यह 28 to 31 अगस्त 2025 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
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1. शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन 2025 का आयोजन चीन के किस शहर में हुआ?
In which city of China was the Shanghai Cooperation Organisation (SCO) summit 2025 organized?
a. शंघाई
b. तियानजिन
c. बीजिंग
d. शेंजेन
Answer: b. तियानजिन (31 अगस्त और 1 सितंबर 2025) {थीम – शंघाई भावना को कायम रखना: SCO की प्रगति}


– कब से कब तक : 31 अगस्त और 1 सितंबर 2025
– कौन सी वीं समिट : 25वीं
– थीम : शंघाई भावना को कायम रखना: SCO की प्रगति (Upholding the Shanghai Spirit: SCO on the Move)
– 2025 को चीन ने “SCO Year of Sustainable Development” घोषित किया है, जिसमें स्थायी विकास और जलवायु परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित है।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा सात वर्षों के अंतराल के बाद हुई।
SCO के बारे में
– SCO एक क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठन है।
– यह चीन और रूस द्वारा स्थापित एक यूरेशियन राजनीतिक,आर्थिक, अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा संगठन है।
– यह शंघाई फाइव का विस्तार है, जिसका गठन 1996 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस और ताजिकिस्तान के बीच हुआ था।
– यह एक प्रभावशाली आर्थिक और सुरक्षा ब्लॉक तथा सबसे बड़े अंतर-क्षेत्रीय अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में से एक के रूप में उभरा है।
– अभी SCO के 10 सदस्य देश हैं।
– सदस्य देश: चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, भारत, पाकिस्तान, ईरान, बेलारूस
सदस्य देशों के किन राष्ट्राध्यक्षों ने हिस्सा लिया
1) चीन : शी जिनपिंग (राष्ट्रपति) (मेजबान)
2) रूस : व्लादिमीर पुतिन (राष्ट्रपति)
3) कजाकिस्तान – कसीम-जोमार्ट टोकेयेव (राष्ट्रपति)
4) किर्गिज़स्तान – सदिर जापारोव (राष्ट्रपति)
5) ताजिकिस्तान – इमामोली रहमान (राष्ट्रपति)
6) उज़्बेकिस्तान – शवकत मिर्ज़ियोएव (राष्ट्रपति)
7) भारत – नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री)
8) पाकिस्तान – शहबाज शरीफ (प्रधानमंत्री)
9) ईरान – मसूद पेज़ेश्कियन (राष्ट्रपति)
10) बेलारूस – अलेक्ज़ेंडर लुकाशेंको (राष्ट्रपति) (2024 में नया सदस्य बना)
पर्यवेक्षक देश (Observers)
1) अफगानिस्तान – तालिबान प्रतिनिधि (लेकिन आधिकारिक मान्यता पर विवाद)
2) मंगोलिया – उखना खुरेल्सुख़ (राष्ट्रपति)
संवाद-भागी देश (Dialogue Partners) (ये देश SCO के साथ सहयोग करते हैं, लेकिन पूर्ण सदस्य नहीं हैं)
1) नेपाल
2) मालदीव
3) श्रीलंका
4) तुर्की
5) कंबोडिया
6) वियतनाम
7) लाओस
8) तुर्कमेनिस्तान
9) अज़रबैजान
10) आर्मेनिया
11) मिस्र
12) क़तर
13) कुवैत
14) सऊदी अरब
15) यूएई
16) बहरीन
17) म्यांमार
अंतर्राष्ट्रीय संगठन जिनके प्रतिनिधि आए
1) संयुक्त राष्ट्र (UN) – एंटोनियो गुटेरेस
2) ASEAN – काओ किम होर्न
3) CIS (स्वतंत्र राज्यों का राष्ट्रमंडल) – सर्गेई लेबेदेव
4) CSTO (Collective Security Treaty Organization) – इमांगली तास्मागम्बेतोव
5) ECO (Economic Cooperation Organization) – असद मजीद खान
6) CICA – कैरेट सरिबाय
7) AIIB – जिन लिकुन
8) SCO Secretariat – नुरलान येरमेकबायेव
9) SCO-RATS – उलारबेक शार्शीव
नोट – SCO का वर्तमान महासचिव कौन है: नूरलान येरमेकबायेव (कजाकिस्तान)
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2. SCO शिखर सम्मेलन 2025 के तियानजिन घोषणापत्र में भारत की किस आतंकवादी घटना की कड़ी निंदा की गई?
