3 फरवरी 2025 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्‍वपूर्ण

यह 3 फरवरी 2025 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. गणतंत्र दिवस 2025 की परेड में शामिल किसकी झांकी को ‘राज्‍य या केंद्र शासित प्रदेश कैटेगरी’ में जजों द्वारा प्रथम पुरस्कार मिला?
Whose tableau in the Republic Day 2025 parade got the first prize by the judges in the ‘State or Union Territory Category’?

a. उत्‍तर प्रदेश
b. जम्‍मू-कश्‍मीर
c. नई दिल्‍ली
d. महाराष्‍ट्र

Answer: a. उत्‍तर प्रदेश

– गणतंत्र दिवस की झांकियों को दो तरह के पुरस्‍कार मिले हैं।
– एक अवॉर्ड जजों के पैनल ने और दूसरा MyGov पोर्टल पर नागरिकों ने वोटिंग के जरिए दिया।

जजों के पैनल द्वारा घोषित सर्वश्रेष्‍ठ झांकी (राज्‍य व UT)
– प्रथम पुरस्‍कार : उत्तर प्रदेश को पहला मिला। इस झांकी की थीम “ स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास ” थी। इस झांकी में महाकुंभ-2025 को प्रदर्शित किया।
– दूसरा पुरस्‍कार : त्रिपुरा की झांकी। इसकी थीम “शाश्वत श्रद्धा: त्रिपुरा में 14 देवताओं की पूजा-खर्ची पूजा” थी।
– तीसरा पुरस्‍कर : आंध्र प्रदेश की झांकी, “एटिकोप्पका बोम्मलु-पर्यावरण-अनुकूल लकड़ी के खिलौने” को मिला।

MyGov पोर्टल पर नागरिकों की “लोकप्रिय पसंद श्रेणी” में झांकी
– प्रथम : गुजरात (स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास)
– दूसरा : उत्तर प्रदेश (महाकुंभ 2025 – स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास)
– तीसरा : उत्तराखंड (उत्तराखंड: सांस्कृतिक विरासत और साहसिक खेल)

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2. गणतंत्र दिवस 2025 की परेड में शामिल किसकी झांकी को ‘केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों’ की कैटेगरी में प्रथम पुरस्‍कार मिला?
Whose tableau in the Republic Day 2025 parade got the first prize in the category of ‘Central Ministries/Departments’?

a. गृह मंत्रालय
b. जनजातीय कार्य मंत्रालय
c. रक्षा मंत्रालय
d. विदेश मंत्रालय

Answer: b. जनजातीय कार्य मंत्रालय (भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में “जनजातीय गौरव वर्ष” पर आधारित अपनी प्रेरणादायक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध झाँकी)

जजों के पैनल द्वारा घोषित सर्वश्रेष्‍ठ झांकी (राज्‍य व UT)
– जनजातीय कार्य मंत्रालय को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में “जनजातीय गौरव वर्ष” पर आधारित अपनी प्रेरणादायक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध झाँकी के लिए 76वें गणतंत्र दिवस परेड 2025 में केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों की ओर से सर्वश्रेष्ठ झाँकी का पुरस्कार दिया गया है।
– झाँकी में एक भव्य साल के पेड़ के साथ आदिवासी लोकाचार को खूबसूरती से दर्शाया गया था, जो ताकत, स्थिरता एवं आदिवासी समुदायों तथा प्रकृति के बीच के गहरे संबंध का प्रतीक है।

MyGov पोर्टल पर नागरिकों की “लोकप्रिय पसंद श्रेणी” में झांकी
– केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों की बेस्‍ट झांकी : महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (मंत्रालय की व्यापक योजनाओं के अंतर्गत पोषित महिलाओं और बच्चों की बहुमुखी यात्रा)

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सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ियाँ: अनुशासन और उत्कृष्टता का प्रदर्शन

