16 to 18 फरवरी 2025 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्‍वपूर्ण

यह 16 to 18 फरवरी 2025 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. भारत के नए मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त कौन बने?
Who became the new Chief Election Commissioner of India?

a. विवेक कुमार
b. ज्ञानेश कुमार
c. सुखबीर सिंह संधू
d. राजेश सिंह जोशी

Answer: b. ज्ञानेश कुमार

– राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने फरवरी 2025 में ज्ञानेश कुमार को मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त (CEC) नियुक्‍त किया।
– उन्‍होंने राजीव कुमार की जगह ली, जिनका कार्यकाल समाप्‍त हो गया।
– नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले वह प्रथम CEC हैं। इससे पहले वह चुनाव आयुक्‍त के पद पर थे।
– उनका कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक रहेगा।
– इसके साथ ही राष्‍ट्रपति ने विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया।

ज्ञानेश कुमार के निजी जीवन के बारे में
– जन्‍म आगरा में हुआ था।
– उनके पिता डॉ. सुबोध कुमार गुप्ता मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद से रिटायर हो चुके हैं।
– ज्ञानेश कुमार की बड़ी बेटी मेधा रूपम IAS और दूसरी बेटी अभिश्री IRS अधिकारी हैं।

ज्ञानेश कुमार के कॅरियर के बारे में
– 1988 में केरल कैडर के IAS अधिकारी बने।
– 2018 से 2021 तक गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव रहे कुमार थे।
– उस दौरान 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और जम्मू-कश्मीर को लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
– एक ब्‍यूरोक्रेट के रूप में ज्ञानेश कुमार पर नरेंद्र मोदी सरकार का भरोसा इस बात से पता चलता है कि उन्हें न केवल जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी, जो किसी भी सरकार द्वारा लाए गए सबसे गोपनीय विधेयकों में से एक है, बल्कि वह राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की स्थापना में भी शामिल थे।
– सहकारिता सचिव के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, सहकारी क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के उद्देश्य से बहु-राज्य सहकारी समितियां (एमएससीएस) (संशोधन) अधिनियम, 2023 पारित किया गया।
– वह 15 मार्च 2024 को चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्‍त नियुक्‍त हुए थे।
– 18 फरवरी 2025 को वह मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त बने।

ज्ञानेश कुमार को किसने चुना
– उन्‍हें प्रधानमंत्री के नेतृत्‍व वाली कमेटी ने इस पद के लिए चुना। इस कमेटी में गृह मंत्री (अमित शाह) और लोकसभा में नेता विपक्ष (राहुल गांधी) शामिल थे। हालांकि राहुल गांधी ने डिसेंट नोट जारी किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि नियुक्ति कानून से संबंधित मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है इसलिए यह बैठक नहीं होनी चाहिए थी।

चुनाव आयुक्‍त की नियुक्ति का संवैधानिक प्रावधान
– चुनाव आयोग को संविधान के अनुच्छेद 324 से अधिकार प्राप्त हैं।
– अनुच्छेद 324 (2) कहता है कि चुनाव आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त हो सकते हैं। यह राष्ट्रपति पर निर्भर करता है कि इनकी संख्या कितनी होगी।
– आजादी के बाद देश में चुनाव आयोग में सिर्फ मुख्य चुनाव आयुक्त होते थे। तत्‍कालीन PM राजीव गांधी ने (16 अक्‍टूबर 1989 को) में तीन सदस्‍यी, इसके बाद फिर वीपी सिंह के समय (2 जनवरी 1990) एक सदस्‍यीय और फिर पीवी नरसिम्‍हा राव की सरकार के समय (एक अक्टूबर 1993) तीन सदस्‍यीय कर दिया गया।

चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति का नया कानून क्‍या है?
– संसद ने वर्ष 2023 में चुनाव आयुक्‍तों की नियुक्ति के लिए नया बिल पारित किया था। अब यह कानून बन चुका है।
– इसका नाम मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त अधिनियम, 2023 (The Chief Election Commissioner and Other Election Commissioners Act, 2023) है।
– इसके तहत मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) और चुनाव आयुक्‍त (EC) की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा एक चयन समिति की सिफारिश पर की जाती है।
– इस तीन सदस्‍यीय समिति में प्रधानमंत्री, एक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री (PM द्वारा नामित) और विपक्ष का नेता या लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल का नेता हैं।
– अधिनियम में यह भी कहा गया है कि कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली एक खोज समिति, चयन समिति के समक्ष नामों का एक पैनल प्रस्तावित करेगी।

पहले चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति कैसे होती थी?
– इससे पहले, चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति चुनाव आयोग (चुनाव आयुक्तों की सेवा शर्तें और कामकाज) अधिनियम, 1991 द्वारा की जाती थी।
– हालाँकि, इस अधिनियम में चयन प्रक्रिया को परिभाषित नहीं किया गया था। इसकी वजह से राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद की सलाह पर चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति की।
– यह मामला सुप्रीम कोर्ट गया। 2 मार्च 2023 को सुप्रीम कोर्ट के 5 सदस्यीय कॉन्स्टीट्यूशन बेंच ने नया सेलेक्‍शन पैनल बनाने आदेश दिया।
– इसके अनुसार इसमें प्रधानमंत्री, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और CJI शामिल होंगे। (लेकिन इससे पहले सिर्फ केंद्र सरकार इनका चयन करती थी।)
– कोर्ट ने यह भी कहा कि यह प्रोसेस तब तक लागू रहेगी, जब तक संसद चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति को लेकर कोई कानून नहीं बना लेती।
– इसके बाद 2023 संसद ने कानून बना दिया। नए कानून के तहत नियुक्‍त होने वाले पहले मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ज्ञानेश कुमार बने।

चुनाव आयोग
– मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त : ज्ञानेश कुमार
– चुनाव आयुक्‍त : सुखबीर सिंह संधु और विवेक जोशी

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2. ‘उथले भूकंप’ का क्‍या आशय है, जो दिल्‍ली में 17 फरवरी 2025 की सुबह महसूस किया गया?
What is the meaning of a ‘shallow earthquake’, which was felt in Delhi on the morning of 17 February 2025?

a. उथले भूकंप सतह से काफी नीचे उत्पन्न होने वाले भूकंपों की तुलना में अधिक नुकसान पहुंचाते हैं
b. उथले भूकंप सतह से काफी नीचे उत्पन्न होने वाले भूकंपों की तुलना में कम नुकसान पहुंचाते हैं
c. उथले भूकंप का असर गहरे भूकंप की तुलना में एक समान रहता है
d. इनमें से कोई नहीं

Answer: a. उथले भूकंप सतह से काफी नीचे उत्पन्न होने वाले भूकंपों की तुलना में अधिक नुकसान पहुंचाते हैं

– राष्ट्रीय राजधानी और आस-पास के इलाकों में 17 फरवरी, 2025 सुबह रिक्‍टर स्‍केल 4.0 तीव्रता का भूकंप आया।
– नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि भूकंप सुबह 5:36 बजे आया।
– इसकी गहराई मात्र पांच किलोमीटर थी और केंद्र दिल्‍ली के धौला-कुआं क्षेत्र के नीचे था।
– इसके बाद बिहार में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता भी 4.0 मापी गई।
– नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप सुबह 8:02 बजे 10 किलोमीटर की गहराई पर आया। इसका केंद्र सीवान के नीचे था।

उथला, मध्‍यम और गहरे भूकंप का मतलब?
– उथले भूकंप 0 से 70 किमी गहरे होते हैं।
– मध्यम भूकंप 70 से 300 किमी गहरे होते हैं।
– गहरे भूकंप 300 से 700 किमी गहरे होते हैं।

