6 to 9 दिसंबर 2024 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए

यह 6 to 9 दिसंबर 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. पश्चिम एशिया में किस देश पर विद्रोही लड़ाकों के कब्‍जे के बाद तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति बशर अल-असद को देश छोड़कर भागना पड़ा?
Which country in West Asia was captured by rebel fighters after which then President Bashar al-Assad had to flee the country?

a. ईरान
b. लेबनान
c. सीरिया
d. इराक

Answer: c. सीरिया

– सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद 8 दिसंबर 2024 को देश छोड़कर भाग गए। वह सुन्नी मुस्लिम बहुल मुल्क पर आधी सदी तक राज करने वाले शिया परिवार के वारिस थे। विद्रोहियों के साथ 14 साल से गृहयुद्ध चल रहा था।
– न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक सेना ने असद के देश छोड़ने की पुष्टि करते हुए कहा कि राष्ट्रपति की सत्ता खत्म हो चुकी है।
– सीरिया में पिछले 27 नवंबर 2024 के बाद से विद्रोही गुटों और सेना के बीच कब्जे के लिए लड़ाई चल रही थी।
– विद्रोही लड़ाकों ने 8 दिसंबर 2024 को राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया है।
– असद के देश छोड़ने के बाद सीरियाई PM ने विद्रोहियों को सत्ता सौंपने का प्रस्ताव दिया है।
– PM मोहम्मद गाजी अल जलाली ने एक वीडियो में कहा है कि वो देश में ही रहेंगे और जिसे भी सीरिया के लोग चुनेंगे, उसके साथ मिलकर काम करेंगे।

सीरिया
– राजधानी : दमिश्क
– मुद्रा : सीरियाई पाउंड
– पड़ोसी देश : तुर्किए, इराक, जॉर्डन, इजरायल, लेबनान
– समुद्र : भूमध्‍य सागर

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2. सीरिया के तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति बशर अल-असद ने किस देश में शरण ली?
In which country did the then President of Syria Bashar al-Assad take refuge?

a. ईरान
b. फ्रांस
c. रूस
d. ब्राजील

Answer: c. रूस

– रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने असद और उनके परिवार को राजीतिक शरण दी है। जबकि अमेरिका ने सीरिया में असद सरकार के पतन का स्वागत किया है।

सीरिया में 2011 में शुरू हुआ था गृह युद्ध
– 2011 में अरब क्रांति के साथ ही सीरिया में गृह युद्ध की शुरुआत हुई थी।
– उस वक्‍त सीरिया के लोगों ने सालों से सत्ता में काबिज बशर अल-असद सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए।
– इसके बाद ‘फ्री सीरियन आर्मी’ के नाम से एक विद्रोही गुट तैयार हुआ।
– विद्रोही गुट के बनने के साथ ही सीरिया में गृह युद्ध की शुरुआत हो गई थी।
– राष्‍ट्रपति बशर अल-असद का साथ रूस और ईरान ने दिया।
– जबकि अमेरिका, तुर्की, इजरायल और सऊदी अरब ने विद्रोही गुट का साथ दिया। इसके बाद ये संघर्ष और बढ़ता गया।
– इस बीच, सीरिया में आतंकवादी संगठन ISIS ने भी पैर पसार लिए थे।
– 2015 में एक बार ऐसा लगा कि असद सरकार गिर जाएगी, क्योंकि देश के एक बड़े इलाक़े पर उसका नियंत्रण जा चुका था. हालांकि रूस के सैन्य हस्तक्षेप के बाद यह स्थिति बदली और असद ने अपने कई प्रमुख इलाक़ों पर फिर से कब्ज़ा किया.
– हालांकि 2020 के सीजफायर समझौते के बाद यहां सिर्फ छिटपुट झड़प ही हुई हैं।
– संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, एक दशक तक चले गृहयुद्ध में 3 लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे। इसके अलावा लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा था।

2020 के सीजफायर के बाद युद्ध में असद को मात मिली
– 27 नवंबर 2024 को सेना और सीरियाई विद्रोही गुट हयात तहरीर अल शाम (HTS) के बीच 2020 के सीजफायर के बाद फिर संघर्ष शुरू हुआ था।
– इसके बाद 1 दिसंबर को विद्रोहियों ने सीरिया के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पो पर कब्जा कर लिया। इसे राष्ट्रपति बशर अल असद ने सीरिया की जंग के दौरान 4 साल की लड़ाई के बाद जीता था।
– अलेप्पो जीतने के 4 दिन बाद विद्रोही गुटों ने एक और बड़े शहर हमा और फिर दक्षिणी शहर दारा पर कब्जा कर लिया। इसके बाद राजधानी दमिश्क को दो दिशाओं से घेर लिया है। दारा और राजधानी दमिश्क के बीच सिर्फ 90 किमी की दूरी है।
– इस तरह असद ने सिर्फ 11 दिन के भीतर अपनी सत्ता गंवा दी और सीरिया पर असद परिवार के 50 साल का शासन खत्म हुआ।

