यह 7 to 10 अगस्त 2024 का करेंट अफेयर्स है। सरकारी नौकरी के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए डेली करेंट अफेयर्स के सवाल-जवाब यहां बता रहे हैं।
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1. केंद्र सरकार ने ₹ 50,655 करोड़ की लागत से 936 किलोमीटर लंबी कितने नेशनल हाई-स्पीड रोड कॉरिडोर परियोजनाओं को अगस्त 2024 में मंजूरी दी?
How many National High-Speed Road Corridor projects of 936 km length were approved by the Central Government in August 2024 at a cost of ₹ 50,655 crore?
a. 11
b. 09
c. 08
d. 05
Answer: c. 08
– केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 9 अगस्त 2024 को ये मंजूरी दी।
– इसमें 936 किलोमीटर लंबी आठ नेशनल हाई-स्पीड रोड कॉरिडोर परियोजनाओं को कवर किया जाएगा।
– इन परियोजनाओं की लागत 50,655 करोड़ ज्यादा है।
– इन आठ परियोजनाओं के कार्यान्वयन से 4.42 करोड़ डायरेक्ट और इनडायेक्ट रूप से रोजगार सृजित होंगे।
#किस कॉरिडोर को कितना पैसा#
(i) आगरा-ग्वालियर नेशनल हाई-स्पीड कॉरिडोर (6-लेन)
– आगरा और ग्वालियर के बीच यात्रा के समय को 50 प्रतिशत तक कम कर देगा।
– यह कॉरिडोर 88 किलोमीटर लंबा होगा।
– इसकी कुल लागत 4,613 करोड़ रुपये होगी।
– इसे बिल्ड-क्वार्टर-ट्रांसफर (BOT) के आधार पर विकसित किया जाएगा।
(ii) खड़गपुर-मोरग्राम नेशनल हाई-स्पीड कॉरिडोर (4-लेन)
– यह कॉरिडोर 231 किलोमीटर लंबा होगा।
– इसे हाइब्रिड एन्युटी मोड (HAM) में विकसित किया जाएगा।
– इसकी कुल लागत 10,247 करोड़ रुपये होगी।
(iii) थराद-डीसा-मेहसाणा-अहमदाबाद नेशनल हाई-स्पीड कॉरिडोर (6-लेन)
– यह कॉरिडोर 214 किलोमीटर लंबा होगा।
– इसे बिल्ड-क्वार्टर-ट्रांसफर (BOT) के आधार पर विकसित किया जाएगा।
– इसकी कुल लागत 10,534 करोड़ रुपये होगी।
(iv) अयोध्या रिंग रोड (4-लेन)
– यह कॉरिडोर 68 किलोमीटर लंबा होगा।
इसे हाइब्रिड एन्युटी मोड (HAM) में विकसित किया जाएगा।
– इसकी कुल लागत 3,935 करोड़ रुपये होगी।
– यह रिंग रोड शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर भीड़भाड़ को कम करेगा।
– इससे राम मंदिर के दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की तेज आवाजाही संभव होगी।
(v) रायपुर-रांची राष्ट्रीय हाई-स्पीड कॉरिडोर (4-लेन)
– 137 किलोमीटर लंबे पत्थलगांव और गुमला को हाइब्रिड एन्युटी मोड (HAM) में विकसित किया जाएगा।
– इसकी कुल लागत 4,473 करोड़ रुपये होगी।
(vi) कानपुर रिंग रोड (6-लेन)
– यह कॉरिडोर 47 किलोमीटर लंबा होगा।
– इसे इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण मोड (EPC) में विकसित किया जाएगा।
– इसकी कुल लागत 3,298 करोड़ रुपये होगी।
(vii) उत्तरी गुवाहाटी बाईपास और मौजूदा गुवाहाटी बाईपास के चौड़ीकरण/सुधार
– 121 किलोमीटर लंबे उत्तरी गुवाहाटी बाईपास और मौजूदा गुवाहाटी बाईपास के चौड़ीकरण/सुधार को तीन खंडों में 5,729 करोड़ रुपये की कुल पूंजी लागत से बिल्ड-ऑपरेट-टोल (बीओटी) मोड में विकसित किया जाएगा। परियोजना के एक हिस्से के रूप में ब्रह्मपुत्र नदी पर एक प्रमुख पुल का भी निर्माण किया जाएगा।
(viii) नासिक फाटा-खेड़ कॉरिडोर (8 लेन)
– यह कॉरिडोर 30 किलोमीटर लंबा होगा।
– इसे बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (BOT) के आधार पर विकसित किया जाएगा।
– इसकी कुल लागत 7,827 करोड़ रुपये होगी।
नोट: – सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री : नितिन जयराम गडकरी
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2. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 61 कृषि और बागवानी फसलों की कितनी किस्में जारी कीं, जो उच्च उपज देने वाली, जलवायु-लचीली और जैव-सशक्त हैं?
