1 जून 2024 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण

यह 1 जून 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. RBI ने विदेशों में रखे भारतीय स्‍वर्ण भंडार में से 100 टन सोना किस देश से वापस मंगवाया?
From which country did RBI recall 100 tonnes of gold from the Indian gold reserves kept abroad?

a. ब्रिटेन
b. जापान
c. रूस
d. अमेरिका

Answer: a. ब्रिटेन

– RBI ने ब्रिटेन के ‘बैंक ऑफ इंग्लैंड’ से अपना 100 टन (करीब 1 लाख किलो) सोना वापस मंगा लिया है।
– गोल्ड लाने के लिए एक स्पेशल एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल किया गया।
– सोना कब वापस मंगाया गया, इसका खुलासा RBI ने नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि गोपनीय ढंग से अप्रैल से मई 2024 के बीच यह हुआ है।
– यह 1991 के बाद से देश में सोने की सबसे बड़ी मूवमेंट है। उस वक्‍त भारत को विदेशी मुद्रा संकट से निपटने के लिए सोने के एक बड़े हिस्से को गिरवी रखने के परिणामस्वरूप सोने को RBI ने अपनी तिजोरी से बाहर निकाला था। लेकिन अब की स्थिति इसके विपरीत है। अब स्‍टॉक अपने पास रखने के लिए यह सोने का मूवमेंट हुआ है।

भारत के पास कितना गोल्‍ड रिजर्व
– RBI के अनुसार वित्‍त वर्ष 2023-24 के अंत तक (मार्च 2024) RBI के पास कुल 822.1 टन सोना था, जिसमें से 413.8 टन विदेशों में जमा था।
– इसमें से 100 टन सोना वापस मंगवाया गया है।

भारत ने खूब खरीदा सोना!
– RBI ने करीब 15 वर्ष पहले अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 200 टन सोना खरीदा था।
– वर्ष 2009 में यूपीए सरकार के कार्यकाल में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तब भारत ने अपनी परिसंपत्तियों में विविधता लाने के लिए 6.7 अरब डॉलर प्राइस का 200 टन सोना खरीदा था।
– पिछले कुछ सालों में भी रिजर्व बैंक द्वारा खरीदे गए सोने के स्‍टॉक में लगातार बढ़ोतरी हुई है।

सोना आर्थिक स्थिरता रखता है
– यदि किसी देश की करेंसी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमजोर होती है, तो सोने का भंडार उसकी आर्थिक स्थिरता को बनाए रखने में मदद करता है।
– वर्ष 1991 में जब भारत की इकोनॉमी डूब रही थी और उसके पास सामान इंपोर्ट करने के लिए डॉलर नहीं थे तो उसने सोने को गिरवी रख पैसे जुटाए थे।
– बहुत अधिक भंडार होने का मतलब है कि देश की अर्थव्यवस्था मजबूत है।

विदेश में क्‍यों रखा जाता है गोल्‍ड रिजर्व
– दुनिया के कई देशों के केंद्रीय बैंक सोने को अलग-अलग जगहों पर रखना चाहते हैं, ताकि जोखिम कम हो सके। यह जोखिम कई तरीका का होता सकता है – खासकर प्राकृतिक, आर्थिक और राजनीतिक।
– प्राकृतिक आपदाओं से भी सोने के भंडार को नुकसान पहुंच सकता है। अलग-अलग जगह सोना रखने से यह जोखिम कम होता है।
– भारत में RBI सोना खरीदकर यह रिव्यू करता है कि उसका स्टोरेज कहां कितना होना चाहिए।
– चूंकि विदेशों में स्टॉक बढ़ रहा था, इसलिए कुछ सोना भारत लाने का फैसला लिया गया।
– यह हमारी इकोनॉमी की ताकत और कॉन्फिडेंस को भी दिखाता है।

