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1. ईरान की तर्ज पर तालिबान ने अफगानिस्तान का सुप्रीम लीडर किसे चुना?
a. आयतोल्लाह ख़ामेनेई
b. अब्दुल गनी बरादर
c. मोहम्मद याकूब
d. हिबतुल्लाह अखुंदजादा
Answer: d. हिबतुल्लाह अखुंदजादा
– इंडियन एक्सप्रेस सहित कई न्यूजपेपर ने यह न्यूज जारी की है।
– हिबतुल्लाह अखुंदजादा, तालिबान के चीफ हैं।
– उन्हीं को तालिबान ने अफगानिस्तान का सर्वोच्च अधिकारी नॉमिनेट किया है।
कंधार में सरकार गठन पर बैठक
– सरकार गठन को लेकर कंधार में चल रही बैठकों की अध्यक्षता खुद अखुंदजादा ने की।
– मोटे तौर पर यह माना जा सकता है कि सुप्रीम लीडर का फैसला ही आखिरी होगा।
– यही व्यवस्था शिया बहुल देश ईरान में भी है। वहां अयातुल्लाह खामनेई सुप्रीम लीडर है। वहां एक शूरा काउंसिल है और इसके बाद संसद और राष्ट्रपति। राष्ट्रपति सीधे जनता चुनती है।
तालिबान ने आधिकारिक रूप से क्या कहा?
– द हिन्दू न्यूजपेपर के अनुसार, तालिबान के सूचना और संस्कृति आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी मुफ्ती इनामुल्ला समांगानी ने कहा, “नई सरकार पर विचार-विमर्श लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है, और कैबिनेट के बारे में आवश्यक चर्चा भी हो चुकी है।”
– उन्होंने कहा कि समूह अगले तीन दिनों में काबुल में नई सरकार के गठन की घोषणा करने के लिए तैयार है।
– नए सेट-अप में, 60 वर्षीय मुल्ला अखुंदज़ादा तालिबान सरकार का सर्वोच्च नेता होगा, जो ईरानी नेतृत्व के पैटर्न का पालन करेंगे।
– उन्होंने संकेत दिया कि राष्ट्रपति उनकी निगरानी में काम करेंगे।
तालिबान का पिछला शासन
– तालिबान ने पिछली बार 1996 से 2001 तक एक परिषद के सहारे शासन किया था जो निर्वाचित नहीं हुई थी।
– उसका चीफ मुल्ला उमर था।
– 2001 में अमेरिकी अगुआई में गठबंधन सेना के अफ़ग़ानिस्तान पर हमले के बाद तालिबान सत्ता से बाहर हो गए थे और उसके अधिकतर नेताओं को निर्वासित होना पड़ा था।
– 20 साल बाद तालिबान ने फिर से अफ़ग़ानिस्तान पर नियंत्रण कर लिया है और उसके अधिकतर नेता देश लौट चुके हैं।
अखुंदजादा के बारे में
– तालिबान के संस्थापक हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा, मुल्ला उमर और मुल्ला मंसूर दोनों की तरह कंधार से ताल्लुक रखते हैं।
– वह नूरजई कबीले से ताल्लुक रखते हैं, जो पश्तूनों के बीच एक शक्तिशाली जनजाति है।
– सबसे पहले मुल्ला उमर तालिबान का चीफ था। वह 2013 में पाकिस्तान के हॉस्पिटल में इलाज करवाते वक्त मर गया।
– उसके बाद मुल्ला मंसूर तालिबान का चीफ बना। ड्रोन हमले में करीब छह साल पहले उसे अमेरिका ने मारा।
– इसके बाद हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा तालिबान का चीफ बना दिया गया।
– वह, मुल्ला उमर की तरह ही कभी सार्वजनिक स्थान पर या सभा में नहीं आता है। सिर्फ उसकी तस्वीर सामने आई है।
– उसकी पॉपुलरिटी तब और बढ़ गई, जब वर्ष 2017 में उसके 23 वर्षीय बेटे के नेतृत्व में फिदायिन हमले (सुसाइड बांबिंग) हुए।
– बेटे का नाम अब्दुर रहमान था, उसके सहयोगी ने एक्सप्लोसिव से भरे वाहन को अफगान मिलिटरी बेस से टकरा दिया था।
– बाद में अब्दुर रहमान भी टेरर अटैक में मारा गया।
अफगानिस्तान का नया नाम
– तालिबान ने अफगानिस्तान के ऑफिशियल नाम में बदलाव किया है। नया नाम – ‘Islamic Emirate of Afghanistan’.
