर में एक प्रख्यात न्यायविद भी हो सकते हैं।
– केंद्र सरकार के
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3. प्रसिद्ध गांधीवादी जीजी पारिख का निधन 101 वर्ष की आयु में 2 अक्टूबर 2025 को हो गया, वे इनमें क्या थे?
Famous Gandhian GG Parikh passed away on 2 October 2025 at the age of 101, what was he among these?
a. स्वतंत्रता सेनानी
b. लोकतांत्रिक समाजवाद के समर्थक
c. श्रमिक आंदोलनों के नेता
d. उपरोक्त सभी
Answer: d. उपरोक्त सभी (स्वतंत्रता सेनानी, लोकतांत्रिक समाजवाद के समर्थक, श्रमिक आंदोलनों के नेता)
– 30 दिसंबर, 1924 को राजकोट में जन्मे, उन्होंने 1942 में युवावस्था में ही भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया। उस दौरान उन्हें ब्रिटिश सरकार ने 10 महीने के लिए जेल में डाल दिया था।
– यहीं पर उनकी मुलाकात आचार्य नरेंद्र देव से हुई। उनके साथ संवाद ने एक मज़बूत वैचारिक आधार प्रदान किया।
– उन्होंने अपना पूरा जीवन मज़दूर आंदोलन को सशक्त बनाने और युवाओं को जोड़कर ज़मीनी स्तर पर समाजवादी लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रसार में लगाया।
– वह लोकतांत्रिक समाजवाद में विश्वास रखने वाले व्यक्ति थे, सेवादल से जुड़े थे, जॉर्ज फर्नांडीज़, मधु दंडवते, मृणाल गोरे, प्रमिला दंडवते, कमल मोरारका और उद्योगपति राहुल बजाज जैसे दिग्गज नेताओं के साथ उनकी मित्रता थी।
– उन्होंने 65 वर्ष पहले यूसुफ मेहर अली सेन्टर की स्थापना की थी।
– वे देश में बढ़ रही साम्प्रदायिकता, मुस्लिम, दलित, महिलाओं के प्रति अन्याय के विरूद्ध वे आजीवन सक्रिय भूमिका निभाते रहे।
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4. RBI ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा (अक्टूबर 2025) में रेपो रेट बदलाव नहीं किया, यह रेपो दर कितनी है?
RBI did not change the repo rate in the bi-monthly monetary policy review (August 2025), what is this repo rate?
a. 5.5%
b. 5.8%
c. 6.2%
d. 6.5%
Answer: a. 5.5%
– भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक एक अक्टूबर 2025 को हुई।
– इस मीटिंग में नीतिगत रेपो दर को 5.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया गया।
– RBI का कहना है कि महंगाई काबू में है, इसलिए रेपो रेट में बदलाव नहीं किया गया है।
रेपो रेट (Repurchase Rate or Repo Rate) क्या है?
– आसान भाषा में कहें, तो बैंक हमें कर्ज देते हैं और उस कर्ज पर हमें ब्याज देना पड़ता है।
– ठीक वैसे ही बैंकों को भी अपने रोजमर्रा के कामकाज के लिए भारी-भरकम रकम की जरूरत पड़ जाती है और वे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से कर्ज लेते हैं।
– इस लोन पर रिजर्व बैंक जिस दर से उनसे ब्याज वसूल करता है, उसे रेपो रेट कहते हैं।
रेपो रेट से आम आदमी पर क्या पड़ता है प्रभाव
– RBI के पास रेपो रेट के रूप में महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है।
– जब महंगाई बहुत ज्यादा होती है तो, RBI रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है।
– जब बैंकों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होगा यानी रेपो रेट कम होगा तो वो भी अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज दे सकते हैं।
– और यदि रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाएगा तो बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा और वे अपने ग्राहकों के लिए कर्ज महंगा कर देंगे।
रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate)
– यह, रेपो रेट से उलट होता है।
– बैंकों के पास जब दिन-भर के कामकाज के बाद बड़ी रकम बची रह जाती है, तो उस रकम को रिजर्व बैंक में रख देते हैं।
– इस रकम पर आरबीआई उन्हें ब्याज देता है।
– रिजर्व बैंक इस रकम पर जिस दर से ब्याज देता है, उसे रिवर्स रेपो रेट कहते हैं।
मौद्रिक नीति समिति के पदेन अध्यक्ष – भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा
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5. गृह मंत्रालय की उच्च स्तरीय समिति (HLC) ने कितने राज्यों के लिए ₹4,645.60 करोड़ के आपदा शमन (मिटिगेशन), पुनर्वास और पुनर्निर्माण परियोजनाओं को मंजूरी दी?
