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1. ईरान के नए अंतरिम राष्ट्रपति कौन बने?
Who became the new interim President of Iran?
a. मोहम्मद हुसैनी
b. मोहम्मद मोखबर
c. मेसम लतीफ़ी
d. अली सलाजेघेह
Answer: b. मोहम्मद मोखबर
– ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन की आधिकारिक घोषणा हेलिकॉप्टर क्रैश के दूसरे दिन 20 मई 2024 को हुई।
– इसके बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने मोहम्मद मोखबर को अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त किया गया।
– इससे पहले वह प्रथम उप राष्ट्रपति के रूप में काम कर रहे थे।
– संविधान के अनुसार राष्ट्रपति की मृत्यु के 50 दिनों के भीतर चुनाव करवाया जाना अनिवार्य है।
– ईरानी राष्ट्रपति रईसी का हेलिकॉप्टर ईरानी शहर तबरिज के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जब वह अजरबैजान की सीमा से लौट रहे थे।
ईरान में कई उपराष्ट्रपतियों का प्रावधान
– ईरान के संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति की मृत्यु या अक्षम होने की स्थिति में प्रथम उपराष्ट्रपति कार्यभार संभालता है।
– ईरान में कई नियुक्त उपराष्ट्रपति हैं, जो ईरानी मंत्रिमंडल में कार्य करते हैं। इन उपराष्ट्रपतियों की श्रेणी होती है। इसमें प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर थे।
– उन्हें 2021 में राष्ट्रपति बनने पर इब्राहिम रईसी ने प्रथम उपराष्ट्रपति नियुक्त किया था।
अंतरिम राष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर के बारे में
– उनका जन्म 1 सितंबर, 1955 को हुआ था।
– उन्हें रईसी की तरह सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के करीबी के रूप में देखा जाता है।
– ईरान, रूस को सैन्य ड्रोन और मिसाइल की आपूर्ति का एक प्रमुख स्रोत है, जिसने यूक्रेन में रूस की सफल युद्ध रणनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस ड्रोन की डील को पूरा करने में मोहम्मद मोखबर की प्रमुख भूमिका थी। इसके लिए अक्टूबर 2023 में उन्होंने रूस की यात्रा भी की थी।
– मोखबर ने 14 वर्षों तक सेताड के प्रमुख के रूप में कार्य किया था, जो एक शक्तिशाली आर्थिक समूह है जो सीधे ईरान के सर्वोच्च नेता के अधीन कार्य करता है।
– मोखबर की निगरानी में, सेताद ने ईरान का अपना कोरोनोवायरस वैक्सीन कोविरन बरेकाट विकसित किया, जिसकी सुरक्षा और प्रभावकारिता पर हालांकि सवाल उठाए गए थे।
– 2010 में, यूरोपीय संघ ने मोखबर को उन व्यक्तियों और संस्थाओं की सूची में शामिल किया जिन पर वह “परमाणु या बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों” में कथित संलिप्तता के लिए प्रतिबंध लगा रहा था। दो साल बाद उसे सूची से हटा दिया गया।
ईरान के लिए यह नाजुक और कठिन क्षण क्यों है?
– दिवंगत राष्ट्रपति रईसी को कट्टरपंथी मौलवी माना जाता था।
– उन्हें ईरान के अस्सी वर्षीय सर्वोच्च नेता, अयातुल्ला अली खामेनेई के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा गया था।
– सत्ता में अपने तीन वर्षों में, राष्ट्रपति रायसी ने मध्य पूर्व (पश्चिम एशिया) में ईरान के प्रभाव का विस्तार करने के लिए काम किया था।
– इस क्षेत्र के कई देशों में ईरान ने सशस्त्र समूहों का समर्थन किया।
– ईरान में परमाणु कार्यक्रम में तेजी लाया गया था।
– रायसी के तहत, ईरान रूस को सैन्य ड्रोन की आपूर्ति का एक प्रमुख स्रोत बनकर उभरा है, जिसने यूक्रेन में रूस की सफल युद्ध रणनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है ।
– पिछले साल चीन ने एक ऐतिहासिक समझौता करवाया था ईरान और सऊदी अरब के बीच। इसके जरिए दोनों देशों के बीच दशकों बाद राजनयिक संबंधों को बहाल हुए थे।
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2. किस देश के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के निधन पर भारत सरकार ने 21 मई 2024 को राजकीय शोक घोषित किया और राष्ट्रीय ध्वज झुका दिया?
