12 जून 2024 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण

यह 12 जून 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. केंद्र सरकार ने नया सेना प्रमुख किसे नियुक्‍त किया?
Who has been appointed as the new Army Chief by the Central Government?

a. उपेंद्र द्विवेदी
b. राकेश मारिया
c. DK त्रिपाठी
d. मनोज यादव

Answer: a. उपेंद्र द्विवेदी

– केंद्र सरकार ने 11 जून 2023 को उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को अगला सेना प्रमुख नियुक्त करने की घोषणा की।
– वह 30 जून को जनरल मनोज पांडे का स्थान लेंगे।
– जनरल मनोज पांडे, 31 मई को सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन केंद्र सर कार ने एक महीने का सेवा विस्तार दिया गया था।
– सेना प्रमुख नियुक्ति के तीन वर्ष पूरे होने पर या 62 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर, जो भी पहले हो, सेवानिवृत्त हो जाता है।

उपेंद्र द्विवेदी के बारे में
– उनका जन्‍म 01 जुलाई 1964 को हुआ था।
– 15 दिसंबर 1984 को सेना की इन्फैंट्री (जम्मू और कश्मीर राइफल्स) में कमीशन मिला था।
– वह नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी की तरह वह भी सैनिक स्कूल, रीवा के पूर्व छात्र हैं।

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2. संयुक्त राष्ट्र (UN) महासचिव ने बच्चों के खिलाफ अपराध करने वाले अपराधियों की वैश्विक काली सूची में किस देश को जोड़ा?
Which country has been added by the United Nations (UN) Secretary-General to the global blacklist of criminals committing crimes against children?

a. फिलस्तीन
b. अफगानिस्तान
c. इज़राइल
d. यमन

Answer: c. इज़राइल

– संयुक्त राष्ट्र (UN) ने गाजा में बच्चों की हत्या के लिए इजरायल के साथ हमास को भी जिम्मेदार माना है।
– UN के महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने बच्चों के खिलाफ हुए अपराध की सजा देने के लिए यह कदम उठाया है।
– एंटोनियो गुटरेस सुरक्षा परिषद को सौंपी जाने वाली वार्षिक रिपोर्ट में इन दोनों को काली सूची में शामिल करेंगे। उन्होंने इसकी जानकारी दी है।
– एंटोनियो गुटेरेस 14 जून को बच्चों और सशस्त्र संघर्ष पर एक रिपोर्ट भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पेश करने वाले हैं।
– इस रिपोर्ट में छह उल्लघनों को शामिल किया गया है, जिनमें हत्या और अपंगता, यौन हिंसा, अपहरण, बच्चों की भर्ती और उपयोग, सहायता पहुंच से इनकार और स्कूलों और अस्पतालों पर हमले शामिल हैं।

– दरअसल UN के महासचिव सुरक्षा परिषद को सूची भेजते हैं और फिर परिषद यह तय कर सकती है कि कार्रवाई करनी है या नहीं।
– महासचिव हर साल ऐसे देशों और मिलिशिया की वैश्विक सूची बनाते हैं।
– इस सूची में म्यांमार की काचिन इंडिपेंडेंस आर्मी से लेकर यूक्रेन के साथ युद्ध के दौरान रूस तक शामिल हैं।

इजरायल का विरोध
– हालांकि इस्राइल के संयुक्त राष्ट्र दूत गिलाद एर्दन ने एंटोनियो गुटेरेस के इस फैसले को शर्मनाक बताया।
– इस्राइल के विदेश मंत्री इस्राइल काट्ज ने कहा कि इस फैसले का संयुक्त राष्ट्र के साथ इस्राइल के संबंध पर असर पड़ेगा।
– संयुक्त राष्ट्र ने मई माह में दी रिपोर्ट में कहा था कि आठ महीने लंबे चले इस युद्ध के दौरान गाजा में कम से कम 7797 बच्चे मारे गए हैं।
– गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कुल मिलाकर करीब 15,500 बच्चे मारे गए हैं।
– इस्राइल के राष्ट्रीय बाल परिषद के मुताबिक, सात अक्तूबर को हमास के हमले में 38 बच्चे मारे गए। बंधक बनाए गए 250 लोगों में 42 बच्चे भी थे।
– दो बच्चों को छोड़कर सभी को रिहा कर दिया गया है।