Which terrorist incident in India was strongly condemned in the Tianjin Declaration of SCO Summit 2025?
a. राजौरी हमला
b. उरी हमला
c. पहलगाम हमला
d. सुकमा हमला
Answer: c. पहलगाम हमला (22 अप्रैल 2025 को हमला हुआ था)
– SCO ने इसे तियानजिन घोषणा (Tianjin Declaration) पत्र कहा है।
तियानजिन घोषणा पत्र के महत्वपूर्ण तथ्य
– भारत में 22 अप्रैल के पहलगाम हमले और पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस और खुजदार पर हुए हमलों सहित सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद की “कड़ी निंदा”।
– आतंकवादियों की “सीमा पार आवाजाही” को समाप्त करने का भी आह्वान
– “आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के विरुद्ध लड़ने की दृढ़ प्रतिबद्धता” की पुष्टि
– “भाड़े के उद्देश्यों” के लिए आतंकवादी, अलगाववादी और उग्रवादी समूहों के इस्तेमाल के प्रयासों की अस्वीकार्यता
– व्यापार में वैश्विक अनिश्चितताओं और “अस्थिर और अराजक वैश्विक स्थिति” के बीच वैश्विक दक्षिण को मजबूत करने पर फोकस
– सदस्य देशों ने “एकतरफा दबावपूर्ण उपायों, जिनमें आर्थिक प्रकृति के उपाय भी शामिल हैं” का भी विरोध किया, जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर और विश्व व्यापार संगठन के सिद्धांतों का उल्लंघन करते हैं, संभवतः अमेरिकी टैरिफ के संदर्भ में।
– भारत ने भी समूह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर जून में ईरान, जो एक सदस्य देश है, के विरुद्ध इज़राइल और अमेरिका द्वारा किए गए सैन्य हमलों की कड़ी निंदा की, जिसमें तेहरान के परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया था।
– घोषणापत्र में अफ़ग़ानिस्तान की राजनीतिक स्थिति का भी ज़िक्र किया गया, जिसे समूह में पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त है।
– भारत को छोड़कर सभी सदस्य देशों ने चीन की बेल्ट एंड रोड पहल के प्रति अपने समर्थन की भी पुष्टि की।
PM मोदी ने कहा –
– शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने एक स्पष्ट संदेश दिया कि “कुछ देशों द्वारा आतंकवाद के प्रति द्वैध नीति (dual policy) अस्वीकार्य है”—यह टिप्पणी पाकिस्तान के प्रति अप्रत्यक्ष रूप से इंगित थी, क्योंकि उसके पीएम वहाँ मौजूद थे।
– नोट – जून 2025 में SCO के रक्षा मंत्रियों के स्तर की बैठक में भारत ने उस घोषणा-पत्र से अलग था क्योंकि उसमें पाहलगाम हमले का ज़िक्र नहीं था।

शी जिनपिंग ने क्या कहा
– चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने विश्व व्यवस्था में “धमकाने वाले व्यवहार” की आलोचना की
– कहा कि वैश्विक अंतर्राष्ट्रीय स्थिति और अधिक “अराजक और अंतर्संबंधित” होती जा रही है।
– इस बयान में जिनपिंग ने किसी को नाम नहीं लिया, लेकिन माना जा रहा है कि अमेरिकी टैरिफ को लेकर यह संदेश था।
– जिनपिंग ने कहा “शीत युद्ध की मानसिकता और धौंस-धमकी की परछाईं खत्म नहीं हो रही है, और नई चुनौतियां बढ़ रही हैं, कम नहीं हो रही हैं।”
– उन्होंने अमेरिकी टैरिफ पर अनिश्चितताओं के लिए अक्सर “शीत युद्ध की मानसिकता” शब्द का इस्तेमाल किया है।
– चीनी राष्ट्रपति ने इस वर्ष शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों को 2 बिलियन युआन (लगभग 281 मिलियन डॉलर) का अनुदान देने का वादा किया।
SCO शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी ने Global Governance Initiative (GGI) की बात रखी। इस प्रस्ताव के पाँच प्रमुख आयाम हैं:
– हमें संप्रभु समता का पालन करना चाहिए.
– अंतर्राष्ट्रीय नियमों का पालन करना चाहिए.
– बहुध्रुवीय व्यवहार होना चाहिए.
– लोगों को केंद्र में रखा जाना चाहिए.
– ठोस कार्य पर ध्यान देना चाहिए.
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3. चीन के राष्ट्रपति ने SCO समिट 2025 में क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग को मज़बूत करने के उद्देश्य से किस बैंक को स्थापित करने का आह्वान किया?
