22 & 23 अक्‍टूबर 2024 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए

यह 22 & 23 अक्‍टूबर 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. किस संगठन के शिखर सम्‍मेलन से ठीक पहले भारत और चीन ने लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (LAC) पर गश्‍त (पेट्रोलिंग) की सहमति बनी?
Just before the summit of which organization, India and China agreed to patrol on the Line of Actual Control (LAC)?

a. G7
b. G20
c. BRICS
d. UNGA

Answer: c. BRICS

– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिक्स समिट में शिरकत से पहले भारत और चीन के बीच बड़ा समझौता हुआ है।
– दोनों देश लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर पेट्रोलिंग के लिए सहमत हो गए हैं।
– इससे पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच LAC विवाद सुलझ सकता है और टकराव में कमी आएगी।
– माना जा रहा है यह समझौता रूस के राष्‍ट्रपति ब्‍लादिमीर पुतिन के प्रयास से हुआ है। ताकि भारत के प्रधानमंत्री और चीन के राष्‍ट्रपति एक साथ मिल सकें।

भारत-चीन के बीच LAC पर किन जगहों पर तनाव
– दौलत बेग ओल्‍डी
– देपसांग प्‍लेन्‍स
– गलवान
– हॉट स्‍प्रिंग
– पैंगोंग त्‍सो लेक
– डेमचोक

अब देपसांग प्‍लेंस और डेमचोक में तनाव कम होगा
– अन्‍य जगहों पर तो दोनों देशों की सेना थोड़ा पीछे हटी थी और बफर जोन बना था, लेकिन देपसांग प्‍लेंस और डेमचोक में तनाव बरकरार था।
– अक्‍टूबर 2024 में ब्रिक्‍स समिट से ठीक पहले भारत और चीन ने देपसांग मैदानों और डेमचोक क्षेत्र में एक-दूसरे को गश्त के अधिकार बहाल करने पर सहमति व्यक्त की है।
– लद्दाख के उत्तर में देपसांग मैदान और दक्षिण में देमचोक – में गश्त एलएसी के साथ पुराने गश्त बिंदुओं तक की जाएगी।
– इसका मतलब है कि भारतीय सैनिक देपसांग मैदानों में गश्त बिंदु (पीपी) 10 से 13 तक और देमचोक के चारडिंग नाले तक गश्त कर सकते हैं।
– खासकर अरुणाचल प्रदेश के संवेदनशील क्षेत्रों के लिए भी कुछ आपसी समझौते किए गए हैं। पूर्व के अन्य क्षेत्रों पर भी दोनों पक्षों के बीच बाद में चर्चा होगी।

गश्‍ती दल क्‍या होते हैं
– गश्ती दल में सामान्य रूप से 13 से 18 सैनिक होते हैं, लेकिन किसी भी टकराव को टालने के लिए गश्ती दल में कम से कम 14-15 सैनिक होंगे।
– इंडियन एक्‍सप्रेस के अनुसार दोनों पक्षों के गश्ती कार्यक्रमों का आदान-प्रदान किया जाएगा और किसी भी तारीख या समय पर टकराव होने की स्थिति में इसे पारस्परिक रूप से संशोधित किया जाएगा।
– दोनों पक्षों के बीच गश्त का समन्वय अच्छा रहेगा और वे एक-दूसरे को सूचित करते रहेंगे।

चीन ने संबंध बेहतर करने की शर्त पूरी की
– भारत ने चीन के साथ सामान्य संबंध बनाने के लिए यह शर्त रखी थी कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को उन इलाकों से हटना होगा, जहां उसने साढ़े चार साल पहले अतिक्रमण किया था।
– विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 21 अक्‍टूबर 2024 को कहा कि भारत और चीन में सीमा पर पेट्रोलिंग सिस्टम को लेकर समझौता हुआ है। इससे मई, 2020 से पहले की स्थिति वापस आएगी। NDTV वर्ल्ड समिट में बातचीत के दौरान जयशंकर ने कहा- हम सितंबर, 2020 से बातचीत कर रहे हैं। उस समय मास्को में चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात के बाद मुझे लगा था कि हम शांति और 2020 से पहले की स्थिति में वापस आ सकेंगे।