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3. इजराइल-हमास जंग रोकने के लिए सीजफायर का प्रस्‍ताव किस देश ने रखा था, जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पास हो गया?
Which country proposed a ceasefire to stop the Israel-Hamas war, which was passed in the United Nations Security Council (UNSC)?

a. अमेरिका
b. भारत
c. चीन
d. कनाडा

Answer: a. अमेरिका

– जंग के लगभग 8 महीने और 37 हजार लोगों की मौत के बाद 10 जून 2024 को इजराइल-हमास जंग रोकने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पास हो गया।
– इस प्रस्ताव को अमेरिका ने पेश किया था।
– वोटिंग में 15 में से 14 देशों ने इसके पक्ष में वोट डाला, जबकि वीटो पावर रखने वाले रूस ने प्रस्ताव से दूरी बनाई।
– अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि यदि हमास सुरक्षा परिषद के समझौते पर सहमत हो जाता है तो लड़ाई आज ही रुक सकती है।

3 फेज में जंग खत्म करने की बात
– सीजफायर प्रपोजल में 3 फेज में जंग खत्म करने की बात कही गई है।
– पहले फेज में 6 हफ्ते का सीजफायर होगा। इस दौरान हमास की कैद में मौजूद कुछ इजराइली बंधक और इजराइल की जेल में बंद फिलिस्तीनियों की रिहाई की बात की गई है।
– दूसरे फेज में जंग को पूरी तरह से रोककर बाकी बंधकों को रिहा किया जाएगा।
– आखिरी फेज में गाजा पट्टी को फिर से बसाने का जिक्र है।

नेतन्याहू बोले- हमास के खात्मे से पहले जंग नहीं रुकेगी
– अमेरिका का कहना है कि इजरायल ने स्वीकार कर लिया है।
– हालांकि इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग रोकने से इनकार कर दिया है।
– दूसरी तरफ, हमास ने UNSC में पास हुए प्रस्ताव का स्वागत किया है।
– अब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजरायल को मनाने में लगे हुए हैं।

अमेरिका सक्रिय
– गाजा में सीजफायर के लिए अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजराइल और मिडिल ईस्ट देशों के दौरे पर हैं।
– उन्होंने PM नेतन्याहू से मुलाकात कर इस बात पर जोर दिया कि सीजफायर से इजराइल के सभी बंधक बिना किसी कठिनाई के घर लौट सकेंगे।
– साथ ही गाजा में मानवीय सहायता भी पहुंचाई जा सकेगी।

इससे पहले अमेरिका ने तीन बार वीटो किया था
– मार्च और अप्रैल 2024 में भी मानवीय संकट को आधार बनाकर UNSC में सीजफायर का एक प्रस्ताव पारित किया गया था।
– तीन बार वह UNSC में इन प्रस्तावों पर वीटो लगा चुका है।
– लेकिन इस बार अमेरिका ने अपने मुताबिक सीजफायर का प्‍लान बनाया और इसे UNSC में पारित किया गया।

सात अक्तूबर से जारी है युद्ध
– सात अक्तूबर की सुबह हमास ने करीब 5000 रॉकेट इस्राइली शहरों पर दागे थे. जिसके बाद से दोनों पक्षों में युद्ध जारी है।
– इस्राइल ने इस हमले को आंतकी हमला करार दिया है। इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था किवह जब तक हमास को पूर्ण रूप से खत्म नहीं कर देते, तब तक वे युद्ध विराम नहीं करेंगे।
– गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इस्राइली हमलों में 36,700 से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो गई है। वहीं, 80 हजार से अधिक लोग घायल हैं।
– इनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं।
– 80% आबादी विस्थापित हो गई है और सैकड़ों हजारों लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।

