यह 22 to 24 अगस्त 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
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1. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स बीमारी का नाम क्या रखा हुआ है?
What is the name given by WHO to the monkeypox disease?
a. एमपॉक्स
b. बीपॉक्स
c. बंदरपॉक्स
d. वानरपॉक्स
Answer: a. एमपॉक्स (mpox)
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2. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) को किस तरह का स्वास्थ्य आपातकाल (Health Emergency) अगस्त 2024 में घोषित किया?
The World Health Organization (WHO) declared Monkeypox as what kind of Health Emergency in August 2024?
a. महामारी (Pandemic)
b. अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (Public Health Emergency of International Concern)
c. मानवीय संकट (Humanitarian crises)
d. प्रकोप (Outbreaks)
Answer: b. अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (Public Health Emergency of International Concern)
– मंकीपॉक्स जानवरों से इंसानों मे फैलने वाली बीमारी है।
– विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस बीमारी का नाम वर्ष 2022 में mpox कर दिया था।
– उस वक्त भी WHO ने कुछ महीनों के लिए इस बीमारी को अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (Public Health Emergency of International Concern) घोषित किया था।
– वर्ष 2024 में फिर से दुनिया में इस बीमारी के मामले बढ़ने की वजह से WHO ने अगस्त में फिर से इसी कैटेगरी में स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया।
– WHO के आंकड़ों के अनुसार, 2022 से अब तक 116 देशों में एमपॉक्स के कारण कम से कम 99,176 मामले और 208 मौतें दर्ज की गई हैं।
मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) क्या है?
– मंकीपॉक्स एक दुर्लभ जूनोटिक (जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाली) वायरल बीमारी है।
– यह बीमारी स्मालपॉक्स (चेचक) के समान वायरस वाली फैमिली में आती है।
मंकीपॉक्स नाम क्यों पड़ा?
– मंकीपॉक्स पहली बार 1958 में जानवरों में खोजा गया था।
– उसे वक्त रिसर्च के लिए रखे गए बंदरों में इस बीमारी के दो प्रकोप हुए थे।
– इसीलिए इस बीमारी का नाम मंकीपॉक्स पड़ गया।
– 2022 में जब यह बीमारी तेजी से फैली तब खासतौर पर अफ्रीका में लोगों ने नस्लवादी और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल शुरू कर दिया।
– इस वजह से कई देशों ने WHO को इस बीमारी का नाम बदलने का आग्रह किया।
– इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ डिजीसेस (ICD) के अनुसार बीमारियों के नाम देने की जिम्मेदारी WHO की है।
– WHO ने नए नाम के लिए कई विशेषज्ञों, देशों और आम जनता से उनका सुझाव लिया।
– इन सभी सुझावों पर चर्चा के बाद WHO ने मंकीपॉक्स का नाम बदलकर एमपॉक्स कर दिया था।
इंसानों में पहली बार यह बीमारी कब आई?
– वर्ष 1970 में।
– उस वक्त पहली बार इंसानों में मंकीपॉक्स अफ्रीकी देश ‘डेमोक्रैटिक रिपब्लिक ऑफ द कांगो (DRC)’ में पाया गया था।
– तब से मंकीपॉक्स के मामले वेस्टर्न और सेन्ट्रल अफ्रीका में पाए जा रहे है।
– DRC में तो मंकीपॉक्स को स्थानिक महामारी माना जाता है।
मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?
– इसका ट्रांसमिशन जानवरों से मनुष्यों में होता है।
– यह संक्रमित जानवरों के रक्त, तरल पदार्थ, या त्वचा या घावों के सीधे संपर्क के माध्यम से हो सकता है।
– संक्रमित जानवर का अधपका मांस या एनिमल प्रोडक्ट को खाने से मंकीपॉक्स हो सकता है।
किन जानवरों से हो सकता है मंकीपॉक्स?
– अफ्रीका में कई जानवरों की प्रजातियों में मंकीपॉक्स के साक्ष्य पाए गए हैं।
– इनमें गिलहरी, गैम्बियन शिकार चूहे, डॉर्मिस और बंदरों की विभिन्न प्रजातियां शामिल हैं।
मंकीपॉक्स के लक्षण
– मंकीपॉक्स और स्मालपॉक्स (चेचक) में लक्षण काफी हद तक समान होते है।
– बस एक अंतर है कि मंकीपॉक्स में लिम्फ नोड्स (शरीर में गांठ जिसमें लिम्फ बहता है) फूल जाते है।
– इसके अलावा बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियो में दर्द, पीठ में दर्द और थकान भी मुख्य लक्षण है।
– चेहरे पर दाने और फुंसी हो जाती और फिर पूरे शरीर पर फैल जाते है।
मंकीपॉक्स का इलाज
– मंकीपॉक्स के लिए वर्तमान में कोई विशिष्ट उपचार नहीं है।
– हालांकि, कई रिसर्च से पता चला है कि चेचक के खिलाफ इस्तेमाल की जाने वाली वैक्सीनिया वैक्सीन मंकीपॉक्स की रोकथाम में 85% असरदार रही है।
– जबकि मूल चेचक का टीका (वैक्सीनिया) अब बड़े पैमाने पर बीमारी के खत्म हो जाने के बाद से उपलब्ध नहीं है।
– वर्ष 2019 में मंकीपॉक्स की रोकथाम के लिए वैक्सीन के एक नए वर्जन को मंजूरी दी गई थी।
दुनिया में मंकीपॉक्स के मामले सबसे पहले कहां पाए गए?
– अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका और यूरोप में सबसे पहले मंकीपॉक्स के मामले पाए गए।
– बाद में मई 2022 के शुरुआत में इसका संक्रमण ब्रिटेन में पाया गया।
– यह संक्रमण अफ्रीकी देश नाइजीरिया से आए व्यक्ति के जरिए ब्रिटेन पहुंचा।
– इसके कुछ हफ्ते बाद मंकीपॉक्स का संक्रमण कई यूरोपीय देशों और उत्तरी अमेरिकी देशों में सामने आया।
– भारत में 2022 में मंकीपॉक्स का पहला केस केरल के कोल्लम जिले में पाया गया था।
मंकीपॉक्स बीमारी का संक्रमण किस तरह के यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में सबसे ज्यादा मिला?
– मंकीपॉक्स पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के दौरान WHO के तत्कालीन असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल डॉक्टर सोस फॉल ने “हम पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में इंफेक्शन देख रहे हैं।”
– खासतौर पर यूनाइटेड किंगडम और कुछ अन्य देशों में इसके बहुत सारे मामले देखे गए।
– WHO के अनुसार मंकीपॉक्स किसी भी प्रकार के क्लोज कॉन्टैक्ट से फैल सकता है।
– इसमें किसी संक्रामक व्यक्ति के साथ चुंबन, स्पर्श, ओरल और एनल सेक्स शामिल है।
– WHO ने मंकीपॉक्स से संक्रमित लोगों को ठीक होने के बाद 12 सप्ताह तक कंडोम का उपयोग करने की सलाह दी है।
– कई सारे यौन संबंध रखने वाले लोगों को चेतावनी है कि अगर वह मंकीपॉक्स से बचना चाहते है, तो उन्हें अपने सेक्शूअल पार्टनर की संख्या कम करनी होगी।
– समलैंगिक सेक्स करने वाले लोगों में मंकीपॉक्स का खतरा सबसे ज्यादा है।
मंकीपॉक्स के पिछले वर्षों के मामले
– 2003 में, मंकीपॉक्स के पहले मानव मामले अफ्रीका के बाहर रिपोर्ट किए गए थे।
– जब अमेरिका में 47 केसों की पुष्टि हुई थी।
– वर्ष 2017 में नाइजीरिया में मंकीपॉक्स के 170 से अधिक संदिग्ध मामले पाए गये थे।
– वर्ष 2018 में ब्रिटेन में भी मंकीपॉक्स के तीन केसेज पाए गए थे।
– वर्ष 2019 में इजरायल और सिंगापुर में भी मंकीपॉक्स का एक केस पाया गया था।
– WHO के आंकड़ों के अनुसार, 2022 से अब तक 116 देशों में एमपॉक्स के कारण कम से कम 99,176 मामले और 208 मौतें दर्ज की गई हैं।
क्या भारत खतरे में है?
– अफ्रीका के बाहर ज़्यादा संक्रामक क्लेड इब एमपॉक्स संक्रमण का पहला मामला गुरुवार को स्वीडन से रिपोर्ट किया गया।
– वैश्विक यात्रा के आपस में जुड़े होने के कारण, ये मामले दूसरे देशों तक भी पहुँच सकते हैं।
– 2022 के वैश्विक प्रकोप के दौरान, भारत में भी एमपॉक्स के मामले सामने आए, हालांकि यह कम घातक क्लेड II प्रकार का था।
– शुरुआत में, केरल के कुछ लोगों में संक्रमण की सूचना मिली थी, जिनका अंतरराष्ट्रीय यात्रा का इतिहास था। लेकिन बाद में दिल्ली में बिना अंतरराष्ट्रीय यात्रा के इतिहास वाले लोग भी संक्रमित हो गए।
– डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार, भारत में कम से कम 27 प्रयोगशाला पुष्टि मामले और एक मौत की सूचना मिली थी।
WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन)
– स्थापना – अप्रैल 7, 1948
– मुख्यालय – जिनेवा, स्विट्जरलैंड
– महानिदेशक – टेड्रोस एडहानॉम (इथियोपिया)
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3. भारत और किस देश के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर केंद्रित 2+2 वार्ता का नया संस्करण अगस्त 2024 में आयोजित किया?
Which country held a new edition of the 2+2 dialogue focused on the Indo-Pacific region with India in August 2024?
a. अमेरिका
b. जापान
c. ऑस्ट्रेलिया
d. थाईलैंड
Answer: b. जापान
– 20 अगस्त 2024 को यह वार्ता नई दिल्ली में हुई।
– इस बार यह भारत-जापान तीसरी 2+2 वार्ता है।
– इस वार्ता में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति समीक्षा और द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधो को बढाने के तरीकों पर विचार विमर्श किया।
– इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य ताकत के बीच दोनों पक्षों ने “2+2” वार्ता का नया संस्करण आयोजित किया।
– इससे पहले सितंबर 2022 में 2+2 वार्ता जापान में हुई थी।
भारत और जापान का नेतृत्व किसने किया
– जापानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री योको कामिकावा और रक्षा मंत्री किहारा मिनोरू ने किया।
– भारतीय दल का नेतृत्व जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया।
– इस वार्ता में रक्षा सहयोग और स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत के महत्व पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई
भारत-जापान 2+2 वार्ता के बारे में
– भारत-जापान 2+2 वार्ता एक ऐसा मंच है जहाँ भारत और जापान के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री एक साथ मिलकर बातचीत करते हैं।
– इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच सुरक्षा और रक्षा संबंधों को और मजबूत करना है।
– इस वार्ता में दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्री एक साथ बैठकर महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करते हैं।
नोट: भारत का संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और रूस सहित बहुत कम देशों के साथ “2+2” मंत्रिस्तरीय वार्ता प्रारूप है।
इंडो-पैसिफिक क्या है?
