7 & 8 April 2025 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्‍वपूर्ण

यह 7 & 8 April 2025 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1 – अमेरिकी राट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टेरिफ की घोषणा की वजह से 7 अप्रैल 2025 को दुनियाभर के शेयर बाजार में भारी गिरावट हुई।
– हालांकि है कि ट्रंप की जिद की वजह से दुनिया वैश्विक मंदी की ओर बढ़ रही है।

बाजार में गिरावट की 3 वजह
– ट्रम्प का रेसिप्रोकल टैरिफ: अमेरिका ने भारत पर 26% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। भारत के अलावा चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, जापान पर 24%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% टैरिफ लगेगा।
– चीन ने जवाबी 34% टैरिफ लगाया: चीन ने शुक्रवार को अमेरिका पर 34% जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। नया टैरिफ 10 अप्रैल से लागू होगा। 3 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दुनियाभर में जैसे को तैसा टैरिफ लगाया था। इसमें चीन पर 34% अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया था। अब चीन ने उतना ही टैरिफ अमेरिका पर लगा दिया है।
– इसके जवाब में ट्रंप ने रेसिप्रोकल टेरिफ बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की धमकी दी है।

– इकोनॉमिक स्लोडाउन की चिंता: टैरिफ से सामान महंगा होने पर लोग कम खरीदारी करेंगे, जिससे अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हो सकती है। साथ ही, मांग कम होने से कच्चे तेल की कीमतें भी गिरी हैं। ये कमजोर इकोनॉमिक एक्टिविटी का संकेत है।

भारत के मार्केट बचा रह सकता है
– इंडियन इकोनॉमी में हमारी ग्रोथ कम हो गई है। 6 से 7 प्रतिशत हो गई है, वो 5 प्रतिशत पर आ सकता है।
– हमारा देश ज्‍यादा खतरे में नहीं है, जितना दुनिया ज्‍यादातर विकसित देश हैं।
– लेकिन फिर भी एक प्रतिशत भी गिरावट हमारे विकास के टार्गेट पर प्रभाव डालेगा।
– क्‍योंकि विकसित होने के लिए 10 प्रतिशत या उससे ज्‍यादा जीडीपी ग्रोथ रेट की जरूरत है। ऐसे में कम ग्रोथ हुआ तो यहां इंडस्‍ट्री अफेक्‍ट होगा।
– हमारे मार्केट में असर आएगा, इसलिए यहां भी शेयर बाजार के सूचकांक गिरा है।

भारत का निर्यात घटेगा
– भारत का अमेरिका को निर्यात 2025 में अनुमानित 5.76 बिलियन डॉलर घटकर 84 बिलियन डॉलर रह सकता है। यह 2024 में भारत के अमेरिका को निर्यात के 89.81 बिलियन डॉलर (अमेरिकी डेटा) की तुलना में 6.45 प्रतिशत की गिरावट होगी।

क्‍या मंदी आ रही है?
– 2008 की मंदी खासकर हाउसिंग सेक्‍टर में थी।
– अभी जो क्राइसिस है, वो पूरी दुनिया की इकोनॉमी को इंपैक्‍ट करेगा। कोई सेक्‍टर अछूता नहीं है।
– अभी तो गुड्स में टैरिफ लगाया, लेकिन इसका असर सर्विसेज पर भी होने वाला है।
– इससे कोई भी सेक्‍टर अछूता नहीं है।
– दुनिया में इससे बड़ी अनिश्चितता पिछले 100 साल में नहीं हुई।
– अगर अगले 3 महीने में ट्रंप और अमेरिका अपने कदम पीछे नहीं छोड़ती है, तो दिक्‍कत बहुत बढ़ेगी।
– तो दुनियाभर में अमेरिकन इंपोर्टर दुनियाभर से सामान खरीदना कम कर देंगे। ऐसे में कंज्‍यूमर सामान खरीदना कम कर देंगे। ऐसे में दुनिया में प्रोडक्‍शन कम हो जाएगा। इससे दुनिया में आर्थिक तबाही होगी।
– अगर ट्रंप रोलबैक नहीं करते हैं, तो यह नहीं रुकेगा।

