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1. देश के ऐसे पहले एक्सप्रेस वे का नाम बताएं, जहां रात में भी वायुसेना के विमानों की लैंडिंग की सुविधा है और इसका परीक्षण मई 2025 में हुआ?
Name the first expressway in the country, which has the facility of landing of Air Force planes even at night and its testing was done in May 2025?
a. यमुना एक्सप्रेस वे
b. गंगा एक्सप्रेस वे
c. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे
d. यशवंतराव चव्हाण एक्सप्रेसवे
Answer: b. गंगा एक्सप्रेस वे
– गंगा एक्सप्रेसवे देश का ऐसा पहला एक्सप्रेसवे बन गया है, जहां नाइट लैंडिंग की भी सुविधा है।
– हालांकि अगर सिर्फ दिन में लैंडिंग सुविधा की बात होगी, तो यह ऐसा तीसरा एक्सप्रेस वे है। इससे पहले से दिन में एयरफोर्स के विमानों की लैंडिंग सुविधा यमुना एक्सप्रेस वे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे है।
गंगा एक्सप्रेस वे पर कहां है विमानों की लैंडिंग सुविधा?
– गंगा एक्सप्रेस-वे पर शाहजहांपुर के जलालाबाद में पांच किलोमीटर की हवाई पट्टी बनी है।
– गंगा एक्सप्रेस-वे 36 हजार 230 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है।
– यह 594 किमी लंबा है, जो मेरठ से प्रयागराज तक बन रहा
– शाहजहांपुर के जलालाबाद में वायुसेना के विमानों ने रात में भी नाइट लैंडिंग का अभ्यास किया।
– इसमें 45 मिनट के दौरान 10 लड़ाकू, दो मालवाहक विमान और एक हेलीकॉप्टर ने टच लैंडिंग की।
– जबकि मालवाहक एयरक्राफ्ट एएन-32 ने लैंडिंग कर रोमांचित कर दिया।
– वायुसेना ने गंगा एक्सप्रेस-वे पर अभ्यास में लड़ाकू विमान सुखोई एसयू 30, मिग 29, राफेल, जगुआर, मालवाहक विमान हरक्यूलिस सी 130, मालवाहक एएन 32 और एमआई 17 हेलीकॉप्टर को शामिल किया।
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2. विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Press Freedom Day observed?
a. 1 मई
b. 2 मई
c. 3 मई
d. 5 मई
Answer: c. 3 मई
2025 की थीम
– पत्रकारिता, मीडिया और मानवाधिकारों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का प्रभाव
– The impact of Artificial Intelligence (AI) on journalism, media, and human rights
– विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पहली बार यूनेस्को के सामान्य सम्मेलन की सिफारिश के बाद 1993 में मनाया गया था।
– यह दिन प्रेस की स्वतंत्रता के मूलभूत सिद्धांतों का सम्मान करने और उन्हें बरकरार रखने का एक महत्वपूर्ण दिन है।
– यह दिवस लोगों को एक लोकतांत्रिक समाज में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है।
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3. ‘वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2025’ में पहले रैंक पर कौन सा देश है?
Which country ranks first in the ‘World Press Freedom Index 2025’?
a. नार्वे
b. ब्रिटेन
c. यूएसए
d. भारत
Answer: a. नार्वे
– नार्वे पिछले कई सालों से पहले स्थान पर है।
टॉप 10 देश
1. नार्वे
2. एस्तोनिया
3. नीदरलैंड्स
4. स्वीडेन
5. फिनलैंड
6. डेनमार्क
7. आयरलैंड
8. पुर्ततगाल
9. स्वीट्जरलैंड
10. चेकिया (चेक रिपब्लिक)
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4. ‘वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2025’ में भारत की रैंकिंग क्या है?
What is India’s ranking in the ‘World Press Freedom Index 2025’?
