यह 24st June 2020 का करेंट अफेयर्स है, जो आपके कांपटीटिव एग्जाम्स में मदद करेगा। इसका PDF Download Link इस पेज के लास्ट में मौजूद है। Current Affairs PDF आप इस पेज के आखिरी हिस्से से Free में डाउनलोड करें।
1. कोविड-19 मरीजों के लिए लांच की गई पतंजलि की दवा और इसके विज्ञापन पर किस मंत्रालय ने रोक लगा दी?
a. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय
b. आयुष मंत्रालय
c. एचआरडी मंत्रालय
d. गृह मंत्रालय
Answer b. आयुष मंत्रालय
– दरअसल, 23 जून को पतंजलि आयुर्वेद की प्रेस कांफ्रेंस में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने कोरोना मरीजों के लिए दवा लांच की थी।
– उनका दावा था कि यह दवा 100 प्रतिशत कारगर है।
– ये कोरोना किट है, जिसमें तीन दवाएं हैं – कोरोनिल, श्वासरि वटी और अणु तेल.
– पतंजलि कंपनी का दावा है कि यह दवा एविडेंस बेस्ड है।
– कंपनी बोलती है कि कई क्लिनिकल ट्रायल के बाद लांच किया गया है।
– क्लीनिकल स्टडी में 69 प्रतिशत कोरोना पेशेंट केवल तीन दिन में रिकवर हो गए।
– और 100 प्रतिशत मरीज सात दिन में ठीक हो गए हो गए।
– दवा का प्रयोग माइल्ड और मॉडरेट लेवेल के पेशेंट में किया गया था।
– अब आने वाले समय में उनपर टेस्ट करने वाले हैं, जो वेंटिलेटर पर हैं।
– ताकि उनकों भी इलाज दिया जा सके।
– चार-पांच दिन के अंदर वो कुछ और एविडेंस और डेटा उपलबध करवाएंगे, ताकि साइंटिफिकली यह प्रूफ हो जाए कि यह दवा कारगर है।
– बाबा रामदेव के अनुसार यह दवा अगले सात दिन में दवा पतंजलि स्टोर में मिलने लगेगी।
– दवा के किट की कीमत 545 रुपए होगी।
दवा में क्या है?
– आचार्य बालकृष्ण के अनुसार दवा में अश्वगंधा, गिलोय, तुलसी, श्वसरि रस और अणु तेल हैं।
– उन्होंने दावा किया कि यह दवा अपने प्रयोग, इलाज और प्रभाव के आधार पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी प्रमुख संस्थानों, जर्नल आदि से प्रमाणिक है।
– बोला गया कि अश्वगंधा, कोविड-19 के आरबीडी को मानव शरीर के एसीई से मिलने नहीं देता है।
– इससे शरीर के हेल्दी सेल पर कोई असर नहीं करने देता है।
– तुलसी का कंपाउंड कोविड-19 के आरएनए- पॉलीमरीज पर अटैक करके उसके गुणांक में वृद्धि करने से न सिर्फ रोकता है , बल्कि इसके लगातार सेवन से उसे खत्म कर देता है।
– वहीं श्वसरि सर गाढ़े बलगम को बनने से रोकता है और बने हुए बलगम को खत्म कर फेफड़ों में सूजन कम कर देता है।
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– लेकिन इससे पहले दुनिया इस दावे पर सवाल उठाती, खुद केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय ने सवाल उठा दिया।
– आयुष मंत्रालय ने कहा कि उसे इस दवा के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
– इन दावों के सत्यापन के लिए पतंजलि आयुर्वेद को इन दवाओं के नाम और इनमें इस्तेमाल की गई पूरी संरचना उपलब्ध करवाने को कहा गया है।
– किस अस्पताल में रिसर्च हुआ, कहां ट्रायल हुआ, नतीजों का डेटा क्या है, ट्रायल का साइज क्या था, यह सब पतंजलि आयुर्वेद से मांगा है।
– मंत्रालय ने उत्तराखंड, जहां पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड है, वहां की स्टेट लाइसेंसिंग अथॉरिटी से लाइसेस की कॉपी और कोरोनो का इलाज करने वाले इस कथित दवा के प्रोडक्ट एप्रूवल के दस्तावेज भी मांगे हैं।
– मंत्रालय ने पतंजलि को हिदायत दी है कि जब तक दवा की पुष्टि नहीं हो जाती, तब तक प्रचार न करे।
– दिक्कत ये है कि अवैज्ञानिक कारणों से कोरोना के खिलाफ लड़ाई कमजोर होती है।
– दरअसल, देश में दवा बनाने और चलाने के नियम कायदे हैं, एक प्रक्रिया है संस्थान है, उसे बताना होता है कि दवा से कोई नुकसान तो नहीं।
– ऐसे में बड़ा सवाल है कि सरकारी मंजूरी लेने से पहले ही दवा के बारे में कैसे अनाउंस हो गया।
– कह भी दिया गया कि एक सप्ताह में दवा मार्केट में आ जाएगी।
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एलोपैथ में दवा?