On the death of President Dr. Syed Ibrahim Raisi of which country, the Government of India declared state mourning on 21 May 2024 and lowered the national flag?
a. इराक
b. ईरान
c. कतर
d. वेनेजुएला
Answer: b. ईरान
– भारत सरकार ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक घोषित किया है।
– 21 मई को पूरे दिन राजकीय शोक घोषित किया गया।
– दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर में ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन और ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती, अन्य अधिकारी और बॉडीगार्ड भी सवार थे।
– रईसी, अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक कार्यक्रम से तेहरान लौट रहे थे।
भारत में राजकीय शोक में क्या हुआ?
– पूरे भारत में शोक के दिन राष्ट्रीय ध्वज उन सभी इमारतों पर आधा झुका रहा, जहां तिरंगा नियमित रूप से फहराया जाता है।
– इस दिन कोई आधिकारिक सरकारी मनोरंजन की गतिविध का आयोजन नहीं हुआ।
PM ने शोक संदेश दिया
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा, “इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के दुखद निधन से मैं बहुत दुखी और स्तब्ध हूं।
– भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। इस दुख की घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।”
भारत – ईरान संबंध
– भारत और ईरान के बीच परस्पर संबंधों का सैंकडों वर्ष पुराना इतिहास है।
– दोनों देशों ने पहली बार 15 मार्च 1950 को एक मैत्री संधि पर हस्ताक्षर किए थे।
– इसके बाद सितंबर 1959 में तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ईरान की यात्रा की थी।
– आखिरी बार भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मई 2016 में इस देश की यात्रा की थी।
भारत – ईरान के बीच व्यापार
– भारत और ईरान महत्वपूर्ण व्यापार भागीदार हैं।
– भारत हाल के वर्षों में ईरान के पांच सबसे बड़े व्यापार भागीदारों में से एक रहा है।
– ईरान को प्रमुख भारतीय निर्यात में चावल, चाय, चीनी, फार्मास्यूटिकल्स, मानव निर्मित स्टेपल फाइबर, विद्युत मशीनरी, कृत्रिम आभूषण आदि शामिल हैं, जबकि ईरान से प्रमुख भारतीय आयात में सूखे मेवे, अकार्बनिक/कार्बनिक रसायन, कांच के बर्तन आदि शामिल हैं।
– भारत ने ईरान के चाबहार में शाहिद बेहेश्ती पोर्ट का विकास किया है।
– विदेश मंत्री एस जयशंकर का कहना है कि इब्राहिम रईसी के प्रयासों की वजह से ही इस बंदरगाह के 10 वर्षों तक संचालन के लिए दोनों देशों के बीच मई 2024 में एग्रीमेंट साइन हुआ था।
– इससे भारत को मध्य एशिया, रूस और यूरोप तक पहुंचने के लिए नया रास्ता मिल रहा है।
जनवरी में एस जयशंकर तेहरान गए थे
– एस जयशंकर जनवरी 2024 में तेहरान गए थे।
– उस वक्त उन्होंने लाल सागर पर हौथी विद्रोहियों द्वारा जहाजों के खिलाफ हमलों की बढ़ती संख्या की पृष्ठभूमि में राष्ट्रपति रईसी के साथ बातचीत की थी।
– उन्होंने उस यात्रा के दौरान चाहबहार बंदरगाह के संबंध में भारत-ईरान सहयोग पर भी चर्चा की।
– भारत ने 13 मई को ईरान के साथ चाहबहार बंदरगाह के दीर्घकालिक 10-वर्षीय संचालन के लिए एक बड़ा समझौता किया।
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3. अमेरिका द्वारा 45 साल पहले निर्मित हेलिकॉप्टर का नाम बताएं, जिसके क्रैश होने से ईरानी राष्ट्रपति रईसी की मृत्यु हो गई?