a. 150
b. 161
c. 159
d. 151
Answer: d. 151
वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स किसने जारी किया
– ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ (RSF) ने
– इसे ग्लोबल मीडिया वॉचडॉग माना जाता है।
– यह एक इंटरनेशनल NGO है जिसका स्व-घोषित उद्देश्य मीडिया की स्वतंत्रता की रक्षा करना और उसे बढ़ावा देना है।
– इसका मुख्यालय पेरिस में है, इसे संयुक्त राष्ट्र के साथ सलाहकार का दर्जा प्राप्त है।
– कितने देशों की रैंकिंग : 180
– 2025 में भारत की रैंकिंग : 151
किन इंडिकेटर के आधार पर रिपोर्ट तैयार होती है
– पॉलिटिकल
– इकोनॉमिक
– लेजिस्लेटिव
– सोशल
– सिक्योरिटी
इन इंडिकेटर में भारत की रैंक
– पॉलिटिकल : 155
– इकोनॉमिक : 132
– लेजिस्लेटिव : 141
– सोशल : 160
– सिक्योरिटी : 155
पड़ोसी देश : 2025 रैंक : 2024 रैंक
– चीन : 178 : 172
– नेपाल : 90 : 74
– बांग्लादेश : 149 : 165
– म्यांमार : 169 : 171
– भूटान : 152 : 174
– श्रीलंका : 139 : 150
– पाकिस्तान : 158 : 152
– अफगानिस्तान : 175 : 178
रिपोर्ट : भारत में प्रेस की स्वतंत्रता संकट में
– रिपोर्ट में कहा गया है कि पत्रकारों के खिलाफ हिंसा, अत्यधिक केंद्रित मीडिया स्वामित्व और राजनीतिक संरेखण के साथ, प्रेस की स्वतंत्रता “दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र” में संकट में है, जिस पर 2014 से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और हिंदू राष्ट्रवादी दक्षिणपंथ के अवतार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शासन है।
भारत ने लगातार खारिज किया है रिपोर्ट
– भारत सरकार, पिछले कई वर्षों से “वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स” को खारिज करती रही है।
– पिछली रिपोर्ट में सरकार का कहना था कि यह इंडेक्स संदिग्ध और गैर-पारदर्शी है। यह रिपोर्ट बेहद कम कम नमूने और लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों का ख्याल नहीं रखते हैं।
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5. गिरजा व्यास का निधन 1 मई 2025 को हो गया, वह किस प्रधानमंत्री के कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी थी?
Girja Vyas passed away on 1 May 2025, she had been a cabinet minister and chairperson of the National Commission for Women during the tenure of which Prime Minister?
a. नरेंद्र मोदी
b. मनमोहन सिंह
c. अटल बिहारी वाजपेई
d. एचडी देवेगौड़ा
Answer: b. मनमोहन सिंह
– गिरजा व्यास वरिष्ठ कांग्रेस नेता थी।
– मूलत: राजस्थान से थी।
– वह राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष की अध्यक्ष फरवरी 2005 से अप्रैल 2011 तक रह चुकी थी।
– मनमोहन सिंह की सरकार में 17 June 2013 – 26 May 2014 केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रह चुकी थी।
– उससे पहले पीवी नरसिंहा राव की सरकार में 21 जून 1991 17 March 1993 तक केंद्रीय राज्य मंत्री रह चुकी थी।
– परिवार के सदस्यों के मुताबिक, 31 मार्च 2025 को राजस्थान के उदयपुर शहर में स्थित घर में आरती करते समय गिरजा व्यास झुलस गई थीं।
– प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अहमदाबाद रेफर कर दिया गया था।
– 1 मई 2025 को उनका निधन हो गया।
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6. मतदाता सूची से मृतकों का नाम ऑटोमेटिक हटाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने इनमें से किसका डेटा का इस्तेमाल करने का ऐलान किया?
The Election Commission of India announced to use which of the following data to automatically remove the names of the dead from the voter list?
a. भारत के महापंजीयक
b. इंटेलिजेंस ब्यूरो
c. नेशनल सेंपल सर्वे
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: a. भारत के महापंजीयक (Registrar General)
– इस फैसले से पहले तक मतदाता सूची से मृतकों का नाम हटाने के लिए परिवारीजन को बीएलओ के पास आवेदन करना पड़ता था।
– लेकिन अब इसके लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी।
– भारत निर्वाचन आयोग, भारत के महापंजीयक से मृत्यु पंजीकरण का डाटा सीधे इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से प्राप्त करेगा।
– इससे निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों (ईआरओ) और बीएलओ को रजिस्टर्ड मौतों की समय पर जानकारी मिल सकेगी और वे बिना औपचारिक अनुरोध की प्रतीक्षा किए, फील्ड सत्यापन कर आवश्यक विलोपन कर सकेंगे।
– आयोग ने मतदाता सूची को अधिक शुद्ध बनाने को लेकर तीन नई पहल शुरू की है।
– रजिस्ट्रार जनरल एंड सेंसेस कमिश्नर : मृत्युंजय कुमार नारायण
– मुख्य निर्वाचन आयुक्त : ज्ञानेश कुमार
– निर्वाचन आयुक्त : सुखबीर सिंह संधु और विवेक जोशी
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7. ग्रामीण बैंकों के विलय के बाद बिहार ग्रामीण बैंक के पहले अध्यक्ष कौन बने?