2020 में गलवान में हुई थी घटना
– इससे पहले 15 जून 2020 को लद्दाख के गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के बीच झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।
– जबकि चीन के 38 सैनिक मारे गए थे। हालांकि, चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने 4 सैनिक मारे जाने की बात ही कबूली थी।

हथियार क्‍यों नहीं चले
– दोनों देशों के बीच मिलिट्री लेवल पर एक समझौता है।
– इसके तहत दोनों देशों के सैनिक एक तय दायरे में फायरिंग आर्म्स यानी रायफल या ऐसे ही किसी हथियार का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
– अमूमन दोनों देशों के सैनिक एक-दूसरे को हाथों से ही पीछे धकेलते हैं।
– गलवान झड़प में चीनी सैनिकों ने कांटेदार डंडों का इस्तेमाल किया था। इसके बाद भारतीय सैनिकों ने भी इसी तरह के इलेक्ट्रिक बैटन और कांटेदार डंडों का इस्तेमाल शुरू कर दिया।
– ऐसे में, इस बार चीन को मुंहतोड़ जवाब मिला था।

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2. खगोलीय घटना सुपरमून के दौरान 17 अक्‍टूबर 2024 को चंद्रमा, पृथ्‍वी के नजदीक आकर कितना प्रतिशत बड़ा दिखाई दिया?
How much percent bigger did the Moon appear on October 17, 2024, when it came closer to Earth during the astronomical event Supermoon?

a. 10%
b. 12%
c. 14%
d. 20%

Answer: c. 14%

– दुनियाभर में 17 अक्टूबर 2024 को सुपरमून दिखाई दिया।
– यह साल 2024 का तीसरा सुपरमून था। 2024 में कुल 4 सुपरमून दिखने हैं।

कब होता है सुपरमून?
– सुपरमून में धरती और चंद्रमा के बीच की दूरी सबसे कम हो जाती है।
– इस वजह से चांद ज्यादा बड़ा और चमकीला दिखाई देता है।
– इसमें ऐसा लगता है कि जैसे यह पृथ्वी के करीब आ रहा है।

17 अक्‍टूबर को चांद पृथ्‍वी से कितनी दूर पर रहा?
– 17 अक्‍टूबर 2023 की रात सुपरमून के दौरान चन्‍द्रमा का आकार सामान्य से 14% बड़ा दिखा।
– चांद 30% ज्यादा चमकीला नजर आया।
– इंडियन एक्‍सप्रेस के अनुसार 17 अक्‍टूबर को चांद पृथ्वी से 3,57,264 किलोमीटर दूरी पर रहा। हालांकि दैनिक भास्‍कर और इंडिया टुडे ने यह दूरी 351,519 किलोमीटर बताया है।
– जबकि आमतौर पर यह सबसे दूर 4,05,000 किलोमीटर और सबसे करीब 3,63,104 किलोमीटर दूर होता है।
– जबकि पृथ्‍वी और चांद के बीच औसत दूरी 3,84,400 किलोमीटर माना जाता है।

सुपरमून होता क्‍या है ?
– सुपरमून एक खगोलीय घटना है।
– इसमें चांद अपने सामान्य आकार से ज्यादा बड़ा दिखाई देता है।
– साल में तीन से चार बार सुपरमून दिखता है।
– चांद धरती का चक्कर लगाते-लगाते उसकी कक्षा के बेहद करीब आ जाता है।
– इसे पेरिजी (Perigee) कहा जाता है।
– अगर चांद के धरती से दूर जाने पर उसे अपोजी (Apogee) कहते हैं।
– एस्ट्रोलॉजर रिचर्ड नोल ने 1979 में सुपरमून नाम का प्रयोग किया था।

अब सवाल आता है पूर्णिमा और सुपरमून में क्‍या संबंध है?
– प्रत्‍येक 27 दिन में चन्‍द्रमा धरती का एक चक्‍कर पूरा कर लेता है।
– 29.5 दिन में एक बार पूर्णिमा भी आती है।
– सभी पूर्णिमा में सुपरमून नहीं होता, लेकिन प्रत्‍येक सुपरमून पूर्णिमा में ही होता है।
– चन्‍द्रमा धरती के आसपास अंडाकार रेखा में चक्कर लगाता है।
– ऐसे में पृथ्वी और चांद के बीच की दूरी हर दिन बदलती रहती है।