– जबकि, इससे पहले अफगानिस्तान का नाम – Islamic Republic of Afghanistan.
– हर देश का ऑफिशियल नाम थोड़ा बड़ा होता है, जैसे इंडिया का ऑफिशियन नाम ‘रिपब्लिक ऑफ इंडिया’ है।
– चीन का नाम – People’s Republic of China.
– पाकिस्तान का नाम – Islamic Republic of Pakistan.
इस महीने के अंत तक अफगानिस्तान में खाद्य भंडार खत्म हो जाएगा: संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारी ने चेतावनी दी
– संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने चेतावनी दी है कि इस महीने अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य भंडार समाप्त हो सकते हैं और सबसे कमजोर लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए $ 200 मिलियन की महत्वपूर्ण आवश्यकता है।
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2. भारत की पहली ऑफिशियल वार्ता ‘तालिबान’ के लीडर शेर मोहम्मद स्टानिकज़ई और किस भारतीय डिप्लोमेट के बीच हुई?
a. एस जयशंकर
b. दीपक मित्तल
c. विवेक दास
d. हर्षवर्धन श्रृंगला
Answer: b. दीपक मित्तल
– तालिबान से पहली ऑफिशियल बातचीत कतर की राजधानी दोहा में 31 अगस्त 2021 को हुई।
– इंडिया की ओर से कतर में भारतीय राजदूत दीपक मित्तल ने बातचीत की।
– यह बातचीत कतर में भारतीय दूतावास में हुई।
– भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि तालिबान ने वार्ता की पेशकश की थी।
– तालिबान की ओर से इस संगठन के राजनीतिक ऑफ़िस के प्रमुख शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकज़ई वार्ता करने पहुंचे।
तालिबान से क्या बात हुई?
– बातचीत का फ़ोकस अफ़ग़ानिस्तान में फँसे भारतीयों की सुरक्षित और जल्दी वापसी पर था।
– अफ़ग़ानिस्तान के नागरिकों ख़ासकर अल्पसंख्यकों की भारत यात्रा को लेकर भी बातचीत हुई।
– भारतीय राजदूत मित्तल ने ‘आतंकवाद’ से जुड़ी चिंता को भी उठाया और कहा, “अफ़ग़ानिस्तान की ज़मीन का इस्तेमाल किसी भी भारत विरोधी गतिविधि या आतंकवाद के लिए नहीं होना चाहिए।”
– विदेश मंत्रालय के बयान के मुताकिब, “तालिबान के प्रतिनिधि ने भरोसा दिया कि भारतीय राजदूत ने जो मुद्दे उठाए हैं उन पर सकारात्मक तरीक़े से अमल होगा।”
– इसके पहले भारत और तालिबान के बीच बैकचैनल बातचीत की अटकलें लगाई जा रही थीं. हालाँकि भारत ने आधिकारिक तौर पर ऐसी किसी बातचीत की जानकारी नहीं दी थी।
कौन हैं शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजई, भारत से क्या नाता?
