31 July 2025 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्‍वपूर्ण

यह 31 जुलाई 2025 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने भारत पर 1 अगस्‍त से कितना प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया, जिसके साथ-साथ जुर्माना भी लगेगा?
US President Trump announced to impose what percentage of tariff on India from August 1, along with which a penalty will also be imposed?

a. 15%
b. 25%
c. 35%
d. 45%

Answer: b. 25%

– अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत पर 1 अगस्त से 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है।
– ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका के साथ भारत का व्यापार घाटा बहुत ज्यादा है, इसलिए वे भारतीय सामानों पर टैरिफ लगा रहे हैं।

ट्रंप ने ऐलान क्‍या-क्‍या कहा?
– भारत, अमेरिका का दोस्त है, लेकिन पिछले कुछ सालों में अमेरिका ने उसके साथ कम व्यापार किया है क्योंकि उसके टैरिफ बहुत ज्यादा हैं। दरअसल, भारत की कई नीतियां ऐसी हैं जो अमेरिकी कंपनियों को व्यापार करने में मुश्किलें पैदा करती हैं।
– भारत आज भी अपने ज्यादातर हथियार रूस से खरीदता है। इतना ही नहीं, चीन के साथ मिलकर भारत, रूस से बड़ी मात्रा में तेल और गैस भी खरीदता है, जबकि पूरी दुनिया चाहती है कि रूस यूक्रेन में हिंसा रोके।
– ट्रंप ने ब्रिक्‍स को लेकर भारत पर कटाक्ष किया।

भारत ने क्‍या कहा
– राष्ट्रपति ट्रम्प के फैसलों पर भारत सरकार ने कहा है कि इस फैसले के असर को समझ रही है और देश के हितों को बचाने के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी।
– वाणिज्य मंत्रालय ने कहा- हमने अमेरिकी राष्ट्रपति के व्यापार वाले बयान को देखा है। हम इसके असर का अध्ययन कर रहे हैं। भारत और अमेरिका एक अच्छे और दोनों के लिए फायदेमंद व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं। हम इस मकसद को पूरा करने के लिए तैयार हैं।

टैरिफ क्‍या होता है?
– टैरिफ एक बॉर्डर शुल्क या टैक्स है।
– विदेश से आने वाले सामानों पर लगाया जाता है।
– इससे घरेलू मार्केट में विदेशी सामान महंगे हो जाते हैं।
– टैरिफ से सरकार की इनकम भी बढ़ती है।
– इसका मकसद घरेलू प्रोडक्शन को बढ़ावा देना और
देशी उद्योगों की रक्षा करना है।

भारत – अमेरिका के बीच ट्रेड की स्थिति
– फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में चीन के बाद अमेरिका भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्‍यापारिक साझेदार था।
– चीन के साथ कुल ट्रेड : 118.41 अरब डॉलर। एक्‍सपोर्ट 16.66 अरब डॉलर और इंपोर्ट 101.75 अरब डॉलर। घाटा 85.09 अरब डॉलर का है।
– जबकि अमेरिका के साथ कुल ट्रेड : 118.29 अरब डॉलर है। एक्‍सपोर्ट 77.62 अरब डॉलर और इंपोर्ट मात्र 40.77 अरब डॉलर। फायदा 36.74 अरब डॉलर का है।

टॉप 5 : भारत, अमेरिका को क्‍या बेचता है?
– पेट्रोलियम, दवाइयां और फार्मा, टेक्सटाइल्स, टेलीकॉम इंस्ट्रमेंट्स, मोती और महंगे पत्थर, इलेक्ट्रिक मशीनरी और इक्विपमेंट्स

टॉप 5 : भारत, अमेरिका से क्‍या खरीदता है?
– पेट्रोलियम क्रूड, गोल्ड, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स, इलेक्ट्रॉनिक, ‘कम्पोनेंट्स, कोयला और कोक

ट्रंप ने अचानक क्‍यों लिया फैसला, क्‍या यह प्रेशर टैक्टिस है?