The President of China called for the establishment of which bank with the aim of strengthening regional economic cooperation at the SCO Summit 2025?
a. यूरेशियन डेवलपमेंट बैंक
b. शंघाई इंफ्रास्ट्रक्चर बैंक
c. SCO डेवलपमेंट बैंक
d. इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक
Answer: c. SCO डेवलपमेंट बैंक
– SCO शिखर सम्मेलन 2025 में, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने SCO डेवलपमेंट बैंक की स्थापना को जल्द से जल्द शुरू करने का आह्वान किया।
– उन्होंने अगले तीन वर्षों में SCO देशों को $1.4 बिलियन की ऋण सहायता देने की घोषणा की।
– SCO के नेताओं ने चीनी प्रस्ताव का समर्थन किया और एक संयुक्त घोषणा (Tianjin Declaration) में बैंक की स्थापना पर सहमति जताई।
– इस घोषणा में आर्थिक सहयोग और व्यापार सुगमता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता भी दिखाई गई है।
SCO डेवलपमेंट बैंक का उद्देश्य
– SCO देशों में साझा विकास परियोजनाओं (transport, energy, digital connectivity) को फंड करना।
– ट्रेड और इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देना।
– छोटे सदस्य देशों (जैसे मध्य एशियाई देश) को विकास ऋण उपलब्ध कराना।
– चीन चाहता है कि इस बैंक का Belt and Road Initiative (BRI) के साथ तालमेल बैठाया जाए।
– यह प्रस्ताव चीन के नेतृत्व द्वारा एक बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था की दिशा में SCO को वित्तीय हथियार बनाकर आगे बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है।
– रूस और भारत इस पर सावधानीपूर्ण रुख रखते हैं, जबकि चीन इसे तेजी से आगे बढ़ाना चाहता है।
क्यों विवादित है?
– चीन चाहता है कि यह बैंक युआन (Renminbi) आधारित हो, जिससे उसका वित्तीय प्रभाव बढ़े।
– भारत और रूस को डर है कि इससे चीन का SCO में वर्चस्व और मजबूत हो जाएगा।
– कुछ देश इसे AIIB (Asian Infrastructure Investment Bank) और BRICS New Development Bank की तरह देख रहे हैं।
कुछ प्रमुख डेवलपमेंट बैंक
– NDB : न्यू डेवलपमेंट बैंक (मुख्यालय – बीजिंग) {ब्रिक्स का बैंक}
– वर्ल्ड बैंक (मुख्यालय – वाशिंगटन डीसी) {यूनाइटेड नेशंस}
– ADB : एशियन डेवलपमेंट बैंक (मुख्यालय – मनीला, फिलिपींस)
– AIIB : एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (मुख्यालय – बीजिंग) (चीन की पहल)
– IDB : इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक
मुख्य बिंदु
– SCO Development Bank अभी केवल प्रस्तावित है, जबकि NDB और AIIB दोनों सक्रिय रूप से प्रोजेक्ट फंड कर रहे हैं।
– NDB में बराबरी का सिद्धांत है – हर BRICS देश की समान हिस्सेदारी, जबकि AIIB में चीन का वर्चस्व है।
– SCO Bank अगर बनता है तो यह चीन के BRI (Belt and Road Initiative) से जुड़ सकता है, जो भारत के लिए संवेदनशील मुद्दा है।
– भारत NDB में सक्रिय रूप से शामिल है और AIIB का भी दूसरा सबसे बड़ा शेयरधारक है, लेकिन SCO Bank को लेकर सावधानीपूर्ण रुख अपनाता है।

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4. भारतीय PM मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच चीन में किस शिखर सम्मेलन में द्विपक्षीय वार्ता हुई?
In which summit in China did bilateral talks take place between Indian PM Modi and Russian President Putin?