Name the helicopter manufactured by America 45 years ago, whose crash resulted in the death of Iranian President Raisi?
a. एएच-64 अपाचे
b. बेल YAH-63
c. यूएच-1वाई वेनम
d. बेल 212
Answer: d. बेल 212
– यह एक यूटिलिटी हेलिकॉप्टर है, जो लोगों को ले जाने और सामान ढोने में सक्षम है।
– इस पर हथियार भी लगाए जा सकते हैं।
– इसे अमेरिकन एयरोस्पेस कंपनी बेल टेक्स्ट्रॉन ने बनाया था।
– कंपनी का हेडक्वार्टर टेक्सास में है।
– इसे पैसेंजर कैरी करने के लिए डिजाइन किया गया था।
– यह हेलिकॉप्टर क्रू मेंबर समेत 15 लोगों को ले जा सकता है।
– यह दो इंजन वाला हेलिकॉप्टर है।
– मैक्सिमम स्पीड 205 किलोमीटर प्रति घंआ है।
– अधिकतम ऊंचाई 17400 फीट तक ऑपरेट हो सकता है।
– हेलिकॉप्टर का उत्पादन 1968 से 1998 तक हुआ था। इसके बाद उत्पादन बंद हो गया।
– यह सिविल और मिलिटरी दोनों के लिए उपयोग किया जाता है।
ईरान में 45 साल पुराने हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल
– ईरान कई तरह के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करता है।
– इनमें से ज्यादातर अमेरिकन मेड हैं। लेकिन ये 45 साल से ज्यादा पुराने हैं। मतलब कि 1979 की इस्लामी क्रांति से पहले का है।
– इस्लामी क्रांति के दौरान यहां के किंग को भागना पड़ा था, जो अमेरिका के बेहद करीबी थे।
– इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंध लगे और इसकी वजह से उसे नए हेलिकॉप्टर और विमान हीं नहीं, बल्कि उसके पार्ट्स भी नहीं मिली पा रहे हैं।
– ऐसे में वहां की मिलिटरी और टॉप लीडर्स को भी पुराने और जर्जर हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करना पड़ता है।
– 1979 के इस्लामी क्रांति के बाद से 1755 से ज्यादा विमान और हेलिकॉप्टर क्रैश होने की घटना हो चुकी है।
– इन घटनाओं में 2000 से ज्यादा ईरानियों की मौत हुई है।
– वर्ष 2000 से अब तक 22 क्रैश हो चुके हैं।
ईरान के पूर्व विदेश मंत्री का आरोप- राष्ट्रपति की मौत के लिए अमेरिकी पाबंदियां जिम्मेदार
– ईरान के पूर्व विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने कहा है कि राष्ट्रपति रईसी की मौत के लिए अमेरिकी पाबंदियां जिम्मेदार हैं।
– जरीफ ने कहा कि ईरान की एविएशन इंडस्ट्री पर अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से देश को जरूरी साजो-सामान नहीं मिल सका।
– इसी वजह से हेलिकॉप्टर क्रैश में राष्ट्रपति की जान गई।
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4. किस देश के ‘बायरकटार अकिंसी’ ड्रोन ने ईरानी राष्ट्रपति रईसी के दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर को ढूंढा?