Prime Minister Narendra Modi released how many varieties of 61 agricultural and horticultural crops, which are high-yielding, climate-resilient, and biofortified?
a. 100
b. 102
c. 109
d. 111
Answer: c. 109
– प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 11 अगस्त 2024 नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में इन किस्मों को जारी किया।
– द हिन्दू न्यूज पेपर के अनुसार इसका उद्देश्य कृषि उत्पादकता और किसानों की आय बढ़ाना है।
ये बीज किस्में किसने विकसित की
– इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (ICAR) द्वारा विकसित ये किस्में 61 फसलों के लिए उपयुक्त हैं।
– इनमें 34 क्षेत्रीय फसलें और 27 बागवानी फसलें हैं।
– प्रक्षेत्र (Field) फसलों: मोटे अनाज, चारा फसलें, तिलहन, दलहन, गन्ना, कपास, रेशा और अन्य संभावित फसलों सहित विभिन्न अनाजों के बीज जारी किए गए।
– बागवानी फसलों में : फलों, सब्जियों, रोपण फसलों, कंद फसलों, मसालों, फूलों और औषधीय फसलों की विभिन्न किस्में जारी की गईं।
109 किस्मों के बीज कब तक प्राप्त होंगे?
– पीआईबी न्यूज के अनुसार केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि तीन बर्षों के भीतर किसानों 109 किस्मों के बीज प्राप्त हो जाएंगे।
– इसके अलावा उन्होंने कहा कि विदेशी आम की किस्मों का आयात वर्तमान में आवश्यक नहीं है।
– क्योंकि हमारी अपनी किस्म अधिक उत्पादक, दिखने में अधिक मनोहर और बेहतर तरीके से रखे जाने के योग्य है, जिससे किसानों की आय बढ़ सकती है।
– ये सभी किस्में प्राकृतिक खेती के लिए उपयुक्त हैं और इस विषय पर शोध जारी है।
– केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री : शिवराज सिंह चौहान
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3. भारत के किस युद्धपोत ने अमेरिका में आयोजित RIMPAC 2024 (नौसैनिक अभ्यास) में गनफायर सपोर्ट प्रतियोगिता जीती?
Which Indian warship won the Gunfire Support Competition at RIMPAC 2024 (naval exercise) held in the US?
a. INS शिवालिक
b. INS तेज
c. INS गोदावरी
d. INS गंगा
Answer: a. INS शिवालिक
RIMPAC : रिम ऑफ द पैसिफिक (दुनिया का सबसे बड़ा नौसैनिक अभ्यास है)
भारत द्वारा निर्मित स्टील्थ युद्धपोत INS शिवालिक ने RIMPAC-2024 में नौसेना गनफायर सपोर्ट प्रतियोगिता में जीत हासिल की और प्रतिष्ठित रोडियो ट्रॉफी जीती।
– 25 भागीदार देशों की भागीदारी वाले इस कार्यक्रम में INS शिवालिक ने लक्ष्य पर आयुध पहुंचाने में असाधारण मारक क्षमता और सटीकता का प्रदर्शन किया।
– 4 अगस्त 2024 को पूर्वी नौसेना कमान की ओर से जानकारी मिली।
गनफायर सपोर्ट प्रतियोगिता क्या है?
– गनफायर सपोर्ट प्रतियोगिता एक ऐसा अभ्यास है जिसमें नौसेना के जहाजों की तोपों का परीक्षण किया जाता है।
– इसमें जहाजों को तय किए गए लक्ष्यों पर सटीकता से गोले दागने होते हैं।
– इस प्रतियोगिता में यह देखा जाता है कि जहाज कितनी जल्दी और सही तरीके से अपने लक्ष्य को भेद सकता है।
RIMPAC-2024
– यह द्विवार्षिक अभ्यास है।
– संस्करण : 29वां (वर्ष 2024 में)
– आयोजन कब : 26 जून से 2 अगस्त 2024
– कहां : हवाई द्वीप (यूएस)
– उद्देश्य : मित्र देशों की नौसेनाओं के बीच विश्वास का निर्माण करना है।
– पिछला संस्करण : 28वां (वर्ष 2022 में)
– यह दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास है।
INS शिवालिक के बारे में
– INS शिवालिक भारतीय नौसेना के लिए निर्मित स्टेल्थ मल्टी-रोल फ्रिगेट्स की अपनी श्रेणी का प्रमुख जहाज है।
– यह भारत द्वारा निर्मित पहला स्टेल्थ युद्धपोत है।
– इसका निर्माण मुंबई स्थित मझगांव डॉक लिमिटेड में किया गया था।
– इस पोत का निर्माण 2001 में शुरू और 2009 में पूरा हुआ।
– शिवालिक हिल्स के नाम पर इसका नाम पड़ा।
– 18 अप्रैल 2003 को लॉन्च और 29 अप्रैल 2010 को कमीशन किया गया।
– कुल लंबाई 142.5 मीटर (468 फीट) है।
– चौड़ाई 16.9 मीटर (55 फीट) है।
– जहाज मानक भार पर लगभग 5,300 टन और पूर्ण भार पर 6,200 टन विस्थापित करता है।
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4. नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि कब मनाई जाती है?
