यह 17 December 2025 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
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1. पहली बार 21 शिक्षाविद् को ‘प्राइम मिनिस्टर प्रोफेसर’ घोषित किया गया, इनमें कौन शामिल हैं?
For the first time, 21 academics have been declared ‘Prime Minister Professors’. Who are among them?
a. प्रो. रमेश चंद्रा
b. प्रो. राहुम एस चंद्राकर
c. प्रो. मनिका वी घोष
d. प्रो. किशोर एम. पकनीकर
Answer: d. प्रोफेसर किशोर एम. पकनीकर
– प्रोफेसर किशोर एम. पकनीकर को भारत के 21 “प्राइम मिनिस्टर प्रोफेसर” में से एक नियुक्त किया गया है।
– वह सीओईपी टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, पुणे में अगले पाँच वर्षों तक कार्य करेंगे।
– यह घोषणा अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (ANRF) ने की।
– हालांकि 21 “प्राइम मिनिस्टर प्रोफेसर” के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। इंडियन एक्सप्रेस ने प्रोफेसर किशोर एम. पकनीकर का नाम जाहिर किया है।

अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (ANRF) क्या है?
– यह भारत सरकार द्वारा स्थापित एक राष्ट्रीय स्तर की संस्था है।
– जिसका उद्देश्य देश में वैज्ञानिक अनुसंधान, नवाचार (इनोवेशन) और उच्च शिक्षा में शोध संस्कृति को मजबूत करना है।
– स्थापना : अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन अधिनियम, 2023 के तहत
– यह संस्था राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (NRF) का नया एवं विस्तारित स्वरूप है।
– इसका गठन नई शिक्षा नीति, 2020 (NEP-2020) की सिफारिशों के आधार पर किया गया था।
प्राइम मिनिस्टर प्रोफेसर क्या होता है?
– प्राइम मिनिस्टर प्रोफेसर कोई संवैधानिक या राजनीतिक पद नहीं है, बल्कि यह भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक विशेष शोध-आधारित प्रोफेसरशिप (शिक्षक-सम्मान) है।
– इसका उद्देश्य देश के विश्वविद्यालयों और तकनीकी संस्थानों में उच्च स्तरीय शोध संस्कृति को बढ़ावा देना है।
– इसे अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (ANRF) नामक संस्था द्वारा स्थापित किया गया है।
प्राइम मिनिस्टर प्रोफेसर की प्रमुख विशेषताएँ
– यह राष्ट्रीय स्तर की प्रोफेसरशिप है
– चयनित व्यक्ति: वरिष्ठ वैज्ञानिक या शिक्षाविद होता है, जो शोध में सक्रिय हो।
– कार्यकाल सामान्यतः पाँच वर्षों का होता है
– संबंधित प्रोफेसर को: संस्थान में शोध मार्गदर्शन, मेंटरशिप और अकादमिक नेतृत्व की भूमिका दी जाती है।
– प्रधानमंत्री प्रोफ़ेसरशिप के तहत पांच साल की अवधि के लिए 30 लाख रुपये (प्रति वर्ष) (2,50,000 रुपये प्रति माह) की फैलोशिप, 24 लाख रुपये प्रति वर्ष का अनुसंधान अनुदान और 1 लाख रुपये प्रति वर्ष का अतिरिक्त व्यय प्रदान किया जाएगा।
– प्रो. पाकनिकर उन 21 प्रोफेसरों में से एक हैं जिन्हें इस राष्ट्रीय पहल के तहत देशभर में नियुक्त किया गया है।
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2. कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा विवाद के दौरान किस हिन्दू मंदिर परिसर को नुकसान हुआ, जिसपर भारत ने चिंता व्यक्त की?
Which Hindu temple complex was damaged during the border dispute between Cambodia and Thailand, prompting India to express concern?
