25 & 26 September 2025 करेंट अफेयर्स – प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्‍वपूर्ण

यह 25 & 26 सितंबर 2025 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. भारत ने पहली बार ‘रेल आधारित मोबाइल लॉन्चर प्रणाली’ से किस मिसाइल का परीक्षण किया, जिससे भारत चुनिंदा देशों की श्रेणी में आ गया?
Which missile was tested for the first time by India from a ‘rail-based mobile launcher system’, thereby putting India in the category of select countries?

a. पृथ्‍वी I
b. पृथ्‍वी प्राइम
c. अग्नि V
d. अग्नि प्राइम

Answer: d. अग्नि प्राइम

किसने परीक्षण किया?
– DRDO: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन
– SFC : स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड

परीक्षण के बारे में
– DRDO और स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड (SFC) ने संयुक्‍त रूप से 25 सितंबर, 2025 को अग्नि-प्राइम मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
– यह परीक्षण रेल-आधारित मोबाइल लॉन्चर सिस्टम से किया गया, जो तेजी से तैनाती और कम दृश्यता के साथ देशव्यापी गतिशीलता प्रदान करता है।
– इसके जरिए भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।

रेल-आधारित मोबाइल लॉन्चर सिस्टम का महत्व
– यह सफल परीक्षण भारत को उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल करता है जो रेल-आधारित कैनिस्टराइज्ड लॉन्च क्षमताओं से लैस हैं।
– यह परीक्षण भविष्य के रेल-मोबाइल लॉन्च सिस्टम के सशस्त्र बलों में शामिल होने का मार्ग प्रशस्त करता है।
– मिसाइल को विशेष रूप से विकसित रेल-आधारित मोबाइल लॉन्चर से प्रक्षेपित किया गया, जो तेजी से तैनाती, कम दृश्यता और देशव्यापी गतिशीलता प्रदान करता है।
– यह कैनिस्टराइज्ड सिस्टम है, अर्थात मिसाइल को सीलबंद कंटेनर में रखा जाता है, जो इसे मौसम-प्रतिरोधी और तुरंत लॉन्च के लिए उपयुक्त बनाता है।
– रोड-मोबाइल संस्करण पहले ही सशस्त्र बलों में शामिल हो चुका है, लेकिन रेल संस्करण एक नई उपलब्धि है, जो भारत को रूस, चीन और उत्‍तर कोरिया जैसे देशों की श्रेणी में शामिल करता है।

किस तरह की खूबियां है अग्नि प्राइम मिसाइल में
– अग्नि-प्राइम की रेंज करीब 2,000 किलोमीटर तक है, जो इसे इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) बनाती है।
– यह न्यूक्लियर-कैपेबल है, अर्थात परमाणु वारहेड ले जाने में सक्षम।
– मिसाइल दो-चरण वाली ठोस ईंधन आधारित है, जिसमें उन्नत गाइडेंस सिस्टम, बेहतर प्रोपल्शन और मैन्यूवरेबल री-एंट्री व्हीकल (MARV) शामिल हैं, जो इसे एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम से बचने में मदद करता है।
– यह दो चरणों वाली कनस्तरीकृत मिसाइल है।
– इस मिसाइल की लंबाई 34.5 फीट है।
– एक से अधिक हथियार लगाए जा सकता।
– इस पर 1500 किग्रा से 3000 किग्रा वजन के हथियार लगाए जा सकते हैं।

तकनीकी महत्व
– अग्नि-प्राइम हल्की, अधिक सटीक और कम लागत वाली है।
– इसमें कम्पोजिट मटेरियल का उपयोग किया गया है, जो वजन कम करता है और रेंज बढ़ाता है।
– यह कोल्ड लॉन्च सिस्टम का उपयोग करती है, जहां मिसाइल पहले बाहर निकाली जाती है और फिर इग्नाइट होती है, जो लॉन्चर की सुरक्षा बढ़ाता है।

