18 & 19 जून 2024 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण

यह 18 & 19 जून 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. कंचनजंगा एक्‍सप्रेस और मालगाड़ी के बीच भीषण दुर्घटना जून 2024 में पश्चिम बंगाल के किस जिले में हुई?
In which district of West Bengal did the horrific accident between Kanchenjunga Express and goods train take place in June 2024?

a. हावड़ा
b. कूच बिहार
c. दार्जिलिंग
d. कोलकाता

Answer: c. दार्जिलिंग

– पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में 17 जून 2024 की सुबह एक मालगाड़ी ट्रेन ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी।
– इसकी वजह से कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई।
– इस ट्रैक पर सुरक्षा कवच प्रणाली को स्‍थापित नहीं किया गया था। इसकी वजह से हादसा नहीं रुक पाया।

यह रूट चिकन नेक कॉरिडोर
– कंचनजंगा एक्सप्रेस डेली ट्रेन है। यह बंगाल को पूर्वोत्तर के शहरों सिलचर और अगरतला से जोड़ती है।
– यह मार्ग चिकन नेक कॉरिडोर में है, जो पूर्वोत्तर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है।
– एक्सीडेंट की वजह से कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। कंचनजंगा एक्सप्रेस का इस्तेमाल अक्सर पर्यटक दार्जिलिंग की यात्रा के लिए करते हैं।

कैसे हुआ भीषण हादसा
– बताया जाता है कि पश्चिम बंगाल में रानीपात्रा रेलवे स्टेशन और छत्तर हाट जंक्शन के बीच ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम खराब था।
– कंचनजंगा एक्सप्रेस रंगापानी स्टेशन से रवाना हुई और सिग्नलिंग सिस्टम में खराबी के कारण रानीपात्रा रेलवे स्टेशन और छत्तर हाट के बीच रुकी रही।
– इसी दौरान पीछे से मालगाड़ी ने टक्‍कर मार दी।
– मालगाड़ी को सभी लाल सिग्नल पार करने की अनुमति दी गई थी, क्योंकि स्वचालित सिग्नलिंग “विफल” हो गई थी।
– जब सिग्नलिंग सिस्टम में खराबी आती है तो स्टेशन मास्टर टीए 912 रिटन अथॉरिटी जारी करता है। यह ड्राइवर को खराबी के कारण सभी रेड सिग्नल पार करने का अधिकार देता है।

दुर्घटना रोकने की तकनीक – कवच
– कवच का पहला फील्ड ट्रायल फरवरी 2016 में शुरू हुआ था और जुलाई 2020 में इस सिस्टम को राष्ट्रीय एटीपी सिस्टम के रूप में अपनाया गया था।
– इसका परीक्षण रेल मंत्री ने भी 4 मार्च 2022 को किया था।
– उस वक्‍त परीक्षण में रेल मंत्री और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ट्रेन में सवार थे।
– रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव एक ट्रेन के इंजन में और बोर्ड के चेयरमैन विनय कुमार त्रिपाठी दूसरी ट्रेन के इंजन में सवार हुए।
– दोनों ट्रेनें एक ही ट्रैक पर आमने-सामने 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही थीं।
– 380 मीटर पहले दोनों ही ट्रेनें खुद रुक गईं।

क्या है सुरक्षा कवच प्रणाली
– ओवर स्पीडिंग को कंट्रोल किया जाता है।
– किसी खतरे का अंदेशा होने पर ट्रेन में अपने आप ब्रेक लग जाता है।
– मकसद है कि ट्रेनों की स्पीड चाहे कितनी भी हो, लेकिन कवच के चलते ट्रेनें टकराएंगी नहीं।
– कवच, निर्धारित गति सीमा के भीतर चलने वाली ट्रेनों में लोको पायलट की मदद करता है, क्योंकि अगर पायलट ऐसा करने में विफल रहता है तो यह अपने आप ब्रेक लगा लेता है।
– जब फाटकों के पास ट्रेन पहुंचेगी तो अपने आप सीटी बज जाएगी।
– यह दो इंजनों में यह तकनीक टक्कर नहीं होने देगी।
– इमरजेंसी के दौरान इस तकनीक के जरिए ट्रेन से SOS मैसेज भी जाएगा।