When is the death anniversary of Nobel laureate Rabindranath Tagore observed?
a. 9 अगस्त
b. 8 अगस्त
c. 7 अगस्त
d. 6 अगस्त
Answer: c. 7 अगस्त
– नोबल पुरस्कार से सम्मानित रबिंद्र नाथ टैगोर एक बंगाली कवि, उपन्यासकार, संगीतकार, चित्रकार और नाटककार थे।
– एक्यूट यूरेमिया और यूरिनरी ब्लैडर में रुकावट के कारण 80 वर्ष की आयु में 7 अगस्त 1941 को उनका निधन हो गया।
– उनका जन्म 7 मई, 1861 को कलकत्ता के जोरासांको हवेली में हुआ था।
– उन्होंने 2,000 से अधिक गीतों की रचना की, जिसे “टैगोर गीत” के रूप में जाना जाता है।
– उनकी रचनाओं को दो देशों द्वारा राष्ट्रगान के रूप में चुना गया था: बांग्लादेश का “अमर शोनार बांग्ला” और भारत का “जन गण मन”।
– उनके संग्रह “गीतांजलि” को मान्यता देते हुए, जो शुरू में 1912 में लंदन में प्रकाशित हुआ था, साहित्य के लिए 1913 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
– वर्ष 1915 में किंग जॉर्ज द्वारा नाइटहुड की उपाधि मिली, हालांकि, 13 अप्रैल, 1919 को जलियांवाला बाग नरसंहार के खिलाफ उनके कड़े विरोध ने उन्हें 31 मई, 1919 को इस उपाधि को त्यागने के लिए प्रेरित किया।
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5. इसरो ने ‘गगनयान’ के फाइनल मिशन के लिए चार में से किसे मुख्य अंतरिक्ष यात्री चुना, जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) भेजा जाएगा?
Who among the four did ISRO choose as the main astronaut for the final mission of ‘Gaganyaan’ which will be sent to the International Space Station (ISS)?
a. शुभांशु शुक्ला
b. अंगद प्रताप
c. आकाश ठाकुर
d. प्रशांत बालकृष्णन नायर
Answer: a. शुभांशु शुक्ला
– शुभांशु शुक्ला : मिशन के मुख्य अंतरिक्ष यात्री
– प्रशांत बालकृष्णन नायर : शुभांशु के बैक-अप होंगे।
– इसरो ने 2 अगस्त 2024 को यह घोषणा की।
– इसरो के अनुसार, एक “राष्ट्रीय मिशन असाइनमेंट बोर्ड” ने संयुक्त मिशन के लिए शुभांशु शुक्ला और प्रशांत बालकृष्णन नायर का चयन किया।
– ये दो अंतरिक्ष यात्री ISS मिशन के लिए ट्रेनिंग लेने के लिए अगस्त के पहले सप्ताह में अमेरिका पहुंचे। नासा इन्हें ट्रेनिंग दे रहा है।
– विशेष रूप से, विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला को ISS के लिए उड़ान भरने के लिए नियुक्त किया गया है, जबकि ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर उनके बैक-अप होंगे।
क्या है एक्सिओम-4 मिशन?
– एक्सिओम-4 मिशन के तहत 4 अंतरिक्ष यात्री ISS पर जाएंगे, जिसमें 1 यात्री ISRO के हैं।
– इस मिशन में एक्सिओम स्पेस से पैगी व्हिटसन, ISRO से शुभांशु शुक्ला, ESA से स्लावोज उज्नान्स्की और हंगरी अंतरिक्ष एजेंसी हुनर से टिबोर कपू शामिल होंगे। चुने गए इन सभी सदस्यों को उड़ान के कई घंटे का अनुभव है।
– एक्सिओम-4 मिशन को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर में लॉन्च परिसर 39A से स्पेस-X के फाल्कन 9 रॉकेट का उपयोग करके लॉन्च किया जाएगा।
– स्पेसएक्स मिशन के लिए लॉन्च वाहन उपलब्ध कराएगा और इसका क्रू ड्रैगन कैप्सूल चालक दल को रखेगा।
– नासा ने कहा है कि यह मिशन 14 दिनों तक चलेगा।
शुभांशु शुक्ला के बारे में
– उनका जन्म 10 अक्टूबर 1985 में लखनऊ (UP) में हुआ।
– उन्होंने 2005 में अपना एनडीए कोर्स पूरा किया।
– वे लगभग 2,000 घंटे की उड़ान के अनुभव वाले एक टेस्ट पायलट हैं।
– उन्होंने सुखोई-30एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर और एन-32 सहित कई तरह के विमान उड़ाए हैं।
– अगस्त 2024 में, शुक्ला को एक्सिओम मिशन 4 के पायलट के रूप में घोषित किया।
प्रशांत बालकृष्णन नायर
– उनका जन्म 26 अगस्त 1976 को पलक्कड़, केरल में हुआ।
– ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर भारतीय वायु सेना में एक योग्य उड़ान प्रशिक्षक और टेस्ट पायलट हैं।
कब तक उड़ान भरेंगे?