कई देशों के साथ बेमेल ट्रेड डील
– डोनाल्ड ट्रम्प ने 17 जुलाई 2025 को कहा था कि जल्द ही अमेरिकी उत्पादों को भारत के बाजारों में पहुंच मिलने वाली है और इंडोनेशिया फॉर्मूले के तरह अमेरिकी उत्पादों पर भारत में भी जीरो टैरिफ लगेगा। लेकिन कई मुद्दों पर बातचीत में तनाव बना रहा।
– ट्रम्प ने 15 जुलाई को इंडोनेशिया पर 19% टैरिफ लगाया था। 1 अगस्त से इंडोनेशिया से अमेरिका जाने वाले सामानों पर 19% टैरिफ लगेगा। वहीं, अमेरिकी सामानों पर इंडोनेशिया में कोई टैरिफ नहीं लगेगा।
– जापान के जो डील हुआ वो और भी चौंकाने वाला है। जापान ने इस समझौते के तहत अमेरिका में 550 बिलियन डॉलर का निवेश करने पर सहमति व्यक्त की है, जिससे अमेरिका में “लाखों” नौकरियां पैदा होंगी। इसके अलावा, अमेरिका में जापानी आयात पर 15% टैरिफ लगेगा
– ऐसी ही स्थिति यूरोपीय यूनियन (चेयरमैन उर्सुला वॉन डेर लेयेन) के साथ ट्रेड डील के दौरान हुई। इस डील के अनुसार अमेरिकी सामानों पर कोई टैक्‍स नहीं लगेगा, लेकिन यूरोपीय यूनियन के देशों के सामानों पर 15% का टैक्‍स लगेगा। EU ने अगले वर्षों में अमेरिकी ऊर्जा में $750 अरब, और $600 अरब निवेश का वादा किया है। हालांकि विमान एवं उसके पुर्जे, कुछ रासायनिक उत्पाद, कुछ कृषि उत्पाद, generic दवाएं, critical raw materials, semiconductor उपकरण आदि टैक्‍स नहीं लगेगा। इस्पात और एल्युमीनियम पर 50% टैरिफ लागू रहेगा।
EU – US डील के बाद कई यूरोपीय देशों ने नाराजगी जताई है। जर्मनी कह रहा है कि हमारे हित बेच दिए। फ्रांस के प्रधानमंत्री फ्रांस्वा बायरू नाराज हैं, उन्‍होंने इस डील को काला दिन बताया था।

भारत-US डील में देरी क्‍यों हो रही है?
– भारत इस तरह की डील (EU – US, इंडोनेशिया – US) से बचना चाह रहा है।
इसी वजह से भारत – अमेरिका के बीच ट्रेड डील में देरी हो रही है।
– भारत यह कोशिश कर रहा है कि लेबर इंटेंसिव इंडस्‍ट्री जैसे लेदर, हीरे-जवाहरात, एग्रीकल्‍चर, जिसमें बड़े पैमाने पर लेबर लगा है। भारत चाहता है कि इस तरह के सामान पर अमेरिका, टैरिफ कम लगाए। ताकि दूसरे देशों की प्रतिष्‍पर्धा में भारत के सामान की कीमत सही रहे।
डेयरी प्रोडक्‍ट के मामले में भी भारत और अमेरिका के बीच तकरार चल रही है। दरअसल, अमेरिका में मवेशियों को चारे के तौर पर एनिमल मीट खिलाया जाता है। ऐसे में मवेशी जो दूध देते हैं, उसे चर्चाओं में नॉनवेज मिल्‍क कहा जाता है। भारत इस दूध को जीरो टेरिफ या बेहद कम टैरिफ पर अनुमति नहीं देना चाहता है। इसकी अनुमति देना, भारत पशु पालकों की कमर तोड़ने के समान होगा।
– ट्रंप ने 1 अगस्‍त 2025 से भारतीय प्रोडक्‍ट पर 25% टैरिफ लगा दिया है। कुछ विशेषज्ञ कहते हैं कि, यह प्रेशर टैक्टिस है। ताकि भारत के नेगोशिएटर घबरा जाएं और डील कर लें।
इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स मामले में भी भारत, अमेरिका की आंखों का काटा बन गया है। हाल ही में खबर आई थी कि अमेरिका में बिकने वाले तीन में से एक मोबाइल फोन भारत से निर्यात हो रहे हैं। भारत बड़ा निर्यातक बन गया है। उनको इस बात से भी चिढ़ है। हो सकता है कि इस बात पर मामला अंटका हो कि चूकि चीन से फोन के पार्ट बनकर आ रहे हैं और असेंबल भारत में हो रहा है, तो उसपर अमेरिका ज्‍यादा टैरिफ लगाना चाह रहा है। जैसा कि वियतनाम पर हुआ। वहां के सामान पर अमेरिका ने 20 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, लेकिन चीन में बने हिस्‍से को अगर वियतनाम में असेंबल किए जाने वाले फोन पर 40 प्रतिशत टैरिफ लगेगा।
– अगस्‍त लास्‍ट वीक में ट्रेड डील के लिए अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भारत आने वाला है।