The high-level committee of the Home Ministry approved disaster mitigation, rehabilitation and reconstruction projects worth ₹4,645.60 crore for how many states?
a. असम, केरल, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान
b. उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश
c. पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात
d. a और b दोनों
Answer: d. a और b दोनों (असम, केरल, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश)
– गृह मंत्रालय के नेतृत्व में गठित उच्च स्तरीय समिति (HLC) ने 1 अक्टूबर 2025 को नौ राज्यों के लिए आपदा शमन (मिटिगेशन), पुनर्वास और पुनर्निर्माण परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
– कुल राशि ₹4,645.60 करोड़ है, जो राष्ट्रीय आपदा शमन कोष (NDMF) से वित्त पोषित होगी।
– इन राज्यों में असम, केरल, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश शामिल हैं।
– इस कमेटी की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की।
– समिति में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और नीति आयोग के उपाध्यक्ष शामिल हैं।
– यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आपदा लचीला भारत’ (Disaster Resilient India) के दृष्टिकोण को मजबूत करने के उद्देश्य से है।
प्रमुख परियोजनाओं का विवरण
– परियोजनाएं बाढ़, भूस्खलन, सूखा, जंगल की आग आदि आपदाओं से निपटने पर केंद्रित हैं। कुछ प्रमुख परियोजनाएं निम्न हैं:
1) असम में वेटलैंड्स का पुनरुद्धार और पुनर्जीवन
– राशि: ₹692.05 करोड़ (केंद्रीय हिस्सा ₹519.04 करोड़ – 75%, राज्य हिस्सा ₹173.01 करोड़ – 25%)।
– विवरण: ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली के 9 जिलों में 24 वेटलैंड्स को बहाल किया जाएगा। इससे बाढ़ भंडारण क्षमता बढ़ेगी, जलीय पर्यावरण की रक्षा होगी और मत्स्य पालन के माध्यम से आर्थिक विकास होगा।
2) शहरी बाढ़ जोखिम प्रबंधन कार्यक्रम (UFRMP) चरण-2
– राशि: ₹2,444.42 करोड़ (केंद्रीय हिस्सा 90%, राज्य हिस्सा 10%)।
– कवरेज: 11 शहर – भोपाल, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, जयपुर, कानपुर, पटना, रायपुर, त्रिवेंद्रम, विशाखापत्तनम, इंदौर, लखनऊ।
– विवरण: ये शहर जनसंख्या, बाढ़ प्रवणता आदि मानदंडों पर चुने गए हैं। इसमें संरचनात्मक (जैसे बांध) और असंरचनात्मक (जैसे चेतावनी प्रणाली) उपाय शामिल हैं।
– विशेष: गुवाहाटी के लिए बाढ़ शमन (मिटिगेशन) पर ₹200 करोड़ (केंद्रीय हिस्सा ₹180 करोड़)।
3) पुनर्वास और पुनर्निर्माण परियोजनाएं:
– असम: 2022 की बाढ़/भूस्खलन के लिए ₹1,270.788 करोड़।
– केरल: 2022 की बाढ़ और 2024 के वायनाड भूस्खलन के लिए ₹260.56 करोड़।
अन्य राज्य (पिछली मंजूरियां
– सिक्किम (2023 GLOF {ग्लेशियर झील विस्फोट बाढ़} के लिए ₹555.27 करोड़): मंजूरी 28 मार्च 2025 को मिली। यह तीस्ता III बांध और संबंधित क्षति के पुनर्वास के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (NDRF) से है।