Which country’s ‘Baykatar Akinci’ drone found the crashed helicopter of Iranian President Raisi?
a. USA
b. रूस
c. तुर्किये
d. इजरायल
Answer: c. तुर्किये
– ईरानी राष्ट्रपति रईसी का हेलिकॉप्टर ईरानी शहर तबरिज के पास 19 मई 2024 को दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जब वह अजरबैजान की सीमा से लौट रहे थे।
– करीब 12 घंटे से ज्यादा समय से ईरानी सेना और राहत तथा बचावकर्मी राष्ट्रपति रईसी के हेलिकॉप्टर के मलबे को खोज रहे थे लेकिन आखिरकार तुर्की के ड्रोन ‘बायरकटार अकिंसी’ ड्रोन ने कमाल कर दिया।
– अकिंसी ने न केवल मलबा ढूढ़ा बल्कि उसका पूरा रास्ता बचाव दल को बता दिया जिससे वे आसानी से घटनास्थल पर पहुंच गए।
खराब मौसम से पहुंचना मुश्किल था
– दरअसल, ईरान और अजरबैजान की सीमा के बीच में जिस जगह पर यह हेलिकॉप्टर हादसा हुआ था, वहां हर तरफ कोहरा छाया था जिससे बचावकर्मी हादसे की ठीक ठीक जगह का पता नहीं लगा पा रहे थे।
– इस संकट के बीच तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान के निर्देश पर अकिंसी ड्रोन को रवाना किया गया।
– इस अकिंसी ड्रोन ने एक वीडियो फुटेज जारी किया और बताया कि किस जगह पर हेलिकॉप्टर का मलबा बिखरा पड़ा है।
– यह पूरा इलाका पहाड़ी है और धुंध की वजह से राहत और बचाव में दिक्कतें आ रही थीं।
– इस ड्रोन में आग और गर्मी को पहचानने की पावरफुल इक्यूपमेंट लगा है।
– इसने बादलों के ऊपर से ही हेलिकॉप्टर क्रैश साइट हो ढूंढ लिया।
मिसाइल से लेकर बम गिरा सकता है अकिंसी
– अकिंसी अपनी श्रेणी में सबसे क्षमता वाले ड्रोन में गिना जाता है।
– यह 40 हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ान भरता है।
– उड़ान के समय इसका वजन 5500 किलो तक रहता है।
– यह ड्रोन युद्ध में जोरदार तबाही मचाने की क्षमता रखता है। – इस ड्रोन को गाइडेड मिसाइल, लेजर गाइडेड बम, एयर टु ग्राउंड मिसाइल और छोटे स्मार्ट बम से लैस किया जा सकता है।
– यह ड्रोन अपनी बेमिसाल ताकत की वजह से चलती कार तक को निशाना बनाने में सक्षम है।
– यह दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह करने में भी माहिर है।
– इस ड्रोन के पंख 20 मीटर हैं। इसमें दो टर्बोप्रॉप इंजन लगे हैं और यह बहुत ही लंबे समय तक हवा में रहने की क्षमता रखता है।
– इसे यूक्रेन की जंग में भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
– पाकिस्तान समेत दुनिया के कई देशों ने इस ड्रोन को खरीदा है।
– भारत ने इसके जवाब में अमेरिका से MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन खरीदे हैं। यह ड्रोन तुर्किये के ड्रोन पर भारी पड़ता है।
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5. भारत और इनमें से किस देश के बीच 2024 के अंत तक वीजा फ्री टूरिस्ट एंट्री पर सहमति बनी?
