यह 13 December 2025 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
PDF Download: Click here
1. द्जूकू (जुकू) घाटी किन राज्यों में स्थित है, जिसके दक्षिणी हिस्से के जंगलों में भीषण आग लग गई?
In which states is the Djuku (Djuku) Valley located, the forests in the southern part of which caught fire?
a. केरल और तेलंगाना
b. मिजोरम और असम
c. त्रिपुरा और मिजोरम
d. नागालैंड और मणिपुर
Answer: d. नागालैंड और मणिपुर (यह आग द्जूकू (जुकू) घाटी के पश्चिमी हिस्से में लगी, जो नागालैंड क्षेत्र में है)

– 12 दिसंबर, 2025 को नागालैंड के कोहिमा जिले की पश्चिमी द्जूकू (जुकू) घाटी में भीषण जंगल की आग लग गई।
– आग सबसे पहले एक पर्यटक गाइड ने देखी, जिसने तुरंत खोनामा गांव के अधिकारियों और जिला प्रशासन को सूचित किया।
– द्जूकू (जुकू) घाटी भारत के नागालैण्ड व मणिपुर राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में विस्तारित एक घाटी है।
– यह समुद्र तल से 2,452 मीटर (8,045 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
– द्जूकू (जुकू) घाटी जिसे ‘फूलों की घाटी’ के रूप में जाना जाता है, नगालैंड और मणिपुर की सीमा पर स्थित है।
—————
2. किस कंपनी ने अंतरिक्ष में डेटा सेंटर स्थापित करने के लिए प्रोजेक्ट ‘सनकैचर’ पर काम शुरू किया?
Which company started work on Project ‘Suncatcher’ to set up a data center in space?
a. इसरो
b. गूगल
c. मेटा
d. माइक्रोसॉफ्ट
Answer: b. गूगल
– गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने घोषणा की उनकी कंपनी प्रोजेक्ट सनकैचर पर काम कर रही है।
– इसका लक्ष्य 2027 तक अंतरिक्ष में सौर ऊर्जा से चलने वाले डेटा सेंटर स्थापित करना है।
– अंतरिक्ष में पृथ्वी की निचली कक्षा में मशीनों के छोटे-छोटे रैक भेजे जाएंगे, उन्हें उपग्रहों में रखेंगे, उनका परीक्षण करेंगे और फिर वहीं से विस्तार करना शुरू होंगे।
– उन्होंने आगे कहा कि एक दशक में अलौकिक डेटा सेंटर बनाना सामान्य बात हो जाएगी।
– बढ़ती ऊर्जा-खपत, AI की तेजी से बढ़ती मांग और सीमित भौगोलिक संसाधनों के समाधान के रूप में इसे भविष्य का टिकाऊ विकल्प माना जा रहा है।

परियोजना की मुख्य अवधारणा
– अंतरिक्ष में सौर ऊर्जा का उपयोग करके AI जैसी भारी कंप्यूटिंग क्षमता विकसित करना।
– उपग्रहों पर Google के TPU (Tensor Processing Unit) आधारित मिनी डेटा-सेंटर लगाना।
– उपग्रहों को एक-दूसरे से लेज़र-आधारित ऑप्टिकल लिंक द्वारा जोड़कर नेटवर्क जैसी क्षमता निर्मित करना।
– पृथ्वी पर भारी संसाधन-खपत वाले डेटा-सेंटर का दबाव कम करना।
परियोजना क्यों आवश्यक है?