– राष्ट्रीय ग्लेशियर झील विस्फोट बाढ़ (GLOF) जोखिम शमन परियोजना (NGRMP) के लिए ₹150 करोड़ की मंजूरी 4 फरवरी 2025 को दी। यह परियोजना हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश जैसे चार हिमालयी राज्यों में लागू की जाएगी, जिसमें 190 उच्च जोखिम वाली झीलों की निगरानी, चेतावनी प्रणाली और शमन उपाय शामिल हैं।
– उत्तराखंड (जोशीमठ भूस्खलन के लिए ₹1,658.17 करोड़): मंजूरी 30 नवंबर 2023 को मिली। यह पुनर्वास और पुनर्निर्माण योजना के तहत तीन वर्षों में लागू होगी।
– हिमाचल प्रदेश (2023 बाढ़/भूस्खलन के लिए ₹2,006.40 करोड़): मंजूरी 18 जून 2025 को मिली। यह 2023 की बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं के बाद पुनर्वास योजना के लिए केंद्रीय सहायता है। (नोट: इससे पहले दिसंबर 2023 में अतिरिक्त ₹633.73 करोड़ की मंजूरी मिल चुकी थी।)
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6. डॉ. एमएस स्वामीनाथन पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार 2025 से किसे सम्मानित किया गया?
Who was honoured with the Dr. MS Swaminathan Environment Conservation Award 2025?
a. सहज समृद्ध (एन. देवकुमार) और वीरप्पन
b. राकेश वर्मा, अजय शर्मा
c. अजय रस्तोगी, विजय दास
d. सीके रंगनाथन
Answer: a. सहज समृद्ध (एन. देवकुमार) और वीरप्पन
– यह पुरस्कार सितंबर 2025 में एमएस स्वामीनाथन के 100वें वर्ष समारोह के दौरान सितंबर 2025 में दिया गया।
– यह पुरस्कार का 31वां संस्करण था।
अवॉर्ड विजेता
– पहला पुरस्कार मैसूर के सहज समृद्ध (एन. देवकुमार) को दिया गया, जो भारत की पारंपरिक कृषि पद्धतियों और देशी फसल किस्मों की समृद्ध जैव विविधता के संरक्षण हेतु एक जन आंदोलन है। सहज समृद्ध एक संगठन है। यह पारंपरिक धान की किस्मों और बाजरे के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
– दूसरा पुरस्कार 60 वर्षीय वीरप्पन को दिया, वे कलैग्नार नगर गाँव के इरुलर मछुआरे हैं। उन्हें पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि उनकी टीम ने कीचड़ में रहने वाले केकड़ों (मड क्रैब्स) का प्रचार-प्रसार कैसे किया। आगे बताया कि अब वे कॉलेज के छात्रों को केकड़ा और मछली पालन का प्रशिक्षण देते हैं।
डॉ. एमएस स्वामीनाथन पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार
– यह पुरस्कार किसी व्यक्ति, कंपनी या एनजीओ को दिया जाता है जिसने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता को बढ़ाने में योगदान दिया हो।
– इस पहल को कैविनकेयर प्राइवेट लिमिटेड का सहयोग प्राप्त है।
एम एस स्वामीनाथन के बारे में
– भारत के महान कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन का पूरा नाम मनकोम्बु संबाशिवन स्वामीनाथन है।
– स्वामीनाथन हरित क्रांति के एक विश्व नेता थे।
– उन्होंने गेहूं और चावल की उच्च उपज देने वाली किस्मों को पेश किया और आगे विकसित किया।
– उन्हें शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार, रेमन मैग्सेसे पुरस्कार और अल्बर्ट आइंस्टीन विश्व विज्ञान पुरस्कार मिला।
– फरवरी 2024 में केंद्र सरकार ने भारत रत्न देने का ऐलान किया था।
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7. अंतरराष्ट्रीय वृद्धजनों का दिवस कब मनाया जाता है?