ट्रंप क्‍यों ऐसा कर रहे हैं?
– दुनिया के ज्‍यादातर देश इस मामले में ट्रंप के शरण में नहीं आएगी। नेगोशिएट नहीं करेगी।
– कुछ लोग जाएंगे, तो यह कहने के लिए जाएंगे कि हम टैरिफ जीरो कर देते हैं या आपके बराबर टैरिफ कर देते हैं। लेकिन ट्रंप इससे मानने वाले नहीं है।
– टैरिफ आज दुनिया में ज्‍यादा नहीं है। चीन का टैरिफ करीब 8-9 प्रतिशत है। जापान का 3 प्रतिशत के आस-पास है। अगर ये सभी जीरो भी कर दें, तो ट्रंप मानने वाले नहीं है।
– ट्रंप कह रहे हैं कि ट्रेड डेफेसिट को खत्‍म करो। अगर आज 1200 बिलियन डॉलर का ट्रेड डेफेसिट है, तो इसे जीरो करो।
– आप जो चीजें सप्‍लाई करते हैं, उनके दाम इतने घटा दीजिए कि 1200 बिलियन डॉलर का ट्रेड डेफेसिट (मर्चेंडाइल) खत्‍म हो जाए। या कुछ चीजें ऐसे दाम पर खरीद लीजिए जिससे हमारा ट्रेड डेफेसिट जीरो हो जाए।
– ये दोनों ही चीजें असंभव है। दुनिया के पास इतना मार्जिन नहीं है कि सामान की कीमत कम कर दें।
– ट्रंप को सर्विसेज दिखाई नहीं दे रहा है। उसमें 300 बिलियन डॉलर का सरप्‍लस है।
– चूक‍ि अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा इन्‍वेस्‍टर है, तो वह बड़ा फायदे में है। लेकिन ट्रंप केवल मर्चेंटाइल ट्रेड ही देख रहे हैं।

दुनिया के देश विरोध कर रहे हैं
– कनाडा, चीन ने रिटेलिएट कर दिया। अगर इन देशों में अमेरिकन चीजों का इंपोर्ट कम कर देंगे। कुछ ऐसी ही स्थिति यूरोप भी करने वाला है।
– ऐसे में अमेरिका में भी प्रोड्यूसर को नुकसान होगा।

ट्रंप के कदम के बाद अमेरिका में बेरोजगारी बढ़ेगी
– अमेरिका की इकोनॉमी सर्विस बेस्‍ड है। 80 से 85 प्रतिशत जीडीपी सर्विस से है।
– अब यूरोप अमेरिकन सर्विसेज पर टैरिफ लगाने की बात कर रहा है।
– तो अगर सर्विसेज इफेक्‍ट होती है, तो अमेरिका में बेरोजगारी बढ़ेगी।
– इसी वजह से काफी लोग विरोध कर रहे हैं।

आर्थिक मंदी क्या होती है?
– मंदी यानी किसी भी चीज का लंबे समय के लिए मंद या सुस्त पड़ जाना। जब किसी देश की अर्थव्यवस्था बढ़ने की बजाय लगातार दो-तीन तिमाही में घटने लगे तो इसे आर्थिक मंदी कहा जाता है।
– किसी एक साल में देश में पैदा होने वाले सभी सामानों और सेवाओं की कुल वैल्यू को GDP कहते हैं। GDP के आंकड़े घटने लगें तो देश में मंदी के बादल मंडराने लगते हैं।

कब आती है मंदी? महंगाई का मंदी से क्या रिश्ता?
– मान लीजिए समोसे के दाम बढ़ गए। हो सकता है आप समोसे खरीदना बंद कर दें। इससे समोसे बेचने वाले की आमदनी पर फर्क पड़ेगा, वो कम समोसे बनाएगा। इससे आलू और तेल की सप्लाई करने वालों पर असर पड़ेगा। किसी अर्थव्यवस्था में ऐसी बहुत सी इंटरकनेक्टेड चेन होती हैं।
– किसी देश में इन्हीं इंटरकनेक्टेड चेन के डोमिनो इफेक्ट से मंदी आती है। ये एक विशियस साइकल होता है यानी एक ऐसा चक्र, जिसमें चीजें एक-दूसरे से जुड़ी होती हैं। ये विशियस साइकिल तब तक चलता है, जब तक देश की अर्थव्यवस्था सिकुड़ न जाए।

आर्थिक मंदी से आम लोगों पर क्या असर होता है?
– किसी देश के मंदी की चपेट में आने के कई खतरनाक नतीजे हो सकते हैं। निवेश का माहौल बिगड़ सकता है।
– उपभोग और खरीद-बिक्री में कमी से कई कंपनियां बंद हो सकती हैं। इससे नौकरियां कम हो जाएंगी। आम लोग और कारोबारी आमदनी घटने से कर्ज नहीं चुका पाएंगे और बहुत से लोग दिवालिया भी हो सकते हैं।

अमेरिका में मंदी से दुनिया पर क्या असर पड़ेगा?
– अमेरिका, दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी है। उसके तार पूरी दुनिया से जुड़े हुए हैं। अगर अमेरिका मंदी की चपेट में आएगा तो दुनिया के एक बड़े हिस्से का प्रभावित होना तय है। जैसे- मंदी की आशंका भर से भारत समेत एशियाई शेयर बाजार तेजी से गिरे हैं।

Source:  New York TimesEconomic Times  |  The Hindu Business Line

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2. PM मोदी की श्रीलंका यात्रा के दौरान वहां के राष्‍ट्रपति ने कौन सा सम्‍मान दिया?
Which honour did the President of Sri Lanka give to PM Modi during his visit to Sri Lanka?

a. श्रीलंका रत्‍न
b. मित्र विभूषण
c. मित्र रत्‍न
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: b. मित्र विभूषण

– ‘मित्र विभूषण’ अवॉर्ड, श्रीलंका द्वारा किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष को दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।