उथला भूकंप कितना घातक
– सतह से पांच या दस किलोमीटर नीचे उत्पन्न होने वाले उथले भूकंप, सतह से काफी नीचे उत्पन्न होने वाले भूकंपों की तुलना में अधिक क्षति पहुंचाते हैं।
– उथले भूकंप के विनाशकारी प्रभाव का एक उदाहरण नवंबर 2022 में इंडोनेशिया में आया 5.6 तीव्रता का भूकंप है, जिसमें 160 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए, इमारतें ढह गईं और भयभीत निवासी जावा के मुख्य द्वीप पर अपनी जान बचाने के लिए भागे।
– अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, “उथला भूकंप हर जगह एक जैसा ही होगा, यह कोई जरूरी नहीं है। यह निर्भर करता है, जैसे भूकंप से दूरी, आप किस प्रकार की मिट्टी पर हैं, भवन निर्माण” और अन्य वजह।

भूकंप की गहराई क्यों मायने रखती है?
– भूकंप की विनाशकारी शक्ति न केवल उसकी तीव्रता पर निर्भर करती है, बल्कि स्थान, केंद्र से दूरी और गहराई पर भी निर्भर करती है।
– भूकंप धरती की सतह के पास या धरती के अंदर भी आ सकते हैं। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, ज़्यादातर भूकंप उथली गहराई पर आते हैं।
– उथले भूकंप आम तौर पर गहरे भूकंपों की तुलना में ज़्यादा नुकसानदायक होते हैं। गहरे भूकंपों से आने वाली भूकंपीय तरंगों को सतह तक ज़्यादा दूर तक जाना पड़ता है, जिससे रास्ते में उनकी ऊर्जा खत्म हो जाती है।
– सतह के करीब आने वाले भूकंपों से कंपन अधिक तेज होता है, जैसे कि “किसी शहर के ठीक नीचे बम फट गया हो।”

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के निदेशक ने क्‍या कहा?
– राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के निदेशक ओपी मिश्रा कहते हैं, “भूकंप विज्ञान की दृष्टि से, यह कोई नया क्षेत्र नहीं है, इस क्षेत्र में पहले भी भूकंप आ चुके हैं।
– इससे पहले, 6 किलोमीटर परिधि में 4.6 तीव्रता का भूकंप आया था, लेकिन यह 10 किलोमीटर गहराई पर था। इसमें अंतर है।
– यह प्लेट टेक्टोनिक भूकंप नहीं था, यह इन-सीटू सामग्री विषमता के कारण था, यह स्थानीय प्रभाव के कारण था। हम लगभग 1 या 1.2 तीव्रता के आफ्टरशॉक की उम्मीद कर सकते हैं।”

भूकंप क्यों आता है?
– पृथ्वी के नीचे कई टेक्‍टोनिक प्लेट्स होती है, यह पिघली हुई लावा पर टिकी हैं। ये प्‍लेट हिलती रहती हैं।
– ये प्लेट्स जहां पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन कहते है।
– प्लेट्स के कई बार टकराने पर प्लेट्स के कोने मुड़ते है।
– प्लेट्स पर ज्यादा दबाव बनने से ये प्लेट्स टूटने लगती हैं।
– फिर इसके बाद नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती है और ज्यादा डिस्टर्बेंस होने के बाद भूकंप आता है।
– पृथ्‍वी पर हर साल लगभग पांच लाख भूकंप आते हैं।
– करीब 20 हजार से एक लाख ही महसूस हो पाते हैं, इनमें से करीब 100 भूकंप ही बड़ा नुकसान पहुंचाते हैं।
– सबसे विनाशकारी भूकंप 1960 में चिली में आया था। उसकी तीव्रता 9.6 थी। इसमें करीब 6000 लोगों की मौत हुई थी।
– 26 दिसंबर 2004 को इंडोनेशिया में भूकंप से हिन्‍द महासागर में सुनामी आई थी, इसमें करीब 2.30 लाख लोग मारे गए थे।