Who became the first President of Bihar Gramin Bank after the merger of Gramin Banks?
a. राजेंद्र अवस्थी
b. आशुतोष कुमार झा
c. संजय पासवान
d. अजय पटेल
Answer: b. आशुतोष कुमार झा
– दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक (डीबीजीबी) और उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक (यूबीजीबी) का विलय 1 मई 2025 को पूरा हो गया।
– इस विलय के बाद ‘बिहार ग्रामीण बैंक’ के गठन की प्रक्रिया पूरी हो गई।
– DBGB के अध्यक्ष रह चुके आशुतोष कुमार झा को बिहार ग्रामीण बैंक के पहला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
– ग्रामीण बैंक का मुख्यालय पटना में बनाया गया है।
एक राज्य एक RRB नीति
– केंद्र सरकार ने इस नीति के तहत देश भर के राज्यों में ग्रामीण बैंकों का विलय किया है।
– इसकी वजह से देश में ग्रामीण बैंक की संख्या 43 से घटकर 28 रह गई है।
– दरअसल, केंद्र ने वित्त वर्ष 2004-05 में आरआरबी के संरचनात्मक एकीकरण की पहल की थी।
– इसके तहत अब तक तीन चरणों में आरआरबी की संख्या 2020-21 तक 196 से घटकर 43 रह गई थी।
– अब चौथे चरण में एक मई 2025 से यह संख्या 28 हो गई है।
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8. वेसाक दिवस (12 May) पर एयरफोर्स का विशेष विमान सारनाथ के विहार से भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को किस देश में सीमित समय के लिए ले जाया गया?
On Vesak Day (12 May), a special Air Force plane carried the sacred relics of Lord Buddha from the Sarnath monastery to which country for a limited time?
a. श्रीलंका
b. वियतनाम
c. यूएसए
d. जापान
Answer: b. वियतनाम
– मई महीने में पूर्णिमा का दिन (2025 में 12 मई) “वेसाक” दुनिया भर के लाखों बौद्धों के लिए सबसे पवित्र दिन है।
– ढाई हज़ार साल पहले, 623 ईसा पूर्व, वेसाक के दिन ही बुद्ध का जन्म हुआ था।
विशेष विमान ले जाएगा अवशेष
– भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों की प्रदर्शनी वियतनाम में 2 से 21 मई तक संयुक्त राष्ट्र दिवस वेसाक के भव्य समारोह के दौरान आयोजित की गई।
– संस्कृति मंत्रालय के अनुसार पवित्र अवशेषों को भारतीय वायुसेना के एक विशेष विमान द्वारा बड़ी श्रद्धा के साथ हो ची मिन्ह सिटी ले जाया गया, जो कि “राज्य अतिथि” के दर्जे के अनुरूप है।
– भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को राष्ट्रीय संग्रहालय से पूरे राजकीय सम्मान के साथ एक विशेष बुलेटप्रूफ वाहन में रखकर वियतनाम की यात्रा के लिए हिंडन एयर बेस ले जाया गया।
– पवित्र अवशेषों को राष्ट्रीय संग्रहालय से बाहर निकालकर विशेष वाहन में ले जाते समय भिक्षुओं और भिक्षुणियों ने प्रार्थनाएं कीं।
– हवाई अड्डे पर विदाई के लिए “वायुसेना का विशेष गार्ड ऑफ ऑनर” दिया गया।
भगवान बुद्ध के अवशेष के बारे में
– सारनाथ के मूलगंध कुटी विहार में स्थापित बुद्ध के ये अवशेष आंध्र प्रदेश के एक प्रमुख स्थल नागार्जुन कोंडा में खुदाई करके प्राप्त किये गये थे।
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9. SIPRI की ताजा रिपोर्ट (वर्ष 2025 में जारी) के अनुसार वर्ष 2024 में ग्लोबल मिलिट्री खर्च में भारत किस स्थान पर रहा?
According to the latest report of SIPRI (released in the year 2025), what position did India hold in the global military expenditure in the year 2024?
a. पहला
b. दूसरा
c. चौथा
d. पांचवां
Answer: d. पांचवां (पिछली बार चौथा स्थान था)
– वर्ष 2024 में भारत का मिलिट्री खर्च 86.1 बिलियन डॉलर (करीब 7.19 लाख करोड़) है।
– वर्ष 2023 में भारत का मिलिट्री खर्च 83.6 बिलियन डॉलर (करीब 6.9 लाख करोड़) था।
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10. SIPRI की ताजा रिपोर्ट (वर्ष 2025 में जारी) के अनुसार वर्ष 2024 में ग्लोबल मिलिट्री खर्च में पहले स्थान पर कौन सा देश है?