– कोरोना पेशेंट के इलाज के लिए एलोपैथ की दो दवा को ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया से अभी तक पर्मिशन मिली है – फेविपिराविर और रेमडिसिविर.
– यह दवा तीन कंपनियां बना रहीं हैं और अलग-अलग ब्रांड नेम से बेचेंगी।
– अगर सरकार पतंजलि को कोरोनल टैबलेट को इस्तेमाल करने की मंजूरी दे देती है, तो ये चौथी दवा होगी।
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आयुष मंत्रालय पर भी सवाल?
– सवाल आयुष मंत्रालय पर भी उठ रहे हैं कि जब देशभर के आयुर्वेदिक डॉक्टर्स यह कह रहे हैं कि आयुर्वेद में इसकी दवा है, तो अब तक ऑफिशियल ट्रायल करके क्यों नहीं प्रूफ किया जाता है।
– यही स्थित होमियोपैथी दवा पर भी लागू होती है।
– आयुष मंत्रालय ही कई बार यह सुझाव दे चुका है कि आर्सेनिक एल्बल-30 दवा को लोग ले सकते हैं।
– लेकिन इसे अभी तक साइंटिफिकली प्रूफ नहीं किया गया है।
– देशभर के होमियोपैथी डॉक्टर अपने स्तर से लोगों का इलाज कर रहे है, और आर्सेनिक एल्बम-30 दवा से कोविड-19 से बचाव और इसके इलाज की बात कह रहे हैं, लेकिन सरकार है कि इसे साइंटिफिक बेस पर प्रूफ नहीं कर रही है।
– साइटिफिकली प्रूफ करके दुनिया को बेहद सस्ती दवा के बारे में बताया जा सकता है।
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2. RIC ग्रुप की बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किस भारतीय डॉक्टर की याद दिलाकर चीन को संदेश देने की कोशिश की?
a. डॉ. द्वारिकानाथ कोटनिस
b. डॉ. अरविंद डिसूजा
c. डॉ. महेश कृपलानी
d. डॉ. विजय महेश कोटनिस
Answer a. डॉ. द्वारिकानाथ कोटनिस
– 23 जून 2020 को भारत, चीन और रूस के विदेश मंत्रियों की वर्चुअल बैठक हुई।
– रूस की कोशिश इसके जरिए चीन और भारत के तनाव को कम करना था।
– रूसी विदेश मंत्री सर्गी लैवरॉव ने कहा कि भारत-चीन मिलकर अपना विवाद सुलझा लेंगे। इसमें तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं है।
– रूस के न्यौते पर हुई इस त्रिपक्षीय बैठक में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने डॉक्टर कोटनिस की याद दिलाई।
– उन्होंने कहा कि डॉक्टर कोटनिस उन पांच भारतीय डॉक्टरों में शामिल थे जो दूसरे चीन-जापान युद्ध के दौरान वर्ष 1938 में चिकित्सा सहायता देने के लिए गए थे।
– माना जा रहा है कि जयशंकर ने कोटनिस की याद दिलाकर चीन को यह अहसास कराने की कोशिश की कि भारत हर संकट में चीन के साथ खड़ा रहा है और उसे भारत के वैध हितों को मान्यता देनी चाहिए।
– विदेश मंत्री का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत और चीन के बीच लद्दाख में तनाव चरम पर है।
– इससे पहले डॉ. कोटनिस का जिक्र चीनी विदेश मंत्रालय ने फरवरी में किया था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को एक पत्र लिखकर इस बीमारी से लड़ने के लिए चीन को हरसंभव मदद देने की बात कही. उस वक्त चीनियों ने यह भी कहा कि भारत के इस प्रस्ताव ने डॉक्टर कोटनिस की याद दिला दी.