जजों की पसंद:
सेवाओं में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी: जम्मू और कश्मीर राइफल्स टुकड़ी
सीएपीएफ/अन्य सहायक बलों में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ता: दिल्ली पुलिस मार्चिंग दस्ता

लोकप्रिय विकल्प (MyGov पोल):
सेवाओं में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी: सिग्नल टुकड़ी
सीएपीएफ/अन्य सहायक बलों में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ता: सीआरपीएफ मार्चिंग दस्ता

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3. संयुक्त राष्ट्र (UN) ने किस वर्ष को ग्लेशियरों के संरक्षण का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष घोषित किया?
Which year was declared by the United Nations (UN) as the International Year for the Conservation of Glaciers?

a. वर्ष 2025
b. वर्ष 2024
c. वर्ष 2023
d. वर्ष 2022

Answer: a. वर्ष 2025

– यूनेस्‍को और विश्‍व मौसम विज्ञान संगठन ने संयुक्‍त रूप से 21 जनवरी 2025 को ‘वर्ष 2025’ को ग्लेशियरों के संरक्षण का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष (IYGP) घोषित किया है।
– ग्लेशियरों के संरक्षण के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष 2025 की शुरुआत करने के लिए, 21 जनवरी 2025 को जिनेवा, स्विटज़रलैंड में और ऑनलाइन एक उच्च-स्तरीय लॉन्च कार्यक्रम आयोजित किया गया।
– इसमें ग्लेशियरों की सुरक्षा के लिए वैश्विक स्तर पर बढ़ती चिंता को उजागर किया गया है, क्योंकि ये 2 अरब से ज्यादा लोगों के लिए मीठे पानी के अहम स्रोत हैं।
– यह अंतरराष्ट्रीय वर्ष दुनिया भर से सहयोग जुटाने, शोध को बढ़ावा देने और क्रायोस्फीयर से जुड़े आंकड़ों को अधिक सुलभ बनाने पर केंद्रित है, ताकि तेज़ी से पिघलते ग्लेशियरों के प्रभाव को कम किया जा सके।

नोट: संयुक्त राष्ट्र (UN) के मौसम विशेषज्ञों (WMO) ने पुष्टि की है कि वर्ष 2024 अब तक का सबसे गर्म साल था, जिसमें तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.55 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा।
– साथ ही 2025 से प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को विश्व ग्लेशियर दिवस के रूप में मनाने की भी घोषणा की है।

किस देश के सभी ग्‍लेशियर पिघलकर खत्‍म हो गए?
– वेनेजुएला अपने सभी ग्लेशियर खोने वाला पहला देश है।
– मई 2024 में वैज्ञानिकों ने कहा है, कि वेनेजुएला का आखिरी बचा ग्लेशियर, हम्बोल्ट ग्लेशियर अब खत्म हो गया है।
– वैज्ञानिकों को उम्मीद थी कि हम्बोल्ट ग्लेशियर एक और दशक तक चलेगा। हालाँकि, यह अपेक्षा से अधिक तेज़ गति से पिघल गया।
– वेनेजुएला 6 ग्लेशियरों का घर हुआ करता था।
– यहां वर्ष 2011 तक उनमें से पांच ग्लेशियर गायब हो गए।

ग्‍लेशियर क्‍यों खत्‍म हुए
– इसकी बड़ी वजह ग्‍लोबल वार्मिंग है।
– अल नीनो भूमध्यरेखीय (equatorial) प्रशांत महासागर में सतह के पानी के असामान्य रूप से गर्म होने को कहा जाता है, जिससे महासागर में पानी गर्म होने लगा है।
– जलवायु विज्ञानी और मौसम इतिहासकार मैक्सिमिलियानो हेरेरा ने द गार्जियन को बताया, कि “वेनेजुएला के एंडियन क्षेत्र में, 1991-2020 के औसत से ऊपर +3C/+4C तक तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो ऐसे ट्रॉपिकल एरिया के लिए सही नहीं है।
– वर्ष 2023 की स्‍टडी के अनुसार, हम्बोल्ट ग्लेशियर की तरह, दुनिया भर के अन्य ग्लेशियर तेजी से सिकुड़ रहे हैं।
– वर्तमान जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया के दो-तिहाई का अस्तित्व 2100 तक पिघल जाने का अनुमान है।