a. BRICS
b. G20
c. G7
d. SCO
Answer: d. SCO

– SCO समिट के दौरान चीन के तियानजिन शहर में एक सितंबर 2025 को भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई।
– इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से कहा कि वह इस वर्ष के अंत में होने वाले 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।
कार में एक घंटे तक गोपनीय बातचीत
– PM मोदी ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें दोनों कार में बैठे थे।
– उन्होंने लिखा, “उनके [पुतिन] साथ बातचीत हमेशा ज्ञानवर्धक होती है।”
– रूसी सरकारी मीडिया ने बताया कि बैठक के लिए बैठने से पहले दोनों नेताओं ने गाड़ी में लगभग एक घंटे तक आमने-सामने बातचीत की।
– पुतिन, मोदी को अपनी लग्जरी कार AURUS लिमोजिन में साथ बैठाकर ले गए। रास्ते में दोनों नेताओं के बीच वन-टू-वन बातचीत जारी रही।
– होटल पहुंचने के बाद भी वे कार से नहीं उतरे और करीब काफी देर तक बातचीत करते रहे।
– मॉस्को के राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कार में हुई यह चर्चा शायद दोनों नेताओं के बीच सबसे अहम और गोपनीय बातचीत रही, जिसमें ऐसे मुद्दे शामिल थे जिन पर सार्वजनिक रूप से बात नहीं की जानी थी।
PM मोदी ने कहा
– PM मोदी ने कहा – भारत और रूस हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से युद्ध विराम में तेजी लाने की आवश्यकता पर बल दिया।
मीटिंग की महत्ता
– यह बैठक रूस के साथ भारत के तेल व्यापार पर 25% टैरिफ के अलावा भारतीय वस्तुओं पर अमेरिका द्वारा लगाए गए 25% जुर्माने और इस मुद्दे पर अमेरिकी अधिकारियों द्वारा की गई कई भड़काऊ टिप्पणियों की पृष्ठभूमि में हुई।
– हालाँकि, बैठक के बाद विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में द्विपक्षीय सहयोग का ज़िक्र तो किया गया, लेकिन तेल व्यापार या अमेरिकी टैरिफ का कोई ज़िक्र नहीं किया गया।
– विदेश मंत्रालय ने कहा, “नेताओं ने आर्थिक, वित्तीय और ऊर्जा क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की” और इन क्षेत्रों में संबंधों में “निरंतर वृद्धि पर संतोष व्यक्त किया”।
भारत – चीन द्विपक्षीय वार्ता
– प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान संबंधों को मजबूत करने, व्यापार संबंधों और सीमा मुद्दों को सुलझाने पर चर्चा की।
– दोनों नेताओं ने सीधी उड़ानों और वीज़ा सुविधा के ज़रिए लोगों के बीच संबंधों को मज़बूत करने की ज़रूरत पर सहमति जताई। साथ ही, कैलाश मानसरोवर यात्रा और पर्यटक वीज़ा की बहाली के साथ-साथ, दोनों पड़ोसियों के बीच सुधरते रिश्तों को भी मज़बूत करने पर ज़ोर दिया।
– चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि सीमा मुद्दे को समग्र संबंधों को परिभाषित नहीं करना चाहिए।
SCO समिट से अमेरिका टेंशन में
– भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दौरे पर अमेरिका में भी काफ़ी बहस हो रही है।
– अमेरिका में पीएम मोदी के दौरे को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से ख़राब हो रहे रिश्ते के आईने में देखा जा रहा है।
– केवल देखा ही नहीं जा रहा है बल्कि अमेरिकी मीडिया भारत को आगाह भी कर रहा है।
– दरअसल, अमेरिका ने भारत पर 50 फ़ीसदी टैरिफ़ लगाया है. अमेरिका का यह क़दम भारत की अर्थव्यवस्था के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है।

– ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो आए दिन भारत को निशाने पर लेते रहते हैं।
– नवारो ने फॉक्स न्यूज़ से बातचीत में कहा, ”मोदी महान नेता हैं लेकिन मैं यह समझ नहीं पा रहा हूँ कि वह पुतिन और शी जिनपिंग से क़रीबी क्यों बढ़ा रहे हैं. वह भी तब जब भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है.”
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5. 23वां भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन कब होगा, जिसमें रूसी राष्ट्रपति पुतिन, भारत की यात्रा करेंगे?
When will the 23rd India-Russia annual summit take place, in which Russian President Putin will visit India?
a. दिसंबर 2025
b. जनवरी 2026
c. फरवरी 2026
d. मार्च 2026
Answer: a. दिसंबर 2025
– SCO समिट 2025 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से कहा कि वह इस वर्ष के अंत में होने वाले 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।
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6. किस देश को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की अध्यक्षता वर्ष 2025-26 के लिए मिली?
Which country got the chairmanship of the Shanghai Cooperation Organisation (SCO) for the year 2025-26?
a. रूस
b. किर्गिस्तान
c. भारत
d. ईरान
Answer: b. किर्गिस्तान
– भारतीय PM नरेंद्र मोदी ने किर्गिस्तान को एससीओ की अध्यक्षता संभालने पर बधाई दी।
किर्गिस्तान
– राजधानी – बिश्केक
– राष्ट्रपति – सदिर जापारोव
– मुद्रा – किर्गिस्तानी सोम
– आबादी – 73 लाख
– पड़ोसी देश – कजाकिस्तान, चीन, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान
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7. भारत ने वैश्विक भुखमरी से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र की किस एजेंसी को फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति के लिए एक आशय पत्र (LoI – Letter of Intent) पर साइन किया?