कौन थे डॉ. द्वारिकानाथ कोटनिस
– चीन में उनका नाम बड़े सम्मान से लिया जाता है। उनका स्मारक भी है।
– वे थे महाराष्ट्र के शोलापुर में पैदा हुए थे।
– डॉक्टर द्वारकानाथ कोटनिस ने मेडिकल की शिक्षा मुंबई विश्वविद्यालय से ली.
– 1938 में चीन पर जापानी हमला हुआ तो चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने जवाहरलाल नेहरू से निवेदन किया कि कुछ डॉक्टर चीन भेजिए.
– उस वक्त भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने एक प्रेस विज्ञप्ति के ज़रिये भारतीय जनता से चीन की सहायता करने की अपील की.
– सुभाष चंद्र बोस ने स्वयंसेवक डॉक्टरों की एक टीम तैयार की और 22 हज़ार रुपये की राशि चीन भिजवाई.
– डॉक्टरों की उस टीम में इलाहाबाद के डॉक्टर एम. अटल, नागपुर के एम. चोलकर, शोलापुर से डॉक्टर कोटनिस, और बी. के. बासु एवं देबेश मुखर्जी कोलकाता से थे.
– इस टीम के सभी डॉक्टर चीन में सेवा करने के बाद भारत वापस आये, सिवाय डॉक्टर द्वारकानाथ कोटनिस के.
– 1939 में यह टीम युन्नान पहुंची, जो उस समय क्रांतिकारियों का आधार शिविर था.
– वहां उस मेडिकल टीम का स्वागत माओ त्से तुंग ने किया. यह किसी एशियाई देश से चीन पहुंचने वाली पहली मेडिकल टीम थी.
– डॉक्टर कोटनिस कुल 5 साल चीन में रहे. उन्होंने युद्ध के मोर्चे पर घायल चीनी सैनिकों की सेवा की.
– वहीं शादी की, एक बेटा हुआ। उसका नाम इनहुआ रखा। इस चीनी नाम का मतलब था भारत और चीन।
– 9 दिसम्बर 1942 को उनका निधन हो गया।
– उनकी मृत्यु पर माओ त्से तुंग ने कहा कि ‘हमारी सेना ने एक मददगार खो दिया, चीन ने एक दोस्त को खो दिया. उनकी अंतर्राष्ट्रीय भावना हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेगी.’
– चीन में हेपेयी राज्य में शहीद स्मृति स्थल में एक स्थान डॉक्टर कोटनिस को समर्पित किया गया है जहां उनके द्वारा प्रयोग किये गए मेडिकल उपकरण एवं उनके चीन के नेताओं के साथ फोटो प्रदर्शित हैं.
– एक फोटो में वे माओ त्से तुंग के साथ नज़र आते हैं.
Source Link – https://hindi.theprint.in/culture/why-china-remembersindian-dr-kotnis-in-times-of-coronavirus/120356/
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इंडिया चाइना सैन्य वार्ता:-
– चीन और इंडिया के लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बातचीत 23 जून को हुई है।
– द हिन्दू ने रिपोर्ट पब्लिश की है, इसके अनुसार पीएलए (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) ने इंडियन ऑफिसर्स से कहा है कि गालवान की घटना अनफॉच्युनेट इंसिडेंट (दुर्भाग्यपूर्ण घटना) था।
– गलवान संषर्घ के बाद आज 24 जून को पहली बार डिप्लोमेटिक लेवेल पर भी बातचीत होने जा रही है।
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3. INDIA ने किस देश के साथ उच्चायोग (Commission) में कर्मचारियों की संख्या 50 प्रतिशत कम करने फैसला किया है?