– बढ़ती AI-कंप्यूटिंग मांग : बड़े भाषा मॉडल (LLMs), जेनरेटिव AI, रोबोटिक्स और क्लाउड-AI की मांग तेजी से बढ़ रही है। इससे पारंपरिक डेटा-सेंटरों पर ऊर्जा, पानी और भूमि का भारी दबाव बढ़ा है।
– ऊर्जा-संकट और पर्यावरणीय दबाव : वैश्विक डेटा-सेंटर अब दुनिया की कुल बिजली का लगभग 2–3% उपयोग करते हैं। कूलिंग में विशाल जल-उपयोग होता है, जिससे पर्यावरण पर दबाव बढ़ता है।
– सौर ऊर्जा की निरंतर उपलब्धता : अंतरिक्ष में सूर्य की रोशनी लगातार और अधिक तीव्रता से मिलती है। इससे स्वच्छ ऊर्जा आधारित कंप्यूटिंग संभव है।
– भूमि और भौगोलिक सीमाएँ : विशाल डेटा-सेंटर के लिए भूमि की कमी और स्थानीय आपत्तियाँ (heat island effect, water use issues) बढ़ती जा रही हैं।
यह कैसे काम करेगा?
– Low Earth Orbit में उपग्रह तैनात किए जाएंगे।
– हर सैटेलाइट में सौर पैनल, AI-कंप्यूटिंग यूनिट (TPUs), कूलिंग सिस्टम होगा।
– Satellites एक mesh network की तरह काम करेंगे।
– डेटा प्रवाह पृथ्वी और उपग्रहों के बीच तथा उपग्रह-से-उपग्रह ऑप्टिकल लेज़र लिंक के माध्यम से होगा।
– 2027 में दो प्रोटोटाइप भेजने की योजना है।
चुनौतियाँ
– विकिरण (Radiation) से इलेक्ट्रॉनिक चिप्स का खराब होना।
– कूलिंग तकनीक पृथ्वी की तुलना में अधिक कठिन।
– मरम्मत-अपग्रेड लगभग मुश्किल
– लॉन्च लागत बहुत अधिक।
– विशेष हार्डवेयर और रॉकेट सेवाएँ महँगी।
कई कंपनियां अंतरिक्ष में डेटा सेंटर बनाना चाहते हैं?
– अमेज़न के संस्थापक-सीईओ जेफ बेजोस भी इसी राह पर चलने का इरादा रखते हैं। उनकी अंतरिक्ष कंपनी ब्लू ओरिजिन का एक प्रमुख उद्देश्य प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को पृथ्वी से दूर स्थानांतरित करना है।
– 2025 की शुरुआत में लोनस्टार डेटा होल्डिंग्स ने इंट्यूटिव मशीन्स चंद्र मिशन के तहत चंद्रमा पर एक मिनी डेटा सेंटर भेजा था। इस डेटा सेंटर का वजन एक किलोग्राम है और इसमें 8 टेराबाइट्स की एसएसडी स्टोरेज क्षमता है।
– ओपनएआई के सीईओ सैम अल्टमैन ने सौर ऊर्जा का दोहन करने के लिए सौर मंडल को घेरने वाले एआई डेटा केंद्रों की डायसन स्फीयर जैसी संरचना का प्रस्ताव रखा।
डेटा सेंटर क्या होता है?
– डेटा सेंटर एक ऐसी बड़ी और सुरक्षित इमारत/सुविधा होती है जिसमें कंप्यूटर सर्वर, स्टोरेज सिस्टम, नेटवर्क उपकरण और सॉफ्टवेयर लगाए जाते हैं।
– यही सर्वर दुनिया की इंटरनेट सेवाएँ चलाते हैं — जैसे:Google Search, YouTube, WhatsApp, Amazon, Cloud storage, AI systems, बैंकिंग और सरकारी और गैरसरकारी पोर्टल, ऐप।
– डेटा सेंटर को आप इंटरनेट का दिमाग (Brain of the Internet) भी कह सकते हैं।
डेटा सेंटर में क्या होता है?