पश्‍चिम एशिया पर वर्चस्व की लड़ाई
– दरअसल, सीरिया भूराजनीतिक रूप से अहम है।
– इसकी सीमा इराक, तुर्किये, जॉर्डन, लेबनान व इजराइल जैसे देशों से लगती है।
– सीरिया पर नियंत्रण अहम व्यापार मार्गों, ऊर्जा गलियारों तक पहुंच प्रदान करता है, और पूरे क्षेत्र में प्रभाव डालने के लिए एक आधार प्रदान करता है।
– 2011 में बशर के खिलाफ विद्रोह के बाद से रूस बशर को हर तरह की सैन्य, आर्थिक व रणनीतिक मदद देता रहा है।
– इस कारण रूस चाहता है कि बशर सत्ता में बने रहें। साथ ही विद्रोहियों को अमेरिकी समर्थन प्राप्त है। ऐसे बशर के सत्‍ता गंवाने से बड़ा नुकसान रूस को हुआ है।
– सीरियाई राष्ट्रपति असद विद्रोह को दबाने के लिए कई सालों से रूस और ईरान पर निर्भर रहे हैं, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है।
– रूस और ईरान दोनों ही अपनी-अपनी समस्याओं में उलझे हुए हैं। जानकारों का कहना है कि पहली बार असद अकेले पड़ चुके हैं। रूस ने अब राष्ट्रपति असद की परवाह करना छोड़ दिया है।

सीरिया में अल-जुलानी का कब्‍जा
– विद्रोही गुट HTS ने सीरिया की सत्‍ता पर कब्‍जा किया है।
– यह संगठन पहले अल कायदा से जुड़ा रहा है।
– सुन्नी गुट HTS का नेतृत्व अबू मोहम्मद अल-जुलानी कर रहा है।

रूस बोला- बशर अल-असद ने राष्ट्रपति पद और देश छोड़ा
– रूस के विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया है कि बशर अल-असद ने राष्ट्रपति पद छोड़ दिया है। साथ ही वे सीरिया छोड़ चुके हैं। रूसी मंत्रालय के मुताबिक बशर विद्रोही गुटों को शांतिपूर्वक सत्ता सौंपने के लिए राजी हो गए हैं।

ट्रम्प बोले- असद को बचाने में पुतिन की दिलचस्पी नहीं
– नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि असद गए। उन्होंने अपना देश छोड़ दिया है। ट्रम्प ने लिखा कि असद को बचाने में उनके सहयोगी रूस और राष्ट्रपति पुतिन की कोई दिलचस्पी नहीं है।

भारत के नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी
– सीरिया के हालात को देखते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने कल ही ट्रैवल एडवाइजरी जारी कर दी थी।
– भारतीय नागरिकों से तत्काल सीरिया छोड़ने के लिए कहा गया है। साथ ही भारतीयों से सीरिया जाने से भी मना किया गया है।
– विदेश मंत्रालय ने कहा, कि सीरिया में रह रहे भारतीय दमिश्क में स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में रहें।

असद परिवार के 54 साल के शासन का अंत
– असद के सत्ता से हटने के साथ ही सीरिया में करीब 54 साल लंबे असद परिवार के शासन का अंत हो गया।
– बशर के पिता हाफिज अल-असद 1971 में सीरिया के राष्ट्रपति बने थे और अगले 29 सालों तक देश के राष्ट्रपति रहे।
– साल 2000 में हाफिज की मौत के बाद बशर ने सीरिया की सत्ता संभाली। इसके बाद से बशर सीरिया के राष्ट्रपति थे। 2011 में जब मिडिल ईस्ट में अरब क्रांति की शुरुआत हुई तब सीरिया में भी असद के खिलाफ विद्रोह शुरू हुए, जिन्हें बेरहमी से कुचल दिया गया। इसके बाद वहां गृह युद्ध की शुरुआत हुई।
– अब बशर के देश छोड़ने के बाद विद्रोहियों ने वीडियो जारी कर कहा कि देश में असद परिवार के काले युग का अंत हो गया है। हम देश में नए युग की शुरुआत की घोषणा करते हैं।