a. चीन
b. बांग्लादेश
c. पाकिस्तान
d. यूएसए
Answer c. पाकिस्तान
– देश में पाकिस्तानी राजनयिकों के जासूसी के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत ने पाकिस्तान से नई दिल्ली में स्थित उसके उच्चायोग (Pakistan High Commission New Delhi) में कर्मचारियों की संख्या अगले सात दिनों के अंदर 50 प्रतिशत घटाने को कहा।
– साथ ही, इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग में इसी अनुपात में अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने की भी घोषणा की।
– इससे दोनों देशों के बाइलैटरल रिलेशन पहले से खराब थे, वो और ज्यादा खराब हो जाएंगे।
– और इसका कारण भी है- जिसे इंडिया ने पाकिस्तान को कन्वे कर दिया है।
– इंडिया ने कहा है कि वियना कन्वेंशन का उल्लंघन हुआ है। इसलिए वह ऐसा कर रहा है।
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– हाईकमीशन और एंबेसी में क्या अंतर?
– पाकिस्तान का हाईकमीशन क्यों है और यूएस, ऑस्ट्रेलिया और कई देशों का एंबेसी क्यों है।
– तो कॉमनवेल्थ कंट्री की ट्रेडिशन है कि इन देशों में जो भी डिप्लोमेटिक रिलेशन होते हैं, उन्हें हाईकमीशन कहते हैं।
– मतलब कि इतिहास में ये देश ब्रिटेन के अधीन थे।
– जब ये देश ब्रिटिशन कालोनी से आजाद हुए, तो ब्रिटेन ने इनसबको कॉमनवेल्थ नेशन नाम का संगठन बनाने का प्रस्ताव दिया। जो देश मान गए, उनके डिप्लोमेटिक सेंटर को हाईकमीशन कहा गया।
– मैप में देखो आप, गहरे नीले रंग में जो देश है, उनमें आपस में डिप्लोमेटिक सेंटर को हाईकमीशन कहा जाता है।
– जबकि दूसरे देश के डिप्लोमेटिक सेंटर को एंबेसी कहते हैं।
– हालांकि दोनों का स्टेटस एक ही होता है, काम सेम होता है।
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– इंडिया ने हाईकमीशन में स्ट्रेंथ 50 प्रतिशत कम करने की वजह बताई है।
– भारत का कहना है कि पाकिस्तान हाईकमीशन के लोग स्पाइंग करते हैं और टेररिज्म को सपोर्ट करते हैा।
– हाल ही में पाकिस्तान में मौजूद इंडियन हाईकमीशन के दो लोगों के साथ बुरा व्यवहार हुआ।
– वहां उसे डिटेन कर लिया गया और रॉड से पीटा गया।
– कई दिन बाद उन्हें छोड़ा और आज के समय में वे इंडिया वापस आ चुके हैं।
– इंडिया का कहना है कि यह वर्ताव ‘वियना कन्वेंशन ऑन डिप्लोमेटिक रिलेशन’ और इंडिया-पाकिस्तान के बीच हुए कई बाइलैटरल एग्रीमेंट का उल्लंघन है।
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‘वियना कन्वेंशन ऑन डिप्लोमेटिक रिलेशन’ क्या है?