नोट – एक ही महीने में 2 सुपरमून होता है तो ब्‍लूमून कहा जाता है।
– वर्ष 2023 में 30 अगस्‍त को ब्‍लू सुपरमून दिखाई दिए थे।
– अब अगली बार ब्‍लू सूपरमून की घटना 2027 में होगी।

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3. जिनेवा में अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) की 149वीं सभा में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्‍व किसने किया?
Who led the Indian delegation to the 149th Assembly of the Inter-Parliamentary Union (IPU) in Geneva?

a. हरिवंश सिंह
b. जगदीप धनखड़
c. ओम बिरला
d. अमित शाह

Answer: c. ओम बिरला

– यह आयोजन 13 से 17 अक्टूबर 2024 तक स्विट्जरलैंड के जिनेवा में उसके मुख्यालय में आयोजित की गई।
– इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दुनिया में बहुपक्षवाद की आवश्यकता पर जोर दिया।
– भारतीय प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सिंह, लोकसभा और राज्यसभा दोनों के महासचिव और कई अन्य संसद सदस्य शामिल थे।

2024 की थीम – अंतर-संसदीय संघ की 149वीं सभा का विषय अधिक शांतिपूर्ण और टिकाऊ भविष्य के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार (एसटीआई) का उपयोग करना था।

अंतर-संसदीय संघ के बारे में
– अंतर-संसदीय संघ की स्थापना 30 जून 1889 को पेरिस, फ्रांस में अंतर-संसदीय सम्मेलन के रूप में की गई थी। 1899 में, नाम बदलकर अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) कर दिया गया।
– आईपीयू का मुख्य उद्देश्य दुनिया के सांसदों को एक साथ लाना और राष्ट्रों के बीच विवादों को सुलझाने के साधन के रूप में मध्यस्थता को बढ़ावा देना था।

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4. सुप्रीम कोर्ट में ‘न्‍याय की देवी’ की नई मूर्ति से आंख की पट्टी हटा दी गई है, तो एक हाथ में तराजू और दूसरे हाथ में क्‍या रखा गया है?
The blindfold has been removed from the new statue of the ‘Goddess of Justice’ in the Supreme Court, so what is held in one hand and a scale in the other?

a. मशीनगन
b. संविधान की किताब
c. सुप्रीम कोर्ट बिल्डिंग
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: b. संविधान की किताब

– सुप्रीम कोर्ट में ‘लेडी ऑफ जस्टिस’ यानी न्याय की देवी की नई मूर्ति लगाई गई है।
– छह फुट की यह मूर्ति सुप्रीम कोर्ट के जजों की लाइब्रेरी में लगाई गई है।
– इस नई मूर्ति को CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने ऑर्डर देकर बनवाया है।
– ब्रिटिश काल की विरासत को पीछे छोड़ने की कोशिश इस मूर्ति को ब्रिटिश शासन की विरासत को पीछे छोड़ने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।

नई मूर्ति
– न्याय की देवी की नई मूर्ति में देवी को भारतीय परिधान साड़ी पहनाया गया है।
– इस मूर्ति की आंखों से पट्‌टी हटा दी गई है। इसका उद्देश्य यह संदेश देना है कि देश में कानून अंधा नहीं है और यह सजा का प्रतीक नहीं है। जबकि पुरानी मूर्ति की आंख पर पट्‌टी ये दर्शाती थी कि कानून की नजर में सब बराबर हैं, जबकि तलवार अथॉरिटी और अन्याय को सजा देने की शक्ति का प्रतीक थी।
– हालांकि, मूर्ति के दाएं हाथ में तराजू बरकरार रखा गया है, क्योंकि यह समाज में संतुलन का प्रतीक है। तराजू दर्शाता है कि कोर्ट किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले दोनों पक्षों के तथ्यों और तर्कों को देखते और सुनते हैं।
– जबकि बाएं हाथ में संविधान की पुस्‍तक है। ताकि देश को यह संदेश मिले कि न्याय संविधान के अनुसार दिया जाता है। तलवार हिंसा का प्रतीक है, लेकिन कोर्ट संवैधानिक कानूनों के अनुसार न्याय देते हैं।