क्या प्रस्ताव पारित होने से रुकेगी जंग
– UNSC के प्रस्तावों को अंतरराष्ट्रीय कानून माना जाता है। सदस्य देशों के लिए इनका पालन करना जरूरी होता है।
– हालांकि, इजराइल UNSC का स्थायी या अस्थायी सदस्य नहीं है। ऐसे में वो इस प्रस्ताव को मानने के लिए बाध्य नहीं है।
– अगर सुरक्षा परिषद में कोई प्रस्ताव पास हो भी जाए तो यहां इसे लागू कराने का कोई जरिया नहीं है।
– हां यह जरूर है कि सदस्य देशों की सहमति से इजराइल पर कई प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।

– इजराइल-हमास जंग रोकने के लिए पहला प्रस्ताव नवंबर 2023 में माल्टा ने पेश किया था।
– दूसरी बार UAE ने दिसंबर 2023 में और तीसरी बार फरवरी 2024 में नॉर्थ अफ्रीकी देश अल्जीरिया ने प्रस्ताव पेश किया था।
– अमेरिका ने तीनों बार इसे ठुकरा दिया था।

UNSC का काम
– UNSC पर अंतरराष्ट्रीय स्‍तर पर शांति और सुरक्षा की जिम्‍मेदारी होती है।
– इसके लिए UNSC प्रतिबंध लगाने और बल उपयोग करने का सहारा ले सकती है।

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4. विश्‍व बाल श्रम विरोधी दिवस कब मनाया जाता है?
When is the World Day Against Child Labour celebrated?

a. 11 जून
b. 12 जून
c. 13 जून
d. 14 जून

Answer: b. 12 जून

वर्ष 2024 की थीम
– आइये अपनी प्रतिबद्धताओं पर कार्य करें: बाल श्रम समाप्त करें!
– Let’s act on our commitments: End Child Labour!

– यह दिवस इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन (ILO) की ओर से घोषित है।
– बाल श्रम बच्चों को शिक्षा और अवसर से वंचित करता है और वयस्कों के रूप में एक अच्छी आय और स्थिर रोजगार हासिल करने में बाधा डालता है।
– बाल श्रम बच्चों से उनकी मासूमियत, उनके अधिकारों और सामान्य बचपन को छीन लेता है क्योंकि उन्हें कठोर परिस्थितियों में काम करने के लिए मजबूर किया जाता है और अक्सर आघात का शिकार होना पड़ता है।

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5. अंतर्राष्ट्रीय ऐल्बिनिज़म जागरूकता दिवस कब मनाया जाता है?
When is International Albinism Awareness Day observed?

a. 11 जून
b. 12 जून
c. 13 जून
d. 14 जून

Answer: c. 13 जून

वर्ष 2024 की थीम
– आईएएडी के 10 वर्ष: सामूहिक प्रगति का एक दशक
– 10 years of IAAD (International Albinism Awareness Day): A decade of collective progress

ऐल्बिनिज़म क्या है?
– यह एक दुर्लभ तथा वंशानुगत रोग है।
– इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति की त्वचा, बाल तथा आँखों में आंशिक या पूर्ण रूप से मेलेनिन पिगमेंट नहीं होता।
– ऐल्बिनिज़म किसी भी महिला-पुरुष अथवा नस्ल के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है।
– इसका इलाज नहीं है।
– त्वचा में मेलेनिन न होने के कारण प्रभावित व्यक्ति सनबर्न तथा स्‍किन कैंसर से पीड़ित हो सकता है।
– अल्बिनिज्म से प्रभावित व्यक्ति की त्वचा पर सफ़ेद धब्बे होते हैं अथवा कई बार पूर्ण त्वचा ही सफ़ेद हो जाती है।
– इसके कारण अल्बिनिज्म से पीड़ित लोगों को कई प्रकार के भेदभाव का सामना करना पड़ता है।

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6. RBI ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा (जून 2024) में आठवीं बार रेपो रेट बदलाव नहीं किया, यह रेपो दर कितनी है?
RBI did not change the repo rate in the bi-monthly monetary policy review (June 2024), what is this repo rate?