When is the International Day of Older Persons celebrated?
a. 1 अक्टूबर
b. 2 अक्टूबर
c. 3 अक्टूबर
d. 4 अक्टूबर
Answer: a. 1 अक्टूबर
2025 की थीम
– स्थानीय और वैश्विक कार्रवाई को आगे बढ़ाने वाले वृद्धजन: हमारी आकांक्षाएं, हमारा कल्याण और हमारे अधिकार
– Older Persons Driving Local and Global Action: Our Aspirations, Our Well-Being and Our Rights
– इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 14 दिसंबर 1990 को घोषित किया था।
– पहली बार आयोजन: वर्ष 1991 में पहली बार मनाया गया।
उद्देश्य
– वृद्धजनों के अधिकारों, कल्याण और गरिमा (dignity) की रक्षा करना।
– समाज में उनके योगदान को पहचान देना।
– बढ़ती वृद्धजन आबादी से जुड़े मुद्दों (स्वास्थ्य, आर्थिक सुरक्षा, सामाजिक समावेशन) पर जागरूकता बढ़ाना।
वृद्धजनों को लेकर सरकार की नीति
– सरकार ने उनके लिए “राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक नीति” (National Policy on Older Persons) बनाई है।
– साथ ही Senior Citizens Act, 2007 लागू है, जो वृद्धजनों के भरण-पोषण और अधिकारों की कानूनी गारंटी देता है।
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8. ई-कचरा उत्पन्न करने में दुनिया में भारत किस स्थान पर है, जिसने 2025 में लगभग 22 लाख टन अनुमानित ई कचरा उत्पन्न किया?
What is India’s rank in the world in generating e-waste, with an estimated 2.2 million tonnes of e-waste generated in 2025?
a. पहला
b. दूसरा
c. तीसरा
d. चौथा
Answer: c. तीसरा (अमेरिका और चीन के बाद भारत तीसरे स्थान पर)
– भारत की तेज डिजिटल क्रांति के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक कचरा (ई-कचरा) की मात्रा में अभूतपूर्व वृद्धि हो रही है।
– यह पर्यावरण, स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती बन चुकी है।
टॉप 3 देशों ने कितने ई-कचरे का उत्पादन किया
– न्यूजपेपर “द हिन्दू” के अनुसार 2025 में भारत ने लगभग 22 लाख टन (2.2 मिलियन मीट्रिक टन) ई-कचरा उत्पन्न किया।
– यह चीन (लगभग 5.3 मिलियन टन) और अमेरिका (लगभग 3.2 मिलियन टन) के बाद तीसरा स्थान है।
– भारत में ई-कचरा उत्पादन 2017-18 से 2023-24 तक 151% बढ़ा है।
प्रबंधन की वर्तमान चुनौतियां
– अधिकांश ई-कचरा (60% से अधिक) 65 प्रमुख शहरों से आता है, जैसे दिल्ली का सीलमपुर, मुस्तफाबाद, उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद और महाराष्ट्र का भिवंडी।