सामरिक महत्व
– रेल-मोबाइल लॉन्चर दुश्मन की पहली स्ट्राइक से बचाव प्रदान करता है, क्योंकि ट्रेनें आसानी से स्थानांतरित हो सकती हैं।
– यह भारत की ‘नो फर्स्ट यूज’ न्यूक्लियर नीति को मजबूत करता है और पाकिस्तान एवं चीन जैसे पड़ोसियों के खिलाफ डिटरेंस बढ़ाता है।
– भारत अब रेल-आधारित कैनिस्टराइज्ड लॉन्च क्षमता वाले चुनिंदा देशों (जैसे रूस, चीन, उत्तर कोरिया) में शामिल हो गया है।
– इस सफल परीक्षण से देश की सैन्य ताकत बढ़ गई है।

स्वदेशी महत्‍व
– यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान का हिस्सा है, जहां DRDO ने अधिकांश तकनीक स्वदेशी रूप से विकसित की है।
– अग्नि श्रृंखला (अग्नि-I से अग्नि-V तक) भारत की मिसाइल प्रोग्राम की रीढ़ है, जो इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (IGMDP) से विकसित हुई है।

अन्य अग्नि मिसाइलों की रेंज:
– अग्नि I: 700-800 किमी की रेंज।
– अग्नि II: 2000 किमी से अधिक की रेंज।
– अग्नि III: 2,500 किमी से अधिक की रेंज
– अग्नि IV: रेंज 3,500 किमी से अधिक है और एक रोड मोबाइल लॉन्चर से फायर कर सकती है।
– अग्नि-5: अग्नि श्रृंखला की सबसे लंबी, एक अंतर-महाद्वीपीय- बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है जिसकी रेंज 5,000 किमी से अधिक है।

स्ट्रेटेजिक फोर्सेज़ कमांड (SFC)
– इसे 4 जनवरी 2003 को वाजपेयी सरकार द्वारा बनाया गया था।
– यह इंडियन आर्म्ड फोर्सेज (आर्मी, नेवी और एयरफोर्स) की एक कमांड है।
– स्ट्रेटेजिक फोर्सेज़ कमांड (SFC), जिसे कभी-कभी स्ट्रेटेजिक न्यूक्लियर कमांड कहा जाता है।
– यह भारत के न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी (NCA) का हिस्सा है।
– यह देश के नॉन-स्ट्रेटेजिक और स्ट्रेटेजिक न्यूक्लियर वेपन्स के भंडार के प्रबंधन और एडमिनिस्ट्रेशन के लिए जिम्मेदार है।

DRDO
– गठन: 1958
– मुख्यालय: नई दिल्ली

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UPSC & State PCS लेवेल के प्रिलिम्‍स प्रश्‍न

Q.1 प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

1) अग्नि-प्राइम मिसाइल की रेंज 1,000-2,000 किमी होने से यह ) इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) की श्रेणी में आती है, जो मुख्य रूप से पाकिस्तान को लक्षित करती है, लेकिन चीन के कुछ हिस्सों को भी कवर कर सकती है।
2) रेल-आधारित लॉन्चर का सफल परीक्षण भारत को रूस और चीन जैसे देशों की श्रेणी में शामिल करता है, लेकिन यह सिस्टम ठोस ईंधन के कारण ही संभव है, क्योंकि तरल ईंधन वाली मिसाइलें रेल पर असुरक्षित होती हैं।
3) DRDO और SFC के संयुक्त परीक्षण से यह लॉजिकल अनुमान निकलता है कि मिसाइल अब इंडक्शन चरण में है, लेकिन रोड-मोबाइल संस्करण पहले ही शामिल हो चुका है।

निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प सही है?
a. केवल 1 और 2 सही हैं।
b. केवल 2 और 3 सही हैं।
c. सभी सही हैं।
d. केवल 1 और 3 सही हैं