भूकंप की कितनी स्‍पीड पर कितना असर
रिक्टर स्केल- असर
0 से 1.9 : सिस्मोग्राफ से ही पता चलता है।
2 से 2.9 : हल्का कंपन।
3 से 3.9 : ट्रक नजदीक से गुजर जाए,ऐसा असर।
4 से 4.9 : विन्डो टूट सकती है और दीवारों पर टंगी कोई चीज गिर सकती है।
5 से 5.9 : सोफे और बक्शे जैसी भारी वस्तु हिल सकती है।
6 से 6.9 : बिल्डिंग की नींव दरक सकती और ऊपरी मंजिलों को नुकसान पहुंच सकता है।
7 से 7.9 : बिल्डिंग गिर जाती है और जमीन के अंदर पाइप फट जाते है।
8 ले 8.9 : इमारतें और बड़े पुल गिर जाते है।
9 या उससे अधिक- भीषण तबाही, धरती हिलती हुई और दिखाई देगी, इसके अलावा सुनामी का खतरा।

भारत का सबसे विनाशकारी भूकंप
– भारत में सबसे विनाशकारी भूकंप 15 जनवरी 1934 को बिहार में आया था, इसकी तीव्रता 8.1 थी।
– इसमें करीब 30 हजार लोग मारे गए थे।

भूकंप और हमारा स्वास्थ्य ! क्या करें ?
– भूकंप के दौरान समझदारी से काम लेना बेहद जरूरी है। अगर भूकंप के तेज झटके महसूस हो रहे हैं तो अपने घर में मौजूद मजबूत फर्नीचर या टेबल के नीचे बैठ जाएं और सिर को हाथों से ढक लें।यदि भूकंप हल्का है तो फर्श पर बैठ जाएं।अगर आप किसी ऊंची हाई राइज बिल्डिंग में रहते हैं तो भूकंप के झटके रुकने तक घर में ही रहें।
– डॉ. एके अरुण के अनुसार भूकंप की वजह से आप अपने मन और शरीर में कई तरह के लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं और ये लक्षण भूकंप और उसके बाद आने वाले किसी भी झटके के बाद भी जारी रह सकते हैं। ये लक्षण लगातार बने रह सकते हैं और इनमें – बेहोशी,चक्कर आना,जी मिचलाना,बीमार होना,पेट खराब होना,कंपकंपी, झुनझुनी,चिपचिपापन महसूस होना,सांस फूलना,गहरी सांस लेने में कठिनाई होना इत्यादि
– भूकंप की वजह से संक्रामक रोगों का प्रकोप बढ़ सकता है, और जान माल का नुकसान होने से कई तरह की दिक्कत आ जाती है।विश्व स्वास्थ्य संगठन कहता है कि भूकंप की वजह से चट्टान संपीड़न होता है और इससे सकारात्मक वायु आयनों में वृद्धि हो सकती है। इसकी वजह से न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन के मस्तिष्क के स्तर में कमी आ जाती है और यह सिर दर्द को ट्रिगर कर सकती है ।

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3. विश्व दलहन दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Pulses Day celebrated?

a. 8 फरवरी
b. 9 फरवरी
c. 10 फरवरी
d. 11 फरवरी

Answer: c. 10 फरवरी

– विश्व दलहन दिवस हर वर्ष 10 फरवरी को मनाया जाता है।
– वर्ष 2018 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में इसकी घोषणा की गई थी।
– इसका आयोजन पहली बार वर्ष 2019 में किया गया।
– इसका उद्देश्य भोजन में दालों के महत्व को बताना है।
– इसे संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के द्वारा मनाया जाता है।

Food and Agriculture Organization (FAO)
स्थापना: 16 अक्टूबर 1945
मुख्यालय: रोम, इटली

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4. किस शहर में आयोजित राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव ‘आदि महोत्सव’ का उद्घाटन राष्‍ट्रपति ने किया?
In which city did the President inaugurate the National Tribal Festival ‘Aadi Mahotsav’?