a. 5.5%
b. 5.8%
c. 6.2%
d. 6.5%

Answer: d. 6.5%

– RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने 7 जून 2024 को रेपो रेट में बदलाव न करने का फैसला किया।
– RBI की एमपीसी ने पिछले सात मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) ने रेपो रेट को अपरिवर्तित रखा है। यह लगातार आठवीं बार अपरिवर्तित है।
– गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि महंगाई कंट्रोल में आ रही है, इसलिए ऐसा किया गया है।

रेपो रेट (Repurchase Rate or Repo Rate) क्‍या है?
– आसान भाषा में कहें, तो बैंक हमें कर्ज देते हैं और उस कर्ज पर हमें ब्याज देना पड़ता है।
– ठीक वैसे ही बैंकों को भी अपने रोजमर्रा के कामकाज के लिए भारी-भरकम रकम की जरूरत पड़ जाती है और वे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से कर्ज लेते हैं।
– इस लोन पर रिजर्व बैंक जिस दर से उनसे ब्याज वसूल करता है, उसे रेपो रेट कहते हैं।

रेपो रेट से आम आदमी पर क्या पड़ता है प्रभाव
– RBI के पास रेपो रेट के रूप में महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है।
– जब महंगाई बहुत ज्यादा होती है तो, RBI रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है।
– जब बैंकों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होगा यानी रेपो रेट कम होगा तो वो भी अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज दे सकते हैं।
– और यदि रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाएगा तो बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा और वे अपने ग्राहकों के लिए कर्ज महंगा कर देंगे।

रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate)
– यह, रेपो रेट से उलट होता है।
– बैंकों के पास जब दिन-भर के कामकाज के बाद बड़ी रकम बची रह जाती है, तो उस रकम को रिजर्व बैंक में रख देते हैं।
– इस रकम पर आरबीआई उन्हें ब्याज देता है।
– रिजर्व बैंक इस रकम पर जिस दर से ब्याज देता है, उसे रिवर्स रेपो रेट कहते हैं।

मौद्रिक नीति समिति के पदेन अध्यक्ष – भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास

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7. अंतरिक्ष में 1000 दिन बिताने वाले पहले व्‍यक्ति का नाम बताएं, जो रूसी अंतरिक्ष यात्री (cosmonaut) हैं?
Name the first person to spend 1000 days in space, who is a Russian cosmonaut?

a. फ्रैंक रूबियो
b. ओलेग कोनोनेंको
c. येलेना कोंडाकोवा
d. येलेना सेरोवा

Answer: b. ओलेग कोनोनेंको

– रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने 5 जून 2024 को बताया कि 59 वर्षीय ओलेग कोनोनेंको अंतरिक्ष में 1,000 दिन बिताने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं।
– उन्‍होंने यह उपलब्धि 4 जून 2024 को हासिल की।
– उन्‍होंने वर्ष 2008 से अब तक पांच अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्राएँ की हैं।
– इस पांचवें मिशन के दौरान ही उन्‍होंने यह उपलब्धि हासिल की। जो 15 सितंबर 2023 को शुरू हुआ था।

नोट: ओलेग कोनोनेंको का जन्म 21 जून 1964 को तुर्कमेनिस्तान में हुआ।

यात्रा कब पूरी होगी?
– कुछ न्‍यूज रिपोर्ट के अनुसार, 23 सितंबर 2024 को उनकी यात्री पूरी होगी. जब तक वो अंतरिक्ष में 1110 दिन बिता चुके होंगे।

नोट:
– नासा के अनुसार, भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में कुल 322 दिन बिताए हैं।
– पहली बार उन्‍होंने 2006 में और दूसरी बार 2012 में उड़ान भरी थी।
– वह भारतीय मूल की हैं। वह 58 वर्षीय हैं।

कॉस्‍मोनॉट किसे कहते हैं?
– अंतरिक्ष में यात्रा करने वाले को रूसी लोग कॉस्‍मोनॉट कहते हैं, जबकि अमेरिकी लोग एस्‍ट्रोनॉट कहते हैं। भारत में भारतीय अंतरिक्ष यात्री को व्‍योमनॉट कहा जाएगा।

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8. अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप (UFC) में जीतने वाली पहली भारतीय का नाम बताएं?
Name the first Indian to win in Ultimate Fighting Championship (UFC)?