Answer: d. केवल 1 और 3 सही हैं

संक्षिप्‍त व्याख्या:
– कथन 1 सही है क्योंकि 1,000-2,000 किमी रेंज IRBM (Intermediate-Range Ballistic Missile) की परिभाषा के अनुरूप है (MTCR के अनुसार, 300-3,000 किमी IRBM है)। यह पाकिस्तान को पूर्ण रूप से कवर करती है और चीन के पश्चिमी/दक्षिणी हिस्सों (जैसे तिब्बत) तक पहुंच सकती है, जो भारत की दो-मोर्चा युद्ध रणनीति को मजबूत करता है।
– कथन 2 गलत है क्योंकि रेल लॉन्चर ठोस ईंधन वाली मिसाइलों के लिए आदर्श है (जो तैयार रहती हैं), लेकिन तरल ईंधन वाली मिसाइलें भी संभव हैं यदि डिजाइन अनुकूल हो (जैसे रूस की कुछ सिस्टम)। लॉजिकल अनुमान यहां तकनीकी व्यवहार्यता पर आधारित है, न कि अनिवार्यता पर।
– कथन 3 सही है क्योंकि DRDO-SFC का संयुक्त परीक्षण परिचालन तैयारियों (operational readiness) को दर्शाता है, और रोड संस्करण पहले से इंडक्टेड है, जो इंडक्शन चरण की पुष्टि करता है।

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Q2. प्रश्न: अग्नि-प्राइम मिसाइल परीक्षण के संदर्भ में निम्नलिखित घटनाओं को तार्किक क्रम में व्यवस्थित कीजिए, जो भारत की रक्षा नीति के विकास को दर्शाती हैं:

A. IGMDP (Integrated Guided Missile Development Programme) का प्रारंभ।
B. अग्नि-I का पहला परीक्षण।
C. MTCR में भारत की सदस्यता।
D. अग्नि-प्राइम का रेल-आधारित परीक्षण।
E. ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत स्वदेशी मिसाइल विकास।

सही तार्किक अनुक्रम क्या है?
a. A, B, C, E, D
b. A, B, E, C, D
c. A, E, B, C, D
d. E, A, B, C, D

Answer: a. A, B, C, E, D

संक्षिप्‍त व्याख्या:
– (A) IGMDP 1983 में शुरू हुआ, जो भारत के मिसाइल प्रोग्राम की नींव रखता है।
– (B) इसके बाद अग्नि-I का पहला परीक्षण 1989 में हुआ, जो IGMDP का हिस्सा था।
– (C) MTCR (Missile Technology Control Regime) सदस्यता 2016 में प्राप्त हुई, जो अंतरराष्ट्रीय मान्यता और निर्यात क्षमता प्रदान करती है।
– (D) ‘आत्मनिर्भर भारत’ 2020 में लॉन्च हुआ, जो स्वदेशीकरण को बढ़ावा देता है (E)।
– (E) अंत में, अग्नि-प्राइम का रेल परीक्षण 2025 में हुआ, जो इन सभी का परिणाम है।

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UPSC & State PCS लेवेल के मेंस प्रश्‍न

GS Paper 3 : Science and Technology, Defence and Security

Q1. “अग्नि-प्राइम मिसाइल के हालिया रेल-आधारित परीक्षण भारत की सामरिक डिटरेंस नीति को कैसे मजबूत करता है? दक्षिण एशिया की क्षेत्रीय सुरक्षा के संदर्भ में इसके निहितार्थों की चर्चा कीजिए।”

Q2. रेल-आधारित मोबाइल लॉन्चर सिस्टम के सफल परीक्षण से भारत की रक्षा रणनीति में क्या परिवर्तन आया है? इसके सामरिक लाभों एवं चुनौतियों का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।




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2. विश्व पर्यावरणीय स्वास्थ्य दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Environmental Health Day celebrated?

a. 24 सितंबर
b. 25 सितंबर
c. 26 सितंबर
d. 27 सितंबर

Answer: c. 26 सितंबर

2025 की थीम
– स्वच्छ वायु, स्वस्थ लोग
– Clean Air, Healthy People
नोट – यह थीम वायु प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और श्वसन संबंधी रोगों पर केंद्रित है, तथा स्वच्छ वायु के महत्व को रेखांकित करती है।

विश्व पर्यावरणीय स्वास्थ्य दिवस : उत्पत्ति और इतिहास
– स्थापना: 2011 में इंडोनेशिया में अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण स्वास्थ्य फेडरेशन (International Federation of Environmental Health – IFEH) के काउंसिल मीटिंग में घोषित किया गया। IFEH एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो 1986 में लंदन में स्थापित हुआ।
– पहला दिवस: 26 सितंबर 2011 को आधिकारिक रूप से मनाया गया।
– उद्देश्य: पर्यावरणीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों के कार्य को मान्यता देना, तथा वैश्विक स्तर पर पर्यावरणीय खतरों से स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए कार्रवाई को प्रोत्साहित करना।