श्रीलंका
राष्‍ट्रपति – अनुरा कुमारा दिसानायके
प्रधान मंत्री – हरिनी अमरसूर्या
राजधानी – श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे (विधायी) और कोलंबो (कार्यकारी और न्यायिक)
मुद्रा – श्रीलंकाई रुपया

Source: India Express

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3. किस देश में 6वीं बिम्‍सटेक (BIMSTEC) समिट 2025 आयोजित हुई, जिसमें PM मोदी ने हिस्‍सा लिया?
In which country was the 6th BIMSTEC Summit 2025 held, in which PM Modi participated?

a. म्‍यांमार
b. मलेशिया
c. सिंगापुर
d. थाईलैंड

Answer: d. थाईलैंड (राजधानी बैंकॉक में अप्रैल 2025 में आयोजन हुआ)

शिखर सम्मेलन का विषय है ” समृद्ध, लचीला और खुला बिम्सटेक (प्रो बिम्सटेक)

BIMSTEC के बारें में
– पूरा नाम : The Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल)
– मुख्‍यालय ढाका (बांग्‍लादेश) में है।
– सात सदस्‍य देश – बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड.
– इस संगठन का गठन वर्ष 1997 में BIST-EC (बांग्लादेश, भारत, श्रीलंका और थाईलैंड आर्थिक सहयोग) के रूप में हुआ था। बाद में इसमें म्यांमार, नेपाल और भूटान भी शामिल हो गए। तब यह BIMSTEC कहलाया।
– उद्देश्‍य : बंगाल की खाड़ी के तट के साथ दक्षिण एशियाई और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के बीच तकनीकी और आर्थिक सहयोग।
– BIMSTEC में बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के देश शामिल हैं। दुनिया की लगभग 22% आबादी बंगाल की खाड़ी के आसपास के सात देशों में रहती है।
– बिम्सटेक के 14 मुख्य क्षेत्र हैं – व्यापार एवं निवेश, परिवहन एवं संचार, ऊर्जा, पर्यटन, तकनीकी, मछली पालन, कृषि, सार्वजनिक स्वास्थ्य, गरीबी निर्मूलन, आतंकवाद-विरोधी और अंतर्राष्ट्रीय अपराध, पर्यावरण एवं आपदा प्रबंधन, लोगों से लोगों का संपर्क, सांस्कृतिक सहयोग, जलवायु परिवर्तन

चीन पर नजर
– हिंद महासागर तक अपने पहुंच मार्ग को बनाए रखने में तेजी से मुखर हो रहे चीन के लिए बंगाल की खाड़ी महत्वपूर्ण है।
– चूंकि चीन ने भूटान और भारत को छोड़कर लगभग सभी बिम्सटेक देशों में बेल्ट एंड रोड पहल के माध्यम से दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में बुनियादी ढांचे के फाइनेंस और कंस्‍ट्रक्‍शन के लिए एक बड़ा अभियान चलाया है, इसलिए बिम्सटेक क्षेत्र, भारत-चीन के प्रभुत्‍व की लड़ाई में एक नया युद्धक्षेत्र है।

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छठे शिखर सम्मेलन में किसने हिस्‍सा लिया:
1. बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार – मुहम्मद यूनुस
2. भूटान के प्रधानमंत्री – दाशो शेरिंग टोबग
3. भारत के प्रधानमंत्री – नरेन्द्र मोदी
4. म्यांमार के प्रधानमंत्री – जनरल मिन आंग ह्लाइंग
5. नेपाल के प्रधानमंत्री – केपी शर्मा ओली
6. श्रीलंका के प्रधानमंत्री – डॉ. हरिनी अमरसूर्या
7. थाईलैंड की प्रधानमंत्री – पैतोंगटार्न शिनवात्रा

6वीं BIMSTEC समिट में क्‍या फैसले हुए?

बिज़नेस
– BIMSTEC चैंबर ऑफ कॉमर्स की स्थापना की गई।
– हर साल BIMSTEC बिज़नेस समिट का आयोजन होगा।
– BIMSTEC रीजन में लोकल करंसी में ट्रेड करने के ऑप्शन्स पर फ़िज़िबिलिटी स्टडी की जाएगी।

आईटी (IT)
– BIMSTEC कंट्रीज़ की ज़रूरतों को समझने के लिए एक पायलट स्टडी होगी जिसमें DPI (Digital Public Infrastructure) का एक्सपीरियंस शेयर किया जाएगा।
– BIMSTEC रीजन के पेमेंट सिस्टम्स और इंडिया के UPI के बीच डायरेक्ट कनेक्टिविटी एस्टैब्लिश की जाएगी।

आपदा प्रबंधन (Disaster Management)
– इंडिया में BIMSTEC सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर डिज़ास्टर मैनेजमेंट बनाया जाएगा जो डिज़ास्टर रिलीफ़ और रिहैबिलिटेशन में हेल्प करेगा।
– 2025 में भारत में BIMSTEC डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटीज़ का 4th जॉइंट एक्सरसाइज़ कंडक्ट होगा।