– इंडो-पैसिफिक एक भौगोलिक और रणनीतिक क्षेत्र है। – जिसमें भारतीय महासागर और पैसिफिक महासागर शामिल हैं।
– यह शब्द इन दोनों महासागरों के आपसी जुड़े हुए आर्थिक, राजनीतिक, और सुरक्षा हितों को दर्शाने के लिए उपयोग किया जाता है।
– भारतीय महासागर क्षेत्र: इसमें अफ्रीका के पूर्वी तट, अरबी प्रायद्वीप, दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के देश शामिल हैं।
– पैसिफिक महासागर क्षेत्र: इसमें पूर्वी एशिया, ओशिनिया, और अमेरिका के पश्चिमी तट के देश शामिल हैं।
जापान के बारे में
– जापान पूर्वी एशिया में एक द्वीप देश है।
– जापानी द्वीपसमूह में चार प्रमुख द्वीप हैं- होक्काइडो, होन्शू, शिकोकू और क्यूशू- और हजारों छोटे द्वीप हैं।
– जोकि 377,975 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र (145,937 वर्ग मील) को कवर करते हैं।
– जनसंख्या : लगभग 124 मिलियन (12.4 करोड़) [2024 तक] यह ग्यारहवां सबसे अधिक आबादी वाला देश है।
– राजधानी – टोक्यो
– सम्राट – नारुहितो
– मुद्रा – येन
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4. ग्लोबल फाइनेंस सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड्स 2024 के अनुसार दुनिया के शीर्ष तीन केंद्रीय बैंकरों में किस भारतीय का नाम है?
Which Indian is named among the top three central bankers of the world as per the Global Finance Central Banker Report Cards 2024?
a. दिनेश खारा
b. राकेश शर्मा
c. शक्तिकांत दास
d. अतनु चक्रवर्ती
Answer: c. शक्तिकांत दास
– RBI ने 20 अगस्त 2024 को घोषणा की कि शक्तिकांत दास को ग्लोबल फाइनेंस सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड्स 2024 में ‘ए+’ रेटिंग मिली है।
– और ऐसा लगातार दूसरे वर्ष हुआ है।
– ग्लोबल फाइनेंस सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट 19 अगस्त को जारी हुई। तीन केंद्रीय बैंक गवर्नरों में दूसरा स्थान मिला।
– शीर्ष स्थान डेनमार्क के क्रिश्चियन केटल थॉमसन को मिला।
– जबकि स्विट्जरलैंड के थॉमस जॉर्डन तीसरे स्थान पर रहे।
किस अधार पर ग्रेड दिए जाते हैं?
– ग्लोबल फाइनेंस के अनुसार, मुद्रास्फीति नियंत्रण, आर्थिक विकास लक्ष्य, मुद्रा स्थिरता और ब्याज दर प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में सफलता के आधार पर “ए+” से “एफ” पैमाने पर ग्रेड दिए जाते हैं।
किन्हें ये मान्यता मिलती है?
– द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार वार्षिक सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड उन नेताओं को मान्यता देता है जिनकी रणनीतियों ने मौलिकता, रचनात्मकता और दृढ़ता के माध्यम से अपने साथियों से बेहतर प्रदर्शन किया है।
1994 से प्रकाशित हो रही रिपोर्ट
– वर्ष1994 से, ग्लोबल फाइनेंस हर साल सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड्स जारी करता है।
– जिसमें दुनिया भर के करीब 100 देशों, क्षेत्रों, और जिलों के केंद्रीय बैंक गवर्नरों को रेटिंग दी जाती है।
– इसमें यूरोपीय संघ, पूर्वी कैरेबियाई केंद्रीय बैंक, मध्य अफ्रीकी राज्यों का बैंक, और पश्चिम अफ्रीकी राज्यों का केंद्रीय बैंक भी शामिल हैं।
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5. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 21 भूविज्ञानियों को नेशनल जियोसाइंस अवॉर्ड 2023, अगस्त 2024 में प्रदान किए, ये अवॉर्ड कितनी कैटेगरी दिया जाता है?