प्रधानमंत्री समर्थकों के साथ
– असद के देश छोड़ने के बाद सीरियाई PM ने विद्रोहियों को सत्ता सौंपने का प्रस्ताव दिया है। PM मोहम्मद गाजी अल जलाली ने एक वीडियो में कहा है कि वो देश में ही रहेंगे और जिसे भी सीरिया के लोग चुनेंगे उसके साथ मिलकर काम करेंगे।

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3. कैथोलिक चर्च के कार्डिनल बनने वाले 6ठे भारतीय का नाम बताएं?
Name the 6th Indian to become a Cardinal of the Catholic Church?

a. जॉर्ज जैकब कूवाकड
b. जॉर्ज राकेश वर्मा
c. फ्रांस्‍वा ओलांद
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: a. जॉर्ज जैकब कूवाकड

– पोप फ्रांसिस ने दिसंबर 2024 में भारतीय कैथोलिक पादरी जॉर्ज जैकब कूवाकड को कार्डिनल पद दिया।
– यह समारोह वेटिकन में एक समारोह के दौरान हुआ।
– कूवाकड के अलावा, विभिन्न देशों के 20 अन्य पादरियों को भी कार्डिनल के पद पर पदोन्नत किया गया।
– जॉर्ज जैकब कूवाकड छठे भारतीय कार्डिनल बन गए हैं।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोम के सेंट पीटर्स बैसिलिका में पोप फ्रांसिस द्वारा केरल के आर्कबिशप जॉर्ज जैकब कूवाकाड को रोमन कैथोलिक चर्च के कार्डिनल पद पर पदोन्नत किए जाने पर गर्व व्यक्त किया।

कौन हैं जॉर्ज जैकब कूवाकाड?
– वह केरल के चंगनास्सेरी के आर्चडायोसिस के सदस्य हैं।
– उनका जन्‍म 11 अगस्त 1973 को केरल के तिरुवनंतपुरम में हुआ था।

क्‍या होता है कार्डिनल पद?
– कार्डिनल पद, रोमन कैथोलिक चर्च के शीर्ष पादरियों का पद होता है।
– कार्डिनल, कार्डिनल्स के पवित्र कॉलेज के सदस्य होते हैं।
– कार्डिनल के कुछ प्रमुख काम ये हैं: पोप का चुनाव करना, पोप के प्रमुख सलाहकार के रूप में काम करना, दुनिया भर में रोमन कैथोलिक चर्च की सरकार में मदद करना।

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4. मानव अधिकार दिवस कब मनाया जाता है?
When is Human Rights Day celebrated?

a. 7 दिसंबर
b. 8 दिसंबर
c. 9 दिसंबर
d. 10 दिसंबर

Answer: d. 10 दिसंबर

वर्ष 2024 की थीम
– हमारे अधिकार, हमारा भविष्य, अभी
– Our rights, our future, right now.

– यह दिवस पहली बार वर्ष 1948 मनाया गया था।
– इसकी घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने की थी।
– इसका उद्देश्य लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है।
– वर्ष 1993 को भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का गठन किया गया था।

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5. किस देश के राष्‍ट्रपति यून सुक योल ने दिसंबर 2024 में मार्शल लॉ लागू किया, जिसे छह घटे में ही संसद ने खारिज कर दिया?
Which country’s President Yoon Suk Yol imposed martial law in December 2024, which was rejected by the Parliament within six hours?

a. उत्‍तर कोरिया
b. दक्षिण कोरिया
c. ताइवान
d. चीन

Answer: b. दक्षिण कोरिया

– दक्षिण कोरिया के राष्‍ट्रपति यून सुक योल ने 3 दिसंबर को देश में मार्शल लॉ (सैन्य शासन) की घोषणा कर दी।
– साउथ कोरिया के 44 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ।
– अचानक लगे मार्शल लॉ के खिलाफ साउथ कोरिया की विपक्षी पार्टियां एकजुट हो गई। आधे घंटे के भीतर संसद का आपातकालीन सत्र बुला लिया गया।
– आपातकालीन सत्र बुलाने की जानकारी मिलते ही राष्ट्रपति ने सेना को संसद पर कब्जा करने के लिए भेज दिया।
– परिसर के प्लेग्राउंड में सेना का हेलिकॉप्टर उतरा और सैनिक संसद भवन में घुसने ही वाले थे कि तभी सेना को विपक्षी पार्टी के सांसदों और कार्यकर्ताओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ा।
– इस बीच संसद ने मार्शल लॉ के खिलाफ प्रस्‍ताव पारित कर दिया और देश से आपातकाल अपने-आप हट गया।