सिक्योरिटी (Security)
– इंडिया में पहली बार BIMSTEC होम मिनिस्टर्स की मीटिंग होगी।

स्पेस (Space)
– BIMSTEC कंट्रीज़ के लिए ग्राउंड स्टेशन बनाए जाएंगे जहाँ मैनपावर ट्रेनिंग, नैनो सैटेलाइट का मैन्युफैक्चरिंग और लॉन्च, और रिमोट सेंसिंग डेटा का यूज़ होगा।

कैपेसिटी बिल्डिंग और ट्रेनिंग
– “BODHI” इनिशिएटिव (BIMSTEC for Organised Development of Human Resource Infrastructure) के तहत हर साल BIMSTEC देशों से 300 युवा इंडिया आकर ट्रेनिंग लेंगे।
– BIMSTEC स्टूडेंट्स को Forestry Research Institute of India में स्कॉलरशिप मिलेगी और नालंदा यूनिवर्सिटी की स्कॉलरशिप स्कीम को भी एक्सपैंड किया जाएगा।
– हर साल BIMSTEC देशों के यंग डिप्लोमैट्स के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम कंडक्ट किया जाएगा।
– टाटा मेमोरियल सेंटर BIMSTEC देशों में कैंसर केयर ट्रेनिंग और कैपेसिटी बिल्डिंग में सपोर्ट करेगा।
– ट्रेडिशनल मेडिसिन में रिसर्च और अवेयरनेस के लिए एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनेगा।
– किसानों के लिए एक और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनेगा जहाँ नॉलेज एक्सचेंज, रिसर्च और ट्रेनिंग मिलेगी।

ऊर्जा (Energy)
– बेंगलुरु में BIMSTEC एनर्जी सेंटर ने काम शुरू कर दिया है।
– इलेक्ट्रिक ग्रिड इंटरकनेक्शन के प्रोजेक्ट पर तेजी से काम हो रहा है।

युवा सहभागिता (Youth Engagement)
– 2025 में BIMSTEC यंग लीडर्स समिट का आयोजन होगा।
– BIMSTEC हैकाथॉन और यंग प्रोफेशनल विजिटर्स प्रोग्राम भी लॉन्च किया जाएगा।

खेल (Sports)
– इंडिया इस साल BIMSTEC एथलेटिक्स मीट होस्ट करेगा।
– 2027 में पहला BIMSTEC गेम्स भी होस्ट किया जाएगा।

संस्कृति (Culture)
– BIMSTEC ट्रेडिशनल म्यूज़िक फेस्टिवल इस साल इंडिया में होगा।

कनेक्टिविटी (Connectivity)
– इंडिया में एक सस्टेनेबल मरीन ट्रांसपोर्ट सेंटर बनेगा जो कैपेसिटी बिल्डिंग, रिसर्च, इनोवेशन और मरीन पॉलिसीज़ पर काम करेगा।

नोट – पहले भारतीय का नाम बताएं, जो 2024 में बिम्‍सटेक महासचिव बने – इंद्रमणि पांडे

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थाईलैंड
– सम्राट : वजीरालोंगकोर्न (राम X)
– प्रधानमंत्री : पैतोंगटार्न शिनावात्रा
– भाषा: थाई
– मुद्रा: थाई बहत
– पड़ोसी देश: म्यांमार, लाओस, कंबोडिया, और मलेशिया।

भारत-थाईलैंड संबंध दो हजार साल पुराना
– भारत और थाईलैंड के संबंध दो हजार साल से भी अधिक पुराने हैं।
– प्राचीन काल में भारत से बौद्ध धर्म और हिंदू संस्कृति थाईलैंड पहुंची।
– सम्राट अशोक के समय बौद्ध भिक्षुओं ने थाईलैंड में बुद्ध की शिक्षाओं को फैलाया।
– थाईलैंड को प्राचीन भारतीय ग्रंथों में ‘स्वर्णभूमि’ (सोने की भूमि) कहा गया है।
– भारत को 1947 में आजादी मिलने के बाद दोनों देशों ने औपचारिक संबंध की शुरुआत की।
– वर्ष 2022 में दोनों ने अपने संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाई थी।
– शीतयुद्ध के दौर में जब दुनिया अमेरिका और रूस के बीच बंट गई थी, तब थाईलैंड भी भारत की तरह गुटनिरपेक्ष रहा।

थाईलैंड भारत का चौथा बड़ा ट्रेड पार्टनर
– वर्ष 2021 में थाई कंपनी ग्लोबल रिन्युएबल सिनर्जी कंपनी लिमिटेड ने भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में करीब 3880 करोड़ रुपए का सबसे बड़ा निवेश किया था।
– आसियान देशों में सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया के बाद थाईलैंड भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
– बीते कुछ सालों में थाईलैंड ने भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट, एग्रो प्रोसेसिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोटिव, फूड प्रोसेसिंग, हॉस्पिटेलिटी और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे सेक्टर में बड़ा इन्वेस्टमेंट किया है।