– सर्वर (Servers) : ये वही कंप्यूटर होते हैं जो डेटा को स्टोर, प्रोसेस और ट्रांसफर करते हैं।
– स्टोरेज सिस्टम : फोटो, वीडियो, ईमेल, डॉक्यूमेंट, बैंक रिकॉर्ड, वेबसाइट डेटा आदि को सुरक्षित रखने के लिए।
– नेटवर्किंग उपकरण : जैसे — राउटर्स, स्विचेस
इनसे इंटरनेट ट्रैफिक चलता है।
– कूलिंग सिस्टम : सर्वर बहुत गर्म हो जाते हैं, इसलिए बड़े-बड़े AC, कूलिंग यूनिट, चिलर लगाए जाते हैं।
– बिजली का बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर : 24×7 बिजली जरूरी होती है, इसलिए जनरेटर, बैटरी. UPS. सबस्टेशन लगाए जाते हैं।
————–
3. जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ZSI) ने किस राज्य में कूदने वालीं मकड़ियों की दो नयी प्रजाति ‘एसेमोनिया डेंटिस’ और ‘कोलिटस नोंगवार’ की खोज की?
In which state did the Zoological Survey of India (ZSI) discover two new species of jumping spiders, ‘Asemonia dentis’ and ‘Colletus nongwar’?
a. सिक्किम
b. असम
c. अरुणाचल प्रदेश
d. मेघालय
Answer: d. मेघालय
– ZSI ने 9 दिसंबर 2025 को की दो नयी प्रजाति एसेमोनिया डेंटिस और कोलिटस नोंगवार की खोज की है।
– इस अध्ययन से भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में पाई जाने वाली कूदने वाली मकड़ियों की प्रजातियों की संख्या बढ़कर 45 हो गई है।

– एसेमोनिया डेंटिस, एसेमोनिया वंश की केवल तीसरी भारतीय प्रजाति है।
– ‘डेंटिस’ नाम नर के पाल्पल फीमर पर मौजूद दांत जैसी संरचना को दर्शाता है, जो इसकी पहचान का एक प्रमुख लक्षण है।
– नर का शरीर हरा-भूरा होता है और पेट पर हल्के पीले रंग का वी-आकार का निशान होता है।
– जबकि मादा मलाईदार सफेद रंग की होती है जिस पर बारीक काले पैटर्न होते हैं।
कोलिट्टस नोंगवार
– खासी पहाड़ियों के नोंगवार गांव के नाम पर इसका नाम रखा गया है।
– नर और मादा दोनों में अंडाकार, लाल-भूरे रंग का कवच और हल्के भूरे रंग का पेट होता है।
– जिसके किनारों पर मलाईदार पट्टी होती है, और पीछे की ओर पांच अलग-अलग शेवरॉन के आकार के धब्बे होते हैं।
————–
4. किस भारतीय को संयुक्त राष्ट्र (UN) का सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान “चैंपियंस ऑफ द अर्थ पुरस्कार 2025” मिला?
Which Indian received the United Nations’ (UN) highest environmental honour “Champions of the Earth Award 2025”?
a. जिनाली मोदी
b. क्रिस केम्पर
c. मारिया
d. सुप्रिया साहू
Answer: d. सुप्रिया साहू
– सुप्रिया को यह पुरस्कार ‘इंस्पिरेशन एंड एक्शन’ श्रेणी में मिला है, जो उन व्यक्तियों को मिलता है जो मानवता और पृथ्वी के लिए परिवर्तनकारी पर्यावरणीय लाभ पैदा करते हैं।
– सुप्रिया साहू समेत पांच जलवायु कार्यकर्ताओं को अलग अलग कैटेगरी में ये सम्मान मिला है।
– यह पुरस्कार संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) द्वारा नैरोबी में 10 दिसंबर 2025 को आयोजित संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा (UNEA-7) के दौरान घोषित किया गया।
– सुप्रिया साहू तमिलनाडु सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं।

सुप्रिया साहू को सम्मान क्यों?