a. रांची
b. भोपाल
c. नई दिल्‍ली
d. चेन्‍नई

Answer: c. नई दिल्‍ली

राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव ‘आदि महोत्सव’
– कब आयोजन : 16 से 24 फरवरी, 2025
– कहां : मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, नई दिल्ली
– उद्देश्य : हमारे देश के जनजातीय समुदायों की समृद्ध और विविध पारंपरिक संस्कृति की झलक दिखाना है।

राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने क्‍या कहा?
– राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले 10 वर्षों के दौरान जनजातीय समाज के समग्र विकास के लिए अनेक प्रभावी कदम उठाए गए हैं।
– जनजातीय विकास बजट पांच गुना बढ़कर लगभग एक लाख पच्चीस हजार करोड़ रुपये हो गया है। इसके अलावा जनजातीय कल्याण बजट आवंटन तीन गुना बढ़कर लगभग 15 हजार करोड़ रुपये हो गया है।
– जनजातीय समाज के विकास पर विशेष ध्यान देने के पीछे यही सोच है कि जब जनजातीय समाज आगे बढ़ेगा, तभी हमारा देश भी सही मायने में आगे बढ़ेगा। इसीलिए जनजातीय अस्मिता के प्रति गौरव की भावना बढ़ाने के साथ-साथ जनजातीय समाज के विकास के लिए तेज गति से बहुआयामी प्रयास किए जा रहे हैं।

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5. राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कब मनाया जाता है?
When is National Deworming Day celebrated?

a. 10 फरवरी
b. 11 फरवरी
c. 12 फरवरी
d. 13 फरवरी

Answer: a. 10 फरवरी

– इस दिवस की शुरुआत वर्ष 2015 में की गई थी।
– इस दिवस का उद्देश्य बच्‍चों में आंतों के कीड़े की रोकथाम की जागरूकता बढ़ाना है।
– खास तौर पर 1 से 19 वर्ष की आयु के बच्चों में मृदा-संचारित (soil-transmitted) कृमि का पूर्ण उन्मूलन प्राप्त करना है।
– आंतों के कीड़े मानव आंत में पाए जाने वाले परजीवी होते हैं जो उन्हीं पोषक तत्वों और खनिजों पर पनपते हैं। इसकी वजह से बच्‍चों का विकास ठीक से नहीं हो पाता है।

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6. लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला ने संसद में कितनी नई भाषाओं में अनुवाद सेवाओं के विस्‍तार की घोषणा फरवरी 2025 में की?
Lok Sabha Speaker Om Birla announced the expansion of translation services in how many new languages ​​in Parliament in February 2025?

a. दो
b. तीन
c. पांच
d. छह

Answer: d. छह (बोडो, डोगरी, मैथिली, मणिपुरी, उर्दू और संस्‍कृत)

– लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला ने 11 फरवरी 2025 को संसद में छह नई भाषाओं (बोडो, डोगरी, मैथिली, मणिपुरी, उर्दू और संस्‍कृत) में अनुवाद सेवाओं के विस्‍तार की घोषणा की।
– अब तक 11 भाषाओं में अनुवाद सेवाएं दी जा रही थीं- हिंदी, अंग्रेजी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, तमिल और तेलुगु। हालांकि अगर संविधान की आठवीं अनुसूची में 22 भाषाओं के अनुसार देखेंगे तो यह संख्‍या 10 थी। इसके अलावा एक अंग्रेजी भाषा थी।
– अब संसद में कुल 18 भाषाओं में अनुवाद हो रहा है, जिनमें से 17 भाषा संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल भाषा है।
– लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सदन में मौजूद मानव संसाधनों के आधार पर अनुवाद सेवाओं को धीरे-धीरे सभी भाषाओं में विस्‍तारित करने की कोशिश की जा रही है।