कई केंद्रीय बैंकों के लिए सोने का भंडारगृह है ब्रिटेन
– ब्रिटेन का ‘बैंक ऑफ इंग्लैंड’ कई केंद्रीय बैंकों के लिए गोल्‍ड रिजर्व स्‍टोर रहा है।
– भारत की आजादी से पहले से ही कुछ मात्रा में सोना लंदन में जमा है, क्योंकि आजादी से पहले ब्रिटेन, बैंक ऑफ इंग्लैंड में भारत का सोना रखता था।
– आजादी के बाद भी, भारत ने कुछ सोना अन्‍य जगहों के साथ-साथ लंदन के ‘बैंक ऑफ इंग्लैंड’ में भी रखना तय किया था।

गोल्‍ड रिजर्व भारत में वापस लाने की जरूरत क्‍यों पड़ी?
– दरअसल, पश्चिम एशिया, यूरोप और पूर्वी एशिया अशांति की स्थिति से गुजर रहा है।
– अस्थिर वैश्विक घटनाक्रमों को देखते हुए सभी प्रमुख केंद्रीय बैंक अपने स्वर्ण भंडार को वापस अपने देश ले जा रहे हैं।
– ब्रिटेन अभी आर्थिक मंदी से बाहर आया है और अगले महीने वहां चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में वहां कई अनिश्चितताएं पैदा हो रही हैं।
– ऐसे में कई सारी वजहों से RBI को भारत में सोना वापस लाना पड़ा है।

पश्चिम एशिया, यूरोप और पूर्वी एशिया अशांति
– पश्चिम एशिया: इजरायल और हमास के बीच युद्ध चल रहा है। इसमें ईरान, सीरिया, लेबनान, यमन देश अपरोक्ष रूप से शमिल हैं।
– यूरोप: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध एक टर्निंग प्‍वाइंट पर है। फ़्रांस के राष्ट्रपति यूक्रेन में यूरोप के सैन्य प्रशिक्षकों को भेजने पर आमादा हैं। फ़िनलैंड, डेनमार्क और कनाडा ने यूक्रेन को अपने हथियारों को रूस के भीतर हमले के लिए इस्तेमाल करने की छूट दे दी है। अमेरिका और यूरोपीय देशों द्वारा यूक्रेन को उनके हथियारों से रूस के भीतर हमले की छूट से अब रूस को यूक्रेन के शहरों और सरकारी इमारतों पर हमले का बहाना भी मिल जायेगा। अभी तक रूस के हमले मुख्य रूप से सेना, ऊर्जा और इंफ़्रास्ट्रक्चर से जुड़े निशानों पर होता रहा है. अब यह स्थिति बदलेगी।
– पूर्वी एशिया: चीन ने भी ताइवान को घेरकर मई 2024 में युद्धाभ्यास किया है। उस क्षेत्र में अमेरिका ने हाल के वर्षों में तनाव बढ़ाने की जो कोशिश की है, वह भी युद्ध में बदल सकता है। चीन और रूस एक साथ नजर आ रहे हैं।

यूरोपीय देशों ने फ्रीज कर लिया रूस का सोना
– विदेशों में गोल्‍ड रिजर्व रखने का नुकसान भी कम नहीं है।
– जब रूस ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमला किया, तब यूरोपीय देशों ने रूस का सोना फ्रीज कर लिया।
– अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से यूरोपीय देशों ने ऐसा किया।
– इसकी वजह से रूस विदेशी स्‍वर्ण भंडार का उपयोग तभी कर सकता है, जब तक कि प्रतिबंध हटे।
– ऐसी परिस्थिति में दुनिया के कई देशों के सेंट्रल बैंक अपना सोना वापस मंगवा रहे हैं।

सोना कैसे लाया और कहां रखा गया
– 100 टन सोने को भारत लाने के लिए महीनों की प्लानिंग की गई। प्लानिंग और एग्जीक्यूशन में वित्त मंत्रालय, RBI और सरकार की अन्य विंग के साथ लोकल अथॉरटीज शामिल रहीं।
– RBI को सोना भारत में लाने के लिए सीमा शुल्क में छूट मिली। लेकिन इंपोर्ट पर लगने वाले इंटीग्रेटेड GST में कोई छूट नहीं दी गई।
– ऐसा इसलिए क्योंकि इस टैक्स को राज्यों के साथ शेयर किया जाता है।
– गोल्ड लाने के लिए एक स्पेशल एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल किया गया।
– इस कदम से RBI को कुछ स्टोरेज कॉस्ट बचाने में भी मदद मिलेगी, जिसका पेमेंट वो बैंक ऑफ इंग्लैंड को करता था।
– मुंबई के मिंट रोड पर रिजर्व बैंक ऑफिस की पुरानी बिल्डिंग में सोना रखा जाता है।
– इसके अलावा पूरी सिक्योरिटी के साथ सोने का स्टोरेज नागपुर में भी वॉल्ट में किया जाता है।