a. वाट अरुण मंदिर
b. वाट फ्रा काऊ मंदिर
c. प्रीह विहार मंदिर
d. वाट फो मंदिर
Answer: c. प्रीह विहार मंदिर
– यह मंदिर कंबोडिया और थाईलैंड के बीच विवादित सीमा क्षेत्र में है।
– प्रीह विहार मंदिर और ता मुएन थॉम मंदिर को लेकर दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव फिर से दिसंबर 2025 में हुआ।
– ये दोनों शिव मंदिर हैं।
– दिसंबर 2025 में हुए सैन्य टकराव के दौरान प्रीह विहार मंदिर परिसर को नुकसान हुआ। यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भी है।
– भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस नुकसान पर चिंता व्यक्त की।
– विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) 1986 से कंबोडिया के प्राचीन खमेर मंदिरों के संरक्षण और जीर्णोद्धार में लगा हुआ है। इस बीच इसमें नुकसान होना दुर्भाग्यपूर्ण है।

प्रीह विहार मंदिर के बारे में
– प्रीह विहार मंदिर परिसर में भगवान शिव को समर्पित मंदिर हैं, जो 11 वीं शताब्दी के हैं।
– यह कंबोडिया-थाईलैंड सीमा के पास डोंगरेक पहाड़ियों (Dângrêk Mountains) के शिखर पर स्थित है
– इसे खमेर साम्राज्य (Khmer Empire) के शासकों ने बनवाया था।
– मंदिर की स्थापत्य कला में दक्षिण भारत (द्रविड़ शैली) के प्रभाव के साथ खमेर कला की विशिष्ट नक्काशी देखने को मिलती है।
थाईलैंड और कंबोडिया में संघर्ष का इतिहास
– दरअसल, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच विवाद की जड़ें सौ साल से भी ज़्यादा पुरानी हैं, जब फ्रांसीसी कब्ज़े के बाद कंबोडिया की सीमाएं तय की गई थीं।
– हालात 2008 में तब औपचारिक रूप से तनावपूर्ण हो गए, जब कंबोडिया ने एक विवादित क्षेत्र में स्थित 11वीं सदी के मंदिर को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के तौर पर पंजीकृत कराने की कोशिश की।
– थाईलैंड ने इसका तीखा विरोध किया। इसके बाद दोनों देशों के बीच कई बार झड़पें हुईं, जिनमें सैनिकों और आम नागरिकों की मौतें हुईं।
थाईलैंड
– राजधानी : बैंकॉक
– किंग : वजीरालोंगकोर्न (राम x) {चक्रि वंश के राजा, थाईलैंड एक बौद्ध-बहुल देश है, लेकिन उसकी शाही परंपराएँ हिंदू धर्म से भी प्रभावित हैं। हालांकि खुद राजा बौद्ध धर्म को मानते हैं}
– PM : अनुतिन चर्नविराकुल
– मुद्रा : थाई बहत
– भाषा : थाई
– आबादी : 71.62 मिलियन (2025)
– पड़ोसी देश : म्यांमार, लाओस, कंबोडिया, मलेशिया
कंबोडिया
– राजधानी : नोम पेन्ह
– सम्राट : नोरोदोम सिहामोनी
– प्रधानमंत्री : हुन मानेट
– मुद्रा : रील
– भाषा : खमेर
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3. भाजपा के नए कार्यकारी अध्यक्ष कौन बने?
Who has become the new working president of the BJP?
a. नितिन गडकरी
b. नितिन नबीन
c. राम विलास
d. पंकज चौधरी
Answer: b. नितिन नबीन

– भाजपा के संसदीय बोर्ड ने नितिन नबीन को 14 दिसंबर, 2025 को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया।
– माना जा रहा है कि जनवरी 2026 में औपचारिक रूप से चुनाव के दौरान उन्हें पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाएगा।
– नितिन नबीन बिहार के मंत्री और पांच बार के विधायक हैं।
– उन्होंने सात वर्षों तक भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) की बिहार इकाई के अध्यक्ष और बाद में राष्ट्रीय महासचिव के रूप में कार्य किया है।
– वह बिहार में 2025 के विधानसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भाग लिए गए एकमात्र रोड शो के प्रभारी भी थे।
– नबीन के पिता, स्वर्गीय नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा, भी भाजपा विधायक थे और राज्य में पार्टी के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले दिग्गज नेताओं में से एक माने जाते थे।
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4. प्रेस क्लब ऑफ इंडिया की पहली महिला अध्यक्ष कौन चुनी गईं?