राष्ट्रपति योल को मार्शल लॉ लगाने की जरूरत क्यों पड़ी?
– दक्षिण कोरिया की संसद में कुल 300 सीटें हैं।
– 2024 की शुरुआत में हुए चुनाव में जनता ने विपक्षी पार्टी DPK को भारी जनादेश दिया था।
– सत्ताधारी पीपल पावर को सिर्फ 108 सीटें मिलीं, जबकि विपक्षी पार्टी DPK को 170 सीटें मिलीं।
– बहुमत में होने की वजह से विपक्षी DPK, राष्ट्रपति सरकार के कामकाज में ज्यादा दखल दे रही थी, और वे अपने एजेंडे के मुताबिक काम नहीं कर पा रहे थे।
– इससे पहले राष्ट्रपति योल ने 2022 में मामूली अंतर से चुनाव जीता था। इसके बाद से उनकी लोकप्रियता घटती चली गई। उनकी पत्नी के कई विवादों में फंसने की वजह से भी उनकी इमेज पर असर पड़ा।
– इन सबसे निपटने के लिए राष्ट्रपति ने मार्शल लॉ लगा दिया। उन्होंने DPK पर उत्तर कोरिया के साथ सहानुभूति रखने और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया।
– राष्‍ट्रपति को मार्शल लॉ लगाने की सलाह उस वक्‍त के रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने दी थी। सेना को भी संसद में घुसने का आदेश उन्‍होंने ही दिया था। उन्‍होंने असफल मार्शल लॉ के बाद इस्‍तीफा दे दिया।
– इसके बाद राष्ट्रपति ने मार्शल लॉ के लिए सिर झुकाकर माफी मांगी।
– बाद में विपक्षी दल ने संसद ने राष्‍ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्‍ताव पेश किया, लेकिन वे भी सफल नहीं हो सके।

साउथ कोरिया में मार्शल लॉ का इतिहास
– 1987 में दक्षिण कोरिया के संसदीय लोकतंत्र बनने के बाद से कभी मार्शल ला नहीं लगा था।
– लेकिन 3 दिसंबर 2024 को साउथ कोरिया में 40 साल बाद मार्शल लॉ लगाया गया। यह सिर्फ 6 घंटे के लिए रहा।
– उससे पहले 17 बार मार्शल लॉ लगाया जा चुका है।

दक्षिण कोरिया
– राजधानी – सियोल
– राष्‍ट्रपति – यून सुक योल
– प्रधानमंत्री – हान डक-सू
– मुद्रा – कोरियाई गणराज्य वोन
– पड़ोसी देश – दक्षिण कोरिया
– समुद्र – सी ऑफ जापान, यलो सी

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6. अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस कब मनाया जाता है?
When is International Mountain Day celebrated?

a. 10 दिसंबर
b. 11 दिसंबर
c. 12 दिसंबर
d. 13 दिसंबर

Answer: b. 11 दिसंबर

वर्ष 2024 की थीम
– टिकाऊ भविष्य के लिए पर्वतीय समाधान – नवाचार, अनुकूलन और युवा
– Mountain solutions for a sustainable future – innovation, adaptation and youth

– अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस हर वर्ष 11 दिसंबर को मनाया जाता है।
– इस दिन की घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2003 में की थी।
– इस दिवस का उद्देश्य पहाड़ों के सतत विकास को प्रोत्साहित करना है।

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7. ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने ‘वर्ड ऑफ द ईयर 2024’ क्‍या चुना?
What did Oxford University Press choose as the ‘Word of the Year 2024’?

a. जेन अल्फा
b. जेन जी
c. ब्रेन रॉट
d. ब्रेन हू

Answer: c. ब्रेन रॉट

ब्रेन रॉट का मतलब क्‍या है?
– सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर घंटों बिना सोचे-समझे स्क्रॉल करने की आदत को ब्रेन रॉट कहा जाता है।
– ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने इस शब्‍द को 2024 का ‘वर्ड ऑफ द इयर’ चुना है।
– यह शब्द सोशल मीडिया पर लगातार कंटेंट देखने के कारण दिमाग पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को दर्शाता है।
– ऑक्सफोर्ड लैंग्वेजेस के अध्यक्ष कैस्पर ग्राथवोहल ने बताया कि यह शब्द वर्चुअल लाइफ के खतरों को जाहिर करता है। इसे वर्ड ऑफ द इयर के तौर पर स्वीकार करना मौजूदा समय की सही तस्वीर पेश करता है।