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3. मोरक्‍को में भारत की पहली विदेशी रक्षा सुविधा का उद्घाटन किसने किया?
Who inaugurated India’s first overseas defence facility in Morocco?

a. नरेंद्र मोदी और अब्देलतीफ लौदी
b. द्रौपदी मुर्मू और अब्देलतीफ लौदी
c. एस जयशंकर और अब्देलतीफ लौदी
d. राजनाथ सिंह और अब्देलतीफ लौदी

Answer: d. राजनाथ सिंह और अब्देलतीफ लौदी

– भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मोरक्को के उनके समकक्ष अब्देलतीफ लौदी ने 23 सितंबर, 2025 को मोरक्को के बेरेकिड में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) की रक्षा से जुड़ी चीजें बनाने वाली फैक्ट्री का उद्घाटन किया।
– यह किसी भारतीय कंपनी का पहला ऐसा संयंत्र है जो विदेश में शुरू हुआ है।
– यह सुविधा (20,000 वर्ग मीटर की) स्वदेशी रूप से विकसित पहिएदार बख्तरबंद प्लेटफार्म / व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (WhAP) 8×8 का उत्पादन करेगी, जिसे TASL और भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा संयुक्त रूप से डिजाइन किया गया है।

व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (WhAP)
– WhAP एक मॉड्यूलर लड़ाकू प्लेटफ़ॉर्म है जिसमें उन्नत सुरक्षा, गतिशीलता और अनुकूलन क्षमता है।
– रक्षा मंत्रालय के अनुसार इसमें पैदल सेना लड़ाकू वाहन, बख्तरबंद कार्मिक वाहक, टोही, कमांड पोस्ट, मोर्टार वाहक और एम्बुलेंस के प्रकार शामिल हैं, साथ ही दूरस्थ हथियार स्टेशनों और टैंक-रोधी निर्देशित मिसाइल प्रणालियों के विकल्प भी उपलब्ध हैं।

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4. लाल गर्दन वाले फलारोप, दुर्लभ प्रजाति के पक्षी को पहली बार सितंबर 2025 में किस अभयारण्‍य में देखा गया?
Red-necked Phalarope, a rare bird species, was first sighted in which sanctuary in September 2025?

a. कालीवेली पक्षी अभयारण्य
b. वेदान्थांगल पक्षी अभयारण्य
c. नंजरायण पक्षी अभयारण्‍य
d. कांजीरनकुलम पक्षी अभयारण्य

Answer: c. नंजरायण पक्षी अभयारण्‍य (तमिलनाडु के तिरुपुर में स्थित)

– पक्षीविज्ञानियों के अनुसार, लाल गर्दन वाले फलारोप (फलारोपस लोबेटस) एक दुर्लभ प्रजाति है, इसे पहली बार तमिलनाडु के नंजरायण पक्षी अभयारण्‍य (तिरुपुर शहर) में देखा गया है।
– तिरुपुर की नेचर सोसायटी के अध्यक्ष रविन्द्रन कामचची ने कहा, “किसी अंतर्देशीय जल निकाय में इस पक्षी का रुकना दुर्लभ है।
– 19 सितंबर 2025 को झील में पक्षी की उपस्थिति का डॉक्यूमेंटेशन किया गया। पक्षी के आगमन को सबसे पहले यहां के वन निरीक्षण मणिकंदन ने देखा।

लाल गर्दन वाला फलारोप पक्षी
– लाल गर्दन वाला फलारोप, जिसे उत्तरी फलारोप और हाइपरबोरियन फलारोप भी कहा जाता है, एक छोटा जलचर पक्षी है। – यह फलारोप उत्तरी अमेरिका और यूरेशिया के आर्कटिक क्षेत्रों में प्रजनन करता है।
– यह पक्षी सर्दियों के महीने ज़्यादातर दक्षिण पूर्वी देशों में बिताता है।