कवच सिस्‍टम नहीं था
– रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि हादसे वाले रूट पर कवच सिस्टम नहीं था। इस पर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा। अब तक 1500 किलोमीटर रेलवे ट्रैक पर कवच सिस्टम एक्टिव है। इस साल के आखिरी तक इसे 3 हजार किलोमीटर तक ले जाया जाएगा।

15 सालों में हुए बड़े रेल हादसे
– 2 जून, 2023- ओडिशा के बालासोर में दो एक्‍सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच भीषण हादसा.
– 18 अगस्त, 2017- पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस, मुजफ्फरनगर में पटरी से उतर गई। (23 लोगों की मौत)
– 20 नवंबर, 2016- इंदौर-पटना एक्सप्रेस 19321 कानपुर में पुखरायां के करीब पटरी से उतरने के कारण हादसा (150 यात्रियों की मौत)
– 26 मई, 2014- UP के संत कबीर नगर इलाके में गोरखधाम एक्सप्रेस, खलीलाबाद स्टेशन के पास खड़ी हुई मालगाड़ी से टकरा गई थी। (25 की मौत)
– 22 मई, 2012- मालगाड़ी और हुबली-बैंगलोर हम्पी एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के करीब हादसा (25 की मौत)

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2. किस राज्‍य में गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य भारत में चीतों का दूसरा घर होगा?
In which state, Gandhi Sagar Wildlife Sanctuary will be the second home of cheetahs in India?

a. महाराष्ट्र
b. मध्‍य प्रदेश
c. कर्नाटक
d. उत्तराखंड

Answer: b. मध्‍य प्रदेश

– पश्चिमी मध्य प्रदेश में गांधी सागर वाइल्‍ड लाइफ सेंचुरी, कुनो राष्ट्रीय उद्यान के बाद भारत में चीतों के लिए दूसरा घर बनने जा रहा है।
– इसे चीतों के लिए “परफेक्ट” आवास के रूप में वर्णित किया गया है।
– मध्य प्रदेश सरकार ने 11 जून 2024 को वन्यजीव बोर्ड की बैठक में इसकी घोषणा की है। – बताया नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से चीतों को कब मंगाया जाएगा, इस पर अंतिम निर्णय मानसून के बाद लिया जाएगा।

– ‘चीता पुनरुत्पादन परियोजना’ (Cheetah Reintroduction Project) के तहत 17 सितंबर, 2022 को मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में आठ नामीबियाई चीते, पांच मादा और तीन नर, बाड़ों में छोड़े गए थे।
– इसके बाद फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए गए थे।

गांधी सागर वाइल्‍ड लाइफ सेंचुरी
– गांधी सागर वाइल्‍ड लाइफ सेंचुरी पश्चिमी मध्य प्रदेश के मंदसौर (187.12 वर्ग किमी) और नीमच (181.5 वर्ग किमी) जिलों में, राजस्थान की सीमा पर, 368.62 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है ।
– यह 1960 में चंबल नदी पर बना गांधी सागर बांध सेंचुरी के क्षेत्र में आता है, और इसके जलाशय के कुछ हिस्से भी, जो क्षेत्रफल में 726 वर्ग किलोमीटर है।
– क्षेत्र में चीतों की आबादी बढ़ाने के लिए कान्हा और अन्य स्थानों से चीतल को फिर से लाया गया है। कान्हा और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से 50 गौर (भारतीय बाइसन) को भी संजय टाइगर रिजर्व (सीधी जिले में) में लाया गया है।

राजधानी: भोपाल
मुख्‍यमंत्री: मोहन यादव
राज्‍यपाल: मंगूभाई छगनभाई पटेल
भाषा: हिंदी
जनसंख्‍या: 7 करोड़
पड़ोसी राज्‍य: उत्‍तर प्रदेश, छत्‍तीसगढ, राजस्‍थान गुजरात और महाराष्ट्र।

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3. यूक्रेन को लेकर आयोजित शांति सम्मेलन में साझा बयान को लेकर भारत का क्‍या रुख रहा?
India’s stance on the joint statement at the peace conference regarding Ukraine?

a. साझा बयान हस्‍ताक्षर किया
b. साझा बयान पर हस्‍ताक्षर नहीं किया
c. आंशिक सहमति दी
d. उपरोक्‍त में से कोई नहीं