– ई-कचरा प्रबंधन में अनौपचारिक क्षेत्र का प्रभुत्व (95%) सबसे बड़ी समस्या है, जहां कबाड़ीवाले, स्क्रैप डीलर और झुग्गी-आधारित वर्कशॉप असुरक्षित तरीकों से कचरा संसाधित करते हैं।
– केवल 10% ई-कचरा औपचारिक रिसाइक्लिंग तक पहुंचता है, जबकि 322 पंजीकृत इकाइयों की क्षमता 2.2 मिलियन टन से अधिक है।
– अनौपचारिक तरीके जैसे मैनुअल डिस्मैंटलिंग, खुले में जलाना, एसिड लीचिंग और असांवेदनशील डंपिंग से 1,000 से अधिक विषाक्त पदार्थ (जैसे लेड, कैडमियम, मरकरी, क्रोमियम, डाइऑक्सिन और ब्रोमिनेटेड फ्लेम रिटार्डेंट्स) निकलते हैं।
– इसके आर्थिक नुकसान वार्षिक $10 बिलियन से अधिक हैं, जिसमें जल प्रदूषण (साइनाइड और सल्फ्यूरिक एसिड से), वायु प्रदूषण (लेड धुएं, कोयला जलाने और प्लास्टिक इंसिनरेशन से) और मिट्टी प्रदूषण शामिल हैं।
– सामाजिक नुकसान $20 बिलियन से ऊपर है, और महत्वपूर्ण धातुओं (जैसे सोना, तांबा) का मूल्य ₹80,000 करोड़ से अधिक खो जाता है।
स्वास्थ्य जोखिम: एक छिपा संकट
– ई-कचरा से जुड़े स्वास्थ्य खतरे विशेष रूप से अनौपचारिक श्रमिकों (मुख्यतः महिलाएं और बच्चे) और आसपास के समुदायों पर पड़ते हैं।
– श्वसन रोग जैसे क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और लगातार खांसी 76-80% अनौपचारिक श्रमिकों में पाई जाती है।
– न्यूरोटॉक्सिन्स (लेड, मरकरी, कैडमियम) से मस्तिष्क विकास प्रभावित होता है, जिससे बच्चों में IQ में कमी, ध्यान की कमी और व्यवहार संबंधी विकार होते हैं।
– त्वचा और नेत्र विकार जैसे रैशेज, केमिकल बर्न्स और डर्मेटाइटिस 100% तक श्रमिकों को प्रभावित करते हैं।
– आनुवंशिक क्षति, एपिजेनेटिक परिवर्तन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, जो गरीबी, कुपोषण और असुरक्षित आवास जैसी पूर्व-मौजूद कमजोरियों के साथ मिलकर एक ‘सिंडेमिक’ (सह-महामारी) पैदा करता है।
कानून
– ई-वेस्ट (मैनेजमेंट) नियम 2022 में EPR सर्टिफिकेट्स के लिए फ्लोर प्राइस लागू करना चाहिए, जो रजिस्टर्ड रिसाइक्लर्स को निष्पक्ष रिटर्न सुनिश्चित करेगा और अनौपचारिक खतरनाक प्रक्रियाओं को रोकेगा।
– अनौपचारिक क्षेत्र को औपचारिक बनाएं: स्किल सर्टिफिकेशन, PPE, स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान किया जाना चाहिए।
– प्रवर्तन (विजिलेंस) मजबूत हो : डिजिटल ट्रैकिंग, पर्यावरणीय ऑडिट और चिकित्सा निगरानी (स्वास्थ्य शिविर, दीर्घकालिक अध्ययन)।
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UPSC और State PCS प्रिलिम्स लेवेल के प्रश्न
Q. भारत में ई-कचरा उत्पादन 2017-18 से 2023-24 तक 151% बढ़ा है। इस वृद्धि के लिए निम्न में से कौन-से कारण सबसे प्रासंगिक हैं?