India has signed a Letter of Intent (LoI) with which UN agency to supply fortified rice to combat global hunger?
a. खाद्य और कृषि संगठन (FAO)
b. विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP)
c. संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP)
d. संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP)
Answer: b. विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP)
– 25 अगस्त 2025 आशय पत्र (LoI – Letter of Intent) पर साइन किया गया।
– भारत सरकार और संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने भारत की कृषि समृद्धि को दुनिया के सबसे कमज़ोर समुदायों के लिए जीवन रेखा बनाने हेतु एक महत्वाकांक्षी साझेदारी की है।
– इस समझौते के तहत, भारत दुनिया भर में मानवीय खाद्य और पोषण संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय खाद्य निगम के गोदामों से अगले पाँच वर्षों में 2,00,000 टन फोर्टिफाइड चावल उपलब्ध कराएगा।
– यह समझौता संयुक्त राष्ट्र के अनुसार दुनिया में 67 करोड़ से ज़्यादा लोग आज भी हर रात भूखे पेट सोते हैं।
– भारत सरकार द्वारा हस्ताक्षरित यह आशय पत्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) को संकटग्रस्त क्षेत्रों में रहने वाली आबादी को यह चावल वितरित करने की अनुमति देता है।
– भारत से चावल प्राप्त करके, विश्व खाद्य कार्यक्रम एक कृषि अधिशेष वाले देश के संसाधनों का उपयोग जीवन रक्षक सहायता प्रदान करने और भुखमरी के विरुद्ध ठोस प्रगति करने के लिए करेगा।
– फोर्टिफाइड चावल आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी12 जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो पोषक तत्वों की कमी से होने वाले कुपोषण के एक रूप, छिपी हुई भूख से निपटने में बेहद मददगार है।
विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP)
– Headquarters: Rome, Italy
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8. पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने कार्बन उत्सर्जन व्यापार व्यवस्था (कार्बन ट्रेडिंग) को सक्षम करने के लिए प्राधिकरण का गठन किया, इसका नाम बताएं?
The Ministry of Environment, Forest and Climate Change has constituted an authority to enable carbon emissions trading system (carbon trading), name it?
a. नेशनल कार्बन अथॉरिटी (NCA)
b. नेशनल डेजिग्नैटिड अथॉरिटी (NDA)
c. इंटरनेशनल एयर अर्थारिटी (IAA)
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: b. नेशनल डेजिग्नैटिड अथॉरिटी (NDA)

नेशनल डेजिग्नैटिड अथॉरिटी (NDA) = राष्ट्रीय नामित प्राधिकरण
– 21-सदस्यीय राष्ट्रीय नामित प्राधिकरण (NDA) की स्थापना की गई है, जिसकी अध्यक्षता पर्यावरण सचिव द्वारा की जाएगी।
– यह एजेंसी पेरिस समझौते के अनुच्छेद 6 के अंतर्गत कार्बन ट्रेडिंग और अन्य बाजार-आधारित तंत्रों को लागू करने में मुख्य भूमिका निभाएगी।
NDA के कार्य और उद्देश्य:
1) परियोजनाओं का मूल्यांकन और अनुमोदन : NDA उन परियोजनाओं को समीक्षा प्रक्रिया से गुजाऱेगी जो उत्सर्जन में कमी हेतु एमीशन रिडक्शन यूनिट्स (ERUs) उत्पन्न करती हैं, उन्हें अनुमोदन प्रदान करेगी।
2) व्यापक और समन्वित निर्णय-निर्धारण : इसका गठन कई मंत्रालयों और संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल करके किया गया है, जैसे कि—परिषद विदेश, स्टील, नवीकरणीय ऊर्जा, पावर मंत्रालय एवं नीति आयोग (NITI Aayog)। इससे यह सुनिश्चित होता है कि नीतियाँ राष्ट्रीय आवश्यकताओं और वैश्विक प्रतिबद्धताओं से जुड़ी रहें।
3) उदानिक विकास-उन्मुख कार्रवाई
NDA यह तय करेगी कि किस प्रकार की गतिविधियाँ ट्रेडिंग योग्य हो – अर्थात्, अंतर्राष्ट्रीय कार्बन क्रेडिट ट्रांसफर, सतत विकास, तकनीकी हस्तांतरण और अन्य नवाचार शामिल हैं।
इसके पीछे का महत्व:
– भारत की NDC (राष्ट्रीय निर्धारित योगदान) उपलब्धियाँ: NDA की स्थापना पेरिस संधि के तहत भारत की जलवायु प्रतिबद्धताओं—जैसे 2030 तक GDP की उत्सर्जन तीव्रता में 45% कमी—को समय पर पूरा करने में सहायक होगी।
– शुद्ध ऊर्जा में निवेश को बढ़ावा: इसका महत्त्वपूर्ण उद्देश्य क्लीन टेक्नोलॉजी, नवीकरणीय ऊर्जा और कम कार्बन परियोजनाओं में निवेश को आकर्षित करना है। NDA पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा और डबल काउंटिंग को रोकेगा। इससे विश्व-स्तरीय जलवायु कार्रवाई में भारत की भागीदारी सुदृढ़ होगी।
कार्बन ट्रेडिंग क्या है?