Answer: b. साझा बयान पर सहमति नहीं दी

– यूक्रेन को लेकर आयोजित शांति सम्मेलन स्विट्जरलैंड में 15 से 16 जून 2024 आयोजित हुआ।
– इसकी मेजबानी स्विटजरलैंड की राष्ट्रपति वियोला एमहर्ड ने की।
– इसमें भारत सहित 90 से ज्‍यादा देश शामिल हुए हैं।
– भारत का प्रतिनिधित्‍व विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) पवन कपूर ने किया।
– इसमें यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की को बुलाया गया था, लेकिन युद्ध शुरू करने वाले रूस को बैठक के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था।
– रूस का एक प्रमुख रणनीतिक साझेदार और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन ने सम्मेलन से किनारा कर लिया था।

स्विट्जरलैंड
– राजधानी – ज्यूरिक
– राष्ट्रपति – वियोला एमहर्ड
– मुद्रा – स्विस फ्रैंक
– आबादी – 89 लाख

साझा बयान
– सम्मेलन के आख़िरी दिन जब आधिकारिक बयान जारी किया गया तो इसमें यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा की बात कही गई।
– इस बयान पर 80 से ज़्यादा देशों ने हस्ताक्षर किए हैं।
– स्विस शिखर सम्मेलन में कोई आम सहमति नहीं बन पाई, लेकिन यूक्रेन के पश्चिमी समर्थकों ने इसका इस्तेमाल कीव के साथ अपना समर्थन और एकजुटता व्यक्त करने के लिए किया।

भारत का रुख
– भारत उन सात देशों में शामिल है, जिन्होंने स्विटज़रलैंड में आयोजित शांति सम्मेलन के साझे बयान पर अपनी सहमति नहीं दी।
– भारत के साथ सऊदी अरब, दक्षिण अफ़्रीका, थाईलैंड, इंडोनेशिया, मेक्सिको और यूएई ने शांति सम्मेलन के फाइनल दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया।
– इस सम्मेलन में ब्राज़ील को पर्यवेक्षक का दर्जा हासिल था और चीन ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया था।
– भारतीय विदेश सचिव (वेस्ट) पवन कपूर ने भारत के रुख़ का बचाव करते हुए कहा, ”यूक्रेन के मामले में एक टिकाऊ समाधान के लिए भारत सभी पक्षों के साथ काम करता रहेगा। इस मामले में वही विकल्प कारगर होगा, जिसे दोनों पक्ष स्वीकार करेंगे. इसी से टिकाऊ शांति संभव है।”
– विशेषज्ञों के अनुसार ”भारत ने कहा कि रूस की सहमति के बिना कोई बयान जारी करना तार्किक नहीं है. भारत का रूस अब भी अच्छा दोस्त है।”

नोट – रूस ने फ़रवरी 2022 में यूक्रेन पर हमला किया था और यह जंग अब भी जारी है।

पुतिन का प्रस्ताव
– इस बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि वे युद्ध विराम के लिए तैयार हैं, लेकिन केवल तभी जब यूक्रेन रूस द्वारा कब्जा किए गए सभी चार क्षेत्रों – डोनेट्स्क, लुहांस्क, ज़ापोरिज्जिया और खेरसॉन से अपने सभी सैनिकों को वापस बुला ले।
– पुतिन ने कहा कि उनके प्रस्ताव का उद्देश्य यूक्रेन में संघर्ष को “स्थिर” करने के बजाय “अंतिम समाधान” करना है, और उन्होंने जोर देकर कहा कि क्रेमलिन “बिना किसी देरी के बातचीत शुरू करने के लिए तैयार है”।
– हालांकि यूक्रेन ने पुतिन के प्रस्ताव को तुरंत अस्वीकार कर दिया है।

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4. केंद्र सरकार के अनुसार भारत सितंबर 2024 में अपना खुद का डीप सी मिशन शुरू करने वाला कौन-सा वां देश होगा?
According to the Central Government, India will be which country to launch its own deep sea mission in September 2024?

a. तीसरा
b. पांचवां
c. छठा
d. सातवां

Answer: c. छठा

– इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जून 2024 में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की 100 दिवसीय कार्य योजना पर चर्चा के लिए आयोजित बैठक में दी।
– उन्‍होंने डीप सी मिशन की प्रगति पर गर्व और प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि भारत इस उपलब्धि को प्राप्त करने वाले कुछ ही देशों में से एक है।