विकल्प:
A. डिजिटल उपकरणों और स्मार्टफोन की बढ़ती खपत
B. औद्योगिक उत्पादन में गिरावट
C. अनौपचारिक कचरा वसूली प्रणाली का प्रभुत्व
D. ई-कचरा प्रबंधन नियमों का प्रभावी कार्यान्वयन
Answer: A
संक्षिप्त व्याख्या: डिजिटल क्रांति और स्मार्टफोन, कंप्यूटर आदि उपकरणों की बढ़ती खपत ई-कचरा उत्पादन में मुख्य कारण हैं। अनौपचारिक कचरा प्रणाली उत्पादन बढ़ाती नहीं, बल्कि प्रबंधन को प्रभावित करती है।
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UPSC और State PCS मेंस लेवेल के प्रश्न
GS पेपर 3: पर्यावरण/अर्थव्यवस्था
Q. भारत में ई-कचरा प्रबंधन में अनौपचारिक क्षेत्र के प्रभुत्व के कारण आने वाले पर्यावरणीय और स्वास्थ्य जोखिमों का विश्लेषण कीजिए। साथ ही औपचारिक क्षेत्र को मजबूत करने के लिए संभावित नीतिगत उपाय सुझाइए।
उत्तर / व्याख्या:
भारत में ई-कचरा उत्पादन 2025 में लगभग 22 लाख टन अनुमानित है। अनौपचारिक क्षेत्र में 95% ई-कचरा रिसायकल किया जाता है। इसका अर्थ केवल आर्थिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि सामाजिक और स्वास्थ्य दृष्टि से भी गंभीर है।
– पर्यावरणीय जोखिम: अनौपचारिक रिसाइक्लिंग से लेड, कैडमियम, मरकरी, क्रोमियम, डाइऑक्सिन जैसी विषाक्त पदार्थ निकलते हैं। ये जल, वायु और मिट्टी को प्रदूषित करते हैं।
– आर्थिक नुकसान: मूल्यवान धातुएं (सोना, तांबा आदि) खो जाती हैं। वार्षिक आर्थिक नुकसान $10 बिलियन से अधिक है।
– सामाजिक और स्वास्थ्य जोखिम: श्रमिकों में श्वसन रोग (क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस, अस्थमा), न्यूरोटॉक्सिन से IQ और व्यवहार प्रभावित, त्वचा और नेत्र विकार। कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण ‘सिंडेमिक’ स्थिति।
नीति उपाय:
– EPR सर्टिफिकेट के लिए फ्लोर प्राइस लागू करना।
– अनौपचारिक श्रमिकों को स्किल सर्टिफिकेशन, PPE और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना।
– डिजिटल ट्रैकिंग और पर्यावरणीय ऑडिट के माध्यम से प्रवर्तन सशक्त बनाना।
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9. अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस कब मनाया जाता है?
When is International Coffee Day celebrated?
a. 1 अक्टूबर
b. 2 अक्टूबर
c. 3 अक्टूबर
d. 4 अक्टूबर
Answer: a. 1 अक्टूबर
2025 की थीम
– संयुक्त सहयोग को अब पहले से अधिक अपनाएँ
– Embrace Collaboration for Collective Action – More Than Ever
इस थीम का मुख्य संदेश यह है कि –
– कॉफी उद्योग में किसान, उपभोक्ता, संगठन और सरकार – सभी को मिलकर काम करना चाहिए।
– ऐसा सहयोग कॉफी उत्पादन को टिकाऊ (sustainable) बनाएगा।
– साथ ही यह न्यायसंगत (fair trade) भी सुनिश्चित करेगा।
– 2015 में अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन ने लॉन्च किया था।
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10. अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस किस महापुरुष की जयंती पर मनाया जाता है?
International Day of Non-Violence is celebrated on the birth anniversary of which great man?