– इसकी शुरुआत हुई थी 1961 में यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में।
– इसमें साफ है कि जो डिप्लोमैट होते हैं, उनको डिप्लोमेटिक इम्यूनिटी मिलेगी।
– उनपर अटैक नहीं होंगे। हैरास नहीं किया जाएगा। गिरफ्तार नहीं किया जाएगा।
– इंडिया का कहना है कि पाकिस्तान ने वियना कन्वेंशन के आर्टिकल 22 का उल्लंघन किया है।
– इस आर्टिकल के अनुसार अगर पाकिस्तान की पुलिस को इंडियन हाईकमीशन में इंटर करना है, तो पहले इंडियन हाईकमिश्नर से पर्मिशन लेनी होगी।
– बिना पर्मिशन वे इंटर नहीं कर सकते हैं।
– साथ साथ आर्टिकल 30 में लिखा है कि जरूरी नहीं है कि यह इम्यूनिटी केवल डिप्लोमेटिक ऑफिसर्स को ही मिलेगी, बल्कि उसकी फैमेली, हेल्पर या कोई भी रहता है, तो उसे भी डिप्लोमेटिक इम्यूनिटी मिलेगी।
– पाकिस्तान का आरोप है कि इंडियन हाईकमीशन के जो दो लोग उन्होंने पकड़े थे, उनके पास से नकली करेंसी मिली थी।
– अगर कुछ ऐसा होता भी, तो इस ट्रीटी के तहत इस तरह से इंडियन को इस्लामाबाद में इस तरह से नहीं करना चाहिए था।
– इंडिया और पाकिस्तान के रिलेशन बेहद खराब हो चुका है।
– पाकिस्तान ने ट्रेड सस्पेंड कर रखा है।
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4. किस देश ने H1-B सहित कई तरह के वीजा पर दिसंबर 2020 तक के लिए रोक लगा दी है, जिससे भारतीय समेत अन्य विदेशियों को दिक्कत होगी?
a. ब्रिटेन
b. यूएसए
c. फ्रांस
d. जापान
Answer b. यूएसए
– अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय आईटी पेशेवरों के बीच लोकप्रिय एच-1बी वीजा के साथ ही अन्य विदेश कार्य वीजा जारी करने पर इस साल के अंत तक रोक लगाने की आधिकारिक घोषणा की है।
– नई पाबंदी से उन भारतीय प्रोफेशनल्स को झटका लगा है जो अमेरिका में काम करने के लिए वीजा पाने के इच्छुक थे.
– यह घोषणा बड़ी संख्या में उन भारतीय आईटी पेशेवरों को भी प्रभावित करेगी जो अपने एच-1बी वीजा के रिन्युअल के लिए वेटिंग में थे।
– ट्रंप ने कहा है कि ऐसा करने से 5.25 लाख जॉब फ्री होगा, (पद खाली होंगे)।
– यह जॉब अमेरिकियों को मिलेगा।
– खासतार पर H1-B वीजा भारतीयों में प्रसिद्ध है।
– यह वीजा वहां काम करने के लिए मिलता है।
– इसी H1-B वीजा ने अमेरिका को कई बड़ी मशहूर हस्तियां दी हैं.
– गूगल के वर्तमान प्रमुख सुंदर पिचई भी भारतीय मूल के व्यक्ति हैं जो H1-B वीजा से अमेरिकी नागरिक बने हैं.
– माइक्रोसॉफ्ट की प्रमुख सत्या नडेला भी H1-B वीजा के तहत ही अमेरिका पहुंचे और वहां के नागरिक बने.
– इन सबने नई नीति का विरोध किया है।
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5. कोरोना संकट से निपटने के लिए फ्रांस ने भारत को कितनी रकम देने का समझौते पर सिग्नेचर किया है?
a. 200 मिलियन यूरो
b. 250 मिलियन यूरो
c. 180 मिलियन यूरो
d. 100 मिलियन यूरो
Answer a. 200 मिलियन यूरो (20 करोड़ यूरो – 1713 करोड़ रुपए)
– फ्रांस सरकार ने भारत में कोरोना संकट से निपटने और कमजोर वर्ग के लोगों की हेल्प और स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने के लिए यह लोन देने का वादा किया है।
– इसके लिए दोनों देशों के बीच 18 जून को एग्रीमेंट साइन हुए हैं।
– इस समझौते पर हस्ताक्षर दोनों देशों ने 18 जून को किया था।
फ्रांस
राष्ट्रपति: इमैनुएल मैक्रॉन
राजधानी: पेरिस
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6. BMW ग्रुप का भारतीय अध्यक्ष (president) किसे नियुक्त किया गया है?