संविधान में कितनी भाषा
भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में 22 भाषाओं को शामिल किया गया है
1. असमिया
2. बंगाली
3. गुजराती
4. हिंदी
5. कन्नड
6. कश्मीरी
7. कोंकणी
8. मलयालम
9. मणिपुरी
10. मराठी
11. नेपाली
12. उड़िया
13. पंजाबी
14. संस्कृत
15. सिंधी
16. तमिल
17. तेलुगू
18. उर्दू
19. बोडो
20. संथाली
21. मैथिली
22. डोंगरी

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7. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में नया इनकम टैक्‍स बिल 2025 पेश किया, यह बिल किस एक्‍ट को रिप्‍लेस करेगा?
Finance Minister Nirmala Sitharaman introduced the new Income Tax Bill 2025 in the Lok Sabha, which act will this bill replace?

a. कंज्यूमर प्रोटेक्‍शन एक्‍ट 1986
b. इनकम टैक्‍स एक्‍ट 1961
c. संपत्ति कर अधिनियम, 1957
d. इंटरेस्ट टैक्स एक्ट, 1974

Answer: b. इनकम टैक्‍स एक्‍ट 1961

– वित्त मंत्री सीतारमण ने 13 फरवरी, 2025 को लोकसभा में इस बिल का पेश किया। और उन्‍होंने स्‍पीकर ओम बिरला से आग्रह किया कि वह इस बिल को लोकसभा की प्रवर समिति को भेजें।
– द हिन्‍दू न्‍यूज पेपर के अनुसार अधिनियमित होने के बाद यह बिल छह दशक (60 वर्ष) पुराने इनकम टैक्‍स एक्‍ट 1961 का स्थान ले लेगा, जो समय के साथ संशोधनों के कारण अधिक जटिल और भारी हो गया था।
– प्रस्‍तावित कानून इनकम टैक्‍स एक्‍ट 1961 को अब इनकम टैक्‍स बिल 2025 कहा जाएगा।
– अप्रैल 2026 में इसके प्रभावी होने उम्‍मीद है।
– नये विधेयक का उद्देश्य आयकर अधिनियम को अधिक सरल, सुबोध और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाना है।

#इनकम टैक्‍स बिल 2025 में क्‍या नया है?#

पहले – अब
‘पिछले वर्ष’ का प्रयोग – ‘कर वर्ष’ का प्रयोग
298 धारा – 536 धारा
14 अनुसूचियां – 16 अनुसूचियां
47 अध्‍याय – 23 अध्‍याय
823 पेज – 622 पेज

नोट: – वर्तमान में, पिछले वर्ष (मान लीजिए 2023-24) में अर्जित आय के लिए, कर निर्धारण वर्ष (मान लीजिए 2024-25) में भुगतान किया जाता है। अब इस ‘पिछले वर्ष’ और कर निर्धारण वर्ष की अवधारणा को हटा दिया गया है और सरलीकृत विधेयक के तहत केवल ‘कर वर्ष’ लाया गया है।
– प्रस्तावित कानून आयकर अधिनियम, 1961 में उल्लिखित ‘पिछले वर्ष’ शब्द के स्थान पर ‘कर वर्ष’ शब्द का प्रयोग किया जाएगा। साथ ही, कर निर्धारण वर्ष की अवधारणा को भी समाप्त कर दिया गया है।

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8. सुरक्षित इंटरनेट दिवस (safer internet Day) वर्ष 2025 में कब मनाया गया?
When was Safer Internet Day celebrated in the year 2025?

a. 3 फरवरी
b. 4 फरवरी
c. 5 फरवरी
d. 6 फरवरी

Answer: b. 4 फरवरी

2025 की थीम:
– बेहतर इंटरनेट के लिए एक साथ
– Together for a Better Internet

– सुरक्षित इंटरनेट दिवस हर वर्ष फरवरी के दूसरे सप्ताह के दूसरे दिन मनाया जाता है।
– यह दिवस बच्चों और युवाओं के लिए सुरक्षित और बेहतर इंटरनेट के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रत्येक वर्ष फरवरी में होता है।