a. सरदार वल्लभ भाई पटेल
b. नेल्सन मंडेला
c. महात्मा गांधी
d. अल्बर्ट आइंस्टीन
Answer: c. महात्मा गांधी (2 अक्टूबर)
– यह दिवस संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2007 में घोषित किया था।
– राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को मनाई जाती है।
– उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था।
– निधन 30 जनवरी 1948 को हो गया था, जब आजाद भारत के पहले आतंकवादी नाथू राम गोडसे ने गोली मार दी थी।
– दिल्ली में राजघाट पर उनका स्मारक है।
– महात्मा गांधी देश ही नहीं, दुनिया के लोगां के लिए आइकॉन हैं।
गांधीवादी दर्शन पर आधारित सरकारी पहल
स्वच्छ भारत मिशन
– गांधी जयंती 2014 को लॉन्च किया गया
– गांधीवादी दर्शन : सफाई अगली भक्ति है
– भारत 2 अक्टूबर, 2019 (गांधी जी की 150वीं जयंती) को खुले में शौच मुक्त घोषित हुआ।
– 5,66,068 ओडीएफ+ गांव (13 अगस्त, 2025 तक)
– 12 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया।
– 5 वर्ष से कम आयु के 3 लाख बच्चों की जान बचाई गई (WHO डेटा)
स्वयं सहायता समूह (SHG)
– दीनदयाल अंत्योदय योजना के तहत – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM)
– गांधीवादी दर्शन : सहकारी अर्थशास्त्र और जमीनी स्तर पर सशक्तिकरण
– महिला स्वयं सहायता समूहों को 11,10,945.88 करोड़ रुपये के संचयी ऋण वितरित किए गए
– 10.05 करोड़ महिलाओं को 90.90 लाख स्वयं सहायता समूहों में संगठित किया गया (जून 2025 तक)
– 10 करोड़ ग्रामीण परिवारों को संगठित करने का लक्ष्य हासिल किया गया
स्वामित्व योजना
– राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर 2020 में लॉन्च किया गया
– गांधीवादी दर्शन : ग्राम स्वावलंबन और पंचायती राज
– 65 लाख संपत्ति कार्ड वितरित किए गए
– 50,000 से अधिक गांवों को कवर किया गया
– 3.20 लाख गांवों में ड्रोन सर्वेक्षण पूरा हुआ
खादी और ग्रामोद्योग
– केवीआईसी के माध्यम से चल रहा प्रचार
– गांधीवादी दर्शन : स्वदेशी दर्शन और ग्राम-आधारित उत्पादन
पीएम जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान (पीएम जुगा/दजगुआ)
– 2 अक्टूबर, 2024 को प्रधानमंत्री मोदी ने झारखंड के हजारीबाग से शुभारंभ किया
– गांधीवादी दर्शन : राष्ट्रीय विकास के लिए जनजातीय समुदाय की उन्नति
– वित्तीय परिव्यय: ₹79,156 करोड़ (केंद्र सरकार का योगदान ₹56,333 करोड़)
– 5 करोड़ से अधिक आदिवासी नागरिकों को लाभ
– 549 जिलों के 63,000 गांवों को कवर किया जाएगा (देश का 71%) • 17 संबंधित मंत्रालयों के माध्यम से कार्यान्वित
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा)
– गांधीवादी दर्शन : सम्मानजनक कार्य और समावेशी ग्रामीण विकास का अधिकार
लाल बहादुर शास्त्री के बारे में
– लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से सात मील दूर एक छोटे से रेलवे टाउन, मुगलसराय में हुआ था। उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे।
– लाल बहादुर शास्त्री भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और “जय जवान, जय किसान” जैसे अमर नारे के जनक थे।
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11. विश्व पशु संरक्षण दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Animal Protection Day celebrated?
a. 1 अक्टूबर
b. 2 अक्टूबर
c. 3 अक्टूबर
d. 4 अक्टूबर
Answer: d. 4 अक्टूबर
2025 की थीम
– पशु बचाओ, ग्रह बचाओ!
– Save Animals, Save the Planet!
– यह दिन हमें याद दिलाता है कि पृथ्वी केवल इंसानों की नहीं, बल्कि पशुओं की भी है और उनका संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है।
– इसका उद्देश्य लोगों में पशुओं के अधिकारों, उनके संरक्षण और कल्याण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
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12. संयुक्त राष्ट्र शांति सेना योगदानकर्ता देशों का शिखर सम्मेलन
– भारतीय सेना 14-16 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली में UNTCC चीफ्स कॉनक्लेव आयोजित करेगी।
– इसमें 30 से अधिक देश भाग लेंगे, जिसमें स्वदेशी तकनीक और शांति मिशनों पर चर्चा होगी।
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