डीप सी मिशन क्‍या है?
– डीप सी मिशन एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य समुद्र की गहराईयों का अन्वेषण (exploration) और उसके संसाधनों का उपयोग करना है।
– यह मिशन भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन आता है।
– इसमें समुद्री जीवविज्ञान, समुद्री खनिज, जलवायु परिवर्तन और समुद्र की जैव विविधता जैसे विभिन्न पहलुओं का अध्ययन किया जाता है।

कब तक पहले चरण की योजना
– पीआईबी के अनुसार सितंबर 2024 तक डीप सी मिशन के हार्बर ट्रेल (40-50 मीटर) के पहले चरण की योजना बनाई गई। और वर्ष 2026 तक बाद के परीक्षण पूरे करने का निर्देश दिया है।
– यह मिशन केवल खनिज अन्वेषण (exploration) तक ही सीमित नहीं है, बल्कि समुद्री विज्ञान का विकास और वनस्पतियों तथा जीव-जंतुओं की खोज और समुद्री जैव विविधता का संरक्षण आदि भी इसमें शामिल है।

समुद्र में 6000 मीटर गहराई तक जाने वाला यान
– केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मत्स्ययान 6000 के विकास के लिए राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (NIOT) के प्रयासों की सराहना की।
– यह समुद्र में 6000 मीटर गहराई तक जा सकता है।

टाइटेनियम के यान की सराहना
– केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसरो के साथ मिलकर टाइटेनियम का यान विकसित करने की भी सराहना की।
– यह यान समुद्र की गहराई के दबाव को झेलने में कुशल है।

डीप सी मिशन शुरू करने वाले देश
– अमेरिका
– चीन
– जापान
– रूस
– फ्रांस
– भारत

डॉ. जितेंद्र सिंह के पास कौन से मंत्रालय
– विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); – पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार);
– प्रधान मंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री;
– कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय में राज्य मंत्री;
– परमाणु ऊर्जा विभाग में राज्य मंत्री;
– अंतरिक्ष विभाग में राज्य मंत्री।

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5. हेट स्पिच का मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस कब मनाया जाता है?
When is the International Day for Countering Hate Speech observed?

a. 21 जून
b. 20 जून
c. 19 जून
d. 18 जून

Answer: d. 18 जून

– यह दिवस संयुक्‍त राष्‍ट्र द्वारा घोषित है।
– संयुक्त राष्ट्र (UN) के अनुसार, हेट स्पीच किसी भी प्रकार का भाषण या लेखन है, जो धर्म, जातीयता, राष्ट्रीयता, नस्ल, रंग, वंश, लिंग, या किसी अन्य पहचान कारक के आधार पर किसी व्यक्ति या समूह पर हमला करता है।

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6. राष्ट्रीय पठन दिवस कब मनाया जाता है?
When is National Reading Day celebrated?

a. 21 जून
b. 20 जून
c. 19 जून
d. 18 जून

Answer: c. 19 जून

क्‍यों मनाया जाता है यह दिवस
– केरल में पुस्‍तकालय आंदोलन के जनक और प्रसिद्ध शिक्षक पुथुवयिल नारायण पणिक्कर (PN पणिक्‍कर) को सम्‍मान देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।
– 19 जून 1995 को उनका निधन हो गया था।
– 1996 में पहली बार उनकी पुण्यतिथि पर केरल रीडिंग डे मनाया गया था।
– 2017 में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को राष्ट्रीय पठन दिवस (National Reading Day) के रूप में घोषित किया।

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7. पूर्व राज्यपाल मुरलीधर चंद्रकांत भंडारे का निधन 15 जून 2024 को हो गया, वह किस राज्‍य के राज्‍यपाल रह चुके थे?
Former Governor Muralidhar Chandrakant Bhandare passed away on 15 June 2024, he had been the Governor of which state?

a. झारखंड
b. पश्चिम बंगाल
c. ओडिशा
d. छत्तीसगढ़

Answer: c. ओडिशा

– वह 95 वर्ष के थे। महाराष्ट्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता थे।
– तीन बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं।
– उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में भी काम किया।
– अगस्त 2007 से मार्च 2013 तक ओडिशा के राज्यपाल के रूप में कार्य किया।

