11 & 12 April 2025 करेंट अफेयर्स – सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्‍वपूर्ण

यह 11 & 12 April 2025 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।

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1. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने 13,000 साल पहले विलुप्त हो चुके भेड़िए की किस प्रजाति को पुनर्जीवित किया?
Which species of wolf, extinct for 13,000 years, have American scientists revived?

a. ग्रे वुल्‍फ
b. डायर वुल्‍फ
c. रेड वुल्फ
d. हिमालयन वुल्फ

Answer: b. डायर वुल्‍फ

– अमेरिका की किस बायोटेक कंपनी ने यह इतिहास रचा : कोलोसल बायोसाइंसेज
– इस कंपनी ने ओल्‍ड डीएनए, क्‍लोनिंग और जीन एडिटिंग टेक्निक इस्‍तेमाल करके 13 हजार वर्ष पहले विलुप्‍त हो चुके डायर वुल्‍फ प्रजाति के तीन बच्‍चों को जन्‍म दिया। इन तीनों में दो नर और एक मादा है।
– अनुसार कंपनी कोलोसल ने भेड़ियों को उत्तरी अमेरिका में एक अज्ञात स्थान पर 2,000 एकड़ के प्राइवेट कैंपस में रखा है, जहां उनकी अच्‍छी देखभाल की जा रही है।
– दो नर बच्‍चों में एक का नाम रोमुलस और दूसरे का नाम रेमस है।
– ये दोनों नर अक्‍टूबर 2024 में सरोगेट कुत्तियों की मादाओं से पैदा हुए थे। मादा का नाम खलीसी है, ये जनवरी 2025 में पैदा हुई थी।
– इसका नाम गेम ऑफ थ्रोन्‍स के एक करेक्‍टर के नाम पर रख गया है।
– कोलोसल बायोसाइंसेज के मुताबिक ये तीनों छोटे भेडि़या सिर्फ प्रदर्शनी के लिए होंगे। इन्‍हें बच्चे पैदा नहीं करने दिया जाएगा।

डायर वुल्‍फ के जन्‍म का प्रोसेस क्‍या है?
– कोलॉसल बायोसाइंसेज नाम की एक वैज्ञानिक कंपनी ने 72,000 साल पुराने डीएनए की मदद से डायर वुल्फ नाम की एक विलुप्त हो चुकी भेड़िए जैसी प्रजाति को दोबारा जिंदा किया है।
– वैज्ञानिकों को ओहायो की शेरिडन गुफा से 13,000 साल पुराना एक दांत और इडाहो से 72,000 साल पुरानी एक खोपड़ी मिली। इन दोनों चीजों से उन्होंने डायर वुल्फ का डीएनए निकाला और उसका पूरा जीनोम तैयार किया।
– इसके बाद इन जीनोम की तुलना ग्रे वुल्फ, लोमड़ी और सियार जैसे जानवरों से की गई। इससे डायर वुल्फ की खास बातें जैसे उसका सफेद फर और लंबे, घने बालों का पता चला।
– इसके बाद CRISPR जीन एडिटिंग टेक्निक की मदद से ग्रे वुल्‍फ सेल्‍स में 20 जेनेटिक चेंजेस किए गए।
– इन बदले गए जीन वाले सेल्‍स से भ्रूण बनाए गए और उन्हें हाउंड नस्ल के कुत्तों के गर्भ में ट्रांसप्‍लांट किया गया।

डायर वुल्‍फ (भयानक भेड़ियां)
– डायर वुल्फ (Aenocyon dirus) बड़े आकार के शिकारी कुत्ते या शिकारी भेडि़ये होते थे, जो लगभग 13 हजार वर्ष पहले दक्षिणी कनाडा और अमेरिका में पाय जाते थे।
– वे आज के समय के ग्रे वुल्फ (Canis lupus) से मिलते-जुलते थे, लेकिन आकार में बड़े और सफेद फर वाले होते थे।
– एक डायर वुल्फ की ऊंचाई लगभग 3.5 फीट, लंबाई 6 फीट से अधिक, और वजन 68 किलोग्राम तक हो सकता था।
– ये वुल्फ घोड़े, बाइसन और शायद मैमथ जैसे बड़े जानवरों का शिकार करते थे। जब इन शिकार प्रजातियों में से कई विलुप्‍त हो गईं – तो शायद इंसानों के शिकार करने के कारण – तब डायर वुल्‍फ भी धीरे- धीरे विलुप्‍त या गायब हो गए।