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2. गोल्‍ड रिजर्व करने के मामले में कौन सा देश अव्‍वल है?
Which country is leading in terms of gold reserves?

a. भारत
b. अमेरिका
c. इटली
d. जर्मनी

Answer: b. अमेरिका

– फोर्ब्‍स इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार गोल्‍ड रिजर्व करने के मामले में पहले स्थान पर संयुक्त राज्य अमेरिका है।
– अमेरिका के पास गोल्ड का 8,133.46 टन रिजर्व है।

टॉप 10 देश
1. अमेरिका (8,133.46 टन)
2. जर्मनी (3,352.65 टन)
3. इटली (2,451.84 टन)
4. फ्रांस (2,436.88 टन)
5. रूस (2,332.74 टन)
6. चीन (2,235.39 टन)
7. स्विट्जरलैंड (1,040.00 टन गोल्ड)
8. जापान (845.97 टन)
9. भारत (803.58 टन)
10. नीदरलैंड्स (612.45 टन)

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3. वित्‍त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में GDP विकास दर कितनी रही?
What was the GDP growth rate in the fourth quarter of the financial year 2023-24?

a. 7.8%
b. 7.9%
c. 8.1%
d. 8.2%

Answer: a. 7.8%

वित्‍त वर्ष की चौथी तिमाही : जनवरी से मार्च 2024
– इस तिमाही में सबसे ज्‍यादा ग्रोथ रेट मैन्‍युफैक्‍चरिंग सेक्‍टर में देखने को मिला। इसमें सेक्‍टर में ग्रोथ रेट 8.9% रहा।
– इसके बाद स्‍थान कंस्‍ट्रक्‍शन का 8.7%, पब्लिक एडमिन्‍स का 7.8%, इलेक्ट्रिसिटी का 7.7%, फाइनेंस एंड रियल एस्‍टेट का 7.6% ग्रोथ रेट रहा।

चौथी तिमाही में GVA 6.3% रहा
– वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में ग्रॉस वैल्यू एडेड यानी, GVA 6.3% रहा है। वहीं पूरे साल में GVA 7.2% की दर से बढ़ा है।
– एक साल पहले यानी, FY23 में GVA ग्रोथ 7.0% रही थी।

नोट – चीन ने 2024 के पहले तीन महीनों में 5.3 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर्ज की है।

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4. वित्‍त वर्ष 2023-24 में GDP विकास दर कितनी रही?
What was the GDP growth rate in the financial year 2023-24?

a. 7.8%
b. 7.9%
c. 8.1%
d. 8.2%

Answer: d. 8.2%

जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़े किसने जारी किए?
– राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistical Office) [NSO] ने GDP के प्रोविजनल आंकड़े 31 मई 2024 को जारी किए।
– इसके अनुसार अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक जीडीपी ग्रोथ 8.2% रही है।
– इससे पहले के वित्‍त वर्ष यानी 2022-23 में GDP ग्रोथ 7% रही थी।

रुपए में जीडीपी कितनी रही
– वास्‍तविक जीडीपी या स्थिर मूल्‍यों पर GDP (2023-24): ₹173.82 लाख करोड़ रही
– जबकि वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी का पहला संशोधित अनुमान (एफआरई) ₹160.71 लाख करोड़ था।

किस तिमाही कितना ग्रोथ रेट

भारत की अर्थव्‍यवस्‍था 3.5 ट्रिलियन डॉलर हुई
– GDP विकास दर ने ने भारतीय अर्थव्यवस्था को 3.5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचा दिया है।
– इसने अगले कुछ वर्षों में 5 ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य हासिल करने के लिए स्थितियां तैयार कर दी हैं।