– कार्बन ट्रेडिंग एक बाज़ार-आधारित तंत्र (Market-based Mechanism) है, जिसमें ग्रीनहाउस गैस (GHG) उत्सर्जन को सीमित करने के लिए “कार्बन क्रेडिट” खरीदे और बेचे जाते हैं।
– यह एक “सर्टिफिकेट” है, जो दर्शाता है कि किसी गतिविधि/परियोजना ने 1 टन CO₂ या उसके बराबर ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन कम किया है।
भारत और कार्बन ट्रेडिंग
– भारत ने 2023 में कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग स्कीम (CCTS) शुरू की।
– हाल ही में (2025 में) राष्ट्रीय नामित प्राधिकरण (NDA) गठित किया गया है, ताकि पेरिस समझौते के अनुच्छेद-6 के तहत कार्बन ट्रेडिंग को औपचारिक रूप दिया जा सके।
भारत का लक्ष्य:
– 2070 तक नेट-जीरो उत्सर्जन (Net Zero Emission)
– 2030 तक गैर-जीवाश्म ऊर्जा स्रोतों से 50% बिजली उत्पादन
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9. ब्रेन को खाने वाले अमीबा के संक्रमण के दुलर्भ मामले केरल में पाए गए, इस अमीबा का नाम क्या है?
Rare cases of brain-eating amoeba infection were found in Kerala, what is the name of this amoeba?
a. केरलाइटिंगल फाउरी
b. नेगलेरिया फाउलेरी
c. निगोरिका निवोकारी
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: b. नेगलेरिया फाउलेरी (Naegleria fowleri)

अगस्त 2025 की घटनाएँ (भारत में, खासकर केरल में)
– केरल में अगस्त 2025 में इस बीमारी के कई मामले सामने आए हैं, विशेषकर कोझिकोड़ और मलप्पुरम जिलों में:
– एक 9 वर्षीय बच्ची की मृत्यु, 3-महीने के शिशु सहित अन्य बच्चे और वयस्क इसके प्रभावित रहे, जिनका इलाज चल रहा है
– स्वास्थ्य अधिकारियों ने पास के कुओं एवं जल स्रोतों में क्लोरीनेशन, बुखार सर्वे, और जागरूकता अभियान शुरू किए हैं
प्राथमिक अमीबिक मेनिन्जोएन्सेफेलाइटिस (PAM) क्या है?
– यह एक दुर्लभ लेकिन लगभग हमेशा घातक (fatal) मस्तिष्क संक्रमण है, जिसे नेगलेरिया फाउलेरी (Naegleria fowleri) नामक एक अमीबा (single-celled organism) द्वारा होता है।
– यह अमीबा आमतौर पर गर्म ताजे पानी (जैसे: तालाब, झील, नदी, गर्म जलाशय, कम क्लोरीनयुक्त स्विमिंग पूल) में पाया जाता है
संक्रमण कैसे होता है
– जब संक्रमित पानी नाक के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है, तो अमीबा नासिका मार्ग से मस्तिष्क तक पहुँचकर मस्तिष्क ऊतकों को नष्ट कर देता है।
– यह पानी निगलने या पीने से नहीं, बल्कि नाक से अंदर जाने पर ही संक्रमण फैलाता है।
लक्षण और असर
– लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 1–12 दिनों (औसत 5 दिन) के अंदर प्रकट होते हैं।
– प्रारंभिक लक्षण: तेज सिरदर्द, बुखार, मतली, उल्टी
– बाद में लक्षण: गर्दन में अकड़न, भ्रम, ध्यान में कमी, समन्वय की कमी, दौरे (seizures), हलुसीनेशन और कोमा तक हो सकता है।
मृत्यु दर और पूर्वानुमान
– इस संक्रमण की मृत्यु दर बेहद अधिक है—97% से ऊपर; कुछ स्रोतों में इसे 98%–99% तक बताया गया है।
– फिर भी, समय रहते निदान और उपचार मिल जाने पर ही बचाव संभव है।
बचाव और सुरक्षा उपाय
– गर्म ताजे पानी में तैरते, बैठते या डाइविंग करते समय नाक में पानी को जाने से रोकने के लिए नोज़ क्लिप्स (nose clips) का उपयोग करें।
– पूल और अन्य जल स्रोतों को सही ढंग से क्लोरीनेट (chlorination) रखना चाहिए।
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10. DRDO ने इंट्रिगेटेड एयर डिफेंस वेपंस सिस्टम (IADWS) का पहला उड़ान परीक्षण कहां किया?