President Draupadi Murmu presented the National Geoscience Award 2023 to 21 geologists in August 2024, in how many categories are these awards given?
a. 5
b. 4
c. 3
d. 2
Answer: c. 3
– 20 अगस्त 2024 को भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 21 भूविज्ञानियों को राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार 2023 प्रदान किए गए।
– अंतत: केंद्र ने 12 अवॉर्ड्स का चयन किया है जिसमें 9 व्यक्तिगत अवॉर्ड्स और 3 टीम अवॉर्ड्स शामिल हैं।
– 9 व्यक्तिगत अवॉर्ड्स में लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए नेशनल जियोसाइंस अवॉर्ड और नेशनल युवा जियोसाइंस अवॉर्ड के लिए 1 अवॉर्ड भी शामिल है।
– ये सभी भू-वैज्ञानिक हैं।
तीन अलग-अलग अवॉर्ड कैटेगरी
1. लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए नेशनल जियोसाइंस अवॉर्ड: भूविज्ञान में जीवन भर के महत्वपूर्ण योगदान के लिए किसी व्यक्ति को दिया जाता है।
2. नेशनल जियोसाइंस अवॉर्ड: पिछले दशक में पृथ्वी विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए व्यक्तियों या टीमों को दिया जाता है।
3. नेशनल युवा जियोसाइंस अवॉर्ड: 35 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को इस क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया जाता है।
अवॉर्ड कैटेगरी – अवॉर्ड संख्या
– लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए नेशनल जियोसाइंस अवॉर्ड – एक
नेशनल जियोसाइंस अवॉर्ड – 10 (3 टीम अवॉर्ड + 7 व्यक्तिगत अवॉर्ड)
– नेशनल युवा जियोसाइंस अवॉर्ड – एक
– कुल – 12 अवॉर्ड (अवॉर्ड प्राप्तकर्ता 21)
अवॉर्ड प्राप्तकर्ताओं की लिस्ट
– प्रो. धीरज मोहन बनर्जी (लाइफटाइम अचीवमेंट NG अवॉर्ड)
– डॉ. आशुतोष पांडे (नेशनल युवा जियोसाइंस अवॉर्ड)
– अभिषेक कुमार शुक्ला, दानिरा स्टीफन डिसिल्वा, परशुराम बेहरा और डॉ. M.N परवीन (टीम अवॉर्ड) [खनिज खो और अन्वेषण]
– संजय सिंह, शैलेंद्र कुमार प्रजापति, शशांक शेखर सिंह और केविनगुजो चेसी (टीम अवॉर्ड) [खनिज खोज और अन्वेषण]
– डॉ. पवन देवांगन (व्यक्तिगत अवॉर्ड) [खनिज खोज और अन्वेषण]
– डॉ. हर्ष कुमार वर्मा (व्यक्तिगत अवॉर्ड) [खनन, खनिज लाभकारीकरण और सतत खनिज विकास]
– प्रो. मंगदोड्डी नरसिम्हा (व्यक्तिगत अवॉर्ड) [खनन, खनिज लाभकारीकरण और सतत खनिज विकास]
– राहुल मोहन (व्यक्तिगत अवॉर्ड) [बुनियादी भूविज्ञान]
– कृष्ण कुमार, डॉ. प्रज्ञा पांडे, त्रिपर्णा घोष और देबाशीष भट्टाचार्य (टीम अवॉर्ड) [बुनियादी भूविज्ञान]
– डॉ. विक्रम विशाल (व्यक्तिगत अवॉर्ड) [अनुप्रयुक्त भूविज्ञान]
– डॉ. बंटू प्रशांत कुमार पात्रो (व्यक्तिगत अवॉर्ड) [अनुप्रयुक्त भूविज्ञान]
– प्रो. श्रीमथ तिरूमाला (व्यक्तिगत अवॉर्ड) [अनुप्रयुक्त भूविज्ञान]
नेशनल जियोसाइंस अवॉर्ड
– नेशनल जियोसाइंस अवॉर्ड (NGA) भारत सरकार के खान मंत्रालय द्वारा भूविज्ञान के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देने और उनका जश्न मनाने के लिए स्थापित किए गए प्रतिष्ठित पुरस्कार हैं।
– मूल रूप से 1966 में राष्ट्रीय खनिज पुरस्कार के रूप में स्थापित, इन पुरस्कारों का दायरा 2009 में व्यापक किया गया।
– इसके बाद इनका नाम बदलकर राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार कर दिया गया।
अवार्ड प्राप्तकर्ता कितने पैसे मिलते हैं?
– पुरस्कार विजेताओं को नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र मिलता है।
– लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए राष्ट्रीय भू-विज्ञान पुरस्कार (NGA): ₹5,00,000 (5 लाख)
– राष्ट्रीय भू-विज्ञान पुरस्कार: ₹3,00,000 (टीम के मामले में समान रूप से विभाजित)।
– राष्ट्रीय युवा भू-वैज्ञानिक पुरस्कार: ₹1,00,000 और पांच वर्षों में ₹5,00,000 का शोध अनुदान, संतोषजनक वार्षिक प्रगति के अधीन।
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI)
स्थापना: 1851
मुख्यालय: कोलकाता
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6. देश के केंद्रीय गृह सचिव का नाम बताएं?