– UNEP के अनुसार, सुप्रिया साहू ने 25 लाख हरित नौकरियाँ सृजित कीं।
– तमिलनाडु के वन आवरण में वृद्धि की।
– सार्वजनिक स्थलों और बुनियादी ढाँचे में हीट-अनुकूलन उपाय शामिल किए।
– लगभग 1.2 करोड़ लोगों की जलवायु सहनशीलता (climate resilience) में सुधार किया।
– तमिलनाडु को अनुकूलन (adaptation) और टिकाऊ शीतलन के क्षेत्र में एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया।
चैंपियंस ऑफ द अर्थ पुरस्कार 2025 के विजेता
– सुप्रिया साहू – भारत : इंस्पिरेशन एंड एक्शन श्रेणी
– प्रशान्त द्वीप का छात्र समूह : नीति नेतृत्व के लिए
– मैरियम इस्सोफ़ोउ – फ़्रांस : उद्यमशील दृष्टिकोण के लिए
– इमाज़ोन – ब्राज़ील : विज्ञान और नवाचार के लिए
– मैनफ़्रेडी कैलटागिरोन (मरणोपरान्त) : लाइफटाइम अचीवमेंट सम्मान
—————
5. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी प्रमुख) कौन बने?
Who became the United Nations High Commissioner for Refugees (UN Refugee chief)?
a. बरहम सालिह
b. असलम मदीन
c. आरोम विनोम
d. अख्तर मोहम्मद
Answer: a. बरहम सालिह (इराक के पूर्व राष्ट्रपति)

– इराक के पूर्व राष्ट्रपति बरहम सालेह को संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (UNHCR) के रूप में नियुक्त किया गया।
– उन्होंने फिलिपो ग्रांडी (Filippo Grandi) की जगह ली, जो 2016 से पद पर थे
– नियुक्ति का विवरण: बरहम सालेह (Barham Salih), इराक के पूर्व राष्ट्रपति, को संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) का उच्चायुक्त (High Commissioner for Refugees) नियुक्त किया गया है। यह पांच वर्षीय कार्यकाल 1 जनवरी 2026 से शुरू होगा।
– चयन प्रक्रिया: परंपरा तोड़ते हुए, जो आमतौर पर प्रमुख दानदाता देशों (जैसे यूरोपीय देश) से उम्मीदवारों को प्राथमिकता देती है, सालेह का चयन हुआ।
– अनुमोदन: नियुक्ति अस्थायी है और UNHCR की कार्यकारी समिति (Executive Committee) से औपचारिक अनुमोदन की आवश्यकता है।
वैश्विक शरणार्थी संकट का संदर्भ
– विस्थापन का आंकड़ा: वैश्विक स्तर पर जबरन विस्थापित लोगों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है—1.22 करोड़ से अधिक है। इसमें शरणार्थी, आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्ति (IDPs) और शरणार्थी-जैसे स्थिति वाले लोग शामिल हैं।
– प्रमुख कारण: संघर्ष (जैसे यूक्रेन, गाजा, सूडान), जलवायु परिवर्तन और आर्थिक असमानता के कारण विस्थापन बढ़ रहा है। UNHCR 1950 में स्थापित हुई, जो 1951 शरणार्थी संधि पर आधारित है।
– भारत के लिए निहितार्थ: भारत UNHCR का सदस्य है लेकिन 1951 संधि का हस्ताक्षरकर्ता नहीं।
————–
6. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जनगणना 2027 के लिए कितनी राशि स्वीकृत की?
How much amount was approved by the Union Cabinet for Census 2027?