नंजरायण पक्षी अभयारण्‍य
– यह स्थल तमिलनाडु के तिरुप्पुर जिले के नेरुपरिचल और सरकार पेरियापलायम गाँवों में स्थित एक मीठे पानी की झील है।
– इसका नाम राजा नंजारायन के नाम पर रखा गया है जिन्होंने 400 साल पहले इस जलाशय का निर्माण कराया था।
– वर्ष 2022 में, इस स्थल को पक्षी अभयारण्य के रूप में नामित किया गया।
– झील और उसके आसपास के क्षेत्र में पक्षियों की 191 प्रजातियाँ, 87 तितलियाँ, 77 पौधे, 21 सरीसृप, 11 छोटे स्तनधारी और 7 उभयचर पाए जाते हैं।

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5. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2025 में ‘प्रगति’ की कौन सी वीं बैठक की अध्‍यक्षता की, जिसमें लगभग 65,000 करोड़ की आठ महत्‍वपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की गई?
Prime Minister Narendra Modi chaired which edition of the ‘PRAGATI’ meeting in September 2025, during which eight important projects worth approximately ₹65,000 crore were reviewed?

a. 51वीं
b. 50वीं
c. 49वीं
d. 48वीं

Answer: c. 49वीं

– PRAGATI फुल फॉर्म: प्रो- एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इंप्लीमेंटेशन
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 सितंबर को ‘प्रगति’ की 49वीं बैठक की आठ महत्वपूर्ण अवसंरचना परियोजनाओं की समीक्षा की।

49वीं बैठक की विशेषताएं
– समीक्षा की गई परियोजनाएं, 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैली हुई हैं, जिनका कुल निवेश 65,000 करोड़ रुपये से अधिक है।
– प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को समय-सीमा का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने, अंतर-एजेंसी समन्वय को मजबूत करने और कार्यान्वयन संबंधी बाधाओं का शीघ्र समाधान करने का निर्देश दिया।

समीक्षा की गई परियोजनाएं किन क्षेत्रों को कवर करती हैं?
– खनन (Mines)
– रेलवे
– जल संसाधन
– औद्योगिक गलियारों
– बिजली क्षेत्र से संबंधित

PRAGATI के बारे में
– लॉन्‍च : 25 मार्च 2025
– शुरूआतकर्ता : प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO
– प्‍लेटफॉर्म टाइप : ICT-आधारित बहु-आयामी प्‍लेटफॉर्म
– PRAGATI फुल फॉर्म : प्रो- एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इंप्लीमेंटेशन

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6. किस भाषा के प्रसिद्ध लेखक SL भैरप्‍पा का निधन 24 सितंबर 2025 को हो गया?
SL Bhairappa, the famous writer of which language, died on 24 September 2025?

a. हिंदी
b. उर्दू
c. कन्‍नड़
d. तमिल

Answer: c. कन्‍नड़

– वह उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे, पिछले कई महीनों से उनका इलाज चल रहा था।
– वे कन्‍नड़ के सबसे अधिक पढ़े जाने वाले लेखकों में से एक थे।
– वे 94 वर्ष के थे, उन्‍हें पद्म भूषण, पद्म श्री, सरस्वती सम्मान, साहित्य अकादमी पुरस्कार आदि से सम्मानित किया जा चुका है।

उपन्यास के प्रति वफादार थे
– अपने छह दशक से ज़्यादा के लेखन करियर के दौरान वे उपन्यासों के प्रति समर्पित रहे।
– उनका पहला उपन्यास “भीमकाय” 1958 है।
– उन्होंने 25 उपन्यास लिखे जो कई भाषाओं में ट्रांसलेट हुए, जिनमें से आखिरी उपन्यास “उत्तरकांड” (2017) था, जो महिलाओं के नज़रिए से रामायण का पुनर्कथन है।
– “उत्तरकांड” के बाद , उन्होंने लेखन से संन्यास ले लिया था।

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7. विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने भारत के विभिन्न मुक्त व्यापार समझौतों के दुरुपयोग को रोकने के लिए स्पष्ट रूप से अधिकृत किए बिना किस प्रकार के आभूषणों के आयात पर सितंबर 2025 में प्रतिबंध लगा दिया?
The Directorate General of Foreign Trade (DGFT) banned the import of which type of jewellery in September 2025 without explicit authorisation to prevent misuse of India’s various free trade agreements?

a. सोने के
b. चांदी के
c. हीरा के
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: b. चांदी के