Name the Union Home Secretary of the country?
a. सुनिल कुमार
b. राकेश शर्मा
c. गोविंद मोहन
d. अजय कुमार सिंह
Answer: c. गोविंद मोहन
– सीनियर IAS ऑफिसर गोविंद मोहन ने 23 अगस्त, 2024 को अजय कुमार भल्ला के रिटायर्ड होने के बाद केंद्रीय गृह सचिव के रूप में कार्यभार संभाला।
– इससे पहले वह केंद्रीय संस्कृति सचिव के पद पर थे।
– वह सिक्किम कैडर 1989 बैच के IAS ऑफिसर हैं।
– इससे पहले उन्होंने गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में कई महत्वपूर्ण प्रभागों में कार्य किया था।
केंद्रीय गृह सचिव (Union Home Secretary)
– यह भारत सरकार के गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) के सर्वोच्च प्रशासनिक अधिकारी होते हैं। उनका कार्यभार बहुत व्यापक और महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि वे देश की आंतरिक सुरक्षा, कानून और व्यवस्था, और अन्य गृह मामलों से संबंधित प्रशासनिक कार्यों का संचालन और निगरानी करते हैं।
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7. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में कितने रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया?
Defence Minister Rajnath Singh released a commemorative coin of how many rupees to mark the birth centenary of former Tamil Nadu Chief Minister M. Karunanidhi?
a. ₹200
b. ₹100
c. ₹50
d. ₹75
Answer: b. ₹100
– रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 18 अगस्त 2024 करुणानिधि के पुत्र एवं मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की उपस्थिति में सिक्का जारी किया, जिन्होंने इसे प्राप्त किया।
– ₹100 के सिक्के का वजन 35 ग्राम
– इसका व्यास 44 MM है।
– इसके किनारे पर 200 दांते हैं।
– ये सिक्का 50% चांदी, 40% ताबां, 5% निकल और 5% जस्ता से बना है।
– सिक्के के पीछे करुणानिधि का चित्र है।
– सिक्के के दाहिने किनारे पर अंग्रेजी में “कलईगनर एम करुणानिधि की जन्म शताब्दी” लिखा है।
– जबकि नीचे “1924-2024” लिखा है।
स्मारक सिक्के कौन जारी करता है?
– किसी भी भारतीय मुद्रा को छापने या ढालने का एकमात्र अधिकार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास है, जो केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन काम करता है।
– इस प्रकार, यह केंद्रीय वित्त मंत्रालय ही है जो अंततः यह निर्णय लेता है कि स्मारक सिक्का जारी किया जाए या नहीं।
– हालांकि, राज्य सरकारें, सरकार द्वारा संचालित सांस्कृतिक संस्थाएं या यहां तक कि निजी संगठन भी सरकार से स्मारक सिक्के जारी करने का अनुरोध कर सकते हैं।
एम करुणानिधि
– वह तमिलनाडु और द्रविड़ियन पॉलिटिक्स में सबसे प्रभावशाली शख्सियतों में से एक थे।
– वे 1969 से 2018 तक DMK के अध्यक्ष रहे।
– 1969 और 2011 के बीच पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे।
– इसके अलावा उन्होंने एक वक्ता, कवि और नॉन-फिक्शन और फिक्शन, नाटकों और फिल्मों के लेखक के रूप में तमिल साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
करुणानिधि एमके स्टालिन से क्या रिश्ता
– एम करुणानिधि वर्तमान सीएम एमके स्टालिन के पिता थे।
– वे अपने पिता एम करुणानिधि की कैबिनेट में मंत्री रहे।
तमिलनाडु
सीएम: एमके स्टालिन
राजधानी: चेन्नई
राज्यपाल: आर एन रवि
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8. इसरो के किस मिशन के प्रज्ञान रोवर ने ने पता लगाया कि चन्द्रमा की सतह के नीचे कभी गर्म, पिघली हुई चट्टान या मैग्मा का एक सागर मौजूद था?
Pragyan Rover of which ISRO mission discovered that an ocean of hot, molten rock or magma once existed beneath the surface of the Moon?
a. चंद्रयान-1
b. चंद्रयान-2
c. चंद्रयान-3
d. चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2
Answer: c. चंद्रयान-3
– अध्ययन से पता चला है कि चांद कभी मैग्मा के महासागर से ढका हुआ था। नेचर जर्नल पत्रिका में प्रकाशित विश्लेषण में यह कहा गया है।
मैग्मा क्या है?