– वह तालिबानी लीडर हैं।
– तालिबान के टॉप 7 लीडर्स में से एक हैं, जो तालिबान को चलाते हैं।
– वर्ष 1979 से 1982 इंडियन मिलिटरी एकेडमी (IMA), देहरादून में आर्मी ऑफिसर की ट्रेनिंग ली।
– इसके बाद शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजई ने बतौर ‘लेफ्टिनेंट’ अफगान नेशनल आर्मी ज्वाइन की। उस वक्त सोवियत संघ (अब विखंडित होकर रूस) के प्रभाव वाली कम्युनिस्ट सरकार थी।
– उस वक्त, कबीलाई विद्रोह शुरू हुआ। अमेरिका अफगानिस्तान की कम्युनिस्ट सरकार को उखाड़ फेंकना चाहता था और इसलिए उसकी खूफिया एजेंसी CIA ने फंडिंग शुरू की।
– उस वक्त के अफगान सरकार पर दबाव बढ़ा, तो सोवियत संघ की सेना समर्थन में खुलकर सामने आ गई।
– सोवियत फौज अफगान सरकार की मदद के लिए आ गई और विद्रोहियों को मारना शुरू किया।
– इसी दौरान शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजई ने अफगान नेशनल आर्मी को छोड़ दिया।
– वह कबीलाई विद्रोही गुट के साथ आ गए। विद्रोही गुट का नाम इस्लामिक मुजाहिद था।
– इसके बाद अमेरिका खुलकर सामने आया, उसने स्ट्रिंगर मिसाइलें इन विद्रोहियों को दी। इन मिसाइलों के सामने सोवियत सेना के हेलिकॉप्टर ढेर होने लगे।
– अंतत: 1989 में सोवियत संघ ने अफगानिस्तान छोड़ दिया।
– इसके बाद कुछ साल में अफगानिस्तान पर मुजाहिदीन संगठनों का कब्जा हो गया।
– 1992-1996 तक मुजाहिदीन सत्ता में रहे, लेकिन उनके गुटों के बीच आपसी संघर्ष हुआ।
– इसी दौरान तब 1994 में दक्षिणी अफगानिस्तान में तालिबान आंदोलन शुरू हुआ और 1996 में तालिबान ने अपना सैन्य अधिकार 95 प्रतिशत इलाकों पर कायम कर लिया।
– इसके बाद से अफगानिस्तान पर तालिबान की सत्ता 1996 से 2001 तक रही।
– इस दौरान शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजई तालिबान शासन के उप विदेश मंत्री थे। बाद में उप स्वास्थ्य मंत्री बने।
– साल 1996 में वह अमेरिका गए, और प्रेसिडेंट बिल क्लिंटन के प्रशासन को तालिबान सरकार को स्वीकार करने के लिए मनाने की कोशिश की। लेकिन अमेरिकी सरकार ने इनकार कर दिया।
– वह जनवरी 2012 में कतर में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के उद्घाटन के लिए कतर पहुंचे।
– नवंबर 2015 में उन्हें राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख के रूप में उनके पद पर पुष्टि की गई थी।
– इसके बाद 2016 में उन्होंने चीन से वार्ता के लिए तालिबानी प्रतिनिधिमंडल का भी नेतृत्व किया था।
– पिछली अफगानिस्तान सरकार के अधिकारियों के साथ हुई बातचीत में स्टानिकजई, अब्दुल हकीम हक्कानी के उप वार्ताकार भी थे।
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3. वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में भारत की GDP वृद्धि दर कितनी रही?
a. 10.1%
b. 15.1%
c. 20.1%
d. 27.1%
Answer: c. 20.1%
– पहली तिमाही मतलब : अप्रैल से जून 2021.