ब्रेन रॉट शब्‍द कहां से आया
– ब्रेन रॉट का इस्तेमाल इंटरनेट के आने से पहले, 1854 में हेनरी डेविड थॉरो ने अपनी किताब वाल्डेन में किया था।
– उन्होंने समाज की उस आदत पर सवाल उठाया था, जो जटिल विचारों को कम अहमियत देती है।
– उन्होंने लिखा, ‘इंग्लैंड आलू सड़ने से बचाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ब्रेन रॉट को ठीक करने की कोशिश क्यों नहीं हो रही है?’
– यह शब्द सबसे पहले सोशल मीडिया पर जेन जी (1997-2012 में जन्मे) और जेन अल्फा (2013 के बाद जन्मे) के बीच प्रचलित हुआ।

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8. मध्‍य प्रदेश के 8वें टाइगर रिजर्व का नाम बताएं?
Name the 8th Tiger Reserve of Madhya Pradesh?

a. माधव नेशनल टाइगर रिजर्व
b. पानी अभ्यारण्य
c. रायसेन अभ्यारण्य
d. सीहोर अभ्यारण्य

Answer: a. माधव नेशनल टाइगर रिजर्व

– यह शिवपुरी जिले में है।
– इस पार्क को 1958 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला था।
– अब दिसंबर 2024 में इसे नेशनल टाइगर रिजर्व का दर्जा मिला।
– टाइगर रिजर्व का क्षेत्रफल: 1651 वर्ग किलोमीटर।
– कोर: 3751, बफर: 276 वर्ग किमी,
– 1 दिसंबर 2024 को मंजूरी मिली।

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9. देश के 58वें और मध्‍य प्रदेश का 9वें टाइगर रिजर्व का नाम बताएं?
Name the 58th Tiger Reserve of the country and the 9th Tiger Reserve of Madhya Pradesh?

a. रावतभाटा अभ्‍यारण्‍य
b. रातापानी अभ्यारण्य
c. रायसेन अभ्यारण्य
d. सीहोर अभ्यारण्य

Answer: b. रातापानी अभ्यारण्य

– राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) ने 2 दिसंबर को इसकी अधिसूचना जारी की।
– भोपाल से लगा रातापानी अभ्यारण्य मध्यप्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व होगा।
– रातापानी टाइगर रिजर्व का कोर एरिया 763.812 वर्ग किलोमीटर होगा, जबकि बफर एरिया 507.653 वर्ग किलोमीटर है। इस प्रकार टाइगर रिजर्व का कुल रकबा 1271.465 वर्ग किलोमीटर होगा।
– यह इलाका मध्यप्रदेश के रायसेन और सीहोर जिले में आता है।
– इससे पहले 1 दिसंबर को केंद्र सरकार ने शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क को प्रदेश का 8वां टाइगर रिजर्व घोषित किया था। इस तरह दो दिन में मध्यप्रदेश को दो नए टाइगर रिजर्व मिले हैं।
– साल 2022 की गणना के मुताबिक यहां 785 बाघ हैं। वर्ष 2018 में यह संख्या 526 थी।

बाघ अभ्यारण्य क्या है?
– भारत में बाघ अभयारण्य 1973 की परियोजना बाघ पहल के तहत स्थापित एक निर्दिष्ट क्षेत्र है, जिसका उद्देश्य बाघों और उनके आवासों का संरक्षण सुनिश्चित करना है। ये रिजर्व बाघों की आबादी की रक्षा, जैव विविधता को बनाए रखने और पारिस्थितिक संतुलन को बहाल करने के सरकारी प्रयासों का हिस्सा हैं।
– बाघ अभयारण्य आम तौर पर भूमि के बड़े हिस्से होते हैं जिनमें एक कोर और बफर क्षेत्र होता है। कोर क्षेत्र को कानूनी तौर पर राष्ट्रीय उद्यान या अभयारण्य के रूप में नामित किया जाता है। इसके विपरीत, बफर या परिधीय क्षेत्र वन और गैर-वन भूमि का मिश्रण होते हैं, जिन्हें मिश्रित उपयोग वाले क्षेत्र के रूप में बनाए रखा जाता है। बफर जोन वन्यजीवों के लिए संक्रमण क्षेत्र के रूप में कार्य करते हैं।