ग्लेशियर क्या हैं?
– ग्लेशियर मूल रूप से बर्फ के बड़े और मोटे समूह हैं जो सदियों से बर्फ जमा होने के कारण भूमि पर बनते हैं।
– ये आमतौर पर उन क्षेत्रों में मौजूद होते हैं जहां औसत वार्षिक तापमान फ्रीजिंग प्‍वाइंट के करीब पहुंच जाता है।
– अपने huge mass और गुरुत्वाकर्षण (gravity) के कारण ग्लेशियर बहुत धीमी नदियों की तरह बहते हैं।

पिघलने का कारण
– ग्लोबल वार्मिंग के कारण गलेश्यिर पिघल रहे हैं।
– जैसे बर्फ का टुकड़ा गर्मी के संपर्क में आने पर पिघल जाता है, वैसे ही ग्लेशियर गर्म तापमान के कारण पिघल रहे हैं। इन तापमान का कारण है ग्रीनहाउस गैसें (जीएचजी)।
– वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन गैस बढ गई हैं। जिससे वैश्विक तापमान में वृद्धि हुई हैl
– जिसके परिणाम गर्मी की लहरें, बाढ़, सूखा, समुद्र जल स्तर में वृद्धि हुई है और ग्लेशियरों का गायब होना शुरू हो गया है।
– एंडीज, अर्जेंटीना, बोलीविया, चिली, कोलंबिया, इक्वाडोर, पेरू और वेनेजुएला के कुछ हिस्सों से होकर गुजरने वाली एक पर्वत श्रृंखला में पिछले सात दशकों में 0.10 डिग्री सेल्सियस की उच्च दर से तापमान में वृद्धि देखी गई है।
– यही एक प्रमुख कारण है, कि वेनेजुएला ने अपने सभी ग्लेशियर खो दिए हैं।

ग्लेशियर खत्म होने के नुकसान
– ग्लेशियर मीठे पानी का एक स्रोत है, खासकर गर्म, शुष्क मौसम के दौरान।
– उनके गायब होने का मतलब यह होगा, कि किसी को मीठे पानी के लिए पूरी तरह से बारिश पर निर्भर रहना होगा।
– ग्लेशियरों से बहने वाला ठंडा पानी नीचे की ओर पानी के तापमान को ठंडा रखता है।
– कई जलीय प्रजातियों (aquatic species) को जीवित रहने के लिए ठंडे पानी के तापमान की जरूरत होती है। ग्लेशियर के नष्ट होने का सीधा असर ऐसी प्रजातियों पर पड़ता है।
– विशेषज्ञों का सुझाव है, कि वेनेज़ुएला के हम्बोल्ट ग्लेशियर में समुद्र के स्तर को बढ़ाने के लिए पर्याप्त बर्फ नहीं है।
– लेकिन, अगर बड़े ग्लेशियर पिघलते हैं, तो उससे समुद्र के जलस्तर में बढ़ोतरी होती है, जिससे समुद्र की तटीय शहरों पर खतरा मंडरा सकता है।

भारत के ग्लेशियर पर भी खतरा
– वर्ष 2023 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू कुश हिमालय पर्वत श्रृंखला में ग्लेशियर पिघल रहे हैं और यदि गैसों के उत्सर्जन में कमी नहीं की गई, तो इस शताब्दी में उनकी मात्रा 80% तक कम हो सकती है।

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO)
– मुख्‍यालय : जिनेवा, स्विटजरलैंड
– मूल संगठन : यूनाइटेश नेशन (UN)
– महासचिव : प्रोफेसर सेलेस्टे साउलो
– स्‍थापना : 1950