ओडीशा
राजधानी: भुवनेश्‍वर
मुख्‍यमंत्री: मोहर चरण माझी
भाषा: ओड़िया
जनसंख्‍या: 4.37 करोड़ (2014)
राष्ट्रीय पक्षी : इंडियन रोलर
पड़ोसी राज्‍य: झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश

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8. यूनाइटेड नेशन कन्‍वेंशन ऑन कॉम्‍बैटिंग डेजर्टिफिकेशन (UNCCD) ने भारत के किस किसान को भूमि नायक (Land Hero) की मान्यता दी?
Which Indian farmer was recognized as Land Hero by the UNCCD?

a. सहजानन्द
b. राम सरन वर्मा
c. रमेश चौधरी
d. सिद्धेश साकोरे

Answer: d. सिद्धेश साकोरे

UNCCD: यूनाइटेड नेशन कन्‍वेंशन ऑन कॉम्‍बैटिंग डेजर्टिफिकेशन

– विश्व मरुस्थलीकरण एवं सूखा दिवस के अवसर पर UNCCD ने 16 जून 2024 को जर्मनी के बॉन में आयोजित एक कार्यक्रम में दुनिया के 10 भूमि नायकों के नामों की घोषणा की।
– इसमें भारत से सिद्धेश साकोरे को भूमि नायक नामित किया गया है।
– वह महाराष्ट्र के किसान और एग्रो रेंजर्स के संस्थापक हैं।
– उन्‍हें प्राकृतिक खेती और वेस्‍ट मैनेजमेंट में उनके इनोवेशन के लिए भूमि नायक घोषित किया।
– सिद्धेश के पास मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री है। उन्होंने जैविक कचरे को खाद में बदलने के लिए कई मैकेनिकल डिवाइस बनाई हैं।
– संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, “इस वर्ष के विश्व दिवस का फोकस हमें याद दिलाता है, हमें “भूमि के लिए एकजुट” होना चाहिए।

नोट – यूनाइटेड नेशन कन्‍वेंशन ऑन कॉम्‍बैटिंग डेजर्टिफिकेशन (UNCCD) द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा जा चुका है कि दुनिया के लगभग आधे (50%) रेंजलैंड नष्‍ट हो गए हैं और उन्हें नीतिगत हस्तक्षेप की आवश्यकता है।

UNCCD
– इसे 17 जून 1994 को पेरिस , फ्रांस में अपनाया गया था और दिसंबर 1996 में लागू हुआ था।
– गंभीर सूखे और/या मरुस्थलीकरण का सामना कर रहे देशों, विशेष रूप से अफ्रीका में, मरुस्थलीकरण का मुकाबला करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCCD) राष्ट्रीय कार्रवाई कार्यक्रमों के माध्यम से मरुस्थलीकरण का मुकाबला करने और सूखे के प्रभावों को कम करने के लिए एक सम्मेलन है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और साझेदारी व्यवस्था द्वारा समर्थित दीर्घकालिक रणनीतियों को शामिल किया गया है।

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9. दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल पर भारतीय रेलवे ने पहला ट्रायल रन पूरा किया, यह किस नदी पर है?
Indian Railways completed the first trial run on the world’s highest railway bridge, it is on which river?

a. चिनाब
b. सतलज
c. सिंधु
d. झेलम

Answer: a. चिनाब

– रेल मंत्रालय ने 16 जून 2024 को संगलदान-रियासी ट्रेन का पहला ट्रायल रन पूरा किया।
– जो दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चिनाब को पार करने का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
– केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में स्थित चिनाब ब्रिज पेरिस के एफिल टॉवर से भी ऊंचा है।
– यह पुल चिनाब नदी से 359 मीटर (लगभग 109 फीट) ऊपर बनाया गया था और यह एफिल टॉवर से लगभग 35 मीटर ऊंचा है।
– चिनाब ब्रिज यूएसबीआरएल (उधमपुरा श्रीनगर बारामूला रेल लिंक प्रोजेक्ट ) परियोजना के तहत जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में चिनाब ब्रिज की एक घाटी पर बनाया गया है।
– इस पुल का निर्माण 1486 करोड़ की लागत से किया गया है, यह 260 किमी प्रति घंटे तक की हवा की गति का सामना कर सकता है।
– यूएसबीआरएल दिसंबर 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है, इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन 20 फरवरी, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।