एमपी के 9 टाइगर रिजर्व
1. कान्हा टाइगर रिजर्व: 1955 में राष्ट्रीय उद्यान और 1973 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। 80 बाघ रहते हैं। कुल क्षेत्रफल 940 वर्ग किलोमीटर है।
2. पेंच टाइगर रिजर्व: सिवनी क्षेत्र में स्थित है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में फैला हुआ है। रिजर्व का कोर एरिया 4.33 वर्ग किलोमीटर और बफर एरिया 768.3 वर्ग किलोमीटर है।
3. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व: रॉयल बंगाल टाइगर की संख्या दुनिया में सबसे अधिक है। उमरिया जिले में स्थित इस पार्क को वर्ष 1968 में टाइगर रिजर्व घोषित किया था। 448 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल है।
4. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व: नार्मदापुरम जिले में स्थित है। 524 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल है। 1981 में टाइगर रिजर्व घोषित। बाघ, तेंदुआ, सुस्त भालू, ढोल जैसे कई वन्यजीवों का घर है।
5. पन्ना टाइगर रिजर्व: पत्ना जिले में स्थित है। 5763 वर्ग किमी क्षेत्रफल है। 1981 में स्थापित हुआ। 994 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया।
6. नौरादेही टाइगर रिजर्व: सागर दमोह, नरसिंहपुर जिले में स्थित है। 23.97 वर्ग किमी कोर क्षेत्रफल है। 20 सितंबर 2023 को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया।
7. संजय दुबरी टाइगर रिजर्व: सीधी जिले में स्थित है। यह रिजर्व विश्व प्रसिद्ध सफेद बाघ को 1951 में रीवा के तत्कालीन महाराजा मार्तड सिंह ने खोजा था। 82.58 वर्ग किमी इसका क्षेत्रफल है। टाइगर रिजर्व की स्थापना 1975 में की गई।
8. माधव नेशनल टाइगर रिजर्व: शिवपुरी जिले में है। इस पार्क को 958 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला था। टाइगर रिजर्व का क्षेत्रफल: 1651 वर्ग किलोमीटर। कोर: 3751, बफर: 276 वर्ग किमी, 1 दिसंबर 2024 को मंजूरी मिली।
9. ‘रातापानी टाइगर रिजर्व: भोपाल से लगा है। सीहोर और रायसेन जिले में आता है। कोर एरिया का रकबा 763.82 वर्ग किलोमीटर, जबकि बफर एरिया का रकबा 50.76 वर्ग किलोमीटर होगा। टाइगर रिजर्व का कुल रकबा 27.46 वर्ग किलोमीटर होगा।

देश के 58 टाइगर रिजर्व
1. बांदीपुर (कर्नाटक)
2. कॉर्बेट (उत्तराखंड) [अमानगढ़ बफर– उत्‍तर प्रदेश]
3. कान्हा (मध्य प्रदेश)
4. मानस (असम)
5. मेलघाट (महाराष्ट्र)
6. पलामू (झारखंड)
7. रणथंभौर (राजस्थान)
8. सिमलीपाल (ओडिशा)
9. सुंदरबन (पश्चिम बंगाल)
10. पेरियार (केरल)
11. सरिस्का (राजस्थान)
12. बुक्सा (पश्चिम बंगाल)
13. इंद्रावती (छत्तीसगढ़)
14. नमदाफा (अरुणाचल प्रदेश)
15. नागार्जुनसागर सागर (आंध्र प्रदेश)
16. दुधवा (उत्‍तर प्रदेश)
17. कलाकड़ मुंडनथुराई (तमिलनाडु)
18. वाल्मिकी (बिहार)
19. पेंच (मध्य प्रदेश)
20. तडोभा अंधारी (महाराष्ट्र)
21. बांधवगढ़ (मध्य प्रदेश)
22. पन्ना (मध्य प्रदेश)
23. डम्पा (मिजोरम)
24. भद्र (कर्नाटक)
25. पेंच – MH (महाराष्ट्र)
26. पक्के (अरुणाचल प्रदेश)
27. नामेरी (असम)
28. सतपुड़ा (मध्य प्रदेश)
29. अनामलाई (तमिलनाडु)
30. उदंती सीतानदी (छत्तीसगढ़)
31. सतकोशिया (ओडिशा)
32. काजीरंगा (असम)
33. अचानकमार (छत्तीसगढ़)
34. काली (कर्नाटक)
35. संजय धुबरी (मध्य प्रदेश)
36. मुदुमलई (तमिलनाडु)
37. नागरहोल (कर्नाटक)
38. परम्बिकुलम (केरल)
39. सह्याद्री (महाराष्ट्र)
40. बिलिगिरि रंगनाथ मंदिर (कर्नाटक)
41. कवल (तेलंगाना)
42. सत्यमंगलम (तमिलनाडु)
43. मुकुंदरा (राजस्थान)
44. नवेगांव नागझिरा (महाराष्ट्र)
45. अमराबाद (तेलंगाना)
46. पीलीभीत (उत्‍तर प्रदेश)
47. बोर (महाराष्ट्र)
48. राजाजी (उत्तराखंड)
49. ओरंग (असम)
50. कमलांग (अरुणाचल प्रदेश)
51. श्रीविल्लिपुथुर मेगामलाई (तमिलनाडु)
52. रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व (राजस्थान)
53. रानीपुर टाइगर रिजर्व (उत्‍तर प्रदेश)
54. वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व (मध्य प्रदेश)
55. करौली टाइगर रिजर्व (राजस्थान)
56. गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व (छत्तीसगढ़)
57. माधव नेशनल टाइगर रिजर्व (मध्‍य प्रदेश)
58. रातापानी टाइगर रिजर्व (मध्‍य प्रदेश)