Where did DRDO conduct the first flight test of Integrated Air Defense Weapons System (IADWS)?
a. गुजरात के तट पर
b. गोवा के तट पर
c. तमिलनाडु के तट पर
d. ओडिशा के तट पर
Answer: d. ओडिशा के तट पर

परीक्षण कब और कहाँ हुआ?
– यह परीक्षण 23 अगस्त 2025 को लगभग 12:30 बजे ओडिशा के पास आयोजित किया गया।
प्रणाली क्या है और इसमें क्या शामिल है?
– IADWS (Integrated Air Defence Weapon System) एक बहु-स्तरीय (multi-layered) हवाई रक्षा प्रणाली है, जो पूरी तरह से देश में विकसित (indigenous) है।
इसमें शामिल घटक हैं:
– QRSAM: Quick Reaction Surface to Air Missile — अल्प दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल; सीमा लगभग 3–30 किमी
– VSHORADS: Very Short Range Air Defence System — पोर्टेबल सिस्टम, 300 मीटर से 6 किमी तक की सीमा; विशेष रूप से ड्रोन और अन्य छोटे हवाई खतरे के खिलाफ
– DEW (Directed Energy Weapon): उच्च शक्ति वाली लेजर आधारित हथियार प्रणाली, लगभग 3 किमी की दूरी तक प्रभावी
परीक्षण में क्या परिणाम रहे?
– परीक्षण में एक समय पर तीन अलग-अलग लक्ष्यों को प्रभावी रूप से नष्ट किया गया: दो तेज उड़ने वाले फिक्स्ड-विंग UAVs और एक मल्टी-रोटर ड्रोन
रणनीतिक महत्व (Strategic Significance)
– रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस उड़ान परीक्षण की सराहना करते हुए कहा कि यह देश की बहु-स्तरीय हवाई रक्षा क्षमताओं को मजबूत करेगा और महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा बढ़ाएगा।
– यह परीक्षण भारत के Mission Sudarshan Chakra की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है—जो 2035 तक एक व्यापक रक्षा ढाल (multi-domain shield) स्थापित करने की योजना है।
– ऑपरेशन सिंदूर के दौरान स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम की आवश्यकता हुई थी।
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11. न्यूक्लियर क्षमता वाली मिसाइल AGNI-5 का सफल परीक्षण इंडियन आर्म्ड फोर्सेज की किस कमांड ने किया?
Which command of the Indian Armed Forces successfully tested the nuclear capable missile AGNI-5?
a. अंडमान एंड निकोबार कमांड
b. स्ट्रेटेजिक फोर्सेज़ कमांड
c. मैरीटाइम थिएटर कमांड
d. DRDO
Answer: b. स्ट्रेटेजिक फोर्सेज़ कमांड

– भारत ने 20 अगस्त, 2025 को ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से अपनी मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (MRBM) अग्नि-5 का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
– यह परमाणु क्षमता वाला इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (ICBM) है।
– रक्षा मंत्रालय ने कहा कि प्रक्षेपण सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों पर खरा उतरा और इसका संचालन सामरिक बल कमान के तत्वावधान में किया गया।
अग्नि 5
– इसकी रेंज 5 हजार से साढ़े 5 हजार किलोमीटर तक मार करने की है।
– स्पीड : 24 मैक (30 हजार किलोमीटर प्रति घंटा) {दिल्ली से बीजिंग 10-15 मिनट}
– इसका डिजाइन DRDO ने किया है और उत्पादन भारत डयनेमिक्स मिलिटडेट कर रहा है।
– इस मिसाइल के इस्तेमाल का कंट्रोल स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड के पास है।
– अग्नि-5 का पिछला परीक्षण 11 मार्च, 2024 को किया गया था।
– MIRV (Multiple Independently Targetable Re-entry Vehicle): एक मिसाइल से कई वारहेड अलग-अलग लक्ष्यों को भेद सकते हैं।
– MARV (Manoeuvrable Re-entry Vehicle): वारहेड हवा में ही दिशा बदल सकता है, जिससे इंटरसेप्ट करना मुश्किल होता है।
– यह मिसाइल सॉलिड फ्यूल टेक्नोलॉजी पर आधारित है और इसमें थ्री-स्टेज प्रोपल्शन सिस्टम है।
रणनीतिक महत्व:
– Agni-I और II → पाकिस्तान केंद्रित
– Agni-III और IV → चीन के दक्षिणी हिस्से तक
– Agni-V और VI → पूरे एशिया, यूरोप और संभवतः अमेरिका तक मारक क्षमता
स्ट्रेटेजिक फोर्सेज़ कमांड (SFC)
– इसे 4 जनवरी 2003 को वाजपेयी सरकार द्वारा बनाया गया था।
– यह इंडियन आर्म्ड फोर्सेज (आर्मी, नेवी और एयरफोर्स) की एक कमांड है।
– स्ट्रेटेजिक फोर्सेज़ कमांड (SFC), जिसे कभी-कभी स्ट्रेटेजिक न्यूक्लियर कमांड कहा जाता है।
– यह भारत के न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी (NCA) का हिस्सा है।
– यह देश के नॉन-स्ट्रेटेजिक और स्ट्रेटेजिक न्यूक्लियर वेपन्स के भंडार के प्रबंधन और एडमिनिस्ट्रेशन के लिए जिम्मेदार है।
क्यों होता है चांदीपुर में मिसाइल परीक्षण
– चांदीपुर बंगाल की खाड़ी के पास स्थित है।
– यहां से मिसाइलों का परीक्षण सीधे समुद्र के ऊपर किया जाता है।
– इससे आबादी वाले क्षेत्रों को कोई खतरा नहीं होता और मिसाइल के ट्रेक्जेक्टरी (trajectory) को ट्रैक करने के लिए एक विशाल और खाली क्षेत्र मिल जाता है. चांदीपुर की एकीकृत परीक्षण रेंज DRDO से संबद्ध है।
– यहां सभी अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं. यहां मिसाइलों के परीक्षण के लिए आवश्यक सभी तकनीकी उपकरण जैसे रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम मौजूद हैं।
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12. राष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस कब मनाया जाता है?