Who was elected as the first female president of the Press Club of India?
a. कादंबिनी शर्मा
b. संगीता बरुआ पिशारोटी
c. नयनिमा बसु
d. अदिति राजपूत
Answer: b. संगीता बरुआ पिशारोटी
– वरिष्ठ पत्रकार संगीता बरुआ पिशारोटी 14 दिसंबर, 2025 को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गईं।
– अफजल इमाम क्लब के महासचिव चुने गए और जतिन गांधी उपाध्यक्ष पद पर विजयी हुए।
– जबकि अदिति राजपूत (कोषाध्यक्ष) और पीआर सुनील (संयुक्त सचिव) निर्विरोध निर्वाचित हुए।

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के बारे में
– प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (Press Club of India – PCI) भारत के पत्रकारों का एक प्रमुख और प्रतिष्ठित संगठन है। इसका उद्देश्य पत्रकारों के पेशेवर, सामाजिक और बौद्धिक हितों की रक्षा करना तथा स्वतंत्र और जिम्मेदार पत्रकारिता को बढ़ावा देना है।
– स्थापना वर्ष: 1958
– स्थान: नई दिल्ली
– इसकी स्थापना संसद, सरकार और राष्ट्रीय संस्थानों को कवर करने वाले पत्रकारों के लिए एक साझा मंच के रूप में की गई थी।
– प्रेस क्लब ऑफ इंडिया की सदस्यता मुख्य रूप से: प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, डिजिटल मीडिया में कार्यरत सक्रिय पत्रकारों को दी जाती है।
– प्रमुख गतिविधियाँ : राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर डिस्कशन, पैनल टॉक और प्रेस मीट, पत्रकारों के लिए वर्कशॉप और ट्रेनिंग प्रोग्राम, प्रेस की स्वतंत्रता से जुड़े मामलों पर सार्वजनिक बयान और प्रस्ताव, पत्रकारों के बीच नेटवर्किंग और सहयोग को बढ़ावा देना।
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5. केंद्रीय सूचना आयोग के नए मुख्य सूचना आयुक्त कौन बने?
Who has become the new Chief Information Commissioner of the Central Information Commission?
a. सुरेंद्र सिंह मीना
b. आशुतोष चतुर्वेदी
c. राज कुमार गोयल
d. स्वागत दास
Answer: c. राज कुमार गोयल
– राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 15 दिसंबर, 2025 को राज कुमार गोयल को केंद्रीय सूचना आयोग के मुख्य सूचना आयुक्त के रूप में पद की शपथ दिलाई।
– राज कुमार गोयल, रिटायर्ड IAS अधिकारी हैं।

अन्य केंद्रीय सूचना आयुक्त ने भी शपथ ली
– सुरेंद्र सिंह मीना, पूर्व IAS अधिकारी
– आशुतोष चतुर्वेदी, प्रभात खबर के पूर्व प्रधान संपादक
– स्वागत दास, पूर्व IPS अधिकारी
– सुधा रानी रेलांगी, पूर्व भारतीय विधि सेवा अधिकारी
– पीआर रमेश, ओपन पत्रिका के पूर्व प्रबंध संपादक
– खुशवंत सिंह सेठी, पूर्व भारतीय वन सेवा अधिकारी
– जया वर्मा सिन्हा, रेलवे बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष व CEO
– संजीव कुमार जिंदल
पहले से मौजूद सूचना आयुक्त
– आनंदी रामलिंगम
– विनोद कुमार तिवारी
केंद्रीय सूचना आयोग
– केंद्रीय सूचना आयोग का गठन सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के तहत किया गया था।
– इसमें मुख्य सूचना आयुक्त के अलावा अधिकतम 10 सदस्य हो सकते हैं।
– आयोग का अधिकार क्षेत्र सभी केंद्रीय सार्वजनिक प्राधिकरणों पर लागू होता है।
– नौ साल में पहली बार दिसंबर 2025 में पूर्ण आयोग का गठन किया गया है।
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6. ‘भारत रणभूमि दर्शन पहल’ के तहत सिक्किम के डोकलाम में किन दो जगहों को पर्यटकों के औपचारिक रूप से खोल दिया गया?
Under the ‘India Battlefield Tourism Initiative’, which two locations in Doklam, Sikkim, have been formally opened to tourists?