– मैग्मा एक गर्म, तरल चट्टान का मिश्रण होता है जो पृथ्वी के आंतरिक हिस्से, विशेष रूप से मेंटल (पृथ्वी की आंतरिक परत) में पाया जाता है।
रिसर्च का नतीजा
– यह विश्लेषण चंद्रमा पर मिट्टी की माप से संबंधित है, जिसे प्रज्ञान रोवर द्वारा सतह पर 100 मीटर की दूरी तय करते हुए कई बिंदुओं पर रिकॉर्ड किया गया।
– विक्रम लैंडर ने 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की थी। लैंडर और रोवर से युक्त चंद्रयान-3 को इसरो, बेंगलुरु द्वारा प्रक्षेपित किया गया था।
– लैंडर द्वारा रोवर प्रज्ञान को तैनात किया गया था।
– रिसर्च में कहा गया है कि इससे पहले तक रिसर्चरर्स नासा के अपोलो और सोवियत संघ के लूना जैसे पिछले मिशन से लिए गए मिट्टी के नमूनों पर निर्भर रहे हैं।
– शोधकर्ताओं ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से प्राप्त प्रज्ञान के आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए पाया कि चंद्रमा की मिट्टी एक ही प्रकार की चट्टान फेरोअन एनोर्थोसाइट (एफएएन) से बनी है।
– यह परिणाम चांद पर पहले से लिए गए नमूनों के विश्लेषण से मिलते-जुलते हैं।
– रोवर प्रज्ञान का डेटा भौगोलिक रूप से दूर के स्थानों से लिए गए नमूनों की समान संरचना चंद्र मैग्मा महासागर परिकल्पना का समर्थन करती है, जो चंद्रमा के प्रारंभिक विकास के लिए व्यापक रूप से स्वीकृत परिदृश्य है।
– यह परिकल्पना इस बात की संभावित व्याख्या प्रदान करती है कि चंद्रमा की सतह का ऊपरी, मध्य और भीतरी हिस्सा का निर्माण कैसे हुआ।
– परिकल्पना के अनुसार, चंद्रमा का निर्माण दो प्रोटोप्लैनेट (ग्रह निर्माण से पहले का चरण) के बीच टकराव के परिणामस्वरूप हुआ था। जबकि बड़ा ग्रह पृथ्वी बन गया, छोटा ग्रह चंद्रमा बन गया। सिद्धांत के अनुसार, इसके परिणामस्वरूप चंद्रमा बहुत गर्म हो गया, जिससे उसका पूरा आवरण पिघलकर ‘मैग्मा महासागर’ में बदल गया।
– अध्ययन में कहा गया है कि जब चंद्रमा का निर्माण हो रहा था, तब वह ठंडा हुआ, कम घनत्व वाले एफएएन सतह पर तैरने लगे, जबकि भारी खनिज नीचे डूब गए और ‘मेंटल’ बन गया, जो कि ‘क्रस्ट’ (सतह का ऊपरी हिस्सा) के नीचे स्थित है।
– विश्लेषण से यह भी पता चला कि प्रज्ञान ने चंद्रमा की मिट्टी में मैग्नीशियम का पता लगाया है।
अंतरिक्ष से सबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
1. अंतरिक्ष में उपग्रह भेजने वाला पहला देश : सोवियत संघ (अब विखंडित होकर रूस)
2. अंतरिक्ष में पहुंचने वाला पहला उपग्रह : स्पूतनिक (4 अक्टूबर 1957)
3. अंतरिक्ष मे जाने वाली पहली डॉग : लाईका (सोवियत संघ ने 3 नवंबर 1957 को भेजा था)
4. अंतरिक्ष में जाने वाला पहला इंसान : यूरी गागरिन (12 अप्रैल 1961)
5. अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला : वेलेन्टिना तरेश्कोवा (सोवियत संघ ने 16 जून 1963 को भेजा था)
6. अंतरिक्ष में जाने वाला पहला भारतीय : राकेश शर्मा (अप्रैल 1984 में सोवियत संघ के मिशन के जरिए पहुंचे)
7. प्रथम भारतीय अमेरिकी महिला अंतरिक्ष यात्री : कल्पना चावला
8. चन्द्रमा की परिक्रमा करने वाला पहला अंतरिक्ष यान : लूना-10 (मार्च 1966)
9. चन्द्रमा पर आदमी भेजने वाला पहला देश : USA
10. चांद पर कदम रखने वाला पहला इंसान : नील आर्मस्ट्रॉन्ग (USA के स्पेसक्राफ्ट अपोलो-11 के जरिए वर्ष 1969 में पहुंचे)
11. मंगल ग्रह पर चालक रहित अंतरिक्षयान भेजने वाला पहला देश : USA
12. मंगल ग्रह पर उतरने वाला पहला अंतरिक्ष यान – वाइकिंग-1 (Viking-1)
इसरो (ISRO)
चीफ – एस सोमनाथ
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9. पेरिस पैरालिंपिक गेम्स 2024 के उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक कौन चुने गए हैं?
Who has been selected as the flag bearer of India in the opening ceremony of Paris Paralympic Games 2024?
a. सुमित अंतिल और भाग्यश्री जाधव
b. देवेन्द्र झाझरिया और भाविना पटेल
c. अवनि लेखरा और मनोज सरकार
d. अवनि लेखरा और सुमित अंतिल
Answer: a. सुमित अंतिल और भाग्यश्री जाधव
– भारतीय पैरालंपिक समिति (PCI) के चीफ देवेंद्र झाझरिया ने अगस्त 2024 में इसकी जानकारी दी।
– भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल टोक्यो पैरालिंपिक गेम्स में गोल्ड मेडल विजेता हैं।
– शॉटपुट स्टार भाग्यश्री जाधव एशियाई पैरा गेम्स में सिल्वर मेडल विजेता हैं।
गेम्स कब शुरू और कितने एथलीट्स भाग लेंगे
– पेरिस पैरालिंपिक 2024: 28 अगस्त से 8 सितंबर, 2024
– इस बार दुनिया भर के 4,000 से ज़्यादा एथलीट 549 पदक स्पर्धाओं में भाग लेंगे।
– फ़्रांस की राजधानी परिस में होने वाले पहले पैरालंपिक ग्रीष्मकालीन खेलों में 22 खेल होंगे, जिनमें व्यक्तिगत और टीम दोनों तरह के खेल शामिल हैं।
पैरालिंपिक गेम्स क्या हैं?