भारतीय पर्यटकों की तीसरी लोकप्रिय डेस्टिनेशन
– वर्ष 2024 में भारत के 21 लाख लोग थाईलैंड घूमने गए थे।
– ये 2023 की तुलना में लगभग 30% का इजाफा है।
– भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के ‘इंडिया टूरिज्म स्टैटिस्टिक्स 2023’ के मुताबिक, 2022 में थाईलैंड से भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या 64,196 थी।

Source: Indian Express  | Ministry of External Affairs

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4. किस देश ने अगले दो वर्षों के लिए BIMSTEC की अध्‍यक्षता संभाली?
Which country took over the chairmanship of BIMSTEC for the next two years?

a. म्‍यांमार
b. थाईलैंड
c. इंडिया
d. बांग्‍लादेश

Answer: d. बांग्‍लादेश

– बांग्‍लादेश 4 अप्रैल 2025 को आधिकारिक तौर पर BIMSTEC का नया अध्‍यक्ष बन गया। बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार – मुहम्मद यूनुस ने अध्‍यक्षता स्‍वीकार कर ली।
– इससे पहले शिखर सम्मेलन की अध्‍यक्षता थाईलैंड ने संभाली।

नोट – अप्रैल 2025 में थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में बिम्‍सटेक समिट हुई थी।

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5. राष्‍ट्रपति के सिग्‍नेचर के साथ वक्फ (संशोधन) विधेयक कानून बन गया, इसके अनुसार वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 में क्‍या नए प्रावधान हैं?
The Wakf (Amendment) Bill became law with the signature of the President, according to this what are the new provisions in the Wakf (Amendment) Act, 2025?

a. वक्फ बोर्ड का पुनर्गठन, इसमें दो 2 गैर-मुस्लिम सदस्य होंगे
b. दान की हुई संपत्ति ही वक्‍फ संपत्ति मानी जाएगी
c. विवाद की स्थिति में ‘वक्‍फ ट्रिब्यूनल’ के अलावा भी अन्‍य अदालत में मुकदमा चल सकता है
d. उपरोक्‍त सभी

Answer: d. उपरोक्‍त सभी (a. वक्फ बोर्ड का पुनर्गठन, इसमें दो 2 गैर-मुस्लिम सदस्य होंगे; b. दान की हुई संपत्ति ही वक्‍फ संपत्ति मानी जाएगी; c. विवाद की स्थिति में ‘वक्‍फ ट्रिब्यूनल’ के अलावा भी अन्‍य अदालत में मुकदमा चल सकता है)

– नए कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अब तक छह याचिकाएं दाखिल हो चुकी हैं।

वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 {The Waqf (Amenment) Act, 2025}
– वक्फ का अर्थ: एक इस्लामिक परंपरा जिसके तहत कोई व्यक्ति अपनी संपत्ति धार्मिक/धार्मिक-सामाजिक उद्देश्य से स्थायी रूप से दान करता है।
– भारत में वक्फ प्रबंधन कैसे होता था : वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन वक्फ अधिनियम 1995 के तहत होता है, जिसे 2013 में संशोधित किया गया था।
– 2025 का संशोधन/नया कानून: बढ़ते विवादों, पारदर्शिता की कमी और कथित अव्यवस्थाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने वक्फ अधिनियम को संशोधित/विस्थापित कर नया कानून पेश किया।

वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 की मुख्य विशेषताएं
– वक्फ बोर्ड का पुनर्गठन: राज्य वक्फ बोर्डों के ढांचे में पारदर्शिता लाने की कोशिश। बोर्ड की नियुक्तियों में योग्यता और अनुभव को अनिवार्य बनाया गया।
– डिजिटल रिकॉर्डिंग और GIS मैपिंग: सभी वक्फ संपत्तियों का डिजिटलीकरण और GIS मैपिंग अनिवार्य। नकली दावे रोकने हेतु यूनिक ID सिस्टम।
– विवाद समाधान तंत्र (Dispute Resolution Mechanism): विशेष वक्फ न्यायाधिकरणों की स्थापना। समयबद्ध निपटारा और अपील की स्पष्ट प्रक्रिया।
– संपत्ति सुरक्षा प्रावधान: अतिक्रमण पर कठोर दंड। वक्फ संपत्तियों की लीज़ और उपयोग हेतु स्पष्ट नियम।
– धार्मिक स्वतंत्रता और सांप्रदायिक सौहार्द का संतुलन: संविधान के अनुच्छेद 25-28 के अंतर्गत धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने की कोशिश।

प्रासंगिक संवैधानिक और विधिक संदर्भ
– अनुच्छेद 25-28: धार्मिक स्वतंत्रता और धर्म के प्रचार/अभ्यास का अधिकार।
– अनुच्छेद 26: धार्मिक संस्थाओं को अपनी संपत्ति का प्रबंधन करने का अधिकार। नोट – यदि वक्फ बोर्ड अत्यधिक सरकारी हस्तक्षेप से संचालित हों, तो इसे “धार्मिक स्वतन्त्रता में अतिक्रमण” के रूप में देखा जा सकता है।
– संपत्ति का अधिकार (300A): किसी भी संपत्ति का अर्जन केवल विधि द्वारा किया जा सकता है।