इस प्रजाति को लोकप्रियता कब मिली
– पिछले कुछ ही वर्षों में इस प्र‍जाति को लोकप्रियता तब मिली जब HBO की मशहूर सीरीज गेम ऑफ थ्रोन्‍स और जॉर्ज आर. आर. मार्टिन की फैंटेसी नॉवेल सीरीज़ अ सॉन्ग ऑफ आइस एंड फायर में इसका जिक्र किया गया, जिस पर यह पूरा शो आधारित है।

नोट:
– ग्रे वुल्‍फ वर्तमान मौजूद हैं।
– डायर वुल्‍फ 13 हजार वर्ष पहले विलुप्‍त हो चुके हैं।

Source: India Express

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2. भारत ने किस पड़ोसी देश को दी गई ‘ट्रांस-शिपमेंट सुविधा’ वापस ले ली? भारत ने यह कदम देश के प्रमुख द्वारा चीन में भारत के खिलाफ बयानबाजी के बाद उठाया।
Which neighboring country did India withdraw the ‘trans-shipment facility’ from? India took this step after the head of that country made anti-India remarks in China.

a. श्रीलंका
b. बांग्‍लादेश
c. भूटान
d. पाकिस्‍तान

Answer: b. बांग्‍लादेश

– भारत ने बांग्लादेश को दी जानी वाली माल ट्रांसफर फैसिलिटी (ट्रांस-शिपमेंट सुविधा) वापस ले ली है।
– केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने 8 अप्रैल को सर्कुलर जारी कर इस फैसले के बारे में बताया।
– 2020 से जारी इस व्यवस्था के अंतर्गत बांग्लादेश को भारतीय कस्टम स्टेशनों के जरिए अपने एक्सपोर्ट्स कार्गो को तीसरे देशों में बंदरगाहों और एयरपोर्ट तक भेजने की परमिशन थी।

मूल वजह
– दरअसल, बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस ने कुछ दिन पहले चीन दौरे पर भारत के नॉर्थ ईस्ट राज्यों को लैंडलॉक्ड (चारों और भूमि से घिरे हुए) बताया था, जिसके बाद दोनों देशों में डिप्लोमैटिक तनाव देखने को मिला था।
– यूनुस ने कहा था- बांग्लादेश बंगाल की खाड़ी का संरक्षक है यूनुस ने चीन में कहा था कि भारत के नॉर्थ-ईस्ट राज्य जिन्हें सेवन सिस्टर्स कहा जाता है, ये लैंड लॉक्ड हैं। उनके पास समुद्र तक पहुंचने का रास्ता नहीं है। बांग्लादेश उस रीजन में समुद्र का इकलौता गार्डियन है। इससे निवेश का बड़ा अवसर मिलता है।

भारत द्वारा यह सुविधा क्यों दी गई थी?
– Act East Policy के तहत पूर्वोत्तर भारत को बेहतर कनेक्टिविटी देना।
– भारत-बांग्लादेश के बीच पारस्परिक सहयोग को बढ़ावा देना।
– चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करना।
– भारत, दक्षिण एशिया क्षेत्र का सबसे बड़ा और सामरिक दृष्टि से सबसे मजबूत देश होने के नाते, पड़ोसी देशों के साथ “नेबरहुड फर्स्ट” नीति के तहत सहयोग की भावना से कार्य करता आया है।
– अप्रैल 2025 भारत ने इस सुविधा की वापसी का निर्णय लिया गया, जो केवल एक प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि रणनीतिक और भू-राजनीतिक सन्देश भी है।
– क्‍योंकि बांग्‍लादेश के मुख्‍य सलाहकार मोहम्‍मद यूनुस ने चीन यात्रा के दौरान

कैसे फायदा उठा रहा था बांग्‍लादेश
1) दिल्ली एयरपोर्ट : दिल्ली एयरपोर्ट का उपयोग बांग्लादेश ने इसलिए किया क्योंकि यह लॉजिस्टिक हब, बेहतर कनेक्टिविटी और प्रोसेसिंग सुविधाएँ प्रदान करता है, जो उसकी ट्रांसपोर्ट और एक्सपोर्ट आवश्यकताओं को पूरा करता था। बांग्लादेश ने कई बार इस सुविधा का उपयोग अंतरराष्ट्रीय मांगों को पूरा करने के लिए किया। बांग्लादेश से डायरेक्ट फ्लाइट्स कम होती हैं या पर्याप्त कैपेसिटी नहीं होती। अब भारत द्वारा यह सुविधा रोकने से बांग्लादेश को लॉजिस्टिक रणनीति और सहयोगी देशों की तलाश नए सिरे से करनी पड़ सकती है।
2) मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट व्यवस्था : चटगांव पोर्ट → कोलकाता पोर्ट → दिल्ली एयरपोर्ट जैसा कॉम्बो कभी-कभी उपयोग किया गया।
3) कोलकाता एयरपोर्ट : यहां से भी शिपमेंट कई देशों में जाती थी।
4) भारतीय बंदरगाहों का उपयोग: कोलकाता पोर्ट, हल्दिया पोर्ट
5) ट्रांजिट रूट: पश्चिम बंगाल → असम → त्रिपुरा → बांग्लादेश के उत्तरी-पूर्वी हिस्से