a. भावना निगम
b. सोनी अग्रवाल
c. पूजा तोमर
d. कल्पना यादव

Answer: c. पूजा तोमर (30 वर्षीय)

– पूजा तोमर ने 52 Kg भारवर्ग में ब्राजील की रेयान डॉस सैंटोस को हराया।
– वह UFC में मुकाबला जीतने वाली देश की पहली मिश्रित मार्शल आर्ट फाइटर बन गईं।
– उन्होंने यह उपलब्धि जून 2024 में हासिल की।

UFC भारत का प्रतिनिधित्व
– उन्होंने पिछले साल वर्ष 2023 में UFC के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किया और वह सबसे बड़े मिश्रित मार्शल आर्ट प्रमोशन में प्रतिस्पर्धा करने वाली भारत की पहली महिला बनीं थीं।
– अंशुल जुबली और भरत कंडारे ने UFC में विश्व मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है।

पूजा तोमर
– वह उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना गांव से हैं।
– उन्‍हें ‘साइक्‍लोन’ के नाम से भी जाना जाता है।
– वह पांच बार की राष्ट्रीय वुशु चैंपियन हैं।

अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप
– अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप लास वेगास, नेवादा में स्थित एक अमेरिकी मिश्रित मार्शल आर्ट प्रमोशन कंपनी है।
– इसका स्वामित्व और संचालन TKO ग्रुप होल्डिंग्स द्वारा किया जाता है, जो एंडेवर ग्रुप होल्डिंग्स की बहुलांश स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।
– यह 2023 तक दुनिया का सबसे बड़ा मिश्रित मार्शल आर्ट (MMA) प्रमोशन है।

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9. किस राज्य के ‘जैव विविधता हॉटस्पॉट’ सियांग घाटी में एक विशिष्‍ट, आश्‍चर्यजनक नीले रंग की चींटी प्रजाति खोजी?
A unique, amazing blue ant species has been discovered in the ‘biodiversity hotspot’ Siang Valley of which state?

a. हिमाचल प्रदेश
b. अरुणाचल प्रदेश
c. उत्तराखंड
d. ओडिशा

Answer: b. अरुणाचल प्रदेश

– भारतीय शोधकर्ताओं ने जून 2024 में अरुणाचल प्रदेश के ‘जैव विविधता हॉटस्‍पॉट’ सियांग घाटी में यह खोज की।
– इस खोज में विशिष्‍ट, आश्‍चर्यजनक नीले रंग की चींटी मिली, जो आम चींटी से अलग थी।
– इसका नाम : पैरापैराट्रेचिना नीला (Paraparatrechina neela)
– यह खोज भारतीय उपमहाद्वीप में एकमात्र ज्ञात प्रजाति, पी. एसेटा (फोरेल, 1902) के वर्णन के बाद से 121 वर्षों में पैरापैराट्रेचिना की पहली नई प्रजाति को दर्शाती है।

जैव विविधता हॉटस्‍पॉट मतलब
– जैव विविधता हॉटस्पॉट एक जगह होती है जहाँ बहुत सारे प्राणियों, पौधों और छोटे-छोटे जीवों की विविधता बहुत ज्यादा होती है।

पैरापैराट्रेचिना नीला (नीली चींटी)
– शोधकर्ताओं के मुताबिक पैरापैराट्रेचिना नीला एक छोटी चींटी है।
– इसकी लंबाई दो मिलीमीटर से भी कम है।
– इसका शरीर मुख्य रूप से धात्विक नीले रंग का है।
– सिर्फ एंटीना, जबड़े और पैरों को छोड़कर।
– चींटी का सिर बड़ी आंखों वाला उपत्रिकोणीय है।
– इसका मुख भाग (मैंडिबल) त्रिकोणीय है, जिसमें पांच दांत हैं।

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10. विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) के अनुसार H5N2 नामक बर्ड फ्लू वायरस से दुनिया में पहली मौत किस देश में हुई?
According to the World Health Organization (WHO), in which country did the first death in the world occur due to the bird flu virus called H5N2?