समस्याएँ और विवाद
– गैर-मुस्लिमों द्वारा वक्फ दावों पर आपत्ति: कुछ संपत्तियाँ जिन पर गैर-मुस्लिमों का दावा था, उन्हें वक्फ घोषित कर दिया गया।
– राजनीतिक और सांप्रदायिक विवाद: कई राज्यों में विरोध और प्रदर्शन। इसे “एकतरफा कानून” कहकर आलोचना हुई।
– भ्रष्टाचार और अतिक्रमण: वक्फ संपत्तियों की हेराफेरी और अवैध कब्जों की शिकायतें लगातार बढ़ीं।

नए – पुराने कानून में 4 बड़े अंतर
1) नए बिल के अनुसार प्रॉपर्टी का मालिक ‘वक्‍फ ट्रिब्यूनल’ के अलावा रेवेन्यू कोर्ट, सिविल कोर्ट या अन्य ऊपरी कोर्ट में अपील कर सकेगा।
2) वक्‍फ ट्रिब्यूनल के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की जा सकेगी।
3) जब तक किसी ने प्रॉपर्टी वक्‍फ को दान न की हो, वह वक्‍फ संपत्ति नहीं होगी।
4) वक्‍फ बोर्ड में 2 महिलाओं और अन्य धर्म के 2 सदस्यों की नियुक्ति हो सकेगी।

नए कानून पर विवाद क्‍या है?
– बोर्ड में 2 गैर-मुस्लिम सदस्य शामिल होंगे। मुस्लिम समुदाय का कहना है इससे वक्‍फ की धार्मिक स्वतंत्रता पर प्रभाव पड़ेगा।
– वक्‍फ संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन जिला मजिस्ट्रेट के ऑफिस में किया जाएगा। विरोध करने वालों का कहना है कि इससे सरकार का नियंत्रण बढ़ेगा और वक्‍फ बोर्ड का संपत्तियों में दखल कम होगा।

Source: PIB  |  Indian Express

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6. तेलंगाना सरकार द्वारा हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पास के किस जंगल के पेड़ों को काटने का मामला चर्चा में रहा, जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी?
The matter of cutting of trees of which forest near Hyderabad Central University by the Telangana government was in the news, which was stayed by the Supreme Court?

a. सुंदरवन
b. राकसवन
c. विविनो कली
d. कांचा गोचीबोवली

Answer: d. कांचा गोचीबोवली

क्‍या है मामला
– दरअसल, तेलंगाना सरकार हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की करीब कांचा गाचीबोवली क्षेत्र में 400 एकड़ जमीन IT पार्क के लिए नीलाम करना चाहती है।
– सरकार का दावा है कि इस IT पार्क से 50 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट आएगा और 5 लाख नौकरियां पैदा होंगी।
– स्टूडेंट और टीचर जमीन नीलाम करने के विरोध में हैं। उनकी दलील है कि इस जमीन पर घना जंगल है। इसके खत्म होने से न सिर्फ यूनिवर्सिटी, बल्कि शहर के पर्यावरण पर बुरा असर पड़ेगा।
– अप्रैल 2025 की शुरुआत में सरकार ने यहां जेसीबी और अन्‍य मशीनों से जंगल को काटना शुरू कर दिया। इसका जबरदस्‍त विरोध हुआ और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा।

पर्यावरणीय चिंताएं:
– कांचा गाचीबोवली क्षेत्र में 237 पक्षी प्रजातियां, भारतीय स्टार कछुआ, चीतल हिरण, भारतीय रॉक पाइथन, और मॉनिटर लिज़ार्ड जैसी वन्यजीव प्रजातियां पाई जाती हैं।
– इस क्षेत्र का विकास इन प्रजातियों के आवास को नष्ट कर सकता है।
– यह भूमि हैदराबाद के कुछ शेष शहरी वनों में से एक है, जो शहर के पर्यावरण संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

कानूनी हस्तक्षेप
– सुप्रीम कोर्ट की रोक: छात्रों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं के विरोध के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने पेड़ों की कटाई पर अंतरिम रोक लगा दी और तेलंगाना सरकार को निर्देश दिया कि अगले आदेश तक कोई पेड़ न काटे जाएं।

कैसे हुआ? (How)
– तेलंगाना सरकार की कुछ परियोजनाओं के तहत जंगल की भूमि को “non-forest use” में परिवर्तित किया गया।
– बिना पर्यावरणीय मंजूरी (Environmental Clearance) के कई जगहों पर अतिक्रमण कर पेड़ काटे गए।
– पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन (EIA) रिपोर्ट को या तो दरकिनार कर दिया गया या पूरी पारदर्शिता से पेश नहीं किया गया।

तेलंगाना
सीएम – रेवंत रेड्डी
राजधानी – हैदराबाद

Source: The Hindu 

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7. विश्‍व स्वास्‍थ्‍य दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Health Day celebrated?