जम्मू-कश्मीर
राजधानी: जम्मू (शीतकालीन), श्रीनगर (ग्रीष्‍मकालीन)
राज्‍यपाल: मनोज सिन्हा (लेफ्टिनेंट गवर्नर)
भाषा: कश्मीरी (कोशुर)
जनसंख्‍या: 12,267,013 (2011)
पड़ोसी राज्‍य: लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और पंजाब।

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10. किस बल्लेबाज ने टी20 क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाकर वेस्टइंडीज के क्रिस गेल का रिकॉर्ड तोड़ दिया?
Which batsman broke the record of West Indies’ Chris Gayle by scoring the fastest century in T20 cricket?

a. रोहित शर्मा
b. रचिन रवींद्र
c. डेविड वॉर्नर
d. साहिल चौहान

Answer: d. साहिल चौहान (32 वर्षीय)

– एस्टोनिया टीम के बल्लेबाज साहिल चौहान ने 17 जून 2024 को साइप्रस के खिलाफ सिर्फ 27 गेंदों में शतक लगाया। उन्‍होंने 41 गेंदों पर नाबाद 144 रन बनाए।
– ऐसा करते ही उन्‍होंने क्रिस गेल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
– क्रिस गेल के नाम 30 गेंदों में शतक बनाने का रिकॉर्ड था।

सबसे तेज शतक वाले शीर्ष बल्‍लेबाज
– खिलाड़ी – कितनी गेंद – टीम – वर्ष
– साहिल चौहान – 27 – एस्‍टोनिया – 2024
– क्रिस गेल – 30 – रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर – 2013
– ऋषभ पंत – 32 – दिल्‍ली – 2018
– विहान लुब्‍बे – 33 – नॉर्थ वेस्‍ट – 2018
– निकोल लोफ्टी-ईटन – 33 – नामीबिया – 2024

नोट: एस्टोनिया, उत्तरी यूरोप का एक देश है, जिसकी सीमा बाल्टिक सागर और फिनलैंड की खाड़ी से लगती है।

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11. भारत के पहले चंद्र मिशन चंद्रयान-1 के मिशन डायरेक्टर का नाम बताएं जिनका निधन 14 जून 2024 को हो गया?
Name the mission director of India’s first lunar mission Chandrayaan-1 who passed away on 14 June 2024?

a. पी वीरमुथुवेल
b. श्रीनिवास हेगड़े
c. राजेंद्र कुमार
d. अनिल शर्मा

Answer: b. श्रीनिवास हेगड़े (71 वर्षीय)

– श्रीनिवास हेगड़े का निधन 14 जून 2024 को बेंगलुरु में एक अस्‍पताल में हो गया।
– उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं।
– वह तीन दशक से अधिक समय तक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से जुड़े रहे।
– और स्‍पेस एजेंसी के कई ऐतिहासिक मिशनों से जुड़े रहे।
– इनमें वर्ष 2008 में लॉन्च चंद्रयान-1 भी उल्लेखनीय है।

चंद्रयान-1 के बारे में
– लॉन्च तिथि: 22 अक्टूबर 2008
– रॉकेट का नाम: PSLV-C11
– लॉन्च स्थान: श्रीहरिकोटा, भारत
– उद्देश्य: चंद्रमा की सतह का नक्शा बनाना, खनिजों का अध्ययन करना और चंद्रमा पर पानी की खोज करना
– उपलब्धि: चंद्रयान-1 ने चंद्रमा की सतह पर पानी के अणु पाए, जो इसकी सबसे बड़ी सफलता थी।
– समाप्ति: चंद्रयान-1 से संपर्क अगस्त 2009 में टूट गया, जिससे मिशन समाप्त हो गया।

चंद्रयान-3 के महत्वपूर्ण पॉइंट
– लॉन्‍च : 14 जुलाई 2023
– रॉकेट : लॉन्च व्हीकल मार्क-3 (LVM-3)
– साफ्ट लैंड‍िंग : 23 अगस्त की शाम
– कहां उतरा : चांद के साउथ पोल (दक्षिणी ध्रुव) पर सॉफ्ट लैंडिंग
– चंद्रयान-3 के मिशन डायरेक्‍टर एम श्रीकांत हैं।


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