When is National Small Scale Industries Day celebrated?
a. 30 अगस्त
b. 29 अगस्त
c. 28 अगस्त
d. 27 अगस्त
Answer: a. 30 अगस्त
– राष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस देश भर में हर वर्ष 30 अगस्त को मनाया जाता है।
– भारत के विकास में लघु उद्योग द्वारा किए गए योगदान का जश्न मनाने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है।
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13. वैश्विक शांति सूचकांक (GPI) 2025 में भारत की रैंक बताएं?
What is the rank of India in the Global Peace Index (GPI) 2025?
a. 100
b. 116
c. 114
d. 115
Answer: d. 115
– इंडेक्स में भारत को 115 रैंक मिली है। जबकि वर्ष 2024 में भारत को 116वीं रैंक मिली थी।
– वर्ष 2023 में 126वां स्थान मिला था यानि भारत की रैंक बेहतर हो रही है।
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14. वैश्विक शांति सूचकांक (GPI) 2025 के अनुसार दुनिया का सबसे शांतिपूर्ण देश कौन सा है?
Which is the most peaceful country in the world as per the Global Peace Index (GPI) 2025?
a. आइसलैंड
b. ग्रीनलैंड
c. नार्वे
d. यूनाइटेड किंगडम
Answer: a. आइसलैंड
– इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEEP) की ओर से ये इंडेक्स जून में जारी किया गया है।
– GPI में दुनिया की 99.7 प्रतिशत आबादी वाले 163 देशों को शामिल किया गया है।
– 2025 के वैश्विक शांति सूचकांक के अनुसार, पिछले 17 वर्षों में, औसत देश स्कोर में 5.4 प्रतिशत की गिरावट आई है, जो 2008 से वैश्विक शांति में लगातार गिरावट को दर्शाता है।
– हालांकि, एक सकारात्मक पहलू यह भी है कि इस वर्ष 74 देशों ने अपनी शांति में सुधार दिखाया है।
– रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2008 से अब तक सबसे पीसफुल कंट्री आइसलैंड ही बना हुआ है।
– इसके बाद आयरलैंड, ऑस्ट्रिया, न्यूजीलैंड और सिंगापुर का स्थान है।
टॉप 10 शांतिपूर्ण देश
1. आइसलैंड
2. आयरलैंड
3. न्यूज़ीलैंड
4. ऑस्ट्रिया
5. स्विट्ज़रलैंड
6. सिंगापुर
7. पुर्तगाल
8. डेनमार्क
9. स्लोवेनिया
10. फ़िनलैंड
115. इंडिया
किस आधार पर रैंकिंग
– रैंकिंग के तीन मानदंड रखे गए हैं जिसमें
सामाजिक सुरक्षा और संरक्षा, घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष की सीमा और सैन्यीकरण को लिया गया है।
– साथ ही 23 संकेतकों को भी इसमें शामिल किया गया है।
“शांति असमानता” में प्रतिशत
– सर्वाधिक और सबसे कम शांतिपूर्ण देशों के बीच का अंतर बढ़ गया है, तथा पिछले दो दशकों में “शांति असमानता” में 11.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
– नोट : रिपोर्ट में कहा गया है कि शांति में गिरावट अब द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर है ।
सबसे कम शांतिपूर्ण देश
– रूस
– यूक्रेन
– सूडान
– कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य
– यमन
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