a. 7 अप्रैल
b. 6 अप्रैल
c. 5 अप्रैल
d. 4 अप्रैल

Answer: a. 7 अप्रैल

2025 की थीम
– स्वस्थ शुरुआत, आशापूर्ण भविष्य
– Healthy beginnings, hopeful futures

– विश्व स्वास्थ्य दिवस हर साल विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के स्थापना दिवस पर मनाया जाता है।
– WHO की स्‍थापना इसी दिन 1948 में हुई थी।
– WHO एक स्वायत्त संगठन है जो वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के तहत काम करता है।
– विश्व स्वास्थ्य दिवस का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में जिन स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, उनके बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना है।

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8. एलन मस्क के स्वामित्व वाली कंपनी X ने भारत के किस पोर्टल को सेंसरशिप पोर्टल कहा है, जिसे केंद्र सरकार ने दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया?
Which portal of India has been called a censorship portal by Company X, owned by Elon Musk, which the central government described as unfortunate and condemnable?

a. ई-गवर्नेंस पोर्टल
b. आयुष्मान भारत पोर्टल
c. सहयोग पोर्टल
d. सीसीसी पोर्टल

Answer: c. सहयोग पोर्टल

– केंद्र सरकार ने 28 मार्च 2025 को कर्नाटक हाई कोर्ट को सूचित किया कि लन मस्क के स्वामित्व वाली कंपनी X द्वारा भारत सरकार के सहयोग पोर्टल को सेंसरशिप पोर्टल बताना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।

सहयोग’ पोर्टल क्या है?
– पिछले साल 2024 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आपत्तिजनक सामग्री को ब्लॉक करने के आदेशों को तेजी से लागू करने के लिए सहयोग पोर्टल लॉन्च किया था। इसका रखरखाव भारतीय साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर (I4C) (I4C) द्वारा किया जाता है।

डिजिटल अरेस्‍ट मामले में कितने अकाउंट ब्‍लॉक
– केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार ने 26 मार्च को राज्यसभा में कहा, कि I4C ने 3,962 से अधिक स्काइप आईडी और 83,668 व्हाट्सएप खातों को ब्लॉक किया है। ये अकाउंट डिजिटल अरेस्‍ट मामलों में ब्‍लॉक किए हैं।
– इसके अलावा 28 फरवरी तक केंद्र ने 7.81 लाख सिम कार्ड और 2,08,469 IMEI नंबर भी ब्लॉक किए हैं।
– “डिजिटल अरेस्ट” शब्द दो हिस्सों से बना है—”डिजिटल” यानी वर्चुअल तरीके से और “अरेस्ट” यानी गिरफ्तारी। इसका मतलब है कि जब किसी को वर्चुअल तरीके से गिरफ्तार किया जाता है, तो उसे डिजिटल अरेस्ट कहते हैं।
– इसमें व्यक्ति अपने घर में ही रहकर कैद हो जाता है।

केंद्र सरकार ने एक्‍स के दावों का खंडन किया
– कोर्ट को सौंपे गए डिटेल जवाब में केंद्र ने भारत के सूचना अवरोधन ढांचे को चुनौती देने वाली अपनी याचिका में एक्स कॉर्प द्वारा किए गए दावों का खंडन किया।
– हाईकोर्ट वर्तमान में सोशल मीडिया पर सामग्री को नियंत्रित करने और हटाने का आदेश देने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 (IT Act) की धारा 79 (3) (बी) के सरकार के उपयोग के खिलाफ एक्स द्वारा चुनौती पर सुनवाई कर रहा है। कुछ न्‍यूज रिपोर्ट के अनुसार अब मामले पर सुनवाई 24 अप्रैल को होगी।

सहयोग पोर्टल के साथ X की समस्या क्या है?
– 5 मार्च 2025 को, एक्स ने सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया, जिसमें सहयोग पोर्टल पर खुद को अनिवार्य रूप से शामिल करने के उसके निर्देशों को चुनौती दी गई।
– X ने इसे एक “सेंसरशिप पोर्टल” बताया, जो सरकारी अधिकारियों को न्यायिक निरीक्षण को दरकिनार करने और सीधे सामग्री हटाने का आदेश देने की अनुमति देकर भारत की सेंसरशिप शक्तियों का विस्तार करता है।
– हालांकि, सरकार का कहना है कि सहयोग पोर्टल सिर्फ एक उपकरण है जो नियमों का पालन करने में मदद करता है, यह कोई सेंसरशिप तंत्र नहीं है, और बिना उचित प्रक्रिया के कोई भी सामग्री नहीं हटाई जाती।

कितने ऐप इस पोर्टल से जुड़ चुके हैं?
– इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, अब तक लगभग 15 आईटी मध्यस्थ या ऐप इस पोर्टल से जुड़ चुके हैं, जिनमें गूगल, मेटा, टेलीग्राम, क्वोरा, एप्पल और अमेज़न शामिल हैं।
– 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने आईटी अधिनियम की धारा 79(3)(बी) के अनुसार अपने अधिकारियों को अधिसूचित किया है और सहयोग पोर्टल पर शामिल किया है।