मुख्य लाभ:
– परिवहन लागत में 30-40% की कमी
– समय की बचत
– घरेलू क्षेत्रों के बीच आसान कनेक्टिविटी

यह मॉडल खासतौर पर तब लागू हुआ जब बांग्लादेश से माल को टाइम-बाउंड डिलीवरी के लिए भेजा जाना होता था।

भारत ने क्‍यों रोकी सुविधाएं
– भारत यह दिखाना चाहता है कि अगर उसके हितों की अनदेखी की जाएगी, तो वह दिए गए विशेष लाभों को वापस भी ले सकता है।
– यह एक साफ कूटनीतिक संदेश है – “रिश्ते बराबरी के आधार पर ही चलेंगे।”
– बांग्लादेश ने हाल ही में चीन के कुछ बड़े रक्षा सौदों और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दी है।
– भारत इसे सुरक्षा दृष्टि से खतरे के रूप में देखता है, खासकर पूर्वोत्तर में।
– भारत ने बांग्लादेश को यह विशेष सुविधा दी, लेकिन बदले में भारत को तेजपुर से त्रिपुरा या मिजोरम तक सीधे मार्ग या रेल सुविधा नहीं मिली।
– बांग्लादेश ने भारत के ट्रकों या कंटेनरों को कई बार देरी या रोकने जैसी दिक्कतें दीं।

बांग्‍लादेश को नुकसान
– बांग्लादेश को अपने माल की सीधी एयर कनेक्टिविटी पर निर्भर रहना पड़ेगा, जिसकी क्षमता सीमित है।
– उसे दुबई, सिंगापुर जैसे हब्स पर अधिक निर्भरता करनी पड़ेगी, जिससे लॉजिस्टिक लागत बढ़ सकती है।
– यह गारमेंट एक्सपोर्ट इंडस्ट्री और फार्मा कंपनियों के लिए बड़ा झटका हो सकता है।

क्‍या भूटान और नेपाल को भी परेशानी होगी
– विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इससे भूटान और नेपाल को परेशान नहीं होगी।

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3. टी20 में 13000 रन का आंकड़ा पार करने वाले पहले भारतीय बल्‍लेबाज का नाम बताएं?
Name the first Indian batsman to cross the 13,000-run mark in T20 cricket?

a. विराट कोहली
b. एम. एस. धोनी
c. रविंद्र जडेजा
d. रोहित शर्मा

Answer: a. विराट कोहली

– उन्‍होंने यह मुकाम अप्रैल 2025 में IPL के दौरान हासिल किया।
– विराट कोहली, क्रिस गेल, एलेक्‍स हेल्‍स, शोएब मलिक और कीरन पोलार्ड के बाद यह उपलब्धि पाने वाले पांचवें खिलाड़ी बन गए हैं।
– विराट कोहली ने कोहली ने 386वीं टी20 पारी में 13000 रन पूरे किए।

टी20 में सर्वाधिक रन बनाने खिलाड़ी
– क्रिस गेल (वेस्टइंडीज) – 14562
– एलेक्स हेल्स (इंग्लैंड) – 13610
– शोएब मलिक (पाकिस्तान) – 13557
– कीरोन पोलार्ड (वेस्टइंडीज) – 13537
– विराट कोहली (भारत) – 13000*

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4. इंटरनेशनल बुकर प्राइज 2025 के लिए नामांकित होने वाले पहले कन्नड़ लेखक का नाम बताएं?
Name the first Kannada author to be nominated for the International Booker Prize 2025?

a. बानू मुश्ताक
b. सोल्वेज बैले
c. विंसेंट डेलेक्रोइक्स
d. हिरोमी कवकामी

Answer: a. बानू मुश्ताक

– मतलब कि यह बुक उन 6 नॉवेल में शमिल है, जिन्‍हें इस बार के इंटरनेशनल बुकर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया है।
– यानि प्राइज इनमें से ही किसी एक को मिलेगा।