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4. संयुक्त राष्ट्र (UN) ने किस वर्ष को शांति और विश्वास का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष घोषित किया?
Which year was declared by the United Nations (UN) as the International Year of Peace and Trust?

a. वर्ष 2024
b. वर्ष 2025
c. वर्ष 2026
d. वर्ष 2023

Answer: b. वर्ष 2025

– महासभा ने 2025 को अंतर्राष्ट्रीय शांति और विश्वास वर्ष घोषित करने का प्रस्ताव 21 मार्च 2024 को पारित किया था।
– प्रस्ताव में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आह्वान किया गया है कि वह बातचीत से संघर्षों का समाधान करे, ताकि संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के बीच संबंधों में शांति और विश्वास मजबूत हो सके।
– एक अलग प्रस्ताव में, महासभा ने 15 नवंबर को सभी प्रकार के अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध की रोकथाम और उनके खिलाफ संघर्ष के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस घोषित किया है।

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5. संयुक्‍त राष्ट्र (UN) ने किस वर्ष को ‘क्वांटम साइंस और टेक्नोलॉजी’ का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष घोषित किया?
Which year was declared by the United Nations (UN) as the International Year of ‘Quantum Science and Technology’?

a. वर्ष 2026
b. वर्ष 2027
c. वर्ष 2025
d. वर्ष 2024

Answer: c. वर्ष 2025

अंतर्राष्ट्रीय वर्ष क्‍यों चुना गया?
– वर्ष 2025 को अंतर्राष्ट्रीय वर्ष के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि यह क्वांटम यांत्रिकी के प्रारंभिक विकास के 100 वर्ष पूरे होने का प्रतीक है।
– वर्नर हाइजेनबर्ग द्वारा प्रकाशित उस पेपर को प्रकाशित हुए एक शताब्दी हो गई, जिसमें उन्होंने आधुनिक क्वांटम यांत्रिकी की नींव रखी थी।

क्वांटम क्या है?
– क्वांटम का मतलब है “छोटा टुकड़ा” या “सबसे छोटी इकाई”।
– यह शब्द लैटिन से आया है, जिसका अर्थ है “कितना” या “एक राशि”।
उदाहरण:
– प्रकाश का क्वांटम: फोटॉन
– बिजली का क्वांटम: इलेक्ट्रॉन
– क्वांटम साइंस और क्वांटम टेक्नोलॉजी ऐसे क्षेत्र हैं जो क्वांटम सिद्धांत पर आधारित हैं और उन सिद्धांतों का इस्‍तेमाल करके नई तकनीक और उपकरण विकसित करते हैं।

कब हुई राष्‍ट्रीय क्‍वांटम मिशन की घोषणा
– भारत सरकार ने अप्रैल 2023 में 6,000 करोड़ रुपये की लागत से ‘राष्ट्रीय क्वांटम मिशन’ की घोषणा की थी।
– जिसे साइंस और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट (DST) द्वारा वर्ष 2023 से 2031 तक लागू किया जाएगा।
– DST के सीनियर सलाहकार और मिशन के प्रमुख के अनुसार, इसमें चार वर्टिकल होंगे:
1. क्वांटम कंप्यूटिंग
2. क्वांटम संचार
3. क्वांटम सेंसिंग और मेट्रोलॉजी
4. क्वांटम मटेरियल और डिवाइस

क्वांटम सिद्धांत के जनक
– क्वांटम सिद्धांत के विकास में कई वैज्ञानिकों ने योगदान दिया है। उनमें से कुछ प्रमुख हैं:
– मैक्स प्लैंक (Max Planck)
– अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein)
– नील्स बोहर (Niels Bohr)
– वर्नर हाइजेनबर्ग (Werner Heisenberg)
– एर्विन श्रोडिंगर (Erwin Schrödinger)

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6. संयुक्‍त राष्ट्र (UN) ने किस वर्ष को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया?
Which year was declared by the United Nations (UN) as the International Year of Cooperatives?