राजकोषीय घाटा बढ़ा
– वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राजकोषीय घाटा (फिस्‍कल डेफेसिट) बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद का 5.63% पर पहुंच गया है।
– वास्तविक रूप में, राजकोषीय घाटा, या व्यय और राजस्व के बीच का अंतर, 16.53 लाख करोड़ रुपये था।
– हालांकि यह अनुमान से कम है। सरकार ने फिस्‍कल डेफेसिट 5.8% रहने का अनुमान लगाया था।

सरकार का वार्षिक खर्च: 44,42,542 करोड़
– राजस्‍व खर्च: 34,94,036 करोड़ (इनमें से 10,63,871 करोड़ ब्याज भुगतान और 4,13,542 करोड़ सब्सिडी में खर्च)
– पूंजीगत खर्च: 9,48,506 करोड़

GDP क्‍या होता है?
– सकल घरेलू उत्पाद (GDP) इकोनॉमी की हेल्थ को ट्रैक करने के लिए उपयोग किए जाने वाले सबसे कॉमन इंडिकेटर्स में से एक है।
– GDP किसी एक साल या एक तिमाही में देश में पैदा होने वाले सभी सामानों और सेवाओं की कुल वैल्यू को कहते हैं।
– GDP किसी देश के आर्थिक विकास का सबसे बड़ा पैमाना है।
– अधिक GDP का मतलब है कि देश की आर्थिक बढ़ोतरी हो रही है, अर्थव्यवस्था ज्यादा रोजगार पैदा कर रही है।
– कम जीडीपी का मतलब कि आर्थिक तौर पर पिछड़ रहे हैं, बेरोजगारी की समस्‍या बढ़ रही है।

ऐसे गणना होती है > GDP = C + I + G + (X-M)

C = कंज्‍यूमर एक्‍सपेंसेज
I = इंडस्‍ट्रीज इन्‍वेस्‍टमेंट
G = गवर्नमेंट एक्‍सपेंडीचर

X = एक्‍सपोर्ट
M = इंपोर्ट

दो तरह की होती है GDP
– GDP दो तरह की होती है – रियल GDP और नॉमिनल GDP
– रियल GDP में गुड्स और सर्विस की वैल्यू का कैलकुलेशन बेस ईयर की वैल्यू या स्टेबल प्राइस पर किया जाता है। फिलहाल GDP को कैलकुलेट करने के लिए बेस ईयर 2011-12 है।
– वहीं नॉमिनल GDP का कैलकुलेशन करंट प्राइस पर किया जाता है।

ग्रॉस वैल्यू एडेड यानी GVA क्या है?
– साधारण शब्दों में कहा जाए तो GVA से किसी अर्थव्यवस्था में होने वाले कुल आउटपुट और इनकम का पता चलता है। यह बताता है कि एक तय अवधि में इनपुट कॉस्ट और कच्चे माल का दाम निकालने के बाद कितने रुपए की वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन हुआ। इससे यह भी पता चलता है कि किस खास क्षेत्र, उद्योग या सेक्टर में कितना उत्पादन हुआ है।
– नेशनल अकाउंटिंग के नजरिए से देखें तो मैक्रो लेवल पर GDP में सब्सिडी और टैक्स निकालने के बाद जो आंकड़ा मिलता है, वह GVA होता है। अगर आप प्रोडक्शन के मोर्चे पर देखेंगे तो इसको नेशनल अकाउंट्स को बैलेंस करने वाला आइटम पाएंगे।

अलग-अलग सेक्‍टर में GVA

प्राथमिक क्षेत्र (प्राइमरी सेक्‍टर)
– एग्रीकल्‍चर, लाइवस्‍टॉक, फॉरेस्‍ट्री, फिशिंग: 1.4%
– माइनिंग: 7.1%

द्वितीयक क्षेत्र (सेकेंड्री सेक्‍टर)
– मैन्‍युफैक्‍चरिंग: 9.9%
– इलेक्ट्रिसिटी, गैस, वाटर सप्‍लाई: 7.5%
– कंस्‍ट्रक्‍शन: 9.9%