बानू मुश्ताक
– कर्नाटक की लेखिका, कार्यकर्ता और वकील बानू मुश्ताक को 8 अप्रैल, 2025 को शार्टलिस्‍ट किया गया।
– बानू मुश्ताक को उनके लघु कहानी संग्रह ‘हार्ट लैंप’ के लिए शार्टलिस्‍ट किया गया।
– ‘हार्ट लैंप’ को कन्नड़ भाषा में लिखा गया है जिसका अंग्रेजी अनुवाद दीपा भास्थी ने किया है।
– यह पहली बार है कि किसी कन्नड़ लेखक को इस प्रतिष्ठित पुरस्‍कार के लिए शार्टलिस्‍ट किया गया।
– यह दूसरी बार है जब भारत की किसी लेखिका ने शॉर्टलिस्ट में जगह बनाई है।
– इससे पहले वर्ष 2022 में गीतांजलि श्री की कृति टॉम्ब ऑफ सैंड ने ये पुरस्कार जीता था।

पुस्‍तक ‘हार्ट लैंप’ के बारे में
– ‘हार्ट लैंप’ 1990 और 2023 के बीच बानू मुश्ताक द्वारा लिखी गई 12 लघु कहानियों का संग्रह है।
– इससे पहले बानू की लघु कहानियों के संग्रह हसीना और अन्‍य कहानियों के अंग्रेजी अनुवाद ने वर्ष 2024 के लिए अंग्रेजी पेन अनुवाद पुरस्‍कार जीता था।
– इसका भी अंग्रेजी अनुवाद दीपा भास्थी ने किया था।
– भारत में पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया द्वारा और यू.के. में अप्रैल 2025 में एंड अदर स्टोरीज द्वारा प्रकाशित, ‘हार्ट लैंप’ पांच उपन्यासों में से एकमात्र लघु कहानी संग्रह है।
– ‘हार्ट लैंप’ लघु कहानी संग्रह दक्षिण भारत में मुस्लिम महिलाओं के जीवन के माध्यम से बताई गई आधुनिकता के अतिक्रमण की कहानियाँ।

शार्टलिस्‍टेड बुक्‍स
– ए लेपर्ड स्किन हेट- ऐनी सेरे (लेखक)
– परफेक्‍शन- विन्‍सेन्‍जो लैटोनिको (लेखक)
– स्‍माल बोट- विन्‍सेंट डेलेक्रोइक्‍स (लेखक)
– हिरामी कावासाकी- असा योनेडा (लेखक)
– आन द कैलकुलेशन आफ वाल्‍यूम- सोल्‍वेज बैले (लेखक)

अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार
– अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार में कुल £50,000 की राशि दी जाती है।
– जिसे लेखक और अनुवादक के बीच बराबर-बराबर बांटा जाता है, साथ ही प्रत्येक शॉर्टलिस्ट जोड़ी को £2,500 भी मिलते हैं।
– विजेता की घोषणा 20 मई 2025 को लंदन के टेट मॉडर्न में एक समारोह में की जाएगी।

Source: The hindu

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5. किस संस्‍थान की मुख्‍य प्रशासक व आध्‍यात्मिक नेता दादी रतनमोहिनी का निधन 101 वर्ष की उम्र में 8 अप्रैल 2025 को हो गया?
The chief administrator and spiritual leader of which organization, Dadi Ratanmohini, passed away at the age of 101 on April 8, 2025?

a. ब्रह्माकुमारी
b. जेएनयू
c. विहिप
d. इनमे से कोई नहीं

Answera. ब्रह्माकुमारी

– जन्म के समय पूरा नाम: लक्ष्मी
– जन्म : 25 मार्च, 1925, हैदराबाद, सिंध (विभाजन-पूर्व भारत, अब पाकिस्तान में)
– निधन: 8 अप्रैल, 2025, 100 वर्ष की आयु में, अहमदाबाद, गुजरात में
– पद : ब्रह्माकुमारीज़ की मुख्य प्रशासिका (2021 से मृत्यु तक)

Source: The hindu

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6. केंद्र सरकार ने फ्रांस से 63 हजार करोड़ के कितने मरीन राफेल फाइटर जेट की खरीदी को मंजूरी दी है?
How many marine Rafale fighter jets has the central government approved for purchase from France for ₹63,000 crore?

a. 20 मरीन राफेल फाइटर जेट
b. 23 मरीन राफेल फाइटर जेट
c. 26 मरीन राफेल फाइटर जेट
d. 16 मरीन राफेल फाइटर जेट