a. ₹9,718 करोड़
b. ₹10,718 करोड़
c. ₹11,718 करोड़
d. ₹12,718 करोड़
Answer: c. ₹11,718 करोड़
– 12 दिसंबर 2025 को केंद्रीय कैबिनेट ने Census of India 2027 के लिए ₹11,718.24 करोड़ की मंजूरी दी।
– यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में लिया गया।
– यह भारत का 16वाँ जनगणना अभियान होगा और स्वतंत्रता के बाद 8वीं बार आयोजित किया जा रहा है।
– पिछली जनगणना 2011 में हुई थी, जबकि 2021 का जनगणना कोविड-19 और अन्य प्रशासनिक कारणों से स्थगित हुआ।

– इस बार की पहली पूर्ण-डिजिटल जनगणना होगी।
उद्देश्य और महत्व
– जनगणना, भारत का मुख्य प्राथमिक डेटा स्रोत है, जो गृह, जनसंख्या, शिक्षा, भाषा, आर्थिक गतिविधि, प्रवास, प्रजनन दर, रीति-रिवाज़ आदि पर सूक्ष्म स्तर के आंकड़े प्रदान करती है।
– यह डेटा नीति निर्माण, योजनाओं का लक्ष्य निर्धारण, संसदीय परिसीमन (Delimitation) और सरकारी योजनाओं की प्रभावशीलता के मूल्यांकन के लिए आधार बनता है।
Census 2027 को दो मुख्य चरणों में किया जाएगा:
– House-listing & Housing Census (घर-सूची व आवास जनगणना): अप्रैल से सितंबर 2026 के बीच।
– Population Enumeration (जनसंख्या गणना): फरवरी 2027 में मुख्य रूप से होगा।
– हालांकि हिमाचल, उत्तराखण्ड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जैसे कठिन क्षेत्रों में सितंबर 2026 में किया जाएगा। इन क्षेत्रों में सर्दी बहुत कठोर होती है, इसलिए वहाँ यह काम सितंबर 2026 में ही पूरा कर लिया जाएगा।
पहली पूर्ण-डिजिटल जनगणना
– Census 2027 भारत का पहली पूर्ण-डिजिटल जनगणना होगा। इसके अंतर्गत डेटा संग्रहण के लिए मोबाइल एप्लिकेशन (Android एवं iOS) और सीएमएमएस (Census Management & Monitoring System) पोर्टल का उपयोग किया जाएगा।
– इन तकनीकों से रीयल-टाइम मॉनिटरिंग, डेटा की गुणवत्ता में सुधार तथा स्व-गणना (Self-enumeration) विकल्प भी उपलब्ध होगा। इसके अलावा HLB Creator वेब मैप टूल डेटा संगठन में मदद करेगा।
कास्ट डेटा और संवेदनशील सामाजिक मापदंड
– 2027 की जनगणना में जाति-गणना को शामिल किया गया है, जो सामाजिक विविधता व असमानताओं को समझने में अहम भूमिका निभाएगी तथा लक्षित नीतियों और आरक्षित योजनाओं के निर्माण में उपयोगी सिद्ध होगी।
—————
7. किस पार्टी से जुड़े पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और पूर्व राज्यपाल शिवराज पटिल का निधन 12 दिसंबर 2025 को हो गया?
Former Union Minister, former Lok Sabha Speaker and former Governor Shivraj Patil, associated with which party, passed away on 12 December 2025?
a. भाजपा
b. कांग्रेस
c. जदयू
d. शिवसेना
Answer: b. कांग्रेस

– शिवराज पाटिल 90 वर्ष के थे और उनका पांच दशकों का राजनीतिक करियर रहा, जिसमें उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष और कई मंत्रालयों सहित केंद्र सरकार में कई पदों पर कार्य किया।
– शिवराज पाटिल, जिनका जन्म 1935 में लातूर के चाकुर क्षेत्र में हुआ था।
– महाराष्ट्र के लातून लोकसभा क्षेत्र से 7 बार सांसद रहे।
– उन्हें 1991 से 1996 तक लोकसभा के 10वें अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।
– वह सूचना के प्रसार और संसदीय कार्यवाही के प्रसारण के लिए प्रौद्योगिकी को शामिल करने और संसद पुस्तकालय भवन के निर्माण के लिए जाने जाते हैं।
– 1980-82 तक रक्षा राज्य मंत्री, 1982-83 तक वाणिज्य मंत्रालय के मंत्री के रूप में कार्य किया।
– राजीव गांधी सरकार के दौरान उन्होंने कार्मिक, रक्षा उत्पादन, नागरिक उड्डयन और पर्यटन मंत्री का पदभार भी संभाला।
– पाटिल को 2004 में केंद्रीय गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन उन्होंने 26/11 हमले के दौरान सुरक्षा में हुई चूक की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए 30 नवंबर, 2008 को इस्तीफा दे दिया था।
– इसके बाद पंजाब के राज्यपाल भी रहे और 2010 से 2015 तक चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासक के रूप में भी कार्य किया।
————–
8. मानव अधिकार दिवस कब मनाया जाता है?