– यह किसी भी तिमाही में अब तक की रिकॉर्ड हाई ग्रोथ है।
– अगर पिछले वित्त वर्ष (2020-21) की पहली तिमाही की बात करें, तो उस वक्त जीडीपी ग्रोथ रेट माइनस 24.4 प्रतिशत था।
ग्रोथ में तेज उछाल की वजह रही बेस इफेक्ट
– ग्रोथ रेट में तेज उछाल की वजह साफ तौर पर बेस इफेक्ट रही।
– बेस इफेक्ट का मतलब कि पिछले साल की पहली तिमाही का स्तर।
– जीडीपी में इस तेज़ उछाल का मतलब सीधे-सीधे यह नहीं मान लेना चाहिए कि अर्थव्यवस्था बहुत तेज़ी से पटरी पर आ रही है और कारोबार में तेज़ उछाल आ चुका है।
– जीडीपी में तेज़ बढ़त के इस आँकड़े की सबसे बड़ी वजह यह है कि पिछले साल इसी तिमाही में देश की जीडीपी 24.4% कम हुई थी यानी देश बहुत बड़ी मंदी की चपेट में आया था।
– वहाँ से 20.1% फ़ीसदी के उछाल का भी मतलब यही है कि अभी यह पुराने स्तर से भी कुछ नीचे ही है।
जीडीपी :
# अप्रैल – जून 2019 : 35.85 लाख करोड़ (ग्रोथ रेट : +5%)
# अप्रैल – जून 2020 : 26.95 लाख करोड़ (ग्रोथ रेट : -24.4%)
# अप्रैल – जून 2021 : 32.38 लाख करोड़ (ग्रोथ रेट : +20.1)
– इन तीन आँकड़ों को साथ रखकर देखें तब तस्वीर साफ़ होती है कि अभी देश की अर्थव्यवस्था वहाँ भी नहीं पहुँच पाई है, जहाँ अब से दो साल पहले थी।
इसे ऐसे समझें
– मान लीजिये पिछले साल देश की जीडीपी 100 रुपए थी.
– 24 प्रतिशत की गिरावट आने के बाद वो 76 रुपयों पर पहुंच गई।
– अब अगर उसमें 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, तो वो ऊपर तो बढ़ी है लेकिन बस 91 रुपयों तक पहुंच पाई है।
– यानी 100 रुपयों से आगे बढ़ना तो दूर, वो वापस 100 रुपयों तक भी नहीं पहुंच पाई है।
कंस्ट्रक्शन सेक्टर
– अच्छी बात है कि कंस्ट्रक्शन सेक्टर में पिछले साल जहां 50 फीसदी की गिरावट हुई थी, वहां पर 68.3 प्रतिशत का उछाल आया है।
– मतलब यहां मंदी को खत्म करने में कामयाबी मिली है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर
– पिछले साल अप्रैल से जून के बीच 36 फ़ीसदी की गिरावट के मुक़ाबले इस साल की इसी तिमाही में 49.6% बढ़ी है।
– मैन्युफै़क्चरिेंग यानी औद्योगिक उत्पादन भी रोज़गार बढ़ाने में मदद करता है।
क्या है GDP?
– सकल घरेलू उत्पाद (GDP) किसी एक साल में देश में पैदा होने वाले सभी सामानों और सेवाओं की कुल वैल्यू को कहते हैं।
– GDP किसी देश के आर्थिक विकास का सबसे बड़ा पैमाना है।
– अधिक GDP का मतलब है कि देश की आर्थिक बढ़ोतरी हो रही है, अर्थव्यवस्था ज्यादा रोजगार पैदा कर रही है।
– कम जीडीपी का मतलब कि आर्थिक तौर पर पिछड़ रहे हैं, बेरोजगारी की समस्या बढ़ रही है।
ऐसे गणना होती है > GDP = C + I + G + (X-M)
C = कंज्यूमर एक्सपेंसेज
I = इंडस्ट्रीज इन्वेस्टमेंट
G = गवर्नमेंट एक्सपेंडीचर
X = एक्सपोर्ट
M = इंपोर्ट
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4. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने किस केंद्र शासित प्रदेश में तैरता हुआ (floating) एटीएम शुरू किया?