– पैरालिंपिक गेम्स एक बड़ी खेल प्रतियोगिता है जिसमें शारीरिक और मानसिक रूप से दिव्यांग लोग हिस्सा लेते हैं। – ये खेल ओलंपिक गेम्स के बाद होते हैं।
– इसमें खिलाड़ी दौड़, तैराकी, बास्केटबॉल, साइक्लिंग और कई अन्य खेलों में मुकाबला करते हैं।
– इन खेलों का मकसद है कि दिव्यांग लोगों की प्रतिभा दुनिया को दिखाना है।
– यह खेल दिव्यांग लोगों के प्रति समाज की सोच को बदलने और उन्हें प्रेरित करने के लिए होते हैं।
– पैरालिंपिक गेम्स की शुरूआत 1960 में हुई थी।
– पहली आधिकारिक पैरालिंपिक गेम्स 18 सितंबर से 25 सितंबर 1960 के बीच रोम, इटली में हुए थे।
– पैरालंपिक खेलों की देखरेख अंतर्राष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (IPC) करती है।
– यह IOC द्वारा मान्यता प्राप्त निकाय है।
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10. थाईलैंड की नई प्रधानमंत्री कौन बनीं?
Who became the new Prime Minister of Thailand?
a. नलिनि थाविसिन
b. वजिरालोंगकोर्न
c. पैतोंगतार्न शिनावात्रा
d. श्रेष्ठा थाविसिन
Answer: c. पैतोंगतार्न शिनावात्रा
– वह विभाजनकारी पूर्व नेता थाकसिन शिनावात्रा की बेटी हैं।
– 18 अगस्त 2024 को शाही अनुमोदन पत्र प्राप्त करने के बाद वह प्रधानमंत्री बन गईं।
– अगस्त 2024 में ही उन्हें अदालत के आदेश के बाद संसद ने चुना था।
– उन्हें बैंकॉक स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।
– पैतोंगतार्न अपने अरबपति पिता थाकसिन और अपनी चाची यिंगलक शिनावात्रा के बाद इस पद पर आसीन होने वाली तीसरी शिनावात्रा हैं।
– इनसे पहले थाईलैंड की PM श्रेष्ठा थाविसिन थीं।
थाईलैंड
– राजधानी: बैंकॉक
– सम्राट: वजिरालोंगकोर्न
– प्रधानमंत्री: पैतोंगतार्न शिनावात्रा
– मुद्रा: थाई बात
– भाषा: थाई
– जनसंख्या: 7.17 करोड़ (2022)
– पड़ोसी देश: बर्मा, कंबोडिया, लाओस और मलेशिया
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11. भारत ने पहला ‘नेशनल स्पेस डे’ कब मनाया?
When did India celebrate the first ‘National Space Day’?
a. 14 जुलाई 2023
b. 17 अगस्त 2024
c. 23 अगस्त 2024
d. 20 अगस्त 2024
Answer: c. 23 अगस्त 2024
इस दिवस की थीम:
‘Touching lives while touching the Moon: India’s space saga’
‘चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा’
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त 2023 में 23 अगस्त को ‘राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
वर्ष 2023 में पीएम मोदी ने ये घोषणाएं की थी?
1- जिस जगह चंद्रयान-3 का लैंडर उतरा, उस जगह का नाम पीएम मोदी ने ‘शिव-शक्ति पॉइंट’ रखा।
2- जिस जगह चंद्रयान-2 क्रैश हुआ उस जगह का नाम ‘तिरंगा पॉइंट’ रखा।
3- हर साल 23 अगस्त को ‘नेशनल स्पेस डे’ मनाया जाएगा।
यह दिवस 23 अगस्त को क्यों मनाया जाता है?
– क्योंकि भारत ने 23 अगस्त 2023 को ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी।
– इस दिन चंद्रयान-3 मिशन ने चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग पूरी की थी।
– इस लैंडिंग के साथ ही भारत, चांद पर स्पेसक्राफ्ट की सॉफ़्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन गया।
– चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बना।
इसरो (ISRO)
चीफ : एस सोमनाथ
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12. भारत के दूसरे स्वदेशी 700 मेगावाट परमाणु ऊर्जा रिएक्टर का संचालन अगस्त 2024 में कहां शुरू हुआ है?
Where did the operation of India’s second indigenous 700-megawatt nuclear reactor begin in August 2024?
a. बिहार
b. उत्तर प्रदेश
c. गुजरात
d. राजस्थान
Answer: c. गुजरात
– 21 अगस्त, 2024 को गुजरात के काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन (KAPS) में भारत का दूसरा स्वदेशी 700 मेगावाट परमाणु ऊर्जा रिएक्टर (KAPS-4) अपनी पूरी क्षमता के साथ शुरू हो गया।
KAPS की कितनी इकाई हैं?
– KAPS की पहली इकाई (KAPS-1) को 1993 में और दूसरी इकाई (KAPS-2) को 1995 में चालू किया गया था। – ये दोनों इकाइयाँ 220 मेगावाट (MW) की क्षमता वाली भारतीय प्रेसराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर (PHWR) हैं।
– KAPS में दो नई इकाइयाँ, KAPS-3 और KAPS-4, भी स्थापित की गई हैं।
– ये रिएक्टर 700 मेगावाट की उन्नत क्षमता के साथ भारतीय PHWR डिजाइन पर आधारित हैं।
पहला स्वदेशी 700 मेगावाट परमाणु ऊर्जा रिएक्टर कौन है?