Answer: c. 26 मरीन राफेल फाइटर जेट

– पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा पर कैबिनेट कमेटी (CCS) ने 9 अप्रैल 2025 को डील पर मुहर लगाई।
– भारत को 63 हजार करोड़ रुपए में 26 मरीन फाइटर मिलने हैं।
– इसके तहत फ्रांस 22 सिंगल-सीटर और 4 ट्विन-सीटर जेट भारतीय नौसेना को सौंपेगा।
– इन विमानों को INS विक्रांत पर तैनात किया जाएगा।
– भारत नौसेना के लिए राफेल मरीन की डील उसी बेस प्राइज में करना चाहता था, जो 2016 में वायुसेना के लिए 36 विमान खरीदते समय रखी थी।
– इसके बाद रक्षा मंत्रालय ने लेटर ऑफ रिक्वेस्ट जारी किया था, जिसे फ्रांस ने दिसंबर 2023 में स्वीकार किया।
– इससे पहले सितंबर 2016 में 59 हजार करोड़ रुपए की डील में भारत वायुसेना के लिए फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीद चुका है।

पहले दौर की चर्चा जून 2024 में हुई थी
– 26 राफेल-एम फाइटर जेट खरीदने की डील पर पहले दौर की चर्चा जून 2024 में शुरू हुई थी।
– डील फाइनल होने पर फ्रांस राफेल-M जेट के साथ हथियार, सिमुलेटर, क्रू के लिए ट्रेनिंग और लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया कराएगा।
– इन हथियारों में अस्त्र एयर-टु-एयर मिसाइल, एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेट करने के लिए जेट में इंडियन स्पेसिफिक इन्हैंस्ड लैंडिंग इक्विपमेंट्स और जरूरी इक्विपमेंट्स शामिल किए गए हैं।
– फ्रांस ने ट्रायल्स के दौरान इंडियन एयरक्राफ्ट कैरियर्स से राफेल जेट की लैंडिंग और टेक-ऑफ स्किल का प्रदर्शन किया है, लेकिन रियल टाइम ऑपरेशन के लिए कुछ और इक्विपमेंट्स का इस्तेमाल करना होगा।

हिंद महासागर में होगी तैनाती
– 22 सिंगल सीट राफेल-एम जेट और 4 डबल ट्रेनर सीट राफेल-एम जेट हिंद महासागर में चीन से मुकाबले के लिए INS विक्रांत पर तैनात किए जाएंगे।
– भारतीय नौसेना इन विमानों को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में INS डेगा में अपने होम बेस के रूप में तैनात करेगी।
– नौसेना के डबल इंजन वाले जेट आमतौर पर दुनियाभर की एयरफोर्स द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे विमानों की तुलना में ज्यादा महंगे होते हैं।
– इनमें अरेस्टिंग लैंडिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले लैंडिंग गियर भी शामिल हैं।

राफेल मरीन फाइटर जेट की खासियतें
– राफेल मरीन भारत में मौजूद राफेल फाइटर जेट्स से एडवांस्ड है।
– यह बहुत कम जगह पर लैंड भी कर सकता है।
– इसे ‘शॉर्ट टेक ऑफ बट एरेस्टर लैंडिंग’ कहते हैं।
– राफेल के दोनों वैरिएंट में 85% कॉम्पोनेंट्स एक जैसे हैं। इसका मतलब है कि स्पेयर पार्ट्स से जुड़ी कभी भी कोई कमी या समस्या नहीं होगी।
– यह 15.27 मी. लंबा, 10.80 मी. चौड़ा, 5.34 मी. ऊंचा है।
– इसका वजन 10,600 किलो और रफ्तार 1,912 kmph है।
– इसकी 3700 किमी की रेंज है। यह 50 हजार फीट ऊंचाई तक उड़ता है।
– यह एंटीशिप स्ट्राइक के लिए सबसे बढ़िया माना जा रहा है।
– इसे न्यूक्लियर प्लांट पर हमले के नजरिए से भी डिजाइन किया गया है।

पहली खेप में 2-3 साल लग सकते हैं
– INS विक्रांत के ट्रायल शुरू हो चुके हैं। उसके डेक से फाइटर ऑपरेशन परखे जाने बाकी हैं।
– एक्सपर्ट के मुताबिक नौसेना के लिए राफेल इसलिए भी सही है, क्योंकि वायुसेना राफेल के रखरखाव से जुड़ा इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर चुकी है।
– यही नौसेना के भी काम आएगा। इससे काफी पैसा बच जाएगा।
– राफेल-M की पहली खेप आने में 2-3 साल लग सकते हैं।
– वायु सेना के लिए 36 राफेल का सौदा 2016 में हुआ था और डिलीवरी पूरी होने में 7 साल लग गए थे।