a. जम्मू कश्मीर
b. नई दिल्ली
c. लद्दाख
d. पुदुचेरी
Answer: a. जम्मू कश्मीर
– श्रीनगर की डल झील में तैरते हाउसबोट और शिकारा की सवारी तो सबका मन मोहती ही है।
– अब SBI का तैरता एटीएम एक नया आकर्षण केन्द्र भी जुड़ गया है।
– ये एटीएम एक हाउसबोट में खोला गया है,
– 16 अगस्त 2021 को SBI चेयरमैन दिनेश खरे ने इसका उद्घाटन किया।
– SBI ने ट्वीट किया कि उसका ये फ्लोटिंग एटीएम श्रीनगर की डल झील घूमने आने वाले पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों की कैश की जरूरत को भी पूरा करेगा।
SBI का मुख्यालय- मुंबई
स्थापना- 1 जुलाई 1955
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5. भारत के किस पड़ोसी देश ने आर्थिक आपातकाल (Economic emergency) लागू कर दिया?
a. चीन
b. बांग्लादेश
c. श्रीलंका
d. पाकिस्तान
Answer: c. श्रीलंका
– श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने एक सितंबर 2021 को देश में आर्थिक आपातकाल की घोषणा की।
– वहां के बैंक के पास फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व नहीं बचा है।
– जब आपके पास खाना नहीं होगा, तो आप दूसरे देश से मंगवाएंगे, तो पेमेंट डॉलर में करना पड़ेगा।
– श्रीलंका में डॉलर की कमी हो गई है, इसकी वजह से खाद्य संकट हो गया है।
– सरकार ने एक पूर्व सेना जनरल को आवश्यक सेवाओं के आयुक्त के रूप में नियुक्त किया है।
– इस आयुक्त के पास व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं द्वारा जमा किए गए खाद्य स्टॉक को जब्त करने और उनकी कीमतों को रेगुलेट करने की शक्ति होगी।
विदेशी मुद्रा भंडार में तगड़ी गिरावट
– श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार जुलाई के अंत में गिरकर 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया।
– इससे पहले, नवंबर 2019 में जब सरकार ने सत्ता संभाली थी, तब यह 7.5 अरब अमेरिकी डॉलर था।
– श्रीलंकाई रुपया नवंबर 2019 के मूल्य की तुलना में अपने मूल्य का 20 प्रतिशत से अधिक खो चुका है।
– ट्रेड डेफेसिट की वजह से ऐसा हुआ है। एक्सपोर्ट घट गया है।
– श्रीलंका में COVID-19 मामलों और महामारी से मौतों में वृद्धि ने पर्यटन को प्रभावित किया है, जो इसके मुख्य विदेशी मुद्रा अर्नर्स में से एक है।
– आंशिक रूप से पर्यटकों की संख्या में गिरावट के परिणामस्वरूप, श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में पिछले वर्ष रिकॉर्ड 3.6 प्रतिशत की गिरावट आई।
– कर्ज लेते गए, जब रिजर्व कम होता गया। तो ऐसे में विदेशी कर्ज बढ़ गया है।
– 1.5 बिलियन डॉलर के दो कर्ज उन्हें चुकाने हैं अगले 12 महीने में। यह रकम कहां से आएगा, उसका भी बड़ा संकट हो गया है।
– वहां का श्रीलंकन रुपया ऑल टाइम लो चल रहा है।
– ऐसे में महंगाई भी बढ़ रही है।
– रुपया छापा, इसकी वजह से दिक्कत बढ़ गई है।
श्रीलंका
– राजधानी : श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे
– मुद्रा: श्रीलंकाई रुपया
– प्रधान मंत्री: महिंदा राजपक्षे
– राष्ट्रपति: गोटाबाया राजपक्षे
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6. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किस राज्य में ‘माई पैड, माई राइट (My Pad, My Right)’ प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया?
a. उत्तर प्रदेश
b. राजस्थान
c. केरल
d. त्रिपुरा
Answer: d. त्रिपुरा
– निर्मला सीतारमण ने 28 अगस्त 2021 को त्रिपुरा के गोमती जिले के किल्ला गांव में इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की।
– इसे नाबार्ड और नैबफाउंडेशन के जरिए संचालित किया जा रहा है।
– इस परियोजना का उद्देश्य अनुदान, वेतन सहायता और पूंजीगत उपकरणों के माध्यम से आजीविका और मासिक धर्म स्वच्छता को ग्रामीण महिलाओं के करीब लाना है।
त्रिपुरा
– मुख्यमंत्री: बिप्लब कुमार देब
– राज्यपाल: सत्यदेव नारायण आर्य
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7. किस राज्य सरकार ने बेरोजगार युवाओं के लिए ‘मेरा काम मेरा मान’ योजना को मंजूरी दी?