a. मैक्सिको
b. इंडोनेशिया
c. जापान
d. मलेशिया

Answer: a. मैक्सिको

– बर्ड फ्लू से मैक्सिको में एक शख्स की मौत का मामला सामने आया है जिसकी जानकारी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने 5 जून 2024 को दी।
– मरने वाला व्यक्ति एवियन इंफ्लूएंजा A (H5N2) की चपेट में आया था, जिसे बर्ड फ्लू का सबसे खतरनाक वायरस माना जाता है।
– इससे पहले इस वायरस की वजह से बर्ड फ्लू का संक्रमण इंसानों में नहीं पाया गया था।
– हालांकि WHO ने यह भी कहा है कि फिलहाल लोगों को H5N2 वायरस का खतरा काफी कम है फिर भी सावधानी बरतनी चाहिए।

WHO की रिपोर्ट
– WHO की रिपोर्ट के मुताबिक बर्ड फ्लू से संक्रमित 59 साल के मैक्सिकन शख्स की मौत मेक्सिको सिटी के एक अस्पताल में हुई।
– 17 अप्रैल 2024 को उस शख्स को बुखार, सांस लेने में तकलीफ और दस्त होने लगे थे।
– धीरे-धीरे उसकी हालत बिगड़ती चली गई 24 अप्रैल को उसे भर्ती कराया गया. हालांकि इसी दिन उसकी मौत हो गई।
– डॉक्टर्स का कहना है कि व्यक्ति को पहले से किडनी फेलियर समेत कई मेडिकल कंडीशंस थीं, लेकिन वह पोल्ट्री या अन्य जानवरों के संपर्क में नहीं आया था।
– ऐसे में उसे बर्ड फ्लू कैसे हुआ, इसका पता नहीं लग पाया है।
– मैक्सिकन सरकार को यह नहीं पता है कि मरने वाला शख्स बर्ड फ्लू के वायरस के संपर्क में कहां आया था।
– हालांकि मैक्सिकन राज्य में पोल्ट्री में एवियन इन्फ्लूएंजा का स्ट्रेन बताया गया है, जहां वह व्यक्ति रहता था।
– WHO का कहना है कि H5N2 वायरस से लोगों के लिए फिलहाल रिस्क कम है और जांच के बाद इस वायरस से संक्रमण का कोई और मामला सामने नहीं आया है।
– मृत व्यक्ति के सैंपल में बर्ड फ्लू के वायरस की मौजूदगी की पुष्टि के बाद 23 मई 2024 को WHO को सूचना दी थी।

भारत में पॉल्ट्री फॉर्म को अलर्ट पर रखा था
– भारत में बर्ड फ्लू फैलने के मामले हाल ही में झारखंड की राजधानी रांची में सामने आए थे।
– प्रशासन ने 920 पक्षियों को मार दिया था और 4300 अंडों को नष्ट कर दिया था।
– साथ ही राज्य के पॉल्ट्री फॉर्म को अलर्ट पर रखा गया था।
– इससे पहले भी भारत में पशु-पक्षियों में बर्ड फ्लू के संक्रमण कई बार सामने आ चुके हैं।
– लेकिन अभी तक इससे इंसानों के संक्रमित होने के केस नहीं मिले हैं।
– WHO की मानें तो पोल्ट्री में काम करने वाले लोगों और पशु-पक्षियों के संपर्क में रहने वाले लोगों को चौकन्ना रहना चाहिए।
– ऐसे लोगों को बर्ड फ्लू का सबसे ज्यादा खतरा होता है।

मैक्सिको की राजधानी: मेक्सिको सिटी
भाषा: स्पेनिश
मुद्रा: मैक्सिकन पेसो
जनसंख्‍या: 12.75 करोड़ (2022)
राष्ट्रपति: क्लाउडिया शीनबाम
प्रधानमंत्री: एनरिके पेना नीतो
पड़ोसी देश: उत्तर में संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण में ग्वाटेमाला और बेलीज़।
पश्चिम और दक्षिण में प्रशांत महासागर और पूर्व में मैक्सिको की खाड़ी और कैरेबियन सागर।


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