a. रुद्रजीत सिंह
b. विक्रम पवाह
c. राजेंद्र मित्तल
d. अजय मस्तान
Answer b. विक्रम पवाह
– वह एक अगस्त 2020 से काम संभालेंगे। वह पहले से बीएमडब्ल्यू ग्रुप के ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के सीईओ भी हैं।
– इससे पहले रुद्रजीत सिंह बीएमडब्ल्यू इंडिया के सीईओ थे। लेकिन उनका निधन हो गया था।
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7. जर्मन बुक ट्रेड 2020 का शांति पुरस्कार निम्न में से किस भारतीय को मिला?
a. कैलाश सत्यार्थी
b. अमर्त्य सेन
c. वी एस नायपॉल
d. उपरोक्त सभी
Answer b. अमर्त्य सेन
– अमर्त्य सेन एक अर्थशास्त्री, प्रोफेसर और नोबेल प्राइज विजेता है।
– उन्हें वैश्विक न्याय, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में सामाजिक असमानता के मुद्दों को संबोधित करने के लिए जर्मन बुक ट्रेड 2020 का शांति पुरस्कार मिला है।
– जर्मन बुक ट्रेड पुरस्कार 1950 से हर साल दिया जाता है।
– इसमें 25000 यूरो और 28000 डॉलर नकद दिया जाता है।
– इस पुरस्कार का उद्देश्य उन व्यक्तियों को सम्मानित करना है जिन्होंने साहित्य, विज्ञान और कला के क्षेत्र में अपनी गतिविधियों के माध्यम से शांति के विचार को साकार करने में उत्कृष्ट योगदान दिया है।
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8. Olympic Day या ओलंपिक दिवस कब मनाया जाता है?
a. 23 जून
b. 22 जून
c. 21 जून
d. 20 जून
Answer a. 23 जून
– ओलंपिक दिवस हर साल 23 जून को विश्व स्तर पर मनाया जाता है।
– इस साल कोरोनो महामारी के चलते ओलंपिक मूवमेंट दुनिया का पहला सबसे बड़ा 24 घंटे का डिजिटल-ओलंपिक वर्कआउट बनाकर ओलंपिक दिवस 2020 मनाया।
– अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष: थॉमस बाख
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9. संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस (United Nations Public Service Day) कब मनाया जाता है?
a. 21 जून
b. 22 जून
c. 23 जून
d. 24 जून
Answer c. 23 जून
– यह दिवस प्रतिवर्ष 23 जून को विश्व स्तर पर मनाया जाता है।
– यह दिवस विकास कार्यो में लोक सेवा के योगदान का करने और समुदाय में लोक सेवा को महत्व देने के लिए मनाया है।
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10. अंतर्राष्ट्रीय विधवा दिवस (International Widows Day) कब मनाया जाता है?
a. 21 जून
b. 22 जून
c. 23 जून
d. 24 जून
Answer c. 23 जून
– यह दिवस हर साल दुनियाभर में 23 जून को मनाया जाता है।
– सन् 2005 में लूमबा फाउंडेशन ने अंतर्राष्ट्रीय विधवा दिवस की शुरूआत की थी।
– इस दिवस को 23 जून 2010 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इसे आधिकारिक रूप से मान्यता दी गई।
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11. फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित भारत के पहले वर्चुअल हेल्थकेयर एंड हाइजीन एक्सपो 2020 का उद्घाटन किसने किया?
a. पी राघवेंद्र राव
b. मनसुख मंडाविया
c. राम विलास पासवान
d. नरेन्द्र सिंह तोमर
Answer b. मनसुख मंडाविया
– मनसुख मंडाविया जहाजरानी और रसायन और उर्वरक मंत्रालय में राज्य मंत्री है।
– यह आयोजन 22 से 26 जून, 2020 को हो रहा है।
– इस एक्सपो 2020 को फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित किया गया।
– इस आयोजन का उद्देश्य स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देना है।
– यह भारत की पहली सबसे बड़ी वर्चुअल प्रदर्शनी है।
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