– KAPS-3 भारत का पहला स्वदेशी 700 मेगावाट का प्रेसराइज्ड हैवी वाटर रिएक्टर (PHWR) है।
– KAPS-4 भारत का दूसरा स्वदेशी 700 मेगावाट क्षमता वाला रिएक्टर है।
KAPS- 4 किस क्षमता पर काम कर रहा था
– भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (NPCIL) ने कहा कि KAPS की चौथी इकाई 700 मेगावाट की पूर्ण क्षमता तक पहुंचने से पहले 90% क्षमता पर काम कर रही थी।
– KAPS- 4 यूनिट को दिसंबर 2023 में पहली बार एक्टिवेट किया गया था।
– इसका कॉमर्शियल ऑपरेशन 31 मार्च 2024 को शुरू हुआ था।
भारत ऐसे ही कितने रिएक्टरों का निर्माण कर रहा है?
– भारत इसी डिजाइन के 700 मेगावाट के 14 और परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों का निर्माण कर रहा है।
– जिनका ऑपरेशन वर्ष 2031-32 तक शुरू होने की उम्मीद है।
रिएक्टरों की वर्तमान स्थिति
– NPCIL के पास अभी 24 परमाणु रिएक्टर हैं, जिनकी कुल क्षमता 8180 मेगावाट है।
– 8 नए रिएक्टरों का निर्माण हो रहा है, जिनकी क्षमता 6800 मेगावाट होगी।
– इसके अलावा, 10 और रिएक्टरों की योजना बनाई जा रही है, जिनकी कुल क्षमता 7000 मेगावाट होगी।
– इन सभी को मिलाकर देश में 2031-32 तक परमाणु ऊर्जा की कुल क्षमता 22480 मेगावाट तक पहुँच जाएगी।
NPCIL (न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड)
– भारत सरकार के अधीन एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है, जो देश में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के निर्माण और संचालन के लिए जिम्मेदार है।
– स्थापना : सितंबर 1987
– मुख्यालय : मुंबई
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13. भारत-ऑस्ट्रेलिया की 6वीं समुद्री सुरक्षा वार्ता अगस्त 2024 में कहां आयोजित की गई?
Where was the 6th India-Australia Maritime Security Dialogue held in August 2024?
a. नई दिल्ली
b. कैनबरा
c. मुंबई
d. मेलबर्न
Answer: b. कैनबरा (ऑस्ट्रेलिया की राजधानी)
– 6वीं भारत-ऑस्ट्रेलिया समुद्री सुरक्षा वार्ता 13 अगस्त, 2024 को कैनबरा, ऑस्ट्रेलिया में आयोजित की गई।
– भारत का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में निरस्त्रीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की संयुक्त सचिव मुआनपुई सैयावी ने किया
– ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व विदेश मामलों और व्यापार विभाग में दक्षिण एशिया और मध्य एशिया प्रभाग की प्रथम सहायक सचिव सारा स्टोरी और रक्षा विभाग में अंतर्राष्ट्रीय नीति के प्रथम सहायक सचिव बर्नार्ड फिलिप ने किया।
दोनों पक्षों का विचार विमर्श
– दोनों पक्षों ने समावेशी विकास और वैश्विक कल्याण के लिए अनुकूल सुरक्षित समुद्री वातावरण को बनाए रखने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया।
– उन्होंने भारत-प्रशांत महासागर पहल (आईपीओआई) के समुद्री पारिस्थितिकी स्तंभ में सहयोग के लिए आगे के रास्ते पर भी विचार-विमर्श किया।
अगली वार्ता कहां होगी?
– वार्ता के अगले दौर को नई दिल्ली में पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर आयोजित करने पर सहमति हुई।
ऑस्ट्रेलिया
– ऑस्ट्रेलिया ओशिनिया में क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा और दुनिया का छठा सबसे बड़ा देश है।
– प्रधानमंत्री: एंथनी अल्बानीज़
– राजधानी : कैनबरा
– मुद्रा : ऑस्ट्रेलियन डॉलर
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14. इनमें से किस बल के तत्कालीन महानिदेशक राकेश पाल का निधन 18 अगस्त 2024 को हो गया?
Rakesh Pal, the then Director General of which of these forces, passed away on 18 August 2024?
a. सीमा सुरक्षा बल
b. भारतीय तटरक्षक बल
c. भारतीय थल सेना
d. भारतीय वायु सेना
Answer: b. भारतीय तटरक्षक बल
– वह 59 वर्ष के थे। 18 अगस्त 2024 को उनका निधन चेन्नई में हो गया।
– तटरक्षक प्रमुख, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में आयोजित एक आधिकारिक समारोह में भाग लेने के लिए चेन्नई में थे, तभी कार्डिक अरेस्ट (दिल की धड़कन रुकना) से उनकी मृत्यु हो गई।
– तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
भारतीय तटरक्षक बल के बारे में
– भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) भारत का समुद्री सुरक्षा बल है।
– इसे 18 अगस्त 1978 को बनाया गया था।
– इसका मुख्य काम समुद्र में देश की सुरक्षा करना है।
– यह तस्करी रोकने, समुद्री दुर्घटनाओं में मदद करने, और समुद्र में कोई भी गैरकानूनी काम रोकने के लिए काम करता है।