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9. इसरो और किस संस्‍थान ने मिलकर स्वदेशी एयरोस्पेस क्वालिटी वाली शक्ति-आधारित सेमीकंडक्टर चिप (IRIS) को विकसित किया?
ISRO and which institution jointly developed indigenous aerospace quality power-based semiconductor chip (IRIS)?

a. IIT बॉम्‍बे
b. IIT मद्रास
c. IIT कानपुर
d. IIT खड़गपुर

Answer: b. IIT मद्रास

IRIS मतलब – इंडिजेनस RISCV कंट्रोलर फॉर स्पेस ऍप्लिकेशन्स (अंतरिक्ष अनुप्रयोगों के लिए स्वदेशी RISCV नियंत्रक)

– इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, मद्रास (IIT मद्रास) और इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने स्वदेशी एयरोस्पेस क्वालिटी वाली शक्ति-आधारित सेमीकंडक्टर चिप (IRIS) विकसित की है।
– इसकी जानकारी 11 फरवरी 2025 मिली।

चिप को किस प्रोसेसर पर बनाया
– इस चिप को ‘SHAKTI’ प्रोसेसर बेसलाइन पर बनाया गया है। यह इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) से लेकर विभिन्न रणनीतिक क्षेत्रों में इनबिल्ट कंप्यूट सिस्टम तक विविध डोमेन पर व्यापक तैनाती की अनुमति देता है।
– SHAKTI सिस्टम कस्टम प्रोसेसर डिजाइन करने के लिए RISC-V, एक ओपन-सोर्स इंस्ट्रक्शन सेट आर्किटेक्चर (ISA) का उपयोग करता है।
– ‘SHAKTI’ को भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से ‘डिजिटल इंडिया RISC-V’ पहल (DIRV) के तहत समर्थन मिल रहा है।
– SHAKTI माइक्रोप्रोसेसर परियोजना का नेतृत्व IIT मद्रास के प्रोफेसर वी. कामकोटि ने किया।
– इसरो चीफ वी. नारायणन ने IRIS कंट्रोलर के स्‍वदेशी विकास की तारीफ की।
– यह विकास इसरो द्वारा अपने अनुप्रयोगों, कमांड और नियंत्रण प्रणालियों तथा अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले सेमीकंडक्टरों को स्वदेशी बनाने के प्रयास का हिस्सा था, जो अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों में ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य के साथ मेल खाता था।

इसरो का क्‍या योगदान रहा?
– ISRO जड़त्वीय प्रणाली इकाई (IISU) ने तिरुवनंतपुरम में 64-बिट RISC-V आधारित नियंत्रक का विचार प्रस्तुत किया।
– IIT मद्रास के साथ मिलकर चिप के विनिर्देश और डिजाइन पर काम किया।
– चिप का कॉन्फ़िगरेशन ISRO के मौजूदा सेंसर और सिस्टम की कार्यात्मक और कंप्यूटिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया।
– चिप में फॉल्ट-टॉलरेंट आंतरिक मेमोरी जोड़ी गई, जिससे डिजाइन की विश्वसनीयता बढ़ी।
– CORDIC, WATCHDOG टाइमर, और सीरियल बसों जैसे अंतरिक्ष प्रणालियों में उपयोग किए जाने वाले कस्टम कार्यात्मक और परिधीय इंटरफ़ेस मॉड्यूल को एकीकृत किया गया।
– भविष्य के मिशनों के लिए विस्तारशीलता के लिए कई बूट मोड और हाइब्रिड मेमोरी/डिवाइस एक्सटेंशन इंटरफेस का प्रावधान किया गया।