प्रतिबंध क्‍यो लगाया?
– डीजीएफटी के अनुसार, ये प्रतिबंध अप्रैल-जून 2025 तिमाही में पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में सादे चांदी के आभूषणों के आयात में भारी वृद्धि के मद्देनजर लगाए गए हैं।
– भारत सरकार ने 24 सितंबर को एक नोटिफिकेशन जारी कर यह जानकारी दी। नोटिफिकेशन के अनुसार सादे चांदी (plain silver) के आभूषणों पर अगले वर्ष 31 मार्च तक आयात प्रतिबंध लगा दिया।

भारत के चांदी आभूषणों का आयात
– द हिन्‍दू न्‍यूज पेपर के अनुसार भारत का चांदी के आभूषणों का आयात अप्रैल-जून 2025 में बढ़कर 235.1 मिलियन डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 63.4 मिलियन डॉलर था, जो 270.6% की वृद्धि है।

आयातों का एक बड़ा हिस्‍सा थाईलैंड से आया
– जांच से पता चला है कि भारत ने चांदी के आभूषणों का ज़्यादातर आयात थाईलैंड से किया है।
– अप्रैल से जून 2025 के बीच भारत ने थाईलैंड से लगभग 51 मिलियन डॉलर के चांदी के आभूषण खरीदे थे, जबकि इस साल की उसी अवधि में यह आंकड़ा 330% बढ़कर 219 मिलियन डॉलर हो गया।
– जुलाई 2025 में भी यही बढ़ोतरी देखने को मिली। उस महीने भारत ने कुल 148.5 मिलियन डॉलर के चांदी के आभूषण मंगवाए, जबकि जुलाई 2024 में यह आंकड़ा 41.8 मिलियन डॉलर था।
– यानी इसमें 255.6% की बढ़ोतरी हुई। सिर्फ थाईलैंड से हुआ आयात भी जुलाई 2025 में 288.5% बढ़कर 142.7 मिलियन डॉलर हो गया।

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8. भारत ने किस अरब देश में QR कोड-आधारित UPI सेवा सितंबर 2025 में शुरू की है?
India has launched QR code-based UPI service in which Arab country in September 2025?

a. कतर
b. कुवैत
c. अल्‍जीरिया
d. बहरीन

Answer: a. कतर (प्रायद्वीपीय अरब देश)

UPI मतलब : यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस

– सितंबर 2025 में NPCI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) ने कतर नेशनल बैंक (QNB) के साथ साझेदारी की। जिसमें, NIPL और QNB ने कतर में भारतीयों के लिए QR कोड-आधारित UPI सेवा लॉन्‍च की।
– नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) कहा कि इस कदम से भारतीय यात्री प्रमुख पर्यटक आकर्षणों और कतर ड्यूटी फ्री दुकानों पर UPI पेमेंट आसानी से कर सकते हैं।
– भारतीय लोग कतर में अब UPI ऐप का यूज कर सकते हैं। कतर इस डिजिटल ट्रांजेक्शन सिस्‍टम की अनुमति देने वाला आठवां देश बन गया है।

UPI सुविधा प्रदान करने वाले आठ देश
– भूटान
– फ्रांस
– मॉरीशस
– नेपाल
– सिंगापुर
– श्रीलंका
– संयुक्त अरब अमीरात
– कतर (सितंबर 2025)

महत्‍वपूर्ण पॉइंट (भारत और कतर)
– समझौता कब : 11 जुलाई 2024
– किसमें : NIPL और QNB
– UPI सुविधा प्रदान करने वाले देश – आठ
– किस प्रकार की सेवा : QR कोड-आधारित UPI सेवा
– शुरूआत कब : सितंबर 2025
– ड्यूटी फ्री पहला व्यापारी : कतर

नोट: ड्यूटी फ्री का मतलब है ऐसी दुकानें या व्यापारी जो सरकारी टैक्स (customs duties, excise, VAT आदि) नहीं लेते

NPCL के बारे में
– NPCI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL), UPI को डेवलप करने वाली कंपनी नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की अंतरराष्ट्रीय शाखा है।
– यह दूसरे देशों में UPI के इस्तेमाल को बढ़ावा देने का काम करती है।
– भारत में UPI सबसे पॉपुलर डिजिटल पेमेंट ऑप्शन में से एक है।
– NPCI को 2008 में भारत में रीटेल पेमेंट्स और सेटलमेंट सिस्टम के ऑपरेशन के लिए स्थापित किया गया था।