रूस से कारोबार पर जुर्माने का क्‍या मतलब है?
– ट्रंप ने जुर्माना दो वजहों से लगाया है – पहला, रूस से सैन्‍य उपकरण की आपूर्ति व कच्‍चे तेल का आयात और दूसरा, ब्रिक्‍स में भारत की उभरती हुई भूमिका।
– ट्रंप ने जनवरी में कहा था कि राष्‍ट्रपति बनते ही रूस-यूक्रेन युद्ध रोक दिया जाएगा। लेकिन महीनों बाद तक ऐसा नहीं हुआ।
– पुतिन के सामने ट्रंप की कुछ नहीं चल पा रहा है। अमेरिकी वोटर्स का दबाव है।
– एक और बात कि अमेरिका चाहता है कि भारत, रूस से मिलिटरी इक्‍यूपमेंट खरीदना कम करे और अमेरिका से ज्‍यादा खरीदे।
भारत के लिए समस्‍या है कि पाकिस्‍तान भी अमेरिका से मिलिटरी इक्‍यूपमेंट खरीदता है, ऐसे में भारत के लिए पूरी तरह से अमेरिका पर निर्भर रहना ठीक नहीं होगा। अमेरिका, भारत को F35 फाइटर जेट बेचना चाहता है।
– 2019 में भारत ने जब पाकिस्‍तान के बालाकोट में एयर स्‍ट्राइक किया था, तब पाकिस्‍तान ने भारत के खिलाफ F16 का इस्‍तेमाल किया। उस समय अमेरिका ने बिना अनुमति के भारत के खिलाफ इस फाइटर जेट के इस्‍तेमाल पर फटकार लगाई थी।
– मतलब कि एक तो अमेरिका से फाइटर जेट खरीदें और उसके इस्‍तेमाल के लिए भी हर बार पर्मिशन लें। यह भारत की सुरक्षा के लिए सही नहीं होगा।

ऑयल मामला
– ट्रंप अगर तेल के मामले में ज़िद करते हैं तो भारत इस मामले थोड़ा झुक सकता है. झुकने का मतलब है कि अभी भारत अपने कुल तेल आयात का 40 प्रतिशत रूस से ख़रीद रहा है। अमेरिका चाहता है कि भारत ऐसा न करे।
– भारत के पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि ‘हम किसी भी तरह के दबाव में नहीं हैं. भारत का तेल आयात किसी देश पर निर्भर नहीं है. हम पूरे मामले में किसी तरह से परेशान नहीं हैं. अगर कुछ होता है, तो हम उसे संभाल लेंगे. तेल आपूर्ति को लेकर कोई समस्या नहीं है.”

ब्रिक्‍स मामला
– ट्रंप ने भारत की ब्रिक्स देशों के समूह की सदस्यता को भी जुर्माने का एक अन्य कारण बताया।
– ट्रंप ने कहा – आप जानते हैं कि ब्रिक्स मूलतः उन देशों का समूह है जो अमेरिका विरोधी हैं, और अगर आप यकीन कर सकते हैं तो भारत भी इसका सदस्य है।
– उन्होंने आगे कहा, “यह डॉलर पर हमला है, और हम किसी को भी डॉलर पर हमला नहीं करने देंगे। इसलिए यह आंशिक रूप से ब्रिक्स का मामला है, और आंशिक रूप से व्यापार का… यह व्यापार की स्थिति… यह घाटा है, हमारा घाटा बहुत ज़्यादा था।”