रोमन माइथोलॉजी की न्याय की देवी जस्टीशिया हैं ‘लेडी ऑफ जस्टिस’
– लेडी ऑफ जस्टिस रोमन माइथोलॉजी की न्याय की देवी ‘जस्टीशिया’ हैं।
– रोम के सम्राट ऑगस्टस न्याय को प्रमुख गुणों में से एक मानते थे। उनके बाद सम्राट टिबेरियस ने रोम में जस्टीशिया का एक मंदिर बनवाया था। जस्टीशिया न्याय के उस गुण का प्रतीक बन गई, जिसके साथ हर सम्राट अपने शासन को जोड़ना चाहता था।
– भारत की न्यायपालिका के कामकाज के लिए आधार के रूप में काम करने वाली सामान्य कानूनी प्रणाली के साथ-साथ, ब्रिटिश राज ने लेडी जस्टिस की प्रतिमा भी पेश की। यह छवि आज भी देश भर के न्यायालयों में मौजूद है।

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5. लद्दाख में काकसर ब्रिज का नाम बदलकर किस शहीद के नाम पर रखा गया?
Kaksar Bridge in Ladakh was renamed after which martyr?

a. कैप्‍टन राजन सिंह
b. कैप्‍टन विनोड वर्मा
c. कैप्‍टन मनोज पांडे
d. कैप्‍टन अमित भारद्वाज

Answer: d. कैप्‍टन अमित भारद्वाज

– लद्दाख में करगिल युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि देते हुए सेना ने काकसर ब्रिज का नाम बदलकर कैप्‍टन अमित भारद्वाज सेतु रखा है।
– कैप्‍टन भारद्वाज ने 1999 के करगिल युद्ध में मातृ भूमि की रक्षा करते हुए सर्वोच्‍च बलिदान दिया था।

लद्दाख
– उपराज्‍यपाल – बीडी मिश्रा
– राजधानी – लेह

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6. अंतराष्‍ट्रीय हकलाना जागरूकता दिवस कब मनाया जाता है?
When is International Stuttering Awareness Day celebrated?

a. 20 October
b. 21 October
c. 22 October
d. 23 October

Answer: c. 22 October

2024 की थीम
– सुनने की शक्ति
– The Power of Listening.

– दुनियाभर में 1.5% लोग हकलाहट का शिकार हैं।
– जिसके चलते लोग कई तरह की मानसिक परेशानियों का भी शिकार हो सकते हैं।
– इसलिए यह दिवस जागरूकता के लिए आयोजित किया जाता है
– सबसे पहले इसे 1998 में मनाया गया था।
– इसे अंतरराष्ट्रीय स्टटरिंग एसोसिएशन आयोजित करता है।

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7. भारत ने तीनों सेनाओं के लिए अमेरिका से 31 शक्तिशाली ड्रोन खरीदने का सौदा किया, इसका नाम बताएं?
India made a deal to buy 31 powerful drones from America for the three armies, name it?

a. एलबिट हर्मीस 900
b. बकर बेकरतार TB2
c. क्रोनस्टेड ओरियन
d. MQ-9B

Answer: d. MQ-9B

– इसे अमेरिका की जनरल एटॉमिक्स ग्लोबल कॉर्पोरेशन ने बनाया है।
– इस ड्रोन को हंटर किलर ड्रोन भी कहा जाता है।

31 MQ- 9B प्रीडेटर की कीमत कितनी?
– मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह डील 32,000 करोड़ रुपये ($3.5bn) की है।
– भारतीय सेनाओं को ये ड्रोन 2030 तक ही मिल पाएंगे।

तीनों सेनाओ को कितने कितने ड्रोन
– थल सेना : 8 ड्रोन
– एयरफोर्स : 8 ड्रोन
– नेवी : 15 ड्रोन

यहां तैनात होंगे एमक्यू-9बी ड्रोन
– भारत इन ड्रोनों को चेन्नई में आईएनएस राजाजी, गुजरात के पोरबंदर में तैनात करेगा, जहां इनका संचालन भारतीय नौसेना करेगी।
– वायुसेना और थल सेना इन्हें गोरखपुर और सरसावा एयरफोर्स बेस से कंट्रोल करेंगे। क्योंकि यहां सबसे लंबा रनवे है। वहीं, गोरखपुर और सरसावा बेस से एलएसी, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश पर निगरानी रखना आसान हो जाएगा।
– 15 ड्रोन समुद्री इलाकों की निगरानी करेंगे। जबकि बाकी ड्रोन चीन और पाकिस्तान की सीमाओं की निगरानी के लिए तैनात किए जाएंगे।