Source: Indian Express  | Business Standard

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9. एक्‍टर मनोज कुमार का निधन 4 अप्रैल 2025 को हो गया, उन्‍हें किस वर्ष दादा साहेब फाल्‍के अवॉर्ड मिला था?
Actor Manoj Kumar passed away on 4 April 2025, in which year did he receive the Dadasaheb Phalke Award?

a. 1996
b. 1999
c. 2015
d. 2020

Answer: c. 2015

– वह 87 वर्ष के थे।
– मनोज कुमार काफी समय से लिवर सिरोसिस से जूझ रहे थे।
– उन्हें भारत कुमार के उपनाम से भी जाना जाता था। उपकार, पूरब-पश्चिम, क्रांति, रोटी-कपड़ा और मकान उनकी बेहद कामयाब फिल्में रहीं।
– मनोज कुमार का असली नाम हरिकृष्ण गोस्वामी था।
– 24 जुलाई 1937 को एबटाबाद, ब्रिटिश इंडिया (अब खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान) में उनका जन्म हुआ था।

अवॉर्ड
1992 : पद्मश्री
2015 : दादा साहेब फाल्‍के अवॉर्ड

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10. बोधगया में महाबोधि महाविहार को गैर-बौद्ध नियंत्रण से मुक्‍त करने और किस अधिनियम को रद्द करने की मांग को लेकर बौद्ध भिक्षुओं ने आंदोलन किया?
Buddhist monks agitated demanding to free Mahabodhi Mahavihara in Bodh Gaya from non-Buddhist control and repeal of which Act?

a. बिहार भूमि सुधार अधिनियम, 1950
b. बोध गया टेम्पल एक्ट, 1949 (BGTA)
c. बिहार हिंदू धार्मिक न्यास अधिनियम, 1950
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: b. बोध गया टेम्पल एक्ट, 1949 (BGTA)

क्‍यों हो रहा आंदोलन
– बौद्ध लोग पिछले दो महीने (12 फरवरी 2025) से बोधगया में महाबोधि महाविहार को ब्राह्मण पंडों से मुक्‍त कराने के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
– आंदोलन कर रहे बौद्ध लोगों की मांग है कि जहां भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्‍त किया, उसका प्रबंधन विशेष बौद्ध बोर्ड के हाथों में होना चाहिए।
– प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मंदिर में हाल ही में हिंदू धार्मिक अनुष्ठानों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो कि स्वीकार्य नहीं है। और मंदिर प्रबंधन बोर्ड में हिंदुओं का प्रतिनिधित्व अधिक है और यह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 और 26 के विरुद्ध है जो धर्म चुनने, उसका पालन करने और उसे मानने की स्वतंत्रता की गारंटी देते हैं।

किन धर्म स्‍थलों में दूसरे धर्म लोग
– ऑल इंडिया बुद्धिस्ट फोरम के अध्यक्ष जंबू लामा ने मीडिया से कहा कि उनकी मांग बहुत सरल है।
– उन्होंने सवाल उठाया कि BTMC (बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमेटी) में बौद्ध धर्म के अलावा दूसरे धर्म के लोग क्यों हैं? उन्होंने कहा कि BTMC में केवल बौद्ध धर्म के लोग होने चाहिए।

BTMC में कितने सदस्‍य होते हैं?
– बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमेटी (BTMC) में कुल 9 सदस्य होते हैं, जिनमें 4 बौद्ध, 4 हिंदू और गया के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (DM) जो पदेन अध्यक्ष होते हैं।

महाबोधि महाविहार के बारे में
– महाबोधि महाविहार बौद्ध धर्म का एक बहुत ही महत्वपूर्ण और पवित्र स्थल है, जो बोधगया, बिहार, भारत में स्थित है।
– यह चार पवित्र स्थलों में से एक है।
– पहला मंदिर सम्राट अशोक ने तीसरी सदी ईसा पूर्व (लगभग 2300 साल पहले) बनवाया था। आज जो मंदिर हम देखते हैं, वह 5वीं या 6वीं सदी का है। यह ईंटों से बना हुआ सबसे पुराना बौद्ध मंदिरों में से एक है, जो गुप्त काल के अंत से भारत में अभी भी खड़ा है।
– महाविहार के अंदर एक बहुत पुराना बोधी वृक्ष है। इसी वृक्ष के नीचे भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई।
– इस महाविहार में महाबोधि स्‍तूप जो भगवान बुद्ध के ज्ञान की प्राप्ति के स्थल को चिह्नित करता है।

बौद्ध धर्म के चार पवित्र स्‍थल
1. बोधगया (बिहार) – बुद्ध ने ज्ञान प्राप्‍त किया
2. लुंबिनी (नेपाल) – बुद्ध की जन्‍मस्‍थली
3. सारनाथ (उत्तर प्रदेश) – बुद्ध का पहला उपदेश
4. कुशीनगर (उत्तर प्रदेश) – बुद्ध को परिनिर्वाण प्राप्‍त

Source:  The Hindu  |  The Lallantop


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