a. डेपसांग और ला-ला
b. चो-ला और डोक-ला
c. रंजांग-ला और ची-ला
d. उपरोक्त सभी
Answer: b. चो-ला और डोक-ला
– सिक्किम के डोकलाम क्षेत्र के चो-ला और डोक-ला को 15 दिसंबर, 2025 को पर्यटकों के लिए औपचारिक रूप से खोल दिया गया।
– यहां पर आठ साल पहले भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच गतिरोध हुआ था।
– केंद्र की भारत रणभूमि दर्शन पहल के तहत ये दोनों जगह अब पर्यटन स्थल बन गए हैं।
– इस दौरान मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने गंगटोक में 25 मोटरसाइकिलों और वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

– CM प्रेम सिंह तमांग ने कहा, “चो-ला और डोक-ला का खुलना ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ का हिस्सा है।
– इसका उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देना और नियमित पर्यटन गतिविधियों के माध्यम से स्थानीय समुदायों के लिए आजीविका के अवसर पैदा करना है।
– यह पहल केंद्र सरकार, राज्य सरकार और सेना के समन्वय से संभव हो पाई है।”
– उन्होंने कहा कि यह पहल चो-ला और डोक-ला के ऐतिहासिक और सैन्य महत्व को भी उजागर करती है।
– “युद्धक्षेत्र पर्यटन की व्यापक अवधारणा के तहत परिकल्पित यह कार्यक्रम सशस्त्र बलों की वीरता और बलिदानों के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देगा और कड़ी सुरक्षा और पर्यावरण संबंधी सुरक्षा उपायों को बनाए रखते हुए आगंतुकों में देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करेगा।”
2017 में भारत-चीन तनाव
– सिक्किम की राजधानी गंगटोक से 68 किलोमीटर पूर्व में 13,780 फीट की ऊंचाई पर स्थित, डोक-ला या डोकलाम भूटान, चीन और भारत के त्रिकोणीय जंक्शन पर चुंबी घाटी में स्थित एक पठार है।
– जून 2017 में यह उस समय विवाद का केंद्र बन गया जब चीन ने भूटान द्वारा दावा किए गए क्षेत्र में सड़क बनाने का प्रयास किया।
– भारत ने अपने रणनीतिक हितों की रक्षा और सहयोगी भूटान को बचाने के लिए हस्तक्षेप किया।
– दो महीने से अधिक समय तक चले नियंत्रित गतिरोध के बाद चीन ने डोकलाम (जिसे डोंगलांग के नाम से भी जाना जाता है) में निर्माण कार्य रोक दिया।
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7. विजय दिवस कब मनाया जाता है?
When is Vijay Diwas celebrated?
a. 16 दिसंबर
b. 17 दिसंबर
c. 18 दिसंबर
d. 19 दिसंबर
Answer: a. 16 दिसंबर
– वर्ष 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत की याद में और भारतीय सैनिकों की बहादुरी को सलाम करने के लिए इसे मनाया जाता है।
– इस दिन, 1971 में, पाकिस्तान के लेफ्टिनेंट जनरल ए.ए.के. नियाज़ी ने ढाका में आत्मसमर्पण पत्र पर हस्ताक्षर किए।
– इसी के साथ पाकिस्तान के लगभग 93000 जवानों ने भारतीय सेना के सामने हथियार डाले थे।
– भारत की जीत के बाद ईस्ट पाकिस्तान बांग्लादेश बना था।
– यह ऐतिहासिक क्षण प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ, और लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा जैसे भारतीय नेताओं के नेतृत्व में संभव हुआ।
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8. केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 में किन केंद्रीय लेबर कोड को लागू किया?
Which central labor codes did the central government implement in the year 2025?
a. मजदूरी संहिता 2019 और औद्योगिक संबंध संहिता 2020
b. सामाजिक सुरक्षा संहिता 2020 और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्यदशा संहिता 2020
c. मजदूर विकास संहिता 2021
d. a और b दोनों
Answer: d. a और b दोनों (मजदूरी संहिता 2019, औद्योगिक संबंध संहिता 2020, सामाजिक सुरक्षा संहिता 2020 और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्यदशा संहिता 2020)
– केंद्र सरकार ने नंवबर 2025 में चार केंद्रीय श्रम संहिता (लेबर कोड) लागू किए।
– दरअसल, भारत में श्रम कानूनों की संरचना लंबे समय तक खंडित, जटिल बनी रही।