क्‍या खासियत है MQ-9B ड्रोन में?
– एमक्यू-9बी स्काई-गार्जियन ड्रोन नेविगेशन सिस्टम, सेंसर सूट और मोबाइल ग्राउंड कंट्रोल सिस्टम से लैस होंगे।
– यह ड्रोन सभी मौसम में 40 घंटे से अधिक समय तक सैटेलाइट के सहारे उड़ान भर सकता है।
– निर्माता कंपनी ‘जनरल एटॉमिक्स’ की वेबसाइट के अनुसार इस ड्रोन से समुद्री इलाके में दिन या रात में होने वाली हर गतिविधि की रियल टाइम में जानकारी मिल सकती है।
– ड्रोन में इन-बिल्ट वाइड-एरिया मैरीटाइम रडार, ऑटोमेटिक आईडेंटिफिकेशन सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक सपोर्ट मेजर्स व एक सेल्फ कंटेन्ड एंटी सबमरीन वॉरफेयर यानी ASW किट से लैस है।
– 2721 किलोग्राम की मिसाइलों को लेकर उड़ान भर सकता है।
– 40 हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर उड़ने से इस ड्रोन को आसानी से दुश्‍मन की नजर में नहीं आते।
– इसमें दो लेजर गाइडेड एजीएम-114 हेलफायर मिसाइलें लगाई जा सकती हैं।
– इसे ऑपरेट करने के लिए दो लोगों की जरूरत होती है।

इसकी बनावट को समझते हैं
– MQ- 9B Predator की विंग यानी पंखों की लंबाई 79 फीट है।
– ड्रोन की लंबाई 38 फीट
– मारक क्षमता : 11,112 किलोमीटर
– हथियार समेत कुल वजन : 5670 किलोग्राम
– फ्यूल का वजन : 2721 किलोग्राम

कौन से हथियार ले जा सकता है ये
– लेजर गाइडेड मिसाइल, एंटी टैंक मिसाइल, एंटी शिप मिसाइल

किन-किन मिशन में इसका प्रयोग हो सकता है
– मानवीय सहायता, अपदा रात, खोज, बचाव, कानून व्‍यवस्‍था, सीमा पर घुसपैठ की निगरानी की जा सकती है।
– हवाई हमले से रक्षा, इसकी पूर्व चेतावनी, इलेक्‍ट्रॉनिक युद्ध में जैसे रडार जाम करना शामिल है।
– जमीन पर मिसाइल से हमला, पंडुब्बियों को खोजकर नष्‍ट करना, बारूदी सुरंगों का पता करना।
– दूर से हवाई लक्ष्‍यों को भेदने में सक्षम है।
– इसमें रडार की तरह सेंसर लगे होते हैं।

भारत लीज पर ले चुका है दो MQ-9B सी गार्जियन ड्रोन
– वर्ष 2020 में भारतीय नौसेना को समुद्री सीमा की निगरानी के लिए अमेरिका से दो MQ-9B सी गार्जियन ड्रोन एक साल के लिए लीज पर मिले थे। बाद में इसका समय बढ़ाया भी गया।

MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन की आवश्‍यकता क्‍यों
– LAC से लगे एरिया में चीन को पता चले बिना उसकी निगरानी करने के लिए।
– हिन्‍द महासागर की निगरानी करने के लिए। साथ में ‘साउथ चाइना सी’ पर भी नजर रखने के लिए।
– रक्षा विशेषज्ञ काफी समय से चीन व पाकिस्तान के ड्रोन को सीमा से दूर रखने के लिए ऐसे ड्रोन की जरूरत बता रहे हैं।

भारत के अपने ड्रोन
– भारत में निर्मित ड्रोन भी हैं। इनमें नागास्‍त्र-1, अभ्‍यास, घटक, त्रिनेत्र, रुस्‍तम, लक्ष्‍य, नेत्र आदि हैं। हालांकि भारतीय सेना को सामरिक जरूरत के लिए इससे भी बेहतर ड्रोन चाहिए।