तृतीयक क्षेत्र (टर्शरी सेक्‍टर)
– ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट, कम्‍युनिकेशन: 6.4%
– फाइनेंशियल, रियल एस्‍टेट: 8.4%
– पब्लिक एडमेनिस्‍ट्रेशन, डिफेंस व अन्‍य सर्विस: 7.8%

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5. केंद्र सरकार ने कर्मचारी चयन आयोग (SSC) का नया अध्‍यक्ष किसे नियुक्‍त किया?
Who has been appointed by the Central Government as the new Chairman of the Staff Selection Commission (SSC)?

a. आशिम खुराना
b. राकेश रंजन
c. एस किशोर
d. प्रदीप सुराना

Answer: b. राकेश रंजन

– केंद्र सरकार ने 27 मई 2024 को उनका नाम SSC चेयरमैन पद के लिए जारी किया।
– वह इससे पहले कृषि एवं किसान कल्‍याण विभाग के विशेष सचिव थे।
– वह मणिपुर कैडर के वर्ष 1992 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
– अब एसएससी के अध्यक्ष के रूप में नए आदेश के साथ वे भारत सरकार के सचिव के पद और वेतन पर काम करेंगे।

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6. गोवा राज्य दिवस कब मनाया जाता है?
When is Goa State Day celebrated?

a. 30 मई
b. 31 मई
c. 29 मई
d. 28 मई

Answer: a. 30 मई

– भारत के पश्चिमी तट पर बसा गोवा अपने शानदार समुद्र तटों और समृद्ध इतिहास से पर्यटकों को आकर्षित करता है।
– 450 वर्षों से अधिक समय तक गोवा पुर्तगाली उपनिवेश (Portuguese colony) था।
– वर्ष 1961 में इसे भारत ने आज़ाद कराया और दमन और दीव के साथ केंद्र शासित प्रदेश बना दिया।
– 30 मई 1987 में इसे पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया और यह भारतीय संघ का 25वां राज्‍य बन गया।
– इसी उपलक्ष्य में 30 मई को गोवा राज्य दिवस मनाया जाता है।

नोट – गोवा मुक्ति दिवस 19 दिसंबर को मनाया जाता है। यह 1961 में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए ऑपरेशन विजय की सफलता को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है।

राजधानी: पणजी
भाषा: कोंकणी
जनसंख्‍या: 14 लाख
मुख्‍यमंत्री: प्रमोद सावंत
राज्‍यपाल: पीए श्रीधरन पिल्‍लई
पड़ोसी राज्‍य: महाराष्ट्र, कर्नाटक

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7. किस भारतीय ग्रैंडमास्टर ने नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में क्‍लासिकल गेम में पहली बार दुनिया के नंबर वन मैग्‍नस कार्लसन को हराया?
Which Indian Grandmaster defeated world number one Magnus Carlsen for the first time in a classical game at the Norway Chess Tournament?

a. डी गुकेश
b. अनीश गिरी
c. विदित गुजराती
d. आर प्रज्ञानानंदा

Answer: d. आर प्रज्ञानानंदा

– आर प्रज्ञानानंदा ने 29 मई, 2024 को नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में क्लासिकल गेम में मैग्नस कार्लसन को हराया।
– कार्लसन पर उनकी यह पहली जीत रही।
– मैग्‍नस कार्लसन दुनिया के नंबर वन चेस खिलाड़ी हैं और नार्वे से हैं।
– कार्लसन और प्रज्ञानानंदा ने इस प्रारूप में अपने तीन मुकाबले ड्रॉ खेले।
– प्रज्ञानानंदा ने तीन राउंड के बाद 5.5 अंको के साथ शीर्ष स्‍थान प्राप्‍त किया।

क्‍लासिकल चेस क्‍या है?
– क्‍लासिकल चेस को, धीमी चेस/शतरंज के रूप जाना जाता है। इसमें खिलाड़ी को अपनी चाल चलने के लिए काफी समय मिलता है।
– इस गेम में खिलाड़ी 1 घंटा भी ले सकता है।

आर प्रज्ञानानंदा
– वह भारतीय ग्रैंडमास्‍टर हैं। उम्र 18 वर्ष है।
– पूरा नाम रमेशबाबू प्रज्ञानानंदा है।
– जन्म 10 अगस्त 2005 को चेन्नई में हुआ था।
– वह भारतीय शतरंज खिलाड़ी वैशाली रमेशबाबू के छोटे भाई हैं।