a. वर्ष 2025
b. वर्ष 2026
c. वर्ष 2027
d. वर्ष 2028

Answer: a. वर्ष 2025

– इस अंतर्राष्ट्रीय वर्ष का उद्देश्य सतत विकास में सहकारी समितियों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करना है।
– वर्ष 2025 की थीम “सहकारिता एक बेहतर दुनिया का निर्माण करती है”।
– इससे पहले वर्ष 2012 को संयुक्‍त राष्‍ट्र अंतर्राष्‍ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया गया था।

अंतर्राष्‍ट्रीय सहकारिता सम्‍मेलन
– भारत में पहली बार अंतर्राष्‍ट्रीय सहकारिता सम्‍मेलन 25 नवंबर 2024 को नई दिल्‍ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित हुआ।
ICA का पूरा नाम – इंटरनेशन कोऑपरेटिव अलायंस
– इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।

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वर्ष 2025 किन विषयों का अंतर्राष्‍ट्रीय वर्ष है
– अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष
– क्वांटम साइंस और टेक्नोलॉजी’ का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष
– शांति और विश्वास का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष
– ग्लेशियरों के संरक्षण का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष

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7. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सात वर्षों में कितने करोड़ रुपये के नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन’ को मंजूरी दी?
The Union Cabinet approved the ‘National Critical Mineral Mission’ worth how many crore rupees in seven years?

a. 20,200 करोड़ रुपये
b. 24,800 करोड़ रुपये
c. 34,300 करोड़ रुपये
d. 35,150 करोड़ रुपये

Answer: c. 34,300 करोड़ रुपये

– केंद्र सरकार ने 29 जनवरी, 2025 को राष्ट्रीय क्रिटिकल मिनरल मिशन के लिए ₹16,300 करोड़ को मंजूरी दी।
– इस मिशन में सात वर्षों में कुल ₹34,300 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
– इसका मकसद भारत को आत्मनिर्भर बनाना और ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ाना है।
– खनन मंत्रालय के मुताबिक, सरकारी कंपनियां इस मिशन में ₹18,000 करोड़ का योगदान देंगी। इस मिशन का उद्देश्य देश और विदेश में जरूरी खनिजों की खोज को बढ़ावा देना है।

दुनिया भर में किन खनिजों की मांग
– कॉपर, लिथियम, निकेल, कोबाल्ट और दुर्लभ मृदा जैसे खनिज बहुत जरूरी हैं क्योंकि ये स्वच्छ ऊर्जा तकनीकों के विकास में काम आते हैं। – इन्हें पवन टरबाइन, बिजली नेटवर्क, इलेक्ट्रिक गाड़ियां और बैटरी बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
– दुनिया भर में स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ते रुझान के कारण इन खनिजों की मांग तेजी से बढ़ रही है।

खनिजों के 24 ब्लॉकों की नीलामी
– महत्वपूर्ण खनिजों की खोज और खनन को बढ़ाने के लिए सरकार ने 2023 में खान और खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1957 में संशोधन किया था। इसके बाद 24 खनिज ब्लॉकों की नीलामी की गई।
– इसके अलावा, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) ने पिछले तीन सालों में 368 खोजी परियोजनाएं शुरू की हैं। अभी 2024-25 में 195 परियोजनाओं पर काम चल रहा है।
– 2025-26 में, GSI] 227 नई परियोजनाओं पर काम शुरू करेगा ताकि जरूरी खनिजों की खोज को आगे बढ़ाया जा सके।

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8. असम के मुख्‍यमंत्री ने किस जिले को राज्‍य की दूसरी राजधानी विकसित करने की घोषणा की?
Assam Chief Minister announced to develop which district as the second capital of the state?