राफेल-एम की जरूरत क्यों?
– INS विक्रांत के एविएशन फैसिलिटी कॉम्प्लेक्स यानी AFC को मिग-29 फाइटर प्लेन के लिहाज से तैयार किया गया था।
– मिग रूस में बने फाइटर प्लेन हैं, जो हाल के सालों में अपने क्रैश को लेकर चर्चा में रहे हैं। इसलिए भारतीय नौसेना अगले कुछ सालों में अपने बेड़े से मिग विमानों को पूरी तरह से हटाने जा रही है।
– मिग में आ रही दिक्कतों से नौसेना को ये एहसास हो गया कि मिग की जगह उसे या तो राफेल-एम या F-18 सुपर हॉर्नेट लड़ाकू विमान लाने की जरूरत है।
– नौसेना ने 2022 में कहा था कि विक्रांत को मिग-29 के लिहाज से डिजाइन किया गया था, लेकिन वह इसकी जगह बेहतर डेक-बेस्ड फाइटर प्लेन की तलाश कर रही है।
– इसके लिए फ्रांस के राफेल-एम और अमेरिका के बोइंग F-18 ‘सुपर हॉर्नेट’ फाइटर प्लेन की खरीद के लिए भी बातचीत चल रही है।
– लेकिन अब नौसेना फ्रांस के राफेल-एम को खरीदने पर सहमत हुई है।
– दरअसल, नौसेना ने सबसे पहले फ्रांसीसी राफेल-एम और अमेरिकी F-18 सुपर हॉर्नेट विमान की गोवा में टेस्टिंग की।
– टेस्टिंग के बाद रक्षा मंत्रालय को बताया कि राफेल-एम बेहतर है।

HAL भी तैयार कर रहा है विमान
– आने वाले सालों में नौसेना की योजना तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट के नौसेना वर्जन को विक्रांत पर तैनात करने की है।
– तेजस देश में बन रहा ट्विन-इंजन डेक-बेस्ड फाइटर प्लेन है।
– हालांकि DRDO द्वारा बनाए जा रहे तेजस को तैयार होने में अभी 5-6 साल का वक्त लगेगा।
– इसके 2030-2032 तक नेवी को मिल पाने की संभावना है।
– चीन अब अपने तीसरे एयरक्राफ्ट कैरियर फुजियान का परीक्षण कर रहा है। यह 80 हजार टन से अधिक वजनी है।
– इससे पहले उसने 60,000 टन वजनी लियाओनिंग और 66,000 टन वजनी शांदोंग को भी चीन नेवी में शामिल कर चुका है।

Source: The hindu

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7. विश्व पार्किंसंस दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Parkinson’s Day observed?

a. 11 अप्रैल
b. 12 अप्रैल
c. 13 अप्रैल
d. 14 अप्रैल

Answer: a. 11 अप्रैल

– पार्किंसन रोग, मस्तिष्क के उस हिस्से की बीमारी के कारण होता है जो गतिविधि को समन्वित करने में मदद करती है. यह मूवमेंट संबंधी एक डिसऑर्डर है. इसमें हाथ या पैर से दिमाग तक पहुंचने वाली नसें काम करने में असमर्थ हो जाती हैं. इसमें व्यक्ति का हाथ पर से नियंत्रण बहुत कम हो जाता है
– पार्किंसंस बीमारी के दौरान लोग आमतौर पर भुलक्कड़ हो जाते हैं।
– यह दिवस लंदन के डॉ जेम्स पार्किंसन के जन्मदिन का प्रतीक है, जो पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने पार्किंसंस रोग के लक्षणों वाले छह व्यक्तियों का व्यवस्थित रूप से वर्णन किया था।
– इसके अलावा अप्रैल का महीना पार्किंसंस जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है।

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8. राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस कब मनाया जाता है?
When is National Safe Motherhood Day celebrated?

a. 11 अप्रैल
b. 12 अप्रैल
c. 13 अप्रैल
d. 14 अप्रैल

Answer: a. 11 अप्रैल

यह दिन राष्ट्रपिता मोहन दास करम चंद गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी की जयंती भी है।
– 2003 में, व्हाइट रिबन एलायंस की पहल पर, भारत सरकार ने 11 अप्रैल 2022 को राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस की घोषणा की थी।

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9. किस आतंकवादी हमलों का आरोपी तहव्‍वुर हुसैन राणा USA से प्रत्‍यर्पण के बाद अप्रैल 2025 में दिल्‍ली लाया गया?
Terror attack accused Tahawwur Hussain Rana was brought to Delhi in April 2025 after being extradited from the USA. He is accused in which terrorist attacks?