– लगभग 29 केंद्रीय श्रम कानून, अलग-अलग परिभाषाएँ, अनेक पंजीकरण और निरीक्षण प्रणालियाँ—ये सभी श्रमिकों, उद्योगों और सरकार के लिए परेशानी का कारण बन चुकी थीं।
– इसी पृष्ठभूमि में संसद ने 2019–2020 के बीच चार लेबर कोड को पारित किया।
– इसके लगभग 5 साल बाद नवंबर 2025 में केंद्र सरकार ने इन लेबर कोड को पूर्ण रूप से लागू (Full Enforcement) किया।

2025 में लागू चार लेबर कोड
लेबर कोड : मुख्य क्षेत्र
1) मजदूरी संहिता, 2019 : वेतन, न्यूनतम मजदूरी
2) औद्योगिक संबंध संहिता, 2020 : हड़ताल, छंटनी, यूनियन
3) सामाजिक सुरक्षा संहिता, 2020 : EPF, ESIC, गिग वर्कर
4) व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्यदशा संहिता, 2020 : कार्यस्थल सुरक्षा
1) मजदूरी संहिता, 2019
– वेतन की नई परिभाषा : कुल वेतन का कम से कम 50% = बेसिक + महंगाई भत्ता; भत्तों के ज़रिए वेतन छुपाने की प्रवृत्ति पर रोक
– फ्लोर वेज (न्यूनतम राष्ट्रीय मजदूरी) : केंद्र सरकार द्वारा तय; राज्य इससे नीचे न्यूनतम मजदूरी तय नहीं कर सकते
– परिणाम (2025 के बाद): EPF और ग्रेच्युटी का दायरा बढ़ा; दीर्घकाल में सामाजिक सुरक्षा मजबूत; अल्पकाल में कुछ कर्मचारियों की इन-हैंड सैलरी में कमी
2) औद्योगिक संबंध संहिता, 2020
– हड़ताल से पहले 14 दिन का नोटिस : सभी क्षेत्रों में लागू
– 300 कर्मचारियों तक : छंटनी/तालाबंदी में सरकारी अनुमति अनिवार्य नहीं
– फिक्स्ड-टर्म एम्प्लॉयमेंट : स्थायी कर्मचारी जैसे ही अधिकार
3) सामाजिक सुरक्षा संहिता, 2020
– गिग वर्कर और प्लेटफॉर्म वर्कर : पहली बार वैधानिक पहचान; जैसे: ओला, उबर, ज़ोमैटो, स्विगी
– असंगठित क्षेत्र का पंजीकरण : राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा पोर्टल
– ग्रेच्युटी नियमों में ढील : फिक्स्ड-टर्म कर्मचारियों को भी लाभ
– भारत का श्रम ढांचा अब प्लेटफॉर्म इकॉनॉमी को स्वीकार करता है
4) व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्यदशा संहिता, 2020
– Occupational Safety, Health and Working Conditions Code, 2020
– एकीकृत लाइसेंस और पंजीकरण
– महिलाओं को रात्रि पाली की अनुमति : सुरक्षा शर्तों के साथ
– प्रवासी श्रमिकों की स्पष्ट परिभाषा
– कार्य घंटों में लचीलापन : 4-दिवसीय कार्य-सप्ताह संभाव्य साप्ताहिक अधिकतम 48 घंटे यथावत
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9. रेसलर ‘जॉन सीना’ ने किस प्रतियोगिता से संन्यास लिया?
Which competition did wrestler John Cena retire from?
a. WWE
b. WCW
c. ECW
d. TNA
Answer: a. WWE (वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट)
– उन्होंने 13–14 दिसंबर 2025 को WWE Saturday Night’s Main Event में अपने अंतिम मैच के साथ अपने 24 साल से अधिक के प्रो-रेसलिंग करियर को समाप्त किया।
– हालाँकि उन्होंने इन-रिंग प्रो-रेसलिंग से संन्यास ले लिया है, सीना WWE के साथ एक नए रोल (जैसे एम्बेसडर/मार्गदर्शक) में जुड़े रहने की योजना बना रहे हैं और संभवतः आगे भी कंपनी से जुड़े रहेंगे।
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10. किस देश की टीम ने WSF स्क्वैश वर्ल्ड कप 2025 का खिताब जीता?
Which country’s team won the WSF Squash World Cup 2025 title?
a. चीन
b. इंग्लैंड
c. भारत
d. यूएसए
Answer: c. भारत

– भारत ने वर्ष 2025 में अपना पहला WSF स्क्वैश वर्ल्ड कप जीता।
– इस टूर्नामेंट के इतिहास में भारत का दूसरा मेडल है। इससे पहले भारत ने 2023 में कांस्य मेडेल जीता था।
– भारतीय टीम ने चेन्नई में आयोजित फाइनल मुकाबले में शीर्ष वरीयता प्राप्त हांगकांग को 3–0 से पराजित करके खिताब हासिल किया।
– जोशना चिनप्पा, अभय सिंह और अनाहत सिंह ने अपने-अपने मैच जीते।
– WSF स्क्वैश वर्ल्ड कप एक प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय टीम टूर्नामेंट है जिसे वर्ल्ड स्क्वैश फेडरेशन (WSF) के तत्वावधान में आयोजित किया जाता है।