टैरिफ़ से कितना नुक़सान?
– अमेरिका में भारत का एक्सपोर्ट GDP का 2.4% है. भारत की GDP ₹100 है तो अमेरिका में सामान बेचने की हिस्सेदारी ₹2.40 . ऐसा तो है नहीं कि टैरिफ़ से वहाँ भारत का एक्सपोर्ट ज़ीरो हो जाएगा. ग्रोथ पर असर 0.2% -0.6% तक पड़ने की आशंका है यानी इतनी ग्रोथ कम हो सकती है.

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2. अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने भारत के किस पड़ोसी देश के साथ वहां विशाल तेल भंडार विकसित करने का समझौता किया?
With which neighbouring country of India did US President Donald Trump sign an agreement to develop huge oil reserves there?

a. पाकिस्‍तान
b. भूटान
c. चीन
d. श्रीलंका

Answer: a. पाकिस्‍तान

– भारत पर अतिरिक्त जुर्माने के साथ 25% टैरिफ की घोषणा करने के कुछ घंटों बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 30 जुलाई, 2025 को पाकिस्तान के साथ एक व्यापार समझौते की घोषणा की।
– इस समझौते में पाकिस्तान में तेल भंडार विकसित करने के लिए एक संयुक्त पहल की बात कही गई।
– इसमें यहां तक कि यह विचार भी पेश किया गया कि “किसी दिन” इस्लामाबाद नई दिल्ली को तेल बेच सकता है।
– ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में, श्री ट्रम्प ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और पाकिस्तान वर्तमान में साझेदारी के लिए तेल कंपनी का चयन करने की प्रक्रिया में हैं।

ट्रंप ने क्‍या कहा
– “हमने अभी-अभी पाकिस्तान के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत पाकिस्तान और अमेरिका अपने विशाल तेल भंडारों को विकसित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। हम उस तेल कंपनी को चुनने की प्रक्रिया में हैं जो इस साझेदारी का नेतृत्व करेगी। कौन जाने, हो सकता है कि वे किसी दिन भारत को भी तेल बेचें!”

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3. इसरो और नासा ने संयुक्‍त रूप से अब तक का सबसे महंगा और सबसे पावरफुल अर्थ ऑब्‍जर्वेशन सैटेलाइट जुलाई 2025 में लॉन्‍च किया गया, इसका नाम बताएं?
ISRO and NASA jointly launched the most expensive and most powerful Earth observation satellite ever in July 2025, name it?

a. विहार
b. निसार
c. नागर
d. विमान

Answer: b. निसार

– NISAR : NASA-ISRO सिंथेटिक एपर्चर रडार
– खर्च : 1.5 बिलियन डॉलर (लगभग 12,500 करोड़ रुपए)

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4. इसरो और नासा के सैटेलाइट “निसार” का उद्देश्‍य क्‍या है?
What are the purpose of ISRO and NASA’s satellite “NISAR”?

a. पृथ्वी का मैप तैयार करना
b. पृथ्‍वी के जियोग्राफिकल बदलावों को रिकॉर्ड करना
c. धरती और उसके पर्यावरण को करीब से समझना
d. उपरोक्‍त सभी

Answer: d. उपरोक्‍त सभी (पृथ्वी का मैप तैयार करना, पृथ्‍वी के जियोग्राफिकल बदलावों को रिकॉर्ड करना, धरती और उसके पर्यावरण को करीब से समझना)

– NISAR : NASA-ISRO सिंथेटिक एपर्चर रडार
– खर्च : 1.5 बिलियन डॉलर (लगभग 12,500 करोड़ रुपए)
– कब लॉन्‍च किया गया : 30 जुलाई 2025
– किस रॉकेट से लॉच किया गया : GSLV-F16
– कहां से लॉच्‍ किया गया : श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश
– कितनी ऊंचाई पर तैनात रहेगा NISAR सैटेलाइट : 743 किलोमीटर
– निसार 747 Km की ऊंचाई पर पोलर ऑर्बिट में चक्कर लगाएगा।
– पोलर ऑर्बिट एक ऐसी कक्षा है जिसमें सैटेलाइट धरती के ध्रुवों के ऊपर से गुजरता है।
– मिशन की अवधि : 5 साल है। यह सैटेलाइट 97 मिनट में पृथ्वी का एक चक्कर लगा लेगा।
– 12 दिनों में 1,173 चक्कर लगाकर यह पृथ्वी की लगभग हर इंच जमीन को मैप कर लेगा।
– इसके पास बादलों, घने जंगल, धुएं और यहां तक कि अंधेरे में भी देखने की क्षमता देता है।
– यह धरती की सतह पर बहुत छोटे बदलावों को भी देख सकता है।

मिशन के मुख्य उद्देश्य
निसार मिशन का मुख्य मकसद है धरती और उसके पर्यावरण को करीब से समझना। ये सैटेलाइट खास तौर पर तीन चीजों पर नजर रखेगा:
– जमीन और बर्फ के बदलाव: ये देखेगा कि धरती की सतह या ग्लेशियर्स में कितना बदलाव हो रहा है। जैसे जमीन का धंसना या बर्फ का पिघलना।
– जमीन के पारिस्थितिक तंत्र: जंगलों, खेतों और दूसरी प्राकृतिक जगहों की स्थिति को मॉनिटर करेगा, ताकि ये समझा जा सके कि पर्यावरण कैसा है।
– समुद्री क्षेत्र: समुद्र की लहरों, उनके बदलावों और समुद्री पर्यावरण को ट्रैक करेगा।
– इसरो का कहना है कि निसार उपग्रह भूमि, समुद्र, बर्फ और वनस्पति में होने वाले छोटे-छोटे बदलावों का भी पता लगा सकता है; नासा का कहना है कि निसार प्राकृतिक आपदाओं पर तेजी से प्रतिक्रिया देने में निर्णयकर्ताओं की मदद करेगा और साथ ही फसल उत्पादन में सुधार के लिए कृषि भूमि का मानचित्र तैयार करने में भी मदद करेगा।

ये पारंपरिक सैटेलाइट्स से कैसे अलग है?
– पृथ्वी के तेजी से हो रहे बदलाव को पारंपरिक सैटेलाइट्स से बिल्कुल सटीक तरीके से ट्रैक नहीं किया जा सकता।
– निसार इस कमी को पूरा करता है। ये हर मौसम में हाई-क्वालिटी तस्वीरें लेता है। ये धरती की हर छोटी-बड़ी हरकत को लगभग रियल-टाइम में दिखाएगा।

निसार सैटेलाइट कैसे काम करता है?
– जवाब: निसार में एक 12 मीटर डायमीटर का गोल्ड प्लेटेड रडार एंटीना है, जो 9 मीटर लंबी बूम से जुड़ा है। ये एंटीना माइक्रोवेव सिग्नल्स को धरती पर भेजता है, जो वापस लौटकर जानकारी देती है। खास बात ये है कि इसे सूरज की रोशनी की जरूरत नहीं है।
– यह ये पहला सैटेलाइट है जो दो तरह के रडार-NASA के L-बैंड और ISRO के S-बैंड का इस्तेमाल करेगा।
– एल-बैंड: 24 सेंटीमीटर की वेवलेंथ। ये जंगलों या मोटी सतहों के अंदर देखने में बेहतर है।
– एस-बैंड: 9 सेंटीमीटर की वेवलेंथ। ये तरंगें ज्यादा बारीक चीजों को पकड़ने में मदद करती हैं।
– सैटेलाइट को पूरी तरह से तैनात होने में 90 दिन लगेंगे और सभी प्रणालियों के परीक्षण पूरे होने के बाद यह डेटा इकट्ठा करना शुरू करेगा.

– इसरो के चेयरमैन डॉ. वी नारायणन

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5. विश्व रेंजर दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Ranger Day celebrated?

a. 28 जुलाई
b. 29 जुलाई
c. 30 जुलाई
d. 31 जुलाई

Answer: d. 31 जुलाई

– यह दिवस ड्यूटी के दौरान मारे गए या घायल हुए रेंजरों को याद करने और और दुनिया की प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए रेंजर्स के प्रयासों की जागरूकता के लिए मनाया जाता है।

रेंजर्स कौन हैं?
– रेंजर का काम प्रकृति का संरक्षण करना होता है।
– वन विभाग में रेंजर पद होता है, जो जंगल में घूमकर वन संपदा और जानवरों की रक्षा करता है।

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6. भारत का पहला AI-आधारित सड़क सुरक्षा पायलट प्रोजेक्ट किस राज्य में शुरू हुआ है?
India’s first AI-based road safety pilot project has started in which state?

a. उत्तर प्रदेश
b. मध्‍य प्रदेश
c. बिहार
d. राजस्‍थान

Answer: a. उत्तर प्रदेश

– भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इस परियोजना को औपचारिक अनापत्ति (NOC) दे दी है।
– इससे सड़क दुर्घटनाओं के पीछे तकनीकी गड़बडि़यों का पता जल्द ही लगाया जा सकेगा।
– मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह पहल मोटर यान अधिनियम 1988 व केंद्रीय मोटर यान नियमावली 1989 का पूर्ण पालन करेगी और केंद्र सरकार पर कोई वित्तीय भार नहीं डालेगी।

– दरअसल, उत्तर प्रदेश सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाओं वाले राज्यों में से एक है।
– वर्ष 2025 जनवरी से जून तक कुल 25,830 सड़क दुर्घटनाओं से 14,205 लोगों की मौत हुई है।
– दुर्घटनाएं खराब रोड इंजीनियरिंग, मौसम की गड़बड़ी, ड्राइवरों की कमी या अन्य कारणों से हुईं। – इसका कोई विश्लेषण ही नहीं किया गया है।

छह सप्ताह में बनेगी रिपोर्ट
– पायलट प्रोजेक्ट के तहत AI (आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस) का उपयोग कर प्रारंभिक प्रूफ ऑफ कंसेप्ट का चरण छह सप्ताह में पूरा करना होगा।
– इसके तहत डाटा एकत्र कर दुर्घटना रिपोर्ट तैयार कर उसे सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजा जाएगा।

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7. फॉर्मूला वन बेल्जियन ग्रां प्री 2025 का विजेता कौन रहा?
Who was the winner of Formula One Belgian Grand Prix 2025?

a. ऑस्कर पियास्त्री
b. चार्ल्स लेक्लर
c. माइकल शूमाकर
d. लैंडो नोरिस

Answer: a. ऑस्कर पियास्त्री

– 27 जुलाई 2025 को बेल्जियम के स्पा में स्पा-फ्रैंकोरचैम्प्स रेसट्रैक पर मुकाबला हुआ।
– इसमें ऑस्ट्रेलिया के मैकलारेन ड्राइवर ऑस्कर पियास्त्री ने विजेता का खिताब जीता।
– ऑस्कर पियास्ट्री ने फिनिश लाइन पार की, तो चेकर्ड ध्वज लहराया गया।
– दूसरे स्थान प्राप्त करने वाले ब्रिटेन के मैकलारेन ड्राइवर लैंडो नोरिस और तीसरे स्थान पर मोनाको के फेरारी ड्राइवर चार्ल्स लेक्लर रहे।

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8. FISU वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 में भारत ने दो गोल्‍ड सहित कितने पदक प्राप्‍त करके 20वां स्‍थान प्राप्‍त किया?
India ranked 20th in the FISU World University Games 2025 by winning how many medals including two gold?

a. 12
b. 11
c. 10
d. 9

Answer: a. 12 (दो गोल्‍ड, पांच सिल्‍वर और पांच ब्रॉन्‍ज मेडेल)

– FISU : International University Sports Federation
– FISU वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 का कहां आयोजन हुआ : जर्मनी
– कब : जुलाई में
– भारत का स्‍थान : 20वां
– भारत को कुल पदक : 12 (दो गोल्‍ड, पांच सिल्‍वर और पांच ब्रॉन्‍ज मेडेल)
– पहले स्‍थान पर कौन सा देश : जापान (34 सहित 79 मेडेल)

तीरंदाजी: 5 मेडेल
– साहिल राजेश जाधव : पुरुषों की कंपाउंड व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक
– पारनीत कौर : महिलाओं की व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत पदक
– मिक्स्ड टीम : स्वर्ण पदक
– पुरुष टीम : रजत पदक
– महिला टीम : कांस्य पदक

बैडमिंटन और टेनिस: 2 मेडेल
– भारत ने मिक्स्ड टीम बैडमिंटन में कांस्य पदक जीता
– वैष्णवी अडकर ने टेनिस एकल में कांस्य पदक जीता।

एथलेटिक्स : 5 मेडेल
– प्रवीण चित्रावेल : पुरुषों की ट्रिपल जंप में रजत पदक
– सीमा : महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ में रजत पदक
– अंकिता ध्यानी : रजत : एथलेटिक्स (वूमेंस 5000 मीटर स्टीपलचेज)
– पुरुषों की 4×100 मीटर रिले टीम (लालू प्रसाद भोई, अनिमेष कुजूर, मणिकंता होबलीधर और दोंदापति मृत्युम जयाराम) ने 38.89 सेकंड में दौड़ पूरी कर कांस्य पदक जीता
– सेजल सिंह, मुनिता प्रजापति, मानसी नेगी : कांस्य : एथलेटिक्स (वूमेंस 20 किमी रेस वॉक टीम)

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9. 57वें इंटरनेशनल केमिस्ट्री ओलंपियाड में भारत कितने मेडेल जीतकर छठे स्‍थान पर रहा?
India ranked sixth in the 57th International Chemistry Olympiad by winning how many medals?

a. 2 गोल्‍ड
b. 2 सिल्‍वर
c. 4 ब्रॉन्‍ज
d. a और b दोनों

Answer: d. a और b दोनों (2 गोल्‍ड और 2 सिल्‍वर)

विजेताओं के नाम
– गोल्‍ड मेडेल विजेता : महाराष्ट्र के जलगाँव निवासी देवेश पंकज भैया और तेलंगाना के हैदराबाद निवासी संदीप कुची
– सिल्‍वर मेडेल : ओडिशा के भुवनेश्वर निवासी देबदत्त प्रियदर्शी और नई दिल्ली के उज्ज्वल केसरी

– आयोजन 5 से 14 जुलाई तक दुबई में हुआ, जिसमें 90 देशों के 354 छात्रों ने भाग लिया।
– भारत का प्रतिनिधित्व चार छात्रों की टीम ने किया, जिनका चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं से हुआ था।
– भारतीय टीम का चयन और प्रशिक्षण टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (टीआईएफआर) के अंतर्गत मुंबई स्थित होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केंद्र (एचबीसीएसई) द्वारा किया गया।
– भारत 1999 से IChO में भाग ले रहा है और लगातार अच्छा प्रदर्शन करता आया है।
– इंटरनेशनल केमिस्ट्री ओलंपियाड (IChO) एक वार्षिक वैश्विक प्रतियोगिता है जिसमें दुनिया भर के सबसे प्रतिभाशाली स्कूली छात्र रसायन शास्त्र के सैद्धांतिक ज्ञान और प्रयोगात्मक कौशल में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करते हैं।

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10. किस भारतीय खिलाड़ी ने 29वीं एशियाई युवा टेबल टेनिस चैंपियनशिप में अंडर-15 बालिकाओं के एकल में गोल्‍ड मेडेल जीता?
Which Indian player won the gold medal in the under-15 girls’ singles at the 29th Asian Youth Table Tennis Championship?

a. राकेश परमार
b. आभा सिन्‍हा
c. दिव्यांशी भौमिक
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: c. दिव्यांशी भौमिक

– 14 वर्षीय दिव्यांशी इस चैंपियनशिप की अंडर-15 कैटेगरी में खेल रही थीं।
– चीन की झू किहुई को हराकर दिव्यांशी भौमिक ने यह खिताब जीता।
– 36 वर्षों बाद किसी भारतीय खिलाड़ी ने गोल्‍ड मेडेल खिताब जीता है।
– भारत ने इस कड़ी प्रतियोगिता में एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदकों अपने नाम किए।


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