a. पठानकोट हमला, 2016
b. 26/11 आतंकवादी हमला, 2008
c. पुलवामा हमला, 2019
d. उत्तर प्रदेश बम धमाके, 2007

Answer:  b. 26/11 आतंकवादी हमला, 2008

– आरोपी राणा 10 अप्रैल 2025 को अमेरिका से दिल्‍ली पहुंचा। – राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और खुफिया अधिकारियों की एक टीम ने उसे 18 दिन की हिरासत में ले लिया है।
– इन 18 दिनों में 26/11 आतंकवादी हमले (2008) के पीछे की पूरी साजिश का पता करने के लिए डिटेल में पूछताछ की जाएगी।
– आरोपी को भारत लाना एक लंबी कानूनी प्रक्रिया का समापन है।

तहव्‍वुर हुसैन राणा के लिए सरकारी वकिल
– गृह मंत्रालय ने मुंबई 26/11 हमलों के आरोपी तहव्‍वुर हुसैन राणा मामले में सरकारी वकील नरेंद्र मान को तीन साल के लिए नियुक्‍त किया है।

अन्‍य आरोपी कहां हैं?
– द इंडियन एक्‍सप्रेस के अनुसार आतंकवाद के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) उनपर मुकदमा चलेगा।।
– 26/11 हमले में शामिल बाकी अहम लोग—जैसे लश्कर-ए-तैयबा (आतंकवादी संगठन) के संस्थापक हाफिज सईद, ISI से जुड़े मेजर इकबाल, और आतंकियों को ट्रेनिंग देने वाला साजिद मजीद उर्फ साजिद मीर पाकिस्‍तान में ही हैं।

कब गिरफ्तार किया गया था
– तहव्‍वुर हुसैन राणा को वर्ष 2009 में अमेरिका के शिकागो से गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी 26/11 आतंकवादी हमले के एक साल बाद हुई थी, इस हमले के दौरान लगभग 166 लोग मारे गए थे।
– यद्यपि इससे पहले फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) अमेरिका, द्वारा तहव्‍वुर हुसैन राणा से पूछताछ की जा चुकी है।

तहव्‍वुर हुसैन राणा पर कौन कौन से मामले
– आरोपी राणा पर आपराधिक साजिश के अलावा गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 (UAPA) की धारा 16 (आतंकवादी कृत्य करना), 18 (आतंकवादी कृत्य करने का प्रयास करना, या उसकी वकालत करना) और 20 (आतंकवादी समूह की सदस्यता) और भारतीय दंड संहिता, 1860 (IPC) की धारा 121 (सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ना), 121A (121 के तहत अपराधों के लिए साजिश), 302 (हत्या), 468 (जालसाजी- forgery) और 471 (जाली दस्तावेजों का उपयोग करना) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
– अब एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल दाखिल किए जाने की उम्मीद है, जिसमें भारतीय न्याय संहिता, 2023 (BNSS) के तहत आरोपों को अद्यतन (अपडेटेड) किए जाने की संभावना है। इनमें से कई आरोपों में मृत्युदंड का प्रावधान है।

तहव्‍वुर हुसैन राणा की भूमिका
– FBI द्वारा अमेरिकी अदालतों में प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों में राणा (जो अब 64 वर्ष के हैं) को पाकिस्तानी मूल का और कनाडाई नागरिक बताया गया है, जो शिकागो स्थित एक आव्रजन फर्म चलाता था।

26/11 क्‍या है और यह चर्चा में क्‍यों रहता है?
– वर्ष 2008 मुंबई हमला, जिसे 26/11 हमला भी कहा जाता है, नवंबर 2008 में हुआ एक बड़ा आतंकी हमला था।
– पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने मुंबई में 4 दिन तक गोलीबारी और बम धमाके किए।
– ये हमला 26 नवंबर से 29 नवंबर तक चला। इसमें लगभग 166 लोग मारे गए और 300 से ज़्यादा घायल हुए। इस हमले की दुनिया भर में निंदा हुई।
– नोट: हेमंत करकरे, विजय सालस्कर और अशोक कामटे जैसे मुंबई पुलिस के बहादुर जवान इस हमले में शहीद हो गए थे।

Source: Indian Expres | The Hindu 

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10. किस देश ने राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को डॉक्‍टरेट की मानद उपाधि प्रदान की?
Which country conferred honorary doctorate degree to President Draupadi Murmu?