When is Human Rights Day celebrated?
a. 7 दिसंबर
b. 8 दिसंबर
c. 9 दिसंबर
d. 10 दिसंबर
Answer: d. 10 दिसंबर
वर्ष 2025 की थीम
– मानवाधिकार: हमारी रोज़मर्रा की ज़रूरतें
– Human Rights, Our Everyday Essentials
– यह दिवस पहली बार वर्ष 1948 मनाया गया था।
– इसकी घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने की थी।
– इसका उद्देश्य लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है।
– वर्ष 1993 को भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का गठन किया गया था।
————–
9. जूनियर पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप 2025 का खिताब किस देश ने जीता?
Which country won the Junior Men’s Hockey World Cup 2025 title?
a. भारत
b. अर्जेंटीना
c. जर्मनी
d. स्पेन
Answer: c. जर्मनी

– जर्मनी ने स्पेन को हराकर वर्ल्ड कप का खिताब हासिल किया।
– 10 दिसंबर 2025 को चेन्नई के मेयर राधाकृष्णन स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में जर्मनी ने स्पेन को रोमांचक पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से हराया।
– जर्मनी रिकॉर्ड आठवीं बार ये खिताब जीता।
– जर्मन इससे पहले 1982, 1985, 1989, 1993, 2009, 2013 और 2023 में चैंपियन बनी थी।
– वहीं स्पेन ने 2005 में रोटरडम और 2023 में भुवनेश्वर और राउरकेला में हुए टूर्नामेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
– यह टूर्नामेंट 28 नवंबर से शुरू हुआ था।
भारत ने पहली बार जीता ब्रॉन्ज मेडल
– फाइनल से पहले खेले गए ब्रॉन्ज मुकाबले में भारत ने अर्जेंटीना को 4-2 से हराकर पहली बार ब्रॉन्ज मेडल जीता।
– इससे पहले भारत 2 गोल्ड और 1 सिल्वर जीत चुका है।
————-
10. जूनियर पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप 2025 में भारत ने इनमें से कौन सा पदक जीता?
Which medal did India win at the Junior Men’s Hockey World Cup 2025?
a. गोल्ड
b. सिल्वर
c. ब्रॉन्ज
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: c. ब्रॉन्ज

भारत ने पहली बार जीता ब्रॉन्ज मेडल
– फाइनल से पहले खेले गए ब्रॉन्ज मुकाबले में भारत ने अर्जेंटीना को 4-2 से हराकर पहली बार ब्रॉन्ज मेडल जीता।
– इससे पहले भारत 2 गोल्ड और 1 सिल्वर जीत चुका है।
————–
11. अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस कब मनाया जाता है?
When is International Mountain Day celebrated?
a. 10 दिसंबर
b. 11 दिसंबर
c. 12 दिसंबर
d. 13 दिसंबर
Answer: b. 11 दिसंबर
वर्ष 2025 की थीम
– पहाड़ों और उससे आगे पानी, भोजन और आजीविका के लिए ग्लेशियर बहुत ज़रूरी हैं।
– Glaciers matter for water, food and livelihoods in mountains and beyond
– अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस हर वर्ष 11 दिसंबर को मनाया जाता है।
– इस दिन की घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2003 में की थी।
– इस दिवस का उद्देश्य पहाड़ों के सतत विकास को प्रोत्साहित करना है।