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8. किस राज्‍य सरकार ने “छद्म और सद्भाव विरोधी गतिविधियों की रोकथाम और थूकना निषेध अध्यादेश 2024” लागू किया, जिसमें थूकने या मानव अपशिष्ट को खाद्य पदार्थ में मिलाने को संज्ञेय एवं गैर-जमानती अपराध बनाया गया है?
Which state government has enacted the “Prevention of Dishonesty and Anti-Harmony Activities and Prohibition of Spitting Ordinance 2024”, making spitting or mixing human waste with food a cognizable and non-bailable offence?

a. बिहार
b. उत्‍तर प्रदेश
c. मध्‍य प्रदेश
d. राजस्‍थान

Answer: b. उत्‍तर प्रदेश

– उत्‍तर प्रदेश कैबिनेट ने अक्‍टूबर 2024 में दो अध्‍यादेश को पारित किया।

अध्‍यादेश का नाम
1. छद्म और सद्भाव विरोधी गतिविधियों की रोकथाम और थूकना निषेध अध्यादेश 2024 {Prevention of Pseudo and Anti-Harmony Activities and Prohibition of Spitting Ordinance 2024}
2. उत्तर प्रदेश खाद्य संदूषण निवारण (उपभोक्ता को जानने का अधिकार) अध्यादेश 2024 {Uttar Pradesh Prevention of Contamination in Food (Consumer Right to know) Ordinance 2024}

“असामाजिक तत्त्वों” और “अवैध नागरिकों” से निपटने के लिये अध्यादेश:
– अध्यादेशों में उन खाद्य प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के प्रावधान शामिल होंगे, जिनके “अवैध विदेशी नागरिक” होने की पुष्टि हो गई है।
– इस कदम का उद्देश्य ऐसे व्यक्तियों को बाहर निकालना है जो खाद्य पदार्थों को दूषित करने या अन्य असामाजिक गतिविधियों में संलग्न होने के लिये अपनी पहचान छिपाते हैं।

खाद्य प्रतिष्ठानों पर नाम और पहचान प्रदर्शित करना अनिवार्य:
– पारदर्शिता को बढ़ावा देने हेतु सरकार ने सभी खाद्य प्रतिष्ठानों के लिये मालिकों और प्रबंधकों के नाम प्रमुखता से प्रदर्शित करना अनिवार्य कर दिया है।
– खाद्य प्रतिष्ठानों में कार्यरत सभी कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान पहचान-पत्र पहनना होगा।
– इस उपाय का उद्देश्य जवाबदेही सुनिश्चित करना और व्यक्तियों को अपनी पहचान छिपाने से रोकना है।

CCTV कैमरे लगाना अनिवार्य :
– सभी भोजनालयों और खाद्य प्रतिष्ठानों को अपने रसोईघरों और भोजन क्षेत्रों में CCTV कैमरे लगाना अनिवार्य होगा।
– फुटेज़ को कम से कम एक महीने तक रखा जाना चाहिये तथा आवश्यकता पड़ने पर ज़िला प्राधिकारियों को उपलब्ध कराया जाना चाहिये।
– इससे संदूषण को रोकने के लिये भोजन की तैयारी और सेवा की निगरानी करने में सहायता मिलेगी।

अध्‍यादेश कब लागू होता है?
– अध्‍यादेश को आप अस्‍थाई कानून के रूप में समझ सकते हैं।
– जब विधान मंडल या संसद का सत्र न चल रहा हो और किसी नए कानून की जरूरत हो, तब इसे जारी किया जाता है।
– केंद्र सरकार को जब अध्‍यादेश लागू करना होता है, तो वह कैबिनेट की मंजूरी से प्रस्‍ताव राष्‍ट्रपति को भेजती है।
– दूसरी ओर राज्‍य सरकार को अध्‍यादेश लागू करने के लिए उसके मंत्रिमंडल से पास करवाकर राज्‍यपाल के पास भेजना होता है।
– केंद्र में राष्‍ट्रपति और राज्‍य में राज्‍यपाल के सिग्‍नेचर के साथ ही यह लागू होता है।
– अध्‍यादेश की अवधि 6 महीने होती है।
– छह महीने से पहले अध्‍यादेश को रिन्‍यू करना होता है या संसद या विधान सभा से कानून को पारित करवाना होता है।
– ऐसा नहीं होने पर अध्‍यादेश स्‍वत: समाप्‍त हो जाता है।
– अध्यादेश को अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार) और 21 (जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार) के तहत तर्कसंगतता और सार्वजनिक हित के सिद्धांतों का पालन करना होगा।
– यदि किसी अध्यादेश को मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करने वाला या कार्यपालिका के संवैधानिक अधिकारों के दायरे से बाहर पाया जाता है, तो न्यायिक समीक्षा की प्रक्रिया उपलब्ध है।