a. फ्रांस
b. स्पेन
c. पुर्तगाल
d. स्लोवाकिया

Answer: d. स्लोवाकिया

– कॉन्स्टेंटाइन द फिलॉसफर यूनिवर्सिटी, स्‍लोवाकिया ने 10 अप्रैल 2025 को डॉक्‍टरेट की मानद उपाधि प्रदान की।
– विश्वविद्यालय के अनुसार, राष्ट्रपति मुर्मू को यह सम्मान उनके सरकारी सेवा, सामाजिक न्याय और समावेशिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जा रहा है।
– राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अप्रैल में स्‍लोवाकिया और पुर्तगाल की चार दिवसीय यात्रा पर थीं।

स्लोवाकिया मध्य यूरोप में एक भूमि से घिरा हुआ देश है ।
राष्ट्रपति : पीटर पेलेग्रिनी
प्रधानमंत्री: रॉबर्ट फिको
राजधानी : ब्रातिस्लावा
मुद्रा : यूरो
सीमा : पोलैंड, यूक्रेन, हंगरी, ऑस्ट्रिया और चेक गणराज्य

Source: deccanherald

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11. दुनिया का पहला 3D प्रिंटेड रेलवे स्‍टेशन किस देश ने बनाया?

Which country built the world’s first 3D-printed railway station?

a. भारत
b. जापान
c. अमेरिका
d. चीन

Answer: b. जापान

– इस नए स्‍टेशन का नाम हात्‍सुशिमा है जो यह जापान के अरीदा शहर में स्थित है।
– इस स्‍टेशन के पुर्जे कहीं और 3D – प्रिंट किए गए थे। और मार्च 2025 में हात्सुशिमा में साइट पर इकट्ठा किया गया था, जिससे यह दुनिया का पहला 3D प्रिंटेड रेलवे स्टेशन बना।
– इंडियन एक्‍सप्रेस के अनुसार इसकी जानकारी 9 अप्रैल 2025 को मिली।

छह घंटों में बनाया 3D प्रिंटेड रेलवे स्‍टेशन
– जापान के अरीदा शहर में एक हात्‍सुशिमा स्‍टेशन है, जो प्रतिदिन 530 यात्रियों को सेवा प्रदान करता है। इस स्‍टेशन पर एक ही लाइन है, जिसमें हर एक घंटे में एक तीन बार ट्रेनें चलती हैं।
– नए हात्सुशिमा स्टेशन का निर्माण 1948 में बने एक पुराने लकड़ी के ढांचे की जगह किया गया।
– जापान की एक Serendix नामक कंपनी ने इसे मात्र छह घंटों में 3D प्रिंटेड रेलवे स्‍टेशन में बदल दिया।

नया स्टेशन कैसे बनाया गया?
– इस नए 3D प्रिंटेड रेलवे स्‍टेशन को बनाने के लिए जापान की Serendix नामक एक कंपनी निर्माण कार्य सौंपा गया।
– इस कंपनी ने बताया रेलवे के हिस्‍सों को 3D प्रिंटेड करने और उन्‍हें कंक्रीट से मजबूत करने में सात दिन लगे हैं।
– प्रिंटिंग जापान के क्यूशू द्वीप पर स्थित कुमामोटो की एक फैक्ट्री में की गई थी। वहां से पुर्जों के हिस्से 24 मार्च की सुबह ट्रकों में लादकर भेजे गए और करीब 804 KM दूर हात्सुशिमा स्टेशन तक सड़क के रास्ते पहुंचाए गए।
– कंपनी बताया कि आम तौर पर ऐसे निर्माण कार्य में कई महीने लगते है और खर्च भी ज्‍यादा आता है। ऐसा काम रात के समय होता है जब ट्रेनें नहीं चलती।
– आपको बता दें कि मार्च महीने के अंत में रात 11:57 बजे, जब लास्‍ट ट्रेन रवाना हुई, तभी इसका काम शुरू हुआ। और छह घंटों से कम समय में ही पुराने स्‍टेशन को 3D प्रिंटेड रेलवे स्‍टेशन में बदल दिया।
– नए स्‍टेशन का आकार लगभग 100 वर्ग फीट है।
– हालांकि, इसमें अब भी भीतर का काम, जैसे टिकट मशीनें और ट्रैवल कार्ड रीडर लगाना बाकी था। वेस्ट जापान रेलवे कंपनी ने बताया कि यह नया स्टेशन भवन जुलाई में यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा।

जापान:
– राजधानी – टोक्यो
– सम्राट – नारुहितो
– प्रधानमंत्री – शिगेरु इशिबा
– मुद्रा – जापानी येन
– जनसंख्या – 230 मिलियन

Source: nytimes | Hindustan Times  | Indian Express


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