यह 8 to 11 नवम्बर 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
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1. भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश कौन बने?
Who became the 51st Chief Justice of India?
a. जस्टिस संजीव खन्ना
b. जस्टिस बेला त्रिवेदी
c. जस्टिस सूर्यकांत
d. जस्टिस बीवी नागरत्ना
Answer: a. जस्टिस संजीव खन्ना
– राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 11 नवंबर 2024 को जस्टिस संजीव खन्ना को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) पद की शपथ दिलाई।
– जस्टिस खन्ना ने तत्कालीन CJI डीवाई चंद्रचूड़ की जगह ली।
जस्टिस संजीव खन्ना के बारे में
– उनके पिता जस्टिस देवराज खन्ना दिल्ली हाईकोर्ट के जज और चाचा जस्टिस एचआर खन्ना सुप्रीम कोर्ट के जज रह चुके हैं।
– जस्टिस संजीव खन्ना का जन्म 14 मई 1960 को हुआ था।
– उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत 1983 में तीस हजार कोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस के साथ की थी।
– बाद में हाईकोर्ट में वकालत की।
– 2005 में दिल्ली हाईकोर्ट में जज बने।
– 2019 में सुप्रीम कोर्ट में जज बने।
– 11 नवंबर 2024 को छह महीने के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश बने।
– वह 13 मई 2025 को रिटायर होंगे।
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2. दुनिया का सबसे युवा भारतीय शतरंज खिलाड़ी (3 वर्षीय) का नाम बताएं, जिसे FIDE ने रेटिंग दी?
Name the world’s youngest Indian chess player (3 years old) who is rated by FIDE?
a. प्रज्ञानंद आर
b. अनीश सरकार
c. धानुका धुनसेरी
d. दिब्येंदु बरुआ
Answer: b. अनीश सरकार
अनीश सरकार के बारे में
– अनीश सरकार मात्र 3 वर्ष के हैं।
– वह अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE- International Chess Federation) द्वारा रैंक पाने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के शतरंज खिलाड़ी बन गए हैं।
– FIDE ने उन्हें नवंबर 2024 में रैंकिंग दी।
– वह कोलकाता के रहने वाले हैं।
– उन्होंने अंडर-9 और फिर अंडर-13 प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।
– नवंबर 2024 में उनकी भारतीय रेटिंग 1555 है। जबकि FIDE वर्ल्ड रैंकिंग (सक्रिय खिलाड़ियों में) 1,46,736 है।
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3. किस देश में विकसित दुनिया का पहला लकड़ी-पैनल वाला सैटेलाइट अंतरिक्ष में लॉन्च किया?
In which country the developed world’s first wooden-panelled satellite was launched into space?
a. जर्मनी
b. जापान
c. फ्रांस
d. यूएसए
Answer: b. जापान
सैटेलाइट के बारे में प्रमुख बातें –
– लकड़ी-पैनल वाले सैटेलाइट का नाम – लिग्नोसैट (यह नाम कड़ी के लिए प्रयुक्त लैटिन शब्द के आधार पर रखा गया है)
– लंबाई : 4 इंच (10 सेंटीमीटर)
– वजन : 900 ग्राम
– किस वृक्ष की लकड़ी से निर्माण हुआ : यह पैनल, मैगनोलिया वृक्ष से बनाए गए हैं। इन्हें एक साथ रखने के लिए किसी पेंच या गोंद का प्रयोग नहीं किया गया है, बल्कि इन्हें एक पारंपरिक जापानी शिल्प तकनीक का प्रयोग करके बनाया गया है।
– किसने विकसित किया : क्योटो यूनिवर्सिटी और होमबिल्डर सुमितोमो फॉरेस्ट्री
कब और कैसे लॉन्च किया गया?
– 5 नवंबर को स्पेसएक्स ड्रैगन कार्गो कैप्सूल के जरिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) भेजा गया।
– एक महीने के बाद, इसे पृथ्वी के ऊपर की कक्षा में छोड़ा जाएगा, जहाँ यह छह महीने तक कक्षा में रहेगा।
लकड़ी का सैटलाइट क्यों?
– क्योटो विश्वविद्यालय के रिसर्चस का अनुमान है कि अंतरिक्ष अन्वेषण (exploration) में इस्तेमाल होने वाली कुछ धातुओं (metals) की जगह लकड़ी ले सकती है।
– लकड़ी का उपयोग पूरी तरह से नया नहीं है।
– क्योटो विश्वविद्यालय के वन विज्ञान के प्रोफेसर कोजी मुराता ने रॉयटर्स को बताया , “1900 के दशक की शुरुआत में हवाई जहाज लकड़ी से बने होते थे। लकड़ी का उपग्रह भी संभव होना चाहिए।”
– “पृथ्वी की तुलना में अंतरिक्ष में लकड़ी अधिक टिकाऊ है, क्योंकि वहां पानी या ऑक्सीजन नहीं है जो उसे सड़ाए या जला दे।”
अंतरिक्ष में तापमान के उतार-चढ़ाव में परीक्षण
– उपग्रह अंतरिक्ष के चरम वातावरण में लकड़ी की स्थायित्व (durability) का परीक्षण करेगा।
– अंतरिक्ष में हर 45 मिनट में तापमान -100 से 100 डिग्री सेल्सियस तक उतार-चढ़ाव होता है।
– यहाँ तक कि वस्तुएँ सूर्य के प्रकाश और अंधेरे से भी गुज़रती हैं।
– यह उपग्रह सेमीकंडक्टर पर स्पेस रेडिएशन के इफेक्ट को कम करने में लकड़ी की क्षमता का भी टेस्ट करेगा।
पूरी तरह से लकड़ी का नहीं बना है?
– लिग्नोसैट पूरी तरह से लकड़ी से नहीं बना है।
– उपग्रह लकड़ी के पैनल आवरण में पारंपरिक एल्यूमीनियम संरचनाओं और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स का उपयोग करता है।
– इसके सेंसर इस बात की निगरानी करेंगे कि पृथ्वी की परिक्रमा करने के छह महीनों के दौरान लकड़ी चरम अंतरिक्ष वातावरण पर कैसे प्रतिक्रिया करती है।
चांद और मंगल पर पेड़ लगाने व घर बनाने का लक्ष्य
– क्योटो यूनिवर्सिटी ताकाओ दोई की टीम का लक्ष्य 50 साल में चांद और मंगल पर पेड़ लगाना और लकड़ी के घर बनाना है।
– इसके लिए उन्होंने नासा द्वारा प्रमाणित लकड़ी का उपग्रह विकसित किया है, ताकि यह साबित हो सके कि लकड़ी अंतरिक्ष में काम आने वाली सामग्री है।
पारंपरिक उपग्रह कैसे होते हैं?
– पारंपरिक उपग्रह मुख्य रूप से एल्युमीनियम से बने होते हैं।
– यह अपने जीवन के अंत में पृथ्वी के वायुमंडल में जल जाते हैं और एल्युमीनियम ऑक्साइड उत्पन्न करते हैं।
– हालांकि ये गैसें ग्रह की सुरक्षात्मक ओजोन परत को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
– इसमें बढ़ती हुई कक्षीय आबादी के बारे में चिंताएं भी शामिल हैं, जिसमें स्पेसएक्स के स्टारलिंक ब्रॉडबैंड नेटवर्क जैसे कृत्रिम मेगा-तारामंडल शामिल हैं , जिसमें वर्तमान में 6,500 सक्रिय उपग्रह हैं।
– यहीं पर लिग्नोसैट को लाभ हो सकता है। एल्युमीनियम की जगह मैगनोलिया का इस्तेमाल करके, उपग्रह जब पृथ्वी पर वापस आएगा तो वायुमंडल में हानिकारक प्रदूषक नहीं फैलाएगा।
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4. संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन का 29वां संस्करण (COP29) किस शहर में आयोजित किया गया?
The 29th edition of the United Nations Climate Change Conference (COP29) was held in which city?
a. सियोल (दक्षिण कोरिया)
b. दुबई (UAE)
c. दिल्ली (भारत)
d. बाकू (अजरबैजान)
Answer: d. बाकू (अजरबैजान)
– कब से कब तक आयोजन : 11 से 22 नवंबर 2024
– कहां पर आयोजन : अजरबैजान की राजधानी बाकू
भारत की उपस्थिति
– भारत सतत विकास, ऊर्जा सुरक्षा, कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
– भारतीय अधिकारियों ने कहा कि COP29 में जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन और पेरिस समझौते के सिद्धांतों और प्रावधानों को शामिल किया जाना चाहिए।
– भारत को उम्मीद है कि पेरिस समझौते के अनुच्छेद 6 (कार्बन मार्केट) पर काम पूरा हो जाएगा।
– उसे उम्मीद है कि COP29 एक ऐसे तंत्र पर सहमत होगा जो कम कार्बन विकास को प्रोत्साहित करने के लिए कार्बन क्रेडिट जैसे बाजार आधारित साधनों का उपयोग करता है।
महत्वपूर्ण बातें
– डोनाल्ड ट्रम्प के चुनाव ने जलवायु वार्ता पर नकारात्मक प्रभाव डाला है, क्योंकि वह इस मुद्दे से इनकार करते हैं और इस बात की संभावना है कि अमेरिका पेरिस समझौते से बाहर निकल जाएगा।
पेरिस जलवायु सम्मेलन क्या है?
– पेरिस समझौता जलवायु परिवर्तन पर कानूनी रूप से बाध्यकारी अंतरराष्ट्रीय संधि है।
– इसे 12 दिसंबर 2015 को पेरिस (फ्रांस) में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP21) में 196 देशों ने अपनाया था।
– विश्व के नेताओं ने वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ने से रोकने का प्रयास करने का संकल्प लिया था।
– इसमें पहली बार विश्व के लगभग सभी राष्ट्रों ने ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती करने पर सहमति व्यक्त की, जो वैश्विक तापमान वृद्धि का कारण है।
– यह समझौता 4 नवंबर 2016 को लागू हुआ।
समझौते में कई प्रतिबद्धताएं सूचीबद्ध हैं:
– वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के लिए “प्रयासों को आगे बढ़ाना” तथा उसे पूर्व-औद्योगिक काल में दर्ज तापमान से 2.0 डिग्री सेल्सियस से “काफी नीचे” रखना।
– मानवीय गतिविधियों से उत्पन्न ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को उसी स्तर तक सीमित करना जिसे पेड़, मिट्टी और महासागर प्राकृतिक रूप से अवशोषित कर सकते हैं – जिसे 2050 से 2100 के बीच शुद्ध शून्य (नेट जीरो) के रूप में जाना जाता है।
– प्रत्येक देश को अपने उत्सर्जन-कटौती लक्ष्य निर्धारित करने होंगे, महत्वाकांक्षाओं को बढ़ाने के लिए हर पांच साल में समीक्षा की जाएगी
– अमीर देश गरीब देशों को जलवायु परिवर्तन के अनुकूल होने और नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने के लिए धन मुहैया कराकर उनकी मदद करेंगे, जिसे जलवायु वित्त के रूप में जाना जाता है।
– हालांकि, हाल के वर्षों में, विश्व के नेताओं ने इस सदी के अंत तक ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने की आवश्यकता पर बल दिया है।
वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखना क्यों महत्वपूर्ण है?
– वैज्ञानिकों का कहना है कि तापमान में प्रत्येक 0.1 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि ग्रह के लिए अधिक खतरे लेकर आती है – लम्बी गर्म लहरें, अधिक तीव्र तूफान और जंगल में आग लगना।
– 1.5 डिग्री सेल्सियस के लक्ष्य पर सहमति इसलिए बनी क्योंकि इस बात के बहुत पुख्ता सबूत हैं कि जैसे-जैसे दुनिया 2 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचेगी, इसके प्रभाव और भी ज़्यादा गंभीर होते जाएंगे। कुछ बदलाव अपरिवर्तनीय हो सकते हैं।
– अत्यधिक गर्म दिनों में मध्य अक्षांशों (ध्रुवों और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों से बाहर के क्षेत्रों) पर औसतन 4 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्मी होगी, जबकि 1.5 डिग्री सेल्सियस पर 3 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्मी होगी।
– समुद्र-स्तर में वृद्धि 1.5 डिग्री सेल्सियस से 0.1 मीटर अधिक होगी, जिससे 10 मिलियन से अधिक लोग अधिक बार बाढ़ के खतरे में होंगे
नोट- पेरिस जलवायु समझौते के तहत भारत ने 2070 तक शुद्ध शून्य (नेट जीरो) का लक्ष्य रखा है।
अजरबैजान
राजधानी – बाकू
राष्ट्रपति – इल्हाम अलीयेव
प्रधानमंत्री – अली असदोव
मुद्रा – मनात
आबादी – एक करोड़
– पड़ोसी देश – रूस, जॉर्जिया, अर्मेनिया, तुर्किये और ईरान
– समुद्र – कैस्पियन सी
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5. संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के 29वें संस्करण (COP29) में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व किसने किया?
Who represented the Indian delegation at the 29th edition of the United Nations Climate Change Conference (COP29)?
a. नरेंद्र मोदी
b. एस जयशंकर
c. कीर्ति वर्धन सिंह
d. स्मृति ईरानी
Answer: c. कीर्ति वर्धन सिंह (पर्यावरण राज्य मंत्री)
– पर्यावरण राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह COP29 में भारत के अंतर-मंत्रालयी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।
– केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की सचिव लीना नंदन प्रतिनिधिमंडल की उपनेता रहीं।
– अतिरिक्त सचिव नरेश पाल गंगवार भारत के प्रमुख वार्ताकार और संयुक्त सचिव नीलेश साह उप-वार्ताकार के रूप में शामिल हुए।
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6. किस यूरोपीय देश ने भारत के पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्च (MBRL) प्रणाली खरीदने के लिए दिलचस्पी जाहिर की?
Which European country has expressed interest to buy India’s Pinaka Multi-Barrel Rocket Launch (MBRL) system?
a. जर्मनी
b. यूक्रेन
c. पुर्तगाल
d. फ्रांस
Answer: d. फ्रांस
– फ्रांस अपनी आवश्यकताओं के लिए भारत की पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्च (MBRL) प्रणाली की खरीद पर विचार कर रहा है।
– फ्रांसीसी आर्मी का एक दल भारत आकर नवंबर 2024 में इस रॉकेट प्रणाली का मूल्यांकन करेगा।
फ्रांस के पास मौजूद रॉकेट प्रणाली
– दरअसल, फ्रांस के पास M270 लांस-रोकेट्स यूनिटेयर (LRU) रॉकेट सिस्टम है।
– फ्रांस ने इसे बदलने की योजना की घोषणा की है।
– फ्रांसीसी सेना के पास 13 उन्नत M270 सिस्टम हैं और यूक्रेन में युद्ध की शुरुआत के बाद से यूक्रेन को छह सिस्टम हस्तांतरित किए गए हैं।
अर्मेनिया पहला ग्राहक
– स्वदेशी रूप से विकसित पिनाका के लिए आर्मेनिया पहला निर्यात ग्राहक है। कई देशों ने इस प्रणाली में रुचि दिखाई है।
– भारतीय सेना के पास चार पिनाका रेजिमेंट हैं तथा छह और रेजिमेंट ऑर्डर पर हैं।
पिनाक के बारे में
– पिनाका एमके1 की रेंज 38 किलोमीटर है।
– यह कई तरह के गोला-बारूद दाग सकता है।
– इसका रेंज बढ़ाने पर काम चल रहा है, जिससे रेंज बढ़कर 75 किलोमीटर से अधिक हो जाएगी।
– आखिरकार, योजना रेंज को 120 किलोमीटर और फिर 300 किलोमीटर तक बढ़ाने की है।
– पिनाक नाम, हिंदू भगवान शिव का धनुष का है।
– इसे DRDO ने 1986 में डेवलप किया था। इसके बाद से इसके कई एडवांस वर्जन आ चुके हैं।
– इसका उत्पादन टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स और लार्सन एंड टुब्रो (L&T) कर रहा है।
फ्रांस
राष्ट्रपति – इमैनुएल मैक्रों
प्रधानमंत्री – मिशेल बार्नियर
राजधानी – पेरिस
मुद्रा – यूरो
जनसंख्या – 6.83 करोड़
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7. वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत के टॉप 3 डिफेंस एक्सपोर्ट ग्राहक देश कौन रहे?
Who were India’s top 3 defense export customer countries in the financial year 2023-24?
a. इजरायल, जापान, मिस्र
b. फ्रांस, जर्मनी, भूटान
c. श्रीलंका, मलेशिया, अर्मेनिया
d. यूएसए, फ्रांस, अर्मेनिया
Answer: d. यूएसए, फ्रांस, अर्मेनिया
– स्वदेशी रक्षा उपकरणों के निर्यात को बढ़ाने के बढ़ते प्रयासों के बीच, अमेरिका, फ्रांस और आर्मेनिया भारतीय सैन्य निर्यात के लिए शीर्ष तीन ग्राहक बनकर उभरे हैं।
– न्यूजपेपर द हिन्दू की रिपोर्ट (28 अक्टूबर, 2024) के अनुसार भारत वर्तमान में दुनिया भर के 100 से अधिक देशों को सैन्य उपकरण निर्यात कर रहा है।
– पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में शीर्ष तीन देशों में अमेरिका, फ्रांस और आर्मेनिया शामिल हैं।
– रक्षा औद्योगिक आधार का विस्तार हो रहा है, जिसमें 16 रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां, 430 लाइसेंसधारी फर्में और 16000 मध्यम एवं लघु उद्यम शामिल हैं।
अमेरिका को होने वाले बड़े निर्यात
– अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले सामानों में लॉकहीड मार्टिन और बोइंग जैसी वैश्विक रक्षा कंपनियों के लिए भारतीय फर्मों द्वारा निर्मित विमानों और हेलीकॉप्टरों के महत्वपूर्ण हिस्से शामिल हैं।
फ्रांस को निर्यात
– फ्रांस को निर्यात किए जाने वाले सामानों में बहुत सारे सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल हैं।
अर्मेनिया को निर्यात
– आर्मेनिया को निर्यात किए जाने वाले सामानों में AGAGS आर्टिलरी गन, पिनाक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम, स्वाथी वेपन लोकेटिंग रडार और अन्य महत्वपूर्ण सिस्टम शामिल हैं।
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8. राष्ट्रीय कानूनी सेवा दिवस कब मनाया जाता है?
When is National Legal Services Day celebrated?
a. 1 नवंबर
b. 4 नवंबर
c. 7 नवंबर
d. 9 नवंबर
Answer: d. 9 नवंबर
– इसका उद्देश्य, लोगों में कानूनी जागरूकता फैलाना, समाज के गरीब और कमज़ोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सहायता और सलाह प्रदान करना है।
– भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने 1995 से प्रति वर्ष इस दिवस के मनाने की शुरुआत की।
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9. शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Science Day for Peace and Development celebrated?
a. 7 नवंबर
b. 9 नवंबर
c. 10 नवंबर
d. 12 नवंबर
Answer: c. 10 नवंबर
– इसका उद्देश्य समाज में विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका और उभरते वैज्ञानिक मुद्दों पर बहस में लोगो को शामिल करने की आवश्यकता को दर्शाता है।
– UNESCO ने 2001 में इसे घोषित किया था।
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10. राष्ट्रीय शिक्षा दिवस कब मनाया जाता है?
When is National Education Day celebrated?
a. 10 नवंबर
b. 11 नवंबर
c. 12 नवंबर
d. 13 नवंबर
Answer: b. 11 नवंबर
– स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती के अवसर पर हर वर्ष 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day) मनाया जाता है।
– वर्ष 1992 में मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
– मानव संसाधन विकास मंत्रालय (शिक्षा मंत्रालय) ने 11 सितंबर 2008 को इस दिवस की घोषणा की गई थी।
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11. किस खेल के पूर्व खिलाड़ी हरिंदर सिंह सोढ़ी का निधन 9 नवंबर 2024 को निधन हो गया?
Former player of which sport Harinder Singh Sodhi passed away on 9 November 2024?
a. क्रिकेट
b. पोलो
c. हॉकी
d. फुटबॉल
Answer: b. पोलो
– पूर्व दिग्गज पोलो खिलाड़ी और अर्जुन पुरस्कार विजेता हरिंदर सिंह सोढ़ी का उम्र संबंधी बीमारियों के कारण 9 नवंबर 2024 को निधन हो गया।
– वह 86 वर्ष के थे।
– पोलो जगत में वह बिली सोढ़ी के नाम से लोकप्रिय थे।
– वह 1980 के मॉस्को ओलंपिक के दौरान भारतीय घुड़सवारी टीम के मैनेजर थे।
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12. भारत और किस देश के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘ऑस्ट्राहिंद’ का आयोजन महाराष्ट्र में किया?
Joint military exercise ‘Austrahind’ was organized between India and which country in Maharashtra?
a. श्रीलंका
b. जर्मनी
c. जापान
d. ऑस्ट्रेलिया
Answer: d. ऑस्ट्रेलिया
– यह अभ्यास 8 से 21 नवंबर 2024 तक आयोजित हुआ। यह तीसरा संस्करण था।
– यह एक महत्वपूर्ण वार्षिक कार्यक्रम है जो भारत और ऑस्ट्रेलिया में बारी-बारी से आयोजित किया जाता है।
– 2023 में AUSTRAHIND अभ्यास दिसंबर 2023 में ऑस्ट्रेलिया में हुआ था।
– इस अभ्यास में आतंकवादी कार्रवाइयों का जवाब, क्षेत्र पर कब्जा, संयुक्त संचालन केंद्र की स्थापना, ड्रोन और ड्रोन विरोधी उपाय, तलाशी और नष्ट करने के मिशन आयोजित किए गए।
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13. FICCI (फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री) का अध्यक्ष किसे निर्वाचित किया गया?
Who has been elected President of FICCI (Federation of Indian Chambers of Commerce and Industry)?
a. हर्षवर्धन अग्रवाल
b. विवेक सिंह
c. आनंद अग्रवाल
d. इनमें से कोई नहीं
Answer: a. हर्षवर्धन अग्रवाल
– वह इमामी लिमिटेड के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं।
– फिक्की की स्थापना – 1927
– मुख्यालय: नई दिल्ली
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14. किस वाद्य यंत्र के वादक पंडित राम नारायण का निधन 8 नवंबर 2024 को हो गया?
Pandit Ram Narayan, the player of which musical instrument, passed away on 8 November 2024?
a. तबला
b. गिटार
c. पियानो
d. सारंगी
Answer: d. सारंगी
– वह भारतीय शास्त्रीय संगीत की दुनिया ने सरंगी के महान साधक थे।
– 96 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली।
– पंडित राम नारायण का जन्म 25 दिसंबर 1927 को राजस्थान के उदयपुर में हुआ था।
– उनका परिवार उदयपुर दरबार में संगीतकार था।
– पंडित राम नारायण ने अपने करियर की शुरुआत 1943 में ऑल इंडिया रेडियो, लाहौर से सरंगी वादक के रूप में की थी।
– पंडित राम नारायण ने सरंगी को एक संगत वाद्य से एकल वाद्य के रूप में प्रतिष्ठा दिलाई। उनके द्वारा अपनाई गई शैली को “गायकी अंग” कहा जाता था।
– उन्हें पद्म विभूषण, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिल चुका था।
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15. एडेलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2024 में सबसे अधिक दान करने वाले व्यक्ति कौन हैं?
Who are the top donors on the EdelGive Hurun India Philanthropy List 2024?
a. मुकेश अंबानी
b. शिव नादर
c. बजाज परिवार
d. निखिल कामथ
Answer: b. शिव नादर
– एडेलगिव हुरुन इंडिया परोपकार सूची 2024, भारत के शीर्ष परोपकारियों की वार्षिक रैंकिंग है, जो उनके दान के आधार पर तैयार की जाती है।
– इस सूची में शिव नादर शीर्ष पर हैं, जिन्होंने ₹2,153 करोड़ दान किए।
– वह एचसीएल टेक्नोलॉजीज और शिव नादर फाउंडेशन के संस्थापक हैं।
FY24 में शीर्ष 10 दानकर्ता:
1. शिव नादर और परिवार – ₹2,153 करोड़
2. मुकेश अंबानी और परिवार – ₹407 करोड़
3. बजाज परिवार – ₹352 करोड़
4. कुमार मंगलम बिड़ला और परिवार – ₹334 करोड़
5. गौतम अडानी और परिवार – ₹330 करोड़
6. नंदन नीलेकणी – ₹307 करोड़
7. कृष्णा चिवुकुला – ₹228 करोड़
8. अनिल अग्रवाल और परिवार – ₹181 करोड़
9. सुष्मिता और सुब्रतो बागची – ₹179 करोड़
10. रोहिणी नीलेकणी – ₹154 करोड़