NIPL क्‍या है?
– NIPL भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।
– जिसने यूपीआई और रुपे कार्ड योजना के रूप में दुनिया का सबसे बड़ा रीयल-टाइम पेमेंट सोल्युशन विकसित किया है।

UPI (Unified Payments Interface) क्या है?
– यह इंस्टेंट रियल टाइम पेमेंट सिस्टम है।
– यह ऐसा कॉन्सेप्ट है, जो कई बैंक अकाउंट को एक मोबाइल एप्लीकेशन के जरिये रकम ट्रांसफर करने की इजाजत देता है. इसे नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया (NPCI) ने विकसित किया है।
– इसका नियंत्रण रिजर्व बैंक और इंडियन बैंक एसोसियेशन के हाथ में है।
– इसके जरिए फंड ट्रांसफर बहुत तेजी से होता है।

कतर के बारे में
– कतर के अमीर: शेख तमीम बिन हमद अल-थानी
– प्रधानमंत्री : – शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल-थानी
– राजधानी – दोहा
– मुद्रा – कतरी रियाल (QAR)

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9. AFC फुटसल एशियन कप 2026 क्वालीफायर में भारत ने किस देश को हराकर अपनी पहली अंतरराष्‍ट्रीय फुटसल जीत दर्ज की?
India defeated which country in the AFC Futsal Asian Cup 2026 Qualifiers to register its first international futsal win?

a. कुवैत
b. ऑस्‍ट्रेलिया
c. मंगोलिया
d. डेनमार्क

Answer: c. मंगोलिया

– भारत ने 24 सितंबर 2025 को यह जीत दर्ज की। मंगोलिया को 3-0 से हराया।
– इस मैच का आयोजन अर्दिया, कुवैत के कुशैन अल-मुतैरी हॉल में हुआ।
– यह न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी पहली जीत थी, बल्कि भारतीय फुटसल के युवा इतिहास में पहली क्लीन शीट भी थी।
– कुवैत और ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद भारत पहले ही क्वालीफायर से बाहर हो चुका था। हालाँकि, मंगोलिया पर जीत के साथ, भारत ग्रुप ए में तीसरे स्थान पर रहा।

AFC फुटसल एशियन कप के बारे में
– एएफसी फुटसल एशियन कप, जिसे पहले एएफसी फुटसल चैंपियनशिप कहा जाता था, एशियाई फुटबॉल परिसंघ की राष्ट्रीय टीमों के लिए प्रमुख अंतरराष्ट्रीय फुटसल प्रतियोगिता है।
– यह पहली बार 1999 में आयोजित किया गया था और 2008 तक प्रतिवर्ष खेला जाता था; तब से यह हर दो साल में खेला जाता है।

फुटसल खेल के बारे में
– फुटसल खेल फुटबॉल जैसा है, लेकिन यह छोटे मैदान और तेज गति वाला और तकनीकी फुटबॉल खेल है।
– इसमें 5 खिलाड़ियों की दो टीमों के बीच एक कठोर, बास्केटबॉल के आकार के कोर्ट पर खेला जाता है।
– इसमें एक छोटी, भारी, कम उछाल वाली गेंद का इस्तेमाल किया जाता है, और खेल का उद्देश्य विरोधी टीम के खिलाफ गोल करना होता है. फुटसल को फीफा द्वारा आधिकारिक इनडोर फुटबॉल के रूप में मान्यता प्राप्त है

10. इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंसर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) ने किस खाड़ी क्षेत्र में भारत के पहले डुगोंग संरक्षण रिजर्व को मान्‍यता देने के प्रस्‍ताव को औपचारिक रूप से अपनाया?
The International Union for Conservation of Nature (IUCN) formally adopted a proposal to recognize India’s first dugong conservation reserve in which Gulf region?

a. बंगाल खाड़ी
b. पाक खाड़ी
c. फारस खाड़ी
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: b.  पाक खाड़ी (Palk Bay)