चिप क्‍यों महत्‍वपूर्ण है?
– वर्ष 2018 में RIMO और वर्ष 2020 में MOUSHIK के बाद, यह तीसरी SHAKTI चिप है जिसे हमने सेमी-कंडक्टर लेबोरेटरी (SCL) चंडीगढ़ में तैयार किया है और IIT मद्रास में सफलतापूर्वक बूट किया है।
– चिप डिजाइन, निर्माण, पैकेजिंग, मदरबोर्ड डिजाइन और निर्माण, असेंबली, सॉफ़्टवेयर और बूट सभी भारत में किए गए हैं, और यह दिखाता है कि पूरी सेमीकंडक्टर प्रणाली और विशेषज्ञता हमारे देश में मौजूद है।
– चिप इस लिए महत्‍वपूर्ण है क्‍योंकि पूरी सेमीकंडक्टर प्रणाली और विशेषज्ञता हमारे देश में ही मौजूद है।

IIT मद्रास
स्‍थापना: 1959
लोकेशन: चेन्नई, तमिलनाडु

इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन)
– स्‍थापना : 15 अगस्‍त 1969.
– पहले चेयरमैन : विक्रम साराभाई
– नए चेयरमैन : डॉ. वी नारायणन
– हेडक्‍वार्टर : बेंगलुरू (कर्नाटक)

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10. भारत का पहला स्‍वदेशी ऑटोमेटेड बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट कहां स्‍थापित किया गया?
Where was India’s first indigenous automated bio medical waste treatment plant established?

a. एम्‍स, पटना
b. एम्‍स, दिल्‍ली
c. एसजीपीजीआई, लखनऊ
d. आईजीआईएमएस, पटना

Answer: b. एम्‍स, दिल्‍ली

– इस प्‍लांट का नाम सृजनम है, इसे 10 फरवरी 2025 को नई दिल्‍ली AIIMS में स्‍थापित किया।
– यह इनोवेटिव, पर्यावरण अनुकूल तकनीक, बायोमेडिकल कचरे के स्थायी प्रबंधन में महत्वपूर्ण प्रगति प्रदान करती है, जिसे CSIR-NIIST (नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर इंटरडिसिप्लिनरी साइंस एंड टेक्नोलॉजी) द्वारा विकसित किया गया है।
– इसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने किया। उन्‍होंने कहा कि भारत की नई इको-फ्रेंडली टेक्नोलॉजी बायोमेडिकल वेस्ट सॉल्यूशन, हेल्‍थकेयर वेस्‍ट निपटान में बदलाव लाने के लिए तैयार है।

सृजनम प्‍लांट क्‍या करेगा?
– “सृजनम” रिग महंगे और ऊर्जा-गहन भस्मक के उपयोग के बिना, रक्त, मूत्र, थूक और प्रयोगशाला डिस्पोजेबल जैसे रोगजनक बायोमेडिकल कचरे को कीटाणुरहित कर सकता है।
– इसके अलावा, यह दुर्गंधयुक्त जहरीले कचरे को एक सुखद सुगंध में बदलता है। 400 किलोग्राम की दैनिक क्षमता के साथ, यह उपकरण पहले चरण में प्रतिदिन 10 किलोग्राम डिग्रेडेबल मेडिकल कचरे को संभालने में सक्षम है।

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11. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फरवरी 2025 में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन, बेंगलुरू पर एयरो इंडिया के कौनसे वे संस्‍करण का उद्घाटन किया?
Defence Minister Rajnath Singh inaugurated which edition of Aero India at Yelahanka Air Force Station, Bengaluru in February 2025?

a. 10वां
b. 12वां
c. 15वां
d. 16वां

Answer: c. 15वां

– यह एशिया का सबसे बड़ा एयर शो है।
– इसका आयोजन 10 से 14 फरवरी तक बेंगलुरु में येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर हुआ।
– इस कार्यक्रम का थीम है- ‘रनवे टू ए बिलियन ऑपर्च्युनिटीज’।
– 10 से 12 फरवरी को व्यावसायिक दिवस के रूप में आरक्षित किया गया है, जबकि 13 और 14 फरवरी को आम लोगों के लिए शो देखने के लिए सार्वजनिक दिन निर्धारित किए गए हैं।


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