According to the latest report of SIPRI (released in the year 2025), which country ranks first in global military expenditure in the year 2024?
a. चीन
b. भारत
c. रूस
d. अमेरिका
Answer: d. अमेरिका
अमेरिका – 997 बिलियन डॉलर (करीब 82.75 लाख करोड़ रुपये)
– SIPRI (स्टॉकहोल्म इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट) ने अप्रैल 2025 को दुनियाभर में मिलिट्री खर्च पर रिपोर्ट जारी की।
– रिपोर्ट का नाम – Trends in World Military Expenditure, 2024
दुनिया में मिलिट्री पर बढ़ता खर्च
– दुनिया ने 2024 में डिफेंस और हथियारों पर 2,718 बिलियन डॉलर, यानी लगभग 225.6 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
– वर्ष 2024 में कुल ग्लोबल मिलिट्री खर्च में वास्तविक रूप से 9.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
– ये पूरी दुनिया में अब तक का मिलिट्री पर सबसे अधिक खर्च है।
– मिलिट्री पर खर्च की जानकारी सिपरी की सालाना रिपोर्ट में दी गई है।
किस वजह से मिलिट्री खर्च बढ़ रहा है?
– वैश्विक सैन्य खर्च में बढ़ोतरी का मुख्य कारण यूक्रेन में चल रहे युद्ध और एशिया, ओशीनिया और मध्य पूर्व में बढ़ते भौगोलिक संघर्षों को माना जा सकता है।
– विशेष रूप से, यूक्रेन में युद्ध और इजराइल-हमास संघर्ष ने यूरोप और मध्य पूर्व में सैन्य खर्च में वृद्धि को बढ़ावा दिया है।
– वर्ष 2024 में मध्य और पश्चिमी यूरोप के कई देशों के सेना खर्च में पहले से कहीं ज्यादा वृद्धि देखी गई है, क्योंकि उन्होंने नए खर्च के फैसले लिए और बड़ी खरीद योजनाएँ शुरू कीं।
भारत का मिलिट्री खर्च
– वर्ष 2024 में भारत का मिलिट्री खर्च 86.1 बिलियन डॉलर (करीब 7.19 लाख करोड़) है।
– वर्ष 2023 में भारत का मिलिट्री खर्च 83.6 बिलियन डॉलर (करीब 6.9 लाख करोड़)
– वर्ष 2022 में भारत का मिलिट्री खर्च 81.4 बिलियन डॉलर (करीब 6 लाख करोड़)
– भारत का खर्च पिछले वर्ष की तुलना में 4.2% अधिक था।
चीनी का मिलिट्री खर्च भारत से कितना ज्यादा
– चीन का मिलिट्री खर्च भारत से करीब चार गुना ज्यादा है।
– चीन- 314 बिलियन डॉलर (करीब 26.24 लाख करोड़ रुपये)
– भारत – 86.1 बिलियन डॉलर (करीब 7.19 लाख करोड़)
वर्ष 2025 में मिलिट्री पर खर्च करने वाले टॉप-5 देश
देश- खर्च
(1) अमेरिका – 997 बिलियन डॉलर (करीब 82.75 लाख करोड़ रुपये) इस बार 5.7% बढ़ा।
(2) चीन – 314 बिलियन डॉलर (करीब 26.24 लाख करोड़ रुपये) इस बार 7% बढ़ा।
(3) रूस – 149 बिलियन डॉलर (12.45 लाख करोड़ रुपये) इस बार 38% बढ़ा।
(4) जर्मनी – 88.5 बिलियन डॉलर (7.39 लाख करोड़ रुपये) इस बार 28% बढ़ा।
(5) भारत – 86.1 बिलियन डॉलर (करीब 7.19 लाख करोड़) इस बार 1.6% बढ़ा।
(29) पाकिस्तान – 10.2 बिलियन डॉलर (लगभग ₹85,170 करोड़) इस बार -5.1% रहा।
टॉप 5 देशों का वैश्विक रक्षा खर्च
– SIPRI के अनुसार, दुनिया में सबसे ज़्यादा रक्षा खर्च करने वाले पाँच देश — अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी और भारत, कुल वैश्विक रक्षा खर्च का 60% हिस्सा रखते हैं। इनका संयुक्त खर्च करीब 1,635 अरब डॉलर (यानी करीब 136.5 लाख करोड़ रुपये) खर्च किए। यह जानकारी www.sipri.org वेबसाइट पर उपलब्ध है।
पाकिस्तान का सैन्य खर्च
– पहलगाम हमले के बाद से पाकिस्तान न्यूक्लियर मिसाइल दागने की धमकी दे रहा है, और उसका सैन्य खर्च 10.2 बिलियन डॉलर (लगभग ₹85,170 करोड़) रहा।
– SIPRI की रिपोर्ट के अनुसार, भारत पाकिस्तान से अपनी सेना पर 8 गुना ज्यादा खर्च कर रहा है।
SIPRI
स्थापना: 6 May 1966
मुख्यालय: स्टॉकहोम, स्वीडन
चेयरमैन : स्टीफन लोफवेन