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8. DRDO ने लड़ाकू विमान Su-30 MKI से रूद्रम II (RudraM-II) मिसाइल का परीक्षण किया, यह इनमें से किस तरह की मिसाइल है?
DRDO test fired RudraM-II missile from Su-30 MKI fighter aircraft. Which of these missiles is this?

a. जमीन से हवा में मार करने वाली एंटी रेडिएशन मिसाइल
b. हवा से हवा में मार करने वाली अंतर्देशीय मिसाइल
c. हवा से सतह पर मार करने वाली एंटी रेडिएशन मिसाइल
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: c. हवा से सतह पर मार करने वाली एंटी रेडिएशन मिसाइल

DRDO: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन

– एंटी-रेडिएशन मिसाइल एक ऐसी मिसाइल होती है जो दुश्मन के रडार और कम्‍युनिकेशन इक्‍यूपमेंट को नष्ट करती है।
– RudraM-II मिसाइल को दुश्मन के रडार, कम्‍युनिकेशन इक्‍यूपमेंट और अन्य रेडियो फ्रिक्‍वेंसी सोर्स का पता लगाने, उन पर नज़र रखने और उन्हें बेअसर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो आमतौर पर उनकी वायु रक्षा प्रणालियों का हिस्सा होते हैं।
– DRDO ने 29 मई 2024 को ओडिशा तट से Su-30 MKI जेट से Rudra M-II मिसाइल का सफल परीक्षण किया।

नोट:
– इससे पहले वर्ष 2020 में रुद्रम-I का फाइनल परीक्षण किया गया था।
– रुद्रम-III मिसाइल अभी निर्माणधीन है।

मिसाइल की खासियत
– रुद्र M-II एक स्वदेशी रूप से विकसित ठोस ईंधन से चलने वाली हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है।
– ये शत्रु के कई प्रकार के हथियारों को नष्ट करने के लिए हवा से सतह पर मार करने में सक्षम है।
– मिसाइल की रेंज 350 किमी है।
– यह 100 किमी से ज्‍यादा दूरी से दुश्मन के रेडियो फ्रीक्वेंसी और रडार से सिग्नल पकड़ने में सक्षम है।

DRDO के बारे में
– अध्यक्ष : डॉ. समीर वी कामत
– स्‍थापना: 1958
– मुख्यालय: DRDO भवन, नई दिल्ली
– भारत को डिफेंस सेक्‍टर में आत्‍मनिर्भर बनाने की कोशिश में DRDO की बड़ी भूमिका है।

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9. विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (WOAH) की नई महानिदेशक कौन बनी?
Who became the new Director General of the World Organisation for Animal Health (WOAH)?

a. डॉ. इमैनुएल सौबेरन
b. डॉ. हर्षवर्धन
c. डॉ. विशाल अग्रवाल
d. डॉ. रॉबर्ट डिसूजा

Answer: a. डॉ. इमैनुएल सौबेरन

– उन्‍हें 2024-2029 के कार्यकाल के लिए World Organisation for Animal Health (WOAH) का डायरेक्‍टर जनरल चुना गया है।
– वह फ्रांस से हैं।
– 28 मई को पेरिस में आयोजित प्रतिनिधियों की विश्व सभा में इस पद के लिए चुनी गईं।

WOAH
– स्‍थापना – 25 January 1924
– मुख्‍यालय – पेरिस
– सदस्‍य देश – 183 (भारत भी सदस्‍य है)

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10. नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (NARCL) का नया प्रबंध निदेशक और CEO किसे नियुक्‍त किया गया?
Who has been appointed as the new Managing Director and CEO of National Asset Reconstruction Company (NARCL)?

a. आफताब वारसी
b. नरेंद्र मलहोत्रा
c. पी. संतोष
d. टीके मुखर्जी

Answer: c. पी. संतोष

– वह इससे पहले कार्यवाहक CEO के रूप में काम कर रहे थे।
– मई 2024 में वह तीन साल के कार्यकाल के लिए नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (NARCL) के MD और CEO बने हैं।


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