उत्‍तर प्रदेश
मुख्‍यमंत्री – योगी आदित्‍यनाथ
राज्‍यपाल – आनंदीबेन पटेल

9. विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) ने अक्‍टूबर 2024 में किस अफ्रीकी देश को मलेरिया मुक्त घोषित किया, जो दुनिया का ऐसा 44वां देश बना?
Which African country has been declared malaria-free by the World Health Organization (WHO) in October 2024, becoming the 44th such country in the world?

a. इथियोपिया
b. नाइजीरिया
c. मिस्र (इजिप्‍ट)
d. दक्षिण अफ्रीका

Answer: c. मिस्र (इजिप्‍ट)

– विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 20 अक्टूबर 2024 को मिस्र को आधिकारिक तौर पर ‘मलेरिया मुक्त’ घोषित किया।
– यह देश साल 2024 में आधिकारिक तौर पर मलेरिया मुक्त घोषित होने वाला ‘काबो वर्डे’ के बाद दुनिया का दूसरा देश बन गया है।
– यह विश्व स्वास्थ्य संगठन से मलेरिया मुक्त प्रमाणन प्राप्त करने वाला पाँचवाँ अफ़्रीकी देश भी है।
– विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि मिस्र की ऐतिहासिक मलेरिया-मुक्त स्थिति, इस रोग के उन्मूलन के लिए उसकी सरकार और लोगों द्वारा किए गए लगभग एक शताब्दी के प्रयासों का परिणाम है।
– इस तरह मिस्र मलेरिया से मुक्त होने वाला अफ्रीका का तीसरा और दुनिया का 44वां देश बन गया है।

वर्ष 2023 में दो देश हुए मलेरिया मुक्‍त
– इससे पहले मार्च 2023 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अजरबैजान और तजाकिस्तान को मलेरिया मुक्त घोषित किया था।
– इससे पहले वर्ष 2021 में चीन और अल सल्वाडोर को मलेरिया मुक्त प्रमाणित किया गया था।

मिस्र
– राजधानी – काहिरा
– राष्‍ट्रपति – अब्देल फत्ताह अल-सीसी
– मुद्रा – इजिप्‍शियन पाउंड
– आबादी – 10.77 करोड़

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10. अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस कब मनाया जाता है?
When is International Snow Leopard Day celebrated?

a. 22 अक्‍टूबर
b. 23 अक्‍टूबर
c. 24 अक्‍टूबर
d. 25 अक्‍टूबर

Answer: b. 23 अक्‍टूबर

– हिम तेंदुआ 12 देशों में पाया जाता है : भारत, नेपाल, भूटान, चीन, मंगोलिया, रूस, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान।
– हिम तेंदुए उन ऊंचे पहाड़ी इलाकों में रहते हैं जो 18,000 फीट की ऊंचाई पर हैं, ज्यादातर ऊंची और ठंडी जगह पर।
– हिम तेंदुआ, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश का राजकीय पशु है।

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11. तिल दिवस (mole day) कब मनाया जाता है?
When is Mole Day celebrated?

a. 22 अक्‍टूबर
b. 23 अक्‍टूबर
c. 24 अक्‍टूबर
d. 25 अक्‍टूबर

Answer: b. 23 अक्‍टूबर

– यह दिवस सभी रसायन विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों के बीच लोकप्रिय है।
– Mole पदार्थ का SI मात्रक है।
– यह इंटरनेशनल सिस्‍टम ऑफ यूनिट्स का बेस यूनिट है।
– किसी पदार्थ का एक मोल उसकी वह मात्रा है, जिसमें उतने ही कण उपस्थित होते हैं।

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