a. त्रिपुरा
b. पंजाब
c. असम
d. उत्तर प्रदेश
Answer: b. पंजाब
– यह योजना, बेरोजगार युवाओं को अपने कौशल को सुधारने और नौकरी पाने की संभावनाओं को बढ़ाने में मदद करेगी।
– इस योजना के तहत नि:शुल्क अल्पकालीन कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा।
– 90 करोड़ रूपये की लागत से 30,000 लाभार्थियों का लक्ष्य प्रस्तावित किया गया है।
– इसके जरिए पंजाब कौशल विकास मिशन (Punjab Skill Development Mission) प्रशिक्षण केंद्रों पर कोर्स के दौरान प्रति माह 2,500 रुपए का रोजगार सहायता भत्ता भी मिलेगा।
पंजाब
मुख्यमंत्री : कैप्टन अमरिंदर सिंह
राज्यपाल: बनवारी लाल पुरोहित
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8. पूर्व खिलाड़ी और कोच वासु परांजपे का निधन 30 अगस्त 2021 को हो गया, वह किस खेल से जुड़े थे?
a. हॉकी
b. बास्केटबॉल
c. टेनिस
d. क्रिकेट
Answer: d. क्रिकेट
– उन्होंने सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों को ट्रेनिंग दी थी।
– उन्होंने गावस्कर को ‘सनी (Sunny)’ उपनाम भी दिया।
– परांजपे का जन्म 21 नवंबर 1938 को गुजरात में हुआ था।
– पूर्व रणजी ट्रॉफी खिलाड़ी और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के कोच रह चुके थे।
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9. HSBC बैंक ने रजनीश कुमार को एशिया ईकाई का स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया, वह किस नेशनलाइज्ड बैंक के चेयरमैन रह चुके हैं?
a. पीएनबी
b. एसबीआई
c. केनरा बैंक
d. एचडीएफसी
Answer: b. एसबीआई
– उन्हें 30 अगस्त 2021 को नियुक्त किया गया है।
– HSBC : हांगकांग और शंघाई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (Hongkong and Shanghai Banking Corporation)
– उन्हें कंपनी की ऑडिट समिति और जोखिम समिति के सदस्य के रूप में भी नियुक्त किया गया है।
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10. किस भाषा के प्रसिद्ध लेखक बुद्धदेव गुहा का निधन 29 अगस्त 2021 को हो गया?
a. बांग्ला
b. हिन्दी
c. उर्दू
d. तमिल
Answer: a. बांग्ला
– वह प्रसिद्ध बंगाली लेखक थे।
– वह “मधुकरी” (हनी गैदरर), “कोलेर कच्छे” (कोयल पक्षी के पास) और “सोबिनॉय निबेडन” (विनम्र भेंट) जैसी कई उल्लेखनीय रचनाओं के लेखक थे।
– उन्होंने 1976 में आनंद पुरस्कार, शिरोमन पुरस्कार और शरत पुरस्कार सहित कई पुरस्कार भी जीते।
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11. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के अध्यक्ष कौन हैं?
a. जेबी महापात्रा
b. केबी महापात्रा
c. सुरेश प्रभु
d. विजय शेखर
Answer: a. जेबी महापात्रा
– उनकी नियुक्ति को कैबिनेट की नियुक्ति समिति (Appointments Committee of the Cabinet – ACC) ने मंजूरी दे दी।
– वह पहले ही CBDT के कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके हैं।
– वह 1985 बैच के IRS अधिकारी हैं।
– इस साल मई में पीसी मोदी (PC Mody) का कार्यकाल समाप्त हो गया था, उसके बाद जेबी महापात्रा को अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड
– स्थापना: 1924;
– मुख्यालय: नई दिल्ली
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12. विश्व नारियल दिवस कब मनाया जाता है?