– इस प्रस्‍ताव को दुनिया भर के सदस्‍यों का समर्थन मिला।
– सरकारों में से 98 प्रतिशत ने इसके पक्ष में मतदान किया।
– इसके अलावा 94.8% गैर-सरकारी संगठनों, शोध संस्थानों और संगठनों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया।
– सितंबर 2025 में इसकी जानकारी मिली।

प्रस्‍ताव में क्‍या चिंता और ठोस कदम उठाने की ज़रूरत
– प्रस्ताव में यह चिंता जताई गई कि डुगोंग (समुद्री गाय) की संख्या और पाक खाड़ी के पर्यावरण को कई खतरे हैं — जैसे कि उनके रहने की जगह का नुकसान, नुकसानदायक मछली पकड़ने के तरीके और जलवायु परिवर्तन का असर।
– इसमें यह भी कहा गया कि समुद्री जीवन और संसाधनों को बचाने के लिए स्थानीय समुदायों की भागीदारी से तुरंत ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है।

IUCN ने नई तकनीकों की तारीफ की
– IUCN के सदस्यों ने उस अभयारण्य में अपनाई गई नई तकनीकों की तारीफ की, जिनमें समुद्री घास के मैदानों को दोबारा उगाने के लिए बांस और नारियल की रस्सियों से बनाए गए ढाँचों का उपयोग शामिल है।
– इस प्रयास को इसलिए सराहा गया क्योंकि इसमें वैज्ञानिक तरीकों को स्थानीय लोगों की मदद से लागू किया गया और यह दक्षिण एशिया में संरक्षण का एक बेहतरीन उदाहरण बन गया है।

पाक खाड़ी के बारे में
– पाक खाड़ी भारत और श्रीलंका के दक्षिण-पूर्वी तट के बीच एक अर्ध-संलग्न (semi-enclosed) उथली जलराशि है।
– इसकी अधिकतम गहराई 13 मीटर है।
– पाक खाड़ी 8° 50′ और 10° उत्तरी अक्षांशों तथा 78° 50′ और 80° 30′ पूर्वी देशांतरों के बीच स्थित है।
– खाड़ी की चौड़ाई 57 से 107 किमी और लंबाई लगभग 150 किमी है।

एम.के. स्टालिन ने क्‍या कहा?
– तमिलनाडु के CM एम.के. स्टालिन ने गुरुवार, 25 सितंबर 2025 को अभयारण्य को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान की सराहना की और तमिलनाडु के वन विभाग व संरक्षण में जुड़े सभी लोगों की कोशिशों की तारीफ की।

डुगोंग क्‍या है?
– डुगोंग बड़े शाकाहारी समुद्री स्तनधारी जीव है।
– डुगोंग एक ऐसी प्रजाति है जिसे IUCN की लाल सूची में विलुप्ति के प्रति संवेदनशील माना गया है।
– तमिलनाडु सरकार ने सितंबर 2022 में 448 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को, भारत का पहला “डुगोंग संरक्षण रिजर्व” घोषित किया था।
– इस क्षेत्र में 12,250 हेक्टेयर से ज़्यादा समुद्री घास के मैदान हैं, जो डुगोंग (डुगोंग डुगोन) के लिए महत्वपूर्ण चारागाह हैं।
– डुगोंग को वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची 1 के तहत संरक्षित है।
– यह क्षेत्र तमिलनाडु के तंजावुर और पुदुक्कोट्टई जिलों के तटीय जल को कवर करते हुए, पाल्‍क खाड़ी क्षेत्र में है।
– वर्तमान में, भारत में लगभग 240 डुगोंग हैं और उनमें से अधिकांश तमिलनाडु तट में पाए जाते हैं।
– हालांकि, निवास स्थान के नुकसान के कारण उनकी आबादी घट रही है।

IUCN (इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंसर्वेशन ऑफ नेचर)
– IUCN (प्रकृति संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ) एक वैश्विक संगठन है जो प्रकृति और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए कार्य करता है। इसकी स्थापना 1948 में हुई थी।
– दुनिया का सबसे बड़ा और विविध पर्यावरणीय नेटवर्क है।
– 160+ मेंबर कंट्री हैं।
– 1,400+ सदस्य संगठन (सरकारी और गैर-सरकारी दोनों)
– 17,000 से अधिक विशेषज्ञ (जैसे वैज्ञानिक, पर्यावरणविद, नीति निर्माता)

 


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