India and which of these countries agreed on visa free tourist entry by the end of 2024?
a. रूस
b. जापान
c. अमेरिका
d. फ्रांस
Answer: a. रूस
– पर्यटन संबंधों को और मजबूत करने के लिए और दोनों देश एक-दूसरे के नागरिकों को वीजा फ्री टूरिस्ट एंट्री को सहमत हुए हैं।
– वीज़ा-मुक्त पर्यटन पर रूस और भारत के बीच फाइनल बातचीत जून में शुरू होगी।
– इस साल के अंत तक दोनों देश समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।
रूसी अधिकारी ने क्या कहा
– रशियन इकोनॉमिक डेवलपमेंट मिनिस्ट्री के बहुपक्षीय आर्थिक सहयोग और विशेष परियोजना विभाग की निदेशक निकिता कोंद्रत्येव ने कहा कि भारत और रूस के बीच यात्रा को सुविधाजनक बनाना है।
– रूस के मंत्री की ओर से कजान (रूसी शहर) में ‘’रूस-इस्लामिक वर्ल्ड कजान फोरम 2024 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच’’ के मौके पर यह घोषणा की गई।
– जून में पहली बार मॉस्को और नई दिल्ली के बीच इस मुद्दे को लेकर समझौते पर चर्चा होगी।
– इस साल के अंत तक इस समझौते पर हस्ताक्षर होने की संभावनाएं हैं।
रूस का चीन और ईरान के साथ मुफ्त वीजा एंट्री
– रूस, चीन और ईरान के साथ भी इस वीजा फ्री एंट्री और मुफ्त यात्रा को जारी रखना चाहता है।
– रूस और चीन के बीच फ्री वीजा टूरिस्ट की शुरुआत 1 अगस्त 2016 को हुई थी जो कि अब तक जारी है।
– अब रूस इसे भारत के लिए भी पेश करना चाहता है।
हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2024 (जनवरी, फरवरी में जारी)
– इस इंडेक्स के अनुसार भारत की रैंकिंग 85 है।
– भारत के नागरिक 62 देशों में वीजा फ्री यात्रा कर सकता है।
– इन देशों में जाने के लिए भारतीय नागरिकों को सिर्फ पासपोर्ट होना जरूरी है।
रूस
– राजधानी – मॉस्को
– राष्ट्रपति – व्लादिमीर पुतिन
– प्रधानमंत्री – मिखाइल मिशुस्टिन
– मुद्रा – रूबल
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6. आतंकवाद विरोधी दिवस कब मनाया जाता है?
When is Anti-terrorism day observed?
a. 21 May
b. 22 May
c. 23 May
d. 24 May
Answer: a. 21 May
– पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्य तिथि पर आतंकवाद निरोधी दिवस घोषित है।
– जिनकी 21 मई, 1991 को मद्रास (अब चेन्नई) के पास एक गाँव श्रीपेरंबदूर में हत्या कर दी गई थी।
– आतंकवाद विरोधी दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों को आतंकवाद और हिंसा से दूर रखना है।
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7. अंतरिक्ष (space) में जाने वाले पहले भारतीय टूरिस्ट कौन बने?
Who became the first Indian tourist to go to space?
a. सुधांशु शुक्ला
b. सुनीता विलियम्स
c. गोपी थोटाकुरा
d. मारथ गोपी
Answer: c. गोपी थोटाकुरा
– अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस की स्पेस कंपनी ब्लू ओरिजिन ने 19 मई 2024 को 6 लोगों को न्यू शेपर्ड रॉकेट से स्पेस भेजा है।
– ब्लू ऑरिजिन के इस मिशन का नाम NS-25 है।
– इन मिशन में आंध्र प्रदेश के 30 वर्षीय गोपी थोटाकुरा भी शामिल हैं।
– वह स्पेस में बतौर टूरिस्ट बनकर जाने वाले पहले भारतीय और दूसरे भारतीय बन गए हैं।
– भारतीय वायु सेना के पूर्व पायलट विंग कमांडर राकेश शर्मा 1984 में अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाले पहले भारतीय नागरिक थे।
– ब्लू ओरिजिन के मिशन की उड़ान भरने से लेकर उतरने तक की पूरी यात्रा लगभग दस मिनट तक चली, इस दौरान अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी से लगभग 105 किमी की अधिकतम ऊंचाई प्राप्त की।
गोपी थोटाकुरा के बारे में