a. 01 सितंबर
b. 02 सितंबर
c. 03 सितंबर
d. 04 सितंबर
Answer: b. 02 सितंबर
– विश्व नारियल दिवस 2021 का विषय : ‘कोविड-19 महामारी और उससे परे एक सुरक्षित समावेशी लचीला और टिकाऊ नारियल समुदाय का निर्माण’
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13. जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का निधन एक सितंबर 2021 को हो गया, वह किस संगठन से जुड़े रहे हैं?
a. हुर्रियत कॉन्फ्रेंस
b. सिमी
c. पीडीपी
d. तालिबान
Answer: a. हुर्रियत कॉन्फ्रेंस
– वह 91 वर्ष के थे।
– गिलानी ने पिछले साल अलगाववादी संगठन हुर्रियत संगठन को छोड़ दिया था।
– इसकी वजह उन्होंने अपनी बीमारी को बताया था।
– दरअसल, हुर्रियत कॉन्फ्रेंस भारत विरोधी अलगाववादी संगठनों का एक समूह है।
– गिलानी की मौत के बाद प्रशासन ने एहतियातन घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई।
गिलानी के बारे में
– गिलानी 15 वर्षों तक (1972, 1977 और 1987) विधायक रहे थे।
– इस दौरान वह जम्मू-कश्मीर विधानसभा में जमात-ए-इस्लामी के प्रतिनिधि थे।
– जब जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी अभियान शुरू हुआ तो अपने चार साथियों के साथ उन्होंने 1989 में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया था।
– बाद में 2004 में गिलानी ‘जमात-ए-इस्लामी’ से अलग हो गए।
– इस संगठन पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया हुआ है।
– साल 1993 में 26 अलगाववादी संगठनों ने मिलकर ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस नाम से एक वृहद संगठन बनाया था।
– सैयद अली शाह गिलानी इसके अध्यक्ष भी रह चुके थे।
– हालांकि हुर्रियत कांफ्रेंस में फूट पड़ने के बाद एक अलग संगठन हुर्रियत (जी) का गठन हुआ था और उसका भी अध्यक्ष गिलानी को बनाया गया था।
– हालांकि बीमारी की वजह से उन्होंने जून 2020 में हुर्रियत को छोड़ दिया था।
– भारत विरोधी बयानों के लिए मशहूर रहे गिलानी को पड़ोसी देश पाकिस्तान ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से भी नवाजा था।
– कश्मीर में गिलानी के प्रभाव का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी एक आवाज पर कश्मीर बंद हो जाता था।
– हालांकि ऐसे भी मौके आए हैं जब कश्मीरी आवाम ने एक तरह से गिलानी का ही बॉयकॉट कर दिया था।
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14. अफ्रीकी मूल के लोगों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day for People of African Descent) कब मनाया जाता है?
a. 30 अगस्त
b. 31 अगस्त
c. 29 अगस्त
d. 28 अगस्त
Answer: b. 31 अगस्त
– UN ने, दिसम्बर 2020 में, ये अन्तरराष्ट्रीय दिवस मनाने लिये, एक प्रस्ताव पारित किया था।
– इस दिवस को मनाने का उद्देश्य समाज के विकास में, अफ़्रीकी मूल के लोगों की संस्कृति और योगदान को सम्मान देना है।
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15. असम सरकार ने किस नेशनल पार्क से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम हटाने का फैसला किया?
a. कांजीरंगा नेशनल पार्क
b. मानस नेशनल पार्क
c. ओरंग नेशनल पार्क
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: c. ओरंग नेशनल पार्क
– कैबिनेट ने राजीव गांधी ओरंग राष्ट्रीय उद्यान का नाम बदलकर ओरंग राष्ट्रीय उद्यान करने का निर्णय लिया है।
असम
राज्यपाल: जगदीश मुखी
मुख्यमंत्री: हिमंता बिस्वा सरमा
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