मध्‍य प्रदेश
मुख्‍यमंत्री – मोहन यादव
राज्‍यपाल – मंगूभाई सी. पटेल
राजधानी – भोपाल

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (National Tiger Conservation Authority)
– दिसंबर 2005 में NTCA की स्‍थापना की गई थी।
– पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री और अध्यक्ष : भूपेन्द्र यादव

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10. दुनिया की सबसे पुरानी ज्ञात जंगली चिड़िया विजडम की प्रजाति का नाम बताएं, जिसने 74 साल की उम्र में अपना 60वां अंडा दिया?
Name the species of Wisdom, the world’s oldest known wild bird, which laid its 60th egg at the age of 74?

a. एंसर इंडिकस
b. लेसन अल्बाट्रॉस
c. बार-हेडेड गूज
d. मेर्गस सेरेटर

Answer: b. लेसन अल्बाट्रॉस

– पक्षी का नाम ‘विजडम’ रखा गया है और प्रजाति का नाम ‘लेसन अल्बाट्रॉस’ है।
– इस चिड़‍िया ने वन्यजीव प्रेमियों को एक बार फिर आश्चर्यचकित कर दिया है।
– दिसंबर 2024 में उसने लगभग 74 साल की उम्र में, उसने अपना 60वाँ अंडा दिया है।
– यूएसए के उत्तर-पश्चिमी हवाई द्वीपसमूह में मिडवे एटोल नेशनल वाइल्डलाइफ़ रिफ्यूज में उसने अंडा दिया।
– चार वर्षों के अंतराल के बाद एक अंडा दिया, जो उनकी उन्नत उम्र के बावजूद उनकी प्रजनन क्षमता को दर्शाता है।
– इस चिड़िया को पहली बार 1956 में बैंड और पहचान दी गई थी। इसकी न्यूनतम उम्र 74 वर्ष मानी जाती है।
– ज़्यादातर लेसन अल्बाट्रॉस 68 साल तक जीवित रहते हैं, लेकिन ‘विजडम’ अभी भी अंडे दे रही है और वैज्ञानिकों को आश्चर्यचकित कर रही है।
– विजडम ने अपने जीवनकाल में 50 से 60 अंडे दिए हैं और लगभग 30 चूजों को सफलतापूर्वक पाला है।

लेसन अल्बाट्रॉस
– यह एक बड़ा समुद्री पक्षी है जो उत्तरी प्रशांत क्षेत्र में पाया जाता है।
– अमेरिका का उत्तर-पश्चिमी हवाई द्वीप समूह 99.7% आबादी का घर है।
– इसकी औसत लंबाई 81 सेमी 32 इंच) होती है।
– इसके पंखों का फैलाव 195 से 203 सेमी (77-80 इंच) होता है।

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11. जूनियर एशिया कप 2024 (हॉकी) खिताब किस देश की टीम ने जीता?
Which country’s team won the Junior Asia Cup 2024 (Hockey) title?

a. पाकिस्‍तान
b. भारत
c. चीन
d. बांग्‍लादेश

Answer: b. भारत

– वर्ष 2024 में जूनियर एशिया कप का पांचवां संस्‍करण मस्कट (ओमान) आयोजित हुआ।
– भारतीय हॉकी टीम लगातार तीसरी बार चैंपियन (2015, 2023, और 2024) बनी।
– 2024 में भारत ने फाइनल मैच में पाकिस्‍तान को हराया।

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12. नामीबिया की पहली महिला राष्ट्रपति कौन बनीं?
Who became the first woman President of Namibia?