– गोपी थोटाकुरा एक पायलट और एंटरप्रेन्योर हैं।
– अमेरिका में काम करने के बावजूद गोपी ने अपना भारतीय पासपोर्ट बरकरार रखा है।
– ब्लू ओरिजिन के अनुसार, गोपी एक पायलट और एविएटर हैं, जिसने गाड़ी चलाने से पहले विमान चलाना सीख लिया था।
– वे एक इंटरनेशनल मेडिकल जेट पायलट के रूप में काम कर चुके हैं।
– कॉमर्शियल जेट के अलावा गोपी थोटाकुरा, एरोबेटिक और सीप्लेन, ग्लाइडर और हॉट एयर बैलून भी उड़ाते हैं।
– अंतरिक्ष यात्री दल में मेसन एंजेल, सिल्वेन चिरोन, केनेथ एल. हेस, कैरोल स्कॉलर और पूर्व वायु सेना कप्तान एड ड्वाइट थे, जिन्हें 1961 में राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी ने देश के पहले अश्वेत अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवार के रूप में चुना था।
– जेफ बेजोस ने स्पेस कंपनी ब्लू ओरिजिन की स्थापना वर्ष 2000 में की थी।
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8. अंतरिक्ष में जाने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति कौन बने, जिन्होंने 90 वर्ष की उम्र में मई 2024 में अंतरिक्ष की यात्रा की?
Who became the oldest person to travel to space, who traveled to space in May 2024 at the age of 90?
a. एड ड्वाइट
b. सिल्वेन चिरोन
c. गोपी बुश
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: a. एड ड्वाइट
– एड ड्वाइट (90) अब अंतरिक्ष में जाने वाले पृथ्वी के सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं।
– उन्होंने 1961 में राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी द्वारा देश के पहले अश्वेत अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवार के रूप में चुना गया था, लेकिन उन्हें कभी उड़ान भरने का अवसर नहीं मिला था।
– ब्लू ओरिजिन की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, इस मिशन के साथ, न्यू शेपर्ड अब 37 लोगों को अंतरिक्ष में भेज चुका है, जिसमें आज का दल भी शामिल है।
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9. मासिक धर्म महोत्सव 21 मई 2024 को शुरू हुआ, इस बार ये कितने देशों में मनाया जा रहा है?
Menstruation Festival started on 21 May 2024, in how many countries is it being celebrated this time?
a. 10
b. 11
c. 15
d. 16
Answer: b. 11
– इस महोत्सव का कार्यक्रम देश के 15 राज्यों में होगा। जिसमें 33 संगठन शामिल होंगे।
– इस बार यह 8वां संस्करण है।
– वर्ष 2024 में यह 11 देशों में मनाया जाएगा।
महोत्सव उद्देश्य
– मासिक महोत्सव, एक सप्ताह तक चलने वाला त्योहार है।
– जिसका उद्देश्य खेल, कला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से पीरियड्स को कलंकित करना है।
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10. विश्व का सबसे ऊंचा प्रतियोगिता स्विमिंग पूल किस देश में खोला गया है?
In which country has the world’s highest competition swimming pool been opened?
a. भारत
b. भूटान
c. यूएसए
d. नेपाल
Answer: b. भूटान (थिम्पू)
– वर्ल्ड एक्वेटिक्स और भूटान एक्वेटिक्स फेडरेशन ने पूल फॉर ऑल प्रोग्राम के माध्यम से थिम्पू में भूटान के पहले प्रतियोगिता स्विमिंग पूल का उद्घाटन किया है।
– 8200 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह सुविधा दुनिया का सबसे ऊंचा प्रतियोगिता स्विमिंग पूल है।
भूटान
– राजधानी – थिम्पू
– आधिकारिक भाषा – जोंगखा
– राजा – जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक
– प्रधानमंत्री – शोरिंग तोबगे
– मुद्रा – नगुल्ट्रम
– आबादी – 7.77 लाख
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