– द हिन्दू न्यूज पेपर के अनुसार, (एक्सिओम-4) नवंबर 2024 से पहले उड़ान नहीं भरेगा।
– 7 अगस्त 2024 को मीडिया से बातचीत में, एस. सोमनाथ ने कहा था कि इसकी “अगले साल के मध्य से अंत तक” उड़ान होने की उम्मीद है।
मिशन के मापदंड क्या हैं?
– इसरो के बयान के अनुसार, इसके मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र ने एक्सिओम स्पेस इंक के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
– यह मिशन, जिसे आम तौर पर एक्स-4 कहा जाता है, ह्यूस्टन स्थित एक प्राइवेट कंपनी एक्सिओम स्पेस द्वारा आयोजित ISS के लिए चौथा मानवयुक्त मिशन है।
– 7 अगस्त 2024 को इसरो के अध्यक्ष एस.सोमनाथ ने कहा कि लागत में भारत का हिस्सा सैकड़ों करोड़ रुपये होगा।
एक्सिओम की क्या योजना
– एक्सिओम की योजना विश्व में पहला कमर्शियल स्पेस स्टेशन संचालित करने की है।
– इसकी वर्तमान पेशकशों में मानव अंतरिक्ष उड़ान सेवाएँ शामिल हैं, जिसके तहत यह अंतरिक्ष यात्री-उम्मीदवारों का चयन और प्रशिक्षण करता है, प्रक्षेपण वाहनों को किराए पर देता है, और अंतरिक्ष मिशनों की योजना बनाता है और उनको मैनेज करता है।
पूरी सिलेक्शन प्रक्रिया जाने कैसे होती है?
– इस मिशन का अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए बड़ी संख्या में पायलट्स ने एप्लिकेशन दी थी। जिनमें से 12 ने सितंबर 2019 में पहले लेवल का सिलेक्शन प्रोसेस कम्प्लीट किया था। उनमें से भी कई राउंड के सिलेक्शन के बाद सिर्फ चार को ही सिलेक्ट किया गया।
– चुने गए चारों अंतरिक्ष यात्री बेंगलुरु स्थित एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट एंड सिस्टम टेस्टिंग एस्टिब्लिशमेंट के टेस्ट पायलट्स हैं।
– फाइनल मिशन के लिए अंतिम दल को चारों में से चुना जाता है।
एस्ट्रोनॉट्स की ट्रेनिंग कहां कहां से हुई?
– जून 2019 में ISRO और रूस की स्पेस एजेंसी के बीच पायलट्स की ट्रेनिंग के लिए करार हुआ था।
– इसके बाद इन पायलट्स को रूस के यूरी गागरिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर भेजा गया।
– यहां पर फरवरी 2020 से मार्च 2021 तक इनकी ट्रेनिंग हुई।
– अगस्त के पहले सप्ताह में चार एस्ट्रोनॉट्स में से किसी एक को अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA भी ट्रेनिंग देगी।
मिशन से क्या हासिल करेगा भारत?
– अगर गगनयान मिशन सफल होता है, तो भारत उन देशों की एक खास लिस्ट में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने खुद चालक दल स्पेस क्राफ्ट लॉन्च किया है।
– वर्तमान में ऐसा मुकाम हासिल करने वाले देश केवल तीन देश (अमेरिका, रूस और चीन) हैं।
– गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है।
– अगर भारत अपने मिशन में कामयाब रहा तो वो ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा।
एस्ट्रोनॉट 400 KM ऊपर जाएंगे
– भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान 2025 में होने की संभावना है।
– ‘गगनयान’ में 3 दिनों के मिशन के लिए सदस्यों दल को 400 KM ऊपर पृथ्वी की कक्षा में भेजा जाएगा।
– इसके बाद क्रू मॉड्यूल को सुरक्षित रूप से समुद्र में लैंड कराया जाएगा।
गगनयान मिशन
– गगनयान मिशन का उद्देश्य भारतीय अंतरिक्ष यान के जरिये मानव को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना, उन्हें धरती पर सुरक्षित वापस लाने की क्षमता का प्रदर्शन करने का है।
– इसरो कुछ उपकरणों की आपूर्ति में फ्रांस, रूस और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसियों की भी मदद ले रहा है।
– इस अंतरिक्ष मिशन की घोषणा पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में की थी।
– गगनयान अंतरिक्ष यान को 300-400 किलोमीटर की निचली पृथ्वी की कक्षा (LEO) में रखा जाएगा।
– इस मिशन की कुल लागत 10000 करोड़ रुपये से कम होने की उम्मीद है।
इसरो
चेयरमैन : एस सोमनाथ
मुख्यालय : बेंगलुरू
स्थापना : 15 August 1969 (53 वर्ष पहले)
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6. छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य का चौथा टाइगर रिजर्व विकसित करने की घोषणा अगस्त 2024 में की, उसका नाम बताएं?