a. रिचेल अब्राहम
b. उपप्‍पो हदावरा
c. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: c. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह

– अफ्रीकी देश नामीबिया ने नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह को पाँचवीं राष्ट्रपति चुना है।
– वह इस देश की पहली महिला राष्‍ट्रपति चुनी गईं।
– वह अभी फिलहाल वो उपराष्ट्रपति हैं और 21 मार्च 2025 को राष्‍ट्रपति पद की शपथ लेंगी।
– नामीबिया को साउथ अफ्रीका के शासन से 1990 में आजादी मिली थी।
– नामीबिया की स्वतंत्रता के बाद से ही नंदी नैदतवाह सांसद हैं।
– अपने राजनीतिक करियर में उन्होंने कई अहम मंत्रलयों को संभाला है।

नामीबिया
– राजधानी – विंडहोक
– राष्‍ट्रपति – नांगोलो म्बुम्बा
– निर्वाचित राष्‍ट्रपति – नेटुम्बो नंदी-नदैतवा
– मुद्रा – नामीबियाई डॉलर और दक्षिण अफ़्रीकी रैंड
– पड़ोसी देश – अंगोला, जांबिया, बोत्‍सवाना, दक्षिण अफ्रीका
– महासागर – साउथ अटलांटिक ओसेन

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13. संसद ने भारतीय वायुयान विधेयक (BBV) 2024 को पारित कर दिया, यह किस कानून की जगह लेगा?
Parliament passed the Indian Aircraft Bill (BBV) 2024, it will replace which law?

a. विमान अधिनियम, 1934
b. एयरपोर्ट एक्‍ट, 2001
c. विमानन अधिनियम 1883
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: a. विमान अधिनियम, 1934

– संसद के दोनों सदनों ने दिसंबर 2024 में भारतीय वायुयान विधायक (BVV) विधेयक, 2024 पारित किया।
– इसका उद्देश्य विमान अधिनियम 1934 (अंतिम बार 2020 में संशोधित) की जगह लेना और विमानन क्षेत्र में बड़े सुधार लाना है।
– विधेयक में विमान अधिनियम, 1934 के प्रावधानों को बरकरार रखा गया है, जिसके तहत नागरिक विमानन महानिदेशालय (DGCA), नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) और विमान दुर्घटना जाँच ब्यूरो (AAIB) की स्थापना की गई थी।
– ये निकाय क्रमशः सुरक्षा, संरक्षा और दुर्घटना जाँच की देखरेख करना जारी रखेंगे।
– विपक्ष ने इस विधेयक को लेकर चिंताएं भी जाहिर की थी, इनमें सीमित विनियामक स्वायत्तता, केन्द्र सरकार तक सीमित अपील, समानता का संभावित उल्लंघन तथा हिंदी शीर्षक का बहिष्कार शामिल है।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन (Civil Aviation) मंत्री – किंजरापु राममोहन नायडू

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14. सैयद मोदी अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिता 2024 का महिला एकल खिताब किस खिलाड़ी ने जीता?
Which player won the women’s singles title of Syed Modi International Badminton Championship 2024?

a. वू लुओ यू
b. पीवी सिंधु
c. ली कियान
d. रजनी कुमारी

Answer: b. पीवी सिंधु

– यह प्रतियोगिता 26 नवंबर से 1 दिसंबर 2024 तक उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्थित बाबू बनारसी दास इंडोर स्टेडियम में आयोजित की गई थी।
– पीवी सिंधु ने फाइनल में चीनी खिलाड़ी वू लुओ यू को हराकर महिला एकल खिताब जीता

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15. सैयद मोदी अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिता 2024 का पुरुष एकल खिताब किस खिलाड़ी ने जीता?
Which player won the men’s singles title of Syed Modi International Badminton Championship 2024?

a. जिया हेंग जेसन तेह
b. लक्ष्य सेन
c. बाओ ली जिंग
d. विमल जालान

Answer: b. लक्ष्य सेन

– फाइनल में लक्ष्य सेन ने सिंगापुर के जिया हेंग जेसन तेह को हराया।

गायत्री गोपीचंद और ट्रीसा जॉली ने युगल खिताब जीता
– गायत्री गोपीचंद और ट्रीसा जॉली की भारतीय महिला जोड़ी ने 2024 सैयद मोदी अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिता में भारत के लिए तीसरा खिताब हासिल किया।
– भारतीय महिला जोड़ी ने फाइनल में चीन की बाओ ली जिंग और ली कियान को हराया।

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