a. तेजपुर
b. गुवाहटी
c. डिब्रूगढ़
d. सिलचर

Answer: c. डिब्रूगढ़

– मुख्‍यमंत्री हिमंत बिस्‍वा सरमा ने 26 जनवरी 2025 को डिब्रूगढ़ को दूसरी राजधानी विकसित करने की घोषणा की।
– उन्‍होंने कहा कि चाय, तेल और कोयला व्‍यापार का ब्रिटिश युग का केंद्र डिब्रूगढ़ वर्ष 2027 तक असम की दूसरी राजधानी होगी।
– डिब्रूगढ़ में स्थायी विधानसभा भवन का निर्माण कार्य 25 जनवरी, 2026 को शुरू होगा।

अन्‍य फैसले
– इसके अलावा उन्‍होंने तेजपुर और सिलचर के लिए भी इसी प्रकार की योजनाओं की घोषणा की।
– असम के तेजपुर शहर में राजभवन होगा और यह राज्‍य की सांस्‍कृतिक राजधानी के रूप में उभरेगा।
– और सिलचर में एक मिनी सेक्रेटेरिएट एंड चीफ सेक्रेटरी’स ऑफिस होगा।

डिब्रूगढ़ के बारे में
– डिब्रूगढ़ ऊपरी असम में एक औद्योगिक शहर है, जहाँ चाय के विशाल बागान हैं। यहां चाय, तेल और कोयला का व्‍यापार होता है।
– यह राज्य की राजधानी दिसपुर से 435 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। यह भारत के असम राज्य में डिब्रूगढ़ जिले का मुख्यालय है।
– केवल एक उप-विभाग वाला डिब्रूगढ़ जिला असम के पूर्वी भाग में स्थित है।
– जिले का क्षेत्रफल 3381 वर्ग किलोमीटर है।
– ब्रह्मपुत्र नदी जिले की उत्तर पश्चिमी सीमा पर बहती है।

असम के बारे में
– असम भारत के उत्तर-पूर्व में स्थित है।
– सीमा : भूटान, बांग्लादेश और अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम और पश्चिम बंगाल से लगती है।
– राजधानी: दिसपुर
– राज्‍यपाल: लक्ष्मण प्रसाद आचार्य
– मुख्‍यमंत्री: हिमंत बिस्वा सरमा

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9. लतिका कट्ट का 25 जनवरी 2025 को निधन हो गया, वह इनमें से क्‍या थीं?
Latika Katt died on 25 January 2025, which of the following was she?

a. मूर्तिकार
b. गीतकार
c. कवियित्री
d. अभिनेत्री

Answer: a. मूर्तिकार

– 76 वर्ष की लतिका कट्ट, सार्वजनिक व्यक्तित्वों की विशाल मूर्तियों को टेराकोटा, पेपर-माचे, पत्थर और कांस्य से संवारने के लिए मशहूर थीं।
– उनका काम केवल मानव आकृतियों तक सीमित नहीं था; उन्होंने प्रकृति के जैविक रूपों का अध्ययन करने और उन्हें मूर्तियों में उतारने में भी आनंद लिया।
– उन्‍होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की।
– मूर्तियाँ बनाने से पहले, वह जगहों की स्‍टडी, हवा की दिशा और दृष्टिकोणों का मानचित्रण करती थीं।
– कांस्य मूर्ति ‘मकर संक्रांति नहान’ को 2010 में बीजिंग कला द्विवार्षिक पुरस्कार मिला।

दिग्गजों की तस्वीरें
– आधुनिक भारतीय मूर्तिकला के पिता रामकिंकर बैज, सोमनाथ होरे, मुल्क राज आनंद, महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू की मूर्तियाँ शामिल हैं, जो उनकी सबसे सराही गई कृतियाँ हैं।

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10. अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का आयोजन जनवरी, फरवरी 2025 में किस राज्‍य में किया गया?
In which state was the International Saraswati Mahotsav organized in January, February 2025?

a. बिहार
b. हिमाचल प्रदेश
c. पंजाब
d. हरियाणा

Answer: d. हरियाणा

– अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का शुभारंभ हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 29 जनवरी 2025 को किया गया, जो 4 फरवरी तक चलेगा।
– इसमें हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, परंपराओं और कलाओं को प्रदर्शित किया जाएगा।


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