Chhattisgarh government announced to develop the state’s fourth tiger reserve in August 2024, name it?
a. उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व
b. इंद्रावती टाइगर रिजर्व
c. गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व
d. अचानकमार टाइगर रिजर्व
Answer: c. गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व (चौथा)
– छत्तीसगढ़ सरकार ने नया टाइगर रिजर्व स्थापित करने की घोषणा 7 अगस्त 2024 को की।
– जिससे इस परियोजना का मार्ग प्रशस्त हो गया।
– करीब एक दशक पहले NTCA (नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी) ने इसे सैद्धांतिक मंजूरी दी थी।
– यह टाइगर रिजर्व 2,829.387 वर्ग किमी में फैला होगा।
– द हिन्दू न्यूज पेपर के अनुसार एक बयान में कहा गया है, यह निर्णय राज्य वन्यजीव बोर्ड की सिफारिशों और केंद्र सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी की सहमति के बाद लिया गया है।
टाइगर रिजर्व निर्माण से क्या लाभ होगा?
– द हिन्दू न्यूज पेपर के अनुसार इस टाइगर रिजर्व के निर्माण से राज्य में इको-टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा।
– कोर और बफर जोन में रहने वाले ग्रामीणों के लिए गाइड, पर्यटक वाहन संचालक और रिसॉर्ट मैनेजर के रूप में रोजगार के विभिन्न अवसर पैदा होंगे।
– इसके अलावा आसपास के गांव में नई परियोजनाएं शुरू करने में मदद मिलेगी।
– वर्तमान में, छत्तीसगढ़ में तीन टाइगर रिजर्व हैं।
1- बीजापुर में इंद्रावती,
2- गरियाबंद में उदंती-सीतानदी
3- मुंगेली में अचानकमार
देश के 55 टाइगर रिजर्व
1. बांदीपुर (कर्नाटक)
2. कॉर्बेट (उत्तराखंड) [अमानगढ़ बफर– उत्तर प्रदेश]
3. कान्हा (मध्य प्रदेश)
4. मानस (असम)
5. मेलघाट (महाराष्ट्र)
6. पलामू (झारखंड)
7. रणथंभौर (राजस्थान)
8. सिमलीपाल (ओडिशा)
9. सुंदरबन (पश्चिम बंगाल)
10. पेरियार (केरल)
11. सरिस्का (राजस्थान)
12. बुक्सा (पश्चिम बंगाल)
13. इंद्रावती (छत्तीसगढ़)
14. नमदाफा (अरुणाचल प्रदेश)
15. नागार्जुनसागर सागर (आंध्र प्रदेश)
16. दुधवा (उत्तर प्रदेश)
17. कलाकड़ मुंडनथुराई (तमिलनाडु)
18. वाल्मिकी (बिहार)
19. पेंच (मध्य प्रदेश)
20. तडोभा अंधारी (महाराष्ट्र)
21. बांधवगढ़ (मध्य प्रदेश)
22. पन्ना (मध्य प्रदेश)
23. डम्पा (मिजोरम)
24. भद्र (कर्नाटक)
25. पेंच – MH (महाराष्ट्र)
26. पक्के (अरुणाचल प्रदेश)
27. नामेरी (असम)
28. सतपुड़ा (मध्य प्रदेश)
29. अनामलाई (तमिलनाडु)
30. उदंती सीतानदी (छत्तीसगढ़)
31. सतकोशिया (ओडिशा)
32. काजीरंगा (असम)
33. अचानकमार (छत्तीसगढ़)
34. काली (कर्नाटक)
35. संजय धुबरी (मध्य प्रदेश)
36. मुदुमलई (तमिलनाडु)
37. नागरहोल (कर्नाटक)
38. परम्बिकुलम (केरल)
39. सह्याद्री (महाराष्ट्र)
40. बिलिगिरि रंगनाथ मंदिर (कर्नाटक)
41. कवल (तेलंगाना)
42. सत्यमंगलम (तमिलनाडु)
43. मुकुंदरा (राजस्थान)
44. नवेगांव नागझिरा (महाराष्ट्र)
45. अमराबाद (तेलंगाना)
46. पीलीभीत (उत्तर प्रदेश)
47. बोर (महाराष्ट्र)
48. राजाजी (उत्तराखंड)
49. ओरंग (असम)
50. कमलांग (अरुणाचल प्रदेश)
51. श्रीविल्लिपुथुर मेगामलाई (तमिलनाडु)
52. रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व (राजस्थान)
53. रानीपुर टाइगर रिजर्व (उत्तर प्रदेश)
54. वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व (मध्य प्रदेश)
55. करौली टाइगर रिजर्व (राजस्थान)
Note: गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व (छत्तीसगढ़) [अभी स्थापित नहीं हुआ।]
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (National Tiger Conservation Authority)
– दिसंबर 2005 में NTCA की स्थापना की गई थी।
– पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री और अध्यक्ष : भूपेन्द्र यादव
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7. राष्ट्रीय भाला दिवस (National Javelin Day) कब मनाया जाता है?
When is National Javelin Day celebrated?
a. 8 अगस्त
b. 7 अगस्त
c. 6 अगस्त
d. 5 अगस्त
Answer: b. 7 अगस्त
– टोक्यो ओलंपिक 2020 में भाला फेंक प्रतियोगिता में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले एथलीट नीरज चोपड़ा के सम्मान में यह दिवस मनाया जाता है।
– 7 अगस्त 2021 को ही नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में गोल्ड मेडेल जीता था।
– इस दिन को एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) ने राष्ट्रीय भाला दिवस के रूप में घोषित किया।
– पेरिस ओलंपिक 2024 में नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता है।
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8. किस राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य का निधन 8 अगस्त 2024 को हो गया?
Former Chief Minister of which state Budhadev Bhattacharya passed away on 8 August 2024?
a. बिहार
b. उत्तर प्रदेश
c. पश्चिम बंगाल
d. राजस्थान
Answer: c. पश्चिम बंगाल
– उम्र संबंधित बीमारी के चलते उनका निधन हुआ।
– पश्चिम बंगाल सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य के निधन के सम्मान में गुरुवार (8 अगस्त, 2024) को अवकाश घोषित किया।
– उनके निधन पर देशभर के कई बड़े नेताओं शोक व्यक्त किया।
बुद्धदेव भट्टाचार्य के बारे में
– जन्म : 1 मार्च 1944
– कहां : कोलकाता
– निधन : 8 अगस्त 2024
– कितने वर्ष : 80 वर्ष के थे।
– कब CM रहे : वर्ष 2000 से 2011 (पश्चिम बंगाल)
नोट: वर्ष 2022 में बुद्धदेव भट्टाचार्य को पद्म भूषण के लिए चुना गया था, लेकिन उन्होंने ये सम्मान लेने से इनकार कर दिया था।
राजनीतिक जीवन
– वर्ष 1966 में CPI (M) पार्टी के सदस्य बने।
– वर्ष 1977 से 1982 तक काशीपुर-बेलगछिया से विधायक रहे।
– वर्ष 1982 में कोसीपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव हारे।
– वर्ष 1987 से 2011 तक जादवपुर (WB) के लगातार 5 बार विधायक रहे।
– वर्ष 1987 में सूचना और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री रहे।
– वर्ष 1991 में सूचना और सांस्कृतिक मामलों और नगरपालिका मामलों के मंत्री रहे।
– वर्ष 1996 में गृह और पुलिस विभाग के मंत्री बने।
– वर्ष 1999 में पश्चिम बंगाल के डिप्टी सीएम बने।
– वर्ष 2000 से 2011 तक पश्चिम बंगाल के CM रहे।
– उन्होंने 2015 में पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था और केंद्रीय समिति से इस्तीफा दे दिया था।
– वर्ष 2018 में राज्य सचिवालय की सदस्यता छोड़ी।
पीएम मोदी के लिए बुद्धदेव ने क्या बोला था?
– वर्ष 2014 में देश में NDA की सरकार आई थी, तो उस समय नरेद्र मोदी को देश का पीएम चुना गया था। इसी चुनाव से पहले बुद्धदेव भट्टाचार्य ने कहा था- अगर नरेंद्र मोदी PM बनते हैं तो ये देश के लिए बहुत खतरनाक होगा।
पश्चिम बंगाल
– सीएम : ममता बनर्जी
– गवर्नर : सीवी आनंद बोस
– राजधानी : कोलकाता
– पड़ोसी देश से सीमा : बांग्लादेश
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9. सैन्य अभ्यास ‘पर्वत प्रहार’ किस केंद्र शासित प्रदेश में अगस्त 2024 में आयोजित किया गया?
In which Union Territory has the military exercise ‘Parvat Prahar’ organized in August 2024?
a. चंडीगढ़
b. लद्दाख
c. जम्मू-कश्मीर
d. अंडमान-निकोबार
Answer: b. लद्दाख
– अधिकारियों ने 7 अगस्त 2024 को बताया कि भारतीय सेना ने लद्दाख में रणनीतिक सैन्य अभ्यास ‘पर्वत प्रहार’ (माउंटेन स्ट्राइक) आयोजित किया।
– यह सैन्य अभ्यास करीब 14000 फीट पर शुरू किया है।
– इसमें उच्च ऊंचाई वाले युद्ध और अभियानों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
सैन्य अभ्यास क्यों महत्वपर्ण
– इस अभ्यास में ऊबड़-खाबड़ क्षेत्रों पर जोर दिया जाता है। पूर्वी लद्दाख जैसे क्षेत्रों में।
– पूर्वी लद्दाख में आयोजित होने की वजह से यह ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। यह क्षेत्र भारत-चीन सीमा के करीब है। इन दोनों में लद्दाख में कुछ क्षेत्रों को लेकर विवाद है।
– इंडिया टूडे न्यूज के अनुसार वर्ष 2020 से लद्दाख क्षेत्र में 500 से अधिक टैंक, 50,000 सैनिक तैनात हैं।
किन मिसाइल और हथियारों की तैनाती
– इस अभ्यास में नए हथियारों की तैनाती की गई।
– इसमें T90, T72 मेन बैटल टैंक और K9-वज्र हॉवित्जर तोप का इस्तेमाल हुआ।
– इसके अलावा आकाश एयर डिफेंस मिसाइल और ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की तैनाती LAC पर की गई है।
– सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने इस युद्धाभ्यास की समीक्षा की।
लद्दाख
– राजधानी : लेह
– उपराज्यपाल : ब्रिगेडियर बी.डी. मिश्रा
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10. RBI ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा (अगस्त 2024) में नौवीं बार रेपो रेट बदलाव नहीं किया, यह रेपो दर कितनी है?
RBI did not change the repo rate for the ninth time in the bi-monthly monetary policy review (August 2024), what is this repo rate?
a. 5.5%
b. 5.8%
c. 6.2%
d. 6.5%
Answer: d. 6.5%
– केंद्रीय बजट के बाद अपनी पहली बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने लगातार नौवीं बार नीतिगत रेपो दर को 6.50% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया।
– MPC के छह सदस्यों में से चार ने इस फैसले के पक्ष में मतदान किया, जिसका उद्देश्य मुद्रास्फीति पर काबू पाना है।
– मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक 8 अगस्त 2024 को हुई।
– परिणामस्वरूप, स्थायी जमा सुविधा (standing deposit facility) दर 6.25% पर बनी हुई है, जबकि सीमांत स्थायी सुविधा (marginal standing facility) दर और बैंक दर 6.75% पर बनी हुई है।
रेपो रेट (Repurchase Rate or Repo Rate) क्या है?
– आसान भाषा में कहें, तो बैंक हमें कर्ज देते हैं और उस कर्ज पर हमें ब्याज देना पड़ता है।
– ठीक वैसे ही बैंकों को भी अपने रोजमर्रा के कामकाज के लिए भारी-भरकम रकम की जरूरत पड़ जाती है और वे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से कर्ज लेते हैं।
– इस लोन पर रिजर्व बैंक जिस दर से उनसे ब्याज वसूल करता है, उसे रेपो रेट कहते हैं।
रेपो रेट से आम आदमी पर क्या पड़ता है प्रभाव
– RBI के पास रेपो रेट के रूप में महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है।
– जब महंगाई बहुत ज्यादा होती है तो, RBI रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है।
– जब बैंकों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होगा यानी रेपो रेट कम होगा तो वो भी अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज दे सकते हैं।
– और यदि रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाएगा तो बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा और वे अपने ग्राहकों के लिए कर्ज महंगा कर देंगे।
रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate)
– यह, रेपो रेट से उलट होता है।
– बैंकों के पास जब दिन-भर के कामकाज के बाद बड़ी रकम बची रह जाती है, तो उस रकम को रिजर्व बैंक में रख देते हैं।
– इस रकम पर आरबीआई उन्हें ब्याज देता है।
– रिजर्व बैंक इस रकम पर जिस दर से ब्याज देता है, उसे रिवर्स रेपो रेट कहते हैं।
मौद्रिक नीति समिति के पदेन अध्यक्ष – भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास
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11. नोबेल पुरस्कार विजेता ‘त्सुंग-दाओ ली’ का निधन 4 अगस्त 2024 को हो गया, वह इनमें से क्या थे?
Nobel Prize winner ‘Tsung-Dao Lee’ died on 4 August 2024, which of the following was he?
a. भौतिक विज्ञानी
b. रसायन विज्ञानी
c. हॉकी खिलाड़ी
d. चीन के राष्ट्रपति
Answer: a. भौतिक विज्ञानी (97 वर्ष के थे।)
– चीनी-अमेरिकी भौतिक विज्ञानी त्सुंग-दाओ ली, जो 1957 में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के वैज्ञानिक बने।
– इनका निधन 4 अगस्त, 2024 को सैन फ्रांसिस्को में उनके घर पर 97 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
– यह जानकारी एक चीनी विश्वविद्यालय और अनुसंधान केंद्र ने दी।
त्सुंग-दाओ ली के बारे में
– प्रोफेसर ली, जो 1962 से अमेरिकी नागरिक हैं, न्यूयॉर्क में कोलंबिया विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एमेरिटस भी थे।
– इनके काम ने कण भौतिकी (पार्टीकल फिजिक्स) की समझ को आगे बढ़ाया, वे इस क्षेत्र के महानतम गुरुओं में से एक थे।
– परमाणु बम के जनक के रूप में विख्यात रॉबर्ट ओपेनहाइमर ने एक बार प्रोफेसर ली की प्रशंसा करते हुए कहा था कि वे उस समय के सबसे प्रतिभाशाली सैद्धांतिक भौतिकविदों में से एक थे।
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12. भारत और किस देश के एयरफोर्स ने संयुक्त हवाई अभ्यास ‘उदार शक्ति 2024’ में हिस्सा लिया?
India and which country’s Air Force took part in the joint air exercise ‘Udar Shakti 2024’?
a. थाईलैंड
b. अमेरिका
c. मलेशिया
d. सिंगापुर
Answer: c. मलेशिया (कुआंतन शहर में आयोजन)
– संयुक्त हवाई अभ्यास रॉयल मलेशियाई वायु सेना (RMAF) के सहयोग से 05 से 09 अगस्त 2024 तक मलेशिया के कुआंतन में आयोजित किया गया था। – भारतीय वायुसेना ने इसमें एसयू-30एमकेआई लड़ाकू विमानों के साथ भाग लिया।
– इस अभ्यास के उद्घाटन समारोह में भारतीय वायु सेना के टीम लीडर ग्रुप कैप्टन अजय राठी, मलेशिया में भारत की उप उच्चायुक्त सुभाषिनी नारायणन और रॉयल मलेशियाई वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
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13. ट्यूनीशिया का नया प्रधानमंत्री किसे नियुक्त किया?
Who has been appointed as the new Prime Minister of Tunisia?
a. एंटोनी रियान
b. कामेल मदौरी
c. कैस सैयद
d. जॉन किरबी
Answer: b. कामेल मदौरी
– ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति कैस सैयद ने 7 अगस्त 2024 को बिना किसी स्पष्टीकरण के अपने प्रधानमंत्री अहमद हचानी को बर्खास्त कर दिया।
– उनकी जगह सामाजिक मामलों के मंत्री कामेल मदौरी को नियुक्त किया।
नोट: – वर्ष 2022 में संविधान को पुनः लिखा गया ताकि एक राष्ट्रपति शासन व्यवस्था बनाई जा सके जिसकी संसद के पास अत्यंत सीमित शक्तियां हों।
ट्यूनीशिया के बारे में
– ट्यूनीशिया गणराज्य, अफ्रीका का सबसे उत्तरी देश है।
– इसकी सीमा पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम में अल्जीरिया, दक्षिण-पूर्व में लीबिया और उत्तर और पूर्व में भूमध्य सागर से लगती है।
– ट्यूनीशिया उत्तर में सिसिली और सार्डिनिया द्वीपों और पूर्व में माल्टा के माध्यम से इटली के साथ समुद्री सीमा भी साझा करता है।
– भाषा : अरबी
– केपिटन : ट्यूनिस
– राष्ट्रपति : कैस सैयद
– प्रधानमंत्री : कामेल मदौरी
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14. भारत छोड़ो आंदोलन दिवस कब मनाया जाता है?
When is Quit India Movement Day celebrated?
a. 6 अगस्त
b. 7 अगस्त
c. 8 अगस्त
d. 9 अगस्त
Answer: c. 8 अगस्त
– वर्ष 2024 में इस महत्वपूर्ण आंदोलन की 82वीं वर्षगांठ है।
– महात्मा गांधी ने 8 अगस्त 1942 को मुंबई में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सत्र दौरान अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन की शुरूआत की थी।
– भारत छोड़ो भाषण में “करो या मरो” का नारा दिया था।
– इस दिवस को अगस्त आंदोलन या अगस्त क्रांति के नाम से भी जाना जाता है।
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15. विश्व नागासाकी दिवस कब मनाया जाता है?
When is World Nagasaki Day celebrated?
a. 12 अगस्त
b. 11 अगस्त
c. 10 अगस्त
d. 9 अगस्त
Answer: d. 9 अगस्त
– अमेरिका ने 9 अगस्त 1945 को दक्षिणी जापान के बन्दरगाह नगर नागासाकी पर 11 बजकर, 1 मिनट पर 6.4 किलो. का प्लूटोनियम-239 वाला ‘फैट मैन’ नाम का बम गिराया गया था।
– इससे पहले 6 अगस्त 1994 को अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा शहर पर ‘लिटिल बॉय’ नाम का यूरेनियम बम गिराया जा चुका था।
– धमाका इतना तेज़ था कि 8 किलोमीटर दूर बने घरों के शीशों के परखच्चे उड़ गए
– इससे लगभग एक लाख चालीस हज़ार लोग मारे गए थे।
– जब नागासाकी पर प्लूटोनियम परमाणु बम गिराया गया, तब 43 सेकण्ड के बाद ज़मीन से 1,540 फीट की ऊँचाई पर यह बम फटा।
– और इससे 21 किलोटन टी.एन.टी. के बराबर धमाका हुआ।
– 3,900 डिग्री सेल्सियस की ऊष्मा उत्पन्न हुई।
– हवा की गति 1005 कि.मी. प्रति घण्टे तक पहुँच गयी।
– इससे तत्काल हुई मौतों की संख्या का अनुमान 40,000 से 75,000 के बीच था।
– 1945 के अन्त तक यह आँकड़ा 80,000 तक जा पहुँचा।
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16. विश्व के स्वदेशी लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस कब मनाया जाता है?
When is the International Day of the World’s Indigenous Peoples observed?
a. 6 अगस्त
b. 7 अगस्त
c. 8 अगस्त
d. 9 अगस्त
Answer: d. 9 अगस्त
– दुनिया भर के लोगों को स्वदेशी लोगों के अधिकारों की सुरक्षा और संवर्धन पर संयुक्त राष्ट्र के संदेश को फैलाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए हर साल 9 अगस्त को विश्व के स्वदेशी लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है।