31 जनवरी 2025 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्‍वपूर्ण

यह 31 जनवरी 2025 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. भारत और किस देश ने कई वर्षों बाद सीधी उड़ानें, वीजा, कई आदान-प्रदान और गर्मी में तीर्थयात्रियों के लिए मानसरोवर यात्रा शुरू करने पर सहमति व्‍यक्‍त की?
India and which country, after several years, agreed to start direct flights, visas, multiple exchanges and Mansarovar Yatra for pilgrims in summer?

a. पाकिस्‍तान
b. बांग्‍लादेश
c. नेपाल
d. चीन

Answer: d. चीन

– विदेश सचिव विक्रम मिस्री और चीनी उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग के बीच 27 जनवरी 2025 को बीजिंग में हुई बैठक के दौरान विभिन्न उपायों को पुनर्जीवित करने के निर्णय लिए गए।
– दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें, वीजा, कई आदान-प्रदान और इस गर्मी में तीर्थयात्रियों के लिए मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने के लिए ठोस उपायों पर सहमति बनी। उपायों को शुरू करने के लिए अभी कोई डेट नहीं बताई है।
– और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने दोनों देशों के बीच “आपसी संदेह और मनमुटाव” को समाप्त करने का आह्वान किया।

कैलाश मानसरोवर के बारे में
– कैलाश-मानसरोवर हिन्दुओं के सबसे पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है।
– कैलाश पर्वत को भगवान शिव और माता पार्वती का पवित्र निवास स्थान माना जाता है। इस पर्वत को 30 मिलियन साल पुराना माना जाता है।
– जैन, बौद्ध और तिब्बत के लोग भी इस पर्वत को अत्यधिक धार्मिक मान्यता देते हैं।
– कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने के लिए प्रत्‍येक भारतीय व्‍यक्ति को वीजा की जरूरत पड़ती है, क्‍योंकि कैलाश पर्वत तिब्‍बत में है और तिब्‍बत पर चीन का कब्‍जा है।

कैलाश मानसरोवर जाने के लिए तीन रास्ते हैं:
– उत्तराखंड का लिपुलेख दर्रा मार्ग से यात्रा में 24 दिन लगते हैं।
– सिक्किम का नाथू ला दर्रा मार्ग से यात्रा में 21 दिन लगते हैं।
– तिब्बत का शिगात्से मार्ग से यात्रा में 13 रात और 14 दिन लगते हैं।

कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए दो समझौता
1. मई 2013 में भारत और चीन के बीच लिपुलेख दर्रा मार्ग से कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए पहला समझौता हुआ।
2. सितंबर 2014 में भारत और चीन के बीच नाथुला दर्रा मार्ग से कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए दूसरा समझौता हुआ।

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फ्लाइट सर्विस और मानसरोवर यात्रा कब से बंद थी
– कैलाश मानसरोवर यात्रा और भारत-चीन के बीच फ्लाइट सर्विस वर्ष 2020 से बंद थी।
– जून 2020 में भारत और चीन के बीच डोकलाम विवाद हुआ था।
– और कोविड-19 की पहली लहर मार्च 2020 में आई थी।
– कोविड महामारी से पहले दोनों देशों के बीच प्रति म‍हीने 539 उड़ानें थीं।
नोट: आपको बता दें कि भारत-चीन समझौते ने वर्ष 1954 में इस यात्रा के लिए अनुमति दी। 1959 में तिब्‍बती विद्रोह और 1962 में भारत-चीन युद्ध के कारण यह यात्रा बंद कर दी गई। वर्ष 1981 में भारत-चीन के बीच एक समझौते के बाद ये यात्रा फिर शुरू हुई। इसके बाद कोविड-19 के कारण यात्रा को रोक दिया गया। अब यह यात्रा 2025 में शुरू हो सकती है।

दोनों देश के संबंध कब से ठीक होना शुरू हुए?
– विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अक्टूबर 2024 में कज़ान में हुई बैठक में सहमति बनी थी, दोनों पक्षों ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति की व्यापक समीक्षा की और संबंधों को स्थिर करने और फिर से सुधारने के लिए कुछ जन-केंद्रित कदम उठाने पर सहमति जताई।

इन मुद्दों के लिए जल्‍द होगी बैठक
– भारत और चीन की टेक्निकल टीम सीधी उड़ान सेवाएं शुरू करने के लिए जल्द बात करेंगे।
– सहयोग और समझ बढ़ाने के लिए मीडिया और थिंक टैंक की बातचीत को बढ़ावा दिया जाएगा।
– दोनों देश रिश्तों की 75वीं सालगिरह मिलकर मनाएंगे।
– जल डेटा साझा करने और सीमा पार नदियों पर सहयोग के लिए विशेषज्ञों की बैठक होगी।
– बैठक कब होंगी इसकी डेट अभी नहीं आई है।

भारतीय क्षेत्र से तीर्थयात्रियों को कैलाश शिखर का दर्शन
– तीर्थयात्रियों के पहले जत्‍थे ने अक्‍टूबर 2024 में भारतीय क्षेत्र के अंदर से कैलाश शिखर को देखा था।
– तीर्थयात्रियों ने ओल्‍ड लिपुलेख दर्रे से कैलाश शिखर (कैलाश-मानसरोवर यात्रा) को देखा।
– यह दर्रा समुद्र तल से 17000 फुट की ऊंचाई पर है।
– कैलाश चोटी का नज़ारा देखने के लिए तीर्थयात्रियों उन्हें ओल्‍ड लिपुलेख दर्रे तक 2.5 किलोमीटर की चढ़ाई करनी पड़ती है।
– इससे पहले, तीर्थयात्रियों को शिखर के दर्शन के लिए तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र जाना पड़ता था।
– कैलाश पर्वत को भगवान शिव का निवास माना जाता है।

किसने खोजी यह जगह
– अक्‍टूबर 2024 से कुछ महीन पहले ही उत्तराखंड पर्यटन विभाग, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के अधिकारियों की एक टीम ने उस स्थान की खोज की, जहां से कैलाश पर्वत स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।

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2. किन दो भारतीय शहरों को वैश्विक वेटलैंड मान्यता प्राप्त शहरों की सूची में शामिल किया गया है?
Which two Indian cities have been included in the list of global wetland recognized cities?

a. इंदौर और उदयपुर
b. बेंगलुरु और हैदराबाद
c. इंदौर और बेंगलुरु
d. उदयपुर और हैदराबाद

Answer: a. इंदौर और उदयपुर

– 31 नए मान्यता प्राप्त वेटलैंड शहरों की सूची, 24 जनवरी, 2025 को स्थायी समिति की 64वीं बैठक में घोषित की गई।
– इंदौर (मध्य प्रदेश) और उदयपुर (राजस्थान) ‘वेटलैंड सिटीज़’ के रूप में अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करने वाले पहले दो भारतीय शहर बन गए।
– इसके साथ ही मान्‍यता प्राप्‍त वेटलैंड शहरों की कुल संख्‍या 74 हो पहुंच गई है।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर और उदयपुर को रामसर कन्वेंशन की दुनिया भर के 31 वेटलैंड मान्यता प्राप्त शहरों की सूची में शामिल किए जाने पर बधाई दी।
– दिसंबर 2024 में, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने तीन भारतीय शहरों इंदौर, उदयपुर और भोपाल को वेटलैंड सिटी मान्यता के लिए नामिनेट किया था।
– इनमें से इंदौर, उदयपुर वेटलैंड सिटी के लिए चुने गए।
– वेटलैंड्स बाढ़ नियंत्रण, पारिस्थितिक संरक्षण और चरम जलवायु घटनाओं को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इंदौर : यह भारत का सबसे स्‍वच्छ शहर है। इस शहर में एक रामसर साइट साइट सिरपुर झील है। यह जल पक्षी संगम क्षेत्र के रूप में महत्वपूर्ण है और इसे पक्षी अभयारण्य के रूप में विकसित किया जा रहा है।
उदयपुर : इसे झीलों के शहर रूप में जाना जाता है। यहां पांच महत्‍वपूर्ण वेटलैंड है, पिछोला, फतेहसागर, रंगसागर, स्वरूपसागर, और दूध तलाई।

31 नए मान्यता प्राप्त वेटलैंड शहर
– अर्जेंटीना: ट्रेलेव
– बेल्जियम: मेकलेन
– बोत्सवाना: कसाने-कज़ुंगुला, शाकावे
– चिली: वाल्डिविया
– चीन: चोंगमिंग, डाली, फ़ूज़ौ, हांग्जो, जिउजियांग, ल्हासा, सूज़ौ, वेनझोउ, यूयांग
– फ़्रांस: एब्बेविल, आर्ल्स, हैम्पिग्नी
– भारत: इंदौर, उदयपुर
– ईरान (इस्लामिक गणराज्य): बाबोल, बंदर किआशर, गैंडोमन
– जापान: नागोया शहर
– मोरक्को: मेहद्या
– फिलीपींस: बलांगा शहर
– पोलैंड: पॉज़्नान
– कोरिया गणराज्य: गिम्हे, मुंगयोंग
– सर्बिया: नोवी दुखद
– स्विट्जरलैंड: जिनेवा
– जिम्बाब्वे: विक्टोरिया फॉल्स

वेटलैंड सिटी मान्यता (WCA) के बारे में
– मान्यता प्राप्त वेटलैंड शहर (WCA) एक स्‍वैच्छिक मान्‍यता प्रणाली है।
– इसे वर्ष 2015 में COP12 सम्‍मेलन के दौरान में रामसर कन्वेंशन के तहत स्‍थापति किया गया था।
– यह उन शहरों को मान्यता देती है, जिन्होंने अपने शहरी वेटलैंड्स की सुरक्षा के लिए बेहतर कदम उठाए हैं।

वेटलैंड किसे कहते हैं?
– यह ऐसी नम भूमि (wetland) होती है, जहां बारिश के समय पानी जमा होता है। साथ ही इस क्षेत्र में पक्षियों की बड़ी संख्या में प्रजाति भी पाई जाती है।
– पिछले वर्षों में कई साइट को रामसर साइट में शामिल किया गया है इसके संरक्षण के लिए यूनेस्को मदद देता है।
– विश्व आर्द्रभूमि दिवस हर साल 2 फ़रवरी को मनाया जाता है

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रामसर स्‍थल के बारे में

रामसर स्‍थल क्‍यों कहते हैं?
– रामसर, ईरान का एक शहर है।
– यहां पर 2 फरवरी, 1971 को रामसर आर्द्रभूमि समझौता (Ramsar Convention on Wetlands) पर दुनिया के देशों ने सिग्नेचर किए थे।
– इसलिए इसे रामसर संधि कहा जाता है. कुछ लोग इस संधि को आर्द्रभूमि संधि (Wetland Convention) भी कहते हैं।
– यह 1975 में लागू हुई।
– इस संधि का औपचारिक नाम है – अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व, विशेषकर जल पक्षी आवास के रूप में आर्द्रभूमियों के विषय में संधि।
– यह एक अंतर-सरकारी संधि है जो आर्द्रभूमि के संरक्षण और समुचित उपयोग के सम्बन्ध में मार्गदर्शन करती है।
– भारत ने 1982 में इस संधि पर हस्ताक्षर किए।
– भारत में आर्द्रभूमि (वेटलैंड) के संरक्षण के मामलों के लिए केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु-परिवर्तन मंत्रालय नोडल मंत्रालय घोषित है।

भारत के 85 रामसर स्‍थल (अगस्‍त 2024 तक)
1. अस्थमुड़ी वेटलैंड, केरल
2. ब्यास कंजर्वेशन रिजर्व, पंजाब
3. भितरकनिका मैंग्रोव, उड़ीसा
4. भोज वेटलैंड्स, मप्र
5. चंदेरटल वेटलैंड, हिमाचल प्रदेश
6. चिल्का झील, उड़ीसा
7. दीपोर बील, असम
8. पूर्वी कोलकाता वेटलैंड्स, पश्चिम बंगाल
9. हरिके झील, पंजाब
10. होकेरा वेटलैंड, जम्मू और कश्मीर
11. कांजली झील, पंजाब
12. केवलादेव घाना एनपी, राजस्थान
13. केशोपुर-मियां सामुदायिक रिजर्व, पंजाब
14. कोल्लेरू झील, आंध्र प्रदेश
15. लोकतक झील, मणिपुर
16. नालसरोवर पक्षी अभयारण्य, गुजरात
17. नंदुर मदमहेश्वर, महाराष्ट्र
18. नांगल वन्यजीव अभयारण्य, पंजाब
19. नवाबगंज पक्षी अभयारण्य, उत्तर प्रदेश
20. पार्वती आगरा पक्षी अभयारण्य, उत्तर प्रदेश
21. प्वाइंट कैलिमेरे वन्यजीव और पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु
22. पोंग डैम झील, हिमाचल प्रदेश
23. रेणुका वेटलैंड, हिमाचल प्रदेश
24. रोपड़ झील, पंजाब
25. रुद्रसागर झील, त्रिपुरा
26. समन पक्षी अभयारण्य, उत्तर प्रदेश
27. समसपुर पक्षी अभयारण्य, उत्तर प्रदेश
28. सांभर झील, राजस्थान
29. सांडी पक्षी अभयारण्य, उत्तर प्रदेश
30. सरसई नवर, उत्तर प्रदेश
31. सस्तमकोट्टा झील, केरल
32. सुंदरबन वेटलैंड, पश्चिम बंगाल
33. सुरिंसार-मानसर झीलें, जम्मू और कश्मीर
34. त्सोमोरिरी झील, जम्मू और कश्मीर
35. ऊपरी गंगा नदी, यूपी
36. वेम्बनाड कोल वेटलैंड, केरल
37. वुलर झील, जम्मू और कश्मीर
38. आसन कंजर्वेशि‍न रिजर्व, उत्तराखंड
39. काबरताल (कांवर झील), बिहार
40. कीठम झील (सूरसरोवर) , यूपी
41. लोनार झील, महाराष्ट्र
42. ‘स्तार्तासापुक त्‍सो’ और ‘त्‍सो कर’ झील, लद्दाख
43. सुल्‍तानपुर राष्‍ट्रीय उद्यान, हरियाणा
44. भिड़ावास वन्‍यजीव अभ्यारण्य, हरियाणा
45. थोल झील वन्‍यजीव अभ्यारण, गुजरात
46. वाधवाना आर्द्रभूमि क्षेत्र, गुजरात
47. हैदरपुर वेटलैंड, उत्तर प्रदेश
48. खिजादिया बर्ड सेंचुरी, गुजरात
49. बखिरा वाइल्डलाइफ सेंचुरी, उत्‍तर प्रदेश
50. करीकिली पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु
51. पल्लिकरनई मार्श रिजर्व फॉरेस्ट, तमिलनाडु
52. पिचवरम मैंग्रोव, तमिलनाडु
53. पाला वेटलैंड, मिजोरम
54. साख्य सागर वेटलैंड, मध्य प्रदेश
55. कूनथनकुलम पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु
56. सतकोसिया गॉर्ज, ओडिशा
57. नंदा झील, गोवा
58. ‘गल्फ ऑफ मन्नार मरीन बायोस्फीयर रिजर्व’, तमिलनाडु
59. रंगनाथितु पक्षी अभ्यारण्य, कर्नाटक
60. वेम्बन्नूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स, तमिलनाडु
61. वेलोड पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु
62. सिरपुर वेटलैंड, मध्य प्रदेश
63. वेदान्थंगल पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु
64. उदयमार्थंदपुरम पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु
65. तंपारा झील, ओडिशा
66. हीराकुंड जलाशय, ओडिशा
67. अंशुपा झील, ओडिशा
68. यशवंत सागर, मध्‍य प्रदेश
69. चित्रांगुडी पक्षी अभ्यारण्य, तमिलनाडु
70. सुचिन्द्रम थेरूर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स, तमिलनाडु
71. वडुवूर पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु
72. कांजीरकुलम पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु
73. ठाणे क्रीक, महाराष्‍ट्र
74. हाइगम वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व, जम्‍मू और कश्‍मीर
75. शालबुग वेटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व, जम्मू और कश्मीर
76. अंकसमुद्र पक्षी संरक्षण रिजर्व, कर्नाटक
77. अघानाशिनी अभ्‍यारण्‍य, कर्नाटक
78. मगदी केरे संरक्षण रिजर्व, कर्नाटक
79. कराईवेट्टी पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु
80. लॉन्गवुड शोला रिजर्व वन, तमिलनाडु
81. नागी पक्षी अभयारण्य, बिहार
82. नकटी पक्षी अभयारण्य, बिहार
83. नंजरायन पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु
84. काज़ुवेली पक्षी अभयारण्य, तमिलनाडु
85. तवा जलाशय, मध्य प्रदेश

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3. इसरो ने अपने 100वें मिशन में GSLV-F14 रॉकेट से कौन सा सैटेलाइट जनवरी 2025 में लॉन्‍च किया?
Which satellite did ISRO launch in January 2025 with GSLV-F14 rocket in its 100th mission?

a. NVS-01
b. NVS-02
c. EOS-07
d. INSAT-3DS

Answer: b. NVS-02

– NVS-02 नेविगेशन विद इंडियन कांस्टेलेशन (NavIC) सिस्‍टम की दूसरी पीढ़ी की श्रृंखला का हिस्‍सा है।
GSLV – जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल

– भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 29 जनवरी, 2025 को GSLV-F14 रॉकेट से सैटेलाइट NVS 02 को लॉन्‍च किया।

NVS-02 के बारे में
– NVS-02 नेविगेशन विद इंडियन कांस्टेलेशन (NavIC) सिस्‍टम की दूसरी पीढ़ी की श्रृंखला का हिस्‍सा है।
– यह एल1, एल5 और एस-बैंड में नेविगेशन पेलोड के साथ काम करता है।
– इसमें सी-बैंड में रेंजिंग पेलोड भी शामिल है।
– इसे I-2K बस प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया है।
– इसका वजन 2,250 किलोग्राम और पावर क्षमता 3kW है।
– यह सटीक समय अनुमान के लिए स्वदेशी और खरीदी गई परमाणु घड़ियों का उपयोग करता है।

नेविगेशन विद इंडियन कांस्टेलेशन (NavIC) क्‍या है?
– नेविगेशन विद इंडियन कांस्टेलेशन (NavIC) भारत की स्वतंत्र क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट प्रणाली है।
– इस प्रणाली को भारत के उपयोगकर्ताओं के साथ-साथ भारतीय भूभाग से लगभग 1500 किमी आगे तक फैले क्षेत्र को सटीक स्थिति, वेग और समय (PVT) सेवा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
– NavIC दो प्रकार की सेवाएं प्रदान करेगा, अर्थात् मानक स्थिति सेवा (SPS) और प्रतिबंधित सेवा (RS)

GSLV
– GSLV-F15 भारत के जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (GSLV) की 17वीं उड़ान है।
– इसमें स्वदेशी क्रायोजेनिक स्टेज का उपयोग किया गया है, जो इसकी 11वीं उड़ान है।
– यह क्रायोजेनिक स्टेज के साथ GSLV की 8वीं ऑपरेशनल उड़ान है।
– इसकी ऊंचाई 50.9 मीटर और वजन लगभग 420 टन है।
– इसका मुख्य उद्देश्य सैटेलाइट NVS-02 को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में स्थापित करना है।

GSLV रॉकेट को ‘नॉटी बॉय’ क्यों कहा जाता था?
– फरवरी 2024 में GSLV-F14 / INSAT-3DS मिशन निदेशक टॉमी जोसेफ ने कहा कि GSLV एक ‘डिसिप्लिन्‍ड बॉय’ बन गया है।
– टॉमी जोसेफ ने जीएसएलवी-एफ14 की सफलता के बाद ऐसा कहा है।
– अपनी अनियमित सफलता दर के लिए अक्सर इसे ‘नॉटी बॉय’ कहते थे।
– GSLV रॉकेट के साथ पिछले 15 प्रक्षेपणों में से कम से कम चार असफल रहे हैं। इसकी तुलना में, वर्कहॉर्स पीएसएलवी (पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल) के अब तक के 60 मिशनों में से केवल तीन असफल, और इसके सक्‍सेसर एलवीएम-3 के सात में से कोई भी फेल नहीं हुआ है।
– इसका संबंध रॉकेट के क्रायोजेनिक स्‍टेज से है।

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4. 38वें राष्‍ट्रीय खेलों का आयोजन कहां हुआ?
Where were the 38th National Games held?

a. दिल्‍ली
b. गोवा
c. हरियाणा
d. उत्तराखंड

Answer: d. उत्तराखंड

– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 38वें राष्‍ट्रीय खेलों का उद्धाटन 28 जनवरी 2025 को देहरादून, उत्तराखंड में किया।

38वां राष्‍ट्रीय खेल
– कब से कब तक : 28 जनवरी से 14 फरवरी 2025
– कहां आयोजन : देहरादून, उत्तराखंड
– उद्घाटन कहां हुआ : राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम
– कितने प्रतिभागी : 35 खेल स्पर्धाओं में लगभग 10 हजार एथलीट.
– इसमें 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी रहेगी।
नोट: – 37वें राष्‍ट्रीय खेलों का आयोजन गोवा में हुआ था।

कहां कितने इवेंट होंगे?
– देहरादून – 16 इवेंट
– नैनीताल – 9 इवेंट
– टिहरी – 7 इवेंट
– उधम सिंह नगर – 6 इवेंट
– हरिद्वार – 3 इवेंट
– अल्‍मोड़ा – 1 इवेंट
– चंपावत – 1 इवेंट
– पिथौरागढ़ – 1 इवेंट

राष्ट्रीय खेल (नेशनल गेम्स)
– नेशनल गेम्स पहली बार 1924 में ब्रिटिश भारत के लाहौर में आयोजित किए गए थे।
– तब, इसे “अखिल भारतीय ओलंपिक खेलों” के रूप में जाना जाता था।
– 1940 में टूर्नामेंट का नाम बदलकर “राष्ट्रीय खेल” कर दिया गया।
– आजादी के बाद पहली बार लखनऊ में 1948 में आयोजित हुआ था।
– इसका आयोजन भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) करता है।
– भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्‍यक्ष पी.टी. ऊषा हैं।

उत्‍तराखंड
सीएम – पुष्‍कर सिंह धामी
राज्‍यपाल – गुरमीत सिंह
राजधानी – देहरादून (शीतकालीन) और गैरसैंण (ग्रीष्‍मकालीन)

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5. 38वें राष्‍ट्रीय खेल का शुभंकर क्‍या है?
What is the mascot of the 38th National Games?

a. मोगा
b. बारहसिंघा
c. मौली
d. कटहल

c. मौली

– मौली का नाम उत्तराखंड के राज्य पक्षी हिमालयन मोनाल के नाम पर रखा गया है।
– जो अपने चमकीले रंगों, सुंदरता और ताकत के लिए जाना जाता है।
– नोट : 37वें नेशनल गेम्‍स का शुभंकर (Mascot) : मोगा (बाइसन) [(गोजातीय) जीव]

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6. 38वें राष्‍ट्रीय खेलों की थीम क्‍या है?
What is the theme of the 38th National Games?

a. ग्रीन राष्‍ट्र
b. ग्रीन गेम्स
c. ग्रीन उत्तराखंड
d. युवा शक्ति

Answer: b. ग्रीन गेम्स

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7. 38वें नेशनल गेम्‍स का गान (anthem) क्‍या है?
What is the anthem of the 38th National Games?

a. खेलेगा उत्तराखंड जीतेगा इंडिया
b. संकल्प से शिखर तक
c. जीत हो बस जीत हो
d. इंडिया की जीत है

Answer: b. संकल्प से शिखर तक

– 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए ‘संकल्प से शिखर तक’ गान (anthem) बनाया है।
– हिंदी में इस थीम सॉन्‍ग को सुशांत भट्ट ने लिखा।
– गढ़वाली में इसके एडिशनल लिरिक्स, प्रेममोहन डोभाल ने लिखे।
– कुमाऊंनी में इसके लिरिक्स, दीपक मेहता ने लिखे।
– इशान डोभाल ने इस सॉन्‍ग में म्‍यूजिक दिया।
– इस सॉन्‍ग में शिवानी भागवत, ईशान डोभाल और सुशांत भट्ट ने आवाज दी।
– इसमें पांडवाज बैंड को भी फीचर किया गया है।

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8. भारत के प्रख्‍यात हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. केएम चेरियन का निधन 25 जनवरी 2025 को हो गया, उन्‍होंने भारत में कौन सी पहली सर्जरी की थी?
India’s renowned cardiologist Dr. KM Cherian passed away on 25 January 2025, which was the first surgery he performed in India?

a. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी
b. हर्निया सर्जरी
c. कोरोनरी बाईपास सर्जरी
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: c. कोरोनरी बाईपास सर्जरी

– उन्‍हें भारत में पहला हृदय – फेफड़ा ट्रांसप्‍लांट करने का श्रेय दिया जाता है।
– उनके निधन से कुछ दिन पहले ही उनकी जीवनी जस्‍त एन इंस्‍ट्रूमेंट का केरल लिटरेरी फेस्‍ट विमोचन किया गया था।

कोरोनरी बाईपास सर्जरी क्‍या है?
– कोरोनरी धमनी बाईपास सर्जरी (CABG) एक प्रकार की हृदय शल्य चिकित्सा है।
– सर्जन कोरोनरी धमनियों में रुकावटों को दूर करने के लिए इस प्रकार की सर्जरी करते हैं।
– पारंपरिक “ओपन हार्ट” CABG में, आपके दिल को रोक दिया जाता है, और एक हृदय-फेफड़े बाईपास मशीन पूरे शरीर में रक्त पंप करने का काम संभाल लेती है। यह अभी भी सबसे आम तरीका है, लेकिन अन्य तकनीकें जिन्हें “ऑफ-पंप” प्रक्रियाएँ कहा जाता है क्योंकि हृदय को रोकने की आवश्यकता नहीं होती है, कुछ लोगों के लिए एक विकल्प हो सकता है।

सर्जरी कैसे होती है?
– इस सर्जरी में डॉक्टर शरीर के किसी और हिस्से से एक स्वस्थ नस या धमनियां लेते हैं, जैसे: छाती, पैर, हाथ
– फिर इस नस का इस्तेमाल करके खून को हृदय तक पहुंचाने के लिए एक नया रास्ता (बाईपास) बनाया जाता है।
– यह नया रास्ता रुकावट को पार कर खून को आसानी से दिल तक पहुंचाता है।

डॉ. केएम चेरियन
– जन्‍म : 8 मार्च 1942
– निधन : 25 जनवरी 2025
– निधन के समय वे 80 वर्ष के थे।
– कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल में अपनी चिकित्सा शिक्षा पूरी की।
– उन्‍होंने वेल्लोर के क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में पढ़ाया।
– इसके बाद, वह कार्डियक सर्जरी में आगे की ट्रेनिंग के लिए ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड गए।
– उन्होंने लोगों और देश की सेवा करने के लिए भारत वापस आने का फैसला किया।
– उन्‍होंने 50 साल से ज्‍यादा कार्डियोलॉजी क्षेत्र में काम किया।
– उन्होंने राष्ट्रपति के मानद कार्डियक सर्जन के रूप में भी काम किया।
– उन्‍हें पद्म श्री पुरस्‍कार भी मिल चुका था।
– 2005 में हार्वर्ड मेडिकल एक्सीलेंस अवार्ड मिला।
– इसके अलावा उन्‍हें कई अवॉर्ड मिल चुके थे।

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9. ईसीआई (इलेक्‍शन कमीशन आफ इंडिया) मीडिया पुरस्कार 2025 से किसे सम्मानित किया गया?
Who was awarded the ECI (Election Commission of India) Media Award 2025?

a. दूरदर्शन
b. द हिंदू
c. आज तक
d. इंडिया न्‍यूज

Answer: a. दूरदर्शन

– दूरदर्शन को लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान “चुनाव का पर्व देश का गर्व” श्रृंखला सहित इसकी कवरेज के लिए मान्यता मिली है।
– दूरदर्शन की महानिदेशक कंचन प्रसाद ने 25 जनवरी, को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से यह सम्मान प्राप्त किया।

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10. शहीद दिवस कब मनाया जाता है?
When is Shaheed Diwas observed?

a. 25 जनवरी
b. 30 जनवरी
c. 23 मार्च
d. b और c

Answer: d. b और c (30 जनवरी और 23 मार्च)

– महात्मा गांधी की याद में शहीद दिवस 30 जनवरी को मनाया जाता है।
– इसी दिन वर्ष 1948 में नाथूराम गोडसे ने गांधी जी की हत्या गोली मारकर हत्या कर दी थी।
– जबकि 23 मार्च 1931 को आजादी की लड़ाई में शामिल क्रांतिकारी भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को अंग